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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 18 जुलाई। कोरोना संक्रमण काल खत्म हुए कई महीने बीत चुके हैं। इसके बाद भी बस संचालक एक-एक सीट पर तीन से चार गुना किराया वसूल रहे हैं। यही हाल ऑटो रिक्शा भी है, सिर्फ 5 किमी का किराया 50 रूपए वसूल रहे हंै, सबसे बड़ी बात यह है कि आरटीओ जनता के मुद्दों पर आखों मूंदे बैठा हुआ है। जिससे लोगों में काफी नाराजगी देखी जा रही है।
बस और ऑटो रिक्शा में यात्रियों से आरटीओ विभाग के नाक के नीचे मनमाना किराया वसूल किया जा रहा है। इन बसों में सीनियर सिटीजन से एक लोवर स्लीपर के लिए चार सीटों का किराया वसूल किया जा रहा है। ऑटो रिक्शा के लिए तोआरटीओ के द्वारा किसी भी तरह की दर फिक्स नही की गई है जबकि बसों में छत्तीसगढ़ शासन का किराया लिस्ट भी नहीं लगाया गया है।
लॉकडाउन के बाद अचानक ही ऑटो चालकों ने किराया दो से तीन गुना कर दिया है। तब से किराया कम नही किया, अब उनका कहना कि पेट्रोल डीजल के दामों में काफी बढ़ोतरी हो चुकी है उन्हें इससे कम से नही हो पाता है। 15 से 17 किलोमीटर तक के जिन रूटों पर पहले 10 रुपए किराया था, वहां सीधे 50 रुपए वसूला जा रहा है। हैरानी की बात ये है कि ऑटो में सफर के लिए मनमर्जी की किराया स्लैब तैयार कर ली है। अब यदि सवारी 4-5 किलोमीटर तक के लिए भी ऑटो में बैठती है तो उसे 50 रुपए ही देने होंगे। इतना किराया बसों में भी नहीं है।
मनमाना बढ़ोतरी
कोरोना महामारी में डीजल के दामों में इतनी भी बढ़ोतरी नहीं हुई थी उन दिनों जो यात्री किराया भाड़ा में चौगुनी बढ़ोतरी की गई वो आज भी लागू है। मनमाना किराया वसूल कर आमजन की जेब पर डाका डाला जा रहा है। सबसे ज्यादा ऑटो रिक्शा चालकों द्वारा चरचा स्टेशन से बैकुंठपुर तक का किराया 50 से 60 रूपए प्रति यात्री के हिसाब से वसूली की जा रही है, जबकि कोरोना कॉल से पहले इसका किराया मात्र 10 रूपए था। आटो रिक्शा और बस मालिकों द्वारा यात्रियों से मनमाना किराया वसूल कर जेब पर डाका डाला जा रहा है।
ऑटो चालकों के तर्क सवारी कम बैठाते हैं, पेट्रोल खर्च कैसे निकालें
किराया वृद्धि पर ऑटो चालकों से पूछा तो उन्होंने तर्क दिया कि पेट्रोल का खर्च भी निकल नहीं रहा, ऐसे में किराया नहीं बढ़ाएं तो क्या करें। लॉकडाउन से पहले खूब सवारियां मिलती थीं तो 10 रुपए लेकर सवारी बैठा लेते थे। अब सवारियां तो दो-चार बैठती हैं। और सवारियों का इंतजार करें तो वो सवारी भी चली जाती हैं। सवारी उतनी आ ही नहीं रही। अब एक-दो सवारी लेकर खाली ऑटो चलेगा पेट कैसे पालेंगे।
सुविधा और सुरक्षा भी नाकाफी
बसों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत सीट आरक्षित हैं। इसके उलट बसों में भीड़ के वक्त ऐसा नहीं लगता न ही महिलाओं को सीट दिए जाने को लेकर कंडक्टर या स्टाफ गंभीर होते हैं। जिसके कारण महिलाओं को दिक्कत झेलनी पड़ती है। नियमों के अनुसार उन्हें सुविधा, सहूलियत नहीं मिल रही, जिसका बेजा इस्तेमाल संचालक करते हैं। इसके एवज में अधिक रुपए वसूले जाते हैं।
मनेन्द्रगढ़, 18 जुलाई। बीती रात परसगढ़ी में एक किराना दुकान में आग लग जाने से हजारों की किराना सामग्री व अन्य सामान जलकर खाक हो गए। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत परसगढ़ी में अटल चौक के पास महिपाल सिंह ने किराना दुकान खोल रखी है। शनिवार की रात करीब 8 बजे दुकानदार महिपाल अपनी दुकान से बाहर कुर्सी लगाकर बैठा था, तभी अचानक दुकान में धुएं के साथ आग की लपटें उठने लगी। आनन-फानन में पानी से आग बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन जब तक आग पर काबू पाया जाता, दुकान में रखी किराना सामग्री, फ्रिज आदि अन्य सामान जलकर खाक हो गए।
दुकानदार महिपाल के अनुसार दुकान में आग लगने से उसे करीब 60 से 70 हजार रूपए का नुकसान पहुंचा है।
डेढ़ महीने से बुजुर्ग दम्पत्ति भटक रहे हैं पुलिस के पास
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 18 जुलाई। कोरिया जिले की जनकपुर पुलिस डेढ़ माह से बुजुर्ग दम्पत्ति के बैंक खाते से जमापूंजी निकाल कर फरार हो चुके आरोपी के आने का इंतजार कर रही है, जबकि दंपत्ति अब एसपी से मिलकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर राशि वापसी की गुहार लगाई है, वहीं टीआई जनकपुर का कहना है कि आरोपी पर कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में जनकपुर टीआई दीपेश सैनी का कहना है कि मामले की जांच कुंवारपुर चौकी प्रभारी कर रहे हैं, उनका भतीजा बोला है कि आकर पैसा दे देगा, उनसे सवाल किया गया कि आरोपी के आने का पुलिस इंतजार करेगी तो क्या वो राशि आकर दे जाएगा, जिस पर उन्होंने कहा कि कार्रवाई की जाएगी। जबकि उनसे पूछा गया कि आवेदन की पावती भी नहीं दी गई, कहा गया कि कुंवारपुर चौकी जाकर आवेदन दो, वहां से पावती मिलेगी, इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं बोला गया है।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के भरतपुर तहसील के चांटी (डोंगरीटोला-प) निवासी लल्लू प्रसाद विश्वकर्मा (72) और उनकी पत्नी शांति देवी (65) की कोई संतान नहीं है। दोनों ने जमीन बेची, चूंकि बैंक में खाता नहीं था, इधर मप्र के रीवा जिले के ग्राम बांसी निवासी उनका भतीजा पारसनाथ विश्वकर्मा आता-जाता रहता था, रजिस्ट्री की औपचारिकता और बैंक खाता खुलवाने में मदद किया।
बुजुर्ग दम्पत्ति ने 12 लाख रूपए में जमीन की बिक्री की, और भतीजे ने उनसे व्यवसाय करने के नाम पर 3 लाख की मांग की, कहा कि बाद में पैसा लौटा देगा। जिस पर उसे 3 लाख देकर बचे 9 लाख रू बैंक में जमा करवा दिया, जिस पर भतीजे ने बैंक में खाता खुलवाया और उसमें अपना मोबाइल नंबर डलवा दिया, साथ ही खुद नामिनी भी बन गया। खाते का एटीएम, पासबुक भी उसने अपने पास रख लिया। ये सारी बातों से बुजुर्ग दम्पत्ति अंजान थे और तो और अपने मोबाइल पर फोन पे शुरू कर राशि का आहरण करने लगा।
धर, राशि की निकासी से अंजान बुजुर्ग दंपत्ति दिसंबर 21 में बैंक पहुंचे और अपने खाते में जमा राशि का ब्याज की जानकारी ली, तो बैंक के एक खाते जिसमें 5 लाख रू जमा थे, उसमें 1 रू और दूसरे खाते जिसमें 4 लाख रू जमा किए थे, उसमें 11 रूपए मात्र थे। जिसके बाद दोनों के पैरों से जमीन खिसक गई, कुछ लोगों ने सलाह दी कि खाते में पैसा डालकर खाते का स्टेटमेंट निकालिए तो सही जानकारी मालूम पड़ेगी और फिर बैंक में राशि डालकर स्टेटमेंट निकालकर देखा तौ हैरान रह गए।
लल्लूराम बेहोश हो गए। दोनों खातों से राशि गायब थी। जिसके बाद उन्होंने भतीजे से बात की, जिस पर उसने धमकाते हुए कहा कि अब मेेरे से पैसा मत मांगना नहीं तो आकर दोनों को जान से मरवा दूंगा।
पुलिस ने नहीं दी पावती
