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अम्बिकापुर, 7 जून। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री अमरजीत भगत 7 जून को रात्रि 9:35 बजे दुर्ग अम्बिकापुर एक्सप्रेस से अम्बिकापुर आएंगे। मंत्री श्री भगत 8 जून को प्रात: 6:30 बजे अम्बिकापुर पहुचेंगे व बौरीपारा स्थित निवास हेतु प्रस्थान करेंगे।
अम्बिकापुर, 7 जून।आषाढ़ माह के प्रथम दिवस पर होने वाले दो दिवसीय रामगढ़ महोत्सव के दोनों आयोजन इस बार रामगढ़ में ही होगा। प्रथम दिवस 14 जून को शोध संगोष्ठी एवं दूसरे दिन 15 जून को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा।
पूर्व वर्षों में रामगढ़ में केवल सांस्कृतिक कार्यक्रम होता था, शोध संगोष्ठी अम्बिकापुर में होता था। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले दो वर्ष रामगढ़ महोत्सव का आयोजन नहीं हुआ था। इस बार शोध संगोष्ठी भी रामगढ़ में होगा। प्रभारी कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में रामगढ़ महोत्सव आयोजन हेतु तैयारी के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।
प्रभारी कलेक्टर ने कहा कि रामगढ़ महोत्सव की तैयारी हेतु अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाएगी। उन्होंने महोत्सव स्थल की साफ-सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिए निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा किये गए घोषणा और लोगों से मिले मांग व शिकायत आवेदनों के गुणवत्तापूर्ण निराकरण त्वरित गति से करने के निर्देश दिये।
मनरेगा कार्य में श्रमिकों की संख्या की समीक्षा करते हुए कहा कि अभी पंचायतो में रोजगार सहायक का काम सचिवों को दिया गया है। जनपद सीईओ श्रमिको की संख्या बढ़ाने सचिवों को सक्रिय करें। जितने भी एक्टिव जॉब कार्ड है उन्हें मनरेगा काम काम दिलायें। उन्होंने गोठानों में गोबर खरीदी की समीक्षा करते हुए सभी गोठानों मे प्रति सप्ताह कम से कम 50 क्विंटल खरीदी करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार समितियों में भण्डारित वर्मी खाद की बिक्री भी शीघ्रता से करने कहा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, धान के बदले अन्य फसल, ब्लॉक प्लान्टेशन सहित निर्माण कार्यां की प्रगति की समीक्षा की।
बैठक ने वनमंडलाधिकारी पंकज कमल, अपर कलेक्टर द्वय ए.एल. ध्रुव, तनुजा सलाम, सभी एस.डी.एम., तहसीलदार, जनपद सीईओ सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।
अम्बिकापुर, 6 जून। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव ने शनिवार को अम्बिमपुर के शहीद भगत सिंह वार्ड तथा डीसी रोड में आयोजित चौपाल कार्यक्रम में वार्डवासियों की समस्याएं सुनी। उन्होंने लोगो से प्राप्त समस्यों एवं मांगो के आवेदन का निराकरण करने का लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।
चौपाल में उपस्थित आम जनता के द्वारा अपनी मांगों तथा शिकायतों से मंत्री श्री सिंहदेव को अवगत कराया गया। इनमें प्रमुखता से निगम क्षेत्र में नल-जल से संबंधित समस्या, बरसात के आगमन से पूर्व जल निकासी की व्यवस्था, रोड निर्माण की व्यवस्था के बारे के चौपाल के माध्यम से विस्तार से चर्चा किया गया। इसके अतिरिक्त आमजनों के स्वास्थ्य, रोजगार, राजस्व संबंधी, आवास संबंधी व्यक्तिगत समस्या से भी मंत्री श्री सिंहदेव रूबरू हुए। उन्होंने समस्याओं के त्वरित निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने बरसात से पहले नालियों की साफ -सफाई पर विशेष जोर देने कहा । चौपाल में महापौर डॉ अजय तिर्की, श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष श्री शफी अहमद,एसडीएम श्री प्रदीप साहू सीएमएचओ डॉ पीएस सिसोदिया, तहसीलदार श्री भूषण सिंह मंडावी, नवापारा पीएचसी के डॉ आयुष जायसवाल तथा अन्य जनप्रतिनिधि और आमजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
शंकर घाट में पूर्व सांसद ने की साफ-सफाई
अम्बिकापुर, 6 जून। नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों भरे आठ वर्ष पूर्ण होने पर सेवा, सुशासन व गरीब कल्याण पखवाड़ा मना रहे भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा सरगुजा ने आज ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सोनी व पूर्व सांसद कमलभान सिंह की मौजूदगी में स्थानीय शंकर घाट में साफ सफाई की।
इस अवसर पर पिछड़ा वर्ग मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सोनी ने कहा कि मोदी सरकार ने अपने आठ वर्षों ने सेवा, सुशासन न गरीब कल्याण के माध्यम से लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई है। आज मोदीजी के नेतृत्व में भारत का नाम पूरे विश्व में चमक रहा है।
इस अवसर पर भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा प्रदेश मंत्री मनोज गुप्ता, भाजपा जिला उपाध्यक्ष विनोद हर्ष, संतोष दास, राजेन्द्र जायसवाल, आलोक दुबे, जितेन्द्र सोनी, विशाल गोस्वामी, नकुल सोनकर, वीरेंद्र सिंह बघेल, प्रेमानंद तिग्गा, संजू सेठ, पंकज गुप्ता, मयंक जायसवाल, आदि उपस्थित थे।
आरएसएस के संघ शिक्षा वर्ग के प्रथम वर्ष का समापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 6 जून। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघ शिक्षा वर्ग के प्रथम वर्ष का शनिवार को समापन हुआ। सरस्वती शिशु मंदिर महाविद्यालय सुभाष नगर में आयोजित हुए संघ शिक्षा वर्ग के दौरान यहां कार्यकर्ताओं को संघ की बुनियादी शिक्षा दी गई। इस दौरान राष्ट्रप्रेम के साथ ही राष्ट्रसेवा के बारे में बारीकी से कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया।
समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में समन्वयक अखिल भारतीय कंवर समाज, महासचिव सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ रामनाथ साय व मुख्य वक्ता के रूप में छत्तीसगढ़ के प्रांत प्रचारक प्रेम शंकर विशेष रूप से मौजूद थे।
प्रेम शंकर ने कहा कि संघ जमीनी स्तर पर राष्ट्रप्रेम सिखाता है। संगठन की शक्ति बनाकर राष्ट्र के प्रति व्यक्ति किस तरह से समर्पित हो सकता है, ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से बेहतर और कोई नहीं सिखा सकता।
उन्होंने कहा कि ये कतई जरूरी नहीं है कि संघ से जुडक़र व्यक्ति अपने परिवार से कट जाए, बल्कि अपने गृहस्थ का पालन करते हुए भी व्यक्ति संघ से जुडक़र राष्ट्र की सेवा में सहभागी बन सकता है।
वहीं रामनाथ साय ने भी सनातन धर्म को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। इसके अलावा वर्गाधिकारी संघ शिक्षा वर्ग राजीव रंजन नंदे ने भी संबोधित किया व सर्व व्यवस्था प्रमुख भगवानदास बंसल द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने व्यायाम का प्रदर्शन भी किया। इस दौरान बड़ी संख्या में संघ कार्यकर्ता व राष्ट्रभक्त मौजूद थे।
