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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 22 मार्च। बच्चों को जल संरक्षण का महत्व बताने व स्वच्छ व सुरक्षित पेयजल के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से 22 मार्च विश्व जल दिवस के अवसर पर प्राथमिक शाला धाकड़ पारा में बच्चों के लिए जल है तो कल है की थीम पर चित्रकला व निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य विश्व भर में भूमिगत जल स्तर में गिरावट व उसके दुष्प्रभाव से बच्चों को परिचित कराना था। इसके तहत शिक्षिका मधु तिवारी ने बच्चों को ग्लोबल वार्मिंग व अंधाधुंध हो रही पेड़ों की कटाई पर्यावरण पर पडऩे वाले प्रभाव व पीने योग्य पानी की महत्ता को प्रतिपादित किया विश्व में एक तिहाई भाग में जल होने के बावजूद पीने योग्य पानी की कमी निरंतर बनी हुई है।
जल संरक्षण हेतु बरसात के पानी को सुरक्षित रखने वाटर हार्वेस्टिंग अपनाने और अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने हेतु प्रेरित किया। 1992 में रेडियो जेनेरो पर्यावरण विकास सम्मेलन से विश्व जल दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी। जिसका उद्देश्य जल संरक्षण और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना था। बच्चों ने इस प्रतियोगिता में बढ़-चढक़र भाग लेकर जल संरक्षण के प्रति अपनी जागरूकता दिखाई।
निबंध में सूरज भानु प्रताप एमहावीर, हुलसी, मोनिका, दीपाली व चित्रकला में रितिका, दीपक, समीक्षा मोनिका, संध्या ने भाग लिया। इस अवसर पर संस्था के शिक्षक दिनेश देवांगन सहित एसएमसी के सदस्य मौजूद थे।
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कोण्डागांव, 22 मार्च। छत्तीसगढ़ के कोण्डागांव जिले की आदिवासी महिलाओं को भारत सरकार के सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा फ़ूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर नई दिल्ली में सम्मानित किया गया है। कृषि खाद्य उत्पादों के निर्माण और महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एमएसएमई के राज्यमंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने यह अवार्ड प्रदान किया।
एमएसएमई मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी. इनवेस्टमेंट एंड बिजनेस समिट कम अवार्ड कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां यह सम्मान महिला समूह की ओर से कलसल्टेंट सिद्धार्थ पांडेय ने ग्रहण किया।
आदिवासी बहुल जिले की महिलाओं ने उड़ान महिला किसान प्रोड्यूसर कंपनी बनाई है। ये कंपनी कोंडानार ब्रांड के नाम से कृषि खाद्य उत्पादों का निर्माण करती है और बेचती है। इस कंपनी में 10 बोर्ड ऑफ डायरेक्टर है। इसमें 30 से ज्यादा महिला स्वयं सहायता समूह जुड़े हुए है। जो अचार, चटनी, मिल्क शेक, कुकीज़, तीखुर, नारियल तेल सहित 30 से ज्यादा खाद्य सामग्री बनाने का काम करते हैं।
कोण्डागांव के कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि इस कंपनी से 200 से ज्यादा आदिवासी महिलाओं को नियमित रोजगार सुनिश्चित हो गया है। यहां काम कर रही महिलाओं को हर महीने कम से कम 7500 रुपए वेतन मिलता है।
उन्होंने बताया कि कोंडानार देश के साथ ही दुनिया में भी ब्रांड बन रहा है। दुबई एक्स्पो में भी उड़ान के प्रोडक्टस को वर्चुयल प्लेटफॉर्म पर रखा गया था। अनेक देशों के लोगों ने प्रोडक्टस की जानकारी चाही। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महिलाओं को अवार्ड मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यहां की आदिवासी महिलाओं ने सोशल इंटरप्रेन्योर बन कर एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। उनके समर्पण और लगन से पारंपरिक स्वाद को नई पहचान मिल गई है।
इंडोर स्टेडियम के पास खेल परिसर का भूमिपूजन
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कोण्डागांव, 22 मार्च। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व विधायक मोहन मरकाम ने जिला में इंडोर स्टेडियम के पास 212 लाख की राशि से निर्मित होने वाले खेल परिसर जिसमें तीरंदाजी बालीबाल कबड्डी मैदान सहित टेबल टेनिस हाल के निर्माण का भूमिपूजन किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। जिसके लिए हर साधन मुहैया करवाने का प्रयास करवा रही है और इसी क्रम में कोण्डागांव में भी खेल को बढ़ावा देने के लिए बेहतरीन व्यवस्थाओं के साथ खेल मैदानों का निर्माण कार्य करवा रही है।
जिससे स्थानीय प्रतिभागियों को बेहतर सुविधा मिल सके और वे खेल के क्षेत्र में अपना नाम कर सके व अपने जिले का नाम और मान सम्मान बढ़ा सकें। इस अवसर पे जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम, जनपद पंचायत अध्यक्ष शिवलाल मंडावी, विधायक प्रतिनिधि बुधराम नेताम, शिशिर श्रीवास्तव जिलाध्यक्ष झुमुकलाल दीवान, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कैलाश पोयाम, जिला महामंत्री गीतेश गांधी, सुरेश पटले, कपिल चोपड़ा, ब्लाक अध्यक्ष भरत देवांगन, सकुर खान, तब्बसुम बानो पिछड़ावर्ग प्रकोष्ठ प्रदेश सचिव हेमा देवांगन, शहर महामंत्री गुनमति नायक, शहर प्रवक्ता प्रीति भदौरिया, अमित गुप्ता, उमेश साहू सहित निर्माण विभाग के अधिकारी कांग्रेस के कार्यकर्ता व पदाधिकारीगण मौजूद रहे।
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कोण्डागांव, 22 मार्च। कार्यालय कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा आदिवासी विकास शाखा द्वारा जारी विज्ञप्ति अनुसार मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा प्रयास बालक व बालिका आवासीय विद्यालयों में 2022-23 में कक्षा 9 वीं में नवीन प्रवेश हेतु जिला स्तरीय लिखित चयन परीक्षा 17 अप्रैल 2022 को सुबह साढ़े दस बजे से एक बजे तक जिला मुख्यालय में आयोजित किया जायेगा।