बैंक से लाखों रूपए गायब होने के 5 महिने तक भतीजे की धमकी से डरे दम्पत्ति घर में बैठे रहे, उन्हे समझ नहीं आ रहा था कि वो करें तो क्या करें। जून माह में उन्होंने हिम्मत जुटाई और पुलिस को आवेदन दिया, जिस पंर जनकपुर पुलिस ने पावती देने से साफ इंकार करते हुए कहा कि आवेदन लेकर कुंवारपुर चौकी जाओ, वहां से पावति मिलेगी। बाद में कार्रवाई नहीं होने पर बुजुर्ग दंपत्ति वापस पुलिस के पास पहुंचे तो कहा गया कि आपका भतीजा से बात हुई है बोला है आएगा और पैसा वापस कर देगा।
अकेले रहते है दंपत्ति, सुरक्षा का है खतरा
चांटी (डोंगरीटोला-प) निवासी लल्लू प्रसाद विश्वकर्मा (72) और उनकी पत्नी शांति देवी (65) की कोई संतान नहीं है। दोनों चांटी बेरियर के पास रहते है, ऐसे में भतीजे की धमकी से दोनों बेहद डरे हुए हैं। दोनों का कहना है कि पुलिस उनकी सुरक्षा को लेकर पहल करे और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
चिरमिरी, 17 जुलाई। आज ऐसी शिक्षा की आवश्यकता है, जो छात्रों में नैतिकता जगा दे, यदि हम बाल्यकाल से ही बच्चों के जीवन में योग शिक्षा उतार दें तो उनके जीवन में प्रबल नैतिक गुणों का विकास होने लगता है और जिससे बच्चे अपने विद्यार्थी जीवन में सत्य, विनय, करुणा, क्षमा, स्नेह, सहानुभूति, आत्मनिर्भरता, वीरता और आत्मसंयम जैसे गुणों को विकसित कर अपने जीवन को मूल्यवान बना सकते है और यही तो हमें योग से मिलता है।
उक्त बातें शनिवार को बस्तामुक्त दिवस के अवसर पर योग सेवक संजय गिरि नें प्राथमिक शाला कदरेवां में बच्चों को नैतिक शिक्षा व् योग शिक्षा देने के दौरान कही। इस दौरान गिरि नें छत्तीसगढ़ शासन को स्कूलों में नैतिक व् योग शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल किये जाने पर धन्यवाद देते हुए कहा कि इससे स्कूलों में योग शिक्षा के द्वारा विद्यार्थियों के मन,बुद्धि व् चित्त को पुष्ट करने के साथ- साथ शारीरिक एवं नैतिक विकास पर भी बल मिल सकेगा।
बस्तामुक्त दिवस शनिवार की सुबह साढ़े सात से साढ़े आठ बजे तक श्री गिरि नें बच्चों को ओउम व् मन्त्रों के उच्चारण सिखाने से की। इसके उपरांत बाल सुलभ आसन ताड़ासन,वृक्षासन,तिर्यक ताड़ासन,पवन मुक्तासन, वज्रासन, अर्द्धपद्मासन, शशकासन, सुखासन आदि के अभ्यास के साथ प्राणायाम व् ध्यान के अभ्यास कराये तथा उनके लाभ बताये।
इस दौरान गिरि ने बच्चों को नैतिक शिक्षा व् बच्चों के जीवन में खेलों के महत्व का ज्ञान भी दिया। और इसे अपने आचरण में उतारने का संकल्प भी दिलाया।
गिरि ने बच्चों को शिवोहम- शिवोहम भजन का गाकर अभ्यास भी कराया।
सभी बच्चों ने बड़े ही उत्साह से अभ्यास भी किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 17 जुलाई। तेजस्विनी मारवाड़ी महिला मंच के सौजन्य से शिक्षा विभाग द्वारा संचालित शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में छात्राओं को कॉपियों का वितरण किया गया।
मारवाड़ी महिला मंच तेजस्विनी शाखा की अध्यक्ष अनीता फरमानिया, पूर्वी फरमानिया, बिहाना फरमानिया एवं मंजू अग्रवाल ने छात्राओं को अपने हाथों से कॉपियां बांटी और मन लगाकर खूब पढ़ाई करने और खूब आगे बढऩे अपना आशीर्वाद प्रदान किया।
इस दौरान संस्था के प्राचार्य सत्येंद्र सिंह, सांस्कृतिक प्रकोष्ठ प्रभारी सतीश उपाध्याय, परीक्षा प्रभारी टी. विजय गोपाल राव, दिलीप जायसवाल, सुमित जयसवाल, वरिष्ठ व्याख्याता प्रीतिलता गोस्वामी एवं सुशीला एक्का उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि अनीता फरमानिया के द्वारा पूर्व में भी छात्राओं के लिए विशेष सहयोग प्रदान किया जा चुका है। विद्यालय की ओर से संस्था के प्राचार्य ने तेजस्विनी शाखा के सहयोग की प्रशंसा की। अनीता फरमानिया ने इस अवसर पर छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इस सत्र में सर्वोच्च अंक प्राप्तकर्ता छात्रा को भी विशेष सहयोग प्रदान किया जाएगा।
तेजस्विनी मारवाड़ी महिला मंच के इस सहयोग के लिए व्याख्याता कंचन त्रिपाठी, अर्चना वैष्णव अनीता शर्मा, सुनीता कोल, अंजलि सिंह, अमिता शर्मा, अनिता देवड़े, अन्ना मैरी एक्का ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन सतीश उपाध्याय ने किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 17 जुलाई। ग्राम घुटरा एवं पेंड्री स्कूल में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया, जहां बच्चों को कानूनी प्रावधानों से अवगत कराया गया।
मनेंद्रगढ़ थानांतर्गत ग्राम पेंड्री व घुटरा स्कूल में प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश मनेंद्रगढ़ मानवेंद्र सिंह एवं थाना मनेंद्रगढ़ पुलिस टीम द्वारा विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में एडीजे मानवेंद्र सिंह द्वारा बच्चों को उनके अधिकार एवं अन्य कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी गई।
एक छात्र द्वारा बड़ी ही रोचकता से सर जज कैसे बनते हैं सवाल पूछा गया, जिस पर एडीजे मानवेंद्र सिंह द्वारा जवाब दिया गया एवं कैरियर से जुड़े सवालों पर मार्गदर्शन दिया गया। थाना मनेंद्रगढ़ से एएसआई भगत एवं टीम द्वारा बच्चों को साइबर अपराध एवं बैंक फ्रॉड की जानकारी दी गई।
मनेन्द्रगढ़, 17 जुलाई। भारतीय कलाकार संघ के संयुक्त तत्वावधान में छत्तीसगढ़ पेन्टर चित्रकार कल्याण संघ की ब्लॉक स्तरीय बैठक मंगल भवन मौहारपारा में आयोजित की गई, जिसमें भरतपुर, सोनहत, खडग़वां, बैकुण्ठपुर सहित मनेन्द्रगढ़ के पेन्टर भाईयों के साथ संघ के विशिष्ट पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में संघ के सभी सदस्यों ने संघ की मजबूती और संगठन की विशेष गतिविधियों सहित मौजूदा परिवेश में विलुप्त हो रही हस्तकला के उत्थान के विषय पर गहन चिंतन और अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त करते हुए अपने विचारों से संघ को अवगत कराया।
मनेन्द्रगढ़, 17 जुलाई। बीती रात परसगढ़ी में एक किराना दुकान में आग लग जाने से हजारों की किराना सामग्री व अन्य सामान जलकर खाक हो गए। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत परसगढ़ी में अटल चौक के पास महिपाल सिंह ने किराना दुकान खोल रखी है। शनिवार की रात करीब 8 बजे दुकानदार महिपाल अपनी दुकान से बाहर कुर्सी लगाकर बैठा था, तभी अचानक दुकान में धुएं के साथ आग की लपटें उठने लगी। आनन-फानन में पानी से आग बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन जब तक आग पर काबू पाया जाता, दुकान में रखी किराना सामग्री, फ्रिज आदि अन्य सामान जलकर खाक हो गए। दुकानदार महिपाल के अनुसार दुकान में आग लगने से उसे करीब 60 से 70 हजार रूपए का नुकसान पहुंचा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 16 जुलाई। सविप्रा उपाध्यक्ष एवं विधायक गुलाब कमरो की अनुशंसा पर भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में विकास योजना अंतर्गत विधायक निधि से विकास कार्यों हेतु 56 लाख 50 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
