राष्ट्रीय
लखनऊ, 19 अप्रैल । यूपी में लोकसभा चुनाव के पहले चरण की आठ सीटों पर शुक्रवार को सुबह सात बजे से मतदान जारी है। 11 बजे तक 25.20 प्रतिशत मतदान हुआ है।
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, सहारनपुर में 29.84, कैराना में 25.89, मुजफ्फरनगर में 22.62, बिजनौर में 25.50, नगीना में 26.89, मुरादाबाद में 23.35, रामपुर में 20.71,पीलीभीत में 26.94 प्रतिशत मतदान हुआ है।
आठ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों का औतसन मतदान 25.20 प्रतिशत है।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह सात बजे से मतदान प्रारंभ हुआ और यह शाम छह बजे तक जारी रहेगा।
आज जिन सीटों पर मतदान हो रहा है उनमें सहारनपुर, बिजनौर, कैराना, मुजफ्फरनगर, नगीना (आरक्षित), मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत शामिल हैं।
इस चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में भाजपा के जितिन प्रसाद पीलीभीत से, केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान मुजफ्फरनगर से और आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद नगीना से अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं।
(आईएएनएस)
भोपाल, 19 अप्रैल । मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में छह संसदीय क्षेत्र में मतदान जारी है और पहले चार घंटे में 30.46 प्रतिशत मतदान हो चुका है। मतदान केंद्रों पर लंबी-लंबी कतारें भी नजर आ रही हैं।
गर्मी का मौसम होने के कारण मतदान शुरू होने से पहले ही मतदाताओं के मतदान केंद्रों पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। मतदाता जल्दी से जल्दी मतदान करने की इच्छा लेकर मतदान केंद्र पहुंचे। पहले 4 घंटे में 11 बजे तक 30.46 फीसदी लोग मतदान कर चुके थे। सबसे ज्यादा 35.64 प्रतिशत मतदान बालाघाट में हुआ, वहीं छिंदवाड़ा में 32.51, जबलपुर में 27.41, मंडला में 32.03, शहडोल में 29.57 और सीधी में 26.03 फीसदी लोगों ने वोट डाले।
राज्य में लोकसभा के जिन संसदीय क्षेत्र में मतदान हो रहा है, उनमें छिंदवाड़ा में कांग्रेस के नकुल नाथ का मुकाबला भाजपा के विवेक बंटी साहू से है। वहीं मंडला में केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार फग्गन सिंह कुलस्ते का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार ओमकार सिंह मरकाम से है।
जबलपुर में भाजपा के आशीष दुबे का मुकाबला कांग्रेस के दिनेश यादव से, शहडोल में भाजपा की हिमाद्री सिंह का मुकाबला कांग्रेस के फुंदे लाल मार्को से, सीधी में भाजपा के डॉक्टर राजेश मिश्रा के सामने कांग्रेस के कमलेश्वर पटेल और बालाघाट में भाजपा की भारती पाधरी के सामने कांग्रेस के सम्राट सरस्वार हैं।
पहले चरण की छह संसदीय सीटों में से छिंदवाड़ा सबसे हॉट सीट है। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र नकुल नाथ एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं। उनका मुकाबला भाजपा के विवेक बंटी साहू से है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया है कि जिन छह संसदीय क्षेत्रों में मतदान हो रहा है, वहां 46 विधानसभा क्षेत्र आते हैं और यह 13 जिलों तक फैला है।
(आईएएनएस)
हमारी कार्यशैली में हुए बदलाव शरीर के लिए नुकसानदेह साबित हो रहे हैं. दिनभर बैठकर काम करने और व्यायाम करने के बावजूद मानसिक स्वास्थ्य कई मायनों में प्रभावित हो रहा है.
डॉयचे वैले पर रामांशी मिश्रा की रिपोर्ट-
छत्तीसगढ़ के कांकेर में पब्लिक हेल्थ सेक्टर में काम करने वाली 30 वर्षीय अंजली का ज्यादातर समय लैपटॉप के सामने बैठकर लिखने, काम करने और अपने टीम के अन्य सदस्यों के साथ ऑनलाइन चर्चा करने में बीतता है. बीते कुछ समय से उन्होंने अपने अंदर कई बदलाव देखे. मसलन, बात बात में गुस्सा, मोटापे की शिकायत के साथ चिड़चिड़ापन और खुद में अवसाद के लक्षण भी नजर आ रहे थे. इसके अलावा पेट में भी कुछ समस्याएं उन्हें होने लगीं.
अंजली कहती हैं, "लगातार बैठे रहने से बाहर निकलना नहीं हो पाता, दोस्तों से मिले हुए भी काफी समय हो गया. दिनभर का समय दफ्तर के कामों में निकल जाता है. इसके बाद घर में भी कई छोटे-मोटे काम करने को रह जाते हैं."
जब अंजली को एक साथ कई समस्याएं होने लगी तो वह चिकित्सक के पास पहुंचीं. कुछ जरूरी जांचों और काउंसलिंग के बाद चिकित्सक ने उन्हें अपनी दिनचर्या में बदलाव लाने की बात कही. साथ ही रोजाना के व्यायाम और शारीरिक गतिविधि बढ़ाने की सलाह दी.
युवाओं में बढ़ रही मानसिक परेशानी
अंजली जैसे ही कई युवा वर्तमान में शारीरिक और मानसिक परेशानियों से जूझ रहे हैं. लगातार बैठकर काम करने और शारीरिक क्रियाकलाप कम करने से न केवल शरीर बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है. इसे लेकर लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के मानसिक रोग चिकित्सा विभाग के प्रोफेसर आदर्श त्रिपाठी ने एक समीक्षात्मक अध्ययन किया है. विश्व की अलग-अलग प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा किए गए 358 जनसंख्या आधारित सर्वेक्षणों के विश्लेषण के आधार पर किया गया. अध्ययन के परिणाम हमारी रोजमर्रा की जिंदगी को बदलने की ओर इशारा करते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मानक के अनुसार, एक व्यक्ति को प्रति सप्ताह 75 मिनट कड़ी शारीरिक गतिविधि या 150 मिनट के न्यूनतम व्यायाम के लक्ष्य को जरूर पूरा करना चाहिए. इससे वह व्यक्ति स्वस्थ रहता है. लेकिन विश्व भर में 27.5% लोग इसे पूरा नहीं कर पाते. इनमें 23.4% पुरुष और 31.7% महिलाएं हैं.
अध्ययन की समीक्षा यह भी कहती है कि जो व्यक्ति इस मानक को पूरा करते हैं लेकिन जीवनशैली में उन्हें लगातार लंबे समय तक बैठकर काम करना पड़ता है वह भी मानसिक परेशानियों से अछूते नहीं है. उनमें यह समस्याएं सामान्य लोगों की अपेक्षा बढ़कर आ रही हैं.
कई पेशे मानसिक परेशानी की जद में
डॉ. आदर्श कहते हैं, "इन सर्वेक्षणों में दुनिया भर से 19 लाख प्रतिभागी शामिल हुए. दुनिया भर में लोगों के रहन-सहन और जीवन जीने के तरीके में बड़ा बदलाव आ रहा है. आज शोधकर्ता, क्लर्क, ड्राइवर, प्रोग्रामर, स्वास्थ्य पेशेवर और कई अन्य घंटों बैठकर नौकरी करने वाले लोगों की संख्या सबसे अधिक है.” आबादी का एक बड़ा हिस्सा युवा है और रोजगार के लिए ऐसे जीवन शैली में संलिप्त है जिसमें लंबे समय तक बैठे रहना और शारीरिक क्रियाकलाप न होना शामिल होता है और इसकी वजह से उनका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है.
प्रोफेसर आदर्श त्रिपाठी के इस अध्ययन को इंडियन जर्नल ऑफ बिहेवियरल साइंस (आईजेबीएस) में प्रकाशित किया गया है. अध्ययन के अनुसार, जो लोग शारीरिक गतिविधि नहीं कर पाते उनमें चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन (अवसाद) एंग्जायटी, स्ट्रेस लेने या फिर किसी माहौल में खुद को ढाल न पाने की आशंका अधिक होती है. अध्ययन में यह भी बताया गया है कि अगर किसी तरह से कोई व्यक्ति मानसिक समस्या से जूझ रहा हो तो उसे बाहर आने के लिए वह किन उपायों को अपना सकता है.
