राष्ट्रीय
दिल्ली, 10 अप्रैल। दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) को बुधवार को बड़ा झटका लगा। दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राजकुमार आनंद ने कहा कि जिस प्रकार से आम आदमी पार्टी ने लोगों से वादा किया था, उस वादे को पूरा नहीं किया गया। आम आदमी पार्टी असल मुद्दों से भटक चुकी है।
राजकुमार आनंद ने आगे कहा कि मैं आज से आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं इन भ्रष्टाचारियों के साथ अपना नाम नहीं जुड़वाना चाहता। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर से मैंने जीवन मंत्र लिया है। उसी वजह से मैं व्यापारी होते हुए भी एनजीओ में आया, एमएलए बना, जनप्रतिनिधि बना, मंत्री बनकर लोगों की सेवा में आया। मैं आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ा हुआ, जो बाबा साहब के आदर्शों पर चलने की बात करते थे।
उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहब का फोटो हर प्रेस कॉन्फ्रेंस, हर सरकारी दफ्तर पर लगती है, लेकिन, जब बाबा साहेब के विचारों पर काम नहीं किया जा रहा। रिजर्वेशन संवैधानिक मजबूरी है, हमारे यहां पर 13 राज्यसभा सांसद हैं। आम आदमी पार्टी का उनमें से एक भी दलित या पिछड़ा या महिला कोई भी राज्यसभा सांसद नहीं है। जब रिजर्वेशन की बात आती है तो यह पार्टी चुप्पी साध लेती है।
राजकुमार आनंद ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले दिनों विधानसभा में बहुत सारे लोगों की भर्ती की गई, जिनकी दो-दो लाख रुपये सैलरी थी और उसमें दलितों को कोई भी जगह नहीं दी गई। इस बात से मुझे बहुत नाराजगी हुई और मैं यहां पर खुलकर काम नहीं कर सकता। मैं एससी/एसटी का मंत्री होने के नाते पार्टी में कुछ काम नहीं कर पा रहा और मैं अब भ्रष्टाचारियों के साथ काम करना नहीं चाहता, इसलिए मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
उन्होंने कहा कि इस पार्टी में दलित विधायक पार्षद और मंत्री का कोई सम्मान नहीं किया जा रहा है। अभी जो नेता हैं, उनमें कोई भी दलित नहीं है। संगठन में कोई भी दलित नेता नहीं है। किसी राज्य का प्रभारी भी दलित नहीं बनाया गया है, ऐसे हालात में दलित वर्ग ठगा हुआ महसूस कर रहा है। उनमें से मैं एक मंत्री हूं, जो मैं किसी ऊंची जाति का विरोध नहीं कर रहा हूं, लेकिन हम सब का अधिकार है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 10 अप्रैल। लोकसभा चुनाव के बीच कच्चातिवु द्वीप को लेकर सियासी तापमान बढ़ा हुआ है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के कच्चातिवु द्वीप को लेकर दिए बेतुके बयान पर बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत ने जवाब दिया है।
कंगना रनौत ने कहा कि दिग्विजय सिंह का कच्चातिवु द्वीप पर दिया गया बयान उसी सोच को दर्शाता है और इसी मानसिकता के कारण कांग्रेस सरकार में भारत के दूरस्थ क्षेत्रों का विकास नहीं हो पाया।
दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए सवाल उठाया था कि क्या वहां कच्चातिवु द्वीप पर कोई रहता है? दिग्विजय सिंह के इसी बयान पर कंगना रनौत ने निशाना साधते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "जवाहर लाल नेहरु की अक्साई चीन को बंजर जमीन (जहां घास का एक तिनका भी नहीं उगता है) बताने वाली सोच आज भी कांग्रेस में जीवित है। दिग्विजय सिंह का कच्चातिवु द्वीप को लेकर दिया गया बयान उसी सोच को दर्शाता है। इसी मानसिकता के कारण कांग्रेस शासन में भारत के दूरस्थ क्षेत्रों में विकास नहीं हो पाया।"
कंगना रनौत ने आगे लिखा, "लेकिन, यह नया भारत है, यहां देश के सबसे ऊंचे पोलिंग स्टेशन 'ताशीगंग' तक नल से जल पहुंच रहा है, हिमाचल प्रदेश के 'कॉमिक' जैसे ऊंचे गांवों तक बेहतर सड़क कनेक्टिविटी और बिजली से हर घर रोशन है। देश की भौगोलिक अखंडता के साथ कोई समझौता नहीं किया जायेगा, और ऐसी सोच रखने वालों को देश जवाब जरूर देगा।''
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के वेल्लोर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस और डीएमके पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि कच्चातिवु द्वीप की उपेक्षा कांग्रेस की एक बड़ी भूल थी, जिससे तमिलनाडु में मछुआरों का जीवन हमेशा के लिए खतरे में पड़ गया। पीएम मोदी के बयान पर जब दिग्विजय सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि क्या उस द्वीप पर कोई रहता है?