बहुप्रतीक्षित विकास कार्यों के लिए राशि मंजूर होने पर विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि भूपेश सरकार के नेतृत्व में संपूर्ण विधानसभा क्षेत्र विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि परम्परा, संस्कृति और अस्मिता की मजबूत बुनियाद से नवा छत्तीसगढ़ गढऩे का काम किया जा रहा है।
बीहड़ जंगली इलाकों में तेजी से दौड़ेगी विकास की गाड़ी
ज्ञात हो कि करीब 2 माह पूर्व मई में विधायक गुलाब कमरो दुर्गम और उबड़-खाबड़ पथरीली सडक़ को लांघ कर प्रदेश के अंतिम छोर पर बीहड़ जंगल में बसे ग्रामीणों तक पहुंचकर उनका हाल जाना था। उबड़-खाबड़ रास्तों को उन्होंने कुछ दूर पैदल चलकर पार किया तो कुछ दूर मालवाहक पिकअप का सहारा लिया। विधायक कमरो छतीसगढ़-मध्यप्रदेश की सीमा से लगे बीहड़ जंगलों के बीच बसे गाँव कुदरा, कोरमो, झापर, खोहरा, ढाब और सरगुजिहापाठ पहुंचकर वहां जन चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं थीं।
इस दौरान उन्होंने रास्ते में पडऩे वाले घाट को कटिंग कराए जाने की घोषणा की थी और घोषणा के 2 माह के भीतर घाट कटिंग के लिए लाखों रूपए की मंजूरी प्रदान कर दी गई है।
अब सडक़ बनने से बीहड़ जंगली इलाकों में सारी मूलभूत सुविधाएं शीघ्रता से मुहैया हो सकेंगी और यहां तेजी से विकास की गाड़ी दौड़ेगी। ग्रामीणों ने विधायक कमरो के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पहली बार कोई उनकी सुध ले रहा है।
विधायक कमरो की पहल पर स्कूल भवन के लिए 75 लाख मंजूर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 16 जुलाई। वनांचल क्षेत्र की बेटियों की शिक्षा में भवन का कोई रोड़ा नहीं होगा। सर्व सुविधायुक्त भवन बनेगा, जहां बेटियां अध्ययन कर अपने उज्जवल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेंगी तथा अपने माता-पिता के सपनों को भी साकार करेंगी। उक्त बातें सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने विधानसभा क्षेत्र के महाई में हाई स्कूल भवनों के निर्माण हेतु राज्य शासन द्वारा राशि मंजूर किए जाने पर कही।
ज्ञात हो कि विधायक कमरो की पहल पर वित्तीय वर्ष 2022-23 मुख्य बजट के नवीन मद में प्रावधानित हाई एवं हायर सेकेंडरी शाला भवनों के निर्माण कार्य की मंजूरी में भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत महाई में टी संवर्ग के हाई स्कूल भवन निर्माण हेतु राज्य शासन की ओर से 75 लाख 23 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। स्वीकृत राशि से महाई में सर्व सुविधायुक्त हाई स्कूल भवन का निर्माण होगा जहां वनांचल क्षेत्र के विद्यार्थी सहजतापूर्वक अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेंगे।
स्कूल भवनों के लिए राशि मंजूर किए जाने पर अभिभावकों ने विधायक कमरो और प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया है। विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि समर्पण की भावना व प्राथमिकता के आधार पर क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो रहा है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सडक़, बिजली, पानी सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं जनता तक पहुंचाने प्रदेश सरकार दिन-रात एक किए हुए हंै। सरकार की महती योजनाओं का क्रियान्वयन किस प्रकार हो रहा है, इसका जायजा लेने मुखिया भूपेश बघेल स्वयं भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत सीधे जनता तक पहुंचकर उनसे संवाद कर रहे हैं। विधायक ने कहा कि कभी प्रदेश की पहली विधानसभा का दर्जा प्राप्त भरतपुर-सोनहत विकास से कोसों दूर था।
पूर्ववर्ती सरकार ने विकास के नाम पर केवल वायदे किए और क्षेत्रवासियों को ठगने का काम किया, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद आज भरतपुर-सोनहत विधानसभा की तस्वीर बदल रही है।
सडक़ और पुल-पुलियों का जाल बिछाकर विकास को गति देने का काम किया गया है।
मंदिर के बड़े पुजारी अपने पूर्ण जीवनकाल तक पुजारी पद पर बने रहेंगे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 16 जुलाई। श्री राम मंदिर एवं गांधी पार्क ट्रस्ट सन 1965 से रजिस्टर्ड एक धर्मादाय ट्रस्ट है, जिसके द्वारा श्री राम मंदिर एवं उससे लगे गांधी पार्क जो कि एक खुला प्रांगण है, का संचालन किया जाता है। श्री राम मंदिर एवं गांधी पार्क ट्रस्ट के रजिस्ट्रीकरण के अनुसार श्री राम मंदिर से लगे उक्त गांधी पार्क का उपयोग ट्रस्ट के उद्देश्यों के अनुकूल धार्मिक एवं आध्यात्मिक कार्यों के लिए सार्वजनिक रूप से किया जाता है, जिसमें दुर्गा पूजा, गणेश पूजा, विश्वकर्मा पूजा के पंडाल एवं भंडारा तथा श्री रामनवमीं उत्सव का भंडारा, गुरू पूर्णिमा, होलिका दहन, रामलीला, भागवत प्रवचन, डांडिया-गरबा जैसे वर्ष भर में होने वाले सार्वजनिक उत्सवों का आयोजन किया जाता है। उक्त गांधी पार्क कोई खेल का मैदान नहीं है तथा इसमें खेल-क्रीड़ा आदि प्रतिबंधित है।
उक्त बातें श्री राम मंदिर एवं गांधी पार्क ट्रस्ट के पदाधिकारियों अध्यक्ष किशन लाल अग्रवाल एवं सचिव रघुनाथ पोद्दार ने गुरुवार को प्रेस वार्ता के दौरान संयुक्त रूप से बयान जारी कर कही। प्रेस वार्ता में अधिवक्ता रमेश चंद्र सिंह, विजय केशरवानी सहित ट्रस्ट के अन्य पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे।
पदाधिकारियों की ओर से कहा गया कि श्री राम मंदिर एवं गांधी पार्क ट्रस्ट के संस्थापक ट्रस्टियों की सदस्य संख्या 2021 तक घटते-घटते 7 हो गई है, जिसके कारण श्री राम मंदिर एवं परिसर का संचित रख-रखाव नहीं हो पाने के कारण 6 मार्च 2022 को ट्रस्ट का विस्तार करते हुए 11 नए आजीवन ट्रस्टी एवं 9 कार्यकारिणी सदस्यों के नाम ट्रस्ट में जोड़े गए हैं।
ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि श्री राम मंदिर के बड़े पुजारी ओमनारायण द्विवेदी के वृद्ध होने के कारण मंदिर में भगवान की पूजा-अर्चना, श्रृंगार आदि करने में असफल होने के कारण राम मंदिर एवं गांधी पार्क ट्रस्ट द्वारा एक और पुजारी रामकृष्ण दास की नियुक्ति की गई है।
तथा ट्रस्ट द्वारा बड़े पुजारी को आश्वासन दिया गया है कि वे अपने पूर्ण जीवनकाल तक श्री राम मंदिर के पुजारी पद पर रहेंगे तथा यह निर्णय भी लिया गया है कि बड़े पुजारी के बाद उनके परिवार के किसी भी अन्य सदस्य को श्री राम मंदिर के पुजारी पद पर नियुक्त नहीं किया जाएगा।
इसके अलावा प्रेस वार्ता में ट्रस्ट के पदाधिकारी अध्यक्ष और सचिव ने यह भी जानकारी दी कि श्री राम मंदिर एवं गांधी पार्क ट्रस्ट द्वारा 26 जून 2022 को लिए गए निर्णय के अनुसार नवीन मास्टर प्लान के तहत तैयार ले-आउट के अनुसर श्री राम मंदिर परिसर में जूता-चप्पल एवं अमानती सामान गृह, सीता रसोई, गौशाला, यज्ञशाला, संत समागम एवं धार्मिक आयोजन हेतु मंडप का निर्माण व नवीन व्यवसायिक परिसर का निर्माण कराया जाना है।
उक्त निर्माण कार्य कराने के पूर्व सभी पूर्व से निर्मित दुकानों को खाली कराकर ही नवीन निर्माण कार्य कराया जाना संभव है।