मानसिक विकास से जुड़ी हड्डियों की सेहत
इस बारे में केजीएमयू के स्पोर्ट्स इंजरी विभाग के प्रमुख डॉक्टर अभिषेक अग्रवाल कहते हैं, "लगातार बैठे रहने से शारीरिक क्षमताओं का शोषण भी हो रहा है. इसकी वजह से मांसपेशियों की कसरत नहीं हो पाती और नसों का संचालन धीरे हो जाता है और हड्डियां भी आराम की स्थिति में आ जाती हैं. ”
डॉ. अभिषेक के अनुसार, इस बात पर ध्यान देना जरूरी है कि हमारे शरीर की हड्डियों से जितना अधिक काम लिया जाए यह उतना ही अधिक मजबूत होंगी. हड्डियों का उपयोग न होने से ऑस्टियोपोरोसिस होने की आशंका बढ़ जाती है. वह कहते हैं, "एक ही पोस्चर (मुद्रा) में बैठे रहने से हड्डियों में टेढ़ापन और अकड़न भी होने लगती है. इन सब के साथ-साथ यह जीवनशैली शरीर में हार्मोनल डिसबैलेंस का कारण बनती है, जिससे शारीरिक विकास कमजोर होता है. ”
मानसिक स्वास्थ्य हमारे हड्डियों के स्वास्थ्य यानी बोन हेल्थ को काफी हद तक प्रभावित करता है. यदि मानसिक अवस्था बेहतर न हो या व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो तो उसकी हड्डियां भी कमजोर होती हैं. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिसर्च के अनुसार मेंटल डिप्रेशन की वजह से हड्डियों में नुकसान और ऑस्टियोपोरोसिस होने के खतरे बढ़ जाते हैं. वहीं खुशनुमा माहौल के साथ कसरत, थोड़ा आराम, पोषण और जिंदादिली वाले माहौल से भरा संतुलित जीवन मानसिक स्वास्थ्य के साथ शरीरिक स्वास्थ्य भी बेहतर रखता है.
छोटे उपाय रखेंगे स्वस्थ
एम्स रायपुर के मनोचिकित्सक डॉ. आदित्य सोमानी कहते हैं, " व्यायाम शरीर के अंदर ‘खुशी के हार्मोन' स्रावित के लिए जिम्मेदार होते हैं. इससे बेहतर सामाजिक जुड़ाव के साथ कई अन्य लाभ भी शरीर को मिलते हैं.”
दुनिया के कई प्रमुख पत्रिकाओं में ‘मानसिक स्वास्थ्य पर गतिहीन जीवन शैली के हानिकारक प्रभाव' पर शोध प्रकाशित हुए हैं. डा. आदित्य बताते हैं, "छोटे छोटे उपाय जैसे, काम करते समय छोटे-छोटे ब्रेक लेने, फोन पर बात करते समय टहलने, लिफ्ट के बजाय कुछ तलों तक सीढ़ियों का उपयोग करने और ऑफिस योग का अभ्यास शुरू करने से स्थितियां बेहतर हो सकती हैं. यह गतिविधियां अगर समूह में की जाएं तो शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य और अधिक बेहतर हो सकता है.” (dw.com)
गडग (कर्नाटक), 19 अप्रैल । कर्नाटक के गडग जिले में शुक्रवार को धारदार हथियार से चार लोगों की हत्या कर दी गई।
मृतकों की पहचान कार्तिक बकाले (27), परशुराम (55), उनकी पत्नी लक्ष्मी (45) और उनकी बेटी आकांक्षा (16) के रूप में हुई है। सभी कोप्पल के निवासी थे। कार्तिक बकाले, बेटागेरी नगर पालिका उपाध्यक्ष सुनंदा बकाले के बेटे थे।
गडग के एसपी बीएस नेमागौड़ा ने कहा कि शुक्रवार तड़के चार लोगों की हत्या कर दी गई। आरोपियों ने अपराध को अंजाम देने के लिए तेज धार वाले हथियारों का इस्तेमाल किया।
उन्होंने आगे कहा कि हत्यारों ने पहले दरवाजा खटखटाया। जब पीड़ितों ने दरवाजा नहीं खोला तो वे बालकनी से घर में घुस गए। हत्यारों का पता लगाया जा रहा है और उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
एसपी ने कहा कि बकाले परिवार ने अपने पहले बेटे कार्तिक की शादी तय कर दी थी और रिश्तेदार तैयारियों के लिए उनके आवास पर आए थे। मृतक परशुराम, उसकी पत्नी लक्ष्मी और बेटी 17 अप्रैल को उनके घर आये थे।
उन्होंने बताया कि 18 अप्रैल को परिवार ने लक्ष्मी (मृतका) का जन्मदिन भी मनाया था। जश्न के बाद, परशुराम परिवार घर की पहली मंजिल पर सो गया। हत्यारों ने कमरे की खिड़की का शीशा तोड़ा और अंदर घुसने के बाद परिवार की हत्या कर दी।
ग्राउंड फ्लोर पर बने कमरे में सो रहा कार्तिक बकाले चीख-पुकार सुनकर जाग गया। वह देखने गया कि क्या हुआ है, इस दौरान हत्यारों ने उसकी भी चाकू मारकर हत्या कर दी।
हत्यारों ने उस कमरे का दरवाजा भी खटखटाया जहां नगर पालिका उपाध्यक्ष सुनंदा और उनके पति प्रकाश बकाले सो रहे थे। हालांकि, उन्होंने पुलिस को फोन किया था और दरवाजा नहीं खोला। इसकी भनक लगते ही हत्यारे मौके से भाग निकले।
कानून और संसदीय कार्य मंत्री एचके पाटिल ने भी बकाले परिवार के आवास का दौरा किया और मौतों पर शोक व्यक्त किया।
(आईएएनएस)
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के जरिए डाले गए वोटों का वीवीपैट के साथ 100 फीसदी मिलान की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल की पर्चियों की 100 फीसदी मिलान की मांग वाली याचिका पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. करीब पांच घंटे तक दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया.
गुरुवार को अपना फैसला सुरक्षित रखते हुए सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने कहा कि हमें हर चीज के बारे में संदेह करने की जरूरत नहीं है.
याचिकाकर्ताओं ने वीवीपैट मशीनों पर पारदर्शी कांच को अपारदर्शी कांच से बदलने के चुनाव आयोग के 2017 के फैसले को उलटने की भी मांग की है, जिसके जरिए कोई मतदाता केवल सात सेकंड के लिए बत्ती जलने पर ही पर्ची देख सकता है.
ईवीएम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से पेश वकील प्रशांत भूषण ने कोर्ट से कहा, "मैं समझता हूं कि यह चुनाव की पूर्वसंध्या है. कम से कम ईवीएम में बटन दबाने के बाद सात सेकंड तक जलने वाले बल्ब को लगातार जलने देना चाहिए."
बेंच ने ईवीएमकी कार्यप्रणाली को समझने के लिए वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त नितेश कुमार व्यास के साथ लगभग एक घंटे तक बातचीत की, जिसके बाद बेंच ने भूषण से कहा कि मतदाताओं की संतुष्टि और विश्वास चुनावी प्रक्रिया के मूल में हैं.
बेंच ने कहा, "भूषण, अब आप बहुत आगे जा रहे हैं. यह बहुत ज्यादा है. चाहे वीवीपैट मशीन पर पारदर्शी या अपारदर्शी कांच हो या बल्ब की रोशनी, आखिरकार यह मतदाता की संतुष्टि और विश्वास है (जो मायने रखता है). केवल बल्ब आपको बेहतर देखने में मदद करता है, बस इतना ही है."
