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नई दिल्ली, 17 अगस्त (आईएएनएस)| मौजूदा समय में दुनिया के सबसे बड़े कर्जदाता देश चीन ने पिछले दो दशकों में 150 से अधिक देशों को ऋण दिया है, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से उसने ऐसा बिना किसी बाधा या जरूरी औपचारिकताओं के किया है।
चीन पेरिस क्लब का सदस्य नहीं है जो ऋणदाता राष्ट्रों का एक अनौपचारिक समूह है जिसका उद्देश्य व्यावहारिक पुनर्भुगतान समाधान पेश करना है। यह आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) का भी हिस्सा नहीं है। पेरिस क्लब और ओईसीडी, दोनों आधिकारिक देनदारों के ऋण रिकॉर्ड को बनाए रखते हैं।
चीन की वित्तीय सहायता को प्रत्यक्ष ऋण के अलावा ट्रेड क्रेडिट, बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के तहत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश अग्रिम के रूप में निर्देशित किया जाता है। हालांकि यह कोई रहस्य नहीं है लेकिन जो बहुत चिंताजनक है, वह है इसके उधार पैटर्न और रिकॉर्ड रखने में पारदर्शिता की कमी।
हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू (एचबीआर) के अनुसार, चीन के बकाया दावे अब वैश्विक जीडीपी के पांच प्रतिशत से अधिक हो चुके हैं। इसके साथ ही ड्रैगन द्वारा अपने स्थानीय अधिकारियों और उधारदाताओं के माध्यम से अनौपचारिक रूप से ऋण का एक बड़ा हिस्सा भी दिया गया है, जिसका व्यावहारिक रूप से कोई हिसाब-किताब नहीं है।
रिपोर्ट बताती है कि लगभग 1.5 ट्रिलियन डॉलर दिया गया है लेकिन विश्लेषकों ने इस आंकड़े पर सवाल उठाया है क्योंकि चीन अन्य देशों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता की मात्रा पर चुप है।
नाम नहीं छापने की शर्त पर एक विश्लेषक ने कहा, "चीन के आधिकारिक आंकड़े सही तस्वीर पेश नहीं करते हैं और कोरोना वायरस युग जैसे संकटों के काल में आर्थिक स्थिति, ऋण और पुनर्भुगतान के बारे में स्पष्ट और पारदर्शी जानकारी प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। चीन के साथ मामला ऐसा नहीं है।"
कोरोना वायरस महामारी द्वारा चीन और दुनिया की वैश्विक अर्थव्यवस्था को गतिरोध में लाने से पहले चीन रेटिंग एजेंसियों की जांच से बचा हुआ था।
लेकिन, महामारी फैलने के साथ तस्वीर बदल गई। जून में विश्व बैंक ने अपने ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स में कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था इस साल 5.2 प्रतिशत तक सिकुड़ सकती है जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से सबसे खराब स्थिति होगी।
चीनी ऋण लेने वाले कई देश ने कर्ज चुकाने में असमर्थता का संकेत दिया है। इसके बावजूद चीन नए गठबंधनों को बनाने के लिए नई सहायता प्रदान कर रहा है। नेपाल और बांग्लादेश इसकी मिसाल हैं।
एचबीआर ने रिपोर्ट में कहा है कि चीन अपने अंतरराष्ट्रीय उधार को रिपोर्ट नहीं करता है और चीनी ऋण हर तरह से पारंपरिक डेटा-एकत्रित करने वाले संस्थानों से बच जाते हैं। उदाहरण के लिए मूडीज और स्टैंडर्ड एंड पुअर्स जैसी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां या ब्लूमबर्ग जैसे डेटा प्रदाता, निजी कर्जदाताओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं। चूंकि चीन का कर्ज राज्य प्रायोजित है, इसलिए इनकी रडार स्क्रीन से बाहर है।
यह बिना हिसाब-किताब वाला कर्ज या जिसे एचबीआर ने 'छिपा हुआ ऋण' कहा है, अब कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के लिए चिंता का कारण बन गया है।
(यह सामग्री इंडियानैरेटिव डॉट कॉम के साथ एक व्यवस्था के तहत प्रस्तुत की गई)(IANS)
वाशिंगटन, 16 अगस्त (आईएएनएस)| अमेरिका के आगामी 3 नवंबर के चुनाव के लिए राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेटिक पार्टी दावेदार जो बाइडेन की रनिंग मैट भारतीय-अमेरिकी कमला हैरिस ने कहा कि उनकी मां 'वह हमेशा से उनमें अच्छी इडली के प्रति प्यार को जगाना चाहती थीं।' उनकी मां मूल रूप से चेन्नई की थीं। उन्होंने भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुक्रवार को एक वीडियो मैसेज में यह टिप्पणी की।
वीडियो की शुरुआत में वह कह रही हैं, "भारत के लोगों और भारतीय-अमेरिकियों, मैं आपको भारतीय स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देना चाहती हूं।"
उन्होंने कहा, "15 अगस्त, 1947 को पूरे भारत के पुरुषों और महिलाओं ने भारत देश की स्वतंत्रता की घोषणा का जश्न मनाया था। (और) आज 15 अगस्त, 2020 को, मैं आपके सामने अमेरिका के दक्षिण एशियाई मूल के उपराष्ट्रपति की पहली उम्मीदवार के रूप में खड़ी हूं।"
वीडियो में हैरिस ने अपनी मां श्यामला गोपालन, जो भारत की एक कैंसर शोधकर्ता थी और पिता डोनाल्ड हैरिस जो एक अफ्रीकी जमैकन अर्थशास्त्र के प्रोफेसर थे, का भी उल्लेख किया है।
उन्होंने कहा, "जब मेरी मां श्यामला ने कैलिफोर्निया के विमान से यहां कदम रखा था, तब वह मात्र 19 साल की थीं। उनके पास बहुत कुछ नहीं था, लेकिन उन्होंने एक चीज को बहुत संभाल कर रखा, वह था अपने घर पर अपने माता-पिता से मिली सीख।"
हैरिस ने कहा, "उन्होंने उन्हें सिखाया जब आप दुनिया में अन्याय देखते हैं, तो आपका दायित्व है कि आप इसके बारे में कुछ करें।"
अपनी मां के साथ की यादों को याद करते हुए हैरिस ने कहा, "बड़े होने पर मेरी मां, मेरी बहन माया और मुझे लेकर तब के मद्रास वापस आई थीं, क्योंकि वह चाहती थीं कि हम उस स्थान को समझें कि वह कहां से आई थीं और हमारा वंश कहां था।"
उन्होंने कहा, "और हां, जाहिर तौर पर वह हमारे अंदर इडली को लेकर प्यार जगाना चाहती थी।"
उन्होंने कहा, "मद्रास में मैं अपने नानाजी के साथ लंबी सैर पर जाती थी .. और वह मुझे उन नायकों की कहानियां सुनाते थे जो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के जन्म के लिए जिम्मेदार थे।"
वीडियो के अलावा, हैरिस ने बधाई देने के लिए ट्विटर का भी सहारा लिया।
उन्होंने शनिवार को ट्विटर पर लिखा, "भारतीय स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं! बीते 74 साल यह दर्शाते हैं कि हमारे लोगों ने न्याय की लड़ाई में कितनी प्रगति की है। मुझे आशा है कि आप आज मेरे जश्न में शामिल होंगे और फिर एक बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध होंगे।"