महात्मा गांधी वार्ड में पौधारोपण व फलदार पौधों का वितरण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,6 जून। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हमारी पृथ्वी, हमारा पर्यावरण, हमारी जिम्मेदारी कार्यक्रम के तहत महात्मा गांधी वार्ड क्रमांक 20 में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस क्रम में सैकड़ों फलदार पौधों का वितरण एवं पौधारोपण किया गया।
वार्ड के पार्षद दीपक मिश्रा एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में वार्डवासियों को हर एक पौधे की जिम्मेदारी दी गई। दीपक ने कहा कि जिस प्रकार से आप अपने परिवार के सदस्यों का ध्यान रखते हैं, उसी प्रकार से आपको इन पौधों का भी ध्यान रखना है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री वृक्षारोपण योजना के संभागीय सदस्य इरफान सिद्धकी, श्याम लाल जायसवाल, लालचंद यादव, परवेज आलम गांधी, अजमत खान मोनू महंत, बाबू खान, अजय गौड़, चमकीला मानिकपुरी, गीता सोनवानी, गुलाबी अगरिया, हेमा, मुन्नी यादव, साझों बाई सहित वार्डवासी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर,6 जून। रविवार को विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बंधा में ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से जाली के माध्यम से मछलियां पकड़ी। जिससे लगभग 18 क्विंटल के वजन में बड़ी-बड़ी मछलियां निकाली गई, जिसे देखने के लिए आसपास के लोगों का हुजूम इक_ा हो गया और गांव के समस्त ग्रामीणों को निकाली गई मछली का बंटवारा किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सीतापुर, 6 जून। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर संस्था स्वदेश ग्रामीण विकास संस्थान के सदस्य एवं कार्यकर्ताओं द्वारा सीतापुर नगर के आदर्श नगर वार्ड में पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम रखा गया, जिसमें संस्था के कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक कर पौधा वितरण एवं सभी नागरिकों से अधिक से अधिक पौदे लगाने को प्रेरित किया। संस्था के सदस्यों ने पशु औषधालय सीतापुर के कार्यालय के समीप विभाग के डॉक्टरों एवं कर्मचारियों के साथ पौधारोपण कर उसे बचाने का संकल्प लिया।
संस्था के अध्यक्ष विवेक गुप्ता ने बताया कि जिस अनुपात में पेड़ों की कटाई हो रही है, वह बहुत चिंताजनक है। सडक़, उद्योग, कोयले के लिए अंधाधुन पेड़ों की कटाई हो रही है परंतु उस अनुपात में वृक्षारोपण नहीं हो पा रहा है जिससे तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है पर्यावरण के प्रति जागरूकता सिर्फ सरकार और प्रशासन का काम नहीं है आम जनता को भी पर्यावरण के प्रति जागरूक होना होगा नहीं तो आने वाली पीढिय़ों के लिए शुद्ध हवा मिलना भी मुश्किल हो जाएगा।
पशु औषधालय सीतापुर के डॉ. रितेश जयसवाल ने भी पौधारोपण कर कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम में संस्था प्रदेश ग्रामीण विकास संस्थान के अध्यक्ष विवेक गुप्ता सीईओ श्री निशांत गुप्ता एवं अन्य सदस्य प्रकाश, कंसारी,अमित गुप्ता, विकास गुप्ता,विवेक चौहान एवं पशु औषधालय सीतापुर के डॉ. रितेश जायसवाल, डॉ. शैलेश गुप्ता, मुरारी प्रसाद गुप्ता, रामजी गुप्ता एवं अन्य कर्मचारी अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
लखनपुर, 6 जून। लखनपुर बाजार पारा निवासी मतरानी साहू पति श्री राम औतार का निधन सोमवार को मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर में उपचार के दौरान निधन हो गया। वे राम औतार की पत्नी व प्रदेश सचिव छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान सुरेन्द्र साहू, अधिवक्ता नोटरी कन्हैया साहू की माता थीं। उनका अंतिम संस्कार आज शिवपुर मुक्ति धाम में किया गया। उनके निधन से बजार पारा में शोक का माहौल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 6 जून। उदयपुर क्षेत्र के परसा केते कोयला खदान खुलने की अनुमति मिलने के बाद क्षेत्र में हो रहे पेड़ों की हो रही अंधाधुंध कटाई से प्रभावित लोगों से भेंट करने पूर्व कैबिनेट मंत्री व रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल घाटबर्रा गांव पहुंचे।
राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम, पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा, पूर्व केबिनेट मंत्री केदार कश्यप, भाजपा जिला अध्यक्ष ललन प्रताप सिंह, ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सोनी, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अनुराग सिंह देव, पूर्व सांसद कमलभान सिंह, वरिष्ठ नेता अनिल सिंह मेजर, सूरजपुर भाजपा जिला अध्यक्ष बाबू लाल अग्रवाल तथा आदिवासी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम सहित अन्य भाजपा नेताओं के साथ पहुंचे बृजमोहन अग्रवाल ने ग्रामीणों के साथ बातचीत में कहा कि हमें ऑक्सीजन की ज्यादा जरूरत है बजाय कोयले की पेडों को बचाने के पुनीत कार्य में लगे आंदोलनकारियों के साथ पूरी भारतीय जनता पार्टी खड़ी है।
आगे उन्होंने कहा कि कोयले को निकालना यदि जरूरी है तो उसे अंडरग्राउंड तरीके से निकाला जाऐ ताकि पेड़ों को नुकसान न हो, जहाँ खाली जमीन हो वहीं से ही कोयला निकले, यह सुनिश्चित होना चाहिए। छत्तीसगढ़ में आदिवासियों का सीधे जुड़ाव प्रकृति एवं पर्यावरण से है, इसलिए पेड़ बचेगा तो ही आदिवासियों की संस्कृति बचेगी। श्री अग्रवाल ने ग्रामीणों के साथ अलग-अलग बातचीत की तथा बारीकी से उनकी समस्याएं सुनीं, कार्यक्रम के पश्चात 5 जून पर्यावरण दिवस पर उन्होंने सरई का पेड़ भी लगाया।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भारत सिंह सिसोदिया, अभिमन्यु गुप्ता, देवनाथ सिंह, प्रशांत त्रिपाठी, अंबिकेश केशरी, विनोद हर्ष, मंजूषा भगत, अरूणा सिंह, राधेश्याम सिंह, जन्मेजय मिश्रा, आलोक दुबे, रितेश गुप्ता, चिंटू राजपाल, विश्वविजय तोमर, निश्चल सिंह, सुभाष अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, दिनेश साहू, अनिल सिंह, चंद्रबसु यादव, संतोष जायसवाल आदि उपस्थित थे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा गोली, डंडा चली तो पहली गोली, डंडा मैं खाऊंगा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 6 जून। स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव ने कहा- मैं दिल्ली जाकर आप सबकी मंशा, आपकी पीड़ा और हसदेव अरण्य को बचाने की आपकी मांग से हमारे नेता राहुल गांधी को अवगत कराऊंगा। उन्होंने पहले भी इस क्षेत्र में आकर इसे बचाने पर जोर दिया था तथा अभी विदेश में रहते हुए आपके आंदोलनों को जायज बताया है। मैं आपकी बात उन तक पहुंचाऊंगा।