कोर्ट ने चुनाव आयोग का पक्ष भी जाना
बेंच ने आगे कहा, "हर चीज पर संदेह नहीं किया जा सकता. आप हर चीज की आलोचना नहीं कर सकते. अगर उन्होंने (चुनाव आयोग) कुछ अच्छा किया है, तो आपको इसकी सराहना करनी होगी. आपको हर चीज की आलोचना करने की जरूरत नहीं है."
इसके जवाब में भूषण ने कहा कि वह चुनाव आयोग पर कोई आरोप नहीं लगा रहे हैं लेकिन सुधार की संभावना मौजूद है.
चुनाव आयोग की ओर से पेश वरिष्ठ वकील मनिंदर सिंह ने कहा कि ईवीएम एक स्वतंत्र मशीन है और उसके साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती, लेकिन मानवीय त्रुटि की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. (dw.com)
जयपुर, 19 अप्रैल । जयपुर में चुनाव अधिकारी युवाओं को मतदान के लिए प्रोत्साहित करने के लिए शुक्रवार को मतदान के दिन एक सेल्फी प्रतियोगिता आयोजित कर रहे हैं।
इस पहल की शुरुआत जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित ने की है।
जिला स्वीप नोडल अधिकारी शिल्पा सिंह ने कहा, "प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रतिभागी को मतदान केंद्र पर वोट डालने के बाद सेल्फी प्वाइंट पर जाकर सेल्फी लेनी होगी। इसके बाद सेल्फी को सोशल मीडिया हैंडल @deojaipur पर जिला निर्वाचन अधिकारी के फेसबुक, एक्स और इंस्टाग्राम पर टैग करना होगा।"
सेल्फी पर लाइक की गिनती 19 अप्रैल को रात 8 बजे की जाएगी और प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा लाइक पाने वाली सेल्फी को नकद पुरस्कार दिया जाएगा। विजेताओं को प्रथम पुरस्कार के रूप में 10 हजार रुपये, द्वितीय पुरस्कार के रूप में पांच हजार रुपये और तीसरे पुरस्कार के रूप में तीन हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया जाएगा।
(आईएएनएस)
गुजरात के कच्छ में एक कोयला खान में पुरातत्वविदों को 49 फुट लंबे एक सांप के अवशेष मिले हैं. भारतीय पुराणों में इस सांप का जिक्र वासुकी नाग के रूप में होता है.
जिस वासुकी नाग पर बैठकर हिंदू देवता कृष्ण के बांसुरी बजाने की कहानियां भारत में सुनाई जाती हैं, उसके अवशेष खोजे गए हैं. कच्छ में लिग्नाइट की एक खान में ये अवशेष मिले हैं. 40 फुट लंबा यह सांप टी-रेक्स डायनासोर से भी लंबा था और भारत में करीब 4.7 करोड़ साल पहले पाया जाता था. कोयले की जिस खान से ये अवशेष मिले हैं वह गुजरात के कच्छ जिले में पनांधरो के पास है.
गुरुवार को वैज्ञानिकों ने कहा कि उन्हें एक नाग की रीढ़ की हड्डी के 27 जोड़ मिले हैं. इनमें से कुछ तो आज भी उसी अवस्था में हैं, जो उस सांप के जीवित रहते वक्त रहे होंगे. वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्होंने इसे वासुकी नाम दिया है. यह आज के पाइथॉन जैसा दिखता होगा और जहरीला नहीं होगा.
धीमा लेकिन विशालकाय
आईआईटी रुड़की में शोध कर रहे जीवाश्मविज्ञानी डॉ. देबाजित दत्ता ने बताया, "इसके विशाल आकार को देखकर कहा जा सकता है कि वासुकी एक बहुत धीमा चलने वाला शिकारी रहा होगा जो अजगर की तरह अपने शिकार को निगलता होगा. यह तटीय इलाकों में दलदल में रहता होगा क्योंकि तब तापमान आज से कहीं ज्यादा था."
चूंकि मिले अवशेष अधूरे हैं इसलिए वैज्ञानिकों ने अनुमान के आधार पर कहा है कि यह 36 से 49 फुट लंबा और करीब एक हजार किलोग्राम वजनी जीव रहा होगा. इस वक्त धरती पर सबसे लंबा सांप अजगर को माना जाता है जो 20 से 30 फुट तक लंबा हो सकता है.
इस आकार के सांप के अवशेष इससे पहले 2009 में उत्तरी कोलंबिया में मिले थे. टाइटनोबोआ नाम के उस सांप का आकार लगभग 42 फुट और वजन 1,100 किलोग्राम आंका गया था. टाइटनोबोआ धरती पर 5.8 से छह करोड़ साल पहले मौजूद था.
कौन ज्यादा बड़ा था?
इस खोज में शामिल रहे एक अन्य जीवाश्मविज्ञानी सुनील बाजपेई कहते हैं, "वासुकी की लंबाई टाइटनोबोआ जितनी रही होगी. हालांकि वासुकी की रीढ़ की हड्डी के जोड़ टाइटनोबोआ से थोड़े छोटे हैं. लेकिन इस वक्त हम यह नहीं कह सकते कि वासुकी उससे ज्यादा बड़ा था या नहीं."
ये दैत्याकार सांप सेनोजोएक युग में धरती पर रहते थे जो 6.6 करोड़ साल पहले खत्म हो गया था. अब तक जो सबसे लंबा जीव मिला है वह शायद एक टिरानोसॉरस रेक्स था जिसके अवशेष शिकागो के फील्ड म्यूजियम में रखे हैं. 40.5 फुट लंबा यह यह टी-रेक्स वासुकी से ज्यादा लंबा रहा होगा.
वासुकी के जो टुकड़े मिले हैं उनमें सबसे बड़ा टुकड़ा साढ़े चार इंच का है. ऐसा लगता है कि वासुकी का शरीर सिलेंडर के आकार का लगभग 17 इंच चौड़ा रहा होगा. उसकी खोपड़ी नहीं मिली है.
दत्ता कहते हैं, "वासुकी एक आलीशान प्राणी था. यह एक विनम्र दैत्य रहा होगा जो अपने विशाल शरीर को समेट कर उस पर सिर को संभालता होगा. यह मुझे जंगल बुक कहानी के नाग की याद दिलाता है."
