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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 जून। कलेक्टर विजय दयाराम के. बुधवार को बकावंड विकासखंड के निरीक्षण दौरा के दौरान ग्राम संघकरमरी में बस्तर ग्रीन मैन के नाम से प्रसिद्ध दामोदर कश्यप में भेंट किये।
भेंट के दौरान कलेक्टर ने श्री कश्यप से उनके द्वारा उगाए गए पेड़ों को देखने की इच्छा जाहिर किए। ग्रीन मैन श्री कश्यप सहर्ष तैयार हो गए और ओडिशा राज्य की सीमा में स्थित ग्राम बाइकागुड़ा के नजदीक 600 एकड़ में श्री कश्यप द्वारा लगाए 400 पेड़ों का कलेक्टर ने अवलोकन किया।
कलेक्टर विजय ने ग्रीन मैन श्री कश्यप का शाल और श्रीफल देकर सम्मानित किया। कलेक्टर ने उनके द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य की सराहना की। पर्यावरण संरक्षण में उनके कार्य से प्रेरणा लेकर अन्य लोगों भी पर्यावरण संरक्षण में सहयोग करने की अपील की।
ज्ञात हो कि जंगल बचाने के लिए बस्तर ग्रीन मैन श्री दामोदर कश्यप के बारे में 9 वीं कक्षा के सामाजिक विज्ञान के पाठ्य पुस्तक में स्थान दिया गया है।
ग्रीन मैन श्री कश्यप ने बताया कि 1970 की दशक से पेड़ों और जंगल को बचाने का काम शुरू हुआ, जो आज भी सतत जारी है। गांव के द्वारा नियम बनाया गया है कि जंगल से कोई लकड़ी नहीं लेगा, लकड़ी ले जाने वाले से जुर्माना लिया जाता है। प्रतिदिन अलग-अलग तीन आदमियों के द्वारा जंगल का निरीक्षण और निगरानी रखी जाती है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा गांव के ग्रामीणों के सहयोग से स्थानीय प्रजाति के पेड़- पौधों को संरक्षित करने के लिए नर्सरी बनाया गया है। इन पौधों को नजदीकी ग्राम पंचायतों में वितरण किया गया था। इस वर्ष भी बहुत पौधे तैयार किया गया है जिसको पौधारोपण किया जाएगा।
कलेक्टर का पारंपरिक तरीके से महिलाओं ने किया स्वागत
पहली बार ग्राम बाइकागुड़ा पहुँचे कलेक्टर श्री विजय का गांव की महिलाओं ने पारंपरिक तरीके और फूलों की माला से स्वागत किया। गांव की सभी महिलाएं पेड़ो को संरक्षित करने वाले जगह पर पहुँचे थे। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रकाश सर्वे, एसडीएम बस्तर ओम प्रकाश वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
नम आंखों से दी विदाई
जगदलपुर, 22 जून। मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में 2017 बैच के छात्र की उपचार के दौरान मौत हो गई। इसकी जानकारी लगते ही सीनियर से लेकर जूनियर डॉक्टरों में शोक की लहर छा गई। सभी ने सोशल मीडिया के माध्यम से उसको विदाई देने के साथ ही एक शोक सभा कर उसकी आत्मा की शांति के लिए कामना भी की।
ज्ञात हो कि मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में वर्ष 2017 बैच के छात्र भूपेंद्र (24 वर्ष) राजनादगांव को सिकलीन बीमारी के साथ ही उसके शरीर में रक्त की काफी कमी चल रही थी, जिसके चलते परिजनों से लेकर दोस्तों के साथ ही रूममेट के द्वारा लगातार उसे उपचार के लिए बार-बार कहा जाता था।
जांच के दौरान पता चला कि भूपेंद्र के शरीर में 2 ग्राम रक्त था, जिसके बाद एक यूनिट रक्त भी चढ़ाया गया था, 19 जून को भूपेंद्र का स्वास्थ्य खराब होने के कारण उसे मेकाज के एमआईसीयू में भर्ती किया गया, जहां 20 जून को भूपेंद्र की मौत हो गई।
मौत की खबर का पता चलते ही हॉस्टल में रहने वाले दोस्तों की भीड़ वार्ड में लग गई, वहीं सोशल मीडिया में दोस्तों ने साथ में खिंचाई गई फोटो को शेयर करते हुए बिताए हुए पलों को याद करते हुए उसे भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की, वहीं शाम को कॉलेज में छात्र-छात्राओं के साथ ही दोस्तों ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए विदाई भी दी।
योग दिवस पर स्टेडियम में किया सामूहिक योग
जगदलपुर, 22 जून। नवम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस ‘एक विश्व एक स्वास्थ्य’ थीम के आधार पर सामूहिक योग कार्यक्रम इंदिरा प्रियदर्शनी स्टेडियम में किया गया। योगाभ्यास कार्यक्रम में मुख्य अतिथि योग आयोग के सदस्य राजेश नारा शामिल हुए। इस अवसर पर राजेश नारा ने कहा कि योग करें, निरोग रहे इसी भावना के साथ स्वस्थ शरीर के लिए योग अपनाए, योग के महत्व को सभी समझे। शासन ने योग के माध्यम से स्वास्थ्य के प्रति लोंगों को जागरूक करने के लिए 21 जून को योग दिवस मनाया जा रहा है योग के लिए ज्यादा से ज़्यादा लोंगों को जोड़ा जाना चाहिए।
संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा कि देश-विदेश में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। योग हमारे देश की पुरानी संस्कृति व पम्परा है। पूरे देश में वर्ष 2014 से 21 जून को योग दिवस मनाया जा रहा है। योग से अपने शरीर,मन को स्वस्थ रखे और बेहतर समाज का निर्माण में योगदान दें। अपने स्वास्थ्य के लिए आधे घण्टे योगाभ्यास और खेल गतिविधियों का हिस्सा बनाना जरूरी है। साथ ही योग से अपने आसपास के लोंगों को जोडऩे के लिए भी प्रेरित करें।
इन्द्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि जीवन का सच्चा मित्र हमारा स्वस्थ शरीर है। स्वस्थ शरीर के लिए हमे योग, खेल गतिविधियों को हिस्सा बनाना चाहिए। योग हमारे पुरातन संस्कृति का हिस्सा रहा है, स्वस्थ खुशहाल जीवन के लिये नियमित योगाभ्यास किया जाना चाहिए। संकल्प ले बेहतर स्वस्थ और स्वस्थ भारत का निर्माण करें।
कलेक्टर विजय दयाराम के. ने अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रोज करे योग रहे निरोग, इस भागा दौड़ की जिंदगी में अपने लिए दो पल निकालकर योगाभ्यास रोज करें। रोज योग करने से सकारात्मक प्रभाव दिखने लगता है।
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र मीणा ने कहा कि प्रतिदिन योग कर शरीर के साथ जुड़ाव महसूस किया जा सकता है। स्वस्थ शरीर के साथ समाज के विकास में भी सभी सहयोग करें। इस योगाभ्यास के उपरांत मुख्य अतिथि श्री नारा द्वारा योग का संकल्प दिलवाया गया।
इस अवसर सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे,सभी जिला स्तरीय अधिकारी,गणमान्य जनप्रतिनिधिगण, तृतीय लिंग के अतिथि, बड़ी संख्या में योगाभ्यास करने वाले नागरिक उपस्थित थे।
शादी समारोह से वापस लौटते हादसा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 जून। तोकापाल पेट्रोल पंप के पास बीती रात एक तेज रफ्तार बोलेरो ने बाइक को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में एक युवक की जहां मौके पर ही मौत हो गई, वहीं साथ बैठा दूसरा युवक घायल हो गया। उसे मेकाज में भर्ती किया गया है।