जिसके लिए इच्छुक विद्यार्थियों को योजना अंतर्गत अपने साथ कक्षा 8वीं की अंकसूची की छायाप्रति, जाति, निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड की फोटो कॉपी व दो फोटो के साथ निर्धारित आवेदन पत्र जो सहायक आयुक्त आदिवासी विकास शाखा जिला शिक्षा अधिकारी, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, समस्त माध्यमिक शाला के प्रधान अध्यापक के कार्यालयों में सूचना पटल पर अवलोकन किया जा सकता है।
उपरोक्त फॉर्मेट में पूर्तियां भरकर अथवा सादे कागज में भरकर अपना आवेदन क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी या संबंधित प्रधान पाठक के पास 31 मार्च तक सीधे प्राचार्य उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय तहसीलपारा कोण्डागांव में कार्यालयीन समय पर आवेदन जमा करा सकते है। इस परीक्षा में चयन मेरिट आधार पर किया जायेगा। ऐसे विद्यार्थी जो नक्सल प्रभावित जिले का निवासी व नक्सल प्रभावित जिले की शाला से कक्षा 8वीं की परीक्षा उत्तीर्ण हों छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा घोषित अजा, अजजा, अपिव वर्ग का स्थाई जाति प्रमाण पत्र धारक हो आवेदन कर सकते है। सामान्य वर्ग के लिए जाति प्रमाण पत्र आवश्यक नहीं है। नक्सल हिंसा से प्रभावित परिवार के बच्चों को सीधे प्रवेश दिया जाए या इसके संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी प्रमाण पत्र आवश्यक होगा।
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कोण्डागांव, 21 मार्च। कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी में जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार पटेल ने केन्द्र प्रवर्तित योजना पढऩा लिखना अभियान कार्यक्रम की समीक्षा बैठक की।
इस संबंध में जिला परियोजना अधिकारी वेणु गोपाल राव ने बताया कि विभिन्न विकासखण्डों में पढऩा लिखना अभियान के तहत मोहल्ला कक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। इन कक्षाओं का संचालन प्रात: व सांयकाल में स्वयंसेवी शिक्षकों द्वारा करते हुए (15) वर्ष से अधिक आयु वर्ग के निरक्षरों को साक्षर किया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले के 9007 निरक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य राज्य कार्यालय ने प्रदान किया था। जिसके विरूद्ध 7558 निरक्षर 30 सितम्बर 2021 को आयोजित परीक्षा महाअभियान में शामिल हुए। इस परीक्षा में 409 निरक्षर सी ग्रेड प्राप्तांक प्राप्त किए थे। उन्हें मिलाकर शेष 1858 निरक्षरों को 27 मार्च को 62 चिन्हांकित परीक्षा केन्द्रों में सम्मिलित किया जाएगा।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत प्रेम प्रकाश शर्मा के मार्गदर्शन में प्राप्त निर्देशानुसार जिला परियोजना अधिकारी को शत प्रतिशत छूटे हुए निरक्षरों को परीक्षा में बैठाने के निर्देश दिए गऐ है। उन्होंने कहा कि विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी अपनी उपस्थिति में संकुल स्त्रोत समन्वयक चिन्हांकित ग्राम पंचायत और वार्ड के प्रधान पाठकों व शिक्षकों की बैठक लेकर परीक्षा पूर्व की तैयारी अवश्य पूर्ण कर लें। चिन्हांकित ग्राम पंचायतों में कोटवार के माध्यम से 2 से 3 बार परीक्षा पूर्व चिन्हांकित ग्राम पंचायतों व वार्डों के प्रधान पाठक व शिक्षक निरक्षरों की पर्ची घर-घर जाकर पारम्परिक निमंत्रण देकर उन्हें परीक्षा में उपस्थित होने के लिए आमंत्रित करें। जिला के प्रत्येक विकासखण्ड में नियंत्रण कक्ष का निर्माण किया जाए। जो परीक्षा के दिन 2-2 घंटे में रिपोर्टिंग लें। कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए परीक्षा संपादित करें।
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कोण्डागांव, 22 मार्च। लांजोड़ा में किसान सुखराम के घर से लगे तार बाड़ी के घेरे में अचानक विद्युत करंट प्रवाहित होने से करंट के चलते 8 मवेशियों की मौत हो गई।
एक साथ इतनी मवेशियों की मौत से परिवार विचलित हो उठा है, वहीं परिवार के सदस्यों द्वारा जानकारी मिलते ही अल सुबह विद्युत विभाग व राजस्व विभाग के अधिकारी, कर्मचारी मौके पर पहुंच कर मामले की जांच की।
विद्युत विभाग के सहायक मंत्री ने कहा कि नियमानुसार मुआवजे के लिए उच्च कार्यालय को प्रस्ताव प्रेषित किया जाएगा, साथ ही राजस्व विभाग के पटवारी ने कहा कि नियमानुसार पंचनामा तैयार किया जा रहा है, वहीं विस्तृत जानकारी से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया जाएगा ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके व पीडि़त किसान को उचित मुआवजा दिलवाया जा सके।
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कोण्डागांव, 22 मार्च। प्रधान आरक्षक ने कोण्डागांव थाने के मालखाने में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बताया जाता है कि रविवार रात में वे घर नहीं गए थे। तलाश करने पर थाने का मालखाना खुला दिखा, जिसकी चाबी प्रधान आरक्षक के पास ही रहती थी। थाने के ऊपर फ्लोर में पहुंचने पर वे फांसी पर लटके दिखे। जिसके बाद सभी को इस मामले की सूचना दी गई।
प्रधान आरक्षक टेकराम ध्रुव मूलत: धमतरी जिले के ग्राम कोजागहन के रहने वाले थे। इनका पूरा परिवार कोण्डागांव में रहता है, जिसमें पत्नी शामपुर स्कूल में शिक्षिका हैं। इनकी 2 बेटी और 1 बेटा है।
