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सऊदी कंपनी अरामको ने मुनाफ़ा दोगुना बढ़ने के बाद किया निवेश बढ़ाने का एलान
21-Mar-2022 2:57 PM
सऊदी कंपनी अरामको ने मुनाफ़ा दोगुना बढ़ने के बाद किया निवेश बढ़ाने का एलान

साल 2021 में मुनाफा दोगुना करने के बाद सऊदी अरब की कंपनी अरामको की योजना ऊर्जा उत्पादन में अपना निवेश तेजी से बढ़ाने की है. कंपनी ने अगले पांच सालों में अपना उत्पादन महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने का लक्ष्य रखा है.

हाल के महीनों में आपूर्ति की तुलना में मांग के ज़्यादा रहने के कारण तेल की कीमतें काफी बढ़ी हैं. यूक्रेन युद्ध और एनर्जी सप्लाई के मामले में रूस पर निर्भर होने पर हिचक के कारण ऊर्जा की आपूर्ति पर अतिरिक्त दबाव पड़ा है.

सऊदी कंपनी के इस कदम को लेकर माना जा रहा है कि ऊंची ऊर्जा क़ीमतों से परेशान राजनेता इसका स्वागत करेंगे. हालांकि अरामको उत्पादन बढ़ाने के लिए निवेश में वृद्धि का जो फ़ैसला लिया है, वो योजना अगले पांच से आठ सालों के लिए है.

पिछले हफ़्ते ब्रितानी प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सऊदी अरब का दौरा किया था. बोरिस जॉनसन ने इस दौरे में शॉर्ट टर्म के लिए विश्व बाज़ार में तेल की आपूर्ति बढ़ाने के लिए सऊदी अरब को मनाने की कोशिश की थी.

तेल उत्पादक देशों के समूह ओपेक में सऊदी अरब सबसे बड़ा उत्पादक है. तेल की क़ीमतें इस समय पिछले 14 सालों के उच्चतम स्तर पर हैं. माना जा रहा है कि सऊदी अरब अगर उत्पादन बढ़ाता है तो इससे क़ीमतों में कमी आ सकती है.

हालांकि सऊदी अरब की मानवाधिकार हनन के मामलों को लेकर आलोचना होती रही है. सऊदी अरब यमन के संघर्ष में शामिल है. उस पर साल 2018 में सऊदी पत्रकार जमाल ख़ाशोज्जी की हत्या, असंतुष्टों को जेल भेजने और बड़े पैमाने पर लोगों को मृत्यु दंड की सज़ा देने का आरोप है.

ब्रिटेन में लेबर पार्टी ने सरकार पर ऊर्जा संकट से निपटने के लिए एक तानाशाह से दूसरे तानाशाह के पास हाथ फैलाने का आरोप लगाया है.

ब्रिटेन के चांसलर ऋषि सुनक ने इस पर जवाब देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री का ऊर्जा आपूर्ति बढ़ाने के लिए सऊदी अरब से बातचीत करना पूरी तरह से सही कदम है.

कोरोना महामारी के दौरान वैश्विक ऊर्जा बाज़ार में डिमांड और सप्लाई पर असर पड़ा था जिसकी वजह से तेल की क़ीमतें काफी कम हो गई थीं. आर्थिक गतिविधियों के सुस्त पड़ने से साल 2020 में अरामको के मुनाफे में भारी गिरावट आई थी.

लेकिन जैसे ही कई देशों में लॉकडाउन हटने लगा और आर्थिक गतिविधियां फिर से पटरी पर आने लगीं, साल 2021 में ऊर्जा क़ीमतों में तेज़ी से वृद्धि हुई. इस वजह से लगभग सभी बड़ी ऊर्जा कंपनियों के राजस्व में तेज़ वृद्धि हुई.

सऊदी कंपनी अरामको ने कहा है कि वो इस साल अपना पूंजीगत व्यय 45 से 50 अरब डॉलर बढ़ाने वाला है. कंपनी के खर्च में ये वृद्धि 2025 तक जारी रहेगी. पिछले साल कंपनी ने 31.9 अरब डॉलर खर्च किए थे. (bbc.com)

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