परपा पुलिस ने बताया कि साडग़ुड़ निवासी संतलाल नाग पिता फुलदेव (24 वर्ष) अपने दोस्त सुखलाल को मोटरसाइकिल में लेकर साडग़ुड़ से कुरेंगा शादी समारोह में शामिल होने गया था। शादी समारोह से वापस लौटने के दौरान तोकापाल पेट्रोल पंप के पास गीदम की ओर से आ रही एक तेज रफ्तार बोलरो ने उसे चपेट में लेते हुए सडक़ किनारे जा घुसा।
हादसे में संतलाल की मौके पर मौत हो गई, वहीं घायल को मेकाज भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि मृतक का एक डेढ़ साल का बच्चा भी है, वहीं मृतक वाहन चलाने का काम भी करता था।
युवक की मौत की खबर का पता चलते ही परिवार में शोक की लहर छा गई। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
ड्यूटी जाने के दौरान हादसा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 जून। बीती रात नगरनार थाना क्षेत्र के सेमरा में एक तेज रफ्तार वाहन ने एक मोटरसाइकिल सवार एनएमडीसी कर्मी को ठोकर मार दी। इस हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक एनएमडीसी में नाइट ड्यूटी में जा रहा था।
नगरनार थाना प्रभारी ने बताया कि रायपुर के गौरव चौक निवासी रॉबिन कुमार (45 वर्ष) रात में एनएमडीसी में नाइट ड्यूटी में घर से बाइक से कार्यालय जा रहा था। उसी दौरान एक तेज रफ्तार वाहन ने रात करीब 10 बजे उसको अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में कर्मचारी की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंच शव को पीएम के लिए मेकाज भिजवाया, वहीं आरोपी वाहन चालक को पकड़े जाने की बात भी कही जा रही है। गुरुवार की सुबह शव का पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।
उपचार के लिए ले गए अस्पताल, रास्ते में ही तोड़ा दम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 21 जून। घर से एक किमी दूर पानी के लिए गई महिला जब अपने घर के बाथरूम पहुंची तो उसने देखा कि उसका 2 साल का बेटा पानी के ड्रम में औंधे मुंह डूबा हुआ था, जिसे उपचार के लिए मेकाज ले जाया गया, जहां रास्ते में ही बच्चे ने दम तोड़ दिया। यह घटना बस्तर थाना क्षेत्र के ग्राम इच्छापुर के बहमनपारा की है।
परिजनों ने बताया कि बहमनपारा निवासी मंगल( 45 वर्ष) का सबसे छोटा बेटा राकेश (2 वर्ष) बुधवार की सुबह करीब 8 बजे खेलने के दौरान घर के बाहर बर्तन धोने के लिए पानी से भरे ड्रम में जा गिरा। चूंकि घर में पिता ड्यूटी चले गए थे, उसकी मां कमला पीने का पानी लेने के लिए घर से एक किमी दूर बोर में पानी लेने के लिए गई हुई थी, जब उसकी मां कमला 9 बजे के लगभग जब घर पहुंची तो उसने देखा कि बच्चा पानी में डूबा हुआ था।
इसके बाद मां ने परिजनों के अलावा आसपास के लोगों को बुलाया। जिसके बाद बच्चे को उपचार के लिए महारानी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही बच्चे ने दम तोड़ दिया। बच्चे के शव को पीएम के लिए मेकाज भेजा गया, जहां पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 21 जून। केन्द्रीय रिर्जव पुलिस बल की 80वीं वाहिनी द्वारा आज हरजिन्द्रर सिंह, पुलिस उपमहानिरीक्षक, रेंज जगदलपुर केरिपुशबल की उपस्थिति एवं जितेन्द्र कुमार, कमाण्डेंट, 80वीं वाहिनी के मार्गदर्शन में आज को 80वीं वाहिनी सीआरपीएफ कैम्प, जगदलपुर में 9वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। उक्त योग दिवस में रेंज जगदलपुर केरिपुशबल, 80वीं वाहिनी के अधिकारी कार्मिक तथा साथ ही स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया तथा योगाभ्यास किया।
पुलिस उपमहानिरीक्षक हरजिन्द्रर सिंह ने 9वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस योगाभ्यास में उपस्थित सभी अधिकारीगण, जवानों एवं स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए अवगत करवाए कि योग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिसमें शरीर और आत्मा को एकरूप करना ही योग कहलाता है। मन को शब्दों से मुक्त करके अपने आपको शान्ति और रिक्तता से जोडऩे का एक तरीका है योग। नियमित योग करने वाले व्यक्तियों के लिए योग एक बहुत ही अच्छा अभ्यास। यह स्वस्थ जीवनशैली तथा बेहतर जीवन जीने में हमारी काफी सहायता करता है। योग वह क्रिया है, जिसके अन्तर्गत शरीर के विभिन्न भागा का एक साथ लाकर शरीर, मस्तिष्क और आत्मा को संतुलित करने का कार्य किया जाता हैं। पहले समय में योग का अभ्यास ध्यान की क्रिया के साथ किया जाता था। योग सांस लेने के अभ्यास और शारीरिक क्रियाओं का जोड़ है।
योग व्यवस्थित, वैज्ञानिक और परिणाम दोनों शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के सुधारों द्वारा प्राप्त किया जा सकता है। उसी क्रम में स्थानीय लोगों एवं बच्चों को योग के प्रति जागरूक करने एवं जीवन में योग का महत्व समझाने के उद्देश्य से 9वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर इसका अभ्यास किया गया। इसके अलावा इस वाहिनी के नेतानार, कोलेंगनाला, कोलेंग, चॉदामेटा, भडरीमउ एवं मसगांव में तैनात समवाय में भी अधिकारियों एवं जवानों द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया तथा बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया एवं योगाभ्यास किया।
घोड़ागांव के पास हुआ था हादसा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 21 जून। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 में मंगलवार की सुबह एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन की ठोकर से पैदल चल रहे एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को भानपुरी अस्पताल भेजा गया, जहां से उसे मेकाज रेफर किया गया है। इलाज के दौरान घायल ने भी मेकाज में दम तोड़ दिया। शव का पीएम के बाद परिजनों को सौप दिया गया।
कोंडागांव कोतवाली थाना प्रभारी प्रह्लाद यादव ने बताया कि मंगलवार की सुबह घोड़ागाव के पास एक अज्ञात वाहन की ठोकर से 2 युवकों के घायल होने की सूचना पर पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी मौके पर पहुंची, जहां एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि दूसरा घायल था।
घायलों में मृतक गीदम के हरामपारा निवासी सुशांत ठाकुर के साथ कर्नाटक निवासी फयाद (24 वर्ष) जो की भानपुरी में कही गोठान में काम करने के बाद पैदल नाश्ता करने के लिए पैदल ही निकले थे कि अचानक वाहन की ठोकर से सुशांत की मौत हो गई, जबकि घायल को मेकाज रेफर कर दिया है, जहां उपचार के दौरान घायल ने भी मेकाज में दम तोड़ दिया। पुलिस अज्ञात वाहन चालक की तलाश में जुट गई है।
