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बढ़ते कोविड मामलों को देख यूरोपीय देशों ने लगाईं सख्त पाबंदियां
23-Dec-2021 2:37 PM
बढ़ते कोविड मामलों को देख यूरोपीय देशों ने लगाईं सख्त पाबंदियां

जर्मनी समेत कई यूरोपीय देश क्रिसमस के बाद कोविड संबंधी नई पाबंदियां लगाएंगे. कई देशों में अब नए साल के कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे. ओमिक्रॉन वैरिएंट के आने से यूरोप कोविड की पांचवी लहर की ओर बढ़ रहा है.

  (dw.com) 

कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर यूरोप के बड़े हिस्से में नई पाबंदियां लगाई गई हैं. क्रिसमस और नए साल को यूरोप में जोर-शोर से मनाया जाता है. ऐसे में कोविड 19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट का फैलाव रोकने के मकसद से ये फैसले लिए गए हैं.

आबादी के हिसाब से यूरोप के सबसे बड़े देश जर्मनी में क्रिसमस के बाद से नई पाबंदियां लागू होंगी. जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्त्स ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कोविड की अगली लहर को दरकिनार नहीं किया जा सकता. शॉल्त्स और 16 जर्मन राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक के बाद सरकार ने फैसला लिया कि जर्मनी में क्रिसमस के बाद से और सख्त पाबंदियां लागू होंगी. इन पाबंदियों के मुताबिक निजी आयोजनों में वैक्सीन लगवा चुके 10 लोगों से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकते, पूरे देश में नाइट क्लब बंद होंगे औरस्टेडियम में दर्शक नहीं आ पाएंगे. पूरे एहतियात बरतते हुए, दर्शकों की मौजूदगी के बिना मैच खेले जाएंगे.

शॉल्त्स ने मीडिया से बातचीत में कहा, "बीते दो सालों का अनुभव बताता है कि क्रिसमस और ईस्टर की वजह से कोविड के मामलों में कोई बहुत बड़ा इजाफा नहीं हुआ है.” शॉल्त्स ने कोविड वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को तेज करने की बात भी कही है. जर्मनी में करीब 70 फीसदी आबादी को वैक्सीन की दोनों खुराक मिल चुकी हैं. जर्मनी के राष्ट्रीय आपदा नियंत्रण केंद्र ने ट्वीट कर "जनवरी के मध्य तक आपसी मेलजोल में अधिकतम सावधानी बरतने" को कहा है. साथ ही अपने नागरिकों को "बेहद जरूरी होने की सूरत में ही यात्रा करने" की हिदायत दी है.

फ्रांस
जर्मनी के पड़ोसी देश फ्रांस में भी सरकार सतर्क है. फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ओलीविए वेरेन ने कहा है कि वैरिएंट (ओमिक्रॉन) बहुत संक्रामक है इसीलिए हम तेजी से वैक्सीन के बूस्टर डोज लगा रहे हैं. फ्रांस में इस वक्त कोविड की पांचवी लहर चल रही है और अस्पताल तक पहुंच रहे गंभीर मामलों को कम से कम रखने पर जोर दिया जा रहा है. देश में रोजाना 70 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए जा रहे है. हाल के दिनों में कोविड मामलों को कम करने की नाइट क्लबों को बंद कर दिया गया है और नए साल के मौके पर होने वाली आतिशबाजी के कार्यक्रमों पर भी रोक लग गई है.

फिनलैंड
फिललैंड ने पहले से लागू कोविड पाबंदियों को और सख्त किया है. प्रधानमंत्री सना मरीन के नेतृत्व में हुई एक मीटिंग में फैसला किया गया कि रेस्त्रां, बार या सार्वजनिक आयोजन वाली जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का सही इंतजाम न होने पर पाबंदियां लगेंगी. ऐसी ज्यादा मेलजोल वाली जगहें वैक्सीन सर्टिफिकेट होने के बावजूद लोगों के लिए या तो बहुत कम समय के लिए खुलेंगी या फिर पूरी तरह बंद कर दी जाएंगी. इसके अलावा यूरोपीय संघ के किसी भी सदस्य देश से फिनलैंड जाने वाले किसी भी शख्स को कोविड निगेटिव रिपोर्ट और वैक्सीन की दोनों डोज लगे होने के सर्टिफिकेट दिखाने होंगे. क्रिसमस की रात 9 बजे तक सभी बार बंद कर दिए जाएंगे.

नीदरलैंड्स
नीदरलैंड्स में बढ़ते ओमिक्रॉन मामलों के मद्देनजर क्रिसमस से पहले ही पूरी तरह से लॉकडाउन लगा दिया गया है. प्रधानमंत्री मार्क रुटे ने कहा है कि 14 जनवरी 2022 तक रोजमर्रा के सामान की दुकानों के अलावा सभी सार्वजनिक और व्यावसायिक जगहों को बंद कर दिया जाएगा. यहां नवंबर के आखिर से ही दर्शकों की मौजूदगी के बिना मैच खेले जा रहे हैं. नई पाबंदियों में दो से ज्यादा लोगों के एक साथ चलने तक की मनाही है.

स्कॉटलैंड
द्वीपीय देश स्कॉटलैंड में नई पाबंदियां क्रिसमस के बाद लागू होंगी. नए निर्देशों के मुताबिक, क्रिसमस में आपसी मेलजोल को तीन परिवारों तक ही सीमित रखने की सलाह दी गई है. त्योहार के बाद से किसी भी कार्यक्रम में किसी भी सूरत में 500 से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकेंगे. आयोजनों में मौजूद लोगों को 1 मीटर की आपसी दूरी का ख्याल रखना होगा. खेल के मैदानों में दर्शकों को आने की इजाजत नहीं होगी. कोविड संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए सभी परिजनों को 10 दिन तक क्वारंटीन में रहना होगा.

ब्रिटेन
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है क्रिसमस तक कोई भी नई पाबंदियां लागू नहीं होंगी. इसके अलावा ब्रिटेन ने 10 दिन के आइसोलोशन पीरियड को कम करके 7 दिन कर दिया है. ब्रिटेन में भी बूस्टर डोज लगाने में तेजी लाने पर जोर दिया जा रहा है. यूरोप के बाकी देश जैसे इटली, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, चेक रिपब्लिक और स्पेन भी नई पाबंदियों पर विचार कर रहे हैं.

आरएस/आरपी (एपी, एएफपी, रॉयटर्स)

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