भाजपा की चुप्पी, रेत के बढ़़ते दामों से लोग परेशान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 15 जुलाई। कोरिया जिले मेें कांग्रेस अवैध रूप से रेत का उत्खनन एवं परिवहन कार्य को लेकर बैकफूट पर है। इसका असर जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर देखने को मिल रहा है। सरकार के लाख महत्वाकांक्षी योजनाओं पर रेत का अवैध कारोबार पानी फेर रहा है। सीधे रायपुर से संचालित इस कारोबार में कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं होता है।
कोरिया जिले में कांग्रेस की सरकार आते ही तेज गति से पनपे इस अवैध रेत का उत्खनन एवं परिवहन कार्य ने हर किसी को प्रभावित किया है। कई स्थानों पर लोगों के द्वारा विरोध प्रदर्शन के बावजूद इस अवैध कार्य को कोई रोक नहीं सका। अवैध रूप से रेत माफिया जिले के विभिन्न नदियों से दिन रात नियम विरूद्ध तरीके से रेत का उत्खनन के साथ परिवहन कर रहे है। अब जबकि नदियों से रेत निकालने पर प्रतिबंध लग चुका है, बावजूद इसके इस कार्य को कोई नहीं रोक सका है।
तीनों विधानसभा पर प्रभाव
कोरिया जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में नियम विरूद्ध रेत उत्खनन का मामला कांग्रेस के लिए मुसीबत बन चुका है। शहरों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्व में आसानी से और बेहद कम कीमत पर उपलब्ध हो जानी वाली रेत के दाम आसमान छू रहे है, ऐसा बीते 3 वर्षो से हो रहा है। शहरी क्षेत्र में एक ट्रैक्टर 700 में मिलता था अब उसके 5000 देना पड़ रहे है। तय है कि आम लोगों में विरोध होगा। निजी निर्माण कार्यो की गति एकदम धीमी पड़ चुकी है। ऐसे में जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्र में अवैध रेत उत्खनन कांग्रेस के लिए गले की फॉस बन गयी है।
तब और अब में कोई फर्क नहीं
जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तब भरतपुर जनपद क्षेत्र में कांग्रेस के नेताओं के द्वारा कई दिनों तक जमकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था उस दौरान कांग्रेस नेता के द्वारा भाजपा सरकार के संरक्षण में जिले में अवैध रूप से रेत उत्खनन करने के आरोप लगाये जाते रहे और पूर्व मुख्यमंत्री पर सीधा आरोप लगाया जा रहा था कि उनके संरक्षण में जिले में अवैध रूप से रेत का उत्खनन का कार्य हो रहा है, लेकिन जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आयी तब भी अबाध तरीके से अवैध रूप से रेत का उत्खनन आज तक जारी है जिस पर किसी तरह की प्रभावी कार्यवाही नहीं हो पा रही है।
भाजपा में छाई है गजब चुप्पी
कोरिया जिले में प्रमुख विपक्षी दल भाजपा जिले में अवैध रेत उत्खनन के मामले को लेकर ग्रामीणों के साथ सडक पर नहीं उतरे है। भाजपा की चुप्पी पर भी कई सवाल उठ रहे है। रेत माफियाओं की इतनी जबरजस्त सेटिंग है कि सरकार किसी की हो उनका काम रूक नही रहा है। भाजपा के आगे नहीं आने पर लोग सवाल खडे कर रहे है, जबकि आम आदमी पार्टी इस मामले में कई बार धरना प्रदर्शन कर चुकी है।
प्रतिबंध का कोई असर नहीं
बरसात शुरू होने के साथ ही नदियों से रेत उत्खनन एवं परिवहन का कार्य पूरी तरह से बरसात के दौरान उत्खनन करना प्रतिबंध कर दिया गया था लेकिन जिले में इस प्रतिबंध का कही पर भी कोई असर नही हो रहा है। बरसात के दिनों में भी नदियों से रेत निकालने का कार्य पूर्व की भांति बे रोक टोक चल रहा है। रेत माफियाओं को कार्यवाही का डर भी नही है। यही कारण है कि इस दौरान भी जिले के प्रमुख नदियों से अवैध रूप से रेत का उत्खनन के साथ परिवहन हो रहा है।
कोरिया जिले का रेत जिले ही नही बल्कि दीगर प्रांत मप्र व उप्र के कई शहरों में सप्लाई की जा रही है। इसी से समझा जा सकता है कि जिले में किस स्तर पर रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है।
आसमान छू रहे रेत का भाव
जिले में अवैध रूप से रेत उत्खनन करने क बाद बडी राशि में रेत को बेचा जा रहा है। जानकारी के अनुसार पहले जो रेत कम कीमत में विक्रय की जाती थी अब वही रेत कई गुना अधिक हजारों रूपये में विक्रय की जा रही है। रेत पर सरकार का नियत्रण नही होने के कारण जिले भर में रेत को लेकर मनमानी चल रही है जिससे कि मकान निर्माण कराने वाले लोगों को अपनी जेब ज्यादा ही ढीली करनी पड़ रही है।
चिरमिरी, 14 जुलाई। गुरु वह जो जगा दे, परम् से मिला दे, दिशा बता दे, खोया हुआ दिला दे, आत्म परिचय करा दे, मार्ग दिखा दे और अंत में अपने जैसा बना दे, लेकिन याद रखना गुरु मार्गदर्शक है, चलना तो स्वयं ही पड़ेगा।
उक्त बातें योग गुरु संजय गिरि नें स्थानीय ओउम योग समिति द्वारा आयोजित योग शिविर व् सम्मान समारोह में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को चिरमिरी में कही।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम सुबह 6 बजे से साढ़े 7 बजे तक गिरि नें योगाभ्यास कराया। इसके पश्चात् लोगों ने गिरि का साल-श्रीफल भेंटकर सम्मान किया। इस अवसर पर रामसहोदर का भी सम्मान किया गया।
खुले में रहने से मौसम की मार नहीं झेल पाई
तीसरी किश्त नहीं मिलने से अधूरा है पीएम आवास
रंजीत सिंह
मनेन्द्रगढ़, 14 जुलाई (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। प्रधानमंत्री आवास योजना की तीसरी किश्त नहीं मिलने की वजह से बुजुर्ग महिला अपनी बेटी व नाती के साथ करीब 3 साल से यात्री प्रतीक्षालय में शरण ली हुई थीं। प्रतीक्षालय के चारों तरफ से खुला होने की वजह से उसे ठंडी, गर्मी, बरसात हर मौसम की मार झेलनी पड़ रही थी। वर्तमान में बारिश का मौसम होने की वजह से बरसाती (पन्नी) ओढक़र रह रहे थे। बीमार पडऩे पर बुधवार शाम लगभग 4 बजे वृद्धा की प्रतीक्षालय में मौत हो गई।
गुरुवार को धवलपुर के ग्रामीण सोहन सिंह ने ‘छत्तीसगढ़’ को फोन पर बताया कि प्रधानमंत्री आवास का सपना संजोए बुजुर्ग महिला बालकुंवर (70) की बीमार पडऩे पर बुधवार शाम लगभग 4 बजे प्रतीक्षालय में मौत हो गई। खुले में रहने से मौसम की मार वह नहीं झेल पाईं।
मनेंद्रगढ़ विकासखंड के बार्डर पर स्थित ग्राम पंचायत धवलपुर के पटेलपारा में बालकुंवर (70) आज से करीब 3 साल पहले झोपड़ी में अपनी बेटी फूलकुंवर के साथ रहती थीं। वर्ष 2018-19 में जब प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसका आवास स्वीकृत हुआ और योजना के तहत पहली किश्त 25 हजार की राशि आई तो जहां उसकी झोपड़ी थी, वहां पीएम आवास का काम शुरू होने की वजह से झोपड़ी को तोडऩा पड़ा, जिसकी वजह से झोपड़ी के ठीक सामने पटेलपारा में स्थित यात्री प्रतीक्षालय में शरण लेनी पड़ी।
योजना के तहत पहली और दूसरी किश्त की राशि से बुुजुर्ग महिला बालकुंवर का प्रधानमंत्री आवास आधा बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन तीसरी किश्त की राशि नहीं आने की वजह से मकान में छत का काम रूका हुआ है।
बालकुंवर प्रतीक्षालय में बैठकर दिन-रात अपने आवास को निहारती रहती थीं कि कब तीसरी किश्त की राशि मिलेगी, जिससे उसका घर का काम पूरा होगा और वह प्रतीक्षालय छोडक़र सुकून से अपने घर में रह सकेगी।