प्रदेश के पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव ने आज हसदेव अरण्य क्षेत्र के घाटबर्रा, हरिहरपुर, साल्ही, बासेन के दौरे के दौरान आमजनों से मुलाकात की। घाटबर्रा पहुंचे श्री सिंह देव ने उस वन क्षेत्र का भी दौरा किया, जहां पर कुछ दिन पूर्व भारी पुलिस बल की मौजूदगी में पेड़ों को काटा जा रहा था।
इस दौरान मंत्री सिंहदेव ने न सिर्फ कटे हुए पेड़ों की जानकारी ली, बल्कि वर्तमान में संचालित खदान के लिए काटे गए जंगल एवं वहां के पेड़ के एवज में कितने पेड़ कहां लगाये गए, इसकी भी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों से ली, साथ ही खदान में जहां कार्य पूर्ण हो गया है, वहां मिट्टी भरने के बाद पेड़ लगे या नहीं इसकी जानकारी ली।
वन विभाग के उपस्थित कर्मचारियों ने बताया कि खदान के गड्ढों को भरने के बाद अब तक पेड़ नहीं लगाये गए हैं। जिसे लेकर उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यही कारण है कि जनता का विरोध है। मैं पूछना चाहता हूं विगत दिन जो पेड़ भारी लाव-लश्कर की उपस्थिति में काटे गये, उसके एवज में दुगुना पेड़ कहां लगाया गया, मुझे जरा बतायें। नियम है एक एकड़ के बदले दो एकड़ एरिया में पेड़ लगना चाहिए, काटने तो आ गये, लेकिन पेड़ कहां लगा, इसकी जानकारी कौन देगा? गलत जानकारी और गलत आंकड़ा देकर ये सबको भ्रमित कर ग्रामीणों को परेशान कर रहे हैं, यह नहीं चलेगा, नियम और कानून से काम होगा। जनता दुबारा ग्रामसभा चाहती है, ग्राम सभा बुलाया जाएगा और तब फैसला होगा। जब जनता ने एकबार कह दिया कि वह ग्रामसभा फर्जी है तो इसे माना जाये। अन्यथा तो उस ग्रामसभा की जांच होनी चाहिए, उनकी भी जांच हो जो जिला पंचायत के प्रस्ताव को दरकिनार कर रहे हैं और ग्राम सभा को वैधानिक बता रहे हैं। जबकि खुद वर्तमान सरपंच सहित पंच बता रहे हैं कि कोई ग्रामसभा की वैधानिकता की जांच हेतु उनका पक्ष लेने नहीं आया, फिर उसे वैधानिक बता कर गलत जानकारी कैसे सार्वजनिक की जा सकती है। जिला पंचायत ने कहा है, जनपद ने कहा है और ग्राम पंचायत व ग्राम खुद चाहते हैं। त्रि-स्तरीय पंचायती राज की पूरी व्यवस्था चाहती है कि ग्रामसभा हो तो होगा और वहीं फैसला माना जायेगा जो ग्रामसभा से आएगा।
स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव ने तीर-कमान, भाले, टांगे, लाठी-डंडे हाथ में लेकर अपना जंगल बचाने हेतु धरने पर बैठे लोगों से चर्चा की उन्होंने खाना बनते हुए देखते हुए पूछा रोज कितना चावल लग रहा है, डाल और सब्जी कितनी लग रही है। घाटबर्रा के कैम्प में रोज 1 क्विंटल चावल की खपत होना लोगों ने बताया।
इस दौरान चर्चा में महिलाओं ने कहा कि हम जंगल छोड़ कर कहीं नहीं जाएंगे, हमारे पूर्वजों ने यह धरती माता हमें सौंपी है और इसके लिए जान भी देना पड़े तो देंगे हम इसे छोड़ कर कहीं नहीं जाने वाले। वहीं लोगों ने यह भी जानकारी दी कि वर्षों से यहां पर रह रहे हैं, वन अधिकार पत्र की मांग कई बार की, लेकिन अब तक पट्टा नहीं मिला।
लोगों ने बताया कि जब सैकड़ों की संख्या में पुलिस, शासन-प्रशासन की टीम यहां जंगल काटने हेतु पहुंची और हम विरोध कर रहे थे तो हमारे साथ उनका व्यवहार सही नहीं था, महिलाओं को काफी चोट लगी है, किसी का कपड़ा फटा, किसी को दूर फेका गया, हमारे जंगल में हमें ही नहीं जाने दिया जा रहा था, कोई सरकार और उसके लोग ऐसे कैसे कर सकते हैं। समझ से परे है कि हम संवैधानिक व्यवस्था में हैं या कहीं और हैं। जिसे चुन कर वोट देकर हमने भेजा है वह कैसे हमारे ही विरुद्ध खड़ा हो रही है। क्षेत्र में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर भी लोगों में काफी नाराजग़ी देखने को मिली।
2050 तक कोयले से बिजली की निर्भरता खत्म करनी है, फिर कोयला हसदेव से ही क्यों, कहीं और से क्यों नहीं
हरिहरपुर में ग्रामीणजनों को सम्बोधित करते हुए पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव ने कहा कि वैश्विक स्तर पर पर्यावरण को बचाने के लिए उसे स्वच्छ एवं सुंदर रखने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं और वैश्विक स्तर पर यह तय किया गया है कि 2070 तक कोयले से बिजली बनाने की निर्भरता हमें पूरी तरह समाप्त करनी है, हमारे देश को 2050 का लक्ष्य दिया गया है, हमने 2030 तक की बात कही है, अभी 2022 चल रही है। जब आने वाले समय में हमें इससे दूर जाना है और हमारे पास कोयले की अकूत भंडार है तो हम केवल वनक्षेत्रों का ही कोयला क्यों निकालें, हम ऐसे क्षेत्रों पर भी जा सकते हैं जहां वन न हो तो हमें ऐसी सोच रखनी है, जहां हम ज्यादा से ज्यादा पर्यावरण बचा सकें। मेरा व्यक्तिगत सुझाव यही है कि यदि कोयला चाहिये जरूरी है तो फारेस्ट लैंड को छोड़ ग्राऊँड एरिया को लेना चाहिए। छत्तीसगढ़ सरकार ने ही कोरबा के दो बिजली के पावर प्लांट जिनका अब समय पूर्ण होने वाला है, पुराने हो गये हैं, जिन्हें अब बंद किया जाना है, यह फैसला लिया है कि हम नये प्लांट नहीं लगायेंगे। यह सोच क्यों है अपने पर्यावरण को संरक्षित, सुरक्षित रखने की है। जब हमारे पास 80 साल का कोयला मौजूद है और हम यह तय कर चुके हैं कि 2030 तक कोयले से बिजली बनाने की निर्भरता पूरी तरह से छोड़ देंगे फिर क्यों हम हसदेव को बर्बाद करें, एक सघन वन क्षेत्र को तबाह करें। मेरा मानना है इस पर फिर से सोचने, विचार करने और आप सभी के साथ चलने की आवश्यकता है।
यदि हसदेव अरण्य को हम बिजली की आवश्यकता के लिए तबाह कर दिए तो हमारे पर्यावरण पर, हमारे तापमान पर काफी चीजों पर काफी फर्क पड़ेगा। ग्राऊँड एरिया से कोयला निकालने के अलावा विदेशों से भी कोयला सस्ता मिल रहा है तो वहां से क्यों न लाकर बिजली बनाई जाये। केवल हसदेव को ही उजाड़ कर बिजली बन सकती है अथवा नहीं बन सकती ऐसी कोई बात नहीं है। फिर हम दूसरे संसाधनों एवं दूसरे चीजों की ओर रुख क्यों नहीं करना चाहते। यह केवल घाटबर्रा, फतेहपुर, साल्ही, हरिहरपुर की बात नहीं है, यह पूरे सरगुजा एवं देश की बात है इस पर सोचना होगा, समझना होगा।
श्री सिंह देव ने आगे कहा कि मैं आपके आंदोलन में देर से पहुंचा हूं इसका कारण यह है कि जब तक आप एकजुट नहीं होंगे मेरा कुछ भी बोलना सही नहीं रहेगा। इसलिए जब और जहां आप एकजुट रहेंगे मैं आपके आगे-आगे चलूंगा। यदि गांव दो तीन भागों में बंट गया और कोई खदान चाहता है, कोई नौकरी चाहता है और कोई नहीं चाहता तो ऐसे समय में किसकी ओर से खड़ा हुआ जाये यह कठिन हो जाता है। लेकिन आप एकजुट हैं और आपको दबाया जा रहा है, आपको परेशान किया जायेगा तो आप निश्चित रहिये मैं हमेंशा आपकी लड़ाई लडऩे के लिए आपके साथ खड़ा हूँ, लेकिन आपको भी एकजुट रहना होगा। फिर चाहे गोली चले या डंडा पहली गोली व डंडा मैं खाऊंगा। मैं यहां आया हूँ तो आपकी एकजुटता के कारण ही आया हूँ, यदि आप आपस में बंट जाएंगे तो हम लोगों के लिए भी मुश्किल हो जाता है कि किसके साथ खड़े हों। इसलिए एकजुटता बनाये रखिये।
