राष्ट्रीय
हितेश टिक्कू
लंदन, 10 अगस्त (आईएएनएस)| ब्रिटेन स्थित कंपनी 'ईस्ट ब्रिस्टल ऑक्शंस' महात्मा गांधी के चश्मों की एक जोड़ी की नीलामी करेगा। कंपनी के कर्मचारियों ने इसे एक सादे लिफाफे में रखा पाया था। यह दक्षिम पश्चिम इंग्लैंड में सबसे बड़ा ऑक्शन हाउस है।
नीलामीकर्ता एंड्रयू स्टोव ने कहा, "कोई शुक्रवार रात उन्हें हमारे लेटर बॉक्स में डाल गया था और वे सोमवार तक वहीं रहे।"
उन्होंने कहा, "मेरे स्टाफ कर्मचारियों में से एक ने मुझे थमाते हुए कहा कि एक नोट भी है जिसमें लिखा है कि ये चश्मे महात्मा गांधी के चश्मे हैं। मैंने सोचा यह तो दिलचस्प है।"
स्टोव ने कहा कि जब उन्होंने जांच की तो पाया कि गांधी ने सोने की परत चढ़े चश्मों को पहना था।
स्टोव ने बताया कि उन्होंने इसके विक्रेता को फोन किया और वह भी इस बारे में जानकारी आश्चर्यचकित रह गया।
चश्मों के 19,600 डॉलर से ज्यादा में बिकने की उम्मीद है।
स्टोव ने कहा कि चश्मों के मालिक ने उन्हें बताया कि उसके परिवार के एक सदस्य को 1920 के दशक के दौरान महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान दिए थे। चश्मों को पीढ़ी दर पीढ़ी सौंपा जाता रहा था।
उन्होंने कहा कि हमने तारीखों पर गौर किया और यह सब मेल खाता है।
इन चश्मों की ऑनलाइन नीलामी 21 अगस्त को होगी।
पटना, 10 अगस्त (आईएएनएस)| शिवसेना के नेता संजय राउत के सुशांत सिंह राजपूत के पिता के. के. सिंह के दो विवाह करने के आरोपों का सुशांत के परिजन ने ना केवल खंडन किया है बल्कि वे अब इस बयान को लेकर मानहानि का मामला दर्ज भी कराने की बात कही है। सुशांत के चचेरे भाई और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक नीरज कुमार बबलू ने सोमवार को आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा कि संजय राउत 'डिस्टर्ब' हो गए हैं।
उन्होंने राउत के बयान पर कहा, "उन्हें हर चीज में राजनीति नजर आ रही है। यह एक संवेदनशील मामला है। उन्हें सोच-समझकर बयान देना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि जिनके देश में करोड़ों प्रशंसक हों और उनके पिता जी के खिलाफ ऐसा कहना काफी शर्मनाक है। राउत को इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा, "ऐसे बयान से मेरे परिवार का अपमान हुआ है। इससे परिवार के मान सम्मान पर आघात हुआ है। इस कारण इसे लेकर अदालत में मानहानि का मुकदमा दर्ज किया जाएगा।"
राउत ने रविवार को मुंबई में संदेह जताते हुए पूरे मामले को सुनियोजित बताया था।
बिहार पुलिस पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा कि यह अनावश्यक रूप से इस मामले में कूदी है। अभिनेता ने जो कुछ हासिल किया वह मुंबई के कारण था।
राउत ने कहा, "सुशांत और उनके पिता कृष्ण किशोर सिंह के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध नहीं थे, क्योंकि वह पुनर्विवाह (पिता के) फैसले से परेशान थे। उन्हें बिहार पुलिस में एफआईआर दर्ज करने के लिए उकसाया गया था, जो मुंबई में एक घटना की जांच करने आई थी।"
उल्लेखनीय है कि सुशांत का शव 14 जून को उसके मुंबई में बांद्रा स्थित उनके फ्लैट से बरामद हुआ था। इस मामले को लेकर पटना में भी एक मामला दर्ज कराया गया है। फिलहाल इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है।
नयी दिल्ली, 10 अगस्त (आईएएनएस)| तमिलनाडु के मूल निवासी पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम एक मामले में द्रमुक सांसद कनिमोझी के समर्थन में सामने आए हैं। उन्होंने कनिमोझी के साथ हवाई अड्डे पर हुई एक घटना को लेकर ट्वीट किया है जिसमें उनसे उनकी नागरिकता के बारे में पूछा गया था। चिदंबरम ने यह भी कहा कि ऐसा उनके साथ भी हो चुका है। चिदंबरम ने कहा, "चेन्नई हवाई अड्डे पर डीएमके सांसद कनिमोझी का अप्रिय अनुभव असामान्य नहीं है। मैंने भी सरकारी अधिकारियों और आम नागरिकों के ऐसे ताने सुने हैं, जिन्होंने जोर देकर मुझसे टेलीफोन या आमने-सामने हिन्दी में बात करने के लिए कहा।"
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, "यदि केंद्र वास्तव में इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि भारत में हिंदी और अंग्रेजी दोनों आधिकारिक भाषा हैं, तो इस बात जोर देना चाहिए कि सभी केंद्रीय सरकारी कर्मचारी हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाएं बोल सकें।"
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने यह भी पूछा, "जब गैर-हिंदी भाषी लोग केंद्र सरकार के पदों पर भर्ती होते हैं तो वे तेजी से हिन्दी बोलना सीखते हैं, तो ऐसे ही हिन्दी-भाषी कर्मचारी अंग्रेजी बोलना क्यों नहीं सीख सकते?"
