राजनांदगांव
रिमझिम बारिश से उमस गायब
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 अगस्त। सावन के महीने में मानसून ने झड़ी का शक्ल अख्तियार कर लिया है। बुधवार से शुरू हुई अनवरत बारिश का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। जुलाई महीने के बाद अब अगस्त में भी मानसून मेहरबान हो गया है। रोजाना हो रही बारिश से अतिवृष्टि का भी खतरा मंडरा रहा है।
बांध-बैराज जुलाई के महीने में ही लबालब हो गए। शिवनाथ की रफ्तार कम होने का नाम नहीं ले रही है। मोंगरा बैराज से छोड़े जा रहे पानी के चलते शिवनाथ बौरा गई है। जिले की सहायक नदियों की धार तेज है। मध्यम और लघु नाले छलक रहे हैं। जलाशयों में जलभराव तेजी से हो रहा है। बैराज और जलाशय में कैचमेंट एरिया का पानी बांध के जल क्षमता को बढ़ा रहा है।
सावन का महीना झड़ी के लिहाज से जरूर फायदेमंद है, लेकिन खेतीहर वर्ग को अतिवृष्टि की चिंता सता रही है। बुआई के बाद फसलों को तेज धूप की जरूरत है। आसमान में छाए बादल सूर्य की किरणों की राह में अड़चने खड़ी कर रहे हैं। इस साल मानसून काफी अनुकूल रहा है। बुआई से तैयार फसल खेतों में भरे पानी से सम्हल नहीं पा रहे हैं।
जिले में लगभग बोनी का काम पूरा हो चुका है। रोपा का काम भी 90 फीसदी के करीब पहुंच गया है। धान के पौधों के विकास और बियासी के लिए अत्याधिक पानी की जरूरत नहीं है। जोरदार पानी होने से खेतों में पर्याप्त पानी भरा हुआ है। जुलाई में मानसून ने तय समय से पहले जल क्षमता का लक्ष्य पूरा कर लिया है। बुधवार से रूक-रूककर हो रही बारिश पूरी रात हुई। गुरुवार सुबह से झड़ी के रूप में बादल बरस रहे हैं।
इधर जिले के चार ब्लॉक डोंगरगढ़, एलबी नगर, राजनांदगांव, छुरिया, डोंगरगांव में एक जून से अब तक 634.6 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है, जो पिछले 10 वर्षों की औसत वर्षा का 133 प्रतिशत है। डोंगरगांव ब्लॉक में 712.6 मिमी, एलबी नगर में 659 मिमी राजनांदगांव में 552.4 मिमी, छुरिया में 593.4 मिमी एवं डोंगरगांव में 654.8 मिमी वर्षा हुई।