परसोड़ीकलां, कटकोना में जीत हुई, हसदेव भी बचेगा
श्री सिंह देव ने कहा कि परसोड़ीकला एवं कटकोना दोनों ग्राम पंचायत इसके उदाहरण हैं कि जहां लोग एकजुट रहे हैं, वहां खदान नहीं खुल पायी है। आप सब भी एकजुट रहे तो जीत हमारी होगी, हसदेव अरण्य को हम कटने नहीं देंगे। हसदेव अरण्य को बचाया जाएगा, हम सब साथ खड़े होंगे।
8 लाख पेड़ कटेंगे यदि कोल ब्लॉक शुरू हुआ
आज जब लगभग 8 लाख पेड़ हसदेव क्षेत्र से कटने वाले हैं, ऐसे में यह सोचिए कि जब पहले से जो खदान संचालीत है वह खदान के नियम व शर्तों का ही पूर्ण रूप से पालन नहीं कर रही तो फिर आगे जो ब्लॉक आवंटन हुए हैं, वहां के एक एकड़ पेड़ के बदले दो एकड़ पेड़ लगाने का जो नियम है उसका पालन कहा हो रहा है। परसा-केते की संचालित कोल ब्लॉक के विरुद्ध बताया जा रहा है जशपुर में पौधारोपण कराया गया है, अब जो नई प्रस्तावित खदान है उसके बदले बताया जा रहा है कि कोरिया में पोधोरोपण किया जाएगा। बर्बाद होगा हसदेव, सरगुजा का एरिया, यहां उजाड़ बना दिया जाएगा और वृक्षारोपण कहीं और होगा, यहां की आबोहवा का क्या, यहां के पर्यावरण का क्या? मैं आम लोगों की जो भी राय है उसके साथ खड़ा हूँ और मेरी व्यक्तिगत राय है कि हमें हसदेव अरण्य को बचाना चाहिए। यह हमारे पर्यावरण एवं स्वच्छ हवा, पानी के लिए जरूरी है।
वोटर कार्ड एवं राशन कार्ड चेक कीजिये जो आपके ग्राम का है उसे ही जनसुनवाई एवं ग्रामसभा में रखिये, बाहरी आयें तो ग्रामसभा, जनसुनवाई का बहिष्कार कीजिये-
पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने हरिहरपुर में आमजनों को संबोधित करते हुए कहा कि जब मैं बासेन हैलीपैड पर उतरा तो तारा, लखनपुर, उदयपुर क्षेत्र के काफी लोग मिले जो खदान खुलने के समर्थक हैं। मैंने उनसे कहा भी की जब आपकी जमीन नहीं जा रही है तो फिर आप यहां क्या कर रहे हैं। ये बड़े लोग हैं लोगों को गाडिय़ों में भर-भर कर लेकर आये थे। ये वहीं लोग है जो जनसुनवाई और ग्रामसभा में पहुंच कर हामी भरते हैं। मेरा आप सबको सुझाव है अब जब भी ग्रामसभा एवं जन सुनवाई हो वहां उन्हीं लोगों को आने दें जो प्रभावित क्षेत्र का हो, वोटर कार्ड एवं राशनकार्ड से उन्हें पहचानिए जो आपके क्षेत्र का नहीं उसे भगाइये और यदि उनकी उपस्थिति में ग्रामसभा या जनसुनवाई होती है तो उसका विरोध कीजिये, बहिष्कार कीजिये। ग्रामसभा, जनसुनवाई वहीं हो जो प्रभावित क्षेत्र है, दूसरे क्षेत्र में होता है तो खुल कर बहिष्कार कीजिये, विरोध कीजिये। मैं हमेशा आपकी आवाज़, आपकी मांग, आपके आंदोलन के साथ हूं।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु सिंह, जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता, राजनाथ सिंह, विधायक प्रतिनिधि सिद्धार्थ सिंह देव, राजीव सिंह, ओमप्रकाश सिंह, जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, जनपद सदस्य, सरपंच सहित काफी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
8 को शहर में निकलेगी विशाल रैली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 6 जून। राष्ट्रीय अनूसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व सरगुजा सांसद नंदकुमार साय ने कहा कि जो लोग अपनी संस्कृति, परम्परा से दूर हो गए हैं, वे जनजाति समाज का हिस्सा नहीं रह गए हैं। ऐसे लोग एक तरफ तो आदिवासी बनकर जनजातियों के लिए दी गई सुविधाओं का लाभ लेते हैं, वहीं दूसरी ओर अल्पसंख्यक बनकर अल्पसंख्यकों को मिलने वाली सुविधाओं का भी लाभ ग्रहण करते हैं, इसलिए धर्मान्तरित हो चुके लोगों को जनजाति समाज से बाहर करने की मांग शुरू की गई है जो कि समाज की नहीं वरन समय की मांग है।
नंदकुमार साय ने आज सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा के दौरान बताया कि मतान्तरित हो चुके लोगों को जनजाति समाज से बाहर करने के लिए उनकी डिलिस्टिंग की मांग को लेकर 8 जून को संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर में जनजाति सुरक्षा मंच के द्वारा विशाल रैली निकाली जाएगी।
श्री साय ने कहा कि जनजाति समाज को जो सुविधाएं उपलब्ध हैं, उसका सबसे ज्यादा उपभोग यही लोग कर रहे हैं। इन लोगों ने जनजातियों की रूढिय़ों, प्रथाओं को छोड़ दिया है, ऐेसे में इन लोगों को जनजाति समाज से बाहर किया जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी जनजाति वर्ग तभी तक जनजाति का हिस्सा होगा, जब तक कि वह जनजातियों की रूढिय़ों को माने। आज वर्तमान में कोरवा, पंडो, कमार, बिहोर जैसे आदिवासी समुदाय वहीं के वहीं हैं और मतान्तरित लोग जनजाति समाज के लाभ को उठा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि धमतरी में 58 गांव के साहू समाज के लोगों ने ईसाई धर्म अपना लिया है, पंजाब में भी यही चल रहा है। कुछ स्थानों पर तो पंडितों ने भी इसाई धर्म को अपना लिया है। इन सब चीजों को देखकर यह समझ नहीं आ रहा है कि देश के लोगों को क्या हो गया है, देश आज किस ओर जा रहा है जिस देश की पहचान ही गाय, गंगा व गीता है उस देश में धर्मान्तरण का यह कैसा खेल चल रहा है।
ऐसे में धर्मान्तरित हो रहे लोगों की डिलिस्टिंग केवल जनजाति सुरक्षा मंच की नहीं बल्कि देश व समय की मांग है ताकि देश की संस्कृति व जनजाति समाज सुरक्षित रहे। उन्होंने यह भी कहा कि लोभ व लालच में आकर धर्मान्तरित हो रहे लोगों की नागरिकता पर भी विचार किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने कहा कि जनजातियों की सुरक्षा के लिए वर्तमान में देश के सभी हिस्सों में काम चल रहा है जनजाति वर्ग को अपने लिए ही बनाए गए कानूनों का लाभ नहीं मिल रहा है। लोभ-लालच देकर लोगों को अपनी ओर खींचा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारा देश पितृप्रधान देश है यहां बच्चों को पिता का नाम दिया जाता है, परन्तु वर्तमान में आदिवासी समाज की किसी लडक़ी का विवाह दूसरे समाज में होने के बाद भी उसकी संतान को आदिवासी ही बताया जा रहा है, यह कौन सा नया विधान आ गया है। उन्होंने भी डिलिस्टिंग प्रक्रिया के लिए आवाज उठाने को आवश्यक बताया है।
इस अवसर पर जनजाति सुरक्षा मंच के जशपुर जिले के संरक्षक बंशीधर उरांव, अरूणा सिंह, बिहारी लाल तिर्की, मंजुषा भगत, इंदर भगत सहित सुरक्षा मंत्र के अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