इस बीच भाजपा ने उनके आरोप को "चुनावी स्टंट" कहकर खारिज कर दिया है। बीजेपी के महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने कनिमोझी के आरोप को काउंटर करते हुए ट्वीट कर कहा, "विधानसभा चुनाव 8 महीने दूर हैं .. प्रचार शुरू हो गया है"।
नई दिल्ली, 10 अगस्त (आईएएनएस)| अदालत की अवमानना से जुड़े एक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने प्रशांत भूषण का स्पष्टीकरण स्वीकार नहीं किया है। भूषण पर साल 2009 में अदालत की अवमानना का मामला दर्ज किया गया था।
मनोज पाठक
गोपालगंज, 10 अगस्त (आईएएनएस)| बिहार के 16 जिलों में आई बाढ़ से जहां आम लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है वहीं बेजुबान पशुओं के सामने भी चारे के लाले पड़े हुए हैं। लोग चाहकर भी पशुओं के चारे की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। गंडक की उफान से बचने के लिए लोग अपने गांव-घर को छोड़कर ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं, जब गांव घर छूटा तो लोगों ने अपने पालतू पशुओं को भी अपने साथ लेकर ऊंचे स्थानों पर शरण ले ली। लेकिन अब गांव और खेत में जलसैलाब के कारण पशुओं के लिए चारा की व्यवस्था करना टेढ़ी खीर साबित हो रही है।
बेजुबानों की भूख मिटाने के लिए लोग प्रशासन से मांग भी कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई खास व्यवस्था नहीं हो पाई है। रतनसराय रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म, सीवान-सरफरा पथ, राष्ट्रीय राजमार्गो, तटबंधों पर लोग अपने पशुओं के साथ जीवन गुजार रहे हैं। बेजुबानों के चारा नहीं उपलब्ध करा पाने की स्थिति में पशुपालक की बेचैनी बढ़ी हुई है।
कुछ लोग तो इन पशुपालकों की जरूरतों को मजबूरी समझ इसका लाभ भी उठा रहे हैं। कई लोग जहां बाढ़ का पानी कम है वहां से पेड़ों के पत्ते काटकर पहुंचा रहे हैं और पशुपालकों से मनमाना पैसा वसूल रहे हैं। पशुपालक भी इन्हीं पत्तों के सहारे अपने पशुओं की जिंदगी बचाने की कोशिश में जुटे हैं।
रतनसराय प्लेटफॉर्म पर आशियाना बना चुके प्रमोद राय कहते हैं कि एक तो पशुचारा की समस्या है ऊपर से बाढ़-बारिश का महीना होने के कारण इन्हें तरह-तरह की बीमारी का खतरा है। उन्होंने बताया कि रेलवे पटरियों के पास पेड़ों से पत्ता तोड़ने की भी मनाही है। पत्ता भी हमारे पशुपालकों को नसीब नहीं हो रहा है।
इधर, तीन भैंसों के साथ सड़क के किनारे आशियाना बना चुके महादेव मांझी कहते हैं कि घर में जो भी भूसा, चोकर आदि था वह साथ ले आए थे, लेकिन अब वह भी समाप्त हो गया है। अब तक जलकुंभी खिलाकर पशुओं का जीवन बचाने की कोशिश की जा रही है।
वह कहते हैं कि गांव, खेत सभी जलमग्न हैं, कहीं से भी घास लाने की व्यवस्था नहीं है। कुछ इलाकों में संपर्क ही कटा हुआ है। संपर्क होता तो चारे की कोई व्यवस्था भी होती।
कई पशुपालकों ने तो बाढ़ की आशंका के कारण अपने पालतू पशुओं को पहले ही ऊंचे स्थानों पर रहने वाले रिश्तेदारों के यहां भेज चुके थे। ऐसे पशुपालकों का कहना है कि परेशानी को भांप कर पहले ही गायों को रिश्तेदारों के यहां भेज दिया था। कम से कम इसका सुकून तो है कि उनके पशु सुरक्षित हैं।
इधर, बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित बरौली प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार आईएएनएस को बताते हैं कि प्रखंड के बाढ़ प्रभावित इलाकों में 11 टन पशुचारा की मांग जिला प्रशासन से की गई है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि दो से तीन पंचायतों में पशुपालकों के लिए चारा का इंतजाम प्रति मवेशी चार किलोग्राम चारा के हिसाब से आपूर्ति किया गया है।
उन्होंने कहा कि चरणबद्ध तरीके से पशुचारा जिला द्वारा भेजा जा रहा है, उसी तरह से आपूर्ति भी की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि गोपालगंज जिले के पांच प्रखंडों के 66 पंचायतों की करीब चार लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक सात पालतू पशुओं की मौत हो चुकी है।
मुंबई, 10 अगस्त (आईएएनएस)| अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के बारे में पूछताछ के लिए तलब किए गए अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शोविक और पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए । दोपहर 12.15 बजे के आसपास उनसे पूछताछ शुरू हुई।
ईडी ने शुक्रवार को रिया, उनकी पूर्व मैनेजर श्रुति मोदी, सुशांत के घर के मैनेजर सैमुअल मिरांडा से इस मामले में पूछताछ की थी। ईडी ने शोविक से भी शुक्रवार को आठ घंटे से अधिक और शनिवार को 18 घंटे से अधिक और रविवार की देर रात तक पूछताछ की थी।
यह पहली बार है कि रिया के पिता इंद्रजीत से ईडी मामले के संबंध में पूछताछ कर रही है।
ईडी के सूत्रों ने कहा कि एजेंसी को अवैध रूप से धन के लेनदेन का संदेह है और जांचकर्ताओं के पास पूरे मामले के बारे में स्पष्ट तस्वीर है।
इससे पहले हुई पूछताछ के दौरान रिया खुद को निर्दोष बताती आई हैं।
ईडी राजपूत की तीन कंपनियों के बारे में रिया और उनके परिवार के सदस्यों से पूछताछ करेगी। वह इन कंपनियों में पार्टनर रही हैं।
ईडी रिया और उनके परिवार के स्वामित्व वाली दो संपत्तियों के मामले में भी जांच कर रही है। खार (पूर्व) के फ्लैट के बारे में, रिया ने ईडी के अधिकारियों को बताया कि उन्होंने 60 लाख रुपये का हाउसिंग लोन (आवासीय ऋण) लिया था और बाकी की राशि, लगभग 25 लाख रुपये, अपनी आय के माध्यम से भुगतान किया था। एजेंसी उनके पिता से एक और संपत्ति के बारे में भी पूछताछ करेगी।