वीके/एए (रॉयटर्स)
नई दिल्ली, 19 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान शुरू हो चुका है। 21 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेश की 102 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। इनमें सबसे अधिक सीटें तमिलनाडु से हैं। यहां आज सभी 39 सीटों पर पहले चरण में ही वोटिंग हो रही है।
तमिलनाडु के अलावा उत्तराखंड की सभी पांच सीटों और अरुणाचल की दो सीटों पर भी पहले चरण में ही वोटिंग हो रही है।
इसके अलावा लोकसभा चुनाव के पहले चरण में जिन महत्वपूर्ण सीटों पर चुनाव हो रहा है उनमें नागपुर, कन्याकुमारी, चेन्नई सेंट्रल, मुज्जफनगर, सहारनपुर, कैराना, पीलीभीत, डिब्रूगढ़, जोरहाट, जयपुर, छिंदवाड़ा, जमुई, बस्तर, नैनीताल व लक्षद्वीप शामिल हैं।
18वीं लोकसभा के लिए हो रहा यह चुनाव सात चरणों में संपन्न होना है। पहले चरण में जहां मतदान हो रहा है उनमें असम की काजीरंगा, सोनितपुर, लखीमपुर, डिब्रूगढ़ और जोरहाट सीटें शामिल हैं। आज 19 अप्रैल को ही त्रिपुरा पश्चिम सीट पर भी चुनाव हो रहा है।
पहले चरण में जो मुख्य चेहर मैदान में है उनमें उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से जितिन प्रसाद, तमिलनाडु से कार्ति चिदंबरम, तमिलनाडु के कोयंबटूर से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई, चेन्नई सेंट्रल से दयानिधि मारन व छिंदवाड़ा से नकुलनाथ शामिल हैं।
पहले चरण की 102 लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े नेता प्रचार में शामिल रहे। अगले चरणों की लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार फिलहाल जारी रहेगा।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कई महत्वपूर्ण सीटों पर मतदान होने जा रहा है। इनमें तमिलनाडु की सभी 39 सीटें हैं। इनमें कन्याकुमारी, चेन्नई ईस्ट, चेन्नई साउथ, चेन्नई सेंट्रल, तिरुवल्लुर, श्रीपेरंबदूर, अरणी, विलुप्पुरम, कल्लाकुरिची, सलेम, नामक्कल, इरोड, तिरुप्पुर, नीलगिरी, कोयंबटूर, पोलाची, डिंडीगुल, करूर, तिरुचिरापल्ली , पेरम्बलुर, कांचीपुरम, अरक्कोणम, वेल्लोर, कृष्णागिरी, धर्मपुरी, तिरुवन्नामलाई, शिवगंगा, मदुरै, थेनी, विरुधुनगर, रामनाथपुरम, कुड्डालोर, चिदम्बरम, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम, तंजावुर, थूथुक्कुडी, तेनकासी व तिरुनेलवेली शामिल हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मुज़फ्फरनगर, सहारनपुर, कैराना, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, पीलीभीत और रामपुर सीटों पर भी पहले चरण में चुनाव होने जा रहा है।
राजस्थान के जयपुर, जयपुर ग्रामीण, भरतपुर, करौली-धौलपुर, गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, अलवर, दौसा और नागौर में प्रथम चरण में ही मतदान है। वहीं मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा, शहडोल, सीधी, मंडला, बालाघाट और जबलपुर में भी प्रथम चरण में वोट डाले जा रहे हैं।
बिहार की बात करें तो यहां औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई में वोट डाले जा रहे हैं।
महाराष्ट्र में नागपुर, गढ़चिरौली चिमूर, भंडारा-गोंडिया चंद्रपुर और रामटेक पर वोट डाले जा रहे हैं।
इनके अलावा छत्तीसगढ़ की बस्तर, जम्मू कश्मीर की उधमपुर, अरुणाचल प्रदेश की अरुणाचल पश्चिम और अरुणाचल पूर्व, मेघालय की शिलांग तुरा पर भी वोटिंग हो रही है।
इसके अलावा मणिपुर, मिजोरम, पुडुचेरी, सिक्किम, नगालैंड, अंडमान और निकोबार, पश्चिम बंगाल की कूचबिहार और जलपाईगुड़ी पर भी मतदान हो रहा है।
चुनाव आयोग के मुताबिक मतदान केंद्रो पर विकलांगों एवं बुजुर्गों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
(आईएएनएस)
देश की मतदाता सूची में महिला वोटरों की तादाद लगातार बढ़ रही है. लेकिन राजनीतिक दलों की ओर से टिकट नहीं मिलने के कारण वो इस अनुपात में संसद में नहीं पहुंच पातीं.
डॉयचे वैले पर प्रभाकर मणि तिवारी की रिपोर्ट-
देश की मतदाता सूची में महिला वोटरों की तादाद लगातार बढ़ रही है. लेकिन राजनीतिक दलों की ओर से टिकट नहीं मिलने के कारण वो इस अनुपात में संसद में नहीं पहुंच पातीं. एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक, मतदाता सूची में पुरुषों और महिलाओं के बीच का फासला लगातार कम हो रहा है और अगले पांच साल में महिलाओं के आगे निकल जाने की संभावना है.
इसके और महिला आरक्षण विधेयक पारित होने के बावजूद इस बार भी तमाम प्रमुख दलों ने महिलाओं को टिकट देने में हमेशा की तरह कंजूसी बरती है. ऐसे दलों की दलील रही है कि टिकटों के बंटवारे में जीतने की क्षमता को ध्यान में रखा गया है. कुछ राजनीतिक दल तो यह भी दलील देते हैं कि महिलाएं वोट डालने में तो दिलचस्पी रखती हैं, चुनाव लड़ने में नहीं. पहले चरण में जिन 102 सीटों पर मतदान होना है उनके लिए मैदान में उतरे 1,625 उम्मीदवारों में से सिर्फ 134 महिलाएं हैं. यानी कुल उम्मीदवारों का आठ फीसदी.
मतदाता सूची में कम हो रही है लैंगिक असमानता
एसबीआई रिसर्च की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के कारण लोकसभा और विधानसभा चुनावों में महिला मतदाताओं की तादाद तेजी से बढ़ी है. बीते पांच वर्षों में जिन 23 बड़े राज्यों में चुनाव हुए हैं, उनमें से 18 राज्यों में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ने ज्यादा मतदान किया था. इन 18 में से दस राज्यों में दोबारा निवर्तमान सरकार ही सत्ता में लौटी. रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2029 के लोकसभा चुनाव में महिला मतदाताओं की तादाद पुरुषों से आगे निकल जाएगी. उस समय कुल 73 करोड़ मतदाताओं में 37 करोड़ महिलाएं ही होंगी.
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में कुल 83.4 करोड़ मतदाताओं में से पुरुष और महिला वोटरों की तादाद क्रमशः 43.7 और 39.7 करोड़ थी. वर्ष 2019 में कुल 89.6 करोड़ मतदाताओं में से यह तादाद क्रमशः 46.5 और 43.1 फीसदी हो गई. अब 2024 में वोटरों की कुल तादाद बढ़ कर 96.8 करोड़ तक पहुंच गई है. इनमें पुरुषों की तादाद 49.7 करोड़ है और महिलाओं की 47.1 करोड़.
इससे साफ है कि बीते दस वर्षों के दौरान जहां पुरुष मतदाताओं की तादाद में छह करोड़ की वृद्धि दर्ज की गई है वहीं महिला वोटरों में यह वृद्धि 7.1 करोड़ रही है. यानी मतदाता सूची में लैंगिक असमानता तेजी से कम हो रही है. गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और तेलंगाना में महिला वोटरों की तादाद बाकी राज्यों के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढ़ी है.
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इस लोकसभा चुनाव में कुल 96.8 करोड़ मतदाताओं में से 68 करोड़ लोग मताधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें 33 करोड़ यानी 49 फीसदी महिला मतदाता होंगी. 85.3 लाख महिलाएं पहली बार मतदान करेंगी. रिपोर्ट के मुताबिक, 2047 तक (2049 में संभावित चुनाव) महिला मतदाताओं की संख्या बढ़कर 55 फीसदी (50.6 करोड़) और पुरुषों की संख्या घटकर 45 फीसदी (41.4 करोड़) हो जाएगी. इस दौरान कुल 115 करोड़ मतदाता होंगे. इनमें 80 फीसदी लोग यानी 92 करोड़ मतदान कर सकते हैं.
बैंक के आर्थिक अनुसंधान विभाग की तरफ से प्रकाशित इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के राजनीतिक क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी पिछले दशक की सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक है. महिला मतदाता अब चुनावों में पहले से कहीं अधिक बड़ी भूमिका निभा रही हैं. रिपोर्ट के मुताबिक अब साक्षरता बढ़ने के कारण महिलाएं राजनीतिक फैसला लेने वाले एक अहम समूह के रूप में उभर रही हैं. महिला आरक्षण विधेयक, रसोई गैस सब्सिडी, सस्ते ऋण और नकद राशि के वितरण जैसे कदमों से महिला मतदाताओं को लुभाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से बीजेपी के वोटों में वृद्धि में मदद मिली है.
महिला उम्मीदवार केवल आठ फीसदी क्यों?
चुनाव आयोग के आंकड़ों से पता चलता है कि 2019 के आम चुनावों में 8,054 उम्मीदवारों में से सिर्फ 726 महिलाएं थीं. यानी उस साल सिर्फ नौ फीसदी टिकट ही महिलाओं को दिए गए. इनमें से करीब एक तिहाई महिला निर्दलीय चुनाव लड़ी थीं. वर्ष 2014 में मैदान में उतरने वाले 8,251 उम्मीदवारों में महिला उम्मीदवारों की संख्या सिर्फ 668 थी.