(आईएएनएस)
पटना, 10 अप्रैल । भोजपुरी सिनेमा के चर्चित अभिनेता पवन सिंह बिहार के काराकाट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। इसकी जानकारी बुधवार को पवन सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए सार्वजनिक की।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "माता गुरुतरा भूमेरू" अर्थात माता इस भूमि से कहीं अधिक भारी होती हैं और मैंने अपनी मां से वादा किया था कि मैं इस बार चुनाव लड़ूंगा। मैंने निश्चय किया है कि मैं 2024 का लोकसभा चुनाव काराकाट, बिहार से लड़ूंगा। जय माता दी।"
पवन सिंह किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे, इसकी जानकारी उन्होंने नहीं दी है। माना जाता है कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं।
एनडीए ने काराकाट से राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया है।
महागठबंधन की ओर से भाकपा माले ने राजराम को प्रत्याशी घोषित किया है। इससे पहले भाजपा ने पवन सिंह को पश्चिम बंगाल के आसनसोल से प्रत्याशी बनाया था, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 10 अप्रैल । आम आदमी पार्टी (आप) को दिल्ली में एक बड़ा झटका लगा है। मंत्री राजकुमार आनंद ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने इस बात की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से आम आदमी पार्टी ने लोगों से वादा किया था, उस वादे पर कोई काम नहीं किया है। आम आदमी पार्टी असल मुद्दों से भटक चुकी है।
उन्होंने आप से इस्तीफा देते हुए बोला, "मैं राजनीति में मंत्री बना, विधायक बना, जो भी बना बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की वजह से बना। दलितों के लिए काम करने से जो पार्टी पीछे हटती है, वहां मेरे लिए रहना ठीक नहीं।"
बता दें कि राजकुमार आनंद भी शराब नीति मामले में जांच के रडार पर हैं। उनके घर ईडी की छापेमारी हो चुकी है। लेकिन छापेमारी किस सिलसिले में हुई थी, इसके बारे में पता नहीं चल पाया है।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 10 अप्रैल । कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में जमीन हथियाने और जबरन वसूली मामलों की अदालत की निगरानी में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने का आदेश दिया।
संदेशखाली में अवैध भूमि कब्जाने और जबरन वसूली के संबंध में कलकत्ता उच्च न्यायालय में कुल पांच जनहित याचिकाएं दायर की गई हैं। इन सबमें मुख्य आरोपी अब निलंबित स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के नेतृत्व में सत्तारूढ़ दल के नेताओं का एक वर्ग है।
मुख्य न्यायाधीश टी.एस. शिवगणनम और न्यायमूर्ति हिरण्मय भट्टाचार्य की खंडपीठ ने सीबीआई को निर्देश दिया कि वह इस उद्देश्य के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) बनाने के बाद ही मामले की जांच शुरू करे।
पीठ ने यह भी कहा कि मामले में सीबीआई द्वारा पूरी जांच प्रक्रिया की निगरानी अदालत द्वारा की जाएगी। केंद्रीय एजेंसी को इस मामले में अदालत को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का भी निर्देश दिया गया, जिसके बाद अदालत अगली कार्रवाई पर फैसला करेगी।
खंडपीठ ने सीबीआई को एक अलग पोर्टल और ईमेल बनाने का भी निर्देश दिया, जिसके माध्यम से संदेशखाली में पीड़ित लोग अवैध भूमि कब्जा और जबरन वसूली से संबंधित अपनी शिकायतें दर्ज करा सकें।
खंडपीठ ने जनहित याचिका में सभी पक्षों को अगले 15 दिन के भीतर सभी शिकायतें सीबीआई में दर्ज कराने का भी निर्देश दिया।
केंद्रीय एजेंसी को शिकायतकर्ताओं की पहचान के संबंध में पूर्ण गोपनीयता बनाए रखने का निर्देश देते हुए, खंडपीठ ने यह भी कहा कि अदालत को यकीन है कि निष्पक्ष जांच की जाएगी।
पीठ ने जिला मजिस्ट्रेट और जिला पुलिस अधीक्षक सहित उत्तर 24 परगना के जिला प्रशासन को संदेशखाली में संवेदनशील इलाकों की पहचान करने और सीसीटीवी लगाने का निर्देश दिया। अदालत ने जिला प्रशासन को संदेशखाली की सड़कों पर रौशनी की समुचित व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया।
मामले पर अगली सुनवाई 2 मई को होनी है।
(आईएएनएस)
हरिद्वार, 10 अप्रैल। उत्तराखंड की हरिद्वार हॉटसीट है। जहां चुनाव प्रचार, जनसंपर्क अभियान और जनसभाओं के साथ-साथ आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी देखने को मिल रहा है।
हरिद्वार सीट पर इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है। इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने चुनाव प्रचार में युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं। वह जनता-जनार्दन के बीच जाकर जनसंपर्क कर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं।
नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने की अपील करते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि रोजाना बढ़ता जनाधार इस चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत का आधार है।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि गरीब कल्याण की दिशा में मोदी सरकार की ओर से किए गए काम से हर वर्ग, हर समुदाय का सपना साकार हुआ है। यहां मौजूद उत्साहित लोगों के चेहरे के भाव बता रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी फिर आएंगे और डंके की चोट पर आएंगे।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 10 अप्रैल। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कच्चातिवु द्वीप को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि आज फिर से एक बार कांग्रेस पार्टी ने यह दिखाया है कि वह कैसे देश की भूमि को परिवार की जायदाद समझती है।
पूनावाला ने दिग्विजय सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस ने हमेशा 'नेशन फर्स्ट' की बजाय 'फैमिली फर्स्ट' को प्राथमिकता दी है और दिग्विजय सिंह का बयान जवाहरलाल नेहरु की मानसिकता का परिचायक है।
उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ने कच्चातिवु द्वीप को श्रीलंका को देने को इस आधार पर जायज ठहराया है कि उस द्वीप पर कोई रहता नहीं है। उन्होंने कहा कि नेहरु की इसी मानसिकता के कारण भारत की हजारों किलोमीटर भूमि चाहे, वह अक्साई चीन हो या पीओके हो या अन्य इलाके की जमीन, दुश्मनों को दे दी गई।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि नेहरु से जब अक्साई चीन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वहां घास का तिनका भी नहीं उगता और उन्हीं नेहरु ने कच्चातिवु द्वीप को लेकर यह कहा था कि इस द्वीप का कोई महत्व नहीं है और इसे श्रीलंका को दे देना चाहिए। जबकि, लीगल और हिस्टोरिकल ओपिनियन इसके खिलाफ थे।
उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की विभाजनकारी और टुकड़े-टुकड़े मानसिकता है जो इस द्वीप को श्रीलंका को देने को जायज ठहरा रही है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह बड़े अहंकार के साथ कहते हैं कि कच्चातिवु द्वीप पर कोई रहता है क्या? जबकि, यह द्वीप भारत का अभिन्न अंग था और तमिलनाडु के मछुआरों के लिए बहुत जरूरी है। इसे श्रीलंका को देने का खामियाजा तमिलनाडु के मछुआरे आज तक भुगत रहे हैं। उनके जीवन और जीविका, दोनों पर बड़ा खतरा मंडराता रहता है।
शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी की सरकार ने 1974 में इस द्वीप को श्रीलंका को देने का काम किया और उस समय की डीएमके सरकार ने भी इसमें अहम किरदार निभाया। षड्यंत्र करके कांग्रेस ने हमारे टापू को श्रीलंका को देने का काम किया और उस समय की करुणानिधि की डीएमके सरकार ने इसको छुपाने का काम किया।
(आईएएनएस)
दिल्ली, 10 अप्रैल । दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) को बुधवार को बड़ा झटका लगा। दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राजकुमार आनंद ने कहा कि जिस प्रकार से आम आदमी पार्टी ने लोगों से वादा किया था, उस वादे को पूरा नहीं किया गया। आम आदमी पार्टी असल मुद्दों से भटक चुकी है।
राजकुमार आनंद ने आगे कहा कि मैं आज से आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं इन भ्रष्टाचारियों के साथ अपना नाम नहीं जुड़वाना चाहता। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर से मैंने जीवन मंत्र लिया है। उसी वजह से मैं व्यापारी होते हुए भी एनजीओ में आया, एमएलए बना, जनप्रतिनिधि बना, मंत्री बनकर लोगों की सेवा में आया। मैं आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ा हुआ, जो बाबा साहब के आदर्शों पर चलने की बात करते थे।
उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहब का फोटो हर प्रेस कॉन्फ्रेंस, हर सरकारी दफ्तर पर लगती है, लेकिन, जब बाबा साहेब के विचारों पर काम नहीं किया जा रहा। रिजर्वेशन संवैधानिक मजबूरी है, हमारे यहां पर 13 राज्यसभा सांसद हैं। आम आदमी पार्टी का उनमें से एक भी दलित या पिछड़ा या महिला कोई भी राज्यसभा सांसद नहीं है। जब रिजर्वेशन की बात आती है तो यह पार्टी चुप्पी साध लेती है।
राजकुमार आनंद ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले दिनों विधानसभा में बहुत सारे लोगों की भर्ती की गई, जिनकी दो-दो लाख रुपये सैलरी थी और उसमें दलितों को कोई भी जगह नहीं दी गई। इस बात से मुझे बहुत नाराजगी हुई और मैं यहां पर खुलकर काम नहीं कर सकता। मैं एससी/एसटी का मंत्री होने के नाते पार्टी में कुछ काम नहीं कर पा रहा और मैं अब भ्रष्टाचारियों के साथ काम करना नहीं चाहता, इसलिए मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
उन्होंने कहा कि इस पार्टी में दलित विधायक पार्षद और मंत्री का कोई सम्मान नहीं किया जा रहा है। अभी जो नेता हैं, उनमें कोई भी दलित नहीं है। संगठन में कोई भी दलित नेता नहीं है। किसी राज्य का प्रभारी भी दलित नहीं बनाया गया है, ऐसे हालात में दलित वर्ग ठगा हुआ महसूस कर रहा है। उनमें से मैं एक मंत्री हूं, जो मैं किसी ऊंची जाति का विरोध नहीं कर रहा हूं, लेकिन हम सब का अधिकार है।
(आईएएनएस)
भुवनेश्वर, 10 अप्रैल भारत में संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी शोम्बी शार्प ने यहां नवीन निवास में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की और आपदा प्रबंधन, खाद्य सुरक्षा, 5टी मॉडल, मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) और मोटा अनाज मिशन को लेकर ओडिशा सरकार की पहल की सराहना की है।
भारत में संयुक्त राष्ट्र के रेजीडेंट कोर्डिनेटर (आरसीओ) शोम्बी शार्प ने ओडिशा की यात्रा के दौरान राज्य के विकास पथ और संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के साथ इसके सहयोग को लेकर चर्चा की और उनकी उपयोगी साझेदारी पर गौर किया।
उन्होंने एचडीआई सूचकांक में वृद्धि और आपदा प्रबंधन प्रयासों में ओडिशा के विकास को सराहा।
शार्प ने चक्रवात फैलिन और चक्रवात फानी से निपटने के लिए ओडिशा सरकार द्वारा किये गये प्रयासों की भी सरहाना की। इसे देश-विदेश में भी सराहना मिली थी।
राज्य सरकार के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा, ''आज ओडिशा आपदा प्रबंधन में अग्रणी राज्य के रूप में पहचाना जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने 2013 में आये चक्रवात फैलिन से निपटने के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को 2019 में सम्मानित किया था। न्यूयॉर्क टाइम्स ने राज्य के चक्रवात फानी से निपटने को लेकर पहले पन्ने पर एक लेख प्रकाशित कर इससे सभी देशों की सीखने के लिए कहा था।
उन्होंने राज्य सरकार के बाजरा मिशन को भारत और दुनिया के लिए एक मॉडल बताते हुए खाद्य सुरक्षा में ओडिशा की उपलब्धियों की भी सराहना की।
शार्प ने ओडिशा सरकार द्वारा गरीबों के विकास के लिए किये जा रहे कार्यों की भी सराहना की । (भाषा)
नयी दिल्ली, 10 अप्रैल 'दिल्ली आबकारी नीति घोटाले' से जुड़े धनशोधन मामले में तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके अनुरोध पर जेल नियमों की एक प्रति उपलब्ध कराई गई। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
तिहाड़ जेल के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि कोई भी बंदी जेल के पुस्तकालय में उपलब्ध किसी भी किताब को पढ़ सकता है।
अदालत द्वारा एक अप्रैल, 2024 को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद से केजरीवाल तिहाड़ की जेल नंबर दो में बंद हैं।
जेल भेजे जाने के बाद केजरीवाल ने जेल अधिकारियों से तीन किताबों- रामायण, महाभारत, और "हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड" की मांग की थी।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उस याचिका को मंगलवार को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी थी।
उच्च न्यायालय ने केजरीवाल की याचिका को खारिज करते हुए कहा था कि उनकी गिरफ्तारी से किसी भी तरह कानूनी प्रावधानों का उल्लंघन नहीं हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, केजरीवाल और तिहाड़ जेल में बंद आम आदमी पार्टी (आप) के अन्य नेताओं को भी उनकी कोठरियों में मच्छरदानी उपलब्ध कराई गई है।
एक अधिकारी ने कहा कि प्रावधानों के अनुसार, बंदियों को उनकी जेल में मच्छरदानी प्रदान की जा सकती है।
