राष्ट्रीय
जम्मू, 5 मई । भारतीय वायु सेना ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद जवान विक्की पहाड़े को श्रद्धांजलि दी।
भारतीय वायु सेना ने रविवार को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, “सीएएस एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी और भारतीय वायु सेना के सभी कर्मचारी बहादुर सैनिक विक्की पहाड़े को सलाम करते हैं, जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में पुंछ सेक्टर में सर्वोच्च बलिदान दिया। शोक संतप्त परिवार के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं। दुख की इस घड़ी में हम आपके साथ मजबूती से खड़े हैं।”
शनिवार को पुंछ जिले की सुरनकोटे तहसील के बकराबल (सनाई) इलाके में आतंकवादियों ने वायु सेना के दो वाहनों पर गोलीबारी की। इसमें कमांडर विक्की पहाड़े शहीद हो गए।
गोलीबारी में घायल चार अन्य सैनिकों का कमांड अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों सहित सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों का पता लगाने के लिए रविवार को पुंछ जिले में कई स्थानों पर बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है।
सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारी अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
शनिवार को आतंकियों द्वारा किया गया हमला पिछले साल 21 दिसंबर के बाद दूसरा बड़ा हमला है। उस हमले में सेना के चार जवान शहीद हो गए थे।
खुफिया एजेंसियों का मानना है कि 21 दिसंबर 2023 के हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों ने ही शनिवार को पुंछ जिले में हमला किया।
खुफिया एजेंसियों के अनुसार, इस समूह का नेतृत्व पुंछ और राजौरी जिलों के घने जंगली इलाके में सक्रिय लश्कर-ए-तैयबा के अबू हमजा नामक एक विदेशी आतंकवादी द्वारा किया जा रहा है।
(आईएएनएस)
शिमला, 5 मई । हिमाचल प्रदेश में मंडी लोकसभा सीट पर चुनावी लड़ाई दिलचस्प हो चली है। एक ओर जहां कांग्रेस ने विक्रमादित्य सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है तो, दूसरी तरफ भाजपा ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को प्रत्याशी बनाया है।
दोनों प्रत्याशियों के समर्थन में तमाम नेताओं की ओर से जनसभा के साथ-साथ नुक्कड़ सभा का आयोजन किया जा रहा है।
इसी कड़ी में केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह के गढ़ शिमला ग्रामीण पहुंची। जहां उन्होंने शिमला ग्रामीण पन्ना प्रमुख सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पन्ना प्रमुख पेड वर्कर नहीं हैं। वो अपने पैसे से खुद भी चाय पीते हैं और पांच लोगों को भी पिलाते हैं। वो भाजपा को हिम्मत और ताकत देते हैं।
मीनाक्षी लेखी ने पूर्व यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि गारंटियों की गारंटी है, मोदी की गारंटी है। यह कोई झूठ-मूठ की गारंटी नहीं, जिसमें किये वादे पूरे न हो। 2014 से पहले बजट में प्रोजेक्ट पारित होते थे, लेकिन, उन पर काम नहीं होता था। रेलवे में 97 प्रोजेक्ट ऐसे थे, जो हर बार पारित होते थे। उसको लेकर योजनाएं भी बनती थी लेकिन काम नहीं होते थे। मोदी सरकार आने के बाद लालफीताशाही व्यवस्था में बदलाव हुआ है।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 5 मई । विशेष जांच दल (एसआईटी) ने जेडी-एस के फरार सांसद और हासन से उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना की विदेश में तलाश तेज कर दी है। इस बीच अश्लील वीडियो कांड की तीन और पीड़ितों ने एसआईटी से संपर्क किया है।
सूत्रों ने कहा कि एचडी रेवन्ना की गिरफ्तारी के बाद पीड़ितों ने एसआईटी से संपर्क किया है। अधिकारी जल्द ही उनके बयान दर्ज कर सकते हैं। इस संबंध में अभी और जानकारी सामने आना बाकी है।
ऐसी अफवाहें हैं कि अपने पिता जेडी-एस विधायक एचडी रेवन्ना की गिरफ्तारी के बाद प्रज्वल रेवन्ना जल्द ही अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर सकते हैं।
सूत्रों ने कहा कि एसआईटी की एक टीम प्रज्वल रेवन्ना की गतिविधियों के बारे में जुटाई जानकारी के आधार पर पहले ही एक विदेशी स्थान पर पहुंच चुकी है। टीम स्थानीय एजेंसियों और सीबीआई के समन्वय से उसे गिरफ्तार करेगी। ट्रैक किया गया स्थान हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट था। प्रज्वल रेवन्ना अपना स्थान बदल रहा है।
सूत्रों के अनुसार, प्रज्वल रेवन्ना रविवार को मंगलुरु अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंच सकते हैं। हालांकि, एसआईटी सूत्रों का कहना है कि उनके पास यह भी जानकारी है कि प्रज्वल रेवन्ना लोकसभा चुनाव के बाद ही वापस आएंगे। भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। एसआईटी ने भी कोई जोखिम न लेते हुए देश के सभी एयरपोर्टों पर हाई अलर्ट रखा है।
प्रज्वल रेवन्ना द्वारा कथित तौर पर यौन उत्पीड़न की शिकार अपहृत बुजुर्ग महिला के बयान के आधार पर एसआईटी के एक और एफआईआर दर्ज करने की संभावना है।
रेस्क्यू की गई महिला से जुड़े कथित वीडियो से पता चलता है कि वह जोर-जोर से रोने और बार-बार ऐसा कृत्य न करने की अपील कर रही है। इसके बाद भी प्रज्वल रेवन्ना ने कथित तौर पर उसका यौन उत्पीड़न किया।
वीडियो में दिखाया गया है कि महिला उसके पैर पकड़ने का प्रयास कर रही। उससे कह रही है कि उसने खाना बनाया है और उसके परिवार के सदस्यों को खिलाया है। उसे उसके साथ ऐसा नहीं करना चाहिए। इस वीडियो के सामने आने के बाद से लोगों में आक्रोश है।
दूसरी एफआईआर में शादीशुदा पीड़िता (जो जेडी-एस से जुड़ी एक स्थानीय नेता है) ने अपने भयावह अनुभव के बारे में बताया। आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) में दर्ज कराई गई शिकायत में पीड़िता ने कहा कि उसने शिकायत करने की हिम्मत नहीं की थी, क्योंकि प्रज्वल रेवन्ना ने उसे बलात्कार का वीडियो वायरल करने की धमकी दी थी। प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ पहली एफआईआर राज्य महिला आयोग द्वारा शिकायत पर आधारित है।
(आईएएनएस)
मुंबई, 5 मई । महाराष्ट्र विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार और वकील उज्ज्वल निकम को एक बार फिर आड़े हाथों लिया है।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि एटीएस के पूर्व प्रमुख हेमंत करकरे की हत्या जिस गोली से हुई थी, वह कसाब या आतंकियों की बंदूक से नहीं चलाई गई थी। यह बात एसएम मुश्रीफ की किताब में लिखी गई है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि उज्ज्वल निकम ने कोर्ट के सामने यह बात क्यों नहीं रखी।
उन्होंने कहा कि एसएम मुश्रीफ (शमशुद्दीन मुश्रीफ) ने अपनी किताब में लिखा है कि हेमंत करकरे की हत्या जिस गोली से हुई है, वह गोली अतिरेकों (आतंकियों) की नहीं है। उज्जवल निकम भाजपा का काम करते आ रहे हैं।
अजमल कसाब को फांसी दिलाना कोई बड़ी बात नहीं है। कोर्ट से जमानत दिलाने वाला कोई भी सामान्य वकील यह काम कर सकता था।
(आईएएनएस)