रासेयो एवं इको क्लब ने विश्व पर्यावरण दिवस मनाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सीतापुर, 5 जून। शासकीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी महाविद्यालय सीतापुर की राष्ट्रीय सेवा योजना एवं इको क्लब ने विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण एवं रैली के माध्यम से लोगों को जागरूक किया।
विश्व पर्यावरण दिवस पर विश्व पर्यावरण दिवस थीम 2022 ‘केवल एक पृथ्वी’ पर आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम शासकीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी महाविद्यालय सीतापुर, विवेकानंद युवा क्रांति, युवा सेना सीतापुर, सर्व आदिवासी समाज एवं एबीसी सोसाइटी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई। इस अवसर पर हाई स्कूल में सभी लोग एकत्रित होकर पर्यावरण सुरक्षा के लिए शपथ लिया और 200 पौधे वन विभाग ने प्रदान किए। जिसे सभी स्वयंसेवक, विद्यार्थी एवं आम नागरिकों द्वारा स्लोगन, रैली एवं एक पेड़, एक जिंदगी के माध्यम से रैली निकाली गई।
रैली सीतापुर तहसील कार्यालय से होते हुए तहसीलदार आवासीय परिसर में शशिकांत दुबे तहसीलदार द्वारा पौधे रोपित एवं सुरक्षा का भी उपाय की व्यवस्था की गई। इसके पश्चात जयस्तंभ चौक होते हुए पुलिस थाना परिसर में एकत्रित होकर थाना प्रभारी एवं नौजवानों द्वारा पौधे रोपित किए गए।
राष्ट्रीय सेवा योजना एवं इको क्लब प्रभारी डॉ. रोहित बरगाह के नेतृत्व में स्वयंसेवकों ने महाविद्यालय कैंपस में भी वृक्षारोपण सुरक्षा के साथ रोपित किए गए। डॉ. रोहित कुमार बरगाह रासेयो कार्यक्रम अधिकारी ने इस अवसर पर स्वयं सेवकों, छात्र एवं लोगों को संबोधित किए और संदेश देते हुए कहा कि प्रकृति हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है। इसकी सुरक्षा के लिए हम सभी को आगे आकर कार्य करना होगा क्योंकि पृथ्वी का हरा भरा वातावरण हमारी जिंदगी और स्वास्थ्य को प्रभावित करती है।
रासेयो स्वयंसेवकों ने स्टेडियम के बाजार में लोगों को निशुल्क पौधे वितरित किए। इस विशेष आयोजन में राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ रोहित कुमार बरगाह, संतोष कुमार बेक, मनीष गुप्ता, वीरेंद्र टोप्पो वरिष्ठ नागरिक, चंथू खलखो, लखन सिदार, विराट भोय अध्यक्ष युवा सेना सीतापुर, कविता सरिता हसदा, अरुणा प्रधान, पूजा एक्का एवं विवेकानंद युवा क्रांति, सर्व आदिवासी समाज सीतापुर, एबीसी सोसायटी, युवा सेना सीतापुर आदि के सक्रिय कार्यकर्ता और सीतापुर के सभी पत्रकार, मीडिया उपस्थित थे।
ग्रामसभा बुलाकर सबका स्पष्ट एवं पारदर्शी अभिमत जाना जाए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 5 जून। जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने सरगुजा कलेक्टर को पत्र लिख कर कहा है कि मीडिया के माध्यम से मुझे जानकारी मिली कि आपने उदयपुर क्षेत्र के प्रस्तावित खनन को लेकर मेरे द्वारा 30 मई को लिखे गए पत्र का जवाब दिया है, जबकि अब तक मुझे यह पत्र नहीं मिला है। इसमें आपने कोल बेरिंग एक्ट की बात कही है, जिसका उल्लेख मैंने भी किया था। मैंने केवल आमजनों के द्वारा ग्रामसभा की वैधता पर जो सवाल खड़ा किया गया था, उसका उल्लेख करते हुए पुन: पारदर्शी तरीके से ग्रामसभा बुलाने की बात कही थी।
मेरा मानना है कि जब उन ग्रामों के ग्रामीण स्वयं ही उस क्षेत्र में प्रस्तावित उत्खनन को लेकर जंगल में बैठ कर अपना असंतोष एवं आक्रोश जाहिर कर रहे हों और लगभग तीन महिने से अनिश्चितकालिन हड़ताल पर बैठ कर फतेहपुर में 28 अगस्त 2017, हरिहरपुर में 24 जनवरी 2018 एवं साल्ही में 27 जनवरी 2018 को हुई ग्राम सभा की वैधता पर स्वयं सवाल खड़ा कर रहे हों, ऐसी स्थिति में हम सब का यह नैतिक दायित्व है कि ग्रामों एवं ग्रामवासियों को ग्रामसभा से मिले संवैधानिक अधिकारों पर कोई सवाल खड़ा न हो, इसलिये पूरे कोरम की ग्रामसभा बुलाकर सबका स्पष्ट एवं पारदर्शी अभिमत जाना जाये।
ग्रामीणों से यह भी जानकारी मिली कि इस मसले पर राज्यपाल से जब इनकी मुलाकात हुई थी तो उन्होंने इस पूरे मामले पर जांच कराने की बात कही थी और जब जांच हुई तो जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, उनका पक्ष ही नहीं लिया गया। साथ ही सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में रात्रि में हुई वनों में पेड़ों की कटाई को लेकर भी लोगों में असंतोष एवं आक्रोश है। मुख्यमंत्री जी की मंशा अनुसार कटाई के पूर्व वृक्षारोपण भी नहीं किया गया, साथ ही पेड़ के बदले पेड़ लगाने की जो व्यवस्था है, प्रत्येक एक एकड़ पेड़ के एवज् में दो एकड़ पेड़ लगाने का जो नियम है, जो कि यहां के बदले वृक्षारोपण कोरिया जिले में प्रस्तावित है, इसे लेकर भी लोगों में आक्रोश एवं असंतोष का माहौल है।
कलेक्टर सरगुजा को लिखे पत्र में आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने यह भी कहा है कि इस स्थिति में शासन एवं प्रशासन की छवि एवं संविधान से मिले अधिकार अनुसार ग्रामसभा के महत्व पर सवाल उठ रहे हैं, उपरोक्त क्षेत्र में कई ग्रामों का विस्थापन भी होना है, ऐसे संवेदनशील मसले को संवैधानिक तरीके से लोगों की मंशा जानकर हल किया जाना ही उचित होगा। इसलिये जरूरी है कि इन प्रभावित ग्रामों में पूरे कोरम की ग्रामसभा बुलायी जाये। ग्रामीणों का स्पष्ट एवं पारदर्शी अभिमत लिया जाये। इससे शासन-प्रशासन पर उठ रहे सवालों पर भी विराम लगा, साथ ही ग्रामीणों का स्पष्ट मत भी प्राप्त हो सकेगा।
साथ ही गांव का जो भी फैसला होगा उस पर फिर किसी भी तरह का सवाल नहीं उठाया जाएगा और आगे की प्रक्रिया गांव के मंशा अनुसार किये जाने से असंतोष भी समाप्त हो जाएगा।
अत: मेरा आपसे पुन: आग्रह है कि जब तक इस संवेदनशील विषय पर ग्रामवासियों का स्पष्ट सहमति पारदर्शी तरीके से सामने नहीं आती तब तक व्यपवर्तन की कार्यवाही पर रोक लगाते हुए, ग्रामवासियों के पूरे कोरम के साथ विशेष ग्रामसभा बुलाकर उनका स्पष्ट मत जानना जनहित में सहीं है। इस संवेदनशील विषय पर गंभीरता से विचार करते हुए मेरे उक्त प्रस्ताव पर त्वरित निर्णय हेतु सादर प्रेषित है।
लखनपुर,5 जून। रविवार को लखनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम राजपुरीकला में लगातार हो रही चोरी से तंग ग्रामवासियों ने लामबंद होकर चोरी की घटना में अंकुश लगाने के लिए जिला के उच्च अधिकारी एवं आईपीएस थाना प्रभारी से अज्ञात चोरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। ग्रामीणों ने कार्रवाई न होने की स्थिति में उग्र आंदोलन एवं चक्काजाम करने के लिए निर्णय लिया गया।