चुनाव आयोग के मुताबिक, इस बार पहले और दूसरे चरण में लोकसभा की जिन 190 सीटों पर मतदान होना है उनमें से 58 यानी करीब एक तिहाई सीटों पर कोई महिला उम्मीदवार नहीं है. इन दोनों दौर के 2,831 उम्मीदवारों में सिर्फ 237 महिलाएं हैं. यानी आठ फीसदी से कुछ ज्यादा.
संसद में महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराने वाली भाजपा ने 417 संसदीय सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है. इनमें 68 महिलाएं हैं. यानी पार्टी ने सिर्फ 16 फीसदी महिलाओं पर ही भरोसा जताया है. बीजेपी ने 2009 में 45, 2014 में 38 और 2019 में 55 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था.
कांग्रेस ने अब तक 247 उम्मीदवारों की घोषणा की है. इसमें 35 उम्मीदवार यानी 14 फीसदी से कुछ ज्यादा महिलाएं हैं. वर्ष 2019 में कांग्रेस ने 54 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया था. टीएमसी ने पश्चिम बंगाल में जिन 42 उम्मीदवारों की घोषणा है उनमें 12 महिलाएं हैं.
बीते लोकसभा चुनाव में 542 सांसदों में से 78 महिलाएं थीं. इनमें सबसे अधिक उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 11-11 महिलाएं चुनाव जीती थीं.
भारत के अलावा बाकी दुनिया में कैसा है हाल
दूसरे देशों से तुलना करने पर तस्वीर ज्यादा साफ होती है. एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछली लोकसभा में महिला सांसदों की तादाद 14.4 फीसदी थी. जबकि मेक्सिको में यह तादाद 48.2, फ्रांस में 39.7, इटली में 35.7, यूके में 32 और जर्मनी में 30.9 फीसदी है. स्वीडन, नार्वे और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों के राष्ट्रीय विधानमंडल में भी महिलाओं की भागीदारी 45 फीसदी से ज्यादा है. भारत के पड़ोसी बांग्लादेश में यह तादाद 21 फीसदी है.
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि तमाम प्रमुख राजनीतिक दलों की कथनी और करनी में भारी फर्क है. जब तक राजनीतिक पार्टियां अधिक से अधिक महिलाओं को टिकट नहीं देती, तब तक उनकी भागीदारी बढ़ाने की कल्पना तक नहीं की जा सकती. लेकिन टिकटों के बंटवारे के समय तमाम दल किसी न किसी बहाने महिलाओं को चुनाव लड़ने से दूर रखने का प्रयास करते रहे हैं. जब तक यह पुरुषवादी मानसिकता नहीं बदलती, महिला आरक्षण विधेयक पारित होने के बावजूद तस्वीर ज्यादा नहीं बदलेगी. (dw.com)
टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक इलॉन मस्क भारत में 200-300 करोड़ डॉलर का निवेश कर सकते हैं. हालांकि बड़ा सवाल यह है कि मस्क कारोबार की बात करेंगे या फ्री स्पीच की.
डॉयचे वैले पर साहिबा खान की रिपोर्ट-
इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के मालिक इलॉन मस्क भारत आने वाले हैं. अब तक आ रही खबरों के मुताबिक वो 22 अप्रैल को भारत-दौरे पर होंगे और इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे. हालांकि भारत आने का उनका एजेंडा क्या होगा, इलेक्ट्रिक गाड़ियों के क्षेत्र में उनका कितना बड़ा निवेश होगा और भारत को लेकर उनकी क्या योजनाएं हैं, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि मस्क भारत में फैक्ट्री लगाने के लिए 200-300 करोड़ डॉलर निवेश की योजना का ऐलान कर सकते हैं. यह भी कहा जा रहा है कि अमेरिका में इलॉन की टेस्ला कारों की बिक्री कम होने के कारण वो और देशों में फैक्ट्री बनाने की जगहें तलाश रहे हैं.
स्टरलिंक के लिए प्रारंभिक मंजूरी
एक सरकारी सूत्र ने एएफपी को बताया कि मस्क का एक और बिजनेस, सेटेलाइट इंटरनेट ऑपरेटर स्टारलिंक, भारत में संचालन के लिए प्रारंभिक मंजूरी प्राप्त करने के लिए भी तैयार है.
दरअसल इलॉन मस्क ने दूरदराज के स्थानों पर कम लागत वाला इंटरनेट प्रदान करने के लिए स्टारलिंक लॉन्च किया था. इसे स्पेस में एक मोबाइल टावर कहा जा सकता है. इसे सेटेलाइट नेटवर्क के जरिए ऑपरेट किया जाएगा. स्टारलिंक अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी स्पेस एक्स द्वारा संचालित एक सेटेलाइट इंटरनेट सर्विस है जो 56 से अधिक देशों को सेटेलाइट इंटरनेट एक्सेस कवरेज प्रदान करता है.
हालांकि 2021 में, संचार मंत्रालय ने स्टारलिंक को सार्वजनिक तौर पर फटकार लगाई थी जब स्टारलिंक ने दावा किया था कि कंपनी ने संचालन के लाइसेंस के बिना भारत में अपनी सेवाओं को "पहले से ही बेचना" शुरू कर दिया है.
भारत में टेस्ला की इलेक्ट्रिक गाड़ियां
मस्क ने कई बार प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की है. बावजूद इसके, उन्होंने भारत में करोड़ों डॉलर के निवेश की बात कभी नहीं की. मस्क ने एक समय पर इलेक्ट्रिक गाड़ियों के आयात पर भारत के भारी कर की शिकायत करते हुए कहा था कि वह "दुनिया में सबसे ज्यादा" है.
पिछले महीने ही भारत ने कार निर्माताओं के लिए इलेक्ट्रिक कारों पर आयात शुल्क में कटौती की. भारत उन कंपनियों को यह सब्सिडी देगा जो 50 करोड़ डॉलर का निवेश करने और तीन साल के भीतर स्थानीय उत्पादन शुरू करने का वादा कर सकती हैं.
नई नीति के तहत कंपनियां 15 प्रतिशत की बेहद कम आयात शुल्क के साथ हर साल 35,000 डॉलर या उससे अधिक कीमत वाले 8,000 इलेक्ट्रिक वाहनों का आयात कर सकती हैं. जानकारों का कहना है कि ऐसा नहीं है कि भारत में टेस्ला की गाड़ियां हाथों-हाथ बिकने लगेंगी.
इसका मुख्य कारण है टेस्ला कारों की ऊंची कीमत. टेस्ला का इस समय सबसे सस्ता मॉडल, मॉडल 3 सेडान है, जिसकी अमेरिका में कीमत लगभग 39,000 डॉलर है. यह कीमत भारतीय रुपए में लगभग 32 लाख की होगी. मार्केट रिसर्च फर्म काउंटरपॉइंट के वरिष्ठ विश्लेषक सौमेन मंडल ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "जिन कारों की कीमत 20 लाख रुपए ($ 23,900) से अधिक है, उनकी भारत के बाजार में हिस्सेदारी केवल पांच प्रतिशत है."
अहम मुद्दा है मस्क का एक्स पर फ्री स्पीच पर जोर
फिलहाल भारत में मस्क की प्राथमिकता हो सकती है सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स जिसे पहले ट्विटर कहा जाता था. भारत लगभग किसी भी अन्य देश की तुलना में एक्स पर कंटेंट हटाने के लिए कंपनी को ज्यादा याचिकाएं भेजता है, या फिर उसके अधिकारियों के साथ मीटिंग रखता है.
एक्स के पूर्व प्रमुख जैक डोर्सी ने पिछले साल दावा किया था कि सरकारी अधिकारियों ने उनकी मांगें नहीं मानने पर भारत में इस प्लेटफार्म को बंद करने की धमकी दी थी. सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस दावे को "सरासर झूठ" बताया था.
