राजनांदगांव
अविभाजित राजनांदगांव में एएसपी रहते 10 साल नक्सल क्षेत्रों में काम करने का अनुभव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 मार्च। मोहला-मानपुर-अं. चौकी जिले में राज्य सरकार ने नए एसपी के तौर पर वायपी सिंह की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं। सोमवार देर शाम को मौजूदा एसपी श्रीमती रत्ना सिंह की जगह श्री सिंह को पदस्थ किया गया।
वायपी मूलत: बीएसएफ के अफसर रहे हैं। कुछ साल पहले छत्तीसगढ़ सरकार ने उन्हें पुलिस विभाग में संविलियन कर दिया था। 2013 बैच के आईपीएस वाईपी सिंह को अविभाजित राजनंादगांव जिले में लंबे समय तक काम करने का अनुुभव रहा है। तकरीबन 10 साल बतौर एएसपी सिंह ने नक्सल क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए। उनके कार्यकाल में पुलिस को नक्सल मोर्चे में अच्छी सफलताएं मिली थी।
12 जुलाई 2009 को कोरकोट्टी नक्सल हमले की घटना के बाद केंद्र से वायपी प्रतिनियुक्ति पर जिले में पदस्थ किए गए हैं। आईपीएस अवार्ड होने के बाद सिंह की जिले में पहली तैनाती है। मोहला-मानपुर क्षेत्र को बखूबी समझते हैं।
बताया जा रहा है कि उनके पूर्व अनुभव के मद्देनजर सरकार ने इस नवगठित जिले में पदस्थापना की है। लंबे समय तक नक्सल क्षेत्र की कमान सम्हालने वाले सिंह की पोस्टिंग से इस वनांचल जिले को लाभ मिलेगा। बताया जा रहा है कि आज दोपहर बाद वे जिले की कमान सम्हालेंगे। एमएमसी जिले के वे तीसरे एसपी होंगे। ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते नए पुलिस कप्तान श्री सिंह ने कहा कि सरकार के मंशानुरूप कार्य करना उनकी प्राथमिकता में शामिल है। जनता के साथ बेहतर संवाद के अलावा वह बीहड़ क्षेत्रों में कानून व्यवस्था को मजबूत करने कटिबद्ध हंै।