राष्ट्रीय
साहिबगंज, 24 अप्रैल । झारखंड के साहिबगंज जिले के राजमहल में एसिड अटैक में एक ही परिवार के चार लोग बुरी तरह जख्मी हो गए। सभी को इलाज के लिए धनबाद स्थित मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल भेजा गया है।
वारदात मंगलवार रात दो बजे की है। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी कर रही है।
जिस परिवार के लोगों पर हमला किया गया, वह राजमहल अनुमंडलीय अस्पताल के सामने नगर पंचायत की ओर से निर्मित दुकान में एक छोटा सा होटल चलाता है। परिवार के सभी सदस्य उसी दुकान की छत पर सो रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने वहां पहुंचकर उनपर एसिड फेंक दिया।
35 वर्षीय शेख हसीना, 60 वर्षीय गुलबानो बेवा, उनकी नाबालिग बेटी और 30 वर्षीय आलम शेख इस हमले में बुरी तरह जख्मी हो गए।
हमले की वजह क्या है, यह फिलहाल पता नहीं चल पाया है।
पुलिस ने पीड़ितों के बयान दर्ज किए हैं, जिसमें कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं। सभी घायलों का प्राथमिक इलाज राजमहल अनुमंडलीय में हुआ। इसके बाद डॉक्टरों ने सभी घायलों को बेहतर इलाज के लिए धनबाद रेफर कर दिया।
दो-तीन माह पहले इस परिवार के घर में आग में आग लग गयी थी। घर जलकर राख हो गया था। ऐसे में परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर था।
बाद में उन्होंने अनुमंडल अस्पताल के सामने नगर पंचायत द्वारा निर्मित दुकान को अपना ठिकाना बना लिया।
(आईएएनएस)
श्रीनगर, 24 अप्रैल । जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। पुलिस ने बताया कि जिले के रेन्जी वन इलाके में मुठभेड़ चल रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि छिपे हुए आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग कर दी। इसके बाद जवानों ने कार्रवाई शुरू की। फायरिंग दोनों ओर से जारी है।
पुलिस ने बताया कि बांदीपोरा के अरागाम के रेन्जी वन क्षेत्र में जवान सुबह से तलाशी अभियान चला रहे थे। तभी छिपे हुए आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग कर दी।
इसके बाद जवानों ने जवाबी कार्रवाई शुरू की और मुठभेड़ शुरू हो गई। हालांकि, अधिक जानकारी सामने नहीं आई है।
(आईएएनएस)
नोएडा, 24 अप्रैल । उत्तर प्रदेश का गौतमबुद्ध नगर सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला हाईटेक जिला है। लेकिन ये वोटिंग के मामले में पीछे है। आंकड़े बताते हैं कि नोएडा विधानसभा में 2014 में 53.46 प्रतिशत मतदान हुआ था और 2019 में 52.35 प्रतिशत मतदान हुआ था।
इस बार मतदान प्रतिशत को बढ़ाने और मतदाता को जागरूक करने एवं उन्हें बूथ तक लाने के लिए नोएडा की हाईराइज सोसायटी में 52 और ग्रेटर नोएडा की हाईराइज सोसायटी में 48 बूथ बनाए जा रहे हैं।
इस बार इन बूथ को बनाने का मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा लोग हाईराइज सोसाइटियों में बूथ पर जाकर अपने मत का प्रयोग करें। पिछले कई बार के चुनाव में देखा गया है कि लोग इस दिन बूथ दूर होने की वजह से वहां नहीं जाते हैं।
आंकड़ों की बात की जाए तो गौतमबुद्ध नगर की लोकसभा में पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं। जिसमें नोएडा, दादरी, जेवर, खुर्जा और सिकंदराबाद शामिल हैं।
साल 2014 में नोएडा में 53.46 प्रतिशत, दादरी में 60.88 प्रतिशत, जेवर में 61.83 प्रतिशत, खुर्जा में 64.48 प्रतिशत, सिकंदराबाद में 64.10 प्रतिशत मतदान हुआ था। जबकि 2019 में नोएडा में 52.35 प्रतिशत, दादरी में 60.85 प्रतिशत, जेवर में 65.4 प्रतिशत, खुर्जा में 64.73 प्रतिशत और सिकंदराबाद में 65.93 प्रतिशत मतदान हुआ।
इन आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि गौतमबुद्ध नगर के शहरी क्षेत्र और हाईराइज इलाकों में मतदान का प्रतिशत कम है और लोग बूथ पर कम पहुंचे।
जिला प्रशासन की इस बार कवायद है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जाए और हाईराइज सोसायटी में रहने वाले लोगों को उनके पास में ही बूथ उपलब्ध कराकर उनको मतदान के लिए प्रेरित किया जाए।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस बार 2,269 मतदान स्थल बनाए गए हैं। यह पहली बार होगा जब हाईराइज सोसायटियों के अंदर ही बूथ बनाए जाएंगे।
डीएम ने बताया कि 7 बूथ महिलाओं के लिए डेडीकेटेड तौर पर बनाए जाएंगे, 4 बूथ दिव्यांगजनों के लिए, 5 बूथ यूथ के लिए होंगे। जिले में मॉडल बूथ की संख्या 51 होगी। यह वह मॉडल बूथ होंगे जिसमें सभी सुविधा होगी।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 24 अप्रैल । सैम पित्रोदा के संपत्ति के बंटवारे वाले बयान को लेकर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस ने भारत को बर्बाद करने की ठान ली है।
भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने सैम पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस की आलोचना करते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा, "कांग्रेस ने भारत को बर्बाद करने की ठान ली है। अब, सैम पित्रोदा धन के बंटवारे के लिए 50 प्रतिशत विरासत टैक्स की वकालत कर रहे हैं। इसका मतलब यह है कि हम अपनी सारी मेहनत और उद्यम से जो कुछ भी बनाएंगे, उसका 50 प्रतिशत छीन लिया जाएगा। यह 50 प्रतिशत उस टैक्स के अलावा होगा जो टैक्स हम देते हैं और अगर कांग्रेस जीतती है तो यह टैक्स भी बढ़ जाएगा।"
दरअसल, सैम पित्रोदा ने कहा है कि अमेरिका में 55 फीसदी विरासत टैक्स लगता है। सरकार 55 फीसदी हिस्सा ले लेती है।
उन्होंने कहा कि संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए। अगर किसी व्यक्ति के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है तो उसके मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति उसके बच्चों को और 55 फीसदी संपत्ति सरकार की हो जाती है।