इस संबंध में थाना प्रभारी आईपीएस प्रशिक्षु रॉबिंसन गुडिय़ा से पूछे जाने पर बताया कि कि ग्राम रजपुरी कला सहित आसपास क्षेत्रों में कुछ अज्ञात चोरों के द्वारा छोटी मोटी चोरी की घटना को अंजाम दी जा रही है, जिसे लेकर रात्रि कालीन पेट्रोलिंग गस्त और तेज कर दी गई है तथा ग्राम रजपुरी कला में एक-दो दिन के अंदर चली थाना भी लगाया जाएगा, जिससे लोगों की समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जाएगा।
ग्राम रजपुरी कला में हो रही लगातार चोरी की घटना को देखते हुए ग्रामीणों के द्वारा आज गांव में बैठक आहुत की गई, जिसमें मुख्य रुप से पीडीएफ सोसायटी में 16 बोरी चावल अज्ञात 4 चोरों के द्वारा पार करने की कोशिश की गई शुक्रवार की रात 3 जून उचित मूल्य दुकान का चैनल गेट का राड को फैलाकर 16 बोरी चावल को निकाल कर आंगनबाड़ी के सामने इक_ा कर पार करने की कोशिश की जा रही थी ।
तभी अचानक सुधु राम वह सुखराम राजवाड़ा के द्वारा देखा गया कि चारों चोर के द्वारा 16 बोरी चावल आंगनबाड़ी के सामने निकालकर पार करने के लिए रखा गया है उनके द्वारा हलचल मचाने पर आसपास के ग्रामीणों के द्वारा एक चोर को पकड़ लिया गया तथा पकडक़र 112 में डायल कर उसे सौंपा। पुलिस के द्वारा 151 की धारा लगाकर चालान किया गया था चोर की जमानत हो गई थी जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह चोरी की घटना दूसरी बार हो चुकी है तथा पुलिस थाना में शिकायत करने के बाद भी उनके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है और इससे पहले बिगन राम सोमनाथ धनी वह सेवक राम का ट्रैक्टर का 4 बैटरी भी पार हो चुका है तथा सिंटेक्स सूरज यादव क भी चोरी हो चुका है।
रजपुरी के शिव मंदिर में एंपलीफायर व चंगा वह दान पेटी भी चोरी हो चुकी है और इससे पहले प्रीतम किराना स्टोर में भी किराना सामान भी किया जा चुका है तथा चाणक्य दास की ओमनी से लाखों का कपड़ा भी पार हो चुका है और सीसीटीवी कैमरा में उस चोर का चेहरा भी लोड हो चुका था जो कि पुलिस थाना में फोटो जमा है लेकिन अभी तक उन अज्ञात चोरों का पता नहीं चल पाया है और पुलिस थाना में भी इसकी शिकायत हो चुकी है।
ग्रामीणों का कहना है कि अज्ञात चोरों को जल्द से जल्द पकड़ कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए अन्यथा ग्राम रजपुरी में उग्र आंदोलन व चक्काजाम किया जाएगा।
ग्रामीणों में ब्रह्मा प्रजापति सुधु राम श्रूजन राजवाड़ा परशुराम सूरज यादव जगरनाथ देव नारायण राम चरण सोमार साए धर्मेंद्र करलू दास मंगल प्रजापति चेतन गणेश सैनाथ व अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।
चादरपोशी के बाद कव्वाली का जोरदार मुकाबला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 5 जून। लखनपुर के जूना डी ग्राम बंधा मजार शरीफ में कव्वाली का प्रोग्राम रखा गया था, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव व दिल्ली एम्स के डॉ. योगेश जैन ने फीता काटकर कव्वाली का शुभारंभ किया।
लखनपुर ग्राम बंधा मजार शरीफ में हजरत जामाशाह के दरगाह में चादर पोशी के उपरांत कव्वाली का जोरदार मुकाबला प्रारंभ हुआ, जिसमें कव्वाल नईम साबरी, टीवी रेडियो सिंगर व कव्वाल गुडिय़ा परवीन के द्वारा जोरदार कव्वाली का मुकाबला हुआ। दूर-दूर से आए हुए लोगों ने कव्वाली का लुत्फ उठाया, वहीं लोगों के द्वारा हजरत जामा शाह रहमतुल्ला अलेह के दरगाह शरीफ में सिरनी फातिहा करा कर चादरपोशी भी किया गया।
2 साल के कोरेना काल के बाद मजार शरीफ में कव्वाली में अच्छी खासी भीड़ रही, जहां कई दुकानें भी लगाई गई थी। फैजान ए औलिया समिति के सदस्यों के द्वारा सभी जनप्रतिनिधियों का सम्मान किया गया।
यहां 25 वर्षों से लगातार उर्स का प्रोग्राम होते आ रहा है। उर्स कमेटी के अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह देव के द्वारा कार्यक्रम कराया जा रहा है। डॉ. प्रीतम राम विधायक के द्वारा विधायक मद से वजू खाना के लिए 1 लाख का सहयोग राशि दिया गया था, वहीं टीएस सिंह देव के द्वारा बाउंड्रीवॉल के लिए 10 लाख विधायक मद से देने की घोषणा की गई तथा वजू खाने का उद्घाटन भी किया गया।
टी एस बाबा ने कहा- दिल्ली एम्स के डॉ. योगेश कुमार के द्वारा दिल्ली को छोडक़र सरगुजा में सेवा दिया जा रहा है कि तथा उनका सरगुजा में अच्छा कार्य रहा। आज की रात कव्वाली के नाम पर बाबा के दरगाह में समर्पित है जो कि हम अपने आप को भाग्यशाली समझते हैं।
उर्स कमेटी के अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह देव, श्रम कल्याण मंडल बोर्ड के अध्यक्ष सफी अहमद,जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता,ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कृपाशंकर गुप्ता, मंडल अध्यक्ष दिनेश साहू, नरेंद्र पांडे, रमेश जायसवाल, इरशाद खान, अम्बिकापुर के पूर्व पार्षद नुरुल अमीन सिदकी व अन्य कांग्रेसी नेता व फैजान ए औलिया समिति के सदस्य व सभी पत्रकार उपस्थित रहे। इसके अलावा ब्लॉक के स्वास्थ्य विभाग सहित प्रशासनिक अमला जिसमें एसडीएम अनिकेत साहू की उपस्थिति रही, वहीं पुलिस बल की भारी मात्रा तैनाती की गई थी, जिसमें प्रशिक्षु आईपीएस थाना प्रभारी रॉबिंसन गुडिय़ा का पूरे कार्यक्रम सराहनीय सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सराहनीय कार्य किया गया।
अम्बिकापुर,5 जून। विश्व पर्यावरण दिवस पर आज पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव, श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष शफी अहमद, महापौर डॉ. अजय तिर्की सहित अन्य जन प्रतिनिधियों ने गंगापुर के बाबा तुलसी दास चौक के पास पौधारोपण किया। नगर निगम द्वारा आयोजित वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम में अम्बिकापुर शहर को को हरा -भरा बनाने का संकल्प लिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 5 जून। रविवार को सरगवां चौक पर सरगवां से कुल्हाड़ी जाने वाला मार्ग व डिगामा से सरस्वती विद्यालय एवं कंचनपुर बकना खुर्द मार्ग की जर्जर हालत में कोई सुधार न होने पर नाराजगी जताते हुए भाजयुमो दरिमा मंडल ने सरगवां चौक पर शासन व प्रशासन का सांकेतिक शव रखकर व टायर जलाकर चक्काजाम करते विरोध प्रदर्शन किया। लिखित आश्वासन के बाद चक्काजाम समाप्त किया गया।
उक्त मार्ग को लेकर भाजपा व स्थानीय ग्रामीणों द्वारा पूर्व में ज्ञापन दिया जा चुका था। सडक़ मरम्मतीकरण करने का आश्वासन दिया गया था, उसके बावजूद जर्जर सडक़ मार्ग की स्थिति में सुधार नहीं होने के कारण भाजयुमो दरिमा मंडल अध्यक्ष सुनील यादव के नेतृत्व में चक्काजाम कर कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया। इस दुर्दशा के लिए उन्होंने कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार बताया।