महिला थी घर में अकेले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 21 जून। आज तडक़े शहर के पॉश इलाके में माने जाने वाले हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक नकाबपोश ने महिला के घर घुस कर उसको डराते हुए आलमारी से 13 हजार नगद रुपए लेकर फरार हो गया। घटना की शिकायत कोतवाली थाना में दर्ज करा दी गई है। पुलिस जांच में जुट गई है।
पीडि़ता के परिजनों ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी हेमलता नागेश अपने घर में जब सो रही थी, तभी उसे कुछ आहट हुई, जिसके बाद जब महिला बाहर निकाली तो उसने देखा कि एक युवक अपने मुंह को पूरी तरह से बांधकर, हाथ में लोहे का रॉड लेकर महिला को डराते हुए उसके आलमारी से 13 हजार रुपए नगद लेकर फरार हो गया।
महिला ने इसके बारे में अपने परिजनों को जानकारी दी। परिजनों के अनुसार चोर ने घर के पीछे से बाउंड्री वॉल को कूदकर पीछे के दरवाजे से अंदर आया और उसके बाद महिला को डराते हुए आलमारी से पैसे लेकर फरार हो गया। पुलिस ने अपराध दर्ज करते हुए आरोपी की तलाश में जुट गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 21 जून। माकड़ी से लाइनमैन की टीम बिजली सुधार का काम करने के लिए शामपुर गई हुई थी, जहां लाइन में चढऩे से पहले लाइनमैन ने बिजली बंद करने की सूचना दी थी, लेकिन बिजली विभाग में बैठे कर्मचारी ने लिवर को उठा दिया, जिससे करंट लगने से लाइनमैन गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे मेकाज लाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। यह पूरा मामला कोंडागांव जिले के माकड़ी ब्लॉक का बताया जा रहा है।
मामले के बारे में मृतक के परिजनों ने बताया कि कोंडागांव जिले के माकड़ी ब्लॉक के कालीबेड़ा निवासी देवेंद्र नाग पिता आनंद राम (28 वर्ष) सीएसईबी माकड़ी में लाइनमैन के पद पर काम करता था। मंगलवार 20 जून को शामपुर में बिजली गुल होने की सूचना पर देवेंद्र अपने साथियों के साथ शामपुर पहुंचा, वहां काम शुरू करने से पहले उसने अपने माकड़ी कार्यालय में फोन पर बिजली बंद करने की सूचना दी, जिसके बाद देवेंद्र बिजली के तार को बनाने में जुट गया। लेकिन अचानक बिजली ऑफिस में किसी ने बिजली के लिवर को उठा दिया, जिससे करंट लगने से देवेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया।
घायल को बेहतर उपचार के लिए मेकाज में भर्ती किया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।बुधवार को शव का पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 21 जून। घर में रात के समय जमीन पर सोने के दौरान अलग-अलग जगहों में 3 लोगों को सांप ने डस लिया, जिसके बाद उपचार के दौरान तीनों की मौत हो गई। मृतकों का पीएम मेकाज में किया गया।
पुलिस ने बताया कि कोंडागांव जिले के सिंगनपुर निवासी विमला सिदार पति शंभू लाल (45) 19 जून की रात खाना खाने के बाद अपने परिजनों के साथ जमीन पर सो रही थी, तभी उसे एक सांप ने उसे डस लिया, महिला की आवाज को सुनकर परिजन भी जाग उठे, जिसके बाद महिला को पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे मेकाज भेज दिया गया, जहां उपचार के दौरान 20 जून को महिला ने दम तोड़ दिया।
दूसरा मामला भानपुरी थाना क्षेत्र के ग्राम खंडसरा का है, यहां रहने वाला बुजुर्ग कातूराम बघेल पिता गोपी (60 वर्ष) भी बीती रात अपने घर में जमीन पर सो रहा था कि एक करैत सांप ने उसे डस लिया, बुजुर्ग के शोर शराबा सुनकर परिजन उसे पास के स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां उसे भी एंबुलेंस के माध्यम से मेकाज भेजा गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
वहीं तीसरा मामला भी भानपुरी थाना क्षेत्र का है। ग्राम हुगारपाल भाटीपारा निवासी सोनाय सेठिया (42 वर्ष) को भी बीती रात सांप ने काट लिया, जिसके बाद इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि तीनों के पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
मेकाज में इलाज के लिए होगी परेशानी, डीएमएफडी कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 20 जून। मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में वर्ष 2018 से लगातार स्टाफ नर्स की कमी बनते जा रही है, जिसके चलते जहां पहले 279 के लगभग स्टाफ नर्स थी, वहीं अब यह संख्या 107 में आकर सिमट गई है, इसके अलावा अभी नियमित वार्ड बॉय, आया 121 के लगभग है। वहीं, इनके साथ हाथ बटाने के लिए डीएमएफडी कर्मचारियों को रखा गया था, लेकिन उन्हें भी अब 3 माह होने जा रहा है, उन्हें पैसे तो नहीं मिला।
अब उन स्टाफ में से भी छंटनी किया जा रहा है, जिससे की आने वाले दिनों में मरीजों के साथ ही उनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, ऐसे में लगातार दबाव के चलते मेकाज में कार्यरत स्टाफ नर्स काम बंद करने की बात कहते हुए स्टाफ की भर्ती करने की मांग कर रहे है, जिसके लिए कई माह से पत्र भेज रहे हैं, लेकिन अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है।
ज्ञात हो कि मेकाज में अभी वर्तमान में नियमित स्टाफ नर्स 107 है, जबकि नर्सिंग इंचार्ज सिस्टर की संख्या 38 है, इस तरह मेकाज में कुल 145 के लगभग की नियमित स्टाफ नर्स बचे है, वहीं देखा जाए तो 279 स्टाफ नर्स में 172 पद अभी भी रिक्त पड़े है, जिसे किसी भी प्रकार से भरा नहीं जा रहा है।
बढ़ रहा है दबाव
एक वार्ड में 30 मरीजों को रखने की क्षमता के हिसाब से बिस्तर लगाया गया है, लेकिन वार्डो में उसके दुगने मरीज को रखकर इलाज किया जा रहा है, जिससे की दबाव बढ़ रहा है।
अकेले स्टाफ के भरोसे चलता है वार्ड
स्टाफ की कमी के चलते इन मरीजों के इलाज से लेकर डॉक्टरों को राउंड कराने तक एक हो स्टाफ नर्स दिया जाता है, जिसके कारण काम का दबाव बढ़ जा रहा है, ऐसे में स्टाफ मानसिक रूप से तनावग्रस्त हो रहे हैं।
नाइट ड्यूटी
स्टाफ की कमी के चलते एक वार्ड में 4 से 5 स्टाफ नर्स को दिया गया है, ऐसे में हर दो से तीन सप्ताह के अंदर नाइट ड्यूटी आ रहा है।
डीएमएफडी कर्मचारियों की होगी छंटनी
