राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 जनवरी। जिले के पंचायत सचिवों ने प्रांतव्यापी हड़ताल के बीच शुक्रवार को खाली कटोरा लेकर सडक़ों में लोगों से भीख मांगा। इस प्रदर्शन के जरिये आंदोलरत पंचायत सचिवों ने अपनी हालत को एक तरह से लोगों के समक्ष जाहिर किया है। बताया जा रहा है कि गुरुवार को सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए आंदोलनरत कर्मियों ने आहूति भी डाली। पिछले कई दिनों से नियमितीकरण की मांग को लेकर पूरे राज्य में जिलेवार पंचायत सचिव अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। हड़ताल करने वाले कर्मियों का आरोप है कि कांग्रेस सरकार के चुनावी वादे में पंचायतकर्मियों को स्थाई किए जाने का वादा किया गया था। सरकार दो साल गुजर जाने के बावजूद पंचायत कर्मियों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। लिहाजा समूचे राज्य में नियमितीकरण की मांग लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही है।
बताया गया है कि त्रि-स्तरीय पंचायत के जरिये केंद्र और राज्य सरकार की कई महत्वपूण्र योजनाओं का क्रियान्वयन होता है। जिसकी जिम्मेदारी पंचायत सचिवों के कंधों पर होती है। योजनाओं का भार ढोने के एवज में पंचायत कर्मियों की वेतन अन्य कर्मियों की तुलना में बेहद कम है। इसी मांग को लेकर लगातार पंचायत कर्मी आंदोलन कर सरकार के खिलाफ रोजाना नारेबाजी कर रहे हैं।