बीजिंग, 16 अगस्त (आईएएनएस)| स्पेन की एल मुनदो वेबसाइट ने हाल में लेख जारी कर कहा कि विश्व के प्रमुख बहुराष्ट्रीय निगमों का मानना है कि विश्व अर्थव्यवस्था को 2022 से पहले महामारी के पहले के स्तर तक बहाल नहीं किया जा सकता है। यह अमेरिका ओवी परामर्श कंपनी की एक जांच में सामने आया है। जांच से जाहिर है कि अमेरिकी फॉर्च्यून पत्रिका के विश्व 500 शक्तिशाली बहुराष्ट्रीय निगमों के सीईओ में 75 प्रतिशत लोग मानते हैं कि 2022 से पहले विश्व अर्थव्यवस्था को महामारी के पहले के स्तर तक बहाल नहीं किया जा सकेगा।
इसके साथ ही विश्व के पहले 50 बहुराष्ट्रीय निगमों में से 90 प्रतिशत निगमों ने महामारी के दौरान खर्च को कम करने की योजना बनायी है। यह निगमों के अस्तित्व को सुनिश्चित करने का प्राथमिक मिशन है।
विश्व बैंक द्वारा जून माह में जारी विश्व आर्थिक आउटलुक की रिपोर्ट में कहा गया कि कोविड-19 के झटके से अनुमान है कि 2020 में विश्व अर्थव्यवस्था में 5.2 प्रतिशत की कटौती होगी। यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे गंभीर आर्थिक मंदी है।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
काठमांडू, 16 अगस्त (आईएएनएस)| नेपाल के सिंधुपालचौक जिले में भूस्खलन में करीब 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 21 अन्य लापता होने की सूचना मिली है। यह जानकारी अधिकारियों ने रविवार को दी। प्रभावित क्षेत्र में तलाशी और बचाव अभियान जारी है। जिले की जुगल ग्रामीण नगरपालिका में शुक्रवार को हुए भूस्खलन से लिडी गांव में 37 घर भी क्षतिग्रस्त हो गए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जिला पुलिस कार्यालय सिंधुपालचौक के पुलिस अधीक्षक प्रजवोल महारजन ने बताया कि मारे गए 18 लोगों में 11 बच्चे, चार महिलाएं और तीन पुरुष शामिल हैं।
स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया है।
महारजन ने कहा, "घटना में पास की एक पहाड़ी में भी दरार आ गई है और उस पहाड़ी के तराई में 25 घर स्थित हैं।"
उन्होंने कहा, "एक अन्य भूस्खलन के जोखिम को देखते हुए हमने लोगों को नजदीकी सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया है और वे टेंट में रह रहे हैं।"
गाजा 16 अगस्त (शिन्हुआ)। इजरायल ने रविवार तडक़े गाजा पट्टी में हमास के कुछ ठिकानों पर हवाई हमले किये।
इजरायल ने यह कार्रवाई हमास द्वारा दक्षिण इजरायल में विस्फोटकों वाले गुब्बारे छोड़े जाने की प्रतिक्रिया में की है।
हमास से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इजरायल के टोही ड्रोन और लड़ाकू विमान तटीय एन्क्लेव पर मंडराते रहे और हमास की सशस्त्र इकाई अल कसम ब्रिगेड की चौकियों तथा ठिकानों को लक्षित करके कई मिसाइल दागे।
सूत्रों के अनुसार हमले में किसी के घायल होने की सूचना नहीं हैं, लेकिन इस हवाई हमले में कुछ ठिकानों को क्षति पहुंची है तथा नजदीक के कुछ मकान क्षतिग्रस्त हो गये हैं।
वाशिंगटन, 16 अगस्त (स्पूतनिक)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के छोटे भाई रॉबर्ट का निधन हो गया है। वह 72 वर्ष के थे।
श्री ट्रम्प ने शनिवार को स्वयं यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, Þबहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मेरे अछ्वुत भाई रॉबर्ट का आज रात निधन हो गया। वह सिर्फ मेरा भाई ही नहीं, बल्कि सबसे अच्छा दोस्त था। उसकी हमेशा याद आएगी, लेकिन हम फिर मिलेंगे। उसकी याद हमेशा मेरे दिल में रहेगी। रॉबर्ट, मैं तुमसे प्यार करता हूं। ईश्वर तुम्हारी आत्मा को शांति प्रदान करें।
काठमांडू, 16 अगस्त (शिन्हुआ)। नेपाल में भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ कर 18 हो गयी है तथा 21 लापता लोगों की तलाश जारी है। पुलिस, सशस्त्र बलों तथा सेना के जवान स्थानीय लोगों की मदद से लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं।
नेपाल के सिंधुपालचौक जिले में जुगल ग्रामीण नगर पालिका क्षेत्र में शुक्रवार तडक़े हुए इस भूस्खलन के बाद मलबे में दबे 18 लोग के शव बरामद कर लिये गये हैं, जबकि 21 लोग अब भी लापता हैं। इस घटना में पहाड़ी का एक हिस्सा टूट कर लिडी गांव के 37 मकानों पर जा गिरा। पुलिस अधीक्षक प्रज्वोल महारजन ने बताया कि मृतकों में 11 बच्चे, चार महिलाएं तथा तीन पुरुष शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि पहाड़ी का एक हिस्सा टूट कर 25 घरों पर गिर गया। फिर से भूस्खलन होने के खतरे को देखते हुए हमने लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया है और वे लोग टेंट में रह रहे।
जेरूसलम, 16 अगस्त (आईएएनएस)। इजरायल ने रविवार को गाजा पट्टी में हमास द्वारा संचालित सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए। यह हमला तटीय एन्क्लेव से इजरायल में छोड़े गए विस्फोटक गुब्बारों के परिणामस्वरुप किया गया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हमास के सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि इजरायली टोही ड्रोन और युद्धक विमानों ने तटीय एन्क्लेव पर हमला किया और इस्लामिक मूवमेंट की सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड की कई मिसाइलों को निशाना बनाते हुए साधकर हमला किया।
सूत्रों ने कहा कि किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है, लेकिन हवाई हमलों में कई सामानों को गंभीर नुकसान पहुंचा है और गाजा पट्टी में आसपास के कुछ घरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है।
इजरायली सेना के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि इजरायल के लड़ाकू जेट विमानों ने एक सैन्य पोस्ट और सैन्य इंफ्रास्ट्रक्च र पर हमला किया, जो गाजा पट्टी में हमास के आतंकवादियों के हैं।
बयान में कहा गया है कि इजरायल के खिलाफ सभी गतिविधियां गंभीर हैं और सेना लोगों को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई जरूर करेगी।
पिछले कुछ दिनों से अज्ञात नकाबपोश युवक गाजा पट्टी से इजरायल में आग लगाने वाले विस्फोटक गुब्बारे छोड़ रहे हैं, जो कि छोटी मात्रा में विस्फोटकों को ले जाती है।
विस्फोटक गुब्बारों के कारण दक्षिणी इजराइल के कृषि क्षेत्रों और खेतों के अलावा गाजा और इजरायल के बीच सीमा क्षेत्रों के आसपास के इलाकों में भीषण आग लग गई थी।