एजेंसी ने चक्रवर्ती परिवार से पिछले पांच वर्षों का आयकर रिटर्न मांगा है।
ईडी ने 31 जुलाई को सुशांत के पिता के.के. सिंह की शिकायत पर बिहार पुलिस की प्राथमिकी के आधार पर मामला दर्ज किया था। सिंह ने आरोप लगाया कि उनके बेटे के कोटक महिंद्रा बैंक खाते से 15 करोड़ रुपये निकाले गए या ट्रांसफर किए गए।
गौरतलब है कि सुशांत 14 जून को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने आवास पर फांसी पर लटके पाए गए थे।
नई दिल्ली, 10 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 2,312 किलोमीटर लंबे चेन्नई-अंडमान निकोबार द्वीप समूह सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल परियोजना का उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसका शुभारंभ करेंगे। समुद्र के भीतर बिछी यह केबल पोर्ट ब्लेयर को स्वराज दीप (हैवलॉक), लिटिल अंडमान, कार निकोबार, कामोरता, ग्रेट निकोबार, लांग आईलैंड और रंगट को भी जोड़ेगा। इस परियोजना की आधारशिला प्रधानमंत्री ने पोर्ट ब्लेयर में दिसंबर 2018 में रखी थी और यह प्रोजेक्ट तय वक्त में पूरा हो गया है।
इस परियोजना की शुरूआत होने से अंडमान निकोबार द्वीप समूह में मोबाइल, ब्रॉडबैंड और लैंडलाइन दूरसंचार सेवाएं बेहतर और भरोसेमंद होंगी. ये सेवाएं देश के अन्य भागों की तरह होंगी। इससे वहां 4 प्रतिशत सेवाएं भी दुरुस्त होंगी। सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल लिंक चेन्नई और पोर्ट ब्लेयर के बीच 2&200 गीगाबिट का बैंडविद्थ (जीबीपीएस) देगा। पोर्ट ब्लेयर और अन्य द्वीपों के बीच 2&100 जीबीपीएस देगा।
इससे इन द्वीपों पर भरोसेमंद, मजबूत और उच्च गति के दूरसंचार और ब्राडबैंड सुविधा उपलब्ध होगी, जो ग्राहकों के साथ-साथ रणनीतिक और कामकाज के दष्टिकोण से उल्लेखनीय उपलब्धि होगी। आधिकारिक बयान के अनुसार, बेहतर दूरसंचार और ब्रॉडबैंड संपर्क सुविधा से अंडमान निकोबार द्वीप क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार सृजन को गति मिलेगी। साथ ही इससे अर्थव्यवस्था में मजबूती आएगी और लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा। बेहतर कनेक्टिविटी से टेलीमेडिसिन और टेली-एजुकेशन को बढ़ावा मिलेगा।
अंडमान निकोबार के मुख्य सचिव चेतन सांघी ने कहा, भारत सरकार द्वारा अंडमान के लिए चेन्नई से अंडर सी केबल जो कनेक्ट हो रहा है, उसके लिए सारे अंडमान के द्वीप वासी भारत सरकार के और मुख्य रूप से प्रधानमंत्री के ह्रदय से कृतज्ञ हैं। जब वह (पीएम मोदी) दिसंबर 2018 में यहां आए थे, अंडमान में इसकी आधारशिला रखी थी और 20 साल से अंडमानवासी जो सपना देख रहे थे, वह अब पूरा होने जा रहा है।
परियोजना का क्रियान्वयन भारत संचार निगम लिमिटेड कर रही है, जबकि टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड तकनीकी परामर्शदाता थी. इस परियोजना के लिए करीब 2300 किलोमीटर ओएफसी बिछाया गया है, जिसपर करीब 1,224 करोड़ रुपये की लागत आई है।
नई दिल्ली, 10 अगस्त (वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सातवीं बार लाल किले के प्राचीर पर तिरंगा फहरायेंगे और राष्ट्र को संबोधित करेंगे , जिसके साथ ही वह सबसे अधिक बार ऐसा करने वाले पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री होंगे।
श्री मोदी ने पहली बार 2014 में लालकिले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था और पिछले वर्ष अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल में छठवीं बार तिरंगा फहराकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के पहले प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की बराबरी कर ली थी। वह इस बार श्री वाजपेयी से एक कदम आगे बढक़र सातवीं बार तिरंगा फहराएंगे।
भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के मुखिया रहे अटल बिहारी वाजपेयी 19 मार्च 1998 से 22 मई 2004 के बीच छह बार तिरंगा फहराया था। श्री वाजपेयी हालांकि 1996 में पहली बार प्रधानमंत्री बने थे लेकिन उनकी सरकार ज्यादा दिन नहीं चल पायी थी और उन्हें राष्ट्रीय ध्वज फहराने का अवसर नहीं मिल पाया था।
देश में आपातकाल को लेकर आम जनता में आक्रोश की लहर ने 1977 के आम चुनाव में तत्कालीन कांग्रेस सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया और केंद्र में जनता पार्टी की सरकार बनी । आजादी के बाद यह पहली गैर-कांग्रेसी सरकार थी। श्री मोरारजी देसाई इस सरकार के मुखिया बने। उन्होंने दो बार 1977 और 1978 में लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा फहराया था।
दिलचस्प तथ्य यह भी है कि ऐसी दो शख्सियतें भी रही , जो प्रधानमंत्री तो बने , लेकिन उन्हें लालकिले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराना नसीब नहीं हुआ। देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के निधन के बाद 27 मई 1964 को श्री गुलजारी लाल नंदा कुछ समय के लिए कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने। श्री लाल बहादुर शास्त्री के निधन के बाद भी वह कुछ समय के लिए कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने। इसी प्रकार श्री चंद्रशेखर 10 नवंबर 1990 को प्रधानमंत्री बने लेकिन छह महीने बाद ही कांग्रेस ने उनकी पार्टी की सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया और उन्हें 21 जून 1991 को पद से हटना पड़ा।
