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इंफाल, 30 अप्रैल। मणिपुर के विष्णुपुर में जब्त किए गए हथियारों और गोला बारूद को ले जा रहे सेना के काफिले को मंगलवार को महिला प्रदर्शनकारियों द्वारा रोके जाने का मामला सामने आया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात कुम्बी इलाके में गश्त के दौरान सेना के दो महार रेजीमेंट के जवानों ने दो वाहनों को रोका। एक अधिकारी ने बताया, ‘‘सेना के जवानों को देख दोनों वाहनों में सवार लोग गाड़ी में रखे हथियारों को छोड़ फरार हो गए।’’ उन्होंने बताया कि बाद में मेइती महिलाओं के नागरिक समूह ‘मीरा पाइबिस’की सदस्य मौके पर पहुंचीं और हथियारों को उन्हें सौंपने की मांग की।
अधिकारी ने बताया कि महिलाओं ने मांग की कि पिछले साल मई से शुरू जातीय हिंसा के समाप्त होने तक कोई हथियार जब्त नहीं किया जाए। उन्होंने बताया कि सैकड़ों की संख्या में एकत्र महिलाओं ने सड़क को बाधित कर दिया और सेना के काफिले को गुजरने से रोका।
अधिकारी ने बताया कि सेना ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं लेकिन यह कदम भी महिलाओं पर बेअसर रहा।
अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर राज्य पुलिस के जवानों को मौके पर रवाना किया गया। इसके बाद इस बात पर सहमति बनी कि सेना हथियारों को बाद में पुलिस को सौंप देगी।
प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं का नेतृत्व कर रही जया खागेनबाम ने कहा, ‘‘कुंबी जैसे सीमांत क्षेत्र की रखवाली करने वाले गांव के स्वयंसेवकों से हथियार जब्त करने से हमें चुराचांदपुर जिले के निकटवर्ती पहाड़ी इलाकों से सशस्त्र आतंकवादियों द्वारा संभावित हमलों का खतरा हो सकता है।’’
उन्होंने कहा,‘‘सुरक्षा बलों को याद रखना चाहिए कि घाटी के बाहरी इलाकों में स्थित गांवों की सुरक्षा करने में उनकी असमर्थता के कारण गांव में स्वयंसेवकों का उदय हुआ।’’
अधिकारियों ने बताया कि अब इलाके में स्थिति सामान्य है और सेना के जवानों को वहां से बुला लिया गया है। (भाषा)