आप नेता मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन तिहाड़ जेल की जेल संख्या एक और सात में बंद हैं। जहां, सिसोदिया को आबकारी नीति मे हुए कथित घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया गया है वहीं, जैन को ईडी ने धनशोधन से जुड़े एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया है।
सूत्रों ने बताया कि जेल में केजरीवाल को अक्सर कुर्सी पर बैठकर किताबें पढ़ते और लिखते हुए देखा जाता है। वह जेल नियमों का भी अध्ययन करते हैं।
एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि मुख्यमंत्री को जेल में एक टीवी भी उपलब्ध कराया गया है, जिसमें 20 चैनल हैं, लेकिन वह इसमें दिलचस्पी नहीं लेते है। वह अपना ज्यादातर समय पढ़ने, ध्यान और योग करने में बिताते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, केजरीवाल की कोठरी में दो सीसीटीवी कैमरे लगे होने से जेल अधिकारी 24 घंटे उन पर नजर रख सकते हैं।
ईडी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल पर आबकारी नीति घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता, नीति का मसौदा तैयार करने और उसे लागू करने, रिश्वत लेने, दलालों को लाभ पहुंचाने और अंत में घोटाले से मिली आय का कुछ हिस्सा गोवा विधानसभा चुनाव के प्रचार में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। (भाषा)
लखनऊ, 10 अप्रैल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को उत्तर प्रदेश की सात और लोकसभा सीट के लिए अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए।
पार्टी ने इलाहाबाद से वर्तमान सांसद रीता बहुगुणा जोशी का टिकट काट दिया है, जबकि बलिया से पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर को उम्मीदवार बनाया है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह द्वारा जारी की गई सूची के मुताबिक इलाहाबाद लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद रीता बहुगुणा जोशी के स्थान पर नीरज त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया गया। इसके अलावा मैनपुरी सीट पर जयवीर सिंह ठाकुर को भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा गया है।
बलिया सीट से मौजूदा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के स्थान पर पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर को भाजपा का उम्मीदवार बनाया गया। गाज़ीपुर सीट से पारसनाथ राय को पार्टी का टिकट दिया गया है।
कौशांबी सीट से मौजूदा सांसद विनोद कुमार सोनकर, मछली शहर से वर्तमान सांसद बीपी सरोज और फूलपुर से प्रवीण पटेल को उम्मीदवार बनाया गया है। (भाषा)
जमशेदपुर, 10 अप्रैल झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में बुधवार को मिट्टी की खदान धंसने से तीन आदिवासी महिलाएं जिंदा दफन हो गईं जबकि पांच अन्य घायल हुई हैं। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
सर्किल इंस्पेक्टर अनिल कुमार नायक ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि महिलाएं बहरागोड़ा पुलिस थाना क्षेत्र के मटियाना गांव स्थित अपने कच्चे मकानों की लिपाई के लिए मिट्टी खोद रही थीं तभी मिट्टी की खदान धंस गई और तीन महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि हादसे में पांच अन्य घायल हुई हैं जिन्हें नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के स्थानीय विधायक समीर मोहंती ने कहा कि घायलों को जमशेदपुर स्थित एमजीएम अस्पताल स्थानांतरित करने की व्यवस्था की जा रही है।
झामुमो नेता ने कहा कि उन्होंने मामले की जानकारी राज्य के स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता को दे दी है और उनसे मृतकों के परिवारों के लिए पर्याप्त मुआवजा मुहैया कराने का अनुरोध किया है। (भाषा)
गुना (मध्य प्रदेश), 10 अप्रैल मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक प्रशिक्षु पायलट द्वारा चलायी जा रही कार की चपेट में आने से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक स्थानीय पदाधिकारी और एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई।
पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि यह घटना मंगलवार रात करीब साढ़े 11 बजे कोतवाली थाना क्षेत्र में न्यू सिटी कॉलोनी के पास मुख्य सड़क पर हुई तथा मृतकों की पहचान जिला भाजपा सचिव आनंद रघुवंशी (मगराना) और मोहनपुर गांव की सरपंच के पति कमलेश यादव के रूप में हुई है। उनके अनुसार इस हादसे में एक व्यक्ति घायल भी हुआ है।
घटना के बाद, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना लोकसभा क्षेत्र में अपने सभी राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए। सिंधिया गुना-शिवपुरी संसदीय सीट से भाजपा उम्मीदवार के रूप में आगामी चुनाव लड़ रहे हैं।
कोतवाली थाने के प्रभारी अनूप भार्गव ने बताया कि घटना के वक्त रघुवंशी और यादव स्कूटर पर सड़क किनारे इंतजार कर रहे थे, जबकि घायल हुए सरपंच संघ के अध्यक्ष मनोज धाकड़ उनसे मिलने आ रहे थे।
उन्होंने कहा, "एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी, जिसमें यादव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि रघुवंशी ने भोपाल के एक अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।"
उन्होंने बताया कि धाकड़ को इलाज के लिए इंदौर रेफर किया गया है।
भार्गव ने कहा, "कार को प्रशिक्षु पायलट सौरभ यादव चला रहे थे, जो नोएडा के रहने वाले हैं।"
उन्होंने बताया कि सौरभ के साथ हैदराबाद का एक अन्य प्रशिक्षु पायलट आभास भी था। उन्होंने बताया कि वे दोनों एक स्थानीय विमानन अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
उन्होंने बताया कि टक्कर के कारण स्कूटर पूरी तरह नष्ट हो गया।
उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और कार जब्त कर ली गई।
इस बीच, सिंधिया ने कहा कि घटना की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिये हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा, "मुझे मेरे गुना परिवार के दो करीबी सदस्यों, आनंद रघुवंशी (मगराना) जी और कमलेश यादव जी के एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में आकस्मिक निधन की हृदय विदारक खबर मिली। मैं दुखी हूं। मैं उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए आज अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर रहा हूं। संकट की इस घड़ी में मैं एक बेटे की तरह उनके परिवारों के साथ मजबूती से खड़ा हूं।” (भाषा)
मुंबई, 10 अप्रैल मुंबई में खचाखच भरी उपनगरीय ट्रेन में योग शिक्षिका से छेड़छाड़ के आरोप में 28 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि घटना मंगलवार रात करीब आठ बजे हुई जब महिला अपने पुरुष मित्र के साथ बांद्रा से गोरेगांव के बीच यात्रा कर रही थी।