उन्होंने कहा कि भारत में ऐसा कानून नहीं है। ऐसे मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए और वे ऐसी नीतियों की बात कर रहे हैं, जो लोगों के हित में हो न कि सिर्फ अमीरों के हित में।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 24 अप्रैल । लखनऊ से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक सगे भतीजे ने जमीन के विवाद के बाद टोना टोटका के शक में अपने ही चाचा को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। इस घटना के बाद ग्राणीणों में आक्रोश है।
ग्रामीण आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
उधर, मृतक की बेटी मालती ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम लोग भिंडी, करेला तोड़ने खेत में गए थे। इसके बाद घर वापस आ रहे थे। लेकिन, इस बीच रास्ते में हरीराम ने हमारे पिता को साइकिल से गिरा दिया और मारने लगे और वो मेरे पिता को लाठी से डंडे से बुरी तरह पीटने लगा। मैंने उसने दया की भीख मांगी कि मेरे पिता को छोड़ दो, लेकिन उसने मेरी एक नहीं सुनी और मेरे पिता को बेरहमी से पीटता रहा।
मालती ने आगे कहा, "इसके बाद उसने मेरे पिता पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया, मैंने उसे बहुत रोका, लेकिन उसने मेरे बाल पकड़कर मुझे पीछे की ओर धकेल दिया और मेरे पिता पर ताबड़तोड़ हमला करने लगा। इस बीच, कई लोगों की मदद लेने की कोशिश की थी, लेकिन मुझे कोई भी नहीं मिला और जब तक मैं वहां पहुंची, तब तक वो लोग मेरे पिता को बुरी तरह से जख्मी कर चुके थे।"
मृतक की बेटी ने मीडिया को बताया कि हमलावरों को शक था कि हम लोग उन पर टोना टोटका कराते हैं, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था। पिछले महीने भी उन्होंने हमसे झगड़ा किया था।
उधर, पुलिस ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया कि प्रथम दृष्टया यह मामला आपसी रंजिश का लगता है। जांच जारी है। आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा।
(आईएएनएस)
हैदराबाद, 23 अप्रैल । भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव ने मंगलवार को कहा कि किसी भी गठबंधन को केंद्र में सरकार बनाने के लिए बीआरएस जैसे दलों के समर्थन की जरूरत होगी। साथ ही उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में 'इंडिया' ब्लॉक 100-150 सीट से अधिक नहीं जीतेगी।
केटीआर ने चेवेल्ला लोकसभा क्षेत्र में बीआरएस उम्मीदवार कसानी ज्ञानेश्वर के लिए चुनाव प्रचार के दौरान यहां राजेंद्रनगर में एक रोड शो को संबोधित करते हुए कहा, "कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन को 100-150 से अधिक सीटें नहीं मिलेंगी और किसी भी गठबंधन को केंद्र में सरकार बनाने के लिए बीआरएस जैसी पार्टियों का समर्थन लेना होगा।"
यह कहते हुए कि पहली बार पिछड़े वर्ग का कोई उम्मीदवार चेवेल्ला में चुनाव मैदान में है, बीआरएस नेता ने कहा कि कासनी ज्ञानेश्वर एक मजबूत नेता हैं जिन्होंने कमजोर वर्गों को एकजुट किया है।
उन्होंने तेलंगाना के लोगों से बीआरएस उम्मीदवारों को चुनने की अपील की ताकि पार्टी केंद्र में अपनी भूमिका निभा सके।
उन्होंने दावा किया, "अगर बीआरएस आठ से 10 सीटें जीतती है, तो केंद्र सरकार हमारी बात मानेगी।" उन्होंने दावा किया कि अकेले बीआरएस ही तेलंगाना के हितों की रक्षा कर सकती है।
केटीआर ने बीआरएस छोड़ने वाले कांग्रेस उम्मीदवार रंजीत रेड्डी की भी आलोचना करते हुए कहा कि कुछ लोग जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं।
पिछली बार 2019 में चुनाव जीतने वाले रंजीत रेड्डी बीआरएस द्वारा कासनी ज्ञानेश्वर को मैदान में उतारने के फैसले के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए।
केटीआर ने लोगों से उन दलबदलुओं को सबक सिखाने का आग्रह किया, जिन्होंने कठिन समय का सामना करते समय पार्टी छोड़ दी थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी झूठे वादे करके राज्य की सत्ता में आयी है। उन्होंने लोगों से अपने वादों को पूरा करने में विफल रहने के लिए सत्तारूढ़ दल से सवाल करने का आग्रह किया।
वह जानना चाहते थे कि सत्ता में आते ही किसानों का कर्ज माफ करने के कांग्रेस के वादे का क्या हुआ।
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी एक बार फिर लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने पिछले 10 वर्षों के दौरान केसीआर के नेतृत्व वाली बीआरएस सरकार द्वारा लागू की गई कई कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख किया।
(आईएएनएस)
कानपुर, 23 अप्रैल । कानपुर से कांग्रेस प्रत्याशी आलोक मिश्रा की नामांकन दाखिल करते समय पुलिस के साथ कहासुनी हो गई। पुलिस का कहना था कि आलोक मिश्रा पांच से अधिक प्रस्तावक लेकर नामांकन दाखिल करने नहीं जा सकते, जबकि उन्होंने कहा कि वो प्रस्तावक नहीं, बल्कि प्रत्याशी हैं।
उन्होंने कहा कि उनका पांचवां प्रस्तावक अभी तक आया नहीं है, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया। पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक लिया, जिसके बाद वो अपना रोष जाहिर करने के लिए अपने समर्थकों के साथ सड़क पर बैठ गए।
इसके बाद, उन्होंने अपने प्रस्तावक अमिताभ बाजपेई को फोन कर कहा कि आप जल्दी आइए। आप अभी तक आए नहीं हैं, इसलिए मुझे अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है।
जब कोई भी प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने जाता है, तो उसके साथ पांच प्रस्तावक होते हैं। बता दें कि आलोक मिश्रा दो सेट पहले ही फाइल कर चुके हैं, बाकी दो सेट फाइल करने के लिए पहुंचे थे।
कानपुर हमेशा से ही कांग्रेस का गढ़ रहा है। इस बीच, कांग्रेस ने यहां से 28 साल बाद किसी ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाया है, जिसके कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
आलोक मिश्रा कानपुर के बड़े चेहरों में शुमार हैं। उनका मुकाबला बीजेपी के रमेश अवस्थी से है।
(आईएएनएस)