एक्स पिछले साल के अदालत के फैसले के खिलाफ अपील कर रहा है, जिसमें प्लेटफॉर्म को सरकारी टेकडाउन अनुरोधों का पालन करने का आदेश दिया गया है. हालांकि मस्क भारत में कंपनी पर लगे प्रतिबंधों को लेकर आशावादी रहे हैं. (dw.com)
नागपुर, 19 अप्रैल । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार सुबह रेशिमबाग के पास एक मतदान केंद्र पर मतदान किया।
आरएसएस प्रमुख मतदान केंद्र पर सबसे पहले पहुंचने वालों में से थे। मतदान शुरू होने से पहले उन्होंने लगभग 15 मिनट तक इंतजार किया। वह अपना वोट डालने के लिए अंदर गए और उसके तुरंत बाद बाहर निकले और गर्व के साथ अपनी स्याही लगी उंगली को दिखाया।
मोहन भागवत ने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने आज अपना पहला व्यक्तिगत कर्तव्य निभाया है। उन्होंने सभी लोगों से एक नागरिक के रूप में अपना वोट डालने का आह्वान करते हुए कहा, "यह उनका अधिकार भी है और कर्तव्य भी है।"
सभी लोगों को राष्ट्र के हित में मतदान करना चाहिए। आप अपने वोट के माध्यम से, अगले पांच वर्षों के लिए देश का भविष्य तय करते हैं। 100 प्रतिशत मतदान होना चाहिए, इसलिए देशहित में सभी को मतदान अवश्य करना चाहिए।
नागपुर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इंडिया-एमवीए-कांग्रेस उम्मीदवार विकास ठाकरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
लोकसभा चुनाव का पहला चरण पांच निर्वाचन क्षेत्रों- नागपुर, चंद्रपुर, भंडारा-गोंदिया, रामटेक (एससी) और गढ़चिरौली-चिमूर (एसटी) में सुबह 7 बजे शुरू हुआ। बड़ी संख्या में लोग मतदान के लिए पहुंच रहे हैं।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 19 अप्रैल । यूपी में लोकसभा चुनाव के पहले चरण की आठ सीटों पर मतदान सुबह सात बज से शुरू हो गया है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सपा मुखिया अखिलेश यादव, बसपा प्रमुख मायावती और कांग्रेस प्रमुख ने मतदाताओं से मतदान करने की अपील की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया कि आज लोकतंत्र के महापर्व का प्रथम चरण है। सभी मतदाताओं से मेरी अपील है कि 'आत्मनिर्भर भारत' एवं 'विकसित भारत' के निर्माण के लिए, 'नए भारत' की अविराम विकास यात्रा के लिए मतदान अवश्य करें। आपका एक वोट 'भारत' को और अधिक सशक्त बनाएगा। इसलिए ध्यान रहे। पहले मतदान, फिर जलपान। जय हिंद।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर अपील करते हुए कहा कि अपने सुनहरे भविष्य के लिए वोट जरूर डालें। बसपा प्रमुख मायावती ने भी अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि देश में हो रहे 18वें लोकसभा में आज पहले चरण की वोटिंग से ही 'पहले मतदान, फिर जलपान' के संकल्प के साथ पूरे होश व जोश के साथ बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने की सभी वोटरों से अपील, ताकि रोज़गार, सुरक्षा, आत्म-सम्मान व स्वाभिमान-युक्त जीवन देने वाली अच्छी सरकार देश में बने।
उन्होंने आगे लिखा कि वोट हर पात्र नागरिक का संवैधानिक अधिकार। पूरी निर्भयता के साथ इस हक का इस्तेमाल करके सत्ता में अपनी प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करने का भरसक प्रयास जरूरी। चुनाव आयोग भी स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव तथा ख़ासकर गरीबों, मज़लूमों, महिलाओं को वोट देने में उनका पूरा-पूरा सहयोग करे।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने एक्स पर लिखा कि उत्तर प्रदेश में प्रथम चरण के चुनाव में सभी प्रदेशवासी बढ़-चढ़ कर मतदान करें।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने लिखा कि पहले मतदान, फिर जलपान। लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर आज हो रहे पहले चरण के मतदान में सभी सम्मानित मतदाता भाइयों एवं बहनों से निवेदन करता हूं कि अपने लोकसभा क्षेत्र व देश के उत्तम विकास, बेहतर सुशासन एवं उत्कृष्ट समृद्धि हेतु अधिक से अधिक संख्या में अपने-अपने बूथ पर पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें।
बता दें कि पहले चरण के लिए आठ सीटों पर सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गए है। मतदान शाम छह बजे तक जारी रहेगा। इनमें सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, रामपुर, नगीना (अजा), मुरादाबाद और पीलीभीत लोकसभा सीट शामिल हैं।
(आईएएनएस)
छिंदवाड़ा, 19 अप्रैल । मध्य प्रदेश के छह संसदीय क्षेत्र में मतदान जारी है। इनमें सबसे हॉट सीट छिंदवाड़ा है। छिंदवाड़ा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने परिवार के साथ मतदान किया।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने अपने बेटे और छिंदवाड़ा के उम्मीदवार नकुलनाथ के अलावा धर्मपत्नी अलका नाथ व पुत्रवधू प्रिया नाथ के साथ हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद शिकारपुर स्थित मतदान केंद्र पर पहुंचकर मतदान किया।
इस दौरान कमलनाथ ने कहा कि उन्हें छिंदवाड़ा की जनता पर विश्वास है। 45 साल में हुए विकास के लोग गवाह हैं। छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र में नकुलनाथ का भाजपा के विवेक बंटी साहू से मुकाबला है।
भाजपा ने इस संसदीय सीट पर पूरी ताकत झोंक रखी थी, वहीं कमलनाथ अपने परिवार के साथ चुनाव मैदान में डटे रहे। राज्य के अन्य हिस्सों की तरह छिंदवाड़ा में भी मतदाताओं में मतदान को लेकर खास उत्साह है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 19 अप्रैल । देश में लोकतंत्र का महापर्व शुरू हो चुका है। 21 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेश की 102 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सुरक्षित, विकसित, आत्मनिर्भर और उज्ज्वल भारत के लिए मतदाताओं से भारी संख्या में वोट करने की अपील की है।
अमित शाह ने पहले चरण के मतदान वाले लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं से वोट करने का आग्रह किया। अमित शाह ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया, "आज एक महत्त्वपूर्ण दिन है, जब देश में प्रथम चरण का मतदान हो रहा है। इस चरण के सभी मतदाताओं से अपील करता हूं कि आप अधिक से अधिक संख्या में मतदान करें क्योंकि आपके एक वोट में सुरक्षित, विकसित और आत्मनिर्भर भारत बनाने की शक्ति है।"
शाह ने आगे कहा, "आपका एक वोट सिर्फ एक लोकसभा या प्रत्याशी का परिणाम तय करने के लिए नहीं, बल्कि भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए है। मेरा आग्रह है कि एक ऐसा मजबूत और निर्णायक नेतृत्व चुनें, जिसने भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण से देश को मुक्त करने के साथ-साथ अपने वादों को पूरा करके दिखाया हो। जिसने विकास को गति देने के साथ सीमाओं को सुरक्षित भी किया हो, हर गरीब तक स्वास्थ्य, घर, बिजली व गैस जैसी सुविधाएं पहुंचाई हो और भारत की संस्कृति व सांस्कृतिक प्रतीकों को संरक्षित किया हो।"
अमित शाह ने फर्स्ट टाइम वोटर्स से भी बड़ी संख्या में मतदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "मतदान के दिन, मैं अपने सभी पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं से बड़ी संख्या में मतदान करने और मतदान प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील करता हूं। अपने वोट की शक्ति से एक ऐसी सरकार चुनें जो आपको विश्व स्तरीय शिक्षा और बेहतर भविष्य बनाने के अवसर प्रदान करेगी। साथ ही अपने दोस्तों, परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को भी मतदान में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करें।"
वहीं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 'पहले मतदान- फिर जलपान' के पुराने नारे को दोहराते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा, "आज लोकसभा चुनाव 2024 के प्रथम चरण के लिए मतदान कर रहे 21 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के 102 लोकसभा क्षेत्र के समस्त मतदाताओं विशेषकर युवा साथियों से अत्यधिक संख्या में मतदान करने की अपील करता हूं। आपका प्रत्येक वोट बहुमूल्य है। 'विकसित भारत' और 'आत्मनिर्भर भारत' निर्माण के लिए सबकी भागीदारी आवश्यक है। प्रातः वोट डालें व मतदान का नए रिकॉर्ड बनाएं। 'पहले मतदान- फिर जलपान!'"