टेकराम के पुत्र कमलेश्वर ने बताया कि वे रविवार को दिन से ही घर से निकले हुए थे, लेकिन रात दस बजे तक घर नहीं आने से चिंता होने लगी, मोबाइल भी बंद बता रहा था। इसके बाद सभी जगह खोज खबर लेने के बाद भी पता नहीं लगा तो थाने में पता किया, तब इस घटना का पता चला।
बताया जा रहा है कि टेकराम ही सीधे व सरल इंसान थे, उन्हें अपने काम से मतलब रहता था। इस घटना की खबर लगते ही पूरा स्टाफ स्तब्ध है। घर से भी वे रोज की तरह ही थाने के लिए निकले थे। घटना के बाद पुलिस मामले का पता कर रही है। अक्सर वे घर पर ही सोते थे। घटना के दिन ही विधायक मोहन मरकाम के हाथों फीता कटवाकर नए थाना भवन का उद्घाटन कर प्रवेश हुआ था।
एसडीओ पुलिस निमितेश सिंह परिहार ने बताया कि प्रधान आरक्षक टेकराम ध्रुव द्वारा मृत्यु पूर्व का सुसाइड नोट प्राप्त नहीं हुई व आत्महत्या के कारणों की जांच चल रही है।
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केशकाल, 21 मार्च। आज विश्व वन (वानिकी) दिवस के अवसर पर वनमण्डल केशकाल की ओर से शासकीय कन्या शाला में विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। वन विभाग के एसडीओ आशीष कोटरीवार, एसडीओ महेंद्र यदु समेत चारों वन परिक्षेत्राधिकारी, संस्था की प्राचार्या अनिता झा एवं शालेय स्टाफ की मौजूदगी में अधिकारियों द्वारा स्कूली बच्चों को विश्व वानिकी दिवस के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी देकर उन्हें वन्य जीव, वन्य सम्पदाओं एवं वनौषधियों समेत समूचे पर्यावरण के संरक्षण के संबंध में जागरूक किया गया।
वन विभाग के एसडीओ महेंद्र यदु ने बताया कि वानिकी दिवस के अवसर पर स्कूली बच्चों के साथ संगोष्ठी कर वनों में पाए जाने वाले सभी प्रकार के वन्य सम्पदाओं को किस प्रकार से बचाया जा सकता है, इस बारे में बताते हुए उन्हें अपने अपने गांव, घरों में जाकर लोगों को इस बारे में जागरूक करने की समझाइश दी गयी।
बच्चों को यह भी बताया गया कि जंगल को इन दिनों आग से बचाने की आवश्यकता है, साथ ही पेड़ों की अवैध कटाई पर भी प्रतिबंध लगाना है जिसके लिए ग्रामीणों में जागरूकता होनी अति आवश्यक है। इस दौरान बच्चों ने भी बड़ी ही उत्सुकता के साथ सभी बातों को सुना और इस पर अमल करने की बात कही।
कोण्डागांव, 21 मार्च। 188वीं वाहिनी ने 17वां स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर वाहिनी मुख्यालय कोण्डागांव में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
सर्वप्रथम वाहिनी मुख्यालय के क्वार्टर गार्ड पर नया ध्वज का फहराया गया और शहीद पार्क पर सेरिमोनियम गार्ड की सलामी ली गई। तत्पश्चात शहीद पार्क पर इसके उपरांत वाहिनी के कमांडेंट सुनील कुमार द्वारा सैनिक सम्मेलन लिया गया। सम्मेलन के दौरान कमांडेंट ने जवानों को सम्बोधित करते हुए सर्वप्रथम वाहिनी द्वारा इस नक्सल क्षेत्र में सफलतापूर्वक लगभग 16 वर्ष पूरे करने पर बधाई दी।
इसके उपरांत उन्होंने कहा कि आप सभी ने काफी अच्छा कार्य किया और आशा है कि भविष्य में भी इसी प्रकार कार्य करते रहेंगे। यह वाहिनी एक नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात है व लगातार नई उपलब्धियां हासिल कर रही है। वाहिनी अपने कार्यक्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर काफी हद तक काबू पा लिया है। इसके साथ ही परमपिता परमेश्वर की असीम कृपा और आप सभी की मेहनत के फलस्वरूप आज तक इस वाहिनी को कोई नुकसान नहीं हुआ है। आप सभी इसी प्रकार कार्य करते रहें व वाहिनी का नाम ऊँचा करते रहें।
इसके उपरांत व्हालीबॉल खेल का आयोजन किया गया। जिसमें सीआरपीएफ के जवानों ने बडे उत्साह से भाग लिया। सांयकाल में वाहिनी मे संलग्न समवा व वाहिनी मुख्यालय की टीमों के बीच अंतर कंपनी वॉलीबॉल प्रतियोगिता का फाइनल मैच खेला गया। जिसमें क्यू.ए.टी. की टीम विजेता रही। इसके उपरांत सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका वाहिनी के जवानों ने भरपूर लुत्फ लिया।
कमांडेंट ने सभी जवानों व उनके परिवार वालों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सहित राज्य शासन के अनेक गणमान्य अधिकारियों व नागरिकों ने अपनी उपस्थिति से समारोह की गरिमा बढ़ाई।
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कोण्डागांव, 21 मार्च। 188वीं वाहिनी के सीआरपीएफ द्वारा 17 मार्च को सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत ग्राम बड़ीउसरी व जोबा में ग्रामीणों के बीच रेडिओ, सोलरलैंप व मच्छरदानी का वितरण किया गया।
कार्यक्रम 188वीं बटालियन कमाण्डेट सुनील कुमार के निर्देशन में अशोक निगुडे द्वितीय कमान अधिकारी, सुबेदारमेजर शेरबहादुर सिंह व कम्पनी के अन्य जवानों की मौजूदगी में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में बुजुर्ग, महिलाए, व बच्चे मौजूद रहे। इस मौके पर अशोक निगुडे द्वितीय कमान अधिकारी द्वारा आम जनता को संदेश दिया गया कि, सीआरपीएफ के जवान आप सभी की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणों और जवानों के बीच भाईचारे का संबंध स्थापित करना है।
इस दौरान नागरिकों के लिए जलपान व बच्चों के लिए खिलौने और चॉकलेट आदि की भी व्यवस्था की गई। उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए के.रि.पु.बल को सादर धन्यवाद और आभार प्रकट किया।
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कोण्डागांव, 21 मार्च। वर्ष 1913 में सिटी कोतवाली की स्थापना, अब पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम के हाथों नई बिल्डिंग का लोकार्पण में फीता काटकर नए भवन की सौगात मिली। इस अवसर पर जिपं अध्यक्ष देवचंद मातलाम, नगर पालिका अध्यक्ष हेम कुंवर पटेल, एसपी दिव्यांग पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा, पुलिस विभाग के समस्त अधिकारी समेत कई प्रबुद्ध जन व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
