रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 16 मार्च। कोतरा रोड निवासी व सहयोग टीम की अध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता मंजू अग्रवाल ने न्यायालय से नियमित जमानत मिलने के बाद अपने साथ होने वाले अन्याय को लेकर अब सीधे लड़ाई लडऩे का ऐलान कर दिया है।
चार महीने पहले सहेली पूनम त्रिपाठी के साथ हुए मामूली विवाद को लेकर उसके पति मुकेश त्रिपाठी ने तत्कालीन सिटी कोतवाली थानाप्रभारी एस एन सिंह के साथ मिलकर झूठी एफआईआर कराने और उसके बाद अपनी पुलिस की पहुँच का फायदा उठाकर लगातार परेशान करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा है कि उसी दिन उनके द्वारा भी लिखित शिकायत पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कार्यरत मुकेश त्रिपाठी के खिलाफ दी गई थी लेकिन आज तक उस शिकायत पर कोई जांच की पहल नहीं हुई। इतना ही नहीं मुकेश ने उनके परिवार के साथ-साथ उनकी सामाजिक जीवन में भी बदनामी करते हुए जेल भिजवाने तक की धमकी देकर डराते रहे जिनकी पूरी बातचीत के टेप वो जल्द सार्वजनिक करेगी।
इधर मंजू अग्रवाल के वरिष्ठअधिवक्ता तथागत श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में एक वाद न्यायालय में दायर किया गया है जिसमे मंजू की शिकायत पर कार्यवाही नहीं करने की बात के साथ साथ उनके पारिवारिक जीवन को तहस नहस करने व जबरन झूठे आरोप लगाते हुए बदनाम करने की साजिश रचने पर जोर देते हुए अपनी शिकायत पर मुकेश त्रिपाठी, पूनम त्रिपाठी सहित उन पर एफआईआर करने वाले हवलदार व तत्कालीन थाना प्रभारी एस एन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराए जाने की गुहार लगाई है।
वरिष्ठ अधिवक्ता तथागत श्रीवास्तव का कहना है कि इस पूरे मामले में पुलिस की एकतरफा कार्यवाही करने की मंशा पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं चूँकि एक महिला को फंसाने के लिए जिस प्रकार गंभीर धाराएं लगाकर बदनाम किया गया और मोबाइल फोन पर अलग अलग बात के जरिये अपमानित किया गया वह घोर निंदनीय है। इसलिए उन्होंने परिवाद दायर करने के पहले सभी वरिष्ठ अधिकारियों से जांच की भी मांग की है।