इस अवसर पर भाजयुमो जिला मंत्री व मंडल प्रभारी विकास शुक्ल चंदन ने भूपेश बघेल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार में डूब चुकी है। राज्य की जनता त्रस्त है व प्रशासनिक अमला भी सरकार के इशारों पर काम कर रहा है। भाजयुमो दरिमा मंडल जनहित का प्रत्येक मुद्दा उठाएगा और सडक़ से लेकर सदन तक की लड़ाई लडऩे के लिए तैयार रहेगा।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के वरिष्ठ अधिकारी व सब इंजीनियरों ने आश्वस्त किया कि सडक़ का मरम्मतीकरण व पैच रिपेयरिंग कर कार्य का टेंडर हो गया है, 1 माह के अंदर सडक़ का मरम्मत का कार्य पूर्ण करवा दिया जाएगा।
लिखित आश्वासन के कार्य नहीं होने पर प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना का कार्यालय का घेराव व आंदोलन का चेतावनी के साथ भाजयुमो ने चक्काजाम समाप्त किया।
चक्का जाम करने में सकालो सरपंच पूरण सिंह टेकाम, अनामिका पैंकरा, संजीव वर्मा, शानू कश्यप, अकील साय मरावी, विनाल गुप्ता, अनीश सिंह, नितिन गुप्ता, श्रीधर केसरी, संजय सिंह, निशात सिंह, दीपक यादव, अभिनंदन सिंह, शैलेश यादव, रोहित सिंह, मनीष दुबे, अभिषेक सिंह, राम कुमार, हिमांशु सिंह सिंगर, विकास कुमार, दिलीप कश्यप, शिवचरण गिरी, अभिजीत पांडे, रोनी मिश्रा शंकर चौधरी,तपन तलदार विजय मिस्त्री,भारत सोनहा,मनबोध यादव, ऋषभ यादव, विष्णु यादव, रमेश आदि उपस्थित रहे।
पर्यावरण बचाने शहर में निकली भव्य रैली, आम सभा का आयोजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 5 जून। विश्व पर्यावरण दिवस पर अंबिकापुर शहर में आदिवासी एकता महासभा और छत्तीसगढ़ किसान सभा सरगुजा द्वारा जुलूस एवं रैली कर एवं आमसभा कर शहर के लोगों का ध्यान पर्यावरण बचाने की ओर आकर्षित किया गया। रैली के पश्चात एक छोटी आम सभा की हुई, जिसको बाल सिंह, ऋषि कुमार गुप्ता, विमलेश सिंह सुरेंद्र लाल सिंह, रामलाल हकदार, सीपी शुक्ला आदि ने संबोधित किया। कहा गया कि हसदेव क्षेत्र में जंगल की कटाई तत्काल बंद किया जाए अगर ऐसा नहीं हुआ तो इस पूरे क्षेत्र में आम जनता उठ करके हसदेव पहुंच जाएगी और पेड़ काटने से रोका जाएगा।
सभा को मुख्य रूप से संबोधित करते हुए सीपी शुक्ला ने कहा कि आज पूरी दुनिया पर्यावरण की समस्या से जूझ रही है तथाकथित विकास के नाम पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। पूरे दुनिया के जंगल काटे जा रहे हैं नदी नालों को बंद किया जा रहा है, जिससे पूरी दुनिया में गर्मी पड़ रही है। बर्फ पिघल रही है। कई प्रकार की बीमारियां पर्यावरण खराब होने से बढ़ रही हैं ओजोन परत को नुकसान होने से उसमें छेद हो रहा है जिससे कि अल्ट्रावायलेट किरणें सीधे धरती पर पहुंच रही हैं और कैंसर जैसी बीमारियों को बढ़ावा मिल रहा है। फिलहाल हमारे छत्तीसगढ़ में भी पर्यावरण को कोयला खनन करके भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है अदानी और अंबानी को यह पूरी धरती ही सौंपी जा रही है इसका सबसे ताजा उदाहरण हसदेव अरण्य में केंद्र सरकार द्वारा कोयला खदान खोलने के लिए अदानी को लाइसेंस का दिया जाना है अगर यह खदान खोला गया तो इससे जंगलों को भारी नुकसान होगा जिससे करीब करीब 50 और 60 लाख से ऊपर पेड़ काटे जाएंगे।
सरगुजा बलरामपुर जशपुर कोरिया बिलासपुर रायगढ़ आदि जिलों में बरसात कराता है और यहां के पर्यावरण को संतुलित रखता है यदि यह जंगल कट गए तो भारी मात्रा में गर्मियों में इजाफा होगा। वर्तमान में ही आज का तापमान मुंगेली में 48 डिग्री तक पहुंच गया है यदि हसदेव के जंगल कट गए तो क्या हाल होगा दुख की बात है कि मोदी सरकार तथा भूपेश सरकार दोनों मिलकर के इस जंगल को सत्यानाश के कगार तक पहुंचा रहे हैं। आज भूपेश बघेल का जो बयान आया था कि हसदेव के विरोधी अपने घरों की बिजली बंद कर लें, यह बहुत ही निंदनीय है और गैर जनतांत्रिक तथा जनविरोधी है। उन्होंने कहा कि हम इस बयान की निंदा करते हैं।
विरोध को सहन नहीं कर पा रहे हैं और इन्हीं सब कारणों से कि विरोध ना हो पाए, उन्होंने एक जन विरोधी नियम बनाया है कि जुलूस धरना आंदोलन करने के पहले परमिशन लेना पड़ेगा और उसमें 10-10 लोगों के नाम देने होंगे, उनके फोन नंबर देने होंगे और अनुमति लेना पड़ेगा यह जो आदेश है वह जनविरोधी और हिटलर शाही की तरह है। यह कौन सी कांग्रेस है जो खुद जो हिटलर शाही कर रही है।
इस अवसर पर उनके इस बयान की न केवल निंदा की गई बल्कि उसे जलाया भी गया और आदेश की प्रति भी भरे सभा में जलाया गया। उन्होंने मांग की कि यह आदेश अनुमति लेने वाला तत्काल वापस लिया जाए तथा हसदेव क्षेत्र में जंगल की कटाई तत्काल बंद किया जाए अगर ऐसा नहीं हुआ तो इस पूरे क्षेत्र में आम जनता उठ करके हसदेव पहुंच जाएगी और पेड़ काटने से रोका जाएगा।
उसके पश्चात एप्स यू द्वारा आयोजित मानव श्रृंखला बनाने के कार्यक्रम हमें छत्तीसगढ़ किसान सभा और आदिवासी एकता महासभा के साथियों ने भाग लिया और इसके पश्चात यह आज का कार्यक्रम समाप्त हुआ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 4 जून। आरा मिल व्यवसाय को लघु उद्योग में शामिल करने व शासकीय दर पर भूमि आवंटन करने की मांग को लेकर वन ठेकेदार संघ सरगुजा के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित किया है।
प्रेषित पत्र में राजीव ने बताया कि शासन में नई नीतियों से टिम्बर का व्यवसाय लगातार प्रगति की ओर अग्रसर है, जिससे शासन को प्रर्याप्त राजस्व एवं कृषकों को प्रत्यक्ष आमदनी के रूप में लाभ हो रहा है, इस प्रकार आपकी नई वन नीति अत्यंत सराहनीय है। छत्तीसगढ़ में आरा मशीनों का संचालन विगत 60 वर्षों से किया जा रहा है आज लगभग एक हजार आरा मशीनें एवं लगभग दस हजार लघु काष्ट आधारित उद्योग संचालित हैं इन सभी उद्योगों में लगभग 50 हजार से अधिक श्रमिकों को रोजगार मिलता है।
अम्बिकापुर नगर में लगभग 30 आरा मशीने संचालित हैं, जो छोटे फर्नीचर उद्योगों एवं बढ़ई कारीगर की जीविका हेतु महत्वूपर्ण धारक हैं। इस प्रकार छ.ग. शासन में आरा मशीन के उद्योग को लघु उद्योग की इकाई में शामिल करने से शासन के द्वारा दी जा रही मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा, जो छ.ग. की उद्योग नीति के तहत लघु उद्योगों को मिलता है।
श्री अग्रवाल ने सीएम से संघ की ओर से अम्बिकापुर टिम्बर व्यापारियों के लिए अलग से औद्योगिक क्षेत्र में आवश्यकतानुसार शासन द्वारा निर्धारित न्यूनतम दर में भूमि आंवंटित करते हुए एक टिम्बर नगर की स्थापना करने की मांग एवं टिम्बर के व्यवसाय को लघु उद्योगों की श्रेणी में शामिल करने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