श्री नेहरू के बाद उनकी पुत्री श्रीमती इंदिरा गांधी 24 जनवरी 1966 से 24 मार्च 1977 तथा 14 जनवरी 1980 से 31 अक्टूबर 1984 के दौरान प्रधानमंत्री रही। इन दो अवधि में श्रीमती गांधी ने 16 बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया। तीसरे नंबर पर डॉ मनमोहन सिंह है जिन्होंने 10 बार लालकिले पर तिरंगा फहराया। वह 22 मई 2004 से 26 मई 2014 तक प्रधानमंत्री रहे।
श्री राजीव गांधी और तेलुगु क्षत्रप एवं देश में आर्थिक सुधारों के प्रणेता रहे पामुलपति वेंकटपति नरसिम्हा राव ने पांच-पांच दफे लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया। राजीव गांधी 31 अक्टूबर 1984 से एक दिसंबर 1989 तक प्रधानमंत्री रहे जबकि श्री राव का कार्यकाल 21 जून 1991 से 10 मई 1996 तक रहा। देश में एक ईमानदार शासक की छवि के प्रतीक लालबहादुर शास्त्री नौ जून 1964 से 11 जनवरी 1966 तक प्रधानमंत्री रहे और दो बार तिरंगा फहराया।
श्रीनगर, 10 अगस्त (आईएएनएस) पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल, जो नौकरशाह से राजनेता बने, उनके प्रशासन में वापस शामिल होने की संभावना है। दरअसल अधिकारियों ने उन्हें अवगत कराया है कि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है। यह जानकारी शीर्ष अधिकारियों ने दी।
दिलचस्प बात तो यह है कि फैसल द्वारा इस्तीफा देने और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (जेकेपीएम) नामक एक राजनीतिक पार्टी बनाने के बावजूद उनका नाम सरकार के आधिकारिक वेबसाइट पर से जम्मू एवं कश्मीर के कैडर आईएएस की सूची से नहीं हटाया गया।
कुछ खबरों के अनुसार, फैसल के अपने ट्विटर हैंडल से राजनीतिक बायो को हटाकर वापस प्रशासन सेवा में शामिल होने की संभावना जताई है।
उन्होंने अपने ट्विटर बायो पर रविवार शाम को लिखा, "एडवर्ड एस फेलो, एचकेएस हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, मेडिको। फुलब्राइट। सेंटट्रिस्ट।"
इससे यह साफ नजर आता है कि उन्होंने जेकेपीएम के संस्थापक के रूप में अपने राजनीतिक बायो हटा दिया है।
गौरतलब है कि उन्होंने साल 2010 की सिविल सेवा परीक्षा में टॉप किया था और उन्हें आईएएस का होम कैडर आवंटित किया गया था।
एक ईमानदार अधिकारी के रूप में लोकप्रिय फैसल के शुभचिंतकों ने उन्हें साल 2018 में राजनीति में शामिल होने के लिए इस्तीफा देने पर आगाह किया था कि हो सकता है राजनीति उन्हें रास न आए।
वहीं सूत्रों का यह भी कहना है कि सरकार ने हाल ही में उन्हें यह महसूस कराया कि उनके सिविल सेवा में वापस शामिल होने से 'उन्हें कोई ऐतराज नहीं' है।
यदि वह वापस प्रशासन सेवा में शामिल होने का विकल्प चुनते हैं, तो वह जम्मू और कश्मीर में सबसे कम राजनीतिक कैरियर के लिए एक और रिकॉर्ड बनाएंगे।
उन्होंने जेकेपीएम की स्थापना 2019 की शुरुआत में काफी धूमधाम से की थी।
इंदौर, 10 अगस्त (आईएएनएस)| कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के मीडिया विभाग के अध्यक्ष और विधायक जीतू पटवारी को कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर से छेड़छाड़ करना महंगा पड़ गया। भाजपा की ओर से इंदौर में पुलिस से इस मामले में शिकायत की गई, जिस पर पुलिस ने पटवारी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। कांग्रेस ने पुलिस कार्रवाई को लेकर भाजपा पर हमला बोला है।
कांग्रेस के विधायक जीते पटवारी ने शनिवार को अपने ट्विटर हैंडिल पर कथित तौर पर प्रधानमंत्री मोदी की एक तस्वीर को साझा की। यह तस्वीर तो थी अयोध्या में राममंदिर भूमि पूजन की, मगर उससे छेड़छाड़ की गई थी। इसी बात पर इंदौर के भाजपा नेताओं ने शनिवार की देर रात को पुलिस उप महानिरीक्षक हरिनारायण चारी मिश्रा को एक शिकायती आवेदन देकर मामला दर्ज करने की मांग की।
डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा का कहना है कि भाजपा नेताओं ने आवेदन देकर आईटी के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है। इस आवेदन पर जांच कराने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इस आवेदन में कहा गया है कि तस्वीर को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया और अमर्यादित टिप्पणी की गई थी।
हालांकि पटवारी ने देर रात को अपने ट्विटर हैंडिल से शनिवार को दिन में किए गए ट्वीट को हटा लिया है।
छत्रीपुरा थाने ने रविवार को भाजपा नेताओं की शिकायत पर पटवारी के खिलाफ धारा 188 और 464 के तहत मामला दर्ज किया है।
भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने पुलिस की प्राथमिकी दर्ज किए जाने की प्रति साझा करते हुए ट्वीट किया है, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर लगातार फर्जी पोस्ट करने वाले पूर्व मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के सिपहसालार जीतू पटवारी पर एफआईआर दर्ज।"
वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा है, "मैं पहले भी यह कह चुका हूं और आज फिर दोहरा रहा हूं, भाजपा प्रदेश में निरंतर गलत परंपराओं को जन्म दे रही है। राजनीतिक बदलेबाजी, दबाव-दुर्भावना की राजनीति व द्वेष भावना से काम कर रही है। भाजपा जनता का विश्वास खो चुकी है, इसलिए बौखलाहट में यह सब कर रही है। मैं भाजपा सरकार को खुली चेतावनी देता हूं कि वो इस कुत्सित व घृणित राजनीति से बाज आए, अन्यथा हमें सड़कों पर उतरना पड़ेगा, भाजपा सरकार की इस दमनकारी सोच का मुंहतोड़ जवाब देना पड़ेगा।"