शिकायतकर्ता और उसका दोस्त बांद्रा स्टेशन पर एक लोकल ट्रेन के जनरल डिब्बे में चढ़ गए।
अधिकारी ने बताया कि जैसे ही ट्रेन चलने लगी, भीड़ का फायदा उठाते हुए आरोपी प्रवण विश्वकर्मा ने महिला को कथित तौर पर गलत तरीके से छुआ।
अधिकारी ने कहा कि महिला चिल्लाई और अपने पुरुष मित्र को आरोपी के आचरण के बारे में बताया।
उन्होंने बताया कि सह यात्रियों ने जोगेश्वरी के निवासी विश्वकर्मा की पिटाई की और उसे रेलवे पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
अधिकारी ने कहा कि विश्वकर्मा को अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे जमानत दे दी। (भाषा)
बेंगलुरु, 10 अप्रैल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने बुधवार को कहा कि पार्टी ने उन्हें सबकुछ दिया और चुनावी राजनीति छोड़ने को लेकर उन्हें कोई अफसोस नहीं है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री आगामी लोकसभा चुनाव में चिकबल्लापुर सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, लेकिन उन्हें टिकट देने से इनकार कर दिया गया। इस सीट से उन्होंने वर्ष 2009 और 2014 के संसदीय चुनावों में जीत हासिल की थी, लेकिन 2019 में हार गए थे।
मोइली (84) ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए (चुनावी राजनीति से) संन्यास लेने का एक अच्छा बहाना था।’’
उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने इस बात की तरफ इंगित किया कि एम. मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी जैसे उनके समान वरिष्ठ नेता भी इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, तो उन्होंने इसके प्रति सहमति जताते हुए लोकसभा सीट पर अपना दावा छोड़ने की बात उनसे कही।
मोइली ने चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा के एक दिन बाद यहां ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैं इस बार चिकबल्लापुर में फिर से जीत जाता।’’
उन्होंने रेखांकित किया कि वह टिकट नहीं देने के पार्टी के कदम से निराश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह हमेशा आलाकमान के फैसलों का पालन करते हैं।
मोइली ने कहा, ‘‘मैं लोगों को यह नहीं दिखाना चाहता कि मैं सत्ता या पद का लालची हूं। मैं पार्टी के लिए काम करना जारी रखूंगा। मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैं पार्टी के लिए काम करना और उसकी सेवा करना जारी रखूंगा।’’
उन्होंने विधानसभा चुनाव में छह बार जीत दर्ज करने को याद करते हुए कहा कि उन्हें मंत्री बनाया गया और अहम विभाग सौंपे गये तथा बाद में वह मुख्यमंत्री भी बने।
मोइली ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दूसरे कार्यकाल में उन्हें मंत्री बनाया गया और उन्हें छह विभाग संभालने का अवसर मिला।
मोइली ने इसके पहले असम, अविभाजित आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल समेत अन्य राज्यों में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के प्रभारी के रूप में भी कार्य किया।
मोइली ने कहा, ‘‘मैंने सभी पदों पर काम किया। पार्टी ने मुझे सब कुछ दिया। मैं खुशी के साथ चुनावी राजनीति छोड़ रहा हूं। मुझे किसी तरह का कोई अफसोस नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि अहम पदों पर बिठाने और पार्टी मामलों में उन्हें विश्वास में लेने के लिए वह सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, दिवंगत राजीव गांधी और दिवंगत इंदिरा गांधी के प्रति सदैव आभारी रहेंगे।
मोइली ने कहा कि वह चिकबल्लापुर, उडुपी-चिकमगलूर और दक्षिण कन्नड़ लोकसभा क्षेत्रों समेत उन सभी सीट पर पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे, जहां पार्टी उनसे कहेगी। (भाषा)
वृंदावन, 10 अप्रैल‘‘मेरी उम्र अब अस्सी साल हो गई है । इतने साल बहुत कोशिश की लेकिन अब इस उम्र में मतदाता के रूप में पहचान पाकर भी क्या करूंगी? दर- दर भटकने से अच्छा है कि आखिरी समय शांति से प्रभु के भजन में बिता दूं।’’ यह कहना है वृंदावन में एक मंदिर में भजन के लिये अपनी बारी का इंतजार कर रही अनिता दास का।
कोलकाता से 17 साल पहले पति के निधन के बाद वृंदावन आई दास की तरह की हजारों विधवायें ऐसी हैं जिन्हें परिवार ने ठुकरा दिया, समाज ने भी जगह नहीं दी और मतदाता पहचान पत्र नहीं होने के कारण अब लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व चुनाव में भी उनकी सहभागिता नहीं है।
मथुरा लोकसभा क्षेत्र में वृंदावन, राधाकुंड और गोवर्धन की तंग गलियों में कहीं भीख मांगती, कहीं तपती धूप में भंडारे की कतार में खड़ी तो कहीं मात्र दस रूपये के लिये चार घंटे भजन गाने के लिये अपनी बारी का इंतजार करती सफेद साड़ी में लिपटी ये महिलायें किसी राजनीतिक दल का वोट बैंक नहीं हैं। लिहाजा राजनीतिक उदासीनता ही इनकी नियति है ।
मथुरा के 18 लाख से अधिक मतदाताओं में इनकी संख्या एक प्रतिशत भी नहीं है। परिवार छोड़ा तो पहचान भी ये वहीं छोड़ आईं । आश्रमों में रहने वाली इन महिलाओं में से नाममात्र के पास मतदाता के रूप में पहचान पत्र है लेकिन उम्र के आखिरी पड़ाव पर खड़ी इन अधिकांश महिलाओं का नाम किसी मतदाता सूची में दर्ज नहीं है।
दास ने कहा,‘‘ मुझे पता है कि चुनाव हो रहे हैं। बंगाल की हालत भी गंभीर है लेकिन मैं यहां शांति से रहना चाहती हूं। ना तो वोट डालने में रूचि रह गई है और ना ही वोटर आईडी बनवाने में।’’
वहीं पति के निधन के बाद बहू की कथित प्रताड़ना से तंग आकर 15 साल पहले यहां आई महानंदा अपनी स्मृति पर जोर डालने की कोशिश करते हुए कहती हैं,‘‘ शायद दस साल पहले वोट डाला था। मेरे पास आधार कार्ड है लेकिन वोटर आई डी नहीं है और बनवाने के लिये अब इधर किसको बोलूं?’’
लेकिन 67 साल की गायत्री मुखर्जी को इसका मलाल है कि वह देश की नागरिक तो हैं लेकिन मतदाता नहीं।
पति के न रहने के बाद इकलौती बेटी को कैंसर से खोने के कारण बेसहारा हुई मुखर्जी इलाज के लिये लिया गया कर्जा चुकाकर वृंदावन आई थीं।
उन्होंने कहा,‘‘ पहले मैं किराये से रहती थी लेकिन हमेशा डर रहता था कि पास में थोड़ा बहुत जो भी सामान है, चोरी न हो जाये। इसके अलावा कदम- कदम पर अपमान होता था सो अलग। मेरी किस्मत अच्छी थी कि आश्रम में जगह मिल गई।’’
राजनीतिक रूप से काफी जागरूक मुखर्जी ने कहा,‘‘ कोलकाता में मैंने हर चुनाव में मतदान किया। मैं इस देश की नागरिक हूं और मुझे लगता है कि सरकार बनाने में मेरा भी योगदान होना चाहिये। शायद अब यह संभव नहीं तो दुख मनाने से क्या होगा।’’
वैसे तो कभी भी इन महिलाओं की आधिकारिक तौर पर गिनती नहीं की गई लेकिन एक अनुमान के अनुसार करीब 10 हजार से 12 हजार विधवायें वृंदावन में हैं।