वृद्धा की बेटी ने बताई वेदना
बालकुंवर जिस प्रतीक्षालय में शरण ली हुई थी, उसमें छत है, लेकिन दीवारें नहीं है, वहीं उसके आधे-अधूरे पीएम आवास में दीवारें हैं, लेकिन छत नहीं है। छत की वजह से उसे मजबूरी में प्रतीक्षालय में रहना पड़ा। वृद्धा बालकुंवर की 30 वर्षीया बेटी फूलकुंवर बताती हैं कि चारों ओर से खुला होने की वजह से उसे ठंड, गर्मी और बरसात हर मौसम की मार उसे अपनी बुजुर्ग माँ और अपने मासूम पुत्र 4 वर्षीय राहुल के साथ झेलनी पड़ रही है।
वे बताती हंै कि प्रतीक्षालय में बिजली भी नहीं है। वर्तमान में बारिश का मौसम होने की वजह से बरसात से बचने के लिए उन्हें बरसाती ओढक़र जहां अपना बचाव करना पड़ रहा है, वहीं रात में बारिश होने पर कई मर्तबा रात जागकर काटनी पड़ती है, लेकिन मदद के लिए अब तक कोई आगे नहीं आया है।
तीसरी किश्त नहीं मिलने से रूका है आवास का काम
ग्राम पंचायत धवलपुर के सरपंच जगदेव का कहना है कि वृद्धा बालकुंवर का पीएम आवास का काम तीसरी किश्त नहीं आने की वजह से फिलहाल बंद है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018-19 में पीएम आवास स्वीकृत हुआ था जबकि 2019-20 में काम शुरू हुआ। पिछली बरसात में दूसरी किश्त आई थी, लेकिन अब तीसरी किश्त नहीं आ रही है। सरपंच ने कहा कि पीएम आवास योजना में कई हितग्राहियों के आवास का काम अटका हुआ है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 14 जुलाई। सावन माह की शुरूआत 14 जुलाई से हो गयी। इस दिन शहर के 100 वर्ष पूर्ण कर चुके प्राचीन शिव मंदिर प्रेमाबाग में पहुंच कर श्रद्धालुओं ने विधि विधान के साथ बेल पत्र, धतुरा, नारियल अगरबत्ती सहित अन्य पूजन सामग्रियों के साथ पूजा अर्चना की गयी। यहॉ भोले शिव की पूजा अर्चना करने के लिए सावन के पहले दिन सुबह होने के साथ ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी और दोपहर तक पूजा अर्चना करने वालों की भीड़ जुटती रही। इसी तरह पुलिस लाईन के शिव मंदिर, एसईसीएल कॉलोनी के नागेश्वर मंदिर सहित शहर के अन्य क्षेत्रों के शिव मंदिरों के साथ जिले भर के शिव मंदिरों में सावन के पहले दिन भक्तों की भीड़ पूजा अर्चना के लिए जुटी रही। इसी तरह सोनहत मार्ग पर जंगलों के बीच स्थित शिवघाट के शिव मंदिर में भी कई श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए जुटते रहे। जिले भर के शिवालयों में पहले दिन शिवालयों में श्रद्धालुओं ने आस्था विश्वास के साथ विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना की गयी। इस बार सावन में चार सोमवार पड़ रहे है। पहला सोमवार आगामी 18 जुलाई को पडेगा। सावन माह में पूरा माह शिव भक्ति के लिए माना जाता है लेकिन इस माह में सोमवार का विशेष फलदायक वाला दिन माना गया है। यही कारण है कि सावन के सोमवार को कई श्रद्धालुओं द्वारा उपवास रखकर शिव जी की पूजा अर्चना की जाती है। सावन के पहले दिन उत्साह के साथ विभिन्न शिवालयों में भक्तों के द्वारा पूजा अर्चना की गयी तथा जलाभिषेक किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 14 जुलाई। सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर से निजामुद्दीन दिल्ली के लिए सप्ताहिक ट्रेन की शुरूआत रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिये की। अंबिकापुर निजामुद्दीन ट्रेन को केन्दीय मंत्री रेणुका सिंह ने 9.45 बजे वर्जुअल शुभारंभ के बाद मौके पर हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिसके बाद यह ट्रेन बिना रूके सूरजपुर रोड और बैकुण्ठपुर रोड से गुजरी, जिसे लेकर लोगों का खासा उत्साह देखा गया। भाजयूमो के कार्यकर्ता ढोल नगाड़े लेकर स्टेशन पहुचें तो भाजपा उपाध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी स्टेशन पर लड्डू बांटकर खुशियां मनाते देखे गए।
गुरूवार को अंबिकापुर निजामुद्दिन स्पेशन ट्रेन बैकुंठपुर रोड स्टेशन से गुजरी। इससे पूर्व ही काफी संख्या में लोग ट्रेन के स्वागत के लिए स्टेशन पर मौजूद थे। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी, लक्ष्मण राजवाडे, डॉ राकेश शर्मा, बसंत राय, सुभाष साहू, भाजयूमों के जिला महामंत्री शारदा प्रसाद गुप्ता, तीरथ राजवाड़े, हितेश सिंह, सत्येन्द्र राजवाड़े, मनोज सोनवानी, सुभाष जायसवाल के साथ काफी संख्या में लोग ढोल नगाड़ों के साथ उपस्थित रहे, जैसे ही अंबिकापुर निजामुद्दिन स्पेशन ट्रेन गुजरी, ट्रेन पर फूल बरसा कर स्वागत किया गया। ट्रेन को लेकर लोगों को खासा उत्साह देखा गया।
दिल्ली जाने को मिली राहत
अंबिकापुर निजामुद्दिन स्पेशन ट्रेन की सेवा के शुरू हो जाने के बाद सरगुजा संभाग के लोगो को देश की राजधानी दिल्ली जाने के लिए बडी राहत मिल गयी है। अब लोगों को अपने ही क्षेत्र से दिल्ली के लिए सीधी रेल सेवा मिल गयी। इस रेल सेवा के चालू होने से व्यापारियों केा भी आवामन करने में सुविधा मिल गयी है जो दिल्ली से विभिन्न उत्पाद लाया करते थे। इसके अलावा बुंदेलखंड क्षेत्र के लोगों के लिए भी यह ट्रेन सुविधाजनक हो गया। इस रेलगाड़ी के शुरू हो जाने से सरगुजा कोरिया क्षेत्र के लोगों की वर्षो पुरानी मॉग पूरी हो गयी। देश की राजधानी दिल्ली तक रेल सेवा की मॉग केा लेकर पहले कर्ह संगठनों के अलावा जनप्रतिनिधियो के द्वारा मॉग उठाई जाती रही लेकिन अब जाकर वर्षो पुरानी मॉग पूरी हो पायी। इसके कई सालों पहले विश्रामपुर से चलने वाली ट्रेन में दिल्ली के लिए एक बोगी लगती थी जो अनुपपुर जंक्शन में दिल्ली जाने वाली ट्रेन में जुट जाती थी लेकिन यह सुविधा भी कई सालों से बंद कर दी गयी थी जिसके बाद से सरगुजा कोरिया क्षेत्र से दिल्ली के लिए सीधी रेल सेवा की मॉग की जा रही थी।
तीसरी किश्त नहीं मिलने से अधूरा है पीएम आवास
रंजीत सिंह
मनेन्द्रगढ़, 14 जुलाई (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। प्रधानमंत्री आवास योजना की तीसरी किश्त नहीं मिलने की वजह से बुजुर्ग महिला अपनी बेटी व नाती के साथ करीब 3 साल से यात्री प्रतीक्षालय में शरण ली हुई हैं। प्रतीक्षालय के चारों तरफ से खुला होने की वजह से उसे ठंडी, गर्मी, बरसात हर मौसम की मार झेलनी पड़ रही है। वर्तमान में बारिश का मौसम होने की वजह से बरसाती (पन्नी) ओढक़र अपना बचाव करना पड़ रहा है, लेकिन जिम्मेदार हैं कि हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
मनेंद्रगढ़ विकासखंड के बार्डर पर स्थित ग्राम पंचायत धवलपुर के पटेलपारा में 70 वर्षीय बालकुंवर पति स्व. रघुनाथ आज से करीब 3 साल पहले झोपड़ी में अपनी बेटी फूलकुंवर के साथ रहती थीं। वर्ष 2018-19 में जब प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसका आवास स्वीकृत हुआ और योजना के तहत पहली किश्त 25 हजार की राशि आई तो जहां उसकी झोपड़ी थी, वहां पीएम आवास का काम शुरू होने की वजह से झोपड़ी को तोडऩा पड़ा, जिसकी वजह से झोपड़ी के ठीक सामने पटेलपारा में स्थित यात्री प्रतीक्षालय में शरण लेनी पड़ी।
