महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,15 दिसंबर। यातायात सुगम बनाने के लिए अतिक्रमण हटाने से जिला मुख्यालय की सुंदरता तो बढ़ रही है। किंतु, स्वामी चौक से बरोंडा चौक और बीटीआई रोड तक सडक़ किनारे फुटपाथ पर लगने वाले सैकड़ों फुटकर व्यवसायियों के सामने जीवन यापन की समस्या खड़ी हो गई है। फुटपाथ पर दुकान लगाकर पेट भरने वालों के लिए रोजगार नहीं है।
इस संबंध में सीएमओ नपा महासमुंद टामसन रात्रे का कहना है कि मुख्य मार्ग पर यातायात बढ़ते दबाव से अनेक दुर्घटनाएं हुई है। अनेक लोगों की मौत भी हो चुकी है। कई घायल भी हुये हैं। इसे देखते हुए सडक़ किनारे से अतिक्रमण हटाया जा रहा है। अन्य स्थानों पर वे अपनी विधानुसार दुकान लगा सकते हैं।
फुटकर व्यवसायियों के लिए नगर पालिका ने टाउन हॉल के समक्ष दुकानें बनाई हैं। लेकिन फुटकर व्यवसायी वहां नहीं जाना चाहते। उनका कहना है कि वहां कुछ दुकानदारों ने 2-1 दिन पर दुकानें लगाई थी, लेकिन बोहनी तक नहीं हुई। फौव्वारा चौक स्थित पानी टंकी को ढहाकर वहां पर चौपाटी बनाया गयाहै। लेकिन जगह छोटी होने के कारण वहां सभी फुटकर दुकानों को स्थान नहीं का मिल पा रहा है। फुटकर दुकानदारों का कहना है कि सडक़ किनारे यातायात व्यवस्था को ध्यान में रखते हमें सुबह 8 से शाम 5 बजे तक दुकानें लगाने की अनुमति दी जाए।
फ ुटकर व्यापारियों का कहना है कि गरीब ठेला, खोमचे वालों को हटाया जा रहा है लेकिन शहर के अनेक मार्ग सहित स्टेशन मार्ग पर बड़े दुकानदारों द्वारा दुकानों की सीमा से बाहर बेनर,होर्डिंग्स लगा दिये गये हैं। उन पर कार्रवाई नहीं की जाती। पालिका की कार्रवाई में इस तरह से भेदभाव समझ से परे है।
व्यवसायी बनवारी लाल गुप्ता सालों से सडक़ ने कहा कि वे किनारे ठेला में परिवार का बसर होता है। सडक़ किनारे फल बेचते हंै। हटाए जाने के बाद परिवार का पालन कैसे करूंगा, इसकी चिंता सता रही है।
नेहरू चौक स्थित गार्डन के सामने नाश्ता ठेला लगाने वाले मनोज पटेल ने कहा कि पालिका कर्मी दुकान लगाने से मना कर रहे हैं। कई साल से यहां ठेला लगाकर व्यवसाय कर रहा हूं.। अचानक इस बार जीविकोपार्जन का सहारा छीन गा है।
कन्या शाला के सामने नाश्ता ठेला लगाने वाले दिनेश बया ने कहा कि दुकान ही जीविको पार्जन का सहारा था। यह भी छीन गया। अब मजदूरी के अलावा कोई रास्ता नहीं दिख रहा। हमारी समस्या का समाधान हो। कन्या शाला के ही सामने बिस्किट ठेला लगाने वाले शिव देवांगन कहते हैं कि इस मार्ग पर यातायात का दबाव वाली कोई समस्यानहीं थी। फिर भी हमें हटाया गया। हमारी समस्या का समाधान भी होना चाहिए। बेकार में हमें परेशान किया जा रहा है।
फौव्वारा चौक के पास डोसा सेंटर लगाने वाले लवकुमार का कहना है कि यातायात बाधित ना हो इसलिए नाली पर दुकान लगाता था। शाम के समय कुछ घंटे ही। फिर भी मुझे हटा दिया गया।