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक्स पर पोस्ट किया, "आज, मैं सभी मतदाताओं, विशेषकर युवा मित्रों से लोकसभा चुनाव- 2024 के पहले चरण के लिए 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 102 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील करता हूं। आपकी हर राय मूल्यवान है। 'विकसित भारत' और 'आत्मनिर्भर भारत' के निर्माण के लिए सभी की भागीदारी आवश्यक है। सुबह-सुबह मतदान करें और मतदान का नया रिकॉर्ड बनाएं। 'पहले मतदान- बाद में जलपान!'"
(आईएएनएस)
देहरादून, 19 अप्रैल । देश में लोकतंत्र का महापर्व शुरू हो चुका है। 21 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेश की 102 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। इनमें उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटें भी शामिल हैं, जिन पर मतदान जारी है।
लोग अपने घरों से निकल कर अपने मताधिकार का उपयोग करने मतदान केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। मतदान केंद्रों के बाहर लोगों की लंबी लंबी कतारें लगी हुई हैं। देश के इस महापर्व को मानने के लिए लोगों में उत्साह दिखाई दे रहा है।
पुरुषों के साथ महिलाएं भी वोट के लिए लाइनों में लगी हैं। बुजुर्ग, महिलाएं, पुरुष, युवा सभी लोग अपना वोट डालने मतदान केंद्रों पर पहुंच रहे हैं।
इसी क्रम में डीएम सोनिका सिंह ने मतदान केंद्र पहुंचकर मतदान किया। अपर मुख्य राज्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे भी अपनी पत्नी के साथ मतदान केंद्र पहुंचे और मतदान किया।
(आईएएनएस)
पटना, 19 अप्रैल । बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में शुक्रवार को चार सीटों पर वोटिंग हो रही है। कई मतदान केंद्रों पर महिलाओं और बुजुर्गों में भी उत्साह दिख रहा है।
बिहार में औरंगाबाद, जमुई, गया और नवादा संसदीय क्षेत्र में मतदान जारी है। कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतार लगी है।
इस बीच, औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र के मतदान केंद्र 185, न्यू एरिया से लोकतंत्र की एक अच्छी तस्वीर सामने आई है। एक बुजुर्ग महिला व्हील चेयर पर वोट डालने मतदान केंद्र पहुंची। इन्होंने कहा कि देश की खुशहाली के लिए मतदान जरूरी है।
तेज धूप और गर्मी के कारण माना जा रहा है कि दोपहर में मतदाताओं की संख्या कम हो सकती है, लेकिन फिलहाल मतदाताओं में दिख रहा उत्साह लोकतंत्र के लिए सुखद संकेत है।
इधर, कई इलाकों में आदर्श मतदान केंद्र भी स्थापित किए गए हैं, जहां मतदाताओं की लंबी कतार लगी है। कई मतदान केंद्रों पर महिला मतदाताओं की कतार पुरुषों की कतार से ज्यादा लंबी है।
बिहार में पहले चरण में शुक्रवार को राज्य के चार संसदीय क्षेत्र औरंगाबाद, जमुई, नवादा और गया में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान जारी है। पहले चरण में 76 .01 लाख से ज्यादा मतदाता 7,903 मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे
(आईएएनएस)
पौड़ी गढ़वाल, 19 अप्रैल । उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटों पर शुक्रवार सुबह से ही मतदान चल रहा है। लोगों में काफी उत्साह है। लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए घरों से बाहर निकल कर मतदान केंद्रों पर पहुंच रहे हैं।
लोकसभा चुनाव की गढ़वाल संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी मतदान करने से पहले कंडोलिया मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने पूजा अर्चना की।
बलूनी ने बताया कि भाजपा और कांग्रेस का कोई मुकाबला नहीं है। भाजपा अपनी पांचो सीटें पूर्ण बहुमत से जीत रही है।
यहां से वो अपने गांव नकोट मतदान करने रवाना हो गए। उन्होंने सभी मतदाताओं से कहा कि बढ़ चढ़कर अपने मत का प्रयोग करें और भाजपा को पूर्ण बहुमत से जिताएं।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 19 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए यूपी में आठ सीटों पर सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया। मतदान शाम छह बजे तक चलेगा। पीलीभीत से भाजपा उम्मीदवार जितिन प्रसाद ने जीत का दावा किया है। वहीं सपा ने शिकायतों की झड़ी लगाई है।
पहले चरण का मतदान पीलीभीत, मुजफ्फरनगर, बिजनौर एवं नगीना लोकसभा क्षेत्र के सभी पोलिंग बूथों पर मतदान सुबह सात बजे से जारी है। आदर्श पोलिंग बूथों को गुब्बारों और कालीन बिछाकर सजाया गया है। सेल्फी प्वाइंट भी बनाए गए हैं, जिसमें युवा मतदाता वोट डालने के बाद सेल्फी खींचकर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।
उधर, पीलीभीत से भाजपा उम्मीदवार जितिन प्रसाद ने कहा है कि पीलीभीत से उनकी ऐतिहासिक जीत होगी, यहां कमल खिलेगा। 10 सालों के काम के दम पर हमें लोगों का आशीर्वाद मिल रहा है। नए भारत का निर्माण हो रहा है। आने वाले समय में जो काम चल रहे हैं, उन्हे और तीव्रता दी जाएगी। जनता का हमें अपार समर्थन मिल रहा है।
उधर, समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया मंच से शिकायतों की झड़ी लगा रखी है। पीलीभीत लोकसभा में समाजवादी पार्टी के बूथ एजेंटों ने प्रशासन पर परेशान करने का आरोप लगाया है।
सपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनको थाने में जबरन बंद किया गया है, जिससे मतदान प्रभावित हो रहा है। चुनाव आयोग इसका संज्ञान ले। निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित हो।
सपा ने आरोप लगाया है कि कैराना लोकसभा की बूथ संख्या 94 पर मतदाताओं को मतदान करने से पीठासीन अधिकारी रोक रहे हैं। कैराना नगर इस्लामिया इंटर कॉलेज में धीमी गति से मतदान चल रहा है।
रामपुर लोकसभा की बूथ संख्या 164 पर ईवीएम मशीन खराब होने की सूचना आई है।
सहारनपुर लोकसभा के नकुड़ के सरूरपुर तगा में बूथ संख्या 227 पर भी ईवीएम मशीन खराब होने की सूचना है।
सपा के पीलीभीत से प्रत्याशी भागवत शरण गंगवार का कहना है कि यहां चुनाव भाजपा और जनता के बीच है। सपा सरकार में किए गए कार्यों पर लोगों को भरोसा है। यहां हम भारी मतों से जीतेंगे।
(आईएएनएस)
मंडला, 19 अप्रैल । मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मतदाताओं में गजब का उत्साह है। मंडला संसदीय क्षेत्र में तो एक वधू ने विदाई से पहले अपने मताधिकार की जिम्मेदारी निभाई।
मध्य प्रदेश के मंडला संसदीय क्षेत्र के मेली गांव के नारायणगंज के मतदान केंद्र 112 पर हर किसी को खुश कर देने वाला नजारा देखने को मिला।
यहां की आशा रानी सिंगरोरे अपनी विदाई से पहले मतदान करने पहुंची।
राज्य के छह संसदीय क्षेत्रों में मतदान हो रहा है और मतदान को लेकर हर वर्ग में उत्साह है।
युवा हों या बुजुर्ग या फिर महिलाएं, सभी अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं।
(आईएएनएस)
देहरादून, 19 अप्रैल । उत्तराखंड की पांचों सीट के लिए मतदान हो रहा है। इस महापर्व में सभी लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने जूनियर हाई स्कूल गढ़ी कैंट में पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
राज्यपाल अपनी पत्नी के साथ मतदान केंद्र पहुंचे और मतदान किया।
इस मौके पर राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि उन्हें अपना मतदान कर बेहद हर्ष हो रहा है।
उन्होंने इस अवसर पर सभी देश वासियों और प्रदेशवासियों से अपील की कि सभी लोग अच्छी सरकार और मजबूत सरकार बनाने के लिए बढ़ चढ़कर लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लें।