खूंटी, 23 अप्रैल । झारखंड की खूंटी लोकसभा सीट पर मंगलवार को एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ने अपनी ताकत दिखाई। केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा प्रत्याशी अर्जुन मुंडा और कांग्रेस के प्रत्याशी कालीचरण मुंडा ने करीब एक घंटे के अंतराल में नामांकन के पर्चे दाखिल किए। इस दौरान दोनों गठबंधनों के कई बड़े दिग्गज मौजूद रहे।
दोनों तरफ से रोड शो और जनसभा भी आयोजित हुई। अर्जुन मुंडा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और आजसू पार्टी के सुप्रीमो सुदेश महतो के साथ जिला निर्वाचन पदाधिकारी के समक्ष नामांकन करने पहुंचे। इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता कड़िया मुंडा और खूंटी के भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा भी मौजूद रहे।
उन्होंने खूंटी में रोड शो भी किया। इसके बाद पतरा मैदान में जनसभा हुई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह खास तौर पर मौजूद रहे। नेताओं ने लोगों को 'अबकी बार 400 पार' के संकल्प की याद दिलाते हुए भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील की।
कांग्रेस के प्रत्याशी कालीचरण मुंडा राज्य के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, झारखंड के कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मंत्री आलमगीर आलम के साथ नामांकन करने पहुंचे। इसके पहले रोड शो और को-ऑपरेटिव मैदान में जनसभा आयोजित हुई, जिसमें गठबंधन के नेताओं ने लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए कांग्रेस प्रत्याशी को विजयी बनाने की अपील की।
इस सीट पर 13 मई को मतदान होना है। पिछले चुनाव में भी इन दोनों प्रत्याशियों के बीच मुकाबला हुआ था। भाजपा के अर्जुन मुंडा ने कांग्रेस के कालीचरण मुंडा को लगभग 1,500 मतों के फासले से पराजित किया था।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 23 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में प्रवर्तन एजेंसियों और उड़नदस्तों द्वारा अवैध शराब, नकदी आदि की जब्ती पर तेजी से कार्रवाई की जा रही है।
आबकारी, आयकर, पुलिस और नार्कोटिक्स विभाग के साथ अन्य प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से एक मार्च से 22 अप्रैल 2024 तक कुल 31,898.16 लाख रुपए की शराब, ड्रग, बहुमूल्य धातुएं और नगदी बरामद किए गए हैं।
इसमें 3123.56 लाख रुपए नकद धनराशि, 4279.08 लाख रुपए कीमत की शराब, 21,177.55 लाख रुपए कीमत की ड्रग, 2,161.59 लाख रुपए कीमत की बहुमूल्य धातुएं और 1,156.38 लाख रुपए कीमत की अन्य सामग्री जब्त की गई है।
(आईएएनएस)
गोरखपुर, 23 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा है। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की उपलब्धियों से कांग्रेस, सपा और अन्य कई दलों में बौखलाहट है।
उन्होंने कहा कि इसी बौखलाहट के चलते कांग्रेस, सपा और उसके सहयोगी दल चुनाव में सामाजिक वैमनस्यता फैलाने की विभाजनकारी राजनीति पर आमादा हैं। जनता इनके मंसूबे को जानती है। इन्हें डकैती डालने की छूट नहीं देगी। पहली बार देश के अंदर 'पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस' पीएम मोदी के कारण आया है। इसका सर्वाधिक लाभ गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं को मिला है।
योगी ने कहा कि कांग्रेस ने 1970 के दशक में गरीबी हटाओ का नारा दिया था लेकिन छह दशक से अधिक शासन करने के बावजूद वह कभी गरीबी हटा नहीं पाई। छह दशक से अधिक समय तक 'दादी से लेकर पोते तक' इसी नारे से देश की जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं। सही मायने में अगर देखा जाए तो गरीबी हटाने और गरीब कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ईमानदारी से, बिना भेदभाव हर व्यक्ति तक पहुंचाने का काम प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने किया है। प्रधानमंत्री मोदी के दस साल के कार्यकाल में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से उबरकर खुशहाल जीवन जी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के कार्यकाल में चार करोड़ गरीब परिवारों को मकान मिला और अगले पांच साल में तीन करोड़ और लोगों को मकान देने का लक्ष्य भाजपा के संकल्प पत्र में है। पीएम मोदी के शासन में गरीब कल्याण के कार्यों की एक लंबी श्रृंखला है। वास्तव में गरीब कल्याण की उपलब्धियां सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का साकार रूप हैं।
विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह की राजनीति करके इंडी गठबंधन देश के साथ धोखा और गद्दारी कर रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब कांग्रेस का परिवार सुपर पीएम बना होता था तो उस समय के प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने किसके इशारे पर कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमान का है।
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस देश को मुसलमान और गैर मुसलमान, अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक के नाम पर बांटना चाहती है। यह देश 1947 में विभाजन की त्रासदी को देख चुका है और कांग्रेस की मंशा कभी पूरी नहीं होगी।
कांग्रेस के घोषणा पत्र पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह लोग गरीबी तो नहीं हटा पाए, लेकिन जिन्होंने अपनी मेहनत से मकान बनाए हैं, जमीन का प्लॉट लिया है, माताओं- बहनों ने अपने लिए जेवर बनाए हैं, कांग्रेस की कुदृष्टि उस पर पड़ी हुई है। कांग्रेस धार्मिक स्थलों की संपत्ति पर, बहन-बेटियों, माताओं की संपत्ति पर, लोगों द्वारा परिश्रम से अर्जित संपत्ति पर डकैती डालने की कुचेष्ठा करने का प्रयास कर रही है।
(आईएएनएस)
तिरुवनंतपुरम, 23 अप्रैल । केरल की 20 लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल को होने वाले मतदान से पहले एक वामपंथी विधायक द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 'अपमानजनक' शब्दों का इस्तेमाल करने से प्रचार अभियान में और कटुता आ गई है।