डीएमएफडी कर्मचारियों की बात की जाए तो 33 स्टाफ नर्स है, जबकि वार्ड बॉय, आया 101 है, ऐसे में इनमें से भी आधे हटाए जाने की बात सामने आई है, अधिकारियों का कहना है की फंड से पैसे ना होने और अधिक स्टाफ होने के कारण यह छंटनी किया जा रहा है, इसे में स्टाफ को 3 माह का वेतन ना मिलना और हटाने की बात सामने आने पर स्टाफ में आक्रोश देखा जा रहा है।
नहीं हो पाया संपर्क
स्टाफ नर्स के काम बंद और डीएमएफडी कर्मचारियों को हटाए जाने के मामले को लेकर जब अधीक्षक डॉक्टर अनुरूप साहू के मोबाइल में संपर्क किया गया तो संपर्क नहीं हो पाया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 20 जून। लगातार विवादों में चल रही निर्माता निर्देशक ओम राउत की फिल्म आदिपुरुष को लेकर सोमवार को विश्व हिन्दू परिषद के द्वारा नगर पुलिस अधीक्षक को निर्माता के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की बात कहने के साथ ही झंकार चौक में निर्माता का पुतला भी फूंका गया।
मामले के बारे में विश्व हिन्दू परिषद के सदस्यों ने बताया कि परम आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जीवन पर एक फिल्म बनाई गई है, यह फिल्म प्रारंभ से ही विवादित रही है।
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और अन्य महान योद्धाओं को वास्तविकता से परे बहुत ही अलग स्वरूप में दिखाया गया है। ऐसे शब्दों का संकलन करके डॉयलाग बनाया गया है, जो किसी भी प्रकार से धार्मिक आस्था को पोषित नहीं करती है। इस तरह के फिल्म से केवल और केवल आने वाली पीढ़ी को अपने धर्म और देवी-देवताओं के बारे में सही व वास्तविक जानकारी नहीं मिल पायेगी और उनके मनौमस्तिष्क में एवं हिन्दू सनातन धर्म के प्रति गलत अवधारणा ही बनेगी तथा इस तरह के फिल्म निर्माण होने से हिन्दू सनातन धर्म लगातार आहत हो रही है।
इस तरह के फिल्म से हम सब हिन्दुओं की धार्मिक भावनायें आहत हो रही है। फिल्म निर्माण एवं फिल्मांकन से हमारे गौरवशाली महान ग्रंथ रामायण और उनके पवित्र चरित्र का भी अपमान हो रहा है।
नगर पुलिस अधीक्षक से निवेदन है कि हिन्दू सनातन धर्म को आहत करने वाली उक्त फिल्म आदिपुरुष के निर्माता व निर्देशक के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाए। ज्ञापन सौंपने के बाद विश्व हिन्दू परिषद के द्वारा निर्माता ओम राउत का पुतला भी दहन किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 20 जून। बस्तर गोंचा महापर्व में आज श्रीगोंचा रथयात्रा पूजा विधान के साथ भगवान जगन्नाथ, माता सुभद्रा एवं बलभद्र स्वामी के विग्रहों को रथारूढ़ कर रथ परिक्रमा मार्ग से होते हुए गुंडिचा मंदिर सिरहासार भवन में स्थापित किया गया।
बस्तर गोंचा पर्व में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व माता सुभद्रा श्रीमंदिर से विश्व भ्रमण के लिए निकलने पर उनके सम्मान में तुपकी की सलामी देने की परंपरा का निर्वहन किया जाता है।
भगवान जगन्नाथ 9 दिनों तक गुंडिचा मंडप में विराजेंगे, जहाँ भक्तों को दर्शन देंगे। इस दौरान गुंडिचा मंडप में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान होंगे।
आज निकलेगी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 19 जून। बस्तर गोंचा पर्व 2023 में तय कार्यक्रम के अनुसार 5 से 18 जून तक श्रीजगन्नाथ स्वामी के अनसर काल अवधि के बाद 19 जून को भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा एवं बलभद्र स्वामी के विग्रहों को श्रीमंदिर के गर्भगृह के सामने भक्तों के दर्शनार्थ स्थापित किए जाने के बाद 360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज के पदेन पाढ़ी-पानीग्राही के द्वारा शताब्दियों पुरानी परंपरानुसार नेत्रोत्सव पूजा विधान संपन्न करवाया गया।
पदेन पानीग्राही रधाकांत पानीग्राही ने बताया कि नेत्रोत्सव पूजा विधान की परंपरा का निर्वहन शताब्दियों से हमारे परिवार के द्वारा किया जा रहा है, नेत्रोत्सव पूजा की परंपरानुसार भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा एवं बलभद्र के विग्रहों की साज-श्रृंगार के साथ विधि-विधान से पूजन-हवन के साथ संपन्न किया जाता है। अनसर काल अवधि के बाद भगवान को आज विशेष भोग का अर्पण किया गया, जिसे श्रृद्धालुओं में वितरित किया गया।
उन्होंने बताया कि 15 दिनों के बाद भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा एवं बलभद्र स्वामी के दर्शन एवं भोग प्रसाद का विशेष महत्व होता है, 20 जून को भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा एवं बलभद्र स्वामी के 22 विग्रहों को रथारूढ़ कर रथयात्रा होगी।
मेकाज में नहीं है ब्लड, 3 दिनों से मरीज घूम रहा था रक्त के लिए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 19 जून। मेकाज में एक मरीज को मेकाज के ब्लड बैंक से खून नहीं मिलने पर उसके बेटे ने न सिर्फ अपना खून दिया बल्कि बाहर निजी ब्लड बैंक से खून को खरीदना भी पड़ा।
ज्ञात हो कि नारायणपुर जिले के झारावाही में रहने वाले एक बेटे ने अपनी मां को बेहतर उपचार के लिए मेकाज में भर्ती किया, लेकिन भर्ती होने के बाद उसकी मां को लगने वाले रक्त की पूर्ति मेकाज से नहीं हो पाने के कारण बेटे ने अपनी मां के लिए बाहर जाकर पहले अपना खून डोनेट करने के साथ ही 15 सौ रुपए देकर एक यूनिट रक्त को खरीदकर उसे वार्ड में जमा करवाया।
मरीज सोनी बाई मंडावी (55 वर्ष) के बेटे सुखराम ने बताया कि उसकी मां को किडनी की परेशानी के चलते उसे 2 हफ्ते पहले मेकाज के महिला वार्ड 2 में भर्ती किया गया, जहां उसे पहले डायलिसिस करने की बात कही गई, जहां पहले में रक्त की जरूरत नहीं पड़ी, लेकिन जब दूसरी बार जब उसकी मां को एबी पॉजिटिव रक्त की जरूरत पड़ी, तो उसने मेकाज के रक्त बैंक में ब्लड के लिए गया, लेकिन 3 दिन तक खून नहीं होने की बात कहते हुए उसे एबी पॉजिटिव ब्लड उपलब्ध नहीं हो पाया। जिसके बाद सुखराम ने शहर में जाकर एक निजी ब्लड बैंक में जाकर अपना ए पॉजिटिव ब्लड डोनेट करने के साथ ही निजी ब्लड बैंक को 15 सौ रुपए भी दिया, जिसके बाद उसे रक्त दिया गया।
कहां गया डोनेट खून
ज्ञात हो कि मेकाज के अधिकारियों के द्वारा 14 जून रक्तदाता दिवस के एक दिन पहले से लेकर एक दिन बाद तक करीब 157 यूनिट रक्त डोनेट करवाया, लेकिन इसके बाद भी मेकाज में भर्ती मरीज को रक्त नहीं मिला।
समय समय पर लोग करते हंै रक्तदान
ज्ञात हो कि न सिर्फ रक्तदान दिवस बल्कि आमजन के द्वारा अन्य मौके पर भी रक्तदान किया जाता है, लेकिन ऐसे में मरीज को बाहर से रक्त खरीदना कहा तक संभव है।
अन टेस्ट बल्ड था हमारे पास