मॉस्को, 16 अगस्त (आईएएनएस) रूस ने कोविड-19 के इलाज के लिए अपने वैक्सीन के पहले बैच का उत्पादन शुरू कर दिया है। यह जानकारी उनके स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को जारी एक बयान में दी।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को नोवल कोरोनावायरस के इलाज के लिए दुनिया के पहले पंजीकृत वैक्सीन की घोषणा की, जिसका नाम मॉस्को द्वारा 1957 में लॉन्च किए गए अंतरिक्ष सैटेलाइट स्पूतनिक वी के नाम पर है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, वैक्सीन को गामालेया साइंटिफिक रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा बनाया गया है। यह मॉस्को के पास स्थित एक चिकित्सा संस्थान है।
स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको ने बुधवार को कहा कि रूस अपने नागरिकों को वैक्सीन लगाने के बाद अन्य देशों को वैक्सीन की पेशकश करेगा। वैक्सीन की प्रभावशीलता पर संदेह निराधार है।
रूस में अब तक कुल 917,884 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें 15,617 मौतें भी शामिल हैं, वहीं अब तक 729,411 लोग इससे उबर चुके हैं।
वाशिंगटन, 16 अगस्त (आईएएनएस)| जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, वैश्विक स्तर पर कोरोनावायरस मामलों की कुल संख्या 2.1 करोड़ से अधिक हो गई है। वहीं संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या 7.7 लाख के करीब पहुंच गई है।
विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) के ताजा अपडेट में खुलासा किया है कि रविवार की सुबह तक दुनिया में मामलों की कुल संख्या 2,13,77,367 और मृत्यु दर बढ़कर 7,69,652 हो चुकी थी।
इस अपडेट के मुताबिक अमेरिका 53,06,215 मामलों और 1,69,463 मौतों के साथ दुनिया में सबसे अधिक कोरोना प्रभावित देश है। इसके बाद ब्राजील 3,317,096 संक्रमितों और 1,07,232 मौतों के साथ दूसरे स्थान पर है।
सीएसएसई के अनुसार, संक्रमण के मामलों की संख्या में भारत 25,26,192 के साथ दुनिया में तीसरा सबसे अधिक प्रभावित देश है। इसके बाद रूस (9,15,808), दक्षिण अफ्रीका (5,83,653), मेक्सिको (5,17,714), पेरू (5,16,296), कोलम्बिया (4,45,111), चिली (3,83,902), स्पेन (3,42,8132), ईरान (341,070), ब्रिटेन (3,19,208), सऊदी अरब (2,97,315), अर्जेंटीना (2,89,100), पाकिस्तान (2,88,047), बांग्लादेश (2,74,525), इटली (2,53,438), फ्रांस (2,52,965), तुर्की (2,48,117), जर्मनी (2,24,488), इराक (1,72,583), फिलीपींस (1,57,918), इंडोनेशिया (1,37,468), कनाडा (1,23,788), कतर (1,14,809), कजाकिस्तान (1,02,287) और इक्वाडोर (1,00,688)हैं।
वहीं 10 हजार से अधिक मौतों वाले देशों में मेक्सिको (56,543), भारत (49,036), ब्रिटेन (46,791), इटली (35,392), फ्रांस (30,410), स्पेन (28,617), पेरू (25,856), ईरान (19,492), रूस (15,585), कोलंबिया (14,492), दक्षिण अफ्रीका (11,677) और चिली (10,395) शामिल हैं।
सुमी खान
ढाका, 15 अगस्त (आईएएनएस)| 'बंगबंधु' शेख मुजीबुर रहमान की हत्या के लिए अप्रैल में फांसी की सजा सुनाए जाने से पहले एक कबूलनामे में सैन्य अधिकारी अब्दुल माजिद ने कहा था कि 1975 की हत्या के पीछे बांग्लादेश के पूर्व सेना प्रमुख रियाउर रहमान थे।
बांग्लादेश के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की मौत पर शनिवार को बांग्लादेश के लोगों ने शोक व्यक्त किया, जिनकी हत्या 15 अगस्त, 1975 को उनकी पत्नी बेगम फाजिलातुन्निसां मुजीब सहित परिवार के 12 अन्य सदस्यों के साथ कर दी गई थी।
माजिद ने स्वीकार करते हुए कहा कि हत्या के अगले दिन, रियाउर रहमान ने ढाका छावनी के सभी जवानों और अधिकारियों को संबोधित किया।
माजिद ने रहमान के हवाले से कहा, "उन्होंने हर किसी को प्रेरित किया कि जो कुछ हुआ है, उसके बारे में चिंता न करें। यह राष्ट्र का मुद्दा है, यह हमारा मुद्दा नहीं है।"
माजिद ने आगे कहा कि हत्या में शामिल लोगों को नरसंहार के दिन बंगभवन में आश्रय दिया गया था।
वे राष्ट्रपति खंडेकर मुश्ताक के बगल में ही वीआईपी सुविधा में ठहरे हुए थे, जहां रहमान जाते थे और उनसे मिलते थे। बाद में उन्होंने उन ढोंगी अधिकारियों को सम्मानित भी किया।
उन्होंने हत्यारों को विदेश सेवा में तैनात किया और उनमें से प्रत्येक को इनाम के रूप में पदोन्नत किया।
अपने कबूलनामे में माजिद ने कहा कि वह एक अपेक्षाकृत कनिष्ठ अधिकारी के रूप में हत्यारों के साथ था।
उसने कहा कि नूर चौधरी ने बंगबंधु को गोली मार दी, जबकि रिसालदार मोसलेह उद्दीन ने परिवार के अन्य सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी।
माजिद ने यह भी दावा किया कि जिन लोगों को विदेश सेवा में नौकरी दी गई थी, उनमें उसके लायक योग्यता नहीं थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें तो महज रहमान के प्रत्यक्ष संरक्षण के कारण विदेशी पद पर पदोन्नति दी गई थी।
वे अधिकारी विदेशी सेवा के लिए योग्य नहीं थे, वे स्नातक भी नहीं थे। उनमें से अधिकांश अल्पकालिक कमीशन अधिकारी थे।
माजिद ने बार-बार अपनी भागीदारी छिपाने की कोशिश की थी। सेनेगल के राजदूत के रूप में सेवा करने के बाद, उनकी इच्छा के अनुसार 1980 में उन्हें देश में वापस लाया गया और बांग्लादेश इनलेन्ड वॉटर ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (बीआईडब्ल्यूटीसी) में उपसचिव के पद पर पदोन्नत किया गया।
माजिद को 12 अप्रैल को फांसी के फंदे पर लटका दिया गया था। उसे सात अप्रैल को ही ढाका से गिरफ्तार किया गया था। माजिद और उसके साथी अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा शुरू होने के 24 साल बाद उसकी गिरफ्तारी हुई।
मॉस्को, 15 अगस्त। कोरोनावायरस वैक्सीन पंजीकरण को लेकर एक शीर्ष श्वसन चिकित्सक ने रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय की नैतिकता परिषद को छोड़ दिया, जबकि देश ने एक महत्वपूर्ण फेज-3 टेस्ट करने से पहले ही कोरोना वैक्सीन के पंजीकरण के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया। मेलऑनलाइन ने यह जानकारी दी। गुरुवार को रिपोर्ट में कहा गया कि ऐसा प्रतीत होता है कि प्रोफेसर अलेक्जेंडर चुचलिन नैतिकता परिषद को छोड़ने से पहले, 'सुरक्षा' आधार पर वैक्सीन के पंजीकरण को रोकना चाहते थे।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को घोषणा की कि देश ने दुनिया का पहला कोविड-19 वैक्सीन पंजीकृत किया है।
बाद में, बुधवार को रूसी स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को ने कहा कि देश दो सप्ताह के भीतर वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर देगा।
हालांकि, वैक्सीन के उत्पादन में तेजी दिखाने को लेकर देश को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है।
संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी के एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को इसकी प्रभावशीलता पर टिप्पणी करने के लिए वैक्सीन के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं है।
चुचलिन के इस्तीफे से पता चलता है कि वैक्सीन 'स्पुतनिक 5' को देश के भीतर भी आलोचना का सामना करना पड़ा।
मेलऑनलाइन की रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि उनके इस्तीफे का कोई विशेष कारण नहीं बताया गया।
हालांकि, छोड़ने से कुछ समय पहले, एक विज्ञान पत्रिका 'नौका आई झिज्न' को दिए साक्षात्कार में चुचलिन ने किसी भी दवा या वैक्सीन को मंजूरी देने से पहले सुरक्षा सुनिश्चित करने के महत्व को रेखांकित किया था।
चुचलिन ने साक्षात्कार में कहा था, "एक दवा या वैक्सीन के मामले में, नैतिक समीक्षकों के रूप में सबसे पहले यह समझना चाहते हैं कि यह इंसानों के लिए कितना सुरक्षित है।"(IANS)
वाशिंगटन, 15 अगस्त (आईएएनएस)| जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, कोरोनोवायरस मामलों की वैश्विक संख्या 2.1 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है, जबकि इससे होने वाली मौतों की संख्या 763,000 के करीब है।
विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने अपने नवीनतम अपडेट में खुलासा किया कि शनिवार की सुबह तक कुल मामलों की संख्या 21,066,992 थी और संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या बढ़कर 762,997 हो गई है।
सीएसएसई के अनुसार, अमेरिका दुनिया में संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित देश है, जहां 5,309,138 मामले सामने आए हैं और 168,396 लोगों की मौत हो चुकी है।
ब्राजील 3,226,443 संक्रमण और 105,490 मौतों के साथ दूसरे स्थान पर है।
सीएसएसई के आंकड़ों के अनुसार, मामलों की ²ष्टि से भारत तीसरे (2,461,190) स्थान पर है, और उसके बाद रूस (910,778), दक्षिण अफ्रीका (579,140), मेक्सिको (511,369), पेरू (507,996), कोलम्बिया (433,805), चिली (382,111), स्पेन (342,813), ईरान (338,825), ब्रिटेन (315,605), सऊदी अरब (295,902), पाकिस्तान (287,300), अर्जेंटीना (282,437), बांग्लादेश (271,881), इटली (252,809), फ्रांस (249,655), तुर्की (246,861), जर्मनी (223,791), इराक (168,290), फिलीपींस (153,660), इंडोनेशिया (135,123), कनाडा (123,521), कतर (114,532) और कजाकिस्तान(101,848) है।
वहीं 10,000 से अधिक मौतों वाले अन्य देश मेक्सिको (55,908), भारत (48,040), ब्रिटेन (46,791), इटली (35,234), फ्रांस (30,410), स्पेन (28,617), पेरू (25,648), ईरान (19,331), रूस (15,467), कोलंबिया (14,145), दक्षिण अफ्रीका (11,556) और चिली (10,340) हैं।
वाशिंगटन, 14 अगस्त (आईएएनएस)| अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनकी योजना राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार के तौर पर नामांकन व्हाइट हाउस में औपचारिक रूप से स्वीकार करने और इस दौरान लॉन से पारंपरिक भाषण देने की है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, ट्रंप ने न्यूयॉर्क पोस्ट को दिए एक्सक्लूसिव साक्षात्कार में गुरुवार को कहा, "मैं संभवत: व्हाइट हाउस में अपना भाषण दूंगा, क्योंकि यह एक बेहतरीन जगह है। यह एक ऐसी जगह है जो मुझे अच्छा महसूस कराती है। इससे देश अच्छा महसूस करता है।"
इस हफ्ते की शुरुआत में, उन्होंने व्हाइट हाउस या गेट्टीस्बर्ग (पेंसिल्वेनिया) में भाषण देने संकेत दिया था।
ट्रंप ने न्यूयॉर्क पोस्ट को बताया कि वह बाद की तारीख में गेट्टीस्बर्ग का दौरा करेंगे।
उन्होंने कोरोनोवायरस महामारी का हवाला देते हुए कहा, "हम इसे संभवत: किसी एक लॉन के बाहर करेंगे। हमारे पास कई लॉन हैं, इसलिए हम इसे बाहर कर सकते हैं।"
व्हाइट हाउस में भाषण देने के ट्रंप के इरादों की डेमोक्रेट नेताओं ने आलोचना की, जिन्होंने कहा कि ऐसा करना राष्ट्रपति के लिए अवैध और अनैतिक दोनों होगा।
हैच अधिनियम के रूप में जाना जाने वाला एक संघीय कानून आम तौर पर कुछ अपवादों के साथ राजनीतिक गतिविधियों के लिए सरकारी संपत्ति और कर्मचारियों के उपयोग को मना करता है।
सदन की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने कहा कि यह कुछ ऐसा है, जिसे तुरंत खारिज कर देना चाहिए।
काठमांडू, 14 अगस्त (आईएएनएस)| नेपाल के सिंधुपालचोक जिले में शुक्रवार को भूस्खलन में कम से कम 37 लोग लापता हो गए हैं, जबकि 10 अन्य लोगों को बचाया गया है। इसकी जानकारी अधिकारियों ने दी। द हिमालयन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, जुगल ग्रामीण नगर पालिका -2 के लीदी क्षेत्र में हुए भूस्खलन में 30 से अधिक घर भी दब गए हैं।
प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षाकर्मियों की टीम बचाव अभियान कार्य में जुटी हुई है।
प्रतिनिधि सभा के स्पीकर अग्नि प्रसाद सपकोटा भी मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचे।
सिंधुपालचोक जिला के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) माधव प्रसाद काफले ने कहा कि अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को घटनास्थल पर भेजा गया है, वहां लगातार मलबा गिर रहा है।
आपदा में मरने वालों की और यहां हुए नुकसान की अभी पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है।
वेलिंगटन, 14 अगस्त (आईएएनएस)| न्यूजीलैंड में शुक्रवार को कोरोनावायरस महामारी की दूसरी और मजबूत लहर के बीच 12 नए मामले सामने आए हैं। ये सभी मामले ऑकलैंड फैमिली क्लस्टर से जुड़े थे। स्वास्थ्य महानिदेशक एशले ब्लूमफील्ड ने एक दैनिक ब्रीफिंग में कहा, वैकाटो में भी कोविड-19 का एक संदिग्ध मामला था। यह व्यक्ति अभी भी एक अस्पताल में निगरानी में है।
ब्लूमफील्ड ने कहा कि न्यूजीलैंड में कुल 48 कोविड-19 मामले आए हैं, जिनमें से 30 ऑकलैंड क्लस्टर से जुड़े हैं। इसके बाद देश में कुल मामलों की संख्या 1,251 हो गई है।
ब्लूमफील्ड ने कहा कि क्लस्टर से जुड़े 38 लोग पहले से ही ऑकलैंड क्वारंटीन सुविधा में थे।
स्वास्थ्य मंत्री क्रिस हिपकिन्स ने कहा, "हमें ऑकलैंड के बाहर कोई भी कोविड-19 परीक्षण पॉजिटिव आने का सबूत नहीं मिला है।"
हिपकिन्स ने कहा है कि शुक्रवार के अंत तक सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स का परीक्षण किया जाएगा।
मार्च के आखिर में न्यूजीलैंड एक महीने के नेशलन अलर्ट लेवल 4 लॉकडाउन में चला गया था और जून में उसने कोरोनावायरस से लड़ाई में शुरूआती सफलता मिलने की घोषणा की थी।
अब सरकार अलर्ट लेवल में बदलाव का निर्णय लेगी और लोगों को इसकी सूचना देगी।
