अंतरराष्ट्रीय
पीटीआई की नेता मलाइका बुखारी ने सत्र स्थगित होने की वजह के बारे में कहा कि स्पीकर ने थोड़ा सा समय मांगा है.
उन्होंने इस आरोप से इंकार किया है कि ये वोटिंग न कराने की कोई चाल है. हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि आज अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी या नहीं, लेकिन होगी ज़रूर.
उन्होंने कहा कि ‘भाषणों का एक क्रम था जिसके अनुसार पहले विपक्ष के नेता ने भाषण दिया और बाद में शाह महमूद कुरैशी के भाषण के दौरान माहौल थोड़ा बिगड़ गया. इसलिए थोड़ा सा ब्रेक दिया है जिसके बाद शाह महमूद कुरैशी के भाषण के साथ सत्र दोबारा शुरू होगा.’
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार तर्कों के साथ अपना पक्ष रख रही थी, जो चीज़ें पहले सामने आई हैं और पिछली रूलिंग देने के जो कारण थे, संसद के ज़रिये उन्हें पाकिस्तान की जनता के सामने लाना ज़रूरी है.
मलाइका बुख़ारी का कहना है, "हम उच्च न्यायालयों का सम्मान करते हैं और संविधान और कानून के अनुसार आगे बढ़ेंगे. हालांकि, हमने अदालत के फैसले को निराशा के साथ स्वीकार किया है."
उन्होंने कहा कि जो चीज़ें सुप्रीम कोर्ट में सामने आनी चाहिए थी, जिस पर बात होनी चाहिए थी, जिस पर जजों को एक आयोग बनाना चाहिए था, उस पत्र की समीक्षा होनी चाहिए थी.
उन्होंने कहा कि अगर ये बात संसद में अच्छे माहौल में पूरी हो जाये तो अच्छा है. (bbc.com)