आजादी के पूर्व 1913 में कोण्डागांव पुलिस थाने की स्थापना हुई थी, लेकिन इसका संचालन कोण्डागांव में नहीं होता था। स्थापना के 30 साल बाद 1943 में कोण्डागांव का थाना कोण्डागांव में शिफ्ट किया गया। कोण्डागांव में शिफ्ट किए जाने के बाद अब 79 साल के बाद सिटी कोतवाली कोण्डागांव पूरे तरह से आधुनिक और सुसज्जित भवन में प्रवेश किया है।
कोतवाली के नए भवन प्रवेश का कार्यक्रम भी भव्य रखा गया। यहां छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम मुख्य रूप से मौजूद रहे। इसके तहत पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने जिले में आते ही पुराने सिटी कोतवाली थाने की जर्जर हालत को देखकर तत्काल नए थाना भवन का जीर्णोद्धार कराने आदेश दिया था।
इसी बीच एडिशनल एसपी राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन में और एसडीओपी निमितेश सिंह के पर्यवेक्षण में अत्यंत ही कम समय में सिटी कोतवाली थाना को नए भवन में शिफ्ट किया गया है। इस नए भवन को आधुनिक पुलिसिंग की दिशा में प्रयास करते हुए आधुनिक रूप से तैयार किया गया है। जिसमें जवानों और अधिकारियों के लिए पर्याप्त जगह है। और इसके साथ ही थाना आने वाली जनता के लिए भी आगंतुक कक्ष बनाया गया है।
नए थाना भवन में महिला व बाल हितैषी कक्ष बनाया गया है। सुरक्षा और पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए नए थाना भवन में 50 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी थाना आने वाले आगंतुकों के वाहनो के लिए बड़ा पार्किंग स्थल भी बनाया गया है। पुलिस अधीक्षक ने सिटी कोतवाली थाने के अधिकारी और कर्मचारियों को नए थाना भवन में शिफ्ट होने पर शुभकामनाएं दी। नए थाना भवन के उद्घाटन के बाद कोतवाली थाने के स्टाफ के चेहरे में खुशी देखी गई। उन्होंने पुलिस अधीक्षक का आभार व्यक्त किया।
इस समारोह के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम, नगर पालिका अध्यक्ष हेमकुंवर पटेल, एडिशनल एसपी राहुल देव शर्मा, एडिशनल एसपी शोभराज अग्रवाल, एसडीओपी निमीतेश सिंह, डीएसपी प्रतिभा चंद्रा, डीएसपी मरकाम, डीएसपी सतीश भार्गव, सौरभ आचार्य, व अन्य जनप्रतिनिधि आम जनता और पुलिस स्टाफ मौजूद रहे।
केशकाल, 21 मार्च। छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के बैनर तले प्रदेश में वन कर्मचारियों के द्वारा अपनी ग्रेड पे में वृद्धि करने समेत 12 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया गया है। इसी तारतम्य में केशकाल वन कर्मचारी संघ भी नगर के रावणभाठा मैदान में धरने पर बैठे हैं, जिसमें केशकाल वन मण्डल अंतर्गत आने वाले चारों वन परिक्षेत्र फरसगांव, बड़ेडोंगर, विश्रामपुरी व केशकाल के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए हैं। इनका कहना है कि जब तक हमारी 12 सूत्रीय मांगे पूरी नहीं होंगी, हमारी यह अनिश्चिकालीन हड़ताल जारी रहेगी तथा इस दौरान अनेक प्रकार से विभागीय कार्य भी प्रभावित होंगे, जिसकी पूर्ण जवाबदेही विभाग एवं शासन-प्रशासन की होगी।
इस दौरान वन कर्मचारी संघ कोंडागांव के जिलाध्यक्ष ईश्वर कवाची ने बताया कि पूर्व में वन कर्मचारी संघ ने समय-समय पर शासन से पत्राचार कर अपनी मांगों के संबंध में अवगत करवाया था, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी हमें कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। जिसके परिणामस्वरूप वन कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष मूलचंद शर्मा के निर्देशानुसार हमने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया है। यदि समस्त वन कर्मचारी 21 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाते हंै, तो वन विभाग का काम पूरी तरह से प्रभावित होगा। साथ ही गर्मी का मौसम शुरू होने के कारण मार्च महीने में जंगल में आगजनी की घटनाएं, अवैध कटाई, अवैध उत्खनन, शिकार आदि घटनाओं में तेजी आने की संभावनाएं अधिक होती है, जिसकी पूर्ण जवाबदेही शासन प्रशासन एवं विभाग की होगी।
इस दौरान केशकाल वन मण्डल अंतर्गत आने वाले वन परिक्षेत्र फरसगांव, बड़ेडोंगर, बड़ेराजपुर और केशकाल के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए थे।
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कोण्डागांव, 21 मार्च। राज्य ग्रामीण व पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण मद से कोण्डागांव विधानसभा के गांवों को लाखों की सौगात मिली।
कोण्डागांव विधानसभा के ग्राम पंचायत चौडंग में सीसी सडक़ निर्माण घर से रामजी घर तक पांच लाख बीस हजार, ग्राम पंचायत चलका में सीसी सडक़ निर्माण कार्य पांडे घर से मेतेबाई घर तक पांच लाख बीस हजार, ग्राम पंचायत कराठी अलवाड वनजुगानी में सीसी सडक़ निर्माण कार्य व सामुदायिक भवन से मानदास घर तक पांच लाख बीस हजार रुपए, ग्राम पंचायत पूसावंड में सीसी सडक़ निर्माण गोबरु घर से दशरथ घर तक कार्य हेतु पांच लाख बीस हजार, ग्राम पंचायत बोलबोला सीसी सडक़ निर्माण डमरू घर से रतन घर तक पांच लाख बीस हजार, ग्राम पंचायत वन उसरी सीसी सडक़ निर्माण व संस्कृतिक भवन से मानू घर तक पांच लाख बीस हजार रुपए, ग्राम पंचायत मालाकोट सीसी सडक़ निर्माण व बीजू घर से रामसिंह घर तक कार्य तीन लाख साठ हजार रुपए, इस प्रकार सभी पंचायतों को मिलाकर कुल 35 लाख की स्वीकृति प्रदान हुई है।
