राजनांदगांव
आईजी भगत ने गिनाईं प्राथमिकताएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 अगस्त। राजनांदगांव रेंज के नवपदस्थ आईजी राहुल भगत रेंज के अधीन सभी जिलों की राजनीतिक, सामाजिक और भौगोलिक तासीर को समझते हुए चुनावी तैयारी पर विशेष फोकस कर रहे हैं।
नक्सल क्षेत्रों की मौजूदा हालात और राजनीतिक गतिविधियों से जुड़े तथ्यों पर जानकारी बटोर रहे आईजी भगत रेंज की सीमावर्ती राज्यों की स्थिति पर आंकलन कर कामकाज कर रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ से संक्षिप्त भेंट में आईजी ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाते कहा कि एक वरिष्ठ पुलिस अफसर के तौर पर वह अपने मातहत अधिकारियों को कुशल मार्गदर्शक देने के पक्षधर हैं। रेंज आईजी के तौर पर वह चाहते हैं कि सरकार के नुमाईंदे होने के नाते जनता की तमाम समस्याओं का निराकरण होना चाहिए।
आईजी का कहना है कि रेंज के जिलों के पुलिस अधीक्षकों से वह सलाह देने का कार्य करेंगे।
ज्ञात हो कि 2005 बैच के आईपीएस भगत को नक्सल क्षेत्रों में कामकाज का खासा अनुभव है। नारायणपुर और कांकेर जैसे घोर नक्सल जिलों में उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया। रेंज के कवर्धा जिले में वह एसपी भी रहे। पदभार ग्रहण करने के फौरन बाद उन्होंने सभी पुलिस अधीक्षकों के साथ मैराथन बैठक की। जिसमें उन्होंने 5 साल पूर्व हुए विधानसभा चुनाव की परिस्थितियों की जानकारी ली। साथ ही रेंज के सभी जिलों की कानून व्यवस्था, आपराधिक रिकार्ड और सीमावर्ती जिलों के पुलिस के साथ तालमेल को लेकर विस्तृत जानकारी ली।
यह स्पष्ट है कि राजनांदगांव रेंज एक नक्सल प्रभावित रेंज है। ऐसे में भगत आईजी होने के नाते रेंज की कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर ज्यादा जोर दे रहे हैं। उन्होंने एक संक्षिप्त मुलाकात में अपनी कार्यशैली को लेकर साफ किया कि शासन की नीतियों के जरिये जनता को लाभान्वित करने के लिए वह कोशिश करेंगे व लगातार चुनावी परिस्थितियों पर भी नजर रखे हुए हैं।