नई दिल्ली, 10 अगस्त (आईएएनएस)| देश में चीन विरोधी भावना के बीच टिकटॉक के विकल्प के तौर पर प्रमुखता से उभरकर सामने आई स्वदेशी शॉर्ट वीडियो-शेयरिंग एप चिंगारी ने करीब 10 करोड़ रुपये का फंड जुटाया है। चिंगारी को यह फंडिंग सीड राउंड में मिली है, जिसमें एजेंललिस्ट इंडिया, उत्सव सोमानी की आईसिड, विलेज ग्लोबल, लॉगएक्स वेंचर और नाउफ्लॉट्स के जसमिंदर सिंह गुलाटी जैसे निवेशक शामिल हैं।
कंपनी ने रविवार को एक बयान में कहा कि प्रमुख तौर पर इस फंड का इस्तेमाल नई भर्ती और उत्पाद विकास (प्रोडक्ट डेवलपमेंट) के लिए किया जाएगा। चिंगारी एप अब अपने प्लेटफॉर्म की पहुंच को बढ़ाने और इसे उपभोक्ता केंद्रित बनाने पर जोर दे रही है।
चिंगारी एप के सह-संस्थापक एवं सीईओ सुमित घोष ने कहा, "हमें खुशी है कि निवेशकों ने हमारे काम को सराहा और चिंगारी की इस यात्रा में साथ चलने का फैसला किया।"
चिंगारी एप ने कहा कि उसके पास 2.5 करोड़ उपयोगकर्ता (यूजर्स) का आधार है और इनमें से 30 लाख लोग ऐसे हैं जो इसके सक्रिय (एक्टिव) उपयोगकर्ता हैं और वह दैनिक तौर पर एक्टिव रहते हैं।
एजेंललिस्ट इंडिया के उत्सव सोमानी ने एक बयान में कहा, "सुमित और टीम चिंगारी ने दिखाया है कि किसी उत्पाद के फीचर को कैसे लोकप्रिय बनाया है जाता है। ऐसा मैंने पहले कभी नहीं देखा है।"
उन्होंने कहा कि वो सभी चैनल्स के जरिए अपने यूजर्स को सुनते हैं, ताकि उनके लिए सर्वश्रेष्ठ शॉर्ट वीडियो कॉन्टेन्ट का अनुभव प्रदान किया जा सके।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)| इंग्लैंड का ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया एक साथ संयुक्त मंच पर आएंगे। ऑक्सफोर्ड और जामिया के शिक्षक के बीच विचारों का यह आदान-प्रदान डिजिटल मंच पर होगा। इंग्लैंड और भारत के विशेषज्ञ इस दौरान महात्मा गांधी के विचारों पर चिंतन एवं चर्चा करेंगे। यह साझा डिजिटल चिंतन एवं चर्चा महात्मा गांधी का 150वां जन्मवर्ष मनाने की दिशा में एक पहल है। इसके लिए जामिया इंग्लैंड की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर एक अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन करने जा रहा है। यह वेबीनार मंगलवार शाम को आयोजित किया जाएगा। वेबीनार में महात्मा गांधी के विचारों एवं उनके दर्शन पर चर्चा होगी।
जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा, "भारत की ओर से केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' इस कार्यक्रम में शरीक होंगे। वहीं ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर फैजल देवजी इस वेबीनार के दौरान महात्मा गांधी द्वारा दिए गए अहिंसा के सिद्धांत और 'जियोग्राफी ऑफ नॉन वायलेंस' पर अपनी बात रखेंगे।"
गौरतलब है कि इस वर्ष जामिया मिल्लिया इस्लामिया की इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी फैकल्टी ने स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2020 प्रतियोगिता भी जीती है। जामिया की 'टीम मॉन्क्स' इसने इस प्रतियोगिता में बिहार सरकार द्वारा दी गई प्रॉब्लम का समाधान ढूंढा। इस साल, केंद्र सरकार के 37 विभागों, 17 राज्य सरकारों और 20 उद्योगों की 243 समस्याओं को हल करने के लिए 10,000 से अधिक छात्र स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में शामिल हुए थे।
राष्ट्रीय स्तर की यह प्रतियोगिता भारत सरकार के केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित की गई थी। जामिया के 'सॉफ्टवेयर एडिशन इन प्रॉब्लम स्टेटमेंट एनएस 275' में यह जीत दर्ज की। टीम ने 1 लाख रुपये का इनाम भी प्राप्त किया है।
टीम मॉन्क्स ने एक ऐसे सिस्टम का निर्माण किया, जिससे कृषि क्षेत्र को 6 अलग-अलग वर्गों में भूमि के उपयोग के बारे में बताया जा सके और अगले साल फसल कैसी होगी, इसकी भी भविष्यवाणी करने में मदद की जा सके। इससे सरकार को कम बारिश या बाढ़ की समस्याओं की आशंकाओं का पहले से ही पता चल सकेगा।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल और ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का आयोजन कुछ निजी संगठनों के साथ मिलकर करते हैं। यह एक राष्ट्रव्यापी पहल है, जो छात्रों को हमारे दैनिक जीवन में आने वाली समस्याओं को हल करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
नई दिल्ली, 10 अगस्त (आईएएनएस)| सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अयोध्या में मिली 5 एकड़ जमीन पर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने बाबरी नाम से किसी मस्जिद के निर्माण की बात को खारिज कर दिया है। इस बीच विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को 2010 में हुए हरिद्वार कुंभ के संत सम्मेलन का प्रस्ताव याद कराते हुए कहा कि संगठन कभी देश में विदेशी आक्रांताओं की निशानी बनने भी नहीं देगा। विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने आईएएनएस से कहा, "हरिद्वार में 2010 के कुंभ के दौरान हुए संत सम्मेलन में जारी प्रस्ताव में कहा गया था कि देश में किसी भी स्थान पर बाबरी नाम से कोई मस्जिद नहीं बनने दी जाएगी। अयोध्या का आंदोलन सिर्फ राम मंदिर तक सीमित नहीं था, बल्कि यह बाबरवादी सोच और विदेशी आक्रांताओं की निशानियों के खिलाफ जंग थी। सुन्नी वक्फ बोर्ड का फैसला सही है। लेकिन, याद रखें कि संगठन किसी विदेशी आक्रांता के नाम पर निर्माण बर्दाश्त नहीं करेगा।"
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अयोध्या के पास रौनाही के धन्नीपुर गांव में मस्जिद के लिए सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन मिली है। हाल में सोशल मीडिया पर चर्चा उड़ी कि यहां पर बाबर के नाम से नई मस्जिद बनाने की तैयारी है, जिस पर सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से गठित ट्रस्ट इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने बाबर के नाम से मस्जिद बनने की बातों को अफवाह करार दिया है।