डॉ. के एल आजाद एचओडी ब्लड बैंक का कहना है कि हमारे पास जो ब्लड था वो अन टेस्ट था, जिसकी वजह से ब्लड नहीं दिया गया, अब चूंकि टेस्ट हो गया है, अब पर्याप्त बल्ड है हमारे पास।
मेकाज में जल्द ही स्टाफ नर्स कर सकते हंै बेमुद्दत काम बंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 19 जून। बस्तर संभाग के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में कार्यरत नर्सिंग इंजार्च के साथ ही स्टाफ नर्स के द्वारा अपनी मांगों को पूरा होता ना देख आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन काम बंद कर सकते हैं। लगातार स्टाफ के ऊपर बढ़ रहे काम के दबाव को देखते हुए यह फैसला लिया जा रहा है।
मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में स्टाफ नर्स की कमी को लेकर छत्तीसगढ़ परिचारिका कर्मचारी कल्याण संघ के द्वारा 13 से लेकर 15 जून तक रोजाना दिन के 4 घंटे अपने कामों को बंद करते हुए काम का बहिष्कार करने की बात कही थी, जिसके बाद अधीक्षक कार्यालय में हुई बैठक के बाद स्टाफ नर्स ने अधिकारियों की बात को मानते हुए काम का बहिष्कार न करने की बात को कहते हुए कहा कि अगर हमारी मांग पूरी नहीं तो एक सप्ताह के बाद तीनों पाली में कार्य करने वाली स्टाफ नर्स अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जाएंगी।
छत्तीसगढ़ परिचारिका कर्मचारी कल्याण संघ के उप प्रांताध्यक्ष अनशिला बैंस ने बताया कि 13 से 15 जून तक रोजाना सुबह 10 से लेकर 1 बजे तक काम को बंद करते हुए इसका बहिष्कार करने की बात कही गई थी, अगर जल्द ही मांग को पूरी नहीं किया जाएगा तो संघ के द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इस मामले की जानकारी के बाद बस्तर कलेक्टर के दिशा निर्देश पर अधीक्षक डॉ. अनुरूप साहू के कक्ष में स्टाफ नर्स की बैठक हुई, जिसमें डीन डॉ. यू एस पैकरा, डॉ. जॉन मसीह, डॉ. ठाकुर के अलावा सभी वार्ड की स्टाफ नर्स से लेकर प्रभारी मौजूद थे। बैठक में अधिकारियों ने बताया था कि इस तरह से कार्य को छोडक़र बहिष्कार करना अच्छी बात नहीं है, 14 जून को मेकाज में ही इसी मामले को लेकर एक बैठक होनी है, जहां इन समस्याओं को लेकर चर्चा होगी। अधिकारियों ने कहा कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत 20 से ऊपर स्टाफ नर्स की भर्ती की जाएगी।
2 घंटे तक बैठक के बाद स्टाफ नर्स ने यह निर्णय लिया है कि अगर आश्वासन के बाद भी अगर भर्ती नहीं होगी तो मेकाज में तीन पाली में संचालित होने वाले ड्यूटी को छोडक़र सभी स्टाफ नर्स काम बंद में चली जाएंगी। स्टाफ नर्स ने यह भी बताया कि डिमरापाल में निरंतर स्टाफ की कमी एक बड़ा रूप ले चुकी है, जिसकी वजह से स्टाफ नर्स को अपनी क्षमता से अधिक काम करना पड़ रहा है, जिसकी वजह से शारीरिक व मानसिक रूप से ग्रसित हो रहे हैं। इसके अलावा देखा जाए तो स्टाफ की कमी को लेकर कई बार अधिकारियों के पास मामले की जानकारी देने के बाद भी कोई भी परिणाम सामने नहीं आया है।
वहीं इस मामले को एक सप्ताह से ऊपर गुजर गया है, लेकिन अभी तक कोई भी जानकारी नहीं मिली है कि स्टाफ की भर्ती होगी की नहीं। नर्सिंग इंचार्ज सिस्टर का कहना है कि अगर आने वाले दिनों में अगर स्टाफ नर्स की भर्ती नहीं होती है तो अनिश्चितकालीन काम बंद कर सकते हंै, जिसके लिए सभी को सूचना दे दि गई है।
जिस सडक़ की निविदा जारी हो चुकी है, उसके लिए दे रहे धरना- आरोप
जगदलपुर, 18 जून। संसदीय सचिव व विधायक जगदलपुर रेखचंद जैन ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि बस्तर में मुद्दाविहीन हो चुकी भाजपा झूठा प्रलाप कर रही है। एनएच से नगरनार तक जाने वाली जिस सडक़ के लिए धरना देकर जनता को बरगलाने की कोशिश भाजपा नेता कर रहे हैं, प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के बाद उसका टेंडर ही जारी हो चुका है।
विधायक जैन ने कहा है कि भाजपा का धरना-प्रदर्शन महज राजनैतिक ड्रामा है। स्वीकृत सडक़ के लिए धरना प्रदर्शन करना केवल राजनीति प्रेरित है। जनता इसे समझ चुकी है।
विधायक ने कहा कि शनिवार को पूर्व विधायक- महापौर व अन्य भाजपा नेताओं ने धरना- प्रदर्शन किया था, जबकि उनके प्रयास से इस मार्ग के निर्माण के लिए 24 मई 2023 को ही प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी है जिसका टेंडर भी जारी हो चुका है।
विधायक श्री जैन ने कहा है कि 15 साल के भाजपा शासन में महज तकनिकी स्वीकृति लेकर काम का ढिंढोरा पीटा जाता था। भाजपा सरकार इन्हें प्रशासकीय स्वीकृति नहीं देती थी। ऐसे ही अनेक कार्यों का ढिंढोरा पीटते कतिपय पूर्व जन प्रतिनिधि घूम रहे हैं। रेखचंद जैन ने बताया कि मंत्रालय द्वारा पत्र क्रमांक 2443/एफ 2-3/22-2/2023 दिनांक 24 मई 2023 के पत्र में उक्त सडक़ के नव निर्माण हेतु 1210.06 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है ।
जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग 43 से माड़पाल, नगरनार होते हुए भेजापदर मार्ग का नवनिर्माण किया जाना है। इसके अलावा, जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र के तीन और मार्गों एनएच 43 से चोकावाडा स्कूलपारा लागत 166.16 लाख, सरगीपाल ग्रामीण आवास प्लाट से सरगीपाल ग्रामीण तक लागत 164.69 लाख एवं एनएच 43 से स्कूलपारा जीरागांव तक लागत 252.77 लाख रुपए के नवनिर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। इन समस्त कार्यों की टेंडर प्रक्रिया जारी है। इन मार्गो का नवनिर्माण कार्य जल्द ही आरंभ हो जाएगा।
विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर ग्रामीण सडक़ों के निर्माण के लिए विशेष प्रयास किया जा रहा है। स्वीकृत किए गए सडक़ों के लिए भाजपा का धरना-प्रदर्शन महज राजनीतिक ड्रामा है, हमारी सरकार में ग्रामीण क्षेत्रों के जितने सडक़ों का नवनिर्माण एवं नवीकरणीय हुआ है उतना भाजपा के 15 सालों में नहीं हुआ था और भाजपा के स्थानीय नेताओं को यह पच नहीं रहा है। आज भाजपा के नेताओं के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए इस तरह की राजनीतिक ड्रामेबाजी कर रहे हैं।
रियासत कालीन बस्तर गोंचा पर्व में नेत्रोत्सव पूजा विधान आज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 18 जून। बस्तर गोंचा पर्व 2023 में तय कार्यक्रम के अनुसार 4 जून को देवस्नान पूर्णिमा (चंदन जात्रा) पूजा विधान के साथ बस्तर गोंचा महापर्व का आगाज हो चुका है, 5 जून से 18 जून तक श्रीजगन्नाथ स्वामी के अनसर काल में दर्शन वर्जित था, नेत्रोत्सव पूजा विधान 19 जून को संपन्न करवाया जायेगा।