सोमवार रात पलक्कड़ जिले में एक चुनावी रैली में नीलांबुर विधायक पी.वी. अनवर ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता व राज्य के वायनाड से मौजूदा सांसद राहुल गांधी के डीएनए का जिक्र किया।
अनवर ने कथित तौर पर कहा कि कांग्रेस नेता के डीएनए का परीक्षण किया जाना चाहिए।
इस पर केरल कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष एम.एम. हसन ने मंगलवार को भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) में शिकायत दर्ज कर दो बार के वामपंथी विधायक के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की।
अनवर की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कन्नूर में कहा, “यह स्वाभाविक है कि यदि आप किसी की आलोचना करते हैं, तो आपको इसका प्रतिकार मिलेगा। राहुल गांधी को यह नहीं सोचना चाहिए कि वह आलोचना से ऊपर हैं।”
गौरतलब है कि राज्य में अपनी चुनावी रैलियों के दौरान राहुल गांधी ने सीएम विजयन पर बार-बार हमला बोलते हुए कहा था कि अगर एक पूर्व मुख्यमंत्री (हेमंत सोरेन) और एक कार्यवाहक मुख्यमंत्री (अरविंद केजरीवाल) जेल में हो सकते हैं, तो केंद्र भ्रष्टाचार के कई आरोप सामने आने के बावजूद केरल के मुख्यमंत्री के प्रति भाजपा को नरम रुख क्यों है।
इस बीच, कांग्रेस सांसद के. मुरलीधरन और के. सुधाकरन ने भी अनवर और सीएम विजयन की टिप्पणियों के लिए आलोचना की है।
मुरलीधरन ने कहा, “सीएम विजयन द्वारा अनवर को खुला छोड़ा जा रहा है।”
सुधाकरन ने कहा, ''सीएम विजयन के पास कोई क्लास नहीं है और उनकी लोकप्रियता खत्म हो गई है।''
(आईएएनएस)
हुबली (कर्नाटक), 23 अप्रैल । कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक युवक के हमले में जाने गवाने वाली छात्रा नेहा हीरेमथ के पिता निरंजन से माफी मांगी है। कांग्रेस पार्षद ने कहा कि उन्होंने अज्ञानतावश और दुख के कारण सरकार और पुलिस के खिलाफ बयान दिए।
मंगलवार को सीएम सिद्धारमैया ने निरंजन हिरेमथ से फोन पर कहा, ''हम आपके साथ हैं, घटना पर हमें बहुत खेद है। सिद्धारमैया ने निरंजन हिरेमथ से साहस बनाए रखने को कहा।"
यह बातचीत कानून मंत्री एचके पाटिल के नेहा के घर जाने पर हुई।
कर्नाटक के सीएम ने मंत्री पाटिल के फोन पर नेहा के पिता से बात की।
सीएम की माफी का जवाब देते हुए, निरंजन हिरेमथ ने मामले को आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) को सौंपने के लिए सिद्धारमैया को धन्यवाद दिया।
मंत्री पाटिल ने सीएम सिद्धारमैया को यह भी बताया कि मामला सीआईडी को सौंपे जाने से परिवार संतुष्ट है।
मंत्री पाटिल ने सीएम को बताया कि नेहा का परिवार मामले में त्वरित सुनवाई के लिए विशेष अदालत स्थापित करने के कर्नाटक सरकार के फैसले से भी खुश है।
मंत्री पाटिल ने कहा, हम एक विशेष अदालत स्थापित करने और दोषियों को दंडित करने के लिए उच्च न्यायालय को पत्र लिखेंगे।
निरंजन हिरेमथ ने कहा, “मैं एक विशेष अदालत स्थापित करने के फैसले के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं। विशेष अदालत का नाम नेहा हिरेमथ के नाम पर रखा जाना है। नेहा को न्याय मिलना चाहिए।”
उन्होंने कहा, ''जानकारी के अभाव में मैंने सरकार के खिलाफ बयान जारी किए थे। मैं कानून के बारे में नहीं जानता। सरकार ने अपना काम किया था। सीएम ने मेरे घर आने का वादा किया है। अगर मैंने गलत बयान जारी किया है, तो मैं माफी मांगता हूं। मैंने दुखी होकर पुलिस कमिश्नर रेणुका सुकुमार के खिलाफ बयान दिया था। स्थानीय विधायक और नेता सभी हमारे साथ खड़े हैं।”
उन्होंने कहा,“मामला अब सीआईडी के पास है। उन्हें जांच पूरी करने दीजिए। मैंने कहा था कि पुलिस ने उचित जांच नहीं की, हालांकि पुलिस ने निष्पक्ष जांच की है। मैं पुलिस विभाग से भी माफी मांगता हूं, मैंने घबराहट में कुछ बयान जारी किए थे।''
गौरतलब है कि नेहा की 18 अप्रैल को हुबली में बीवीबी कॉलेज के परिसर में फयाज कोंडिकोप्पा ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी।
(आईएएनएस)
कोच्चि, 23 अप्रैल । केरल हाईकोर्ट ने मंगलवार को उस जनहित याचिका (पीआईएल) को खारिज कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने अपने नामांकन पत्र के साथ गलत हलफनामा दायर किया है।
तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार चंद्रशेखर का मुकाबला मौजूदा कांग्रेस सांसद शशि थरूर से है।
चुनाव आयोग ने कोर्ट को बताया कि एक बार किसी उम्मीदवार का नामांकन रिटर्निंग अधिकारी द्वारा स्वीकार कर लिया जाता है, तो इस स्थिति में पीआईएल दाखिल नहीं किया जा सकता। संबंधित पक्ष को हाईकोर्ट में इलेक्शन पिटिशन देना होता है।
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि हमारी राय है कि क्या रिटर्निंग ऑफिसर को शिकायत पर विचार करना चाहिए था और तर्कसंगत आदेश पारित करना चाहिए था। इस स्तर पर इस पर विचार नहीं किया जा सकता। यदि याचिकाकर्ता किसी उम्मीदवार द्वारा दायर हलफनामे से व्यथित है तो उसे चुनाव याचिका दायर करना चाहिए।
कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं से पूछा, "ऐसा वैधानिक प्रावधान कहां है जो कहता है कि उन्हें दी गई शिकायतों पर रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा एक तर्कसंगत आदेश दिया जाना चाहिए।"
जब याचिकाकर्ता के वकील ने पूछा कि क्या उनका मुवक्किल यह जानने का हकदार है कि शिकायत पर क्या कार्रवाई की गई, तो इस पर अदालत ने कहा, "वह चरण समाप्त हो चुका है। आपको कोई तर्कसंगत आदेश न देना सही था या नहीं, हम अभी निर्णय नहीं कर सकते। हमें कोई वैधानिक प्रावधान नहीं मिल रहा है।"
याचिकाकर्ता अवनी बंसल और रेनजिथ थॉमस ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने जानबूझकर अपनी संपत्ति, लक्जरी कारों और निजी जेट समेत अपनी संपत्तियों का ब्योरा नहीं दिया है और विभिन्न कंपनियों में अपने शेयरों का भी बहुत कम मूल्यांकन किया है।