पिछले चौदह साल से इन महिलाओं के कल्याण के लिए कार्यरत ‘मैत्री’ विधवा आश्रम की सह संस्थापक और कार्यकारी निदेशक विन्नी सिंह ने कहा,‘‘ आखिरी बार 2007 में इनकी गणना हुई थी जिसके बाद से कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है लेकिन करीब 10 से 12 हजार विधवायें वृंदावन में हैं।’’
उन्होंने कहा,‘‘ इनमें अब सिर्फ बंगाल ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ, मध्यप्रदेश से भी महिलायें आ रही हैं। मुझे रोज 25 से 30 फोन आते हैं। हम 400 महिलाओं की देखभाल कर रहे हैं लेकिन इससे कहीं बड़ा आंकड़ा उनका है जिनके पास छत नहीं है।’’
उन्होंने कहा,‘‘ इनमें से पांच से सात प्रतिशत के पास ही वोटर आईडी होगा। हमने आधार कार्ड बनवाये, बैंक खाते भी कइयों के खुल गए लेकिन वोटर आईडी के लिये सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटकर अब थक गए हैं। किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता कि ये वोट देती हैं या नहीं।’’
अभिनेता आमिर खान के काफी लोकप्रिय रहे शो ‘सत्यमेव जयते’ में विधवाओं की व्यथा रखने वाली सिंह ने कहा,‘‘ अधिकांश को विधवा पेंशन जैसी सरकारी योजनाओं का फायदा नहीं मिल पा रहा है। सिर्फ 300 रूपये महीना पेंशन का प्रावधान है लेकिन दुखद है कि वह भी सभी को मयस्सर नहीं है।’’
कुछ को निजी या सरकारी आश्रमों में जगह मिल गई लेकिन अधिकांश तंग और किराये के गंदे कमरों में रहने को मजबूर हैं। मंदिरों के शहर वृंदावन में भजन गाने के लिये इन्हें टोकन मिलता है और चार घंटे भजन गाकर दस रूपये के साथ चाय और एक समय का खाना। अपनी बारी आने के लिये इन्हें लंबा इंतजार भी करना पड़ता है।
वृंदावन के बीचोंबीच चैतन्य विहार स्थित सरकारी आश्रय सदन को बंद करके इन्हें शहर के बाहरी इलाके में साढे़ तीन एकड़ में फैले एक हजार बिस्तरों वाले कृष्ण कुटीर में भेजा गया लेकिन वहां मुश्किल से 250 महिलायें रहती हैं। अधिकांश महिलायें इसलिये नहीं जाना चाहती कि वे भगवान कृष्ण और वृंदावन से दूर हो जायेंगी।
मथुरा से तीसरी बार चुनाव लड़ रही सांसद हेमा मालिनी ने कहा ,‘‘2018 में इनके लिये कृष्ण कुटीर बनाया गया जहां सारी अत्याधुनिक सुविधायें हैं। लेकिन ये वहां जाना ही नहीं चाहतीं। शायद ये जहां रहती हैं, वहीं खुश हैं। हम भी क्या कर सकते हैं।’’
चुनावी महाकुंभ में इनके लिये किसी के पास कोई वादा नहीं है और ना ही भविष्य में कुछ बदलने का किसी ने सपना दिखाया है । परिवार के साथ समाज और सियासत ने भी इन्हें इनके हाल पर छोड़ दिया है और इन्होंने भी मान लिया है कि बृजभूमि की गलियों में गुमनाम मौत के अलावा इनके मुस्तकबिल में कुछ और है ही नहीं । (भाषा)
इंदौर (मध्यप्रदेश), 10 अप्रैल शारजाह से अंतरराष्ट्रीय उड़ान के जरिये इंदौर पहुंचे एक तस्कर को गिरफ्तार करते हुए उसके कब्जे से करीब पांच किलोग्राम विदेशी सोना जब्त किया गया है। आरोपी करीब तीन करोड़ रुपये के अनुमानित मूल्य के इस सोने को अपने जूतों के तलों और अंत:वस्त्रों में छिपाकर लाया था।
राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) की एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मुखबिर की सूचना पर डीआरआई के अफसरों ने शारजाह की एक हालिया उड़ान से इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे एक यात्री की तलाशी ली। अधिकारी के मुताबिक तलाशी में इस व्यक्ति के कब्जे से 4.94 किलोग्राम विदेशी सोना बरामद किया गया।
उन्होंने बताया कि तस्करी के लिए इस सोने को रासायनिक प्रक्रिया के जरिये पेस्ट में बदल दिया गया था और आरोपी ने कीमती धातु की यह खेप अपने जूतों के तलों और अंत:वस्त्रों में छिपा रखी थी।
अधिकारी ने बताया कि गुजरात के रहने वाले तस्कर को सीमा शुल्क अधिनियम 1962 के तहत गिरफ्तार किया गया है और विस्तृत जांच जारी है। (भाषा)
लखनऊ, 10 अप्रैल समाजवादी पार्टी (सपा) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बुधवार को अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। इस दस्तावेज में जातिवार जनगणना कराने, पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने और किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी देने समेत अनेक वादे किए गए हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेताओं ने यहां पार्टी राज्य मुख्यालय पर दल का चुनाव घोषणा पत्र 'जनता का मांग पत्र, हमारा अधिकार' जारी किया।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) के प्रमुख घटक दल सपा के 20 पन्नों के घोषणा पत्र में इस बार पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) सरकार का आह्वान किया गया है।
सपा अध्यक्ष ने इस मौके पर कहा, "हम अपने इस विजन डॉक्यूमेंट के साथ जनता के बीच जा रहे हैं और हमें उम्मीद है कि जनता समाजवादियों का और गठबंधन का समर्थन करेगी तथा उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक जीत के साथ इंडिया गठबंधन सबसे ज्यादा सीटें जीतेगा।"
घोषणा पत्र में लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर जातिवार जनगणना कराये जाने और इसके आधार पर 2029 तक सबको न्याय और हिस्सेदारी सुनिश्चित करने, वर्ष 2025 तक अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़े वर्ग के सभी सरकारी रिक्त पदों पर भर्ती करने, पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने, निजी क्षेत्र में समाज के सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करने और 2029 तक गरीबी का पूरी तरह से खात्मा करने का वादा किया गया है।
इसके अलावा घोषणा पत्र में सेना में अल्पकालिक भर्ती की अग्निपथ योजना को खत्म कर सशस्त्र बलों में स्थाई भर्ती एक बार फिर शुरू करने, किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी देने, किसानों के कृषि सम्बन्धी कर्ज माफ करने, मुफ्त सिंचाई की सुविधा देने, किसान आयोग का गठन करने और सभी भूमिहीन छोटे और सीमांत किसानों को पांच हज़ार रुपये प्रतिमाह पेंशन देने के वादे किए गए हैं।
घोषणा पत्र में महिला सशक्तिकरण के लिए महिला अपराधों के प्रति ‘कतई बर्दाश्त नहीं’ की नीति अपनाने और देशव्यापी हेल्पलाइन बनाने, परिसीमन का इंतजार किए बगैर दो साल के अंदर संसद और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण सुनिश्चित करने, सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने के वादे भी किए गए हैं।
सपा के घोषणा पत्र में मुफ्त राशन में गेहूं की जगह आटा देने और हर राशन कार्ड धारक परिवार को 500 रुपए का मोबाइल डाटा मुफ्त देने का वादा भी किया गया है।