योजना के तहत पहली और दूसरी किश्त की राशि से बुुजुर्ग महिला बालकुंवर का प्रधानमंत्री आवास आधा बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन तीसरी किश्त की राशि नहीं आने की वजह से मकान में छत का काम रूका हुआ है।
बालकुंवर प्रतीक्षालय में बैठकर दिन-रात अपने आवास को निहारती रहती है कि कब तीसरी किश्त की राशि मिलेगी, जिससे उसका घर का काम पूरा होगा और वह प्रतीक्षालय छोडक़र सुकून से अपने घर में रह सकेगी।
वृद्धा की बेटी ने बताई वेदना
बालकुंवरजिस प्रतीक्षालय में शरण ली हुई है उसमें छत है, लेकिन दीवारें नहीं है, वहीं उसके आधे-अधूरे पीएम आवास में दीवारें हैं, लेकिन छत नहीं है। छत की वजह से उसे मजबूरी में प्रतीक्षालय में रहना पड़ रहा है। वृद्धा बालकुंवर की 30 वर्षीया बेटी फूलकुंवर बताती हैं कि चारों ओर से खुला होने की वजह से उसे ठंड, गर्मी और बरसात हर मौसम की मार उसे अपनी बुजुर्ग माँ और अपने मासूम पुत्र 4 वर्षीय राहुल के साथ झेलनी पड़ रही है।
वे बताती हंै कि प्रतीक्षालय में बिजली भी नहीं है। वर्तमान में बारिश का मौसम होने की वजह से बरसात से बचने के लिए उन्हें बरसाती ओढक़र जहां अपना बचाव करना पड़ रहा है, वहीं रात में बारिश होने पर कई मर्तबा रात जागकर काटनी पड़ती है, लेकिन मदद के लिए अब तक कोई आगे नहीं आया है।
तीसरी किश्त नहीं मिलने से रूका है आवास का काम
ग्राम पंचायत धवलपुर के सरपंच जगदेव का कहना है कि वृद्धा बालकुंवर का पीएम आवास का काम तीसरी किश्त नहीं आने की वजह से फिलहाल बंद है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018-19 में पीएम आवास स्वीकृत हुआ था जबकि 2019-20 में काम शुरू हुआ। पिछली बरसात में दूसरी किश्त आई थी, लेकिन अब तीसरी किश्त नहीं आ रही है। सरपंच ने कहा कि पीएम आवास योजना में कई हितग्राहियों के आवास का काम अटका हुआ है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 13 जुलाई। प्ले स्कूल बचपन में 12 जुलाई को विश्व पेपर बैग दिवस मनाया गया। बच्चों को पेपर से कैरी बैग बनाने के गुर सिखाए गए।
विदित हो कि भारत सरकार ने प्लास्टिक कैरी बैग में प्रतिबंध लगाया है, ऐसी स्थिति में पेपर कैरी बैग का महत्व और बढ़ जाता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए विद्यालय ने वल्र्ड पेपर बैग डे का आयोजन किया एवं छात्रों को न्यूज पेपर से बैग कैसे बनाया जाता है यह सिखाया तथा प्लास्टिक कैरी बैग का उपयोग नहीं करने की समझाईश दी। शिक्षिका रिद्धिमा जायसवाल ने छात्रों को पेपर बैग की उपयोगिता तथ प्लास्टिक कैरी बैग से होने वाले दुष्परिणाम एवं प्रदूषण के बारे में विस्तार से समझाया।
शिक्षिका अंजली साहू ने बच्चों को न्यूज पेपर से कैरी बैग बनाना सिखाया एवं सभी बच्चों से एक-एक कैरी बैग बनवाकर उन्हें घर ले जाने के लिए दिया। विद्यालय की काउंसलर सोनाली दास ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 12 जुलाई को वल्र्ड पेपर बैग डे मनाया जाता है।
इस दिन को मनाने का उद्देश्य यह है कि हम प्लास्टिक बैग को अलविदा कहें एवं पेपर कैरी बैग का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करें और प्लास्टिक कैरी बैग से होने वाले प्रदूषण एवं होने वाले नुकसान से पृथ्वी को बचा सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 13 जुलाई। कोरिया जिला के थाना क्षेत्र जनकपुर में बीती रात बाइक की पिकअप से भिड़ंत हो गई जहां एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं दूसरे की आज उपचार के दौरान मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार सोमसाय बैगा पिता रामप्रसाद बैगा उम्र 38 वर्ष और कृष्ण कुमार बैगा पिता नंदलाल बैगा उम्र 32 वर्ष अपने घर पतवाही से बैकुंठपुर के लिए बैगा प्रोजेक्ट के तहत फार्म भरने के लिए गए हुए थे। जब यह लोग बैकुंठपुर से वापस पतवाही आ रहे थे, तभी मसौरा के पास रात करीब 9.30 बजे सामने से आ रही एक पिकअप द्वारा इनके गाड़ी को ठोक दिया गया। क्योंकि पिकअप में एक ही लाइट जल रही थी जिसको लेकर कृष्ण कुमार जो मोटरसाइकिल चला रहा था वह अपने गाड़ी में नियंत्रण नहीं रख सका, जिसके बाद पिकअप और मोटरसाइकिल आपस में भिड़ गई, जिससे सोमसाय बैगा की घटनास्थल पर मृत्यु हो गई।
इसकी सूचना ग्रामीणों द्वारा जनकपुर थाने को दी गई। जनकपुर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची वहीं थाना प्रभारी जनकपुर द्वारा तत्काल केल्हरी पुलिस को सूचना दी गई और केल्हारी में नाका लगवाया गया, जिससे अज्ञात पिकअप को पकड़ा जा सके, पर अज्ञात पिकअप का कोई पता ना चल सका कि वह कहां चली गई।
जिसके बाद मृतक और कृष्ण कुमार को जनकपुर थाने की गाड़ी से जनकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों ने सोमसाय को मृत घोषित कर दिया, वहीं कृष्ण कुमार बैगा को प्राथमिक उपचार के बाद जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया था, जहां आज उपचार के दौरान मौत हो गई।
जानकारी देना तो दूर प्रथम अपील में सुनवाई तक नहीं करते है विभाग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 13 जुलाई। कोरिया जिले के कुछ विभागों ने सूचना का अधिकार अधिनियम को मजाक बना कर रख दिया। समय सीमा मे जानकारी देना तो दूर प्रथम अपील पर सुनवाई तक नहीं करते है। विभाग द्वारा नियुक्त जनसूचना अधिकारी कानून की बारिकियों के बारे अनभिज्ञ है, वहीं विभाग के प्रमुख अधिकारियों को इस कानून की कोई परवाह नहीं है।
आवेदकों द्वारा चाही गयी जानकारी को जानबूझ कर समय सीमा में प्रदान नहीं करते, जब आवेदक प्रथम अपील में जाते है तो दो पक्षों की सुनवाई की जानी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया जाता। इस तरह का हाल जिला प्रशासन के कुछ विभागों के द्वारा अधिनियम का खुला उल्लंघन किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तक नपा बैकुण्ठपुर में सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 का पालन नहीं किया जा रहा है। इस अधिनियम को उक्त दोनों विभागों के अधिकारियों कर्मियो के द्वारा घोर उल्लंघन किया जा रहा है।
एक आवेदक ने बताया कि उसके द्वारा स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यालय में अपनी मांगों से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए नियमानुसार आवेदन किया। विभाग के स्टोर, वाहन, एनएचएम शाखा की के साथ कोरोना कॉल में दवाईयों की खरीदी, अनाप-शनाप वाहनों के बिलों की जानकारी की मांग की गई है। जिसके बाद तय समय सीमा में जानकारी नहीं दी गयी तब उसके द्वारा प्रथम अपील सक्षम प्राधिकारी के समक्ष की गयी, लेकिन प्रथम अपील समय सीमा में लगाये जाने के बाद भी दोनों पक्षों की सुनवाई नहीं की गई, जो सूचना के अधिकार अधिनियम का खुला उल्लंघन है।