बता दें कि केरल में 26 अप्रैल को मतदान होना है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 23 अप्रैल । दिल्ली की एक अदालत ने शराब नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और बीआरएस नेता के. कविता की न्यायिक हिरासत मंगलवार को 7 मई तक बढ़ा दी।
इनकी न्यायिक हिरासत मंगलवार को समाप्त हो रही थी। राउज़ एवेन्यू कोर्ट की जज कावेरी बावेजा ने न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने पर नया आदेश जारी किया।
ईडी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर पूछताछ के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार किया था।
ईडी ने सीएम केजरीवाल को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित शराब घोटाले का "किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता" करार दिया है।
इससे पहले सोमवार को, दिल्ली हाई कोर्ट ने उस जनहित याचिका (पीआईएल) को खारिज कर दिया, जिसमें केंद्रीय एजेंसियों द्वारा उनके खिलाफ दर्ज सभी आपराधिक मामलों में जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री को उनके कार्यकाल के पूरा होने या मुकदमे की सुनवाई तक अंतरिम जमानत देने की मांग की गई थी।
(आईएएनएस)
गोपालगंज, 23 अप्रैल । बिहार में पहले चरण के चुनाव में कम मतदान के बाद निर्वाचन विभाग आने वाले चरणों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर लोगों को जागरूक करने में जुटा है।
वहीं, गोपालगंज जिले के मशानथाना गांव के ग्रामीण नेताओं से खफा होकर मतदान के बहिष्कार की तैयारी कर रहे हैं। इसकी सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन सजग हुआ है और मतदाताओं की शिकायत दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मशानथाना गांव में ग्रामीण मतदाताओं की शिकायत है कि यहां सारण तटबंध की मरम्मत का काम नहीं हो पाया है। ब्रिटिश काल में गंडक नदी की त्रासदी से बचाने के लिए सारण तटबंध बना था। लेकिन, इसके मरम्मत का काम आज तक नहीं किया गया। इस पर सड़क नहीं बनी, जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है।
ग्रामीण कामेश्वर और नथुनी पांडेय कहते हैं कि इसकी शिकायत जनप्रतिनिधियों से कई बार की गई है, लेकिन, कोई कारगर पहल नहीं की गयी। चुनाव के वक्त नेता आते हैं और वादे करके चुनाव जीतने के बाद भूल जाते हैं। ग्रामीणों ने इस चुनाव में नेताओं को गांव में प्रवेश देने पर रोक लगा दी है।
ग्रामीण गांव में लोगों से मतदान नहीं करने की अपील भी कर रहे हैं। गांव में इससे संबंधित पोस्टर भी लगाए गए हैं। ये गांव सदर विधानसभा के अंर्तगत आता है और निवर्तमान सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन का गृह पंचायत है।
गोपालगंज के जिलाधिकारी मोहम्मद मकसूद आलम ने कहा कि इस मामले के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने सदर अनुमंडल अधिकारी को गांव में जाकर ग्रामीणों की शिकायत को दूर करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव लोकतंत्र का महापर्व है और सभी की भागीदारी जरूरी है। सभी लोगों को वोट देना चाहिए। अगर प्रत्याशी पसंद नहीं हैं तो नोटा का विकल्प मौजूद है।
गोपालगंज में छठे चरण में लोकसभा का चुनाव है। यहां 29 अप्रैल से नामांकन शुरू होगा और 25 मई को मतदान है।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 23 अप्रैल । कर्नाटक में सूखा राहत को लेकर मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने मंगलवार को विधानसभा में गांधी प्रतिमा के सामने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा कि यह कर्नाटक के प्रति केंद्र सरकार के 'सौतेले' व्यवहार के खिलाफ एक प्रतीकात्मक विरोध था।
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "केंद्र सरकार कर्नाटक से नफरत करती है। न तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और न ही केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हमारी मांगों पर प्रतिक्रिया दी।"
सीएम ने कहा कि 22 सितंबर 2023 को सूखा राहत के लिए ज्ञापन दिया गया। केंद्रीय टीम ने चार दिनों तक राज्य का दौरा किया।
कर्नाटक भयंकर सूखे से पीड़ित है। 240 तालुका में से 223 को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। इसके बावजूद, केंद्र सरकार दावा कर रही है कि हमने ज्ञापन सौंपने में देरी की।
सीएम ने आगे कहा कि सूखा राहत के लिए राज्य सरकार अपना पैसा खर्च कर रही है। हम 2023-24 में गारंटी के लिए 36 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं और 2024-25 के लिए 55,009 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं। 48,000 लाख हेक्टेयर में फसल का नुकसान हुआ है। हमने सूखे के लिए 18 हजार 172 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की मांग की है।
उन्होंने यह भी सवाल किया कि केंद्रीय नेतृत्व कर्नाटक का दौरा कैसे कर सकते हैं जब उन्होंने राज्य को सूखा राहत देने से इनकार कर दिया है।
सीएम ने कहा, "मैं कर्नाटक दौरे पर आ रहे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सूखा राहत जारी करने की मांग करता हूं। केंद्र सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिलने पर हमें सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा।"
(आईएएनएस)
नागपुर, 23 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दलों के नेताओं का एक दूसरे पर वार-पलटवार का सिलसिला जारी है। एनसीपी के संस्थापक शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से की।
उनके इस बयान पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इनको हार की हताशा ने गाली गलौज पर उतार दिया है। आप सभी जानते हैं जब-जब पीएम मोदी को गाली पड़ती है, तब-तब बड़ी विजय होती है। ये लोग जितना गाली देंगे, लोग पीएम मोदी को उतना प्यार देंगे। ये सारे के सारे निराश लोग हैं।
देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में किया क्या काम किया, एक भी काम बताएं?