इसके अलावा निशुल्क शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित करने शिक्षा के लिए बजट को जीडीपी के तीन प्रतिशत से बढ़कर छह प्रतिशत करने तथा सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य के अधिकार की कानूनी गारंटी देने का वादा भी किया गया है।
घोषणा पत्र में केंद्रीय और राज्य की सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों का निजीकरण बंद करने और छंटनी रोकने और ‘स्मार्ट विलेज क्लस्टर डेवलपमेंट अथॉरिटी’ के माध्यम से संचालित होने वाले ‘स्मार्ट विलेज क्लस्टर्स’ को पूरे देश में स्थापित करने के वादे प्रमुख रूप से किए गए हैं।
सपा विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के तहत उत्तर प्रदेश की 80 में से 62 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि कांग्रेस 17 सीटों पर मैदान में है। इसके अलावा भदोही लोकसभा सीट तृणमूल कांग्रेस को दी गई है। (भाषा)
सहारनपुर (उप्र), 10 अप्रैल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतत्व में केंद्र में सरकार बनने के बाद दुनिया भर में भारत का कद ऊंचा हुआ है।
सहारनपुर में भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा में राजनाथ सिंह ने कहा, ''प्रधानमंत्री मोदी के नेतत्व में केंद्र में सरकार बनने के बाद पूरी दुनिया में भारत का कद बढ़ा हैं । पहले जब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत बोलता था तो उसकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाता था । लेकिन आज दुनिया कान खोल कर सुनती हैं कि आखिर भारत बोल क्या रहा हैं । इससे पता चलता हैं कि दुनिया भर में भारत की हैसियत बढ़ी हैं, दुनिया भर में भारत का कद ऊंचा हुआ है ।''
उन्होंने कहा ‘‘देश का रक्षा मंत्री होने की हैसियत से मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हम भारत का मस्तक कभी झुकने नहीं देंगे । भारत अब कमजोर भारत नहीं रहा बल्कि ताकतवर बन गया है ।’’
सिंह ने कहा कि कुछ साल पहले लोगों के बीच यह धारणा थी कि नेता वोट लेने के लिए झूठ बोलते हैं और चले जाते हैं। उन्हें जनता या जनता की परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में राजनेताओं और राजनीतिक दलों के प्रति यही आम धारणा थी।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस धारणा को बदला है और दिखाया है कि राजनीति कैसे की जाती है। उन्होंने कहा ‘‘यह हमारा चरित्र है कि हम जो कहते हैं वह करते हैं।’’
रक्षा मंत्री ने कहा कि अक्सर राजनीतिक दल अपने घोषणा पत्र में बड़े-बड़े वादे करते हैं लेकिन सत्ता में आने के बाद सब भूल जाते हैं । उन्होंने कहा कि राजनीति केवल सरकार बनाने के लिये नहीं, बल्कि देश बनाने के लिए की जानी चाहिए, और भारतीय जनता पार्टी यही काम कर रही है ।
सिंह ने कहा कि हमने राजनीति में विश्वास के संकट पर काबू पा लिया है। उन्होंने कहा ‘‘हमने अनुच्छेद 370 हटाने का वादा किया था और सत्ता में आने के बाद हमने यह किया। हमने तीन तलाक खत्म करने का वादा किया था और संसद में बहुमत मिलने के बाद हमने इसे हटा दिया। हम जो कहते हैं, वह करते हैं।’’
सहारनपुर में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा। (भाषा)
पुणे, 10 अप्रैल महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में बायोगैस के एक गड्ढे में एकत्रित पशु अपशिष्ट के घोल में गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि मृतकों के शव घटना के कुछ घंटे बाद बरामद किए गए।
उन्होंने बताया कि घटना मंगलवार की शाम को नेवासा तहसील के वाकडी गांव में हुई। अधिकारियों ने आधी रात के बाद पांच मृतकों के शव बाहर निकाले।
नेवासा पुलिस थाने के निरीक्षक धनंजय जाधव ने कहा, "हमने बायोगैस के गड्ढे में जानवरों के अपशिष्ट घोल से मृतकों के शव बरामद किए हैं। शवों को बुधवार देर रात करीब 12.30 बजे बाहर निकाला गया और पोस्टमॉर्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया।"
उन्होंने बताया कि एक बिल्ली गड्ढे में गिर गई थी जिसके बाद एक व्यक्ति उसे बचाने के लिए गड्ढे में उतरा लेकिन वह अंदर कीचड़ में फंस गया।
जाधव ने कहा, "उसे बचाने के लिए पांच अन्य लोग एक के बाद एक नीचे उतरे और अंदर फंस गए।"
उन्होंने बताया कि घटना में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि एक को बचा लिया गया, जिसका फिलहाल अस्पताल में इलाज चल रहा है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 10 अप्रैल प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने बुधवार को कहा कि वह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से उनकी गिरफ्तारी को बरकरार रखने के उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में दाखिल याचिका को शीघ्र सूचीबद्ध करने संबंधी अनुरोध पर विचार करेंगे।
प्रधान न्यायाधीश ने केजरीवाल के वकील को ईमेल भेजने को कहा।
इससे पहले केजरीवाल ने उच्च न्यायालय के नौ अप्रैल के फैसले के खिलाफ शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
प्रधान न्यायाधीश ने केजरीवाल के वकील अभिषेक सिंघवी से कहा, ‘‘मैं (याचिका को शीघ्र सूचीबद्ध करने संबंधी अनुरोध वाले) ईमेल पर गौर करूंगा।’’
सिंघवी ने कहा,‘‘ यह जरूरी है और दिल्ली के मुख्यमंत्री के संबंध में है। गिरफ्तारी एक ऐसे दस्तावेज के आधार पर की गई है जिस पर भरोसा नहीं किया जा सकता..।’’
लोकसभा चुनाव से पहले केजरीवाल को झटका देते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय ने उनकी उस याचिका को मंगलवार को खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी थी। अदालत ने कहा था कि बार-बार समन भेजने के बावजूद केजरीवाल के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश नहीं होने और जांच में शामिल होने से इनकार करने के बाद जांच एजेंसी पास कोई खास विकल्प नहीं बचा था।
उच्च न्यायालय ने याचिका खारिज करते समय निदेशालय के इस दावे का भी हवाला दिया था कि केजरीवाल अपराध से हुई आय के उपयोग और उसके छिपाने में सक्रिय रूप से शामिल थे।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने धन शोधन मामले में गिरफ्तारी को चुनौती देने और उसके समय पर सवाल उठाने वाली केजरीवाल की याचिका खारिज करते हुए कहा था कि ‘‘आम और खास व्यक्ति’’ के खिलाफ जांच अलग-अलग नहीं हो सकती।
यह मामला 2021-22 के लिए दिल्ली सरकार की आबकारी नीति तैयार करने और क्रियान्वित करने में कथित भ्रष्टाचार एवं धनशोधन से संबंधित है। संबंधित नीति को बाद में रद्द कर दिया गया था।