संयुक्त राष्ट्र, 14 अगस्त (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच अमेरिका की मध्यस्थता से हुए ऐतिहासिक शांति समझौते का स्वागत किया है, जिसके तहत इजरायल वेस्ट बैंक के कब्जे वाले हिस्सों को अपने में मिलाने की योजना को रोक देगा। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख स्टीफन डुजारिक ने एक बयान में कहा कि गुरुवार का समझौता कुछ ऐसा है, जिसका महासचिव ने लगातार आह्वान किया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने डुजारिक के हवाले से कहा, "महासचिव ने इस समझौते का स्वागत किया है। उम्मीद जताई है कि यह इजरायल और फिलिस्तीनी नेताओं के लिए सार्थक वार्ता में फिर से जुड़ने का अवसर पैदा करेगा जो संयुक्त राष्ट्र के प्रासंगिक प्रस्तावों, अंतर्राष्ट्रीय कानून और द्विपक्षीय समझौतों के अनुरूप द्वि-राष्ट्र समाधान को साकार करेगा।"
बयान में कहा गया है कि महासचिव सभी पक्षों के साथ बातचीत, शांति और स्थिरता के लिए आगे की संभावनाओं के लिए काम करना जारी रखेंगे।
यह समझौता गुरुवार को ट्रंप, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अबू धाबी के क्राउन प्रिंस व यूएई के डिप्टी सुप्रीम कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायद के बीच एक फोन कॉल के माध्यम से हुआ।
समझौते के हिस्से के रूप में, इजरायल ट्रंप की शांति विजन में उल्लिखित क्षेत्रों पर संप्रभुता की घोषणा करने पर रोक लगाएगा और अरब और मुस्लिम दुनिया के अन्य देशों के साथ अपने संबंधों के विस्तार पर अब अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करेगा।
यूएई और इजरायल कोरोनोवायरस वैक्सीन के उपचार और उसके विकास के बारे में भी सहयोग बढ़ाएंगे।
रिपोर्टों के मुताबिक, यह 25 वर्षो में इजरायल और अरब देश के बीच पहला शांति समझौता है।
मास्को, 13 अगस्त (स्पूतनिक)। इजरायल की वायु सेना ने फिलीस्तीन एनक्लेव से कई विस्फोटक गुब्बारे छोड़े जाने के बाद गाजा पट्टी में फिलीस्तीनी विद्रोही संगठन हमास के ठिकानों पर हवाई हमले किये।
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने गुरुवार को कहा कि आईडीएफ ने ट््िवटर पर लिखा, ‘गाजा से इजरायल की ओर लगातार विस्फोटक गुब्बारे छोड़े जा रहे है जिससे दक्षिण इजरायल में जमीन पर आग लग रही है। हमने गाजा में हमास के ठिकानों जिसमें एक सैन्य परिसर, बंकर और निरीक्षण चौकी पर हमले किये हैं।’
उल्लेखनीय है कि हमास का गाजा पट्टी पर नियंत्रण है और जिसका इजरायल के साथ लंबे समय से संघर्ष चलता रहता है। इजरायल अभी भी फिलीस्तीन के स्वतंत्र राजनीतिक और राजनयिक अस्तित्व को मान्यता देने से इनकार करता रहा है। गाजा पट्टी से होने किसी भी हमले के लिए इजरायल हमास को जिम्मेदार ठहराता है।
वॉशिंगटन, 13 अगस्त (आईएएनएस)| जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार वैश्विक स्तर पर कोरोनावायरस मामलों की कुल संख्या 2 करोड़ और मौतों की संख्या 7.47 लाख से अधिक हो गई है। विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) के ताजा अपडेट के मुताबिक, गुरुवार की सुबह तक दुनिया में मामलों की कुल संख्या 2,05,50,481 और मरने वालों की संख्या बढ़कर 7,47,845 हो चुकी थी।
वहीं दुनिया में कोरोना का सबसे बुरा प्रकोप झेल रहे अमेरिका में सबसे अधिक संक्रमण के मामले 51,93,266 और मृत्यु संख्या 1,65,934 दर्ज हो चुकी है। इसके बाद ब्राजील 3,164,785 मामलों और 1,04,201 मौतों के साथ दुनिया में दूसरे स्थान पर है। कोरोना संक्रमण की बात करें तो विश्व में तीसरा स्थान भारत का है। यहां अब तक 23,29,638 मामले दर्ज हो चुके हैं।
मामलों की संख्या में इसके बाद रूस (9,00,745), दक्षिण अफ्रीका (5,68,919), मैक्सिको (4,98,380), पेरू (4,89,680), कोलंबिया (4,10,453), चिली (3,78,168), ईरान (3,33,699), स्पेन (3,29,780), यूके (3,15,564), सऊदी अरब (2,93,037), पाकिस्तान (2,85,921), अर्जेंटीना (2,68,574), बांग्लादेश (2,66,498), इटली (2,51,713), तुर्की (2,44,392), फ्रांस (2,44,088), जर्मनी (2,20,859), इराक (1,60,436), फिलीपींस (1,43,749), इंडोनेशिया (1,30,718), कनाडा (1,22,689), कतर (1,13,938) और कजाकिस्तान (1,00,855) हैं।
वहीं ऐसे देश जिनमें 10 हजार से अधिक मौतें हुईं हैं उनमें मेक्सिको (54,666), यूके (46,791), भारत (46,091), इटली (35,225), फ्रांस (30,375), स्पेन (28,579), पेरू (21,501), ईरान (18,988), रूस (15,231), कोलम्बिया (13,475), दक्षिण अफ्रीका (11,010) और चिली (10,205) शामिल हैं।
अमरीकी चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ़ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडन और उप-राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करते हुए कहा कि वो एक अयोग्य नेता हैं और जिन्होंने अमरीका के 'फटे हाल' बना दिया है.
मंगलवार को डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ़ से उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के अगले ही दिन कमला हैरिस ने जो बाइडन के साथ अपना संयुक्त चुनाव प्रचार अभियान शुरू कर दिया.
दोनों ने पहला चुनाव प्रचार बाइडन के गृह राज्य डेलवेयर के एक हाईस्कूल से शुरू किया.
तीन नवंबर को होने वाले चुनाव में बाइडन का मुक़ाबला राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होगा.
कैलिफ़ोर्निया से सांसद कमला हैरिस पहली काली और दक्षिण एशियाई मूल की अमरीकी महिला हैं जो इस पद के लिए चुनाव लड़ रही हैं.
कोरोना महामारी के कारण इस कार्यक्रम में आम लोगों को आने की इजाज़त नहीं थी, सिर्फ़ कुछ पत्रकारों को बुलाया गया था और उन्हें भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना था.
बाइडन और हैरिस ख़ुद काले रंग का फ़ेस मास्क लगाए स्टेज पर आए.
इस मौक़े पर बाइडन ने कहा, "इस नवंबर को हमलोग जो चुनाव करते हैं वो बहुत ही लंबे समय के लिए अमरीका के भविष्य का फ़ैसला करेगा."
बाइडन ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कमला हैरिस पर हमला शुरू कर दिया है और वो उनके बारे में बहुत ही घिनौनी बातें कर रहे हैं.
बाइडन ने कहा, "ये कोई आश्चर्य करने वाली बात नहीं है क्योंकि ट्रंप को शिकायत करना सबसे अच्छे से आता है, अमरीकी इतिहास में किसी भी राष्ट्रपति से ज़्यादा."
बाइडन ने कहा, "क्या आपमें से कोई ये जानकर अचंभित हुआ कि डोनाल्ड ट्रंप को एक मज़बूत महिला से परेशानी हो रही है, या किसी भी मज़बूत महिला से."