(आईएएनएस)
जयपुर, 23 अप्रैल । पद्मश्री से सम्मानित जयपुर की माया टंडन सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 30 सालों से ज्यादा समय से काम कर रही हैं। उन्होंने अपनी संस्था 'सहायता' के जरिए कई सड़क दुर्घटना पीड़ितों की जान बचाई है, जो लोगों को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) ट्रेनिंग प्रदान करने में मदद करती है।
माया को उनकी असाधारण सेवाओं के लिए इस साल पद्मश्री से सम्मानित किया गया। उन्होंने राजस्थान में कई लोगों की जान बचाने में मदद की है।
अपने काम के जरिए, वह यह सुनिश्चित करती है कि वह उन लोगों को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) ट्रेनिंग दे सके, जो इस तकनीक से अनजान हैं ताकि लोगों की जान बचाई जा सके।
सीपीआर को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम के मौके पर माया ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "प्रत्येक व्यक्ति को सीपीआर ट्रेनिंग दिया जाना चाहिए क्योंकि दिल का दौरा पड़ने के मामले अक्सर सामने आ रहे हैं।"
जयपुर के सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज की पूर्व छात्रा माया जयपुर के जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुईं।
संस्था के बारे में माया ने कहा कि लोगों के बीच सीपीआर की जीवन रक्षक पद्धति के बारे में ज्यादा जागरूकता नहीं है।
माया ने आईएएनएस को बताया, ''मैं जनता में जागरूकता पैदा करना चाहती हूं, ताकि जरूरत के समय आम लोग भी मदद कर सकें। जब मैं एसएमएस अस्पताल में काम कर रही थी, तब मुझे राजस्थान पुलिस एकेडमी द्वारा ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए आमंत्रित किया गया था, जहां पुलिस अधिकारियों और अन्य लोगों को जीवन-रक्षक तरीकों पर ट्रेन किया गया था। इसलिए, मुझे लगा कि लोगों को इस बारे में ट्रेनिंग देना महत्वपूर्ण है और इसीलिए मैंने सहायता संगठन की स्थापना की।''
उन्होंने कहा कि अगर दुर्घटना स्थल के आसपास के लोग सीपीआर तकनीक जानते हों, तो सड़क दुर्घटना के दौरान कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।
(आईएएनएस)
पटना, 23 अप्रैल । लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में शामिल महेश्वर हजारी पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि ये बात किसी से छिपा नहीं है कि महेश्वर हजारी का परिवार हमेशा हमारे परिवार और पासवानों के खिलाफ रहा है। मेरे पिता रामविलास पासवान के निधन के बाद पासवान परिवार को तोड़ने में महेश्वर हजारी की अहम भूमिका रही। ये तो वो लोग है, जिन्होंने हमेशा से पासवानों को किस तरह समाप्त किया जाए, इसका प्रयास करते रहे।
आज फिर उसी बात का उदाहरण सामने देखने को मिल रहा है। आज ये उनकी पार्टी के साथ चुनाव लड़ रहे हैं, जिनके घटक दल ने मेरे परिवार को गाली दी और हमेशा रामविलास पासवान जी के खिलाफ राजनीति की। साल 2009 में इन्होंने हमारे चाचा रामचंद्र पासवान के सामने चुनाव लड़ा। हमेशा से इनकी सोच पासवानों के खिलाफ रही।
उन्होंने आगे कहा कि अभी चुनाव का समय है और हम सब जनता के बीच हैं। दरअसल समस्तीपुर सीट पर एनडीए समर्थित लोजपा (रा) ने जहां नीतीश के मंत्रिमंडल में शामिल अशोक चौधरी की पुत्री शांभवी चौधरी को उम्मीदवार बनाया है, वहीं कांग्रेस ने नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी को अपना प्रत्याशी बनाया है।
(आईएएनएस)
भोपाल, 23 अप्रैल । भोपाल के नेवरी के नयापुरा क्षेत्र में आश्रम के लिए श्मशान की दीवार तोड़ने के लगे आरोपों पर सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भूमाफियाओं को घेरा है।
सोमवार रात सांसद प्रज्ञा ठाकुर पर आरोप लगा कि उन्होंने आश्रम के लिए श्मशान की दीवार तोड़ दी। इस पर गांव के लोग भी विरोध में उतर आए और जमकर नारेबाजी की। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि सांसद प्रज्ञा ठाकुर की ओर से निजी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की गई।
श्मशान की दीवार तोड़ने के आरोप पर सांसद ठाकुर ने एक्स पर लिखा, "भोपाल में भूमाफियाओं का वर्चस्व है। मंदिर के लिए खरीदी गई भूमि पर जेसीबी से भूमि समतलीकरण का कार्य कई दिनों से चल रहा था। अभी दो घंटे पूर्व भूमाफियाओं के लोगों ने सरकारी भूमि पर कब्जा किया हुआ है। ट्रस्ट की भूमि पर चल रहे कार्य को रोककर जेसीबी के ड्राइवर को पीटा गया और जेसीबी को बहुत हानि पहुंचाई गई। कलेक्टर कमिश्नर को मैंने तुरंत अवगत कराया है। मैं भी मौके पर गई लेकिन पुलिस ने मुझे वापस भेज दिया।"
उन्होंने आगे लिखा, "मुख्यमंत्री मोहन यादव अपने गृह विभाग को सतर्क कीजिए कि भूमाफियाओं पर लगाम कसे। राष्ट्रकार्य निमित्त ली गई भूमि का ना एक इंच भी दूंगी, ना ही किसी की एक इंच जमीन लूंगी। जो हानि भू माफियाओं ने की है, उसकी भरपाई भी उन्हीं से की जाए जो लोग इस काम में लिप्त हैं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके कठोर कार्यवाही की जाए।"