कोण्डागांव विधानसभा को विकास के आयाम पर पहुंचाने हेतु लगातार प्रयासरत रहते हुए पंचायतों को नए-नए काम के अवसर प्रदान करने हेतु पंचायत प्रतिनिधियों ने विधायक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम का आभार माना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 21 मार्च। तेंदुआ की खाल बेचने ग्राहक तलाशते एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि 1 व्यक्ति आदनार पुलिया के पास तेंदुआ खाल बेचने हेतु ग्राहक तलाशते घूम रहा है। बयानार पुलिस ने आदनार पुलिया पहुंच दबिश दी। पुलिस को देख उक्त संदिग्ध व्यक्ति झोला लेकर जंगल की ओर भागने लगा, जिसे दौड़ाकर पुलिस ने पकड़ा। उसने अपना नाम बिल्लू कोर्राम (35) चेमा भेलवापदर थाना बयानार बताया। वह हाथ में 1 सफेद रंग का प्लास्टिक झोला रखा था। तलाशी लेने पर झोले के अंदर तेंदुआ का खाल मिला। तेंदुआ खाल को बरामद कर आरोपी से पूछताछ करने पर बताया कि 6 माह पूर्व वह अपने घर के तीर धनुष से तेंदुआ को मारा था। आरोपी की निशानदेही पर शिकार के घटना में प्रयुक्त तीर धनुष भी जब्त किया गया। आरोपी को गिरफ्तार किया गया। तेंदुआ खाल का अनुमानित बाजार मूल्य करीब 2 लाख रुपए है।
केशकाल, 21 मार्च। केशकाल का वार्षिक मेला मंगलवार से शुरू हो रहा है । इस मेले में 9 परगना के देवी देवता सहित संभाराम माई के आशीर्वाद के बाद यहां मेला प्रारंभ होता है। सभी देवी-देवताओं के द्वारा मेले का परिक्रमा कर प्रारंभ किया जाता है।
इस मेले में मौत का कुआं, आकाश झूला सहित मीना बाजार भी लगा हुआ है। नगर पंचायत केशकाल अध्यक्ष रोशन जमीर ने बताया कि कोरोना के चलते 2 साल से मेला नहीं हो रहा था। इस वर्ष कोरोना केस में कमी होनेे के चलते मेलेे का आयोजन किया गया है। यह मेला 5 दिन तक चलेगा । इस मेले में स्वच्छता बनाए रखने के लिए समझाइश दिया गया है और मेला वालों के लिए पानी का व्यवस्था भी करवाया गया है ।
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कोण्डागांव, 21 मार्च। गांजा तस्करी के 3 आरोपियों को कोर्ट ने 10 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई। इस प्रकरण में शासन की ओर से दिलीप जैन लोक अभियोजक ने पैरवी की।
लोक अभियोजक दिलीप जैन ने बताया कि 7 दिसंबर 2019 को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक कार क्र. यू.पी. 70 ईएल. 3315 में अवैध रूप से गांजा छुपाकर जयपुर से रायपुर की ओर जगदलपुर कोण्डागांव के रास्ते से जाने वाली है। पुलिस ने नारायणपुर तिराहा के आगे हरी ढाबा के पास एन.एच. 30 कोण्डागांव पहुंचकर नाकेबंदी की। कुछ देर पश्चात मुखबिर के बताए अनुसार संदिग्ध कार वाहन क्र. यू.पी. 70 ईएल. 3315 आते दिखी, जिसे रोका गया।
उक्त वाहन में ड्राइवर सीट में बैठे संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम कृष्णा विश्वकर्मा ड्रायवर सीट के बगल सीट में बैठे व्यक्ति ने अपना नाम विपिन सिंह और पीछे की सीट में बैठे व्यक्ति ने अपना नाम विजय कुमार हरिजन होना बताया। आिरोपीगण व उसके वाहन की तलाशी कर कार्रवाई शुरू की गयी तो आरोपीगण की तलाशी में कुछ नगदी, मोबाईल व आधार कार्ड वोटर आई.डी. बरामद हुआ। कार की तलाशी में वाहन के पीछे डिक्की के अंदर छुपाकर रखा हुआ कुल 24 पैकेट भूरे रंग के सेलो टेप से लपेटा हुआ संदिग्ध मादक पदार्थ बरामद हुआ।
इस दौरान उक्त बरामद पैकेटों की पहचान गवाहों से कराई गई जो मादक पदार्थ गांजा होना पाया गया। विवेचक ने आरोपीगण को बरामद मादक पदार्थ गांजा के परिवहन कब्जा या बिक्री के संबंध में वैध दस्तावेज करने हेतु धारा 67 एनडीपीएस एक्ट का नोटिस दिया गया। जिस पर आरोपीगण दस्तावेज करने में असमर्थ रहे। बरामद मादक पदार्थ के तौल करने पर कुल वजन 101.190 किलोग्राम पाया गया। जिसे गवाहों के समक्ष जब्त कर सीलबंद किया गया। इसके उपरांत आरोपीगण और आरोपीगण से बरामद वस्तुओं मादक पदार्थ और वाहन व हमराह स्टाफ के साथ वापस थाना कोण्डागांव आकर देहाती नासली रिपोर्ट प्रस्तुत किया, जिसके आधार पर थाना कोण्डागांव में आरोपियों के विरूद्ध एन.डी.पी.एस. एक्ट का प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज किया और आरोपीगण के विरूद्ध चालानी कार्रवाई योग्य पर्याप्त साक्ष्य पाए जाने से अभियोग पत्र तैयार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
न्यायाधीश सुरेश कुमार सोनी ने धारा 20 ख, 2 स स्वापक औषधी और मन: प्रभावी पदार्थ अधिनियम के आरोप में तीनो आरोपी को 10 वर्ष के सश्रम कारावास और एक लाख रुपए के अर्थदण्ड से दण्डित किया।
अर्थदंड की राशि अदा नहीं होने पर 1 वर्ष का अतिरिक्त सश्रम कारावास पृथक से भुगतना होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 21 मार्च। केशकाल जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बंधापारा के आश्रित ग्राम सुखडीही के ग्रामीण वर्षों से मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। स्थानीय ग्रामवासियों द्वारा जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से गांव की प्रमुख समस्याएं जैसे पानी, बिजली, सडक़ और पुल की मांग जरूर की गई है, लेकिन शासन प्रशासन की ओर से अब तक कोई सकारात्मक पहल होती नजर नहीं आई है।
गांव वालों का कहना है कि गांव के हैंडपंप खराब हो गए हैं लोगों को पानी लेने के लिए काफी दूर तक पैदल चल कर दूसरे के घर मे लगे निजी बोर में जाकर पानी भरना पड़ता है, किसी दिन बिजली कट जाती है तो बोर न चलने के कारण पानी की बड़ी समस्या होती है। साथ ही लो वोल्टेज के कारण फसलों पर प्रभाव पड़ता है। हम मांग करते हैं कि शासन प्रशासन इस ओर ध्यान देकर सभी समस्याओं का निराकरण करें।