बाइडन ने कोरोना महामारी, जलवायु परिवर्तन, बेरोज़गारी के मुद्दे पर और ट्रंप की 'विभाजनकारी नस्लीय राजनीति' पर जमकर हमला किया.
कमला हैरिस ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, "यह अमरीका के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण क्षण है. हमलगो जिस चीज़ की भी फ़िक्र करते हैं, अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य, बच्चे, किस तरह के देश में हम रहते हैं, ये सब कुछ दांव पर है."
हैरिस ने आगे कहा, "अमरीका नेतृत्व के लिए चिल्ला रहा है, लेकिन हमारे राष्ट्रपति अपनी फ़िक्र ज़्य़ादा करते हैं उन लोगों की तुलना में जिन्होंने इनको राष्टपति चुना था."
कमला हैरिस ने कहा कि ट्रंप को बराक ओबामा और जो बाइडन से इतिहास में सबसे ज़्यादा बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था मिली थी, लेकिन ट्रंप ने सब कुछ की तरह इसे भी सीधे ज़मीन पर ला दिया.
ट्रंप पर हमले जारी रखते हुए कमला हैरिस ने कहा, "जब आप किसी को चुनते हैं जो उस कुर्सी के योग्य नहीं है तो यही होता है, हमारा देश फटे हाल में है और दुनिया भर में हमारी प्रतिष्ठा भी ऐसी ही हो गई है."
राष्ट्रपति ट्रंप क्या कह रहे हैं?
बाइडन और हैरिस के संबोधन से पहले ट्रंप ने बाइडन पर हमला करते हुए कहा कि वो कोरोना महामारी के कारण पूरे प्रचार के दौरान घर पर ही रहे हैं.
उन्होंने व्हाइट हाउस में जमा शिक्षकों के एक समूह से पूछा कि क्या घर में आइसोलेशन में रहकर सीखना छात्रों के लिए अच्छा रहेगा.
अब आगे क्या होगा?
अगले सप्ताह होने वाले डेमोक्रेटिक पार्टी कन्वेंशन में जो बाइडन औपचारिक तौर पर पार्टी का नामांकन स्वीकार करेंगे जो कि एक वर्चुअल इवेंट होगा कोरोना महामारी के कारण.
उसके एक हफ़्ते के बाद रिपब्लिकन पार्टी का कन्वेंशन है जहाँ ट्रंप दूसरी बार अपनी दावेदारी के लिए नामांकन स्वीकार करेंगे.
उसके बाद अगले 10 हफ़्तों तक ज़ोरदार चुनाव प्रचार होगा और फिर तीन नवंबर को वोट डाले जाएंगे.
ट्रंप और बाइडन इस बीच तीन डिबेट में हिस्सा लेंगे ओहायो के क्लिवलैंड में (29 सितंबर) और फ़्लोरिडा के मियामी में ( 15 अक्टूबर) और टेनेसी के नेशविल में 22 अक्टूबर को.
कमला हैरिस अपने प्रतिद्वंद्वी माइक पेन्स के साथ सॉल्ट लेक में सात अक्टूबर को डिबेट में हिस्सा लेंगी.(bbc)
बीजिंग, 13 अगस्त (आईएएनएस)| कोरोना का संक्रमण भले ही तेजी से फैल रहा है, लेकिन यह उतना घातक नहीं है। दुनियाभर में दहशत फैलाने वाला कोरोना वायरस जल्द ही खत्म हो जाएगा। कई देशों के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि यह वायरस तेजी से कमजोर हो रहा है। महामारी की शुरूआत में इसका संक्रमण जितना घातक था, अब वह वैसा नहीं है। इटली के प्रमुख संचारी रोग विशेषज्ञ मेटियो बाशेट्टी का कहना है कि इटली के मरीजों में ऐसे साक्ष्य मिल रहे हैं, जो बताते हैं कि वायरस अब उतना घातक नहीं रहा है। संक्रमण के बाद अब ऐसे बुजुर्ग मरीज भी ठीक हो रहे हैं, जिनमें पहले यह बीमारी गंभीर रूप ले लेती थी और प्राय: मौत हो जाती थी।
दरअसल, यह वायरस लगातार म्यूटेट हो रहा है यानी खुद को बदल रहा है। वायरस इंसान के सेल में जाकर खुद के जीनोम की प्रतिकृतियां बनाता है। आरएनए वायरस में अकसर ऐसा होता है कि वह अपने पूरे जीनोम को हूबहू कॉपी नहीं कर पाता और कोई न कोई अंश छूट जाता है। यही वायरस का म्यूटेशन कहलाता है। म्यूटेशन से वायरस खुद को और तेज बनाता है मगर ज्यादा म्यूटेशन के बाद वह कमजोर हो सकता है और संक्रमण फैलाने लायक नहीं रहता।
द संडे टेलिग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार जिनेवा में सेन माटीर्नो जनरल अस्पताल में संचारी रोग विभाग के प्रमुख प्रोफेसर बाशेट्टी ने बताया कि मार्च और अप्रैल में इस वायरस का असर जंगल में एक शेर जैसा था, मगर अब यह पूरी तरह बिल्ली बन चुका है। अब तो 80 से 90 साल के बुजुर्ग भी बिना वेंटिलेटर के ठीक हो रहे हैं। पहले ये मरीज दो से तीन दिन में मर जाते थे। म्यूटेशन की वजह से वायरस अब फेफड़ों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा रहा है।
वहीं, दिल्ली स्थित संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के मॉलिक्युलर मेडिसन ऐंड बायोटेक्नॉलजी विभाग के पूर्व प्रोफेसर डॉ. मदन मोहन गोडबोले का कहना है कि कोरोना वायरस अब कमजोर हो रहा है। भले ही संक्रमितों की संख्या बढ़ेगी, लेकिन मौतों की संख्या कम होगी। उन्होंने विकास सिद्धांत की चर्चा करते हुए बताया कि दो तरह के वायरस होते हैं। एक जो काफी खतरनाक होता है और दूसरा जो कमजोर होता है। खतरनाक वायरस का प्रसार कम लोगों तक होता है, जबकि कमजोर वायरस तेजी से फैलता है।
इस तरह दोनों वायरस के बीच अस्तित्व की लड़ाई शुरू हो जाती है और इसमें कमजोर वायरस की जीत होती है। उसके बाद केवल कमजोर वायरस बच जाता है। कमजोर वायरस के अधिक लोग संक्रमित होते तो हैं, लेकिन उनमें खतरा कम होता है। कुछ दिनों के बाद इंसान का शरीर खुद को वायरस से लड़ने के लिए तैयार भी कर लेता है। इसी सिद्धांत के आधार पर गोडबोले का मानना है कि कोरोना वायरस अब कमजोर हो रहा है और इससे संक्रमण के मामले तो तेजी से आएंगे, लेकिन मौतों की संख्या कम होगी।
(लेखक : अखिल पाराशर, चाइना मीडिया ग्रुप में पत्रकार हैं)
लंदन, 13 अगस्त (आईएएनएस)| अनुभवी बल्लेबाज मोहम्मद हफीज ने इंग्लैंड दौरे पर बायो सिक्योर बबल नियम तोड़ने पर खुद को पाकिस्तान टीम से अलग कर लिया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इसकी जानकारी दी। पीसीबी ने कहा कि हफीज टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं है, लेकिन सीमित ओवरों की सीरीज खेलेंगे। हफीज ने एक गोल्फ कोर्स पर एक उम्रदराज महिला के साथ अपनी तस्वीर ट्वीट की।
यह गोल्फ कोर्स टीम होटल के पास है, लेकिन खिलाड़ियों को 'बायो सिक्योर बबल' के बाहर किसी से बातचीत करने की अनुमति नहीं है।
पीसीबी ने एक बयान में कहा, " मोहम्मद हफीज आज सुबह एक गोल्फ कोर्स गए थे, जोकि टीम के होटल के पास है। गोल्फ राउंड के दौरान उन्होंने एक महिला के साथ फोटो ली और इसे उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।"
