राजनांदगांव
68 पन्नों के पत्र में शहीद करार देते मृत नक्सलियों की खूबियां गिनाई
'छत्तीसगढ़ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 नवंबर। अविभाजित राजनंादगांव जिले के मोहला-मानपुर इलाके के एक गांव में गुजरे साल मारे गए दो दर्जन नक्सलियों को याद करते उनकी खूबियों से जुड़ी एक भारी-भरकम पत्र खुफिया एजेंसियों के हाथ लगा है। सीसी मेम्बर व एमएमसी जोन प्रभारी दीपक तिलतुमड़े उर्फ मिलिंद समेत तकरीबन 27 नक्सलियों को गढ़चिरौली पुलिस ने मुठभेड़ में ढ़ेर कर दिया था। घटना की पहली बरसी को लेकर नक्सलियों का एक 68 पेज का एक पत्र जारी हुआ है। बीते साल 13 नवंबर की रात को राजनांदगांव जिले के परवी में गढ़चिरौली फोर्स ने घुसकर नक्सलियों पर हमला बोल दिया था। इस मुठभेड़ में पुलिस ने दीपक संग 27 नक्सलियों को मार दिया था। नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी भाकपा (माओवादी) द्वारा मारे गए नक्सलियों की कथित शहादत को लेकर सभी को याद किया गया है। दीपक तिलतुमड़े को विशेषतौर पर नक्सलियों ने जाबांज योद्धा बताते उसकी क्रांतिकारी सेवाओं को स्मरणीय एवं अनुकरणीय बताया। दीपक तिलतुमड़े पर लगभग एक करोड़ से ज्यादा का ईनाम था। नक्सलियों की गोरिल्ला कंपनी की अगुवाई कर रहे दीपक और उसके साथियों पर गढ़चिरौली पुलिस ने गत् वर्ष हमला बोल दिया था। जिसमें नक्सलियों को बड़ा नुकसान हुआ था। इस मुठभेड़ की पहली बरसी से पहले 21 सितंबर 2022 को लिखा गया नक्सलियों का पत्र खुफिया एजेंसियों के हाथ लग गया है। इस मुठभेड़ को माओवादी अब भी फर्जी बता रहे हैं। नक्सलियों ने पुलिस के द्वारा उठाए जा रहे कदमों की तीखी भत्र्सना की है। नक्सलियों ने दीपक तिलतुमड़े को जनयुद्ध का नेता करार देते जंगल क्षेत्रों के आंदोलन में अभुतपूर्व उत्साह पैदा करने में माहिर बताया। नक्सलियों ने क्रांतिकारी आंदोलन के क्रम में दीपक के अलावा उसकी पत्नी एजेंला की भी तारीफ की है। इधर नक्सलियों ने पुलिस मुठभेड़ में मारे गए सुखलाल, महेश गोटा, लोकेश पोडियाम, नवलूराम तुलावी, मंगू कलमो, कोवासी जोगाल, उरसाम कमलू, दलसू गोटा, सोनू कोर्राम, तिलक झाडे, मुचाकी मूये, पद्दा कल्लू, अंसो बोगा, साधू बोगा, मोचाकी कोसा, तलंड़ी मासा, पोडियाम हिड़मे, पोडियाम अलमाल, मड़कम सोमडी, हेमला साईनाथ, शांति पुनेम, कोवासी हिड़मा, कलमू हड़मा, उयका सोमड़ा, माड़वी मासे, माड़वी शीनू की भी नक्सल पृष्ठभूमि को पत्र में लिखा है। सभी को नक्सलियों ने बहादुर सिपाही करार दिया।
इधर पत्र को लेकर सरकारी एजेंसियां पतासाजी कर रही है। फिलहाल गढ़चिरौली पुलिस की ओर से पत्र को लेकर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।