360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष ईश्वर खंबारी ने बताया कि चंदन जात्रा पूजा विधान 4 जून के पश्चात जगन्नाथ स्वामी के अस्वस्थता कालावधि अर्थात अनसर काल के दौरान भगवान जगन्नाथ के दर्शन वर्जित अवधि में श्रीश्री जगन्नाथ मंदिर में स्थित मुक्तिमण्डप में स्थापित भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा एवं बलभद्र स्वामी के विग्रहों को श्रीमंदिर के गर्भगृह के सामने भक्तों के दर्शनार्थ स्थापित किसे जाने के बाद नेत्रोत्सव पूजा विधान 19 जून को संपन्न किया जावेगा।
ईश्वर खंबारी ने आगे बताया कि बस्तर गोंचा पर्व का वह क्षण जब भगवान जगन्नाथ के नेत्रोत्सव पूजा विधान का होगा, तब श्रीमंदिर के बाहर भक्तों-श्रद्धालुओं के लिए भगवान जगन्नाथ विराजमान होंगे। देवस्नान ज्येष्ठ पूर्णिमा,चंदन जात्रा पूजा विधान 4 जून को सम्पन्नता के पश्चात 5 जून से 18 जून तक भगवान जगन्नाथ स्वामी का अनसर काल की अवधि में भगवान के भक्तों को भगवान जगन्नाथ के दर्शन से 15 दिनों तक वंचित थे। भगवान जगन्नाथ जगत के पालनकर्ता भी कहलाते हैं, अर्थात भगवान सर्वव्यापी है, जिनकी नजरों से भक्त कभी भी वंचित नहीं हो सकते हंै, लेकिन भगवान की लीला से भक्त-श्रद्धालु अनसर काल के दौरान 15 दिनों तक भगवान के दर्शन से वर्जित हो गए। इतने दिनों तक भगवान के दर्शन से वर्जित होने से यह भक्तों के लिए भगवान जगन्नाथ के सुदर्शन चक्र के रक्षा सूत्र से विलग होने जैसे व्याकुलता को दूर करने के लिए भगवान जगन्नाथ श्रीमंदिर के बाहर भक्तों के नयनाभिराम के लिए भगवान का भक्तों के पास आना, यह भगवान जगन्नाथ का भक्तों के साथ आध्यात्मिक मिलन ही नेत्रोत्सव कहलाता है। दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि भगवान जगन्नाथ के श्रीमंदिर के बाहर भक्तों को दर्शन के लिए उपलब्धता, भगवान के भक्तों से मिलन का यह अवसर या क्षण निकटतम दर्शन का पुण्य लाभ ही नेत्रोत्सव है।
बस्तर विधानसभा के बकावण्ड में भाजपा ने किया लाभार्थी सम्मेलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 18 जून। बस्तर विधानसभा क्षेत्र के बकावण्ड में रविवार को भाजपा ने लाभार्थी सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें केन्द्र की मोदी सरकार की विभिन्न जन उपयोगी योजनाओं से लाभान्वित हुए लाभार्थियों से भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं ने भेंट मुलाकात कर चर्चा की।
भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के नौ वर्ष पूर्ण होने पर विशेष जनसंपर्क अभियान एक माह तक चलाया जा रहा है, जिसके तहत भाजपा लगातार अनेक कार्यक्रम आयोजित कर जनता से सीधे संवाद व संपर्क स्थापित कर रही है।
बकावण्ड सद्भावना भवन में आयोजित लाभार्थी सम्मेलन को संबोधित करते हुये पूर्व विधायक डॉ. सुभाऊ कश्यप ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार की आम जनता से जुड़ी योजनाओं का लाभ जन जन को मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश विकास की ऊँचाईयों को छू रहा है।
जनसंपर्क अभियान के जिला प्रभारी योगेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, जन धन खाता, किसान सम्मान निधि, ई श्रम कार्ड आदि अनेक योजनाओं से शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के आम जन लाभान्वित हुये हैं। मोदी सरकार के नौ वर्ष देश को नई दिशा देने वाले रहे हैं। केन्द्र सरकार की योजनाओं का लाभ घर घर पहुँचे, इसके लिए भाजपा कार्यकर्ता सतत प्रयास करें। कार्यक्रम का संचालन पुरूषोत्तम जोशी व आभार प्रदर्शन जिपं उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप ने किया।
लाभार्थी सम्मेलन में प्रमुख रूप से श्रीधर ओझा, सुरजो राम बेसरा, रामाश्रय सिंह,वेद प्रकाश पाण्डेय, परिस बेसरा,महेश कश्यप,विजय पाण्डेय, नारायण बिसाई,वनवासी मौर्य,रोहित त्रिवेदी,मोहन जोशी, दामुराम बघेल, सुदराम कश्यप, मोहन मौर्य, अनिल बिसाई, हेमकांत ठाकुर, धनमती बिसाई, सत्यभामा कश्यप, बुधराम बिसाई,मधु कश्यप,तरुण पाण्डे, बंसीधर कश्यप, कुष्टो राम, विद्याधर सेठिया, पीताम्बर कश्यप, बैसाखू कश्यप, मंगल राम कश्यप, तुलसीराम कश्यप आदि मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 18 जून। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान द्वारा देखो बस्तर सीजन 1 के सफलतापूर्वक आयोजन के बाद अब ‘देखो बस्तर सीजन 2 - बस्तर ऑन बाइक’ का आयोजन 18-20 जून तक किया गया है। यह आयोजन छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड, जिला प्रशासन बस्तर एवं स्थानीय सहयोगी संस्थाओं के द्वारा किया जा रहा है। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ एवं सीमावर्ती राज्यों से 75 राइडर्स भाग लिए हैं।
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक धम्मशील गणवीर ने बताया कि बस्तर ऑन बाइक का मुख्य उद्देश्य राइडर्स के माध्यम से बस्तर की प्राकृतिक सुंदरता एवं पहुंच मार्ग, सडक़े, सुविधाएं पर्यटकों को दिखाना है साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देना है।
राइडर्स 18 जून को दंतेश्वरी मंदिर जगदलपुर से देखो बस्तर राइड का प्रारंभ करते हुए कुरंदी, गुमलवाड़ा, गुडिय़ापदर, कोलेंग होते हुए तीरथगढ़ पहुंचेंगे। इसके बाद 19 जून को वे तीरथगढ़ से कटेकल्याण होते हुए दंतेवाड़ा, बारसूर, कोरलापल के रास्ते चित्रकोट पहुंचेंगे।
इस आयोजन के समापन समारोह में 19 जून को छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड के द्वारा वेलनेस टूरिज्म को बढ़ावा देने कार्यशाला का भी आयोजन किया जा रहा है। जिसमें मास्टरशेफ विजय शर्मा मिलेट्स जैसे कोदो, कुटकी, रागी आदि के फायदे एवं पकवानों के बारे में बताएंगे।
पत्नी से विवाद के बाद कनेर बीज खाया था
जगदलपुर, 18 जून। पत्नी से रोजाना हो रहे विवाद से त्रस्त होकर पति ने कनेर बीज को कूट-कूट कर उसे पानी में घोल कर पी गया। पिता को बेहोशी के हालत में देख बेटियों ने उसे मृत समझ कर परिजनों को सूचना दे दिया, जहां कुछ घंटों के बाद उसे होश आया, जिसके बाद उसे बेहतर उपचार के लिए मेकाज में भर्ती किया गया है, जहां उसका उपचार चल रहा है। यह पूरी घटना नगरनार थाना क्षेत्र की है।
मामले के बारे में जानकारी देते हुए 40 वर्षीय ग्रामीण ने बताया कि 10 वर्ष पहले उसकी शादी हुई थी, शादी के बाद उसके 3 बच्चे भी हैं। अभी कुछ दिनों से ही उसका उसकी पत्नी के साथ आए दिन गाली गलौज और विवाद से त्रस्त होकर रात करीब 2 बजे के लगभग उसने घर के अंदर ही कनेर बीज को परिवार से छुपा कर उसे कूट-कूट कर पानी में घोल कर पी गया, जिसके बाद वह बेहोश हो गया।