धन शोधन रोधी एजेंसी की दंडात्मक कार्रवाई से सुरक्षा देने से उच्च न्यायालय के इनकार के कुछ ही घंटे बाद प्रवर्तन निदेशालय ने केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार कर लिया था। वह फिलहाल 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में हैं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 10 अप्रैल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के कार्यकर्ताओं ने कथित आबकारी नीति घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करते हुए बुधवार को डीडीयू मार्ग पर स्थित आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्यालय के पास विरोध प्रदर्शन किया।
आम आदमी पार्टी की अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन के मामले में हुई केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली उनकी याचिका को दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को खारिज कर दिया।
भाजपा ने उच्च न्यायालय के आदेश के मद्देनजर दिल्ली के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की।
केजरीवाल ने उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देते हुए उच्चतम न्यायालय का रुख किया है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 10 अप्रैल उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को भ्रामक विज्ञापन मामले में योग गुरु रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (एमडी) आचार्य बालकृष्ण द्वारा बिना शर्त माफी मांगने के लिए दायर किए गए हलफनामों को स्वीकार करने से इंकार कर दिया।
न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की पीठ ने सुनवाई के दौरान कहा, ‘‘हम इस मामले में इतने उदार नहीं बनना चाहते।’’
शीर्ष अदालत ने पतंजलि आयुर्वेद के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को लेकर उत्तराखंड राज्य लाइसेंसिंग प्राधिकरण के प्रति भी कड़ी नाराजगी जताई।
रामदेव और बालकृष्ण ने अपने औषधीय उत्पादों के असर के बारे में बड़े-बड़े दावे करने वाले विज्ञापनों को लेकर उच्चतम न्यायालय में ‘‘बिना शर्त माफी’’मांगी है।
उच्चतम न्यायालय में दाखिल दो अलग-अलग हलफनामों में रामदेव और बालकृष्ण ने शीर्ष अदालत के पिछले साल 21 नवंबर के आदेश में दर्ज ‘‘बयान के उल्लंघन’’ के लिए बिना शर्त माफी मांगी है।
शीर्ष अदालत ने 21 नवंबर, 2023 के आदेश में कहा था कि पतंजलि आयुर्वेद का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील ने उसे आश्वासन दिया था कि ‘‘अब से खासकर पतंजलि आयुर्वेद द्वारा निर्मित और विपणन किए गए उत्पादों के विज्ञापन या ब्रांडिंग के संबंध में किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं होगा। पतंजलि ने यह भी कहा था कि असर के संबंध में या चिकित्सा की किसी भी पद्धति के खिलाफ कोई भी बयान किसी भी रूप में मीडिया में जारी नहीं किया जाएगा।’’
शीर्ष अदालत ने कहा था कि पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड ‘‘इस तरह के आश्वासन का पालन करने के लिए बाध्य है।’’
आश्वासन का पालन नहीं करने और उसके बाद मीडिया में बयान जारी किए जाने पर शीर्ष अदालत ने अप्रसन्नता व्यक्त की थी। न्यायालय ने बाद में पतंजलि को कारण बताओ नोटिस जारी किया कि क्यों न उसके खिलाफ अवमानना कार्यवाही शुरू की जाए। (भाषा)
कोलकाता, 10 अप्रैल। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2022 भूपतिनगर विस्फोट मामले में पूछताछ के लिए पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के जिन तृणमूल कांग्रेस नेताओं को तलब किया था, वो बुधवार को समन को चुनौती देने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट पहुंच गए।
सत्तारूढ़ पार्टी के आठ नेता जो विस्फोट मामले में एनआईए की जांच के दायरे में हैं, उनमें से दो बलाई चरण पात्रा और मनोब्रत जाना पहले से ही एनआईए की हिरासत में हैं। तीन अन्य मनब कुमार परुआ, सुबीर मैती और नोबो कुमार पांडा को केंद्रीय एजेंसी ने पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है।
तृणमूल कांग्रेस के तीन नेताओं के वकील ने बुधवार को न्यायमूर्ति तीर्थंकर घोष की एकल-न्यायाधीश पीठ से संपर्क किया और अपने मुवक्किलों के खिलाफ एनआईए द्वारा किसी भी दंडात्मक कार्रवाई के खिलाफ बचाव की मांग की।
हालांकि, मामले पर कोई आदेश पारित करने के बजाय, न्यायमूर्ति घोष ने एनआईए की केस डायरी मांगी। मामले पर अगली सुनवाई 17 अप्रैल को होनी है।
भूपतिनगर विस्फोट मामले में तृणमूल कांग्रेस के कुल आठ नेता काफी समय से एनआईए की जांच के दायरे में हैं। दो को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है और तीन को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया है। इनके अलावा जांच के दायरे में सत्तारूढ़ दल के अन्य तीन नेता उत्तम मैती, मिलन बर्मन और शिबप्रसाद गायेन हैं।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 10 अप्रैल । यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के पेपर लीक करने वाले गिरोह के सरगना को एसटीएफ की टीम ने बुधवार को गौतमबुद्घनगर के थाना जेवर के बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया।
उत्तर प्रदेश के एडीजी (एलओ) और एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि गौतम बुद्ध नगर के जेवर इलाके में खुर्जा बस अड्डे के पास रवि अत्री नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उसे यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के प्रश्न पत्रों को अहमदाबाद स्थित टीसीआई कंपनी के दफ्तर में रखे ट्रंक से निकालकर सार्वजनिक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि पेपर लीक होने के बाद प्रदेश सरकार ने परीक्षा निरस्त कर दी थी और पूरे मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंपी गई थी। मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि मामले का मुख्य आरोपी रवि अत्री जेवर थाना क्षेत्र के बस स्टेशन पर आने वाला है। इस पर एसटीएफ की टीम ने उसे बस स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।
रवि अत्री ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2006 में गौतमबुद्घनगर के एक इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा में पास होने के बाद वह मेडिकल की तैयारी के लिए कोटा गया था और वहीं परीक्षा माफियाओं के संपर्क में आ गया। इसके बाद विभिन्न परीक्षाओं में सॉल्वर बनकर बैठने लगा।
अत्री ने पूछताछ में बताया कि एक फरवरी को अभिषेक ने शिवम से कहकर पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के पेपर वाले ट्रंक की फोटो मंगवाई थी। उसके बाद अत्री 5 फरवरी की रात को बिहार के पटना निवासी शुभम मंडल को लेकर चुपके से कंपनी के दफ्तर पहुंचा, जहां शिवम गिरि और रोहित कुमार पहले से ही मौजूद थे।
(आईएएनएस)