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 23 अप्रैल। भाजपा ने लद्दाख से अपने वर्तमान सांसद जामयांग त्सेरिंग नामग्याल का टिकट काट दिया है। पार्टी ने इस बार नामग्याल की बजाय लद्दाख से ताशी ग्यालसन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
भाजपा ने मंगलवार को अपने लोकसभा उम्मीदवार की 14वीं सूची जारी कर दी है, जिसमें पार्टी ने एकमात्र उम्मीदवार लद्दाख संसदीय क्षेत्र से ताशी ग्यालसन के नाम की घोषणा की है।
ताशी ग्यालसन लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी पार्षद हैं। पेशे से एडवोकेट ताशी ग्यालसन को लोकसभा उम्मीदवार बनाकर भाजपा ने लद्दाख पार्टी संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ ही मतदाताओं को भी एक राजनीतिक संदेश देने का प्रयास किया है।
(आईएएनएस)
शिवमोग्गा, (कर्नाटक) 23 अप्रैल । कर्नाटक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने मंगलवार को कहा कि प्रियंका गांधी के दौरे का राज्य में कोई असर नहीं पड़ेगा।
प्रियंका मंगलवार को कर्नाटक पहुंचीं और चित्रदुर्ग और बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा क्षेत्रों में रैलियों को संबोधित किया।
विजयेंद्र ने कहा कि उनके दौरे से कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा, ''प्रियंका व राहुल गांधी की यात्रा का कर्नाटक में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।''
उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता उत्साहपूर्वक प्रचार कर रहे हैं। यहां के लोग नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का इंतजार कर रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि लोग कर्नाटक में भाजपा और जद-एस गठबंधन को आशीर्वाद देंगे।''
बीजेपी नेता के.एस.ईश्वरप्पा के निष्कासन पर उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक में भी बीजेपी की अनुशासन समिति है। लिंगराज पाटिल उसके अध्यक्ष नहीं हैं। यह निर्णय केंद्रीय नेतृत्व के परामर्श के बाद लिया गया।
(आईएएनएस)
सूरत, 23 अप्रैल । सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मुंबई क्राइम ब्रांच ने सूरत के तापी नदी से बंदूक और मैगजीन बरामद की है। गोताखोरों को सूरत की तापी नदी से तीन मैगजीन और 13 कारतूस भी मिले हैं। पुलिस ने तापी नदी से हथियार बरामद करने का एक वीडियो भी जारी किया है।
बता दें, बीते दिनों अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग की गई थी, जिसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई। इतना ही नहीं, सीएम एकनाथ शिंदे अभिनेता से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे थे।
उधर, पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए फायरिंग में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनके तार बिहार के बेतिया जिले से जुड़े हुए बताए गए। इनके नाम हैं - विक्की गुप्ता और सागर पाल। हालांकि, इनके परिजनों ने दोनों के फायरिंग में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया।
इससे पहले पुलिस ने सलमान खान को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन अभिनेता ने स्पष्ट कर दिया था कि उनकी किसी से भी कोई रंजिश नहीं है। ऐसे में कोई उन्हें मारने की कोशिश क्यों करेगा? यह तो अपने आप में ही एक अबूझ पहेली है।
यही नहीं, इससे पहले अभिनेता के पिता सलीम खान को भी मॉर्निंग वॉक के दौरान एक धमकी भरा लेटर मिला था, जिसमें सलमान खान को मारने का जिक्र किया गया था। लेटर में सलमान को बिश्नोई गैंग की ओर से जाने से मारने की गई थी, जिसके बाद अभिनेता की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी, लेकिन अब इस बीच जिस तरह से उनके घर के बाहर फायरिंग की गई है, उसके बाद यह मामला काफी पेचीदा हो गया है।
सलमान खान के बाद बीते सोमवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के विधायक और इंडिया गठबंधन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. जितेंद्र आव्हाड को भी जान से मारने की धमकी दी गई थी। उन्होंने बताया कि उनके मोबाइल फोन पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है।
(आईएएनएस)
रांची, 23 अप्रैल । झारखंड में चार सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशियों को 'अपनों' से ही खतरा है। उन्हें चुनाव मैदान में प्रतिद्वंद्वियों से मुकाबले से पहले बगावत और भितरघात की चुनौती से जूझना होगा।
झारखंड में इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग के तहत कांग्रेस के हिस्से 14 में से 7 सीटें आई हैं। इनमें से चार सीटों चतरा, गोड्डा, धनबाद और लोहरदगा में उम्मीदवारी घोषित किए जाने के बाद सामने आ रही प्रतिकूल रिपोर्टों की वजह से कांग्रेस नेतृत्व चिंतित है।
गोड्डा सीट पर तो पार्टी को उम्मीदवार बदलना पड़ा है। खबर है कि चतरा सीट पर भी गठबंधन से बगावत की तेज लहर की वजह से घोषित प्रत्याशी का नाम वापस लेकर उसकी जगह दूसरा चेहरा देने पर गंभीरता से विचार चल रहा है।