हफीज उन खिलाड़ियों में से हैं जो इंग्लैंड जाने से पहले कोरोना जांच में पॉजिटिव पाए गए थे, लेकिन उन्होंने निजी तौर पर टेस्ट कराया जो निगेटिव आया। बाद में दो और जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही वह इंग्लैंड आ सके हैं।
दीपक शर्मा
नई दिल्ली, 12 अगस्त (आईएएनएस)| पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए और अपने स्वयं के संविधान की अवहेलना करते हुए, कब्जे वाले गिलगित बाल्टिस्तान (जीबी) क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधनों को लूटने के लिए चीनी खनन कंपनियों को खुली छूट दे दी है। यही नहीं, इस्लामाबाद ने डियामर डिवीजन में एक बड़ा बांध बनाने के लिए बीजिंग के साथ अरबों डॉलर के एक अनुबंध पर भी हस्ताक्षर किया है, जबकि यह इलाका कानूनी रूप से भारत का है।
पाकिस्तान सरकार ने गिलगित और बाल्टिस्तान में चीनी फर्मों को अवैध रूप से सोना, यूरेनियम और मोलिब्डेनम का खनन करने के लिए 2,000 से अधिक लीज दे दी है। ऐसा करते हुए इमरान खान सरकार ने पर्यावरण के मानदंडों को भी हवा में उड़ा दिया है।
अवैध खननों के इस मामले का खुलासा निर्वासित नेता और गिलगित बाल्टिस्तान क्षेत्र के एक प्रमुख राजनीतिक संगठन यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी (यूकेपीएनपी) के मुख्य प्रवक्ता ने किया है।
अजीज ने फोन पर आईएएनएस को बताया, 'हम अगले महीने जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन में प्राकृतिक संसाधनों को लूटने की पाकिस्तान की इस साजिश का पदार्फाश करेंगे।"
पाकिस्तानी संविधान के अनुच्छेद 257 का हवाला देते हुए अजीज ने कहा कि इस्लामाबाद में सरकार को जीबी क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधनों को लूटने का कोई अधिकार नहीं है।
अजीज ने आगे कहा, "यहां नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। मीडिया रिपोर्ट नहीं कर सकता है। जीबी क्षेत्र में आवाज उठाने वाले लोगों को दंडित किया जा रहा है। ऐसी परिस्थितियों में जब कोई भी किसी निर्णय का विरोध नहीं कर सकता है तो प्राकृतिक संसाधनों को लूटा जा रहा है। पाकिस्तान चीन के हाथों का खिलौना बन गया है।"
स्विट्जरलैंड के जिनेवा में रहने वाले यूकेपीएमपी नेता ने आगे कहा, "स्थानीय लोगों से सलाह नहीं ली जाती है। उनके हितों की पूरी तरह से अनदेखी की जा रही है। जीबी क्षेत्र में चीन को इस तरह उपकृत करने का ये कदम अंतरराष्ट्रीय कानूनों का भी उल्लंघन है।"
बता दें कि उत्तरी क्षेत्रों में गिलगित, बाल्टिस्तान और डियामर में मीडिया को पूरी तरह सेंसर किया गया है। इसे पाक सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
हाल ही में चीन की सरकारी फर्म और पाकिस्तान आर्मी की एक विंग के बीच डियामर भाषा बांध बनाने के लिए 442 बिलियन रुपये का जॉइंट वेंचर भी हुआ है।
गिलगित बाल्टिस्तान में प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर पाकिस्तान 45,000 मेगावाट बिजली पैदा करने की योजना बना रहा है। ये बिजली पाकिस्तान के लोगों के लिए इस्तेमाल की जाएगी ।
बता दें कि जीबी क्षेत्र में एक स्थानीय सरकार है लेकिन इसका कंट्रोल पाकिस्तान से होता है ।
काबू के बाद महामारी के फिर आने की जताई आशंका
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेषज्ञों के अनुसार अभी तक कोविड-19 वायरस ने कोई मौसमी विशेषता नहीं दिखायी है। ऐसे में कोरोना वायरस की रोकथाम से जुड़े कदम शिथिल किये जाने के बाद महामारी के फिर से लौटकर आने की आशंका है। हाल ही में कुछ यूरोपीय देशों में कोविड-19 के पुष्ट मामलों की संख्या फिर से बढ़ गई, जबकि उन देशों ने महामारी पर नियंत्रण कर लिया था।
कुछ रिपोर्ट के अनुसार यूरोप के सामने महामारी का दूसरा चरण आएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपात कार्यक्रम के प्रधान माइकल रयान ने 10 अगस्त को आयोजित न्यूज ब्रीफिंग में कहा कि कम प्रचलन के दौर में महामारी के अचानक प्रकोप की संभावना भी होगी। पश्चिमी यूरोप के देशों को क्लस्टर महामारी और सामुदायिक संचरण पर ध्यान देना चाहिए और स्थानीय स्थिति के अनुसार रोकथाम के कदम उठाने चाहिए, ताकि व्यापक लॉकडाउन से बच सकें।
माइकल रयान ने साथ ही कहा कि अभी तक कोविड-19 ने कोई मौसमी विशेषता नहीं दिखाई है। लेकिन इसने स्पष्ट रूप से यह दिखाया है कि अगर एहतेयाती कदमों का दबाव कम हुआ, तो उस का प्रकोप फिर आएगा। यही वास्तविकता है।
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ट्रेडोस अधनोम गैब्रेयसस ने कहा कि विश्व में कोविड-19 महामारी का मुकाबला और रोकथाम करने, रोगियों का इलाज करने और उपचार तरीकों का अध्ययन करने के लिए तीन महीने पहले डब्ल्यूएचओ ने अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पहल की शुरुआत की थी। इस परियोजना के समर्थन से कई टीके दूसरे या तीसरे चरण की परीक्षा से गुजर रहे हैं। विश्व के 160 से अधिक देशों ने इसमें भाग लिया है।(IANS)
अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन ने सांसद कमला हैरिस को उप-राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है.
इस पद के लिए चुनाव लड़ने वाली वो पहली काली महिला होंगी. हालांकि उनकी जड़ें भारत में भी हैं और वो भारतीय-जमाईका मूल की हैं.
इससे पहले दो बार किसी महिला को उप-राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया था. 2008 में रिपब्लिकन पार्टी ने सारा पैलिन को अपना उम्मीदवार बनाया था और 1984 में डेमोक्रेटिक पार्टी ने गिरालडिन फ़ेरारो का अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन दोनों ही चुनाव हार गई थीं.
अमरीका की दोनों प्रमुख पार्टियों ने आज तक किसी अश्वेत महिला को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार नहीं बनाया है. और आज तक कोई अमरीकी महिला राष्ट्रपति का चुनाव नहीं जीत सकी है.
कैलिफ़ोर्निया की सांसद कमला हैरिस एक समय जो बाइडन को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए चुनौती दे रहीं थीं, लेकिन राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर होने के बाद उनके नाम की चर्चा हमेशा से हो रही थी कि जो बाइडन उन्हें उप-राष्ट्रपति पद के लिए अपना साथी उम्मीदवार चुनेंगे.