बेंगलुरु, 10 अगस्त (आईएएनएस)| कर्नाटक में कोरोना संक्रमण के 5,985 नए मामले सामने आने के साथ राज्य में सक्रिय मामले रविवार को 80,000 के करीब पहुंच गए। यह जानकारी स्वास्थ्य अधिकारियों ने दी। अधिकारियों ने बताया कि नए मामले जुड़ने के साथ राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या 80,973 हो गई और संक्रमितों की कुल संख्या 1.78 लाख तक पहुंच गई।
राजधानी बेंगलुरु में संक्रमितों की संख्या 74,185 तक जा पहुंची, जिनमें से 33,815 सक्रिय मरीज हैं।
इस बीच, वायरस से और 107 लोगों की मौत हो गई, जिसके साथ राज्य में कोरोना से मौतों का आंकड़ा 3,198 हो गया।
राहत की बात यह है कि और 4,670 मरीज डिस्चार्ज किए गए, जिससे संक्रमण मुक्त होने वालों की कुल संख्या 93,908 हो गई।
राज्य में 1.78 लाख मरीजों में से 80,973 सक्रिय हैं और 678 विभिन्न अस्पतालों के आईसीयू में भर्ती हैं।
एटा (उत्तर प्रदेश), 9 अगस्त (आईएएनएस) । उत्तर प्रदेश के एटा जिले के जलेसर कस्बे में कारीगरों की एक टीम अयोध्या में नए राम मंदिर के लिए 2,100 किलोग्राम वजन की घंटा बना रही है। घंटी को अयोध्या भेजने से पहले अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है।
50 वर्षीय दाऊ दयाल और 56 वर्षीय इकबाल मिस्त्री इस 'अष्टधातु' के घंटे की डिजाइनिंग, ग्राइंडिंग और पॉलिशिंग समेत सभी कार्यों के प्रभारी हैं। उन्होंने बताया कि जीवन में पहले बार उन्होंने इतने बड़े आकार का घंटा बनाया है।
दाऊ दयाल ने कहा, "इस घंटे की खास बात यह है कि यह एक ही टुकड़ा है, इसमें कहीं भी टुकड़े जोड़कर वेल्डिंग नहीं की गई है। इसके कारण इसे बनाना कठिन था। कई लम्बे चरण के साथ इस घंटे की ढलाई की गई। मोल्ड में धातु डालने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया गया था।'"
'अष्टधातु' के इस घंटे में - सोना, चांदी, तांबा, जस्ता, सीसा, टिन, लोहा और पारा का संयोजन है।
देश के 'सबसे बड़ी घंटों' में शुमार इस घंटे को बनाने के लिए हिंदुओं और मुसलमानों की 25 कारीगरों की टीम ने एक महीने तक हर दिन 8 घंटे काम किया है।
जलेसर नगर परिषद के अध्यक्ष और इस वर्कशॉप के मालिक विकास मित्तल ने कहा, "यह घंटा राम मंदिर को दान किया जाएगा।"
वहीं विकास के भाई आदित्य मित्तल कहते हैं, "हमारा मानना है कि कुछ दैवीय कारणों के चलते यह काम हमारे पास आया। इसीलिए हमने इस घंटे को मंदिर को दान करने का फैसला किया है।"
घंटे की लागत 21 लाख रुपये आई है और इसे बनाने की प्रारंभिक योजना से लेकर बनकर तैयार होने तक में 4 महीने का समय लगा।
बता दें कि मित्तल को यह घंटा तैयार करने का आदेश निर्मोही अखाड़े से मिला था, जो कि कोर्ट में चले अयोध्या विवाद में एक वादी था।
जयपुर, 9 अगस्त (एजेंसी )| राजस्थान के जोधपुर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां लोड़ता हरिदासोता गांव के पास एक साथ 11 शव मिलने से हड़कंप है. इन में चार महिलाओं, दो बच्चों और 5 पुरुष शामिल है. मौके से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है.
ये सभी मृतक लोग एक ही कमरे में सो रहे थे.
ये 11 लोग पाकिस्तानी शरणार्थी बताए जा रहे हैं. ये सभी यहां खेती का काम करते थे.
पुलिस ने कहा, "11 लोग मृत पाए गए, जबकि एक जीवित था। हालांकि, उसे घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उसने दावा किया कि वह बाहर सो रहा था और पता नहीं क्या हुआ था। उसने कहा कि जब वह अपने घर के अंदर गया, तो उसने अपने परिवार के सदस्यों के शव देखे और मदद के लिए चिल्लाया।"
जिला पुलिस अधीक्षक (जोधपुर ग्रामीण) राहुल बरूथ और अन्य अधिकारी घटना स्थल पर थे और जांच कर रहे थे। पुलिस ने घर और उसके आसपास के इलाके को सील कर दिया है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे जांच करने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या मरने वालों ने जहर खाया था, या जहरीली गैस का रिसाव हुआ था, या कहीं उनकी हत्या तो नहीं कर दी गई।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)| रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा 101 रक्षा उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने रविवार को उन पर कटाक्ष करते हुए उनकी घोषणा को 'फुसफुसाहट' करार दिया। चिदंबरम ने एक बयान में कहा, "रक्षा मंत्री ने रविवार सुबह एक 'धमाके' का वादा किया, जो 'फुसफुसाहट' के साथ खत्म हो गया!"
इससे पहले दिन में राजनाथ ने कहा, "रक्षा मंत्रालय अब आत्मनिर्भर भारत की पहल में एक बड़ा योगदान देने के लिए तैयार है। मंत्रालय ने रक्षा उपकरणों के उत्पादन में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए 101 उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है।"
चिदंबरम ने बताया कि भारत में रक्षा उपकरणों का एकमात्र आयातक रक्षा मंत्रालय है। उन्होंने कहा, "किसी भी आयात पर रोक वास्तव में खुद पर रोक है। रक्षा मंत्री ने अपनी रविवार की ऐतिहासिक घोषणा में जो कहा वह केवल एक कार्यालयीन आदेश था।"
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि 'इम्पोर्ट एम्बार्गो' (आयात पर रोक) केवल 'शब्दजाल' है। इसका मतलब यह है कि हम 2 से 4 साल में वही उपकरण (जो हम आज आयात करते हैं) बनाने की कोशिश करेंगे और उसके बाद उनका आयात करना बंद कर देंगे!"