गांव के बुजुर्ग सखाराम बघेल ने बताया कि वर्षों से हमारे गांव में सडक़, पुल, आदि निर्माण करवाने की मांग की जा रही है, लेकिन हमारी मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बारिश के मौसम में सडक़ न होने के कारण आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही हैंडपंप खराब होने के कारण लोगों के निजी बोर से पानी मांगने की स्थिति है। लो वोल्टेज की समस्या के कारण खेतों में लगे फसलों को समय पर पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है, इसलिए हम विधायक से मांग करते हैं कि हमारी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करवाएं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 20 मार्च। देश भर में होली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। इसी तारतम्य में केशकाल विधायक संतराम नेताम भी होली के रंग में रंगे हुए नजर आए हैं।
विधायक ने प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी अपने गृहग्राम पलना में परिवार एवं ग्रामीणों के साथ मिलकर होली मनाई। यही नहीं, विधायक ने गांव वालों के लिए होली से संबंधित तरह तरंग के उपहार भी दिए, जिससे ग्रामीणों में खासा उत्साह देखने को मिला। विधायक संतराम नेताम समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जमकर रंग गुलाल खेल कर आपसी भाईचारे के साथ होली पर्व मनाने का संदेश दिया है।
विधायक संतराम नेताम ने कहा कि अधिकतर लोगों की सोच यह होती है कि शहरों में ही लोग होली त्योहार सबसे ज्यादा मनाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। हमने गांव में जन्म लिया और बचपन से हम सब मिल कर गांव में ही होली बनाते आ रहे हैं। इसी के चलते इस वर्ष भी होली अपने माता पिता मित्रो और ग्रामीणों के साथ मिल कर होली का पर्व मनाया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 20 मार्च। केशकाल थाना क्षेत्र अंतर्गत होली के दिन एक गांव में परिवार के सदस्य एक साथ खाना खा रहे थे, तभी पिता की गाली गलौज से नाराज नाबालिगबालक ने कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, जिससे पिता गंभीर रूप से घायल हो गए। किसी तरह अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई । घटना के बाद पुलिस ने उक्त नाबालिग पुत्र को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।
केशकाल थाना प्रभारी राजेंद्र मंडावी ने बताया कि केशकाल थाना क्षेत्र अंतर्गत होली के दिन पूरा परिवार एक साथ खाना खा रहे थे, तभी घर के मुखिया ने गाली-गलौज करना शुरू कर दिया, जिसके बाद नाबालिग बालक आवेश में आकर अपने पिता पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। घायल पिता को कांकेर तथा उचित इलाज हेतु रायपुर भेज दिया गया, लेकिन इलाज के दौरान मौत हो गई।
परिवार वालों की सूचना पर घटनास्थल पहुंचकर पुलिस ने पूछताछ की। इस दौरान नाबालिग से भी पूछने पर अपने पिता पर हमला करना बताया। जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 17 मार्च। कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के मार्गदर्शन में कोण्डागांव के आदर्श विद्यालय छात्रावास में 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को कोविड-19 से बचाव हेतु टीकाकरण कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। इस अवसर पर छात्रावास में रहने वाली छात्राओं कोर्बी वैक्स टीके की प्रथम डोज लगायी गई। जिसमें सर्वप्रथम मसोरा की रिद्धिमा को लगाया गया। इस अवसर पर सीएमएचओ टीआर कुंवर के निर्देशन में डीपीएम सोनल धु्रव व शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. रूद्र कश्यप द्वारा बच्चों को टीकाकरण हेतु प्रोत्साहित किया गया। इस दौरान डॉ. कश्यप द्वारा सभी बच्चों की टीके लगाने के पूर्व स्वास्थ्य जांच करते हुए उन्हें आवश्यक सलाह दी गई।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय और छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग द्वारा प्राप्त निर्देशानुसार 16 मार्च से 12 से 14 आयुवर्ग के सभी बच्चों को भारत सरकार द्वारा विश्व स्तरीय बेस्ट प्रैक्टिस व एक्सपर्ट समूह द्वारा दिए गए। इस सुझाव से कोर्बीवैक्स के टीके लगाए जाने हैं। इसके लिए वे सभी बच्चे जो 15 मार्च 2010 को या उससे पूर्व जन्मे हैं पात्र होंगे। बच्चों को टीके की दो डोज 28 दिनों के अंतर में लगायी जायेंगी व इसके लिए सामान्य से अलग विशेष सत्रों का आयोजन किया जायेगा। इसके तहत ऑनलाइन कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन द्वारा ऑनलाइन टीकाकरण स्थल पर जाकर टीके लगाए जा सकते है। ज्ञात हो कि जिले में 12 से 14 आयुवर्ग के 29094 बच्चों को कोर्बी वैक्स टीके हेतु व 60 से अधिक आयुवर्ग के 56889 लोगों को प्रीकॉशन डोज हेतु चिन्हित किया गया है। जिसके लिए 16 मार्च को पीएचसी कोण्डागांव और छात्रावास में सत्र लगाकर टीके लगाए गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव 17 मार्च। सीपीआई और आनुसांगिक संगठनों द्वारा फरसगांव बाजार स्थल में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करके स्थानीय समस्याओं के समाधान हेतु महामहिम राज्यपाल मुख्यमंत्री छ.ग. शासन को ज्ञापन सौंपे जाने के सम्बन्ध में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी देते हुए बताया गया कि सीपीआई व आनुसांगिक संगठनों से जुड़े बिसम्बर मरकाम, दिनेश कुमार मरकाम, नंदलाल नेताम, कृष्णा कुमार नेताम, महादेव नेताम, रामकुमार नेताम, जीवन, पारा, राकेश, रोमनाथ नेताम सहित अन्य कम्युनिश्टों ने जिले के तहसील मुख्यालय फरसगांव के साप्ताहिक बाजार स्थल में फरसगांव तहसील की स्थानीय समस्याओं के समाधान किए जाने की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना देने के उपरांत रैली की शक्ल में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय तक पहुंचने के पश्चात अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को ज्ञापन सौंपा।