उन्होंने कहा, मतदान सबसे बड़ा दान है जो आपको और देश को मजबूत बनाता है।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 19 अप्रैल । यूपी में लोकसभा की आठ सीटों पर शुक्रवार को पहले चरण की वोटिंग चल रही है। पहले फेज में सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। इस दौरान कई दिग्गजों ने मतदान किया।
केंद्रीय मंत्री और मुजफ्फरनगर से भाजपा उम्मीदवार संजीव बालियान और उनकी पत्नी सुनीता बालियान ने कुटबी कुटबा में एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला। यहां उनका मुकाबला सपा के हरेंद्र सिंह मलिक और बसपा के दारा सिंह प्रजापति से है।
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी और उनकी पत्नी सीमा नकवी ने रामपुर के शंकरपुर दनियापुर में मतदान किया।
सहारनपुर से भाजपा उम्मीदवार राघव लखनपाल ने मतदान किया और कहा कि सहारनपुर में विकास के कई प्रोजेक्ट आए हैं। मोदी जी के चेहरे और विकास पर चुनाव हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे बड़े अंतर से जीतेंगे। कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद के जीत के दावे पर सपा-कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी ने कहा कि 4 जून का इंतजार कीजिए। उनकी लड़ाई किसी से नहीं है और वे जीत रहे हैं।
वहीं नगीना सीट से आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी चंद्रशेखर आज़ाद ने सरकारी सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए। चंद्रशेखर ने कहा कि 10 से ज्यादा मशीनें खराब हैं। बूथ पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी सही तरीके से नहीं लगाए गए हैं।
पीलीभीत में जीजीआईसी मतदान केंद्र पर पहुंचे भाजपा प्रत्याशी जितिन प्रसाद ने चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। एजेंट को मतदान केंद्र के अंदर न जाने देने का आरोप लगाया।
(आईएएनएस)
पटना, 19 अप्रैल । बिहार में शुक्रवार को पहले चरण में चार लोकसभा सीटों औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई में मतदान जारी है। इस बीच, बिहार भाजपा अध्यक्ष और राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अपने गांव पहुंचकर मतदान किया।
उपमुख्यमंत्री चौधरी जमुई लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत अपने गृह क्षेत्र तारापुर के लखनपुर गांव पहुंचे और अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मतदान के बाद उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की जड़ें मजबूत और जीवंत रहे, इसलिए मतदान जरूरी है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने सभी मतदाताओं से लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने का आग्रह किया।
उल्लेखनीय है कि जमुई क्षेत्र से एनडीए के प्रत्याशी लोजपा (रामविलास) के नेता अरुण भारती का मुख्य मुकाबला महागठबंधन की प्रत्याशी राजद की अर्चना रविदास से है।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 19 अप्रैल । पश्चिम बंगाल में तीन लोकसभा सीटों के लिए शुक्रवार को पहले दो घंटों में मतदान के दौरान कूचबिहार लोकसभा क्षेत्र में हिंसा की घटनाएं देखी गई।
जलपाईगुड़ी लोकसभा क्षेत्र से भी हिंसा के कुछ मामले सामने आए हैं। हालांकि, अलीपुरदुआर से चुनाव संबंधी हिंसा की कोई रिपोर्ट नहीं है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय के रिकॉर्ड के अनुसार, सुबह 9 बजे तक मतदान प्रतिशत 15.09 था।
सबसे अधिक मतदान प्रतिशत अलीपुरदुआर में 15.91 प्रतिशत दर्ज किया गया, इसके बाद कूच बिहार में 15.26 प्रतिशत और जलपाईगुड़ी में 14.13 प्रतिशत मतदान हुआ।
हिंसा की सबसे ज्यादा खबरें कूचबिहार के चंदामारी इलाके से सामने आई हैं। भाजपा के बूथ अध्यक्ष लोब सरकार पर हमले को लेकर तनाव बढ़ गया। उन्हें सिर में गंभीर चोट लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसी तरह, भाजपा और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच पथराव के बाद एक तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता को भी सिर में गंभीर चोटें आईं।
राजाखोरा क्षेत्र और कूचबिहार में इसी तरह का तनाव है। इस क्षेत्र में सत्तारूढ़ और विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हमले और जवाबी हमले हुए, जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस और भाजपा दोनों के कार्यालयों में तोड़फोड़ की गई।
ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि कूचबिहार के सीतलकुची में तृणमूल कांग्रेस के एक अस्थायी पार्टी कार्यालय को कथित तौर पर स्थानीय भाजपा समर्थकों ने जला दिया।
इसी तरह, जलपाईगुड़ी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत डाबग्राम-फुलबारी क्षेत्र में उस समय तनाव फैल गया जब भाजपा के एक बूथ कार्यालय को कथित तौर पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया।
(आईएएनएस)
जयपुर, 19 अप्रैल । राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा शुक्रवार को जयपुर के नवोदय महिला शिक्षा प्रशिक्षण महाविद्यालय जगतपुरा में मतदान करने पहुंचे और उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान विश्वास जताया कि इस बार भी बीजेपी इस सीट पर जीत का परचम लहराएगी।
वह अपने पत्नी और बेटे के साथ मतदान करने पहुंचे। मतदान के बाद उन्होंने अपनी पत्नी और बेटे के साथ सेल्फी ली। सेल्फी में उन्होंने अपनी उंगली में लगे निशान भी दिखाए, जो कि मतदान करने के बाद लगाया जाता है।
उन्होंने कहा, "हम इस बार भी 2014 और 2019 की तरह की जीत का पताका फहराने जा रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि हम सभी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामों पर मोहर लगाने की जरूरत है।
मतदान करने के बाद मुख्यमंत्री गोविंद देव मंदिर पहुंचे। इसके बाद सीएमएस अस्पताल में भर्ती अपनी मां की सुध लेने भी पहुंचे।
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लखनऊ, 18 अप्रैल । रामनवमी के मौके पर राम मंदिर को लेकर सपा सांसद रामगोपाल यादव के बयान के बाद यूपी की सियासत गर्मा गयी है। उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने करारा हमला बोलते हुए कहा कि मुस्लिम वोटों के लालच में सपा किसी भी हद तक गिर सकती है।
उन्होंने कहा कि रामगोपाल यादव प्रोफेसर होकर इस प्रकार की नफरती और विभाजनकारी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। इस तरह के बयान उनकी डिग्री पर सवालिया निशान खड़े करते हैं। इसी विकृत सोच ने सैकड़ों निर्दोष रामभक्तों पर गोलियां चलवाने का महापाप किया था। सनातन आस्था के प्राण पुरुष प्रभु श्रीराम के बारे में ऐसे ओछे बयान इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि समाजवादी पार्टी मुस्लिम वोटों के लालच में किसी भी हद तक गिर सकती है।
उन्होंने कहा कि वोट बैंक को पोषित करने के लिए हिंदू आस्था और श्रद्धा को पाखंड कहना समाजवादी पार्टी की निकृष्टता और पतन की पराकाष्ठा है। जनता इस चुनाव में हिंदू विरोधी आसुरी शक्तियों को जमींदोज कर देगी। रामद्रोही समाजवादी पार्टी का नामोनिशान भी नहीं मिलेगा। उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर सपा का सूपड़ा साफ होना तय है।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद पहली रामनवमी पर सपा सांसद रामगोपाल यादव का एक बयान इन दिनों चर्चा के केंद्र में है। भाजपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा था कि रामनवमी हमेशा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती रही है। रामनवमी को कुछ लोगों ने पेटेंट करा लिया है। जिसके बाद भाजपा उन पर हमलावर है।
(आईएएनएस)