ऐसा ही हाल नगर पालिका बैकुंठपुर का है यहां भी जानकारी प्राप्त करने के लिए सूचना के अधिकार के तहत आवेदन लगाया गया था, लेकिन यहां भी समय सीमा में जानकारी नहीं दिये जाने पर उन्होंने प्रथम अपील की गयी। नगर पालिका में भी भी दोनों पक्षों को लेकर सुनवाई नहीं की गयी। प्रथम अपील को दो माह से ज्यादा हो चुका है। इस तरह कई शासकीय विभाग सूचना के अधिकार अधिनियम केा मजाक बना दिया है। इससे ऐसा लगता है कि विभाग अपनी भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए जानकारी को प्रदान नही करना चाहते।
जनसूचना और प्रथम अपील एक ही जगह
सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत जनसूचना अधिकारी को जानकारी की मांग का आवेदन करना है, और जानकारी से नहीं मिलने या असंतुष्ट होने पर प्रथम अपीलीय अधिकारी को अपील करना होता है, प्राय: अन्य विभागों में प्रथम अपीलीय अधिकारी विभागध्यक्ष से उच्च श्रेणी का होता है, परन्तु सीएमएचओ और नगर पालिका में ऐसा नहीं है, विभाग का जनसूचना अधिकारी के बाद विभाग प्रमुख ही प्रथम अपीलीय अधिकारी है, जिसके बाद मनमाने तरीके से प्रथम अपील में दोनों पक्षों को बुलाकर सुनवाई नहीं की जाती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 13 जुलाई। गुरुवार को बहुप्रतिक्षित अंबिकापुर-निजामुद्दीन स्पेशल ट्रेन का शुभारंभ होने जा रहा है। जिसका स्टापेज कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के बैकुंठपुर रोड स्टेशन भी होगा, जिसे लेकर लोगों में काफी उत्साह है। साथ ही ट्रेन के जोरदार स्वागत की भी तैयारी की जा रही है।
इस संबंध में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह का कोरियावासी ह्रदय से आभार व्यक्त करते है। उन्होंने कहा कि रेणुका सिंह कोरिया की बेटी है, वर्षों से लंबित इस मांग को पूरा होना हम सब के लिए काफी खुशी का पल है। कल हम सब अंबिकापुर निजामुद्दिन स्पेशल ट्रेन का भव्य स्वागत करेंगें और रेणुका सिंह का भव्य अभिनंदन कार्यक्रम उन्हें सम्मानित भी करेेंगे।
जानकारी के अनुसार 14 जुलाई को अंबिकापुर निजामुद्दीन स्पेशल ट्रेन जिसका क्रमांक रेल मंत्रालय ने जारी कर दिया है, ट्रेन क्रमांक 04044 अप और 04045 डाउन है। इस ट्रेन का शुभारंभ केन्द्रीय रेल मंत्री और मंत्री रेणुका सिंह की उपस्थिति में होगा, शुभारंभ वर्चुअल होगा।
इस ट्रेन के शुरू होने से सरगुजा संभाग के लोगों को काफी सुविधा मिलने की संभावना है, ना सिर्फ व्यापार में वृद्धि होगी, यहां के लोगो को इलाज सहित अन्य स्थानों पर जाने के लिए अब ज्यादा परेशानी नहीं झेलनी होगी। सबसे बड़ी बात यह है कि ट्रेन कम समय में दिल्ली पहुंचाएगी, दिनभर काम कर दूसरी दिन ही वापसी की जा सकती हैं जिससे लोगों को समय भी बचेगा और काम भी जल्द से जल्द होगा।
14 स्थानों पर ही रूकेगी स्पेशन ट्रेन
14 जुलाई से शुरू होने वाली अंबिकापुर निजामुद्दीन स्पेशल ट्रेन सिर्फ 14 स्थानो पर ही रूकेगा, निजामुद्दिन से रात 1 बजे निकल कर मथुरा, आगरा, ग्वालियर, विरांगना लक्ष्मीबाई (झांसी), सागर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, बिजुरी, बैकुंठपुर रोड, सूरजपुर रोड और अंबिकापुर पहुंचेगी। शाम को 7 बजक 30 मिनट पर अंबिकापुर आएगी और दूसरे दिन सुबह 7 बजकर 15 मिनट पर अंबिकापुर से छूटेगी, सुरजपुर रोड 7 बजकर 47 मिनट जबकि बैकुंठपुर रोड स्टेशन 8 बजकर 20 मिनट पर पहुंचेगी, यहां सिर्फ दो मिनट का स्टापेज है, ट्रेन सुबह 4 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली पहुंचेगी।
कई चरणों में आंदोलन को लेकर बनाई रणनीति
बैकुंठपुर (कोरिया), 13 जुलाई। चिरमिरी जिला मुख्यालय बनाओ संघर्ष समिति चिरमिरी के अस्तित्व बचाने के लिए एक बार फिर आंदोलन की तैयारी में है। संघर्ष समिति ने राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग को 21 बिन्दुओं वाले 8640 दावा आपत्ति सौपे थे परन्तु आज तक उसकी सुनवाई नहीं हुई है, ऐसे में संघर्ष समिति ने अपने हक की लड़ाई को और तेज करने की घोषणा की है।
चिरमिरी जिला बनाओ संघर्ष समिति ने प्रेस वार्ता कर बताया कि कोरिया जिले का चिरमिरी जिले के एकमा़त्र हिल स्टेशन के साथ ही भारतीय कोयला उद्योग में 93 वर्षों से स्थापित अब विषम परिस्थितियों के कारण सिमटता जा रहा है और समाप्त होते कोयले के भण्डार के चलते कोयला खदान ईकाईयां को बचाने के संकट से जूझ रहा है। जिससे प्रभावित होते व्यापार के साथ आर्थिक गतिविधियां की समस्या गहराते जा रहा है। चिरमिरी के अस्तित्व को बचाने की समस्या का निदान चिरमिरी में जिला मुख्यालय स्थापित होने से आबादी की स्थिरता होने के साथ मजबूत अवसरों की संभावनाएं साकार रूप ले सकती है। खनिज क्षेत्र के रूप में चिरमिरी राज्य शासन को अरबो खरबों की राशि टैक्स व रायल्टी के रूप में दी है।
मुख्यमंत्री विधायकगण के साथ नवीन जिला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के लिए प्रकाशित राजप़त्र सूचना के अनुसार सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग छग को 21 बिन्दुओं वाले दावा तथा 8640 दावा नागरिकों द्वारा पूर्व में ही सौंपे गये है, जिस पर अब तक सुनवाई नहीं की गयी है। जिसके कारण चिरमिरी जिला मुख्यालय बनाओं संघर्ष समिति अस्तित्व बचाने के लिए फिर से आंदोलन की रणनीति तैयार कर रही है।
संघर्ष समिति ने बताया कि यदि चिरमिरी वासियों की मांगों पर विचार नहीं किया गया तो आगामी माह से फिर से अपनी मॉगों को लेकर आंदोलन शुरू किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जब मुख्यमंत्री द्वारा कोरिया जिले को विभाजित कर नया जिला मनेंद्रगढ़ बनाये जाने की घोषणा की गयी थी तब चिरमिरी व भरतपुर क्षेत्र के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया था जिसके बाद मनेंद्रगढ़ नये जिले के साथ चिरमिरी व भरतपुर का नाम जोडक़र मामले को शांत करने की कोशिश की गयी, लेकिन चिरमिरी वासियों के द्वारा नये जिले का मुख्यालय चिरमिरी क्षेत्र में स्थापित करने की मॉग केा लेकर लंबे समय तक आंदोलन किये वही कई लोगों ने चिरमिरी से रायपुर तक पैदल मार्च कर विरोध जताते हुए हक की मॉग की गयी थी।
जिला मुख्यालय बनाओं संघर्ष समिति की रूप रेखा-