चिकित्सा का स्तर अत्यन्त निम्न कोटी का है सामान्य सर्दी. खांसी के ईलाज लिए भी तहसील से बाहर जाना पड़ता है। अनुसूचित जनजाति और अन्य परंपरागत निवासी अधिनियम 2008 पूरे देश में एक साथ लागू हु। दस वर्ष से भी अधिक का समय हो चुका है पर वास्तविक हकदार किसानों को वन अधिकार कानून का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वन अधिकार प्रपत्र दिए जाने में दोहरी नीति अपनाई जा रही है। भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी और उसके आनुसांगिक संगठन इसी तरह की समस्याओं को लेकर लगातार आन्दोलनरत रहे हैं।
भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी और उसके आनुसांगिक संगठन जिला कोण्डागांव के तहसील शाखा फरसगांव द्वारा किए जा रहे मांगों में कोण्डागांव जिले के फरसगांव तहसील के उप तहसील बड़ेडोंगर को पूर्ण तहसील का दर्जा देते हुए। बड़ेडोंगर में तत्काल महाविद्यालय की स्थापना भी की जाए।
कोण्डागांव, 17 मार्च। जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा व जिला पंचायत सीईओ प्रेमप्रकाश शर्मा द्वारा जिले के समस्त सचिवों के साथ बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में कलेक्टर ने गांवों से आ रही विभिन्न मांगों को ग्रामीण स्तर पर हल करने हेतु 21, 22 व 23 मार्च को प्रत्येक ग्राम में प्रशासन तुंहर दुवार अभियान चलाने के निर्देश दिए। जिसके तहत् ग्रामीण अपनी मांग और समस्याओं को अपने नजदीकी पंचायत निर्धारित स्थल पर पहुंचकर प्रशासन के समक्ष रख सकेंगे। इन प्राप्त आवेदनों को जनपद पंचायतों के माध्यम से एकत्रित कर जिला पंचायत भेजा जायेगा। जहां एक सप्ताह के भीतर सभी आवेदनों पर कार्रवाई प्रारंभ कर दी जायेगी। इसके लिए उन्होने सभी गांव में दीवार लेखन कोटवारों द्वारा मुनादी और पोस्टरों के माध्यम से इस अभियान का प्रचार जन-जन तक सभी को इस अवसर का लाभ उठाने हेतु प्रेरित करने को कहा।
इस अवसर पर कलेक्टर ने सचिवों को प्रशासन की नींव बताते हुए गांवों को मजबूत बनाने में उनकी भागीदारिता का उल्लेख किया। इस दौरान उन्होंने गांवों की शिकायतों को गांवों में ही निराकृत करने हेतु जिले में पुन: प्रारंभ किए गए ग्रामीण सचिवालयों को व्यवस्थित रूप से प्रति सप्ताह बाजार वाले दिनों में संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीण सचिवालयों को प्रभावी बनाने के लिए साप्ताहिक बाजार केे समय ग्रामीण स्तर के सभी आरएईओ, पटवारी, बीटगार्ड, मत्स्य विभाग के कर्मचारी, पशु सखियों, कृषि मित्र सहित समस्त विभागों के कर्मचारियों को गांव में उपस्थित रहकर ग्रामीण समस्याओं को हल करने को कहा। इसके संबंध में उन्होंने कहा कि ग्रामीण अपनी मागों को लेकर कई बार मीलों दूर स्थित मुख्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैए ग्रामीण सचिवालयों के सुचारू रूप से कार्य करने पर ग्रामीणों को गांव में ही अपनी समस्याओं का समाधान मिल जायेगा।
मावा कोंडानार ऐप पर सभी शिकायतें होगी दर्ज
कलेक्टर ने ग्रामीण सचिवालयों और पंचायत के माध्यम से प्राप्त सभी आवेदनों को मावा कोंडानार ऐप पर अपलोड करने को कहा ताकि सभी आवेदनों की आवेदको तथा प्रशासन द्वारा समय-समय पर ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जा सके। इस अवसर पर सभी सचिवों को मावा कोंडानार ऐप संचालन का भी प्रशिक्षण दिया गया। जिसके द्वारा उन्हे शिकायतों की ऑनलाइन एण्ट्री विभिन्न योजनाओं तथा विकास कार्यों को ऐप में अपलोड और उसमें सुधार के संबंध में जानकारी दी गई।
कार्य के निष्पादन में अरूचि दिखाने वाले सचिवों का किया जायेगा निष्कासन
इस अवसर पर सभी सचिवों से कार्यों के संबंध में कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने जानकारी ली और कार्य के प्रति अरूचि रखने वाले सचिवों को 1 माह के भीतर अपने कार्यो को सुचारू रूप से करते हुए उनमें प्रगति लाने के निर्देश देते हुए कहा कि 1 माह के भीतर भी यदि कार्य में सुधार नहीं होता है। तो ऐसे सचिवों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए उनका निष्कासन भी करने को कहा। इसके लिए जानकारी व उनके कार्यों की समीक्षा जनपद स्तर पर एकत्रित कर जिला स्तर पर कार्रवाई हेतु प्रेषित किए जायेंगे। इस अवसर पर डीडी जिला पंचायत बी.आर.मोरे, एडी नितिन कौड़ो सहित अन्य अधिकारी व समस्त सचिव मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 17 मार्च। हत्या के आरोपी को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इस प्रकरण में शासन की ओर से दिलीप जैन लोक अभियोजक ने पैरवी की।
लोक अभियोजक दिलीप जैन ने बताया कि 26 मार्च 2020 को प्रार्थी हरीराम मरकाम पल्ली छिंदभारा ने थाना कोण्डागांव में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 26 मार्च को सुबह 8 बजे के लगभग गांव में हल्ला हुआ कि प्रार्थी के चचेरा भाई बोडकू उर्फ बोचाराम मरकाम का शव शीतली जंगल में पड़ा हुआ है। तब प्रार्थी व मनीचीत मरकाम, आसाराम मरकाम के साथ सितली जंगल जाकर देखे तो जंगल में बोडकू का शव पड़ा हुआ है। उसके सिर में खून बहकर चेहरे और सिर में सूखा है।