बेहोशी के हालत में देख 10 वर्षीय बड़ी बेटी व छोटी बेटी 8 वर्षीय ने पिता को मृत समझ पिता के बड़े भाई व मां को सूचना दिया कि पिता की मौत हो गई है। जिसके बाद गांव के लोग उसके घर में जमा होने लगे। घर के ही लोगों ने उसे पूजा घर में ले जाकर पाठ शुरू कर दिया। सुबह करीब 7 बजे के लगभग जैसे ही उसको होश आया, परिजनों ने उसे उठाकर नानगुर के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उसे मेकाज रेफर किया गया है।
मेकाज में उसे भर्ती किया गया है, जहां उसका उपचार चल रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 18 जून। 360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज अपने अनवरत् 616 वर्षों से रियासतकालीन परम्परा का निर्वहन करते हुए प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी बस्तर गोंचा महापर्व का आयोजन कर रही है।
पदाधिकारियों ने पत्रकार वार्ता में बताया कि 4 जून को देवस्नान पूर्णिमा (चंदन जात्रा) पूजा विधान के साथ बस्तर गोंचा महापर्व का आगाज हो चुका है, भगवान श्री श्री जगन्नाथ जी अनसर काल की समाप्ति के साथ 19 जून को नेत्रोत्सव पूजा विधान उपरांत 20 जून को पारम्परिक बस्तर के तोप (तुपकी) के गर्जना के साथ श्रीगोंचा रथयात्रा पूजा विधान के साथ भगवान श्री जगन्नाथ, माता सुभद्रा व स्वामी के 22 विग्रहों को तीन रथों पर रथारूढ़ कर परिकमा उपरांत जनकपुरी (गुणिचा मण्डप) में विराजित किये जाएंगे, जहाँ अनवरत 9 दिनों तक श्रद्धालु भगवान के दर्शन का पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे।
इस दौरान निर्धारित कार्यक्रमों के अनुसार दिनांक 20 से 28 जून तक प्रत्येक दिवस समाज के द्वारा विविध धार्मिक/सांस्कृतिक अनुष्ठान (कार्यक्रमों) की परम्परा के निर्वहन की व्यवस्था भी की गई है।
गोंचा महापर्व के दौरान प्रत्येक दिवस संध्या 7.30 बजे भगवान की महाआरती उपरांत भजन-कीर्तन के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन होंगे, जिसमें स्थानीय एवं सांस्कृतिक मंत्रालय छत्तीसगढ़ शासन के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों द्वारा भजन संध्या की प्रस्तुति होगी।
समाज द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष दिनांक 23 जून को अखण्ड रामायण पाठ का आयोजन श्री बनमाली पानीग्राही परिवार जगदलपुर के द्वारा किया जाएगा। इसी दिवस नि:शुल्क उपनयन संस्कार समाज के संस्थापक अध्यक्ष स्व. मोहन प्रसाद पानीग्राही एवं स्व. श्री उमेशचंद्र पानीयाही परिवार जगदलपुर के द्वारा करवाया जाएगा।
24 जून को दोपहर में समाज के बुजुर्गो का सम्मान के साथ- भगवान श्री श्री जगन्नाथ को सलामी देने हेतु तुपकी बनाने वाले ग्रामीण निर्माताओं का भी सम्मान किया जावेगा, और उक्त दिवस को ही हेरापंचमी के अवसर पर संध्या बेला में श्री श्री जगन्नाथ मंदिर से लक्ष्मीजी की डोली नगर भ्रमण जनकपुरी सिरहासार पंहुचेंगी, जहां लक्ष्मी-नारायण संवाद का कार्यक्रम सम्पन्न होगा।
25 जून को गुण्डिचा मण्डप सिरहासार में भगवान श्री जगन्नाथ प्रभु को श्री ओंकार पाण्डे परिवार जगदलपुर के द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस भी छप्पन भोग का अर्पण कार्यक्रम सम्पन्न किया जाएगा।
गोंचा महापर्व को मेला का स्वरूप प्रदान करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष की इस वर्ष भी पर्व के दौरान 8 दुकानें स्थापित की जा रही है। जहां पूजा सामाजिक धार्मिक वस्तुओं के साथ-साथ भगवान श्री जगन्नाथ को प्रिय भोज प्रसाद भी श्रद्धालुओं के लिये उपलब्ध होंगे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को परम्परानुसार गोंचा महापर्व में सम्मिलित होने हेतु आमंत्रण समाज के प्रतिनिधि मंडल द्वारा बस्तर संभाग के जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में दिया गया। माननीय मुख्यमंत्री ने पर्व में छप्पन भोग के शुभ अवसर पर दिनांक 25 जून 2023 को सम्मिलित होने के लिए आश्वस्त किया है। साथ ही छत्तीसगढ़ प्रदेश के प्रमुख जनप्रतिनिधियों का भी पर्व में शामिल होने की संभावना है।
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी नगरपालिक निगम जगदलपुर के सहयोग से गोंचा गुढी का निर्माण करवाया जा रहा है। जहाँ पर दिव्यांग, वृद्धजन भी बैठकर गोंचा महापर्व का आनन्द प्राप्त कर सकेंगे। निगम के द्वारा गोंचा महापर्व के दौरान शुद्ध पेयजल एवं साफ-सफाई की महत्वपूर्ण व्यवस्था भी प्रदान की जाएगी ।
शताब्दियों से रियासतकालीन परम्परानुसार भगवान श्री जगन्नाथ को अमनिया अर्थात् सात्विक शुद्ध भोग का अर्पण 360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज के 14 क्षेत्रीय समितियों में विभक्त 108 से अधिक ग्रामों में निवासरत् समाज के परिवारों द्वारा दिनांक 21 जून से 27 जून तक प्रतिदिन भोग लगाने के पश्चात् श्रद्धालुओं को वितरण किया जाएगा। नवीन रथ निर्माण कार्य भी पूर्णता की ओर है, एक रथ के नवीन कपड़ों का निर्माण टेम्पल कमेटी जगदलपुर के माध्यम से कराया जा रहा है। इस वर्ष विद्युत साज-सज्जा के साथ भव्य स्वरूप में रथ संचालन करने की व्यवस्था की जा रही है।
बस्तर के गोंचा महापर्व में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से ग्रामीण एवं विभिन्न समुदाय के लोग प्रतिवर्ष अपनी सहभागिता निभाते हैं। समाज महापर्व को भव्य स्वरूप पप्रदान करने हेतु निरंतर प्रयासरत हैं। इसी कड़ी में आज।प्रेस वार्ता में इस वर्ष बस्तर गोंचा को इलेक्ट्रॉनिक प्रचार प्रसार के माध्यम से देश विदेश तक पहुचाने के लिए गोंचा पर्व के दौरान प्रमुख कार्यक्रम को समाहित करते हुए ‘आजी गोंचा तिहार राज बस्तर’ नाम से हल्बी गीत प्रसिद्ध गायक दिलीप पांडे, गायिकी कोमल साहू एवं संतोष पांडे द्वारा यूट्यूब के माध्यम से।प्रसारित करने हेतु समाज के अध्यक्ष ईश्वर नाथ खम्बारी के द्वारा विमोचन किया। 360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज गोंचा महापर्व में सभी समाज, समुदाय के लोगों को महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के दर्शन लाभ हेतु आमंत्रित करती है। बस्तर अंचल का दशहरा पर्व एवं गोंचा महापर्व अपनी समृद्ध गौरवशाली परम्पराओं के लिए देश-विदेश तक अपना विशिष्ट स्थान रखता है, जो आप सभी के सहयोग के बिना संभव नही है। इस हेतु प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी आपके सहयोग की अपेक्षा समाज करती है।