बता दें कि 101 उपकरणों की सूची में न केवल आसान उपकरण, बल्कि आर्टिलरी गन, असॉल्ट राइफल, सोनार सिस्टम, परिवहन विमान, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर और रडार जैसे हाई टेक हथियार और सिस्टम भी शामिल हैं।
लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)| माफिया डॉन से राजनेता बने मुख्तार अंसारी का करीबी सहयोगी और खूंखार शूटर राकेश पांडे को रविवार सुबह उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की एक टीम ने लखनऊ के बाहरी इलाके में मार गिराया है। अधिकारियों ने बताया कि शूटर राकेश पांडे उर्फ हनुमान पांडे पर 1 लाख रुपये का इनाम था।
एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने कहा कि जब पांडे अपने एक साथी से मिलने के लिए सरोजनीनगर पुलिस थाने की सीमा के एक इलाके में गया तो वहां एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की। इसी दौरान हुई जवाबी फायरिंग में पांडे को गोली लगी।
पुलिस ने कहा कि पांडे पिछले 23 वर्षों में अंसारी के गिरोह द्वारा की गई कई हत्याओं और गोलीबारी की घटनाओं में शामिल था। उस पर भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप था, जिनकी 2005 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। लेकिन पांडे को अधीनस्थ अदालत में मुकदमे के बाद बरी कर दिया गया था।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि पांडे के खिलाफ 1993 और 2010 के बीच कम से कम 10 आपराधिक मामले दर्ज हुए थे और अपराधी पिछले 10 वर्षों से फरार था।
आईजी ने कहा कि पुलिस पिछले कई महीनों से उसे लगातार ट्रैक करने की कोशिश कर रही थी।
मुंबई, 9 अगस्त (आईएएनएस)| सुशांत सिंह राजपूत मामले में अपनी जांच को जारी रखते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के भाई शोविक चक्रवर्ती को वित्तीय लेनदेन के संबंध में दूसरी बार सवालों के घेरे में लाया गया। शनिवार को दोपहर के करीब शोविक ईडी के कार्यालय में उपस्थित हुए थे और उन्हें 18 घंटे से भी ज्यादा समय के बाद रविवार को सुबह सात बजे के आसपास वहां से वापस निकलते हुए देखा गया।
अधिकारियों के मुताबिक, उनसे पूछताछ कर रही ईडी की टीम को कथित तौर पर उन्होंने गोलमोल या असंतुष्टिजनक जवाब दिए, जिसके चलते उन्हें सोमवार को फिर से तलब किए जाने की संभावना है।
इसके अलावा, रिया चक्रवर्ती को भी ईडी के द्वारा सोमवार को एक और दौर पूछताछ करने के लिए बुलाया जाएगा। शुक्रवार को उनसे आठ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी।
दिवंगत अभिनेता के पिता कृष्ण किशोर सिंह के द्वारा अपने बेटे के वित्तीय मामलों से संबंधित कुछ विषयों पर सवाल करने के लिए पटना पुलिस के साथ शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद ईडी अन्य बातों के साथ ही साथ मनी-लॉन्ड्रिंग के एंगेल को भी टटोल रही है।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (वार्ता)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोरोना वायरस को मात दे दी है। दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एवं उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने रविवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी। श्री तिवारी ने लिखा, देश के यशस्वी गृह मंत्री अमित शाह जी का कोविड रिपोर्ट आया निगेटिव।
श्री शाह दो अगस्त को कोरोना संक्रमित होने के बाद उपचार के लिए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती हुए थे। उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी।
संत कबीर नगर (उप्र), 9 अगस्त (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले के एक गांव के पास एक 55 वर्षीय वकील का शव शनिवार को आम के पेड़ से लटका मिला।
मृतक अनिल यादव जिला सिविल कोर्ट में वकील थे और उनका शव महुली इलाके के बशिया गांव में उनके घर से करीब 500 मीटर दूर पाया गया।
यादव के एक रिश्तेदार ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार शाम वकील का अपनी पत्नी और बेटे के साथ बहस हुआ था।
हालांकि, यादव के बेटे ने पुलिस को बताया, "मेरे पिता शुक्रवार शाम को किसी बात को लेकर परेशान थे और रात के खाने के बाद जब मैंने उनसे पूछने की कोशिश की तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और शाम को टहलने निकल गए। उनकी मौत संदिग्ध है और यह एक हत्या हो सकती है।"
महुली पुलिस स्टेशन के एसएचओ, प्रदीप सिंह ने कहा कि प्रथम ²ष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है, लेकिन जांच के बाद ही चीजें स्पष्ट होंगी।
सिंह ने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से रविवार को देश में कृषि से जुड़ी सुविधाएं तैयार करने के लिए एक लाख करोड़ रुपए के विशेष फंड को लॉन्च किए जाने पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा है कि इससे हर जिले के मशहूर उत्पादों को देश और दुनिया से जोड़ा जा सकेगा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को कहा, "कृषि से जुड़ी सुविधाएं तैयार करने के लिए एक लाख करोड़ का विशेष फंड लॉन्च करने तथा साढ़े 8 करोड़ किसान परिवारों के खातों में 17,000 करोड़ रुपए ट्रांसफर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का धन्यवाद।"
जेपी नड्डा ने कहा, "सरकार के इस महत्वपूर्ण कदम से गांवों में बेहतर भंडारण, आधुनिक कोल्ड स्टोरेज चेन व रोजगार के अवसर तैयार करने में मदद मिलेगी। इस योजना के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत हर जिले के मशहूर उत्पादों को देश व दुनिया से जोड़ा जा सकेगा।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को एक लाख करोड़ का विशेष फंड जारी करते हुए कहा कि अब आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत किसान और खेती से जुड़े इन सारे सवालों के समाधान ढूंढे जा रहे हैं। एक देश, एक मंडी के जिस मिशन को लेकर बीते 7 साल से काम चल रहा था, वो अब पूरा हो रहा है। आज जो एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्च र फंड लॉन्च किया गया है, इससे किसान अपने स्तर से भी गांवों में भंडारण की आधुनिक सुविधाएं बना पाएंगे।
मुंबई, 9 अगस्त (वार्ता)। देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार छठे सप्ताह बढ़ता हुआ 31 जुलाई को समाप्त सप्ताह में अब तक रिकार्ड स्तर 534.56 अबर डॉलर पर पहुंच गया।
इससे पिछले सप्ताह में यह 522 अरब डॉलर के पार पहुंचा था। रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा का देश का भंडार 11.93 अरब डॉलर बढक़र 534.56 अरब डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति और स्वर्ण भंडार में बड़ी वृद्धि के कारण विदेशी मुद्रा भंडार में करीब 12 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है।
विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 31 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान 10.34 अरब डॉलर बढक़र 490.82 अरब डॉलर हो गई। इसी अवधि में स्वर्ण भंडार 1.52 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 37.62 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
आलोच्य सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास आरक्षित निधि 5.4 करोड़ डॉलर बढक़र 4.63 अरब डॉलर पर और विशेष आहरण अधिकार 1.2 करोड़ डॉलर बढक़र 1.47 अरब डॉलर पर रहा।
अब दो मुट्ठी अनाज के लिए जद्दोजहद
मुजफ्फरपुर, 9 अगस्त (आईएएनएस)| बिहार के 38 में से 16 जिले बाढ़ प्रभावित हैं। कई क्षेत्रों में अब बाढ़ का पानी कुछ कम हुआ है, लेकिन अभी भी लोग दो मुट्ठी अनाज के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। मुजफ्फरपुर जिले के भरतुआ में बागमती नदी और धरफ री गांव में गंडक नदी के पानी में आया उफान भले ही अब कुछ शांत हो गया हो लेकिन बाढ़ के कारण पैदा हुईं मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं। बाढ़ की तबाही से बेचैन लोग किसी तरह जान बचाकर अभी भी ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं।
ऐसे लोग अपनी जिन्दगी को तो सुरक्षित कर रहे हैं परंतु भूख की मार से बेजार लोगों को दो मुट्ठी अनाज के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। आशियाना के नाम पर ऐसे लोग 'ढमकोल' की चारदीवारी और पॉलिथिन से छत बनाकर पूरे परिवार के साथ दिन गुजार रहे हैं।
कई अन्य वर्षो की तरह इस साल भी मुजफ्फरपुर में बाढ़ ने कहर बरपाया है। यहां के 14 प्रखंडों के 240 पंचायतों में गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, लखनदेई, वाया सहित कई छोटी नदियों ने जमकर कहर ढाया।
मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड के कुछ गांवों में नदी की धार कहर बरपा कर कुछ कम हुई है, लेकिन आज भी इस गांव में एक से दो फीट पानी है और ऐसे हालातों में ही लोग अपनी जिन्दगी की गाड़ी को खींच रहे हैं। बाढ़ का पानी धरफरी गांव के महादलित परिवारों की तीन दर्जन झोपड़ियों को बहाकर ले गई, तब से ये पविार खनाबदोशों की तरह जिंदगी गुजार रहे हैं।
गांव की रहने वाली अंजना देवी कहती हैं कि गंडक ने तो गांव और बधार सब कुछ उजाड़ दिया है। हम लोग तो अब गांव के बाहर झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं।
वे कहती हैं कि अबोध बच्चों के लिए ना दूध मिल पा रहा है ना ही बुर्जुगों के लिए दवा उपलब्ध हो पा रही है, परंतु इसे देखने वाला कोई नहीं है। सब नेता वोट मांगने आते हैं लेकिन हर बाढ़ की तरह इस साल की बाढ़ में भी कोई नेता अब तक नहीं आया।
इधर, गांव के लेाग जिला प्रशासन के उस दावे को भी खोखला बता रहे हैं, जिसमें प्रशासन ने राहत सामग्री बांटने की बात कही है। भरतुआ, बेनीपुर, मोहनपुर, विजयी छपरा गांवों के कई परिवारों के लोग अभी भी ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं।
बाढ़ पीड़ितों के लिए शरणस्थली बनी कुछ जगहों में बुनियादी सुविधाएं नहीं है। गांव के लोगों का कहना है कि इलाकों में सामुदायिक रसाईघर चल रहा है लेकिन वहां से एक समय का ही भोजन दिया जा रहा है।
अब अपनी समस्याओं को लेकर लोग सड़कों पर भी उतरने लगे हैं। विजयी छपरा सहित आसपास के गांव के लोगों ने दो दिन पहले राष्ट्रीय राजमार्ग 77 को अवरूद्घ कर बाढ़ पीड़ितों को सहायता देने की मांग की थी। वहीं शुक्रवार को मुजफ्फरपुर-दरभंगा रोड को बाढ़ पीड़ितों ने जाम कर दिया था।
मोहनपुर गांव के रामेश्वर कहते हैं कि आधे से ज्यादा खेतों में लगी फ सलें बाढ़ के पानी में डूबकर बर्बाद हो गई हैं। अब बची-खुची फ सल बचाने के लिए लोग अपनी जिंदगी को दांव पर लगा रहे हैं। वे कहते हैं कि खेत में लगी फ सल तो बर्बाद हो गई है परंतु अब आशियाना ना बहे, इसके लिए जतन किए जा रहा हैं।
इधर, सरकार खेतों में बर्बाद हुई फ सल का सर्वेक्षण कराने में जुटी है। मुजफ्फरपुर कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक रामकृष्ण पासवान भी मानते हैं कि बाढ़ से फ सलों को खासा नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि जिले में 40 से 70 प्रतिशत फ सलों को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है, उसके बाद ही नुकसान का सही आंकड़ा सामने आ पाएगा।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष बाढ़ से मुजफ्फरपुर जिले की 14 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित हुई है। जिला प्रशासन का दावा है कि जिले के बाढ़ प्रभवित इलाकों में 348 सामुदायिक रसोई घर चलाए जा रहे हैं, जिसमें 2.41 लाख से अधिक लोग प्रतिदिन भोजन कर रहे हैं।
पालघर (महाराष्ट्र), 9 अगस्त (आईएएनएस)| महाराष्ट्र की अपराध जांच शाखा (सीआईडी) ने पालघर में 16 अप्रैल को भीड़ द्वारा दो साधुओं और उनके ड्राइवर को पीट-पीटकर मार डालने के मामले में ठाणे जिले के भिवंडी में एक किशोर अदालत में दो नाबालिग आरोपियों के खिलाफ अपनी रिपोर्ट दर्ज की है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। हालांकि, इस मामले में कुल 11 किशोर आरोपी हैं, लेकिन सीआईडी ने केवल दो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है और जल्द ही शेष नौ के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
सीआईडी ने गुरुवार को इस मामले में 47 और आरोपियों के खिलाफ अपना तीसरा आरोप पत्र दायर किया था, जिन्हें 13 मई को गिरफ्तार किया गया था।
उन पर सरकारी अधिकारियों को ड्यूटी में बाधा पहुंचाने और हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया है, क्योंकि उन्होंने मौके पर पहुंची एक पुलिस टीम पर पथराव किया था।
जुलाई के मध्य में सीआईडी ने दो अलग-अलग आरोप पत्र दायर किए थे, जो लगभग 11,000 पन्नों के थे, जिसमें कुल 154 व्यक्तियों में से 126 को दो अलग-अलग मामलों में सामान्य अभियुक्त के रूप में नामित किया गया था। यह आरोप पत्र दहानू कोर्ट मजिस्ट्रेट एम. वी. जवाले के सामने दायर किए गए थे।
16 अप्रैल की रात जूना अखाड़ा के साधू कल्पवृक्षगिरी महाराज (70), उनके सहायक सुशीलगिरि महाराज (35) और इनके ड्राइवर नीलेश तेलगड़े (30) राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान मुंबई से सूरत में एक अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहे थे। इन्हें बीच रास्ते लोगों की भीड़ ने रोककर लाठी-डंडों से खूब पीटा जिसके बाद इन्होंने दम तोड़ दिया।