कमला कैलिफ़ोर्निया की अटॉर्नी जनरल रह चुकी हैं और वो पुलिस सुधार की बहुत बड़ी समर्थक हैं.जो बाइडन तीन नवंबर को होने वाले चुनाव में मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मुक़ाबला करेंगे जो रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं.
मौजूदा उप-राष्ट्रपति माइक पेन्स एक बार ट्रंप के साथ उप-राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे. बाइडन ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.
उन्होंने लिखा कि उन्हें ये बताते हुए गर्व हो रहा है कि उन्होंने कमला हैरिस को अपना उप-राष्ट्रपति उम्मीदवार चुना है.
बाइडन ने उन्हें, "बहादुर योद्धा और अमरीका के सबसे बेहतरीन नौकरशाहों में से एक" क़रार दिया.
बाइडन ने लिखा कि उन्होंने देखा है कि कमला ने कैसे उनके दिवंगत बेटे के साथ काम किया है जब वो कैलिफ़ोर्निया की अटॉर्नी जनरल थीं.
बाइडन ने लिखा, "मैंने ख़ुद देखा है कि उन्होंने कैसे बड़े-बड़े बैंकों को चुनौती दी, कामगारों की मदद की, और महिलाओं और बच्चों को शोषण से बचाया."
उन्होंने आगे लिखा, "मैं उस वक़्त भी गर्व महसूस करता था और आज भी गर्व महसूस कर रहा हूं जब इस अभियान में वह मेरी सहयोगी होंगी."
कमला हैरिस ने ट्वीट कर बाइडन का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, "बाइडन अमरीकी लोगों को एक कर सकते हैं क्योंकि उन्होंने हमलोगों के लिए लड़ते हुए अपनी पूरी ज़िंदगी लगा दी. और राष्ट्रपति के तौर पर वो एक ऐसा अमरीका बनाएंगे जो कि हमारे आदर्शों पर खरा उतरेगा."
हैरिस ने आगे लिखा, "मैं अपनी पार्टी की तरफ़ से उप-राष्ट्रपति के उम्मीदवार की हैसियत से उनके साथ शामिल होने पर गर्व महसूस करती हूं और उनको अपना कमांडर-इन-चीफ़ (राष्ट्रपति) बनाने के लिए जो भी करना पड़ेगा वो करूंगी."
बाइडन के चुनाव अभियान की तरफ़ से बताया गया है कि बाइडन और कमला हैरिस बुधवार को डेलवेयर में लोगों को संबोधित करेंगे.
ट्रंप ने कहा, अमरीका के लिए ग़लत है ये जोड़ी
वहीं, अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जो बाइडन और कमला हैरिस के साथ आने पर निराशा जताई है. उन्होंने कहा कि दोनों 'अमरीका के लिए ग़लत' हैं.
ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, ''कमला हैरिस वो व्यक्ति हैं जिन्होंने ऐसी कई कहानियां सुनाईं, जो सच नहीं थीं. जैसा कि आपको पता है कि उन्होंने प्राइमरी चुनाव में बहुत ख़राब प्रदर्शन किया था. इसलिए मुझे थोड़ी हैरत हो रही है कि बाइडन ने उन्हें क्यों चुना.''
ट्रंप ने कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी की प्राइमरी बहसों के दौरान कमला हैरिस 'बेहद बुरी' और 'डरावनी' थीं. उन्होंने कहा, ''वो जो बाइडन के प्रति अपमानजनक रवैया रखती थीं और ऐसे लोगों को चुनना मुश्किल होता है.''
ट्रंप ने कहा कि बाइडन का हैरिस को चुनना दिखाता है कि कैसे वो एक खोखली योजना को 'अतिवादी वामपंथी एजेंडे' से भर रहे हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर पर एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें कमला हैरिस की वो टिप्पणियां शामिल हैं जो उन्होंने बाइडन के ख़िलाफ़ कही थीं. इस वीडियो में कहा गया है कि 'फ़र्जी कमला' और 'लचर बाइडन' एकसाथ परफ़ेक्ट हैं लेकिन अमरीका के लिए ग़लत हैं.
कमला हैरिस कौन हैं?
55 साल की कमला हैरिस दिसंबर में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की रेस से बाहर हो गई थीं.
कमला हैरिस का जन्म कैलिफ़ोर्निया के ओकलैंड में हुआ था. उनके माता-पिता प्रवासी थे. उनकी माँ का जन्म भारत में हुआ था, जबिक उनके पिता का जन्म जमाइका में हुआ था.
उन्होंने हावर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी जो कि एक काले कॉलेज और यूनिवर्सिटी की हैसियत से पहचानी जाती है.
कमला कहती हैं कि वह अपनी पहचान को लेकर हमेशा संतुष्ट रहती हैं और ख़ुद को सिर्फ़ एक अमरीकी कहलाना पसंद करती हैं.
2019 में उन्होंने वाशिंगटन पोस्ट से कहा था कि नेताओं को सिर्फ़ अपने रंग और पृष्ठभूमि के कारण किसी ख़ास ढांचे में नहीं ढालना चाहिए. उनका कहना था, "मेरा कहना है कि मैं जो हूं वो हूं. मैं इससे ख़ुश हूं. आपको देखना है कि क्या करना है लेकिन मैं इससे बिल्कुल ख़ुश हूं."
हावर्ड के बाद कमला हैरिस ने कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी से क़ानून की डिग्री ली और फिर वकालत शुरू कर दी.
उसके बाद वो अमरीका के सबसे बड़े राज्य कैलिफ़ोर्निया की अटॉर्नी जनरल बनीं. इस पद पर पहुंचने वाली वो पहली महिला और पहली अफ़्रीकी-अमरीकी थीं.
कमला हैरिस दो बार अटॉर्नी जनरल रहीं और फिर 2017 में वो सांसद बनीं. वो ऐसा करने वाली दूसरी काली महिला थीं.
कमला की उम्मीदवारी पर प्रतिक्रिया
ट्रंप की चुनावी टीम ने कहा है कि कमला हैरिस का चुना जाना बताता है कि जो बाइडन ख़ाली कवच हैं जो कि अतिवादी वामपंथी एजेंडा से भरा जा रहा है.
ट्रंप की टीम ने कहा, "बहुत पहले की बात नहीं है जब कमला हैरिस ने जो बाइडन को नस्लवादी क़रार दिया था और माफ़ी की माँग की थी जो उन्हें कभी नहीं मिली."
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, जिनके साथ बाइडन ने आठ सालों तक उप-राष्ट्रपति के पद पर काम किया था, ने ट्वीट कर कहा, "वो इस पद के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. उन्होंने अपने पूरे करियर को हमारे संविधान को बचाने के लिए लगाया है और उन लोगों की लड़ाई लड़ी है जिन्हें यहां जायज़ हिस्सेदारी मिलनी चाहिए."
ओबामा ने आगे कहा, "आज हमारे देश के लिए अच्छा दिन है. अब चलिए इसे जीता जाए."
ओबामा के समय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रह चुकीं और उप-राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाए जाने की एक प्रबल दावेदारी रही सुज़न राइस ने सबसे पहले कमला हैरिस को मुबारकबाद दी.
राइस ने कहा, "सांसद हैरिस एक दृढ़ निश्चय वाली और रास्ता दिखाने वाली नेता हैं और वो चुनाव अभियान के दौरान एक महान सहयोगी होंगी."
राइस ने आगे कहा, "मुझे पूरा विस्वास है कि बाइडन-हैरिस की जोड़ी जीतने वाली जोड़ी साबित होगी."(bbc)