28 जून को बाहुड़ा गौचा पूजा विधान के साथ भगवान श्री जगन्नाथ, माता सुभद्रा एवं बलभद्र स्वामी श्री मंदिर लौटेंगे, एवं कपाट फेड़ा पूजा विधान में माता लक्ष्मी एवं महाप्रभु श्री जगन्नाथ के मध्य संवाद पश्चात् गर्भगृह में स्थापित होंगे। दिनांक 29 जून को देवशयनी एकादशी के साथ गाँचा महापर्व का परायण आगामी वर्ष के लिए होगा।
पत्रकार वार्ता में समाज के अध्यक्ष ईश्वर नाथ खम्बारी, गोंचा अध्यक्ष ललित पांडे, सुदर्शन पाणिग्राही, आत्माराम जोशी, मुक्तेश पांडे, रविन्द्र पांडे, नरेन्द्र पाणिग्राही, हेमंत पांडे, बनमाली पाणिग्राही, चिंतामणि पांडे, डीलेश्वर पांडे, परमानंद पांडे, राकेश पांडे, विवेक पांडे, अनंत प्रसाद पांडे, श्रीमती सरिता जोशी, श्रीमती डाकेश्वरी पांडे, आशा आचार्य, गजेन्द्र पाणिग्राही, वेणुधर पाणिग्राही, आशु आचार्य, बिम्बाधर पांडे, रामानुजन आचार्य, बद्रीनाथ जोशी, राजेश पांडे, प्रशांत पाणिग्राही, भूपेश पाणिग्राही, मोहन जोशी, मिनकेतन पाणिग्राही, शिवनारायण पांडे, चोखालाल पाणिग्राही आदि उपस्थित रहे।
भोजन की टेबल के पास पहुंचकर पूछा घर परिवार का हाल-चाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 18 जून। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में प्रदेश की विधानसभाओं में पहुंचकर वहां लोगों से प्रत्यक्ष मुलाकात की थी और शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी स्थिति जानी थी।
इस दौरान उन्होंने विधानसभा क्षेत्र के ही ग्रामीण परिवारों के साथ उनका पारंपरिक भोजन किया था। ग्रामीण परिवारों ने भी अपने घर में मुख्यमंत्री का पारंपारिक तरीके से स्वागत किया और भोजन के दौरान मुख्यमंत्री से घर परिवार की बात की थी। शनिवार को मुख्यमंत्री ने मेजबान बनके बस्तर संभाग के इन्ही ग्रामीण परिवारों को अपने घर दोपहर भोज पर आमंत्रित किया और शानदार मेहमान नवाजी की।
इस अवसर पर संसदीय सचिव रेखचंद जैन, विधायक मोहन मरकाम, विधायक चंदन कश्यप, विधायक राजमन बेंजाम, विधायक विक्रम मंडावी, विधायक अनूप नाग इंद्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा सहित बस्तर संभाग के अनेक जनप्रतिनिधि, सरपंचगण उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने अपने रायपुर निवास में बस्तर से आये मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में जब हम लोग बस्तर गए थे, तब बहुत से साथियों के घर मैने भोजन किया था। आप लोगों ने बड़े अपनत्व और स्नेह के साथ स्वादिष्ट भोजन कराया था। आज आप लोग मुख्यमंत्री निवास में आये है, आप सभी का अभिनंदन है। आज मुझे भी आप लोगों को अपने निवास पर आमंत्रित कर स्वागत का अवसर मिला। आपके साथ परिवार के लोग और बच्चे भी आए है, आप सभी का स्वागत है।
मुख्यमंत्री ने स्वयं भोजन की टेबल पर जाकर ग्रामीणों से आत्मीयता के साथ मुलाकात की और उनका कुशल क्षेम पूछा, घर परिवार की बात की। मुख्यमंत्री निवास में मेहमानों को अनेक स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ लाई बड़ी, रमकेलिया कढ़ी, लौकी की खीर, मावा बाटी भी परोसी गयी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों ने भेंट-मुलाकात के दौरान नयी नयी सब्जी-भाजी बनाया और बहुत प्यार से आपने मुझे खिलाया। पखांजूर में आश्रम में ही भोजन की व्यवस्था थी। आज यहाँ भानूप्रतापपुर, सुकमा, कोंडागांव सहित बस्तर संभाग की सभी विधान सभा के हमारे साथी यहां आए हैं सबका स्वागत है। सबके घर में मैंने नमक खाया है तो मैंने सोचा कि मुख्यमंत्री निवास में सभी लोगों को बुलाकर भोजन कराऊँ। सरगुजा और रायपुर संभाग के लोगों को भी मैंने बुलाया था हर संभाग के लोगों को बुलाकर विधायक, जनप्रतिनिधियों, सरपंच और जिनके परिवार में मैंने भोजन किया है उन सभी को यहां आमंत्रित किया है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि भेंट मुलाकात का कार्यक्रम हमने पिछले वर्ष 4 मई से शुरू किया था इसे 1 वर्ष हो गया और आज 17 जून है। बहुत बढिय़ा भेंट मुलाकात कार्यक्रम हुआ और बहुत सारे लोग लोगों से बात भी हुई। योजनाओं की मैदानी स्थिति के बारे में भी जानकारी हुई, विकास कार्यों की मांग भी हुई, उनकी भी मैंने घोषणा की और उसके बाद फिर समाज के लोगों से मुलाकात हुई। आज मुख्यमंत्री निवास में सभी पूरे परिवार के साथ, अपने माता-पिता और बच्चों के साथ आए हुए हैं। उन्होंने आतिथ्य स्वीकार करने के लिए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
कांति मंडावी घर से बना कर सीएम के लिए लायी स्वादिष्ट मूंग-बड़ा
मुख्यमंत्री ने भोजन कर रहे केशकाल विधानसभा के ग्राम धनोरा से आए सुरेंद्र मंडावी से बात करते हुए कहा कि आपके यहां हम सभी ने आंगन में बैठकर भोजन किया था। मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा पूछे जाने पर कि आप यहां पहली बार आए हैं, कैसा लग रहा है।
श्री मण्डावी ने प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने बताया कि वे आज यहाँ अपनी पत्नी, भाभी और बच्चों के साथ आये हैं। कांति मण्डावी मुख्यमंत्री के लिए घर से बनेे मूॅग-बड़े लाई थीं। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बड़ी आत्मीयता से मूंग-बड़ों का स्वाद चखा और उनकी इस स्नेह भरी भेंट के लिये उन्हें धन्यवाद दिया।
जगदलपुर, 18 जून। जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा मलेरिया और डेंगू बीमारी के रोकथाम हेतु जागरूकता अभियान किया जा रहा है।
शनिवार को स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के द्वारा जगदलपुर शहर के महाराणा प्रताप वार्ड में जागरूकता अभियान किया गया, लोंगों को वेक्टर जनित बीमारी मलेरिया और डेंगू के कारक व बचाव की जानकारी देते हुए घर के आसपास सफ़ाई रखने के साथ-साथ मच्छरदानी का उपयोग करने की अपील की गई। पॉपलेट का वितरण और पोस्टर के द्वारा भी बीमारियों से बचाव की जानकारी दी जा रही है।
इसके अलावा दरभा विकासखण्ड के ग्रामों में कला जत्था के माध्यम से मलेरिया बीमारी के रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मौसम जनित बीमारियों के कारण और बचाव के संबंध में नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है, साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों में दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में बताया जा रहा है ।ॉ