राजनांदगांव
नांदगांव-कांकेर बार्डर डिवीजन के फेंके पर्चे में 12 ग्रामीण का नाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 नवंबर। मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में फिर से नक्सलियों ने पुलिस मुखबीरी और आदिवासी वर्ग में फूट डालने के आरोप में दर्जनभर ग्रामीणों को धमकी दी है। राजनांदगांव-कांकेर बार्डर डिवीजन के पर्चे में नक्सलियों ने पूर्व नक्सली भगत जाड़े के चाचा व भाईयों समेत 12 ग्रामीणों को जनअदालत में सजा देने की चेतावनी दी है। पिछले एक माह में नक्सलियों ने दो ग्रामीणों की पुलिस मुखबीरी के शक पर हत्या कर दी थी। मानपुर डिवीजन में हुए आम ग्रामीण की हत्या से दहशत का माहौल है। नक्सलियों के पर्चे में ग्रामीणों के नाम दर्ज हैं। सूत्रों का कहना है कि सीतागांव के हुरेली गांव में नक्सलियों ने पर्चा फेंककर जन अदालत में सभ्ी को सजा देने की चेतावनी दी है।
बताया जा रहा है कि आत्मसमर्पित नक्सली भगत जाड़े के सगे भाई, चाचा और चचेरे भाई को भी नक्सलियों ने धमकाया है। वहीं तरेगांव, एडमा, मुरझर समेत अन्य गांव के बाशिंदों को नक्सलियों की ओर से चेतावनी मिली है। नक्सलियों के नए पर्चे में कुछ पुराने ग्रामीणों का नाम भी शामिल है। इस संबंध में एमएमसी एसपी वाय. अक्षय ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि पूर्व नक्सली के परिजनों के अलावा अन्य ग्रामीणों को सजा देने संबंधी पाम्प्लेट मिले हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि नक्सलियों की ओर से मिली धमकी के बाद ग्रामीण अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए हैं। अंदरूनी इलाकों में रहने के कारण उनकी सुरक्षा पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है।