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(Photo: Kuntal Chakrabarty/IANS)
पटना, 31 मार्च| बिहार में समस्तीपुर जिले के राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा में बुधवार को सात छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए, जिसके बाद विश्वविद्यालय के कुलपति ने हॉस्टल परिसर को बंद कर दिया और रैपिड एंटीजन और आरटी-पीसीआर टेस्ट शुरू करवाने के आदेश दिए। एक अधिकारी ने कहा कि बिहार में पिछले 10 दिनों में कोरोना के 1,487 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 600 से अधिक मामले पिछले तीन दिनों में सामने आए।
वीसी रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा, "हमने छात्रों के कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करना शुरू कर दिया है। हर दिन 100 छात्रों का कोरोना टेस्ट करवा रहे हैं। हमने परिसर में एक आइसोलेशन केंद्र भी बनाया है।"
श्रीवास्तव ने कहा, "सभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों को वहां भर्ती कराया जाता है। मैं छात्रों के अभिभावकों से अपील करता हूं कि वे घबराएं नहीं। हम सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। स्थिति नियंत्रण में है।"
स्वास्थ्य विभाग को संदेह है कि होली के लिए महाराष्ट्र, दिल्ली और एनसीआर शहरों, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों के घर लौटने के कारण आंकड़े बढ़ गए।
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा, "ब्लॉक से लेकर जिला स्तर तक के प्रशासनिक अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है। उन्हें बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, ब्लॉक आदि में आगंतुकों का परीक्षण करने के लिए कहा गया था। अधिकारियों को हिदायत दी गई है कि उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।"
अन्य राज्यों की तुलना में बिहार की स्थिति खराब नहीं है। हम कड़ी नजर रख रहे हैं, लेकिन स्थिति उस स्तर पर नहीं पहुंची है, जहां हमें लॉकडाउन लगाना चाहिए। (आईएएनएस)