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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 मई। छत्तीसगढ़ के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने प्रदेश के तीन सिविल न्यायालयों का वर्चुअल निरीक्षण किया। इस दौरान लंबित प्रकरणों व अन्य विषयों पर उन्होंने न्यायिक अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
सिविल न्यायालय, जनकपुर का वर्चुअल निरीक्षण कर उन्होंने सिविल जज वर्ग-2 अंशुल वर्मा से न्यायालय में लंबित प्रकरणों की जानकारी ली। न्यायालय में लंबित सबसे पुराने प्रकरणों की भी जानकारी ली तथा उनके लंबित होने के कारणों को जाना तथा शीघ्र निराकरण के लिए आवश्यक निर्देश दिया
चीफ जस्टिस ने जनकपुर न्यायालय परिसर का भी निरीक्षण किया। उन्होंने यहां की साफ-सफाई व अधोसंरचना पर संतुष्टि व्यक्त की। उन्होंने आवासीय परिसर, निवास स्थान व मूलभूत सुविधाओं की भी जानकारी ली।
इसके बाद उन्होंने सिविल न्यायालय, छुईखदान (जिला राजनांदगांव) तथा राजपुर (जिला बलरामपुर स्थान रामानुजगंज) का भी वर्चुअल निरीक्षण किया। सिविल न्यायालय, छुईखदान के सिविल जज वर्ग-2 ईशान व्यास तथा सिविल न्यायालय, राजपुर के सिविल जज वर्ग-2 आलोक पाण्डेय से न्यायालय में लंबित प्रकरणों तथा सबसे पुराने प्रकरणों की जानकारी ली तथा शीघ्र निराकरण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। न्यायालय परिसर का भी निरीक्षण किया गया तथा आवासीय परिसर, निवास स्थान व मूलभूत सुविधाओं की भी जानकारी ली।
उल्लेखनीय है कि मुख्य न्यायाधीश सिन्हा नियमित रूप उच्च न्यायालय व जिला न्यायालयों के भौतिक निरीक्षण करते हैं। न्यायालयों की दक्षता तथा आधारभूत संरचना की व्यवस्था में इसके चलते सुधार आया है।