बीते दिनों जिला मुख्यालय संघर्ष समिति द्वारा क्षेत्र के नागरिेकों की बडी बैठक ली गयी इसके बाद प्रेस वार्ता आयोजित की गयी जिसमें बताया गया कि एक विशेष प्रतिनिधि मण्डल विधायक डॉ विनय जायसवाल से मिलकर चिरमिरी की वास्तिविक स्थिति के बारे में राज्य शासन से मॉग एवं उठाये जाने वाले कदमों के बारे में बतायेगी। समय समय पर क्षेत्र की जनता द्वारा जनजागरण रैली निकाली जायेगी। निगम के सभी 40 वार्डो में जनसंपर्क कर जनप्रतिनिधियों को उपेक्षा की जानकारी दी जायेगी। अगस्त माह में पुन: क्रमिक भूख हडताल व अन्य आंदोलन शुरू करेंगे। चिरमिरी के अस्तित्व बचाने के लिए जिला मुख्यालय की स्थापना अति आवश्यक है। शासन के साथ विधायक, निगम महापौर, निगम सभापति व पार्षद स्पष्ट रूप से जनता को बताये कि चिरिमरी में जिला मुख्यालय एवं शासकीय कार्यालयों की स्थापना के बारे में उनके प्रयास व विचार क्या है। चिरिमरी निगम के सभी जनप्रतिनिधि सर्वसम्मति से विशेष सभा बुलाकर निगम की भूमि पर नवीन जिला मुख्यालय के साथ कार्यालय निर्माण का प्रस्ताव पारित कराकर शासन को भेंजे तथा उनके प्रस्ताव की अनदेखी पर स्वेच्छा से इस्तीफे की पेशकश शासन के समक्ष करे। राज्य शासन चुनावी घोषणा में शामिल किये गये नवीन जिला का मुख्यालय चिरमिरी साजापहाड मनेंद्रगढ मार्ग पर बनाये जाने के वायदे को पूरा करे। पूरे चिरमिरी को आग प्रभावित होने तथा शासकीय जमीन की कमी लेकर कुछ जनप्रतिनिधियों व लोगों द्वारा सीएम एवं शासन प्रशासन के समक्ष भ्रम न फैलाकर वास्तिविक स्थिति बनाये रखने का प्रस्ताव रखा है। निगम चिरमिरी में शासकीय जमीन 150 एकड लगभग होती है जबकि जिला मुख्यालय व कार्यालयों के लिए 25 एकड से अधिकतम पचास एकड की जमीन आवश्यकता होती है। इसके अलावा समर्थन में कई मॉगो की रूप रेखा तैयार की गयी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 13 जुलाई। मामूली विवाद पर महिला से मारपीट करने वाले लोगों के विरूद्ध शिकायत पर पटना पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया। वहीं पीडि़ता का कहना है कि आरोपियों ने दबाव डालकर उसे अस्पताल से निकलवा दिया और अब जब उसकी हालत बिगड़ रही है तो उसे जिला अस्पताल में भर्ती भी नहीं किया जा रहा है।
इस संबंध में पीडि़ता से मिली जानकारी के अनुसार पटना थाना क्षेत्र के ग्राम मानपुर की शिकायतकर्ता सुमित्रा ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी कि घटना दिवस को आंबा की मीटिंग में भाडी गयी थी और शाम 5 बजे घर पहुंची तो उसकी मां कृष्णा बाई के शरीर पर चोट के निशान थे, जिस पर अपनी मां को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले भर्ती किये और इसके बाद मामले की शिकायत थाने में की गयी।
उसने बताया कि ग्राम मानपुर के आरोपी गजानंद साहू, सच्चिदानंद साहू तथा श्रीराम साहू ने खेत में मिट्टी गिरा रहे थे, जिसे उसकी मां कृष्णा बाई ने मना किया तो इस पर तीनों आरोपी ने विवाद करने लगे और गालियां देते हुए लाठी डंडे से मारपीट की गयी, जिससे उसकी मां के शरीर के कई हिस्सों में चोट आयी। जिसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, साथ ही रिपोर्ट थाने में दर्ज करायी गयी, परन्तु उन्हें जिला अस्पताल में नहीं रखा गया फौरन छुट्टी कर दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 13 जुलाई। कोरिया जिले के जनपद बैकुंठपुर क्षेत्र के एक गांव में बनाई गई सडक़ पहली बारिश में ही जगह-जगह से उखड़ गयी तथा कई जगहों धंस गई हैं, वहीं धंसी सडक़ के उपर मिट्टी डालकर छुपाने के लिए मिट्टी लाई गई, जिसे एक मूकबधिर किसान के खेतों में डाल कर छोड़ दिया गया, जिससे किसान अब खेती कैसे करेगा वो परेशान है, वहीं ग्रामीणों ने घटिया निर्माण कार्य कराये जाने वाले जिम्मेदार पर कार्रवाई की मांग की है।
ग्रामीणों का कहना है कि जनपद पंचायत बैकुंठपुर अंतर्गत ग्राम पतरापाली के कुम्हारपारा से आमापारा तक छ: माह पूर्व सडक़ का निर्माण लोक निर्माण विभाग द्वारा करवाया गया था। बनाये गये सडक़ में गुणवत्ता का जरा सा भी ध्यान नहीं रखा गया। पहली बारिश में ही लाखों खर्च कर बनाई सडक़ की दुर्दशा सामने आ गई। पतरापाली के कुम्हारपारा से आमापारा तक बनाये गई सडक़ बनने के बाद से उखड़ता चली गई।
इस बरसात में अब स्थिति यह है कि सडक़ जगह-जगह से टूट गई साथ ही कई जगहों पर तो सडक़ धंस गयी है। ग्रामीणों की सूचना पर विभाग जागा और फौरन ट्रकों में भर कर मिट्टी लाई गई और धंसे स्थानों को मिट्टी से ढंका गया, वाहन चालकों को आवागमन करने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। बनने के बाद से ही सडक़ की ऐसी हालत को देखकर ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इस सडक़ निर्माण में बरती गयी लापरवाही के कारण दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की।
ग्रामीणों का कहना है कि शासन का पैसा खर्च कर सडक़ बनायी गयी में गुणवत्ता नहीं है, जिसके चलते बनने के साथ ही सडक बेकार हो गयी एक साल भी ठीक से सडक़ नहीं टिक पायी हैं। ग्रामीणों की मांग है कि सडक़ की जांच कर कार्रवाई की जाए।
किसान के खेत में डाल दिये मिट्टी
जानकारी के अनुसार सडक निर्माण कराने के दौरान मूक बधिर किसान ओम प्रकाश पिता संतलाल के खेत में मिट्टी डाल दी गयी है। जिसे सडक बनने के बाद भी खेत से मिट्टी को हटाया नही गया। इससे इस बरसात के मौसम में किसान जिस खेत में मिट्टी भर दी गयी है उस खेत में कृषि कार्य नही कर पा रहा है। मूक बधिर किसान इसे लेकर परेशान है कि वह इसके लिए कहॉ जाये। उस खेत में किसी तरह की कोइ भी फसल नही ले पा रहा है जिससे कि उसे नुकसान पहुंच रहा है।
मनेन्द्रगढ़, 12 जुलाई। सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो के प्रयास से राज्य शासन द्वारा भरतपुर, सोनहत और मनेंद्रगढ़ विकासखंड के विभिन्न ग्राम पंचायतों में सामाजिक भवन निर्माण हेतु 1 करोड़ 40 लाख रूपए की मंजूरी प्रदान की है।
राज्य शासन द्वारा भरतपुर विकासखंड में कंवर समाज हेतु सामाजिक भवन निर्माण हेतु 10 लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं। इसी प्रकार विकासखंड सोनहत में गोंड़ समाज, ग्राम नटवाही में चेरवा समाज, सोनहत में पंडो समाज, ग्राम बंशीपुर में चेरवा समाज एवं ग्राम सोनहत में साहू समाज हेतु पृथक-पृथक 10-10 लाख रूपए तथा सोनहत में ही संत रविदास भवन निर्माण हेतु 10 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। वहीं मनेंद्रगढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम डुगला में उरांव समाज, ग्राम पसौरी में पनिका समाज, ग्राम चैनपुर में यादव समाज, ग्राम बिहारपुर में चेरवा समाज, ग्राम नागपुर व पेण्ड्री में कलार समाज तथा ग्राम शंकरगढ़ में अगरिया समाज हेतु सामाजिक भवन निर्माण हेतु 10-10 लाख रूपए की मंजूरी प्रदान की गई है।
सामाजिक भवन निर्माण के लिए राशि मंजूर किए जाने पर सभी समाजों के पदाधिकारियों ने विधायक गुलाब कमरो के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है। अलग-अलग समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि समाजों के हित में यह भवन मील का पत्थर साबित होगा। आज तक किसी भी मुख्यमंत्री व विधायक ने इस ओर ध्यान नहीं दिया, लेकिन प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल और विधायक गुलाब कमरो ने हर वर्ग की चिंता की है। विधायक के प्रयास की सभी सामाज और जिलेवासियों ने प्रशंसा की है।
समाज के हर वर्ग का हो रहा विकास
विभिन्न समाजों के लिए सामाजिक भवन हेतु 1 करोड़ से भी अधिक की राशि मंजूर किए जाने पर विधायक गुलाब कमरो ने सामाजिक जनों की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सामाजिक भवनों का निर्माण आज की आवश्यकता है। विधायक ने कहा कि प्रदेश के मुखिया के आशीर्वाद से क्षेत्र में विकास की बयार बह रही है। प्रदेश सरकार समाज के हर वर्ग के विकास हेतु निरंतर प्रयासरत है।