प्रार्थी को संदेह हुआ कि बोंडकू उर्फ बोचाराम की हत्या उसके भतीजे हीरा सिंह मरकाम के द्वारा की गई है। क्योंकि पूर्व से उन दोनों के बीच जमीन संबंधी विवाद चल रहा था। जमीन बंटवारा को लेकर कई बार मारपीट भी हुआ था। इस दौरान प्रार्थी की सूचना पर धारा 174 के तहत आकस्मिक व अकाल मृत्यु के संबंध में मर्ग दर्ज कर धारा 302 के तहत लेखबद्ध कर प्रकरण को विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान इस प्रकरण में खून के धब्बों को मिटाने वाले को साक्ष्य छुपाने के दृष्टि से शव को सितली जंगल में ठिकाने लगाने में संजय कुमार नेताम, भोलाराम मरकाम और रमा नेताम के द्वारा सहयोग पाए जाने से धारा 34 भादवि भी जोड़ी गई और प्रकरण के मुख्य आरोपी हीरा सिंह मरकाम के साथ संजय कुमार नेताम, भोलाराम मरकाम व रमा नेताम को गिरफ्तार किया गया।
संपूर्ण विवेचना उपरांत धारा 302, 201, 34 भादवि के अपराध में अभियोग पत्र न्यायालय में पेश किया गया। इस दौरान जिले के अपर सत्र न्यायाधीश केपी सिंह भदौरिया ने प्रकरण का विचारण कर आरोपी हीरा सिंह मरकाम (29) पल्ली छिन्दभाटापारा थाना व जिला कोण्डागांव को धारा 302, 201 के आरोप में सिद्धदोष ठहराया व आरोपी संजय कुमार नेताम, भोलाराम मरकाम और रमा नेताम को आरोपित अपराध धारा 201, 34 से दोषमुक्त घोषित किया गया।
इस दौरान आरोपी हीरा सिंह मरकाम को धारा 302 के तहत आजीवन सश्रम करावास और 10 हजार के अर्थदंड और धारा 201 में तीन वर्ष के सश्रम कारावास और 2 हजार से दण्डित किया है। अर्थदंड की राशि अदा होने के व्यतिक्रम पर छ: व एक माह के अतिरिक्त सश्रम कारावास पृथक से भुगताने का निर्णय पारित किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 16 मार्च। राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस पर जिले के प्रत्येक ब्लॉक में बुधवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसी तारतम्य में केशकाल विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पल्स पोलियो अभियान के तहत निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध सर्वाधिक कवरेज प्राप्त करने वाले तीन महिला स्वास्थ्यकर्मी को प्रशस्ति पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया गया।
उप स्वास्थ्य केंद्र नयनार में कार्यरत एएनएम पूर्णिमा नायक जिन्होंने 100 बच्चों को टीका लगाने के लक्ष्य के विरुद्ध 96 बच्चों को टीका लगवाया है, साथ ही 42 गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव भी करवाया है। वहीं ग्राम कोरकोटी की मितानिन कमला यादव व अड़ेंगा की मितानिन जितेंद्र पटेल को कोविड टीकाकरण, कुपोषण मुक्ति अभियान एवं संस्था में गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित व सफल प्रसव की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए मुख्य अतिथि रोशन जमीर खान, विशिष्ट अतिथि जनपद, अध्यक्ष महेंद्र नेताम, पार्षद अनिल उसेंडी द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया गया। साथ ही स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्हें प्रोत्साहित भी किया गया।
इस दौरान डॉ. तेजेश्वर नेताम, बीपीएम उमेश मरकाम, बीडीएम करन लावत्रे, बीईटीओ मंजू नेताम, सुपरवाइजर अशोक तिवारी, करण कावड़े, वी.एल शोरी, राजेश उसेंडी समेत स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम मौजूद रही।
कोण्डागांव, 16 मार्च। विषम परिस्थितियों तो कभी किसी आकस्मिक घटना लोगों की मानसिक स्थिति पर विपरित प्रभाव छोड़ जाती है। कई बार यह घटनाएं लोगों को मानसिक रूप से इस प्रकार तोड़ जाती है कि वे अपने वजूद को ही खो बैठते हैं। ऐसे में लोग उन्हें पागल ठहरा देते हंै और सभ्य समाज में इन लोगों की कोई पूछ परख भी नहीं होती। समाज इन्हें अपने हाल पर ही छोड़ देता है। ऐसे लोगों की सहायता कर इन्हें मुख्यधारा से वापस जोड़ इनके इलाज के लिए संवेदना कार्यक्रम जिला प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा है।
इसकी सूचना संवेदना पुनर्वास केन्द्र के संचालक यतिन्द्र सलाम को मिलने पर उन्हें रात में जाकर वहां से धनसु मानिकपुरी मोहम्मद शकील सिद्धकी गौरव ठाकुर द्वारा निकाला गया। उस समय उनकी स्थिति दयनीय थी। बालों में कीड़े पड़े थे तो त्वचा पर कई घावों के निशान तथा गंदगी में रहने के कारण होने वाले रोग हो गये थे। उन्हें अपने बारे में तथा अपने परिवार और अपने जीवन के बारे में कुछ भी याद नहीं था। रेस्क्यू करने के बाद पुनर्वास केन्द्र के दल द्वारा उनकी साफ-सफाई कर उन्हें उच्च स्तरीय इलाज के लिए बिलासपुर के सेंदरी स्थित मानसिक चिकित्सालय भेजा गया था। जहां दो महीने ईलाज के पश्चात् वे पूरी तरीके से ठीक हो गये हैं।
इस संबंध में डॉ. आदित्य चतुर्वेदी बताते हैं कि बढ़ते व्यस्ततम संस्कृति के साथ चन्द्रकांत की तरह कई लोग डिप्रेशन जैसी मानसिक बीमारियों का शिकार हो जाते हैं और मानसिक रोगों के संबंध में जागरूकता के अभाव में कभी इनका इलाज नहीं हो पाता। ऐसे में ये लोग सडक़ों पर यूंही घुमते रहते हैं। ऐसे ही मानसिक रोग से पीडि़त लोगों को विषम परिस्थितियों से बचाने के लिए कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के मार्गदर्शन में संवेदना कार्यक्रम जिला प्रशासन द्वारा प्रारंभ किया गया है। जिसके तहत् गांव-गांव और घर-घर तक जाकर मितानिनों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा मानसिक अवसादों से ग्रसित लोगों की पहचान कर उन्हें चिकित्सकीय परामर्श व दवाईयां प्रदान की जा रही हैै। इसके साथ ही गंभीर रोगियों को बिलासपुर के सेंदरी स्थित मानसिक चिकित्सालय भेजकर ईलाज कराया जाता है व उनके पुनर्वास हेतु जिला प्रशासन के सहयोग से शांति फाउण्डेशन द्वारा पुनर्वास केन्द्र संचालित किया जा रहा है।