राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 जून। प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिय़ा बुधवार को मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले के जिला मुख्यालय में आयोजित शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के प्रवधानों का दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में क्रियान्वयन, चुनौतियां एवं समाधान विषय पर आधारित कार्यशाला में शामिल हुई।
उन्होंने बाल सरंक्षण, पोषण और बाल शिक्षा के क्षेत्र में विशेष कार्य करने वाले सरपंचगणों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षकों को प्रशस्ति पत्र भेटकर सम्मानित किया। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते कहा कि राज्य सरकार बच्चों के शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सुरक्षा एवं संवर्धन के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि बालपन को सुदृण बनाकर बच्चे के भविष्य को संवारने का कार्य किया जा रहा है। महिला एवं बच्चों के कल्याण के लिए राज्य सरकार योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को स्वावलंबी और आर्थिक मजबूती देने विभिन्न योजनाओं से जोडक़र उन्हें रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिलाएं आर्थिक रूप से स्वावलंबी बने और समाज में अग्रणी भूमिका निभाए यह हमारा संकल्प में शामिल है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के पास हुनर की कोई कमी नहीं है। उन्हें केवल एक मंच और अवसर देने की जरूरत है। महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपने आप को साबित कर रही है। उन्होंने बच्चों के कल्याण के संबंध में कहा कि समाज में सबकी जिम्मेदारी है कि वह आगे आए और बच्चों के कल्याण और रसंवर्धन के लिए अपनी सहभागिता दें।
उन्होंने कहा कि बेटा और बेटियों में भेद किए बिना सबको समान रूप से शिक्षा दें और आगे बढऩे का अवसर देवे।
उन्होंने कहा कि नवगठित मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिला बनने से तेजी से विकास के कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा की बच्चे के भविष्य को मजबूती देने के लिए महिला बाल विकास विभाग के माध्यम से अनेक योजनाएं चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा को अग्रणी बनाने के उद्देश्य से इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित किया जा रहा है। इंग्लिश मीडियम स्कूल में गरीब और किसान के बच्चे भी पढऩे जा रहे हैं। यह पहले एक कल्पना था जो अब राज्य सरकार की अच्छी नीति के चलते साकार हो रहा है।