21 अप्रैल को रांची में इंडिया गठबंधन की ज्वाइंट रैली के दौरान चतरा से कांग्रेस के प्रत्याशी केएन त्रिपाठी के समर्थकों और विरोधियों के बीच जमकर मारपीट हो गई थी। इसमें दोनों पक्षों से कई लोग घायल हो गए थे और रैली में कुछ वक्त के लिए अफरा-तफरी मच गई थी।
दरअसल, केएन त्रिपाठी डाल्टनगंज के रहने वाले हैं। उन्हें चतरा सीट पर उम्मीदवार बनाए जाने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक समूह तो नाराज है ही, गठबंधन की दूसरी पार्टी राजद के नेता-कार्यकर्ता खुलेआम बगावत पर उतर आए हैं और चतरा के स्थानीय नेता को उम्मीदवार बनाने की मांग कर रहे हैं। इस सीट पर राजद की भी प्रबल दावेदारी थी, लेकिन कांग्रेस ने यहां अपना उम्मीदवार उतार दिया।
गोड्डा सीट पर कांग्रेस ने पहले महगामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह को प्रत्याशी बनाया था। उनकी उम्मीदवारी घोषित होते ही देवघर और गोड्डा में पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध दर्ज कराया। पार्टी के जिला कार्यालयों के समक्ष प्रदर्शन करते हुए नेताओं-कार्यकर्ताओं ने सामूहिक इस्तीफे तक की धमकी दे दी। आखिरकार पांच दिन बाद पार्टी ने यहां दीपिका की जगह पोड़ैयाहाट के विधायक प्रदीप यादव को प्रत्याशी घोषित कर दिया।
कांग्रेस के जामताड़ा क्षेत्र के विधायक डॉ. इरफान अंसारी इस सीट पर अपने पिता फुरकान अंसारी को टिकट देने की मांग कर रहे थे। फुरकान अंसारी और इरफान अंसारी का कहना है कि पार्टी ने पूरे राज्य में एक भी मुसलमान को उम्मीदवार नहीं बनाया, जबकि उनकी आबादी 18 फीसदी है। ऐसे में प्रदीप यादव के सामने दो विधायकों दीपिका पांडेय सिंह एवं इरफान अंसारी और उनके समर्थकों को साथ लेकर चलने की बड़ी चुनौती है। हालांकि, प्रदीप यादव दावा कर रहे हैं कि उन्हें पार्टी के सभी विधायकों और नेताओं का समर्थन हासिल है।
धनबाद सीट पर कांग्रेस ने दिग्गजों की दावेदारी को दरकिनार कर 'न्यूकमर' अनुपमा सिंह को टिकट थमाया है। उनका इस चुनाव के पहले सक्रिय राजनीति से वास्ता नहीं रहा। उनकी सबसे बड़ी पहचान यह है कि वह बोकारो जिले के बेरमो से कांग्रेस की विधायक जयमंगल सिंह सिर्फ अनूप सिंह की पत्नी हैं। बोकारो और धनबाद में पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं का एक समूह उनकी उम्मीदवारी का विरोध कर रहा है। कुछ लोगों ने सोमवार की शाम अनुपमा की उम्मीदवारी पर विरोध जताते हुए पार्टी नेताओं के पुतले फूंके। इस सीट पर पूर्व सांसद ददई दुबे की भी दावेदारी थी। उन्हें टिकट नहीं मिला तो अब वे इस सीट पर भाजपा के प्रत्याशी ढुल्लू महतो को “आशीर्वाद” दे रहे हैं।
इससे संबंधित तस्वीर भी सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रही है। लोहरदगा सीट पर कांग्रेस ने पूर्व विधायक सुखदेव भगत को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर झामुमो भी दावेदारी कर रहा था। अब खबर है कि विशुनपुर के झामुमो विधायक चमरा लिंडा यहां बागी प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतर रहे हैं। पिछले चुनाव में भी सुखदेव भगत और चमरा लिंडा दोनों मैदान में थे और दोनों के बीच वोटों के बंटवारे से भाजपा के प्रत्याशी की जीत की राह प्रशस्त हो गई थी। झामुमो विधायक चमरा लिंडा के फिर से मैदान में आने पर कांग्रेस प्रत्याशी सुखदेव भगत की मुश्किलें बढ़ेंगी, यह तय है।
(आईएएनएस)
पूर्णिया, 23 अप्रैल । पूर्णिया में चुनावी रैली को संबोधित करने के दौरान राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने बीते सोमवार को इंडिया गठबंधन की ओर से प्रत्याशी बीमा भारती के समर्थन में चुनाव प्रचार किया था। इस दौरान उन्होंने यहां तक कह दिया था कि इंडिया गठबंधन का समर्थन नहीं कर चाहते हैं, तो कोई बात नहीं, एनडीए को कीजिए।
उनके इसी बयान पर अब सियासी घमासान शुरू हो गया है। दरअसल, सियासी गलियारों में चर्चा है कि अब तेजस्वी यादव ने यह बयान पप्पू यादव को पराजित करने के मकसद से दिया था, जिस पर अब पप्पू यादव ने पलटवार किया है।
उन्होंने तेजस्वी यादव को बिच्छू बताया और नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें अपने पिता लालू प्रसाद से सीखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी राजा हैं, हम रंक हैं और रंक के मुंह से राजा के बारे में कुछ भी कहना उचित नहीं होगा।
पप्पू यादव ने कहा कि राहुल गांधी का लक्ष्य देश है। लेकिन, तेजस्वी का लक्ष्य कुर्सी है। उन्हें संविधान बचाने से कोई मतलब नहीं है, वह तो बीजेपी का प्रचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शीशे के घर में रखकर तेजस्वी पत्थर फेंकने का काम कर रहे हैं। अब तो खुलेआम एनडीए को वोट देने की अपील करते हैं। इससे उनकी मानसिकता समझ में आ रही है।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने अपनी राजनीतिक पार्टी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था, लेकिन इंडिया गठबंधन की ओर से पूर्णिया से उन्हें नहीं, बल्कि बीमा भारती को टिकट दिया गया, जिससे उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। इसके बाद उन्होंने पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया।
(आईएएनएस)