राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 नवंबर। ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत शासन द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 2.5 करोड़ महिला सदस्यों तक पहुंच के लक्ष्य के लिए लखपति सघन कार्यक्रम के लिए चिन्हांकित जिलों के कलेक्टर्स से चर्चा की गई।
सचिव ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत शासन नागेन्द्र नाथ सिन्हा, अतिरिक्त सचिव चरणजीत सिंह की उपस्थिति में कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर डोमन सिंह कार्यक्रम में शामिल हुए। कलेक्टर ने कहा कि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत जिले की महिला स्वसहायता समूह द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य किया जा रहा है। 2.5 करोड़ महिला सदस्यों तक पहुंच के लिए लखपति सघन कार्यक्रम के लिए राजनांदगांव जिले से डोंगरगांव विकासखंड का चयन किया गया है। शासन द्वारा समूह की महिलाओं को आजीविका प्रदान करने तथा उनके परिवार को स्थायी आय की व्यवस्था सुनिश्चित करने लगातार कार्य किए जा रहे हैं। समूह की महिलाएं विभिन्न तरह की आजीविका गतिविधि मशरूम उत्पादन, वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, कुक्कुट पालन, मत्स्यपालन, सामुदायिक बाड़ी निर्माण, गुलाल निर्माण, पापड़, बड़ी, अचार, मसाला पीसने की मशीन, खाद्यान्नों एवं लघु वनोपज की पैकेजिंग सहित विभिन्न कार्य में संलग्न है। समूह की महिलाओं के समग्र आर्थिक सशक्तिकरण के लिए आजीविका में समावेशन के कार्यप्रणाली को अपनाते चिन्हांकित जिलों में यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जहां 2.5 करोड़ महिला स्वसहायता समूह हाउस सोल्ड को स्थायी रूप से वार्षिक आय एक लाख रुपए पहले फेज में प्राप्त हुआ हो। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत चिन्हांकित विकासखंड में समूह की महिलाओं की आजीविका गतिविधियों के लिए सघन कार्यक्रम चलाया जाएगा।
इस दौरान समूह की महिलाओं के लिए आजीविका की संभावनाओं, विकल्पों एवं विस्तार के संबंध में चर्चा की गई। कार्यक्रम में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के उप संचालक रमन वाधवा द्वारा महिला लखपति पहल के संबंध में प्रजेन्टेशन दिया गया।
उल्लेखनीय है कि देशभर से 100 स्त्रोत जिलों का चयन 2.5 करोड़ महिला सदस्यों तक पहुंच के लिए लखपति सघन कार्यक्रम हेतु किया गया है। जिसमें से राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव विकासखंड को उत्कृष्ट कार्य को देखते चिन्हांकन किया गया है। यहां लखपति पहल के लिए चयनित विकासखंड हेतु रणनीति के संबंध में चर्चा की गई। जिसमें प्रमुख रूप से परिवार के स्तर पर आजीविका गतिविधियों के विस्तार के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने के लिए ध्यान केन्द्रित किया गया है। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अमित कुमार, महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री जामबुलकर, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के डीपीएम उमेश तिवारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।