मैनपुरी, 5 मई । उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में 4 मई को सपा मुखिया अखिलेश यादव के रोड शो के बाद सपा समर्थकों ने महाराणा प्रताप की मूर्ति का अपमान किया।
दरअसल, सपा समर्थकों ने रोड शो के बाद महाराणा प्रताप की मूर्ति पर चढ़कर पार्टी का झंडा लगा दिया। इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो सामने आने के बाद क्षत्रिय समाज के लोगों में आक्रोश देखने को मिला।
क्षत्रिय समाज के लोगों ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि सपा के गुंडों ने महाराणा प्रताप का अपमान किया। मूर्ति पर जूते पहनकर चढ़ गए, उनका भाला तोड़ने का प्रयास किया गया और सपा का झंडा लगाया गया।
एसपी सिटी राहुल मिठास ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि शनिवार को एक रोड शो हुआ था। रोड शो के बाद कुछ लोगों ने महाराणा प्रताप की मूर्ति पर चढ़कर पार्टी विशेष के झंडे लगाए। सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। विवेचना और छानबीन के बाद कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने 100 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 5 मई । कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने आईएएनएस से खास बातचीत में राहुल गांधी के जातीय जनगणना और आर्थिक सर्वे करवाने की मांग का समर्थन किया है। इसके अलावा उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारतीय वायुसेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और सरकार से इस हमले की जांच करवाने की मांग की है।
राहुल गांधी के जातीय जनगणना करवाने के आईएएनएस के सवाल पर राशिद अल्वी ने कहा कि जातीय जनगणना पर बिल्कुल रायशुमारी होनी चाहिए। देश के अंदर किस जाति के कितने लोग हैं, जाति की बुनियाद पर इस बार चुनाव हो रहे हैं। जाति हमारे देश के लिए महत्वपूर्ण फैक्टर है, इसलिए यह सबको पता चलना चाहिए कि देश के अंदर किस जाति के कितने लोग हैं।
राशिद अल्वी ने राहुल गांधी के आर्थिक सर्वे पर दिए बयान को लेकर कहा कि यह बिल्कुल होना चाहिए, क्योंकि देश की संपत्ति और दौलत 10-15 लोगों के हाथों में जाकर सीमित हो गई है। गरीब और गरीब होता जा रहा है, मालदार और मालदार होता जा रहा है, जो पैसे वाले लोग हैं, उनकी 10 साल के अंदर-अंदर कई गुना दौलत बढ़ गई है। दूसरी तरफ भाजपा कह रही है वो 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रही है। ऐसे में देश से गरीबी तो खत्म होनी चाहिए।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले को कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यह हमला कैसे और क्यों हुआ। सरकार दावा करती है कि हमने आतंकी हमले खत्म कर दिए हैं। ऐसे वक्त में जब चुनाव हो रहे हैं, उस वक्त सत्यपाल मलिक के बयान हैं, वो भी आज याद आ रहे हैं। जो उस वक्त वहां के गवर्नर थे। उन्होंने क्या कहा था कि पिछले चुनाव में हमले हुए थे। उस वक्त कौन जिम्मेदार था। आज के हालात में जो कुछ हो रहा है तो ऐसे में इसकी जांच होनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले पर बहुत सारे बयान दिए। सरकार हमेशा खामोश रही है, इसलिए शक और बढ़ जाता है। ये भारत सरकार की जिम्मेदारी है कि वो इस पर क्या कार्रवाई करती है।
राम मंदिर के सवाल पर राशिद अल्वी ने कहा कि हर वो व्यक्ति जो मुश्किल वक्त में भगवान की शरण में आ जाता है, आज भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी बहुत मुश्किल हालात से गुजर रहे हैं। उनको नजर आ रहा है कि चुनाव जीतने वाले नहीं हैं, ऐसे में उनके पास भगवान की शरण में जाने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी '400 पार' का नारा पहले दे रहे थे, अब आपने देखा होगा कि भाजपा के सारे नेता खामोश हैं। कोई भी नेता '400 पार' का नारा नहीं दे रहा है। क्योंकि उनके लिए सरकार बनाना मुश्किल है। ऐसे में 400 सीट का सवाल ही नहीं बनता है।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 5 मई । विशेष जांच दल (एसआईटी) की पूछताछ के दौरान पूर्व मंत्री और जद(एस) विधायक एच.डी. रेवन्ना ने अश्लील वीडियो मामले की पीड़िता के अपहरण और यौन उत्पीड़न के आरोपों से इनकार किया है। मामले में उनके बेटे, मौजूदा सांसद और हासन लोकसभा सीट से एनडीए उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना पर भी आरोप है। यह जानकारी सूत्रों ने रविवार को दी।
लेखिका और कार्यकर्ता गौरी लंकेश की सनसनीखेज हत्या के मामले को सुलझाने वाली टीम का नेतृत्व करने वाले वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एसआईटी प्रमुख बी.के. सिंह व्यक्तिगत रूप से रेवन्ना से पूछताछ की निगरानी कर रहे हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के पुत्र एच.डी. रेवन्ना शनिवार से एसआईटी की हिरासत में हैं।
अधिकारियों ने पूरी रात एचडी रेवन्ना से पूछताछ की और रविवार सुबह भी पूछताछ जारी रखी। सूत्रों ने बताया कि रेवन्ना ने कहा कि वह किसी भी मामले में शामिल नहीं थे और यह उन्हें और उनके परिवार को खत्म करने की साजिश है।
सूत्रों ने यह भी कहा कि एचडी रेवन्ना को सवालों का उत्तर लिखने के लिए कलम और कागज दिया गया, लेकिन उन्होंने कुछ भी लिखने से इनकार कर दिया और कहा कि वह मामलों से जुड़े नहीं हैं।
अधिकारियों ने उनसे उनके बेटे प्रज्वल रेवन्ना के ठिकाने के बारे में भी पूछताछ की है, जो फरार है। सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों ने एचडी रेवन्ना का मोबाइल फोन ले लिया है और उनके बेटे प्रज्वल रेवन्ना की गतिविधियों के बारे में सुराग पाने का प्रयास किया जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि रेवन्ना को शनिवार रात एक बिस्तर दिया गया और आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के अधिकारियों के एक कमरे में रखा गया। अन्य गिरफ्तार राजनीतिक दिग्गजों और वरिष्ठ अधिकारियों को भी इसी तरह की सुविधा प्रदान की गई थी। सीआईडी भवन में रहने के दौरान रेवन्ना शांत थे।
रेवन्ना पर उनकी एक पूर्व नौकरानी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। एक अन्य मामले में, उन पर अपने बेटे प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े सेक्स स्कैंडल के पीड़ितों में से एक का अपहरण करने का आरोप है।
एचडी रेवन्ना के पीए राजगोपाल के फार्महाउस से बचाई गई पीड़िता से एसआईटी को अधिक जानकारी मिलने की संभावना है। आरोपी राजगोपाल को भी एसआईटी ने गिरफ्तार किया है।
अधिकारियों को रविवार शाम तक एचडी रेवन्ना को मजिस्ट्रेट के सामने पेश करना होगा। सूत्रों ने बताया कि उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की पूरी संभावना है।
(आईएएनएस)
सलमान रावी
तेज़ गर्मी अपनी जगह है लेकिन इस बार मध्य प्रदेश में राजगढ़ की लोकसभा सीट पर चुनाव ने राजनीतिक तापमान ज़रूर बढ़ा दिया है. लगभग एक दशक के बाद इस सीट पर इतनी गहमा-गहमी देखी जा रही है और लोग इस बार के चुनाव में काफ़ी दिलचस्पी ले रहे हैं.
इसका कारण साफ़ है. इस सीट पर दो बार भारतीय जनता पार्टी के रोडमल नागर ने आसान जीत दर्ज की है.
पिछली बार वो 4 लाख से भी ज़्यादा वोटों से जीते थे. ऐसे अनुमान लगाए जा रहे थे कि इस बार भी लड़ाई एकतरफा ही होगी.
ये तब तक था जब तक कांग्रेस ने इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश में अपने सबसे कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह के नाम की घोषणा नहीं की थी.
दिग्विजय सिंह के इस सीट पर चुनावी समर में उतरने के बाद परिदृश्य ही बदल गया है. अब रोडमल नागर भी चुनाव प्रचार में ही नज़र आ रहे हैं और चिलचिलाती धूप में सुदूर ग्रामीण अंचलों का दौरा कर रहे हैं.
32 साल बाद हुई है दिग्विजय सिंह की वापसी
इस सीट पर दिग्विजय सिंह की वापसी 32 साल के बाद हुई है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं निकाला जा सकता है कि उनकी स्थिति मज़बूत है.
इसी लोकसभा क्षेत्र के सुदूर इलाक़े में चुनावी सभा या यूं कहिए कि नुक्कड़ सभा चल रही है. मंच सजा हुआ है जिस पर ‘पुराने कांग्रेसी’ मौजूद हैं. ये आवन गांव है. दिग्विजय सिंह के साथ उनके पुत्र और विधायक जयवर्धन और उनके छोटे भाई लक्ष्मण सिंह मौजूद हैं.
नुक्कड़ सभा को संबोधित करते दिग्विजय सिंह
भाषणों के दौर के बाद वहां मौजूद बुज़ुर्गों और आसपास के गांवों से आए लोगों को संबोधित करने के लिए दिग्विजय सिंह की बारी आई.
उन्होंने राजगढ़ से अपने पुराने रिश्ते की लोगों को याद दिलाई. फिर ख़ुद के बारे में ‘फैली अफ़वाहों’ पर सफाई दी. फिर उन्होंने कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र की चर्चा की जिसे वो कांग्रेस का ‘गारंटी कार्ड’ बता रहे थे.
इसी बीच उन्होंने लोगों से कहा, "जिस किसी को कांग्रेस के गारंटी कार्ड के बारे में जानकारी नहीं है वो अपना हाथ उठाएं.”
वहीं पर मौजूद उनके छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने भी अपना हाथ उठा दिया. दिग्विजय सिंह हक्के-बक्के रह गए. फिर उन्होंने ‘कांग्रेस का गारंटी कार्ड’ मंगवाया और अपने भाई को उसे पढ़ने के लिए कहा.
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “अगर हमारे भाई कोई गारंटी मालूम नहीं है तो फिर हमारी नेतागिरी कैसे चलेगी.” इस पर नुक्कड़ सभा में ठहाका गूंज उठा.
कांग्रेस की पारंपरिक सीट रही है राजगढ़
लक्ष्मण सिंह इस सीट से सांसद रह चुके हैं. मगर उन्होंने ये सीट भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार रहते हुए जीती थी. इस बार के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
इस सीट को कांग्रेस की पारंपरिक सीट माना जाता था क्योंकि साल 1952 से कांग्रेस ने इस पर 9 बार जीत दर्ज की थी. भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर 6 बार जीत दर्ज की है. दो बार इस सीट को जनता पार्टी के उम्मीदवारों ने जीता था जबकि एक बार ऐसा हुआ कि एक निर्दलीय ने भी इस सीट को जीतकर सबको चौंका दिया था.
दिग्विजय सिंह ने इस सीट को 1994 में छोड़ा था. इसके बाद बतौर कभी कांग्रेसी और कभी बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर दिग्विजय के भाई लक्ष्मण सिंह ने इस सीट को जीता था.
साल 2009 में बीजेपी उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह को कांग्रेस के नारायण सिंह अम्बाले ने हरा दिया था. फिर साल 2014 से इस सीट से बीजेपी के रोडमल नागर ही जीतते आए हैं.
हवा किस तरफ़ है?
राजगढ़ की लोकसभा सीट पर इस बार तेज़ हवा तो चल रही है. मगर हवा किस तरफ़ है? ये पता लगा पाना मुश्किल है. राजनीतिक गहमा-गहमी तो बढ़ी हुई है. रोडमल नागर और दिग्विजय सिंह के सामने चुनौतियों का पहाड़ है. इस पहाड़ को दोनों ही उम्मीदवार ज़ोरदार जनसंपर्क से नापना चाहते हैं.
जहां लंबे समय के बाद इस सीट पर लौटना अपने आप में दिग्विजय सिंह के लिए चुनौती बनी हुई है तो नागर को मतदाताओं की नाराज़गी से जूझना पड़ रहा है.
राजगढ़ ज़िला मुख्यालय में रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार गोपाल विजयवर्गीय ने दिग्विजय सिंह के राजनीतिक जीवन को क़रीब से देखा है. वो भी लगभग दिग्विजय सिंह के ही उम्र के हैं. वो मानते हैं कि लंबे समय से अपनी राजनीतिक कर्मभूमि से दूर रहकर अचानक इतने दशकों के बाद वापस लौटना दिग्विजय सिंह के लिए कम चुनौती भरा नहीं होगा.
वो कहते हैं, “आज वो इतने सालों के बाद चुनाव लड़ रहे है. उन्होंने नगरपालिका परिषद का चुनाव लड़ने से अपनी शुरुआत की थी. फिर वो राजनीति में बेहद सक्रिय हो गए थे. उनको इसका फ़ायदा भी मिलता रहा. लेकिन उनके लिए समस्या यही है कि उस समय जो लोग थे, आज उनमें से कुछ वृद्ध हो गए हैं या फिर कुछ भगवान को प्यारे हो गए हैं."
"नई युवा पीढ़ी ने ना तो उनका सांसद वाला कार्यकाल ही देखा है और ना ही मुख्यमंत्री वाला. इस वजह से वो दिग्विजय सिंह से कैसे जुड़ पायेंगे? ये कांग्रेस के लिए थोड़ी दिक्कत पैदा कर रहा है.”
बीजेपी नेता ‘सनातन विरोधी’ होने का लगाते रहे हैं आरोप
इसके अलावा दिग्विजय सिंह को अपनी छवि को लेकर लोगों में पैदा हुई भावना का भी सामना करना पड़ रहा है.
भारतीय जनता पार्टी के नेता उन पर ‘सनातन विरोधी’ होने का आरोप लगाते रहे हैं. इसी छवि की वजह से साल 2019 में जब उन्होंने भोपाल की संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी की साध्वी प्रज्ञा के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ा था तो उन्हें भारी हार का सामना करना पड़ा था.
दिग्विजय सिंह के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा लगाए गए आरोपों का सामना करना भी एक बड़ी चुनौती है. वो गांव-गांव घूमकर सफ़ाई दे रहे हैं.
एक सभा में उन्होंने इस सवालों का जवाब देते हुए कहा, “भारतीय जनता पार्टी मुझ पर आरोप लगाती रहती है कि मैं मुस्लिम परस्त हूं. सनातन विरोधी हूं. लेकिन मैं बताना चाहता हूं कि मैं एक हिंदू हूं. एक अच्छा हिन्दू हूं और उनसे तो बहुत अच्छा हिंदू हूं.”
तपती दोपहर में जब वो बीनागंज के इलाके में अपना जनसंपर्क अभियान चला रहे थे तो बीबीसी की टीम भी उनके साथ थी. यहां के तेली गांव इलाक़े में हमें उनसे बात करने का मौका मिला.
वो चुनावी मुद्दों की बात करने लगे और कहा, “मोदी जी कभी भी एक रास्ते से अलग नहीं हटे. वो विकास की बात करते ज़रूर हैं. मगर मतदान के आखिरी दिनों में वो उन्हीं मुद्दों पर आ जाते हैं जिस पर वो अभी तक आते रहे हैं. आम लोग तो ऊब चुके हैं इन सब बातों से. ध्रुवीकरण की बातों से. लोग अब समझ रहे हैं कि मुद्दों की लड़ाई होनी चाहिए जो नहीं हो रही है. मोदी जी जनसरोकार के मुद्दे छोड़कर एक ग़लत रास्ते पर लोगों को ले जाने का प्रयास कर रहे हैं.”
'मतदाता खामोश हैं'
बीबीसी से बातचीत में वो कहते हैं कि मतदाता ख़ामोश है. वो खुलकर अपनी बात नहीं कह रहा है लेकिन वो ये तो महसूस कर रहा है कि महंगाई बढ़ती जा रही है और कोई सुनने वाला नहीं है.
वो कहते हैं, “किसान और मज़दूर परेशान है और वो इन सब बातों को समझ रहे हैं. जिस प्रकार से प्रशासन का और शासन का दुरुपयोग किया जा रहा है, उससे लोगों में एक डर का माहौल है.
दिग्विजय सिंह के लिए उनके करीबी कांग्रेस के नेताओं ने मोर्चा संभाल रखा है. उनके सामने सबसे बड़ा काम है कि किस भी तरह दिग्विजय सिंह की ‘सनातन विरोधी’ छवि को दूर किया जाए.
रशीद जमील राजगढ़ के वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं और दिग्विजय सिंह से लंबे समय से जुड़े रहे हैं. वो उनके चुनाव प्रभारी भी हैं.
‘सनातन विरोधी’ होने के आरोपों पर वो कहते हैं, “आप राजा साहब के किले पर जाइए. सनातनी हिंदू हैं राजा साहब. वो सनातनी हिंदू तो हैं मगर उनमें कट्टरता नहीं है. वो शबरी के झूठे बेर खाने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम राम के प्यार और मोहब्बत वाले हिंदू हैं. राजा साहब उसी हिंदुत्व के अनुयायी हैं.. वो जय सिया राम वाले हिंदू हैं न कि जय जय श्री राम वाले..”
बीजेपी प्रत्याशी रोडमल नागर
बीजेपी उम्मीदवार की मुश्किलें
इस तपिश और गर्म हवाओं के थपेड़ों ने राजगढ़ में पसीने छुड़ा दिए हैं. मौजूदा सांसद रोडमल नागर को ज़्यादा पसीने इसलिए छूट रहे हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद ही नहीं थी कि इस बार कांग्रेस उनके ख़िलाफ़ इतने कद्दावर नेता को उतारेगी.
पिछले दो चुनावों में उन्होंने आसान जीत हासिल की थी. इस बार चुनौतियां कड़ी हैं. इसी वजह से नागर को प्रधानमंत्री मोदी की छवि की ही आस है जिससे वो अपना बेड़ा पार करना चाहते हैं.
चाचौरा विधानसभा में अपने प्रचार के दौरान वो प्रधानमंत्री के ‘विकास के मॉडल’ की बात करते हैं और राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की बात करते हैं. वो लोगों को बताते हैं कि साल 2047 तक भारत विश्वगुरु बन जाएगा. वो लोगों से कहते हुए नज़र आये कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के लिए उनको वोट दें.
जब बीबीसी ने उनसे पूछा कि अपने नाम पर और अपने काम पर वो क्यों वोट नहीं मांग रहे हैं तो उनका कहना था, “भारतीय जनता पार्टी में व्यक्ति गौण होता है. संगठन ही महत्वपूर्ण और सर्वश्रेष्ठ है. संगठन में सब कार्यकर्ता ही होते हैं. मैं भी कार्यकर्ता हूं. सारे कार्यकर्ताओं का उत्साह अपने चरम पर है जो मोदी जी के तीसरे कार्यकाल के लिए ज़ोर लगा रहे हैं."
"आदरणीय प्रधानमंत्री जी के जो काम हैं, उन पर जनता ने विश्वास किया है. हर गांव में, हर क्षेत्र में लोगों ने इसका अनुभव किया है. इसलिए पूरा क्षेत्र और पूरे मतदाता मोदीमय हैं. ये क्षेत्र ... राष्ट्रवाद... राष्ट्रवाद ... राष्ट्रवाद.... इसके प्रति चलता है... और इसलिए व्यक्तिवाद का कोई मतलब नहीं है....”
एंटी-इनकंबेंसी का सामना कर रहे हैं नागर
रोडमल नागर भी अपने ख़िलाफ़ इस बार ‘एंटी इनकम्बेंसी’ यानी विरोध की लहर का सामना कर रहे हैं.
उन पर आरोप है कि वो चुनाव जीतने के बाद लोगों से कटे ही रहे. इसलिए अब उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को जनता के बीच सफाई देनी पड़ रही है
गोपाल पटवा मधुसूदनगढ़ में पार्षद हैं और भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय नेता भी हैं.
सवाल पूछे जाने पर वो कहते हैं, “एक सांसद को तीन से चार महीने दिल्ली में रहना पड़ता है. फिर प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी बैठकें होती रहती हैं. ज़िला स्तर पर भी बैठकें होती हैं. राजगढ़ में 2232 मतदान केंद्र हैं और लगभग 6 हज़ार गांव हैं. आप बताइए कि क्या एक सांसद का 6 हज़ार गांव के प्रत्येक व्यक्ति से मिल पाना संभव है?”
क्या कह रहे हैं राजगढ़ के लोग?
राजगढ़ का आम मतदाता अपने पत्ते नहीं खोल रहा है. वो ख़ामोश है. लोग कुछ खुलकर बोलना नहीं चाहते हैं. कैमरे के सामने तो बिलकुल ही नहीं. जो बोल सकते थे उन्होंने अपनी बात कहने की कोशिश की. कुछ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को देखकर वोट देना चाहते हैं तो कुछ अपने लोकसभा क्षेत्र में बदलाव देखना चाहते हैं.
प्रिंस अग्रवाल कहते हैं कि वो पारंपरिक रूप से भारतीय जनता पार्टी का ही समर्थन करते आ रहे हैं. लेकिन स्थानीय उम्मीदवार को लेकर उनकी अब अलग राय बन रही है.
उनका कहना था, “वोट भावना पर पड़ते हैं. हम हमेशा से ही वोट भाजपा के लिए करते आ रहे हैं. लेकिन इस बार मानसिकता लोगों की भी कुछ और बता रही है. क्योंकि लोगों की कोई सुनवाई नहीं है और इलाका पिछड़ा ही रह गया है.”
राजगढ़ के रहने वाले अशोक कुमार और गंगा प्रसाद
राजगढ़ के ही रहने वाले गंगा प्रसाद किसी पार्टी के समर्थक नहीं हैं. उनका कहना है कि बीजेपी की राज्य में चलाई जा रही योजनाओं का लाभ सबको मिल रहा है. चाहे वो महिलाओं के लिए चलाई जा रही लाडली बहना योजना हो या फिर विवाह वाली योजना.
हमारी मुलाक़ात सड़क के किनारे रेहड़ी लगाने वाले अशोक कुमार से तब हुई जब मधुसूदनगढ़ में मुख्यमंत्री मोहन यादव की चुनावी सभा चल रही थी. सभास्थल के ठीक बाहर नगर परिषद के कार्यालय के पास उनकी रेहड़ी लगती है.
उनकी अपनी शिकायतें हैं. वो कहते हैं, “नगर निगम वाले अलग परेशान करते हैं. पुलिसवाले अलग परेशान करते हैं. अब ऐसे सरकार चलेगी क्या मोदी जी की? मोदी जी कहते हैं कि धंधा करो. वो तो कुछ दे नहीं रहे हैं हमें, हम तो ख़ुद मजदूरी कर के सात आठ लोगों का पेट भरते हैं. अब ये स्थिति में आप देख लो कि कौन जीतना चाहिए. आम आदमी परेशान है...”
राजगढ़ सीट पर इस बार चुनाव के नतीजे क्या होंगे? हार-जीत के फैसले अपनी जगह होंगे. इसको लेकर कोई निश्चित रूप से कुछ नहीं कह सकता. केवल अटकलें ही चल रहीं हैं.
लेकिन इतना तो ज़मीन पर देखने को मिल रहा है कि कई सालों के बाद इस सीट पर चुनावी जंग बेहद रोचक बन गयी है. (bbc.com)
भावनगर, 5 मई । गुजरात में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले भावनगर पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब की बोतल के साथ एक स्कॉर्पियो जब्त की है।
घोघा रोड स्थित चाइना सोसायटी क्षेत्र से एक काले रंग की स्कॉर्पियो से विदेशी शराब की 101 बोतलें बरामद की गई। इस दौरान किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
स्कॉर्पियो पर लाल रंग की एक पट्टी बनी हुई है, जिस पर प्रेसिडेंट ऑफ ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन ऑफ इंडिया लिखा हुआ है।
पुलिस ने बताया कि छापेमारी से पहले ही आरोपी कमलेश बटिया फरार हो गया था। स्कॉर्पियो से बरामद शराब की कीमत 8,53,530 रुपये है।
(आईएएनएस)
सागर, 5 मई । मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। सागर के बीना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे ने रविवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के समक्ष रविवार को सागर के राहतगढ में जनसभा के दौरान बीना से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री ने उनका पार्टी में स्वागत किया। चुनाव के दौरान भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वाली निर्मला सप्रे कांग्रेस की तीसरी विधायक हैं।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही कांग्रेस के विजयपुर से विधायक रामनिवास रावत ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। वहीं, चुनाव के पहले चरण से पूर्व छिंदवाड़ा जिले के कांग्रेस विधायक कमलेश शाह ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 5 मई। सत्तारूढ़ द्रमुक जहां लगातार राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) का विरोध कर रही है, वहीं तमिलनाडु से 1.5 लाख छात्र रविवार को परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। दोपहर 2 बजे से शुरू हुई परीक्षा शाम 5.20 तक चलेगी।
इसमें 12,730 सरकारी स्कूल के छात्र शामिल हैं, जिन्होंने तमिलनाडु स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित मुफ्त नीट कोचिंग का लाभ उठाया है।
नीट कोचिंग में भाग लेने वाले सरकारी स्कूल के छात्रों की संख्या में सलेम जिला 992 के साथ शीर्ष पर है, जबकि करूर में सबसे कम संख्या 71 है।
नीट परीक्षा आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने कहा है कि देश भर के 557 शहरों और भारत के बाहर 14 शहरों में 24 लाख छात्र परीक्षा दे रहे हैं।
पिछले कुछ वर्षों में तमिलनाडु में नीट के आयोजन के खिलाफ कई विरोध प्रदर्शन हुए, जब कई छात्रों ने परीक्षा में असफल होने के बाद अपनी जान दे दी। कुछ छात्रों ने परीक्षा लिखने के डर से आत्महत्या कर ली।
तमिलनाडु में 2017 में नीट की शुरुआत के बाद से अनुमानित 24 छात्रों ने आत्महत्या की।
तमिलनाडु में नीट एक लगातार मुद्दा रहा है और इस परीक्षा को गरीब विरोधी और सरकारी स्कूलों और ग्रामीण पृष्ठभूमि के छात्रों के साथ भेदभावपूर्ण माना जाता है।
2023 में नीट के नतीजे आने के बाद 19 साल के एक लड़के जगतेश्वरन ने परीक्षा में 400 अंक हासिल करने के बाद भी सरकारी मेडिकल कॉलेज में सीट नहीं मिलने पर आत्महत्या कर ली। उनके पिता सेल्वासेकर भी अपने बेटे का गम बर्दाश्त नहीं कर पाए और उन्होेंने भी जहर खाकर जान दे दी।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके. स्टालिन ने तब कहा था कि द्रमुक और तमिलनाडु सरकार हमेशा से नीट का विरोध करती रही है और छात्रों से कहा था कि भविष्य में नीट परीक्षा को समाप्त किया जा सकता है।
पिता-पुत्र की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए स्टालिन ने कहा था, "तमिलनाडु सरकार नीट को खत्म करने के लिए कदम उठा रही है और छात्रों को परीक्षा से डरकर कोई भी अतिवादी कदम नहीं उठाना चाहिए।"
(आईएएनएस)
छिंदवाड़ा, 5 मई । मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के विक्की पहाड़े शनिवार की शाम को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए।
वह 7 मई को अपने बेटे का जन्मदिन मनाने घर आने वाले थे। छिंदवाड़ा के विक्की पहाड़े एयर फोर्स में कार्यरत थे और शनिवार की शाम को जवानों पर हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए।
बताया गया है कि विक्की वर्ष 2011 में एयर फोर्स की सेवा में गए थे। उनके परिवार में मां-पत्नी और एक 5 साल का बेटा है, पिता का निधन हो चुका है।
(आईएएनएस)
ग्रेटर नोएडा, 5 मई । ग्रेटर नोएडा से चार दिन पहले अपहृत 15 वर्षीय लड़के का शव उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से बरामद हुआ। पुलिस ने रविवार को कहा कि आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा से 1 मई की दोपहर को एक रेस्टोरेंट मालिक के बेटे का अपहरण कर लिया गया था।
सीसीटीवी फुटेज में कुछ लोग को उसे जबरन कार में ले जाते हुए देखा गया था।
घटना की जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अपहरण के दौरान, एक महिला ने लड़के कुणाल को एक तरफ से कवर किया। वहीं, दो अन्य लोगों ने उसे दूसरी तरफ से कार में धकेल दिया। घटना बीटा-2 पुलिस स्टेशन क्षेत्र की है।
अधिकारी ने आगे बताया कि प्राथमिकी में आईपीसी की धारा 302 (हत्या) जोड़ दी गई है। आरोपियों तक पहुंचने और उन्हें पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया गया है। सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं।
(आईएएनएस)
रीवा, 5 मई । मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहां एक युवक ने आपसी विवाद में भाभी और उसकी दो बेटियों की हत्या कर दी।
पुलिस के अनुसार गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के ईदगाह के करीब हसीना खान अपने बच्चों और सास-ससुर के साथ रहती थी। परिवार में दो देवर भी हैं।
हसीना का पति विशाखापट्टनम में मजदूरी करता है। शनिवार की देर शाम परिवार के अन्य सदस्य किसी समारोह में हिस्सा लेने बाहर गए थे तभी हसीना का अपने छोटे देवर शाहबाज से किसी बात पर विवाद हो गया। उसने लोहे की रॉड से हसीना के सिर पर हमला किया और चाकू से गले को रेंत दिया। उसके बाद हसीना की दो और तीन साल की मासूम बेटियों की भी हत्या कर दी।
आरोपी ने तीनों की हत्या के बाद बच्चियों के शवों को बोरी में भरा और उसे गोविंदगढ़ तालाब में ले जाकर फेंक दिया। हत्या की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को बुलाकर भी जांच कराई। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
(आईएएनएस)
भोपाल, 5 मई । मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में रेत माफिया के एक ट्रैक्टर ने एक सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) की कुचलकर हत्या कर दी।
मृतक एएसआई की पहचान महेंद्र बागरी के रूप में हुई है। बागरी एक बदमाश को पकड़ने गए थे। इसी दौरान अवैध रूप से खनन किए गए रेत से लदे ट्रैक्टर ने उन्हें कुचल दिया।
बागरी के साथ जा रहे दो अन्य पुलिसकर्मी अपनी जान बचाने के लिए मौके से चले गए और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी।
पुलिस ने रविवार को बताया कि ट्रैक्टर चालक समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, अवैध रेत खनन में शामिल बताया जा रहा मुख्य आरोपी फरार है।
पुलिस ने फरार आरोपी सुरेंद्र सिंह पर 30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। आरोपी शहडोल जिले के ब्यौहारी क्षेत्र का निवासी है।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 5 मई । तमिलनाडु स्कूल शिक्षा विभाग ने बताया कि कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम सोमवार को घोषित किए जाएंगे।
विभाग ने रविवार को कहा कि परिणाम घोषित करने के लिए सभी जरूरी इंतजाम कर लिए गए हैं। अंकों का विवरण छात्रों के मोबाइल नंबरों पर टेक्स्ट संदेश के रूप में भेजा जाएगा।
छात्र तमिलनाडु सरकारी परीक्षा निदेशालय की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट टीएनरिजल्ट डॉट एनआईसी डॉट इन या डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट डीजीई डॉट टीएन डॉट जीओवी डॉट इन पर अपने परिणाम देख सकते हैं।
मार्च में आयोजित 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में लगभग 7.25 लाख छात्र बैठे थे।
तमिलनाडु कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा के परिणाम 10 मई को घोषित किए जाएंगे।
(आईएएनएस)
पूर्वोत्तर भारत के पर्वतीय राज्य मेघालय के लू की चपेट में आने के कारण राज्य में पीने के पानी की भारी किल्लत हो गई है. यह हाल तब है जब दुनिया में सबसे ज्यादा बारिश वाली जगह सोहरा इसी राज्य में है.
डॉयचे वैले पर प्रभाकर मणि तिवारी की रिपोर्ट-
पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि जंगल की अंधाधुंध कटाई और बारिश के पानी के संरक्षण की नीति सही ढंग से लागू नहीं होने के कारण ही राज्य को इस संकट का सामना करना पड़ रहा है. ग्लोबल वार्मिंग के प्रतिकूल असर ने इस संकट को और गंभीर बना दिया है.
मेघालय बीते कई दिनों से लू की चपेट में हैं. राज्य के कई इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. खासकर राजधानी शिलांग और दूसरे सबसे बड़े शहर तूरा में ज्यादातर झरनों और झीलों के सूख जाने के कारण पीने के पानी की समस्या गंभीर हो गई है. इस समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बुधवार को एक उच्च-स्तरीय बैठक बुलाई थी.
भूजल में भारी कमी
राज्य के पीएचई मंत्री मारक्यूस एन. मराक ने बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा था कि भूजल का स्तर तेजी से घट रहा है और झरनों और झीलों जैसे प्राकृतिक संसाधन सूख रहे हैं. अकेले तूरा में पानी का स्तर 20 फीसदी कम हो गया है. उन्होंने डीडब्ल्यू से बातचीत में कहा, "यह समस्या ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन से जुड़ी है. ऐसे में हम ज्यादा कुछ नहीं कर सकते. अगर एक महीने के भीतर बारिश नहीं हुई तो परिस्थिति बेहद गंभीर हो जाएगी."
राज्य सरकार ने मौजूदा संकट को ध्यान में रखते हुए लोगों से जल संरक्षण के उपायों को गंभीरता से लागू करने की अपील की है. पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग (पीएचई) के चीफ इंजीनियर बी.एम. लिंडेम ने डीडब्ल्यू को बताया, "गर्मी और दूसरे कई कारणों से शिलांग को पानी की सप्लाई करने वाले उमिया नदी के बांध का जलस्तर काफी कम हो गया है. इसके उद्गम स्थल पर पेड़ों की बड़े पैमाने पर कटाई और ऊपरी इलाकों में पत्थर की खदानों की कारण स्थिति गंभीर हो गई है."
वेस्ट गारो हिल्स के जिला प्रशासक ने तो पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए तूरा नगरपालिका में धारा 144 के तहत कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं. फिलहाल यह पाबंदियां 15 मई तक लागू रहेंगी. इसके तहत लोगों से सप्ताह में सिर्फ दो दिन ही गाड़ियों की धुलाई करने को कहा गया है. प्रशासन लोगों से पानी का सोच-समझ कर इस्तेमाल करने की अपील कर रहा है. कई जगहों पर पानी की सप्लाई दिन में सिर्फ दो बार ही की जा रही है. कुछ इलाकों में तो टैंकर से पानी की सप्लाई देने की भी नौबत आ गई है.
लगातार घटती बारिश
मेघालय में मौसम विभाग के एक अधिकारी बताते हैं, "अप्रैल के दौरान बीते साल के मुकाबले बहुत कम बारिश हुई. मई की शुरुआत में भी यही स्थिति है. इस दौरान औसत साप्ताहिक बारिश की मात्रा 8.5 मिलीमीटर रही जबकि अप्रैल के महीने में साप्ताहिक 81.6 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना जाता है."
मेघालय के रिसर्चर और पर्यावरण कार्यकर्ता बानियातेलंग मजाव के हालिया रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य में बीते पांच वर्षों के दौरान बारिश की मात्रा में 15 फीसदी तक की कमी आई है. उनका कहना है कि मौजूदा परिस्थिति के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं. इनमें जलवायु परिवर्तन के अलावा पेड़ों की कटाई और जल प्रबंधन उपायों को ठीक से लागू नहीं करना शामिल हैं.
दुनिया भर में सबसे ज्यादा बारिश वाली जगह सोहरा में भी पानी की किल्लत होने लगी है. मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 1861 में पूरे साल के दौरान 22,987 मिलीमीटर बारिश के साथ इसने दुनिया में सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड बनाया था. लेकिन अब यहां बारिश की मात्रा आधी से भी ज्यादा घट कर 11,359.4 मिलीमीटर रह गई है.
बिजली विभाग ने चेतावनी दी है कि जलस्तर में तेजी से गिरावट के कारण उमियाम पनबिजली परियोजना के भी बंद होने का खतरा पैदा हो गया है. इसी बिजली घर से राजधानी शिलांग में बिजली की सप्लाई होती है.
जलनीति पर ईमानदारी से पालन नहीं हुआ
मेघालय देश का पहला राज्य है, जिसने वर्ष 2019 में जल नीति तैयार की थी. उसके तहत तमाम इमारतों में छतों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग यानी बारिश के पानी के संरक्षण की बात कही गई थी. इस नीति को कड़ाई से लागू किया जाना था. हालांकि राजनेताओं की मिलीभगत से अब भी सैकड़ों की तादाद में ऐसी इमारतें बन रही हैं जहां इस नीति की अनदेखी की गई है.
इंडिया स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट, 2021 के मुताबिक, वर्ष 2019 से 2021 के बीच राज्य में 73 वर्ग किलोमीटर जंगल साफ कर दिए गए. उसके बाद का आंकड़ा फिलहाल उपलब्ध नहीं है. रिपोर्ट में पेड़ों की कटाई, प्राकृतिक आपदा और विकास मूलक गतिविधियों को इसका प्रमुख कारण बताया गया है. पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि तेजी से साफ होते जंगल और कार्बन डाइऑक्साइड के बढ़ते उत्सर्जन के कारण इलाके की जलवायु पर बेहद प्रतिकूल असर पड़ा है. ऐसे में आने वाले दिनों में इस समस्या के और गंभीर होने का अंदेशा बना हुआ है. (dw.com)
अयोध्या, 5 मई । राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद में पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा है कि वह चाहते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री बनें।
एक्स पर जारी एक पोस्ट में इकबाल अंसारी ने कि कहा, ''पीएम मोदी भाग्यशाली हैं कि उनका चुनाव राम की नगरी से शुरू हो रहा है। उनका दस साल का पीएम पद का कार्यकाल बहुत अच्छा रहा। हम उनके अयोध्या आगमन से बहुत खुश हैं और चाहते हैं कि वह एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री बनें।''
इकबाल अंसारी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। इसलिए देश की जनता को एक बार फिर पीएम मोदी को मौका देना चाहिए। उनके शासन में समाज के हर वर्ग का विकास हो रहा है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अयोध्या पहुंच रहे हैं। वह वहां रामलला का दर्शन करेंगे और इसकेे बाद एक रोड शाेे निकालेंगे। वह दो घंटे तक अयोध्या में रहेंगे।
(आईएएनएस)
जम्मू, 5 मई । जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में एक आतंकी हमले में घायल हुए पांच सैनिकों में से एक वायुसेना के जवान ने शनिवार रात उधमपुर के कमांड अस्पताल में दम तोड़ दिया।
अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों ने शनिवार शाम करीब छह बजकर 15 मिनट पर पुंछ जिले के मेंढर तहसील के गुरसाई वन क्षेत्र में वायुसेना के दो वाहनों पर गोलीबारी की।
एक अधिकारी ने कहा, “घायल सैनिकों को सेना के उत्तरी कमान के मुख्यालय उधमपुर के कमांड अस्पताल में पहुंचाया गया। एक घायल सैनिक ने दम तोड़ दिया, जबकि चार अन्य का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। राष्ट्रीय राइफल्स और अन्य सुरक्षा बलों ने हमलावरों का पता लगाने के लिए अभियान शुरू किया है।"
इससे पहले, वायुसेना ने एक्स पर एक पोस्ट पर कहा था, “पुंछ जिले में शाहसितार के पास आतंकवादियों द्वारा भारतीय वायुसेना के एक वाहन पर हमला किया गया। स्थानीय सैन्य इकाइयों द्वारा क्षेत्र में फिलहाल घेराबंदी और तलाशी अभियान जारी है। काफिले को सुरक्षित कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।"
(आईएएनएस)
इंफाल, 5 मई । मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शनिवार को कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में 34 वर्षों (1987-2021) में 877 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र मुख्य रूप से पोस्ता की अवैध खेती के कारण नष्ट हो गया।
सिंह के पास गृह विभाग भी है, उन्होंने कहा कि 1987 में मणिपुर में वन क्षेत्र 17,475 वर्ग किमी था और 2021 में मुख्य रूप से पोस्ता की खेती के लिए इसे 16,598 वर्ग किमी तक नष्ट कर दिया गया।
मुख्यमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि 2017 में मणिपुर में उनके नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से अनधिकृत अतिक्रमणकारियों को बेदखल किया गया। पूरे राज्य में रिजर्व फॉरेस्ट और संरक्षित वन से 291 अतिक्रमणकारियों को बेदखल कर दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य कभी भी किसी विशेष समुदाय को निशाना बनाना नहीं था।
सिंह ने पहले कहा था कि म्यांमार से अवैध प्रवासियों की आमद के कारण पिछले 18 वर्षों में राज्य में 996 नए गांवों का उदय हुआ है।
उन्होंने कहा था कि 2006 और 2024 के बीच बस्तियां स्थापित करने और पोस्ता की खेती करने के लिए बड़े पैमाने पर वनों की कटाई हुई, जबकि इन अवैध प्रवासियों ने स्वदेशी लोगों के संसाधनों, नौकरी के अवसरों, भूमि और अधिकारों पर अतिक्रमण करना शुरू कर दिया।
(आईएएनएस)
सूरत, 5 मई । हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा समेत अन्य हिंदू नेताओं को पाकिस्तान, नेपाल व अन्य देशों के लोगों के साथ मिलकर जान से मारने की धमकी देने वाले मौलाना को सूरत क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया। मौलाना को कामरेज के कठोर गांव से पकड़ा गया। उसका नाम सोहेल अबुबकर बताया गया है।
सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि सूरत क्राइम ब्रांच ने एक खुफिया सूचना के आधार पर मौलाना सोहेल अबुबकर को चौक बाजार भरीमाता फूलवाड़ी स्थित आइकरा अपाॅर्टमेंट से गिरफ्तार किया। पूछताछ में मौलाना ने बताया कि वह लसकाना के डायमंड नगर में धागा काटने वाली फैक्ट्री में मैनेजर के पद पर काम करता है और मुस्लिम बच्चों को निजी तौर पर भी इस्लाम के बारे में पढ़ाता भी है।
मौलाना से शुरुआती पूछताछ में पता चला कि वह सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान के डोगर और नेपाल के इसाम के संपर्क में था। ये दोनों सोशल मीडिया के माध्यम से मौलाना से संपर्क करते थे और उसे हिंदू संगठनों के नेताओं के खिलाफ भड़काते थे।
मौलना अबूबकर ने अवैध तरीके से अंतरराष्ट्रीय सिम कार्ड भी हासिल किया और मोबाइल फोन में व्हाट्सएप बिजनेस सक्रिय कर हिंदू नेताओं को धमकी दे रहा था। पुलिस पूछताछ में पता चला कि मौलाना ने सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा को धमकी दी। इसके अलावा हैदराबाद के हिंदू नेता राजासिंह, सुदर्शन न्यूज चैनल के प्रधान संपादक सुरेश चौहान और भाजपा नेता नूपुर शर्मा की हत्या की साजिश रच रहा था।
मौलाना के मोबाइल से मिली चैट में पुलिस को पता चला है कि उपदेश राणा की हत्या के लिए पाकिस्तान से बंदूक मंगाने की तैयारी की जा रही थी। मौलाना ने इसे जल्द भेजने की मांग की थी। चैट में इस घटना को अंजाम देने के लिए किसी को एक करोड़ रुपये देने की भी बात की गई है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी मोहम्मद सोहेल दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने के इरादे से सोशल मीडिया के माध्यम से भारत के राष्ट्रीय ध्वज के साथ छेड़छाड़ करता था और हिंदू देवी-देवताओं के बारे में अश्लील बातें करता था। उसने एक विदेशी शख्स से हथियार भी मंगवाए थे। वह पाकिस्तान, वियतनाम, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान और लाओस समेत कई देशों के लोगों के संपर्क में था।
पुलिस ने मौलाना के पास एक मोबाइल फोन बरामद किया। पुलिस जांच में यह भी पता चला है वह अपने टारगेट का नाम बदलकर बातें करता था। उसने सूरत के उपदेश को धक्कन नाम दिया था। वह धक्कन नाम से बातचीत करता था। किसी को शक न हो, इसलिए ये लोग लूडो जैसा गेम खेलने के बहाने इकट्ठा होते थे। इसमें चैटिंग का भी विकल्प होता है और फिर वारदात को अंजाम देने की चर्चा करते थेे।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 5 मई । उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद की सभी रैलियां स्थगित कर दी गई हैं। इसके लिए कोई कारण नहीं बताया गया है। 29 अप्रैल को सीतापुर में अपमानजनक भाषा मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद ऐसा हुआ है।
आकाश ने 6 अप्रैल को नगीना लोकसभा सीट से अपनी पार्टी का अभियान शुरू किया था। बाद में, उन्होंने आगरा, बुलंदशहर, मथुरा, वाराणसी, गोरखपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़ और कौशांबी सहित पश्चिम और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई रैलियों को संबोधित किया।
29 अप्रैल को आकाश ने पार्टी प्रत्याशी महेंद्र यादव के लिए सीतापुर में एक जनसभा को संबोधित किया था। उसके बाद जिला पुलिस ने आईपीसी की धारा 502 (2) (नफरत को बढ़ावा देना), और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 के तहत आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर आकाश और पार्टी के 36 अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।
बसपा नेता को एक मई को लखनऊ और कानपुर में सार्वजनिक सभा को संबोधित करना था, लेकिन दोनों को स्थगित कर दिया गया। बसपा ने रैलियों को अचानक स्थगित करने का कोई कारण नहीं बताया, लेकिन घटनाक्रम से परिचित एक बसपा नेता ने कहा कि एफआईआर दर्ज होने के बाद रैलियां स्थगित कर दी गई हैं।
(आईएएनएस)
भोपाल, 5 मई । लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मध्य प्रदेश की नौ लोकसभा सीटों पर सात मई को मतदान होगा। तीसरे चरण के चुनाव प्रचार का आज अंतिम दिन है। रविवार शाम छह बजे चुनाव प्रचार का शोर थम जाएगा।
मध्य प्रदेश की जिन नौ सीटों पर चुनाव होने हैं उसमें मुरैना, भिंड (अजा), ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल, राजगढ़ और बैतूल (अजजा) शामिल है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया है कि संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में मतदान समाप्ति के निर्धारित समय के 48 घंटे पहले से चुनाव प्रचार बंद करने का प्रावधान है।
ज्ञात हो कि राज्य में लोकसभा की 29 सीटें है, जिनमें चार चरणों में चुनाव होना है। पहले दो चरणों में 12 सीटों पर मतदान हो चुका है, आगामी दो चरणों में शेष 17 सीटों पर मतदान होना है।
(आईएएनएस)
गढ़वा (झारखंड), 5 मई । लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नेताओं का एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। चुनाव के दौरान मंडल डैम का मुद्दा उभरकर सामने आया है।
इसको लेकर पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इंडिया गठबंधन के नेता ने मंडल डैम का पीएम मोदी द्वारा झूठा शिलान्यास करने का आरोप लगाया है, तो वहीं पलामू से भाजपा उम्मीदवार ने राज्य सरकार पर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
साल 2019 में पीएम नरेंद्र मोदी ने मंडल डैम का शिलान्यास किया था, लेकिन आज तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ। अब झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) पार्टी इसे मुद्दा बनाकर लोकसभा चुनाव मे जनता के बीच जा रही है।
पार्टी पीएम मोदी से झारखंड दौरे पर आने पर मंडल डैम पर सवाल कर रही है। तो वहीं भाजपा ने इसे राज्य सरकार की साजिश करार दिया है।
झामुमो के केंद्रीय महासचिव, सह पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र पलामू की धरती पर आए और मंडल डैम का जिक्र तक नहीं किया। आखिरी क्या वजह रही कि पांच वर्षो में अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया? यहां की जनता तो पूछेगी मंडल डैम कहां है।
पलामू लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार विष्णु दयाल राम ने राज्य सरकार उपेक्षा का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने तो राशि उपलब्ध करा दी है, लेकिन क्या वजह है कि ये रैयतों को मुआवजा नहीं दे रहे हैं? वहां प्रत्येक विस्थापित को दस-दस लाख देना है तो ये क्या कर रहे हैं? इन्हें सिर्फ केंद्र की योजनाओं को लटकाना आता है। हमारी सरकार बनेगी तो हम इसे प्राथमिकता से बनवाएंगे।
(आईएएनएस)
जम्मू, 5 मई । जम्मू-कश्मीर के पुंछ में वायु सेना के काफिले पर आतंकवादी हमले के बाद रविवार को जिले के कई इलाकों में सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया।
आतंकवादियों का पता लगाने के लिए रविवार सुबह शुरू हुए व्यापक तलाशी अभियान की निगरानी जीओसी, डीआईजी और पुंछ जिले के एसएसपी सहित सेना और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं।
जिले की सुरनकोट तहसील के बकरबल मोहल्ला (सनाई) इलाके में शनिवार शाम आतंकियों ने वायुसेना के दो वाहनों के काफिले पर हमला कर दिया था जिसमें एयर फोर्स के एक जवान की मौत हो गई।
वायु सेना ने अपने एक्स-पोस्ट हैंडल पर कहा, “आतंकवादियों के साथ गोलीबारी में एयर फोर्स के 5 जवानों को गोली लग गई। उन्हें तत्काल निकटतम सैन्य अस्पताल ले जाया गया। एक जवान की इलाज के दौरान मौत हो गई। स्थानीय सुरक्षा बल आगे की कार्रवाई कर रहे हैं।”
चार घायल जवानों को उत्तरी कमान के उधमपुर मुख्यालय में कमांड अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों के अनुसार एक घायल जवान की हालत गंभीर है जबकि अन्य तीन की हालत स्थिर है।
यह आतंकी हमला 21 दिसंबर, 2023 को हुए हमले की तरह था, जिसमें आतंकवादियों ने सेना के वाहन पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें चार सैनिक मारे गए थे। यह हमला पुंछ जिले के बाफलियाज के डेरा की गली इलाके में हुआ था। बाद में रहस्यमय परिस्थितियों में तीन नागरिकों की मौत हो गई थी और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया था कि वे बदले की कार्रवाई में मारे गए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तब क्षेत्र का दौरा किया था ताकि नागरिकों को यह भरोसा दिया जा सके कि सेना उनके जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए वहां मौजूद है। आरोप के बाद, कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों को पुंछ से शिफ्ट कर दिया गया था और नागरिकों के बीच विश्वास पैदा करने के लिए कमान में भी बदलाव किया गया।
(आईएएनएस)