सीतापुर विकासखंड के 30 संकुलों में मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा प्रशिक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सीतापुर, 4 जून। मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा व व्यक्तिगत सुरक्षा का तीन दिवसीय संकुल स्तरीय प्रशिक्षण सीतापुर विकासखंड के सभी 30 संकुलों में 30 मई व 31 मई एवं 2 जून को विकासखंड शिक्षा अधिकारी मिथिलेश सिंह सेंगर के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।
नए शिक्षा सत्र के प्रारंभ के पूर्व इस तीन दिवसीय संकुल स्तरीय मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा के प्रशिक्षण में सीतापुर के लगभग 30 संकुलों में विकासखंड शिक्षा अधिकारी सीतापुर मिथिलेश सिंह सेंगर व एबीईओ महेश सोनी ने दौरा कर संस्था प्रमुखों व उपस्थित सभी शिक्षकों को नए शिक्षा सत्र में समय पर स्वयं के उपस्थिति का ध्यान रखते हुए पूरी ऊर्जा व ईमानदारी के साथ शाला संचालन करने व बच्चों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने की नसीहत दी।
बीईओ सेंगर ने कहा कि उक्त प्रशिक्षण प्राप्त कर आप सभी अपने-अपने संकुलों व स्कूलों के बच्चों के साथ साथ समाज व समुदाय के सदस्यों को भी इस प्रशिक्षण के अवगत करा जागरूक करें जिससे वे भी आत्म सुरक्षा के उपायों से परिचित हो अपनी व दूसरे की सुरक्षा कर सके।
सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी महेश सोनी ने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षकों का मूल कार्य है बच्चों को पढ़ाना व बच्चों का सर्वांगीण विकास करना, इसी पर अपना ध्यान केंद्रित कर हमेशा कार्य करें, तभी हम समाज मे अपना पुराना गौरव पुन: प्राप्त कर सकते हैं।
बीआरसी रमेश सिंह व बीपीओ प्रेम गुप्ता ने भी कई संकुलों का दौरा कर संकुल में चल रहे प्रशिक्षण में शिक्षकों को समय पर उपस्थिति व अपने दायित्वों के निर्वहन के प्रति सचेत करते हुए नए शिक्षा सत्र में सभी बच्चों को प्रवेशित करने पर जोर दिए।
सीतापुर विकासखंड के सभी 30 संकुलों में हुए मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा व व्यक्तिगत सुरक्षा के प्रशिक्षण को संकुल समन्वयक व मास्टर ट्रेनर शिक्षकों द्वारा प्रदान किया गया।
बीईओ सेंगर ने नए शिक्षा सत्र के प्रारम्भ के पूर्व स्कूलों में कसावट लाने व विभागीय कार्यों की समीक्षा करने हेतु सीतापुर विकास खण्ड के सभी प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शालाओं के संस्था प्रमुखों व सभी संकुल समन्वयकों की बड़ी बैठक शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल सीतापुर के सभाकक्ष में 14 जून को प्रथम चरण में 15 संकुलों का 10 बजे से 01 बजे तक व द्वितीय चरण में 15 संकुलों का 1.30 बजे से 04.30 बजे तक आयोजित की है, जिसमें सभी की उपस्थिति अनिवार्य है। उपरोक्त जानकारी शिक्षा विभाग के मीडिया प्रभारी उमेश मिश्रा ने दी।
अम्बिकापुर, 4 जून। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया है कि 7 जून को आयोजित होने वाले विशेष ग्राम सभा को स्थगित कर दी गई है।
अन्य पिछड़ा वर्ग एवं आर्थिक रूप से कामजोर वर्गों के सर्वेक्षण सूची का अनुमोदन करने हेतु विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया जा रहा था।
अम्बिकापुर, 4 जून। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव 5 जून को अपरान्ह 3:30 बजे पीजी कॉलेज ग्राउंड अम्बिकापुर से हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर लखनपुर विकासखंड के ग्राम अरगोती पहुंचेंगे। श्री सिंहदेव अरगोती में स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होने के पश्चात अपराह्न 5:15 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा पीजी कॉलेज ग्राउंड अम्बिकापुर वापस लौट आएंगे एवं अम्बिकापुर के वार्ड क्रमांक 14 में आयोजित चौपाल में आमजनों से मुलाकात करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,4 जून। हरा सोना के नाम से विख्यात तेंदूपत्ता वनवासियों के लिए अतिरिक्त आय का बड़ा साधन बन गया है। इस वर्ष जिले के 40 हजार 771 संग्राहकों ने 36 हजार 347 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण किया और एक महीने से कम समय में ही 14 करोड़ 53 लाख 88 हजार रुपये कमाई की।
वन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2022 में तेंदूपत्ता खरीदी का लक्ष्य 38 हजार मानक बोरा तय किया गया था जिसके विरुद्ध 36 हजार मानक बोरा संग्रहण हो सका जो लक्ष्य से करीब 5 प्रतिशत कम है अर्थात लक्ष्य का 95 प्रतिशत। मई माह के प्रथम सप्ताह में तेंदूपत्ता तोड़ाई शुरू हुआ था जो मई माह के अंतिम सप्ताह तक चला।
राज्य शासन द्वारा विगत वर्ष से तेंदूपत्ता की दर बढ़ाकर 4000 रुपये प्रति मानक बोरा कर दिया है जिससे तेंदूपत्ता संग्राहकों की आमदनी में इजाफा हुआ है। तेंदूपत्ता संग्रहण से प्राप्त राशि का उपयोग खरीफ सीजन की खेती के लिए खाद-बीज खरीदी में करते है।
अम्बिकापुर, 4 जून। पुलिस मुख्यालय, छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार सूबेदार / उप निरीक्षक संवर्ग / प्लाटून कमाण्डर भर्ती 2021 के अंतर्गत रेंज मुख्यालय अम्बिकापुर में 6 से 20 जून तक अभ्यर्थियों का दस्तावेज परीक्षण एवं शारीरिक माप किया जायेगा। उपरोक्त प्रक्रिया पुलिस लाईन ग्राउण्ड अम्बिकापुर में प्रतिदिन प्रात: 6 बजे से प्रारंभ होगी। उक्त भर्ती प्रक्रिया में सम्मिलित अभ्यर्थी प्रवेश-पत्र के साथ आवेदन पत्र में उल्लेखित मूल दस्तावेजों तथा उसकी छायाप्रति साथ में लेकर आयेंगे। अभ्यर्थी ध्यान रखें कि प्रवेश पत्र में उल्लेखित दिनांक एवं समय पर भर्ती केन्द्र में उपस्थित हों।
भर्ती स्थल पर मोबाईल लेकर आना वर्जित है। अभ्यर्थी को अपना व्यक्तिगत कीमती सामान को सुरक्षित रखने की व्यवस्था अभ्यर्थी को स्वयं करनी होगी । भर्ती स्थल पर प्रवेश करने के उपरांत मूल दस्तावेजों को सुरक्षित रखने की जिम्मेदार स्वयं अभ्यर्थी की होगी । भर्ती प्रक्रिया पूर्णत: पारदर्शी एवं निष्पक्ष है। इस संबंध में अभ्यर्थी किसी व्यक्ति के जालसाजी, धोखाधड़ी या लेन-देन से दूर रहें। यदि भर्ती स्थल पर कोई व्यक्ति भर्ती के नाम पर किसी प्रकार का प्रलोभन देता है तो तत्काल उसी सूचना भर्ती समिति अथवा मोबाईल नं. 6266886061 पर देंवे। भर्ती केन्द्र में अभ्यर्थी के अतिरिक्त अन्य किसी भी व्यक्ति / रिश्तेदार का उपस्थित रहना पूर्णत: वर्जित है।
पुलिस अधिकारी/कर्मचारी जिनकी ड्यूटी लगी है उनके अतिरिक्त कोई भी पुलिसकर्मी भर्ती स्थल पर पाये जाने पर उसके विरूद्ध विभागीय दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी।