कारोबार
नई दिल्ली, 15 सितम्बर (आईएएनएस)| चीनी स्मार्टफोन निर्माता शाओमी ने मंगलवार को अपना नया बजट स्मार्टफोन रेडमी 9आई लॉन्च किया। इसके 4जीबी-64जीबी वेरिएंट की कीमत 8299 रुपये रखी गई है। साथ ही कम्पनी ने एक और वेरिएंट लॉन्च किया। है। 4जीबी-128जीबी इंटरनल स्टोरेज वेरिएंट की कीमत 9299 रुपये रखी गई।
इस डिवाइस का स्क्रीन 6.53 इंच एचडी प्लस आईपीएस एलसीडी है। इसका आस्पेक्ट रेशियो 20:9 है।
डिवाइस में आक्टा-कोर मेडियाटेक हेलियो जी25 प्रोसेसर लगा है। इसका इंटरनल स्टोरेज 512 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है।
रेडमी 9आई में 5000 एमएएच की बैटरी लगी है। इसमें रियर में 13एमपी का कैमरा है, जिसमें एआई पोट्रेट मोड, एआई सीन डिटेक्शन, डॉक्यूमेंट स्कैनर और क्लाडियोस्कोप है।
सेल्फी कैमरा 5एमपी का है और इसमें भी एआई पोट्रेट मोड है।
टिक टॉक ने अमेरिका में अपने कारोबार को बेचने को लेकर ओरेकल की बोली को मंजूर कर लिया है. अमेरिकी मीडिया में आई कई रिपोर्ट्स के मुताबिक टिक टॉक ने सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की बोली को ठुकरा दिया है.
टिक टॉक की मालिक कंपनी बाइट डांस ने अमेरिका में अपने वीडियो शेयरिंग ऐप के कारोबार को मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी ओरेकल को बेचने का फैसला किया है. कंपनी ने माइक्रोसॉफ्ट के प्रस्ताव के ठुकरा दिया था जिसके बाद ओरेकल अकेली कंपनी इस दौड़ में बची थी. इस डील से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि टिक टॉक की मालिक कंपनी ने माइक्रोसॉफ्ट की बोली को खारिज करते हुए प्रतिद्वंद्वी कंपनी ओरेकल को चुना, जिससे उसका अमेरिका में परिचालन जारी रह सके.
रविवार को ही माइक्रोसॉफ्ट ने कहा था टिक टॉक के अमेरिका ऑपरेशंस को खरीदने की बोली को नामंजूर कर दिया गया था. अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने टिक टॉक की मालिक कंपनी को देश में जासूसी की चिंताओं के मद्देनजर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी थी. ट्रंप ने वादा किया था कि अगर अमेरिका में बाइट डांस अपना कारोबार नहीं बेचती है तो टिक टॉक पर 20 सितंबर तक प्रतिबंध लग जाएगा. ट्रंप ने बाइट डांस को 15 सितंबर तक की मोहलत टिक टॉक को किसी अमेरिकी कंपनी को बेचने के लिए दी थी. टिक टॉक अमेरिका में जासूसी के आरोपों से इनकार करता आया है साथ ही उसका कहना है कि वह देश की सुरक्षा के लिए खतरा नहीं है.
टिक टॉक और व्हाइट हाउस ने इस पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं जाहिर की है. ओरेकल ने भी टिप्पणी से इनकार किया है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रस्तावित बिक्री पूर्ण बिक्री नहीं होगी, लेकिन अमेरिका में इसके ऑपरेशन का पुनर्गठन होगा, जिसमें ओरेकल बाइट डांस के लिए तकनीकी भागीदार के रूप में काम करेगा और अमेरिका में यूजर्स डाटा को देखेगा. अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि ट्रंप इस सौदे को मंजूरी देंगे या नहीं.
राष्ट्रपति ट्रंप ने 6 अगस्त को एक कार्यकारी आदेश जारी किया था, जिसमें टिक टॉक को अमेरिकी कारोबार को किसी अन्य अमेरिकी कंपनी को बेचने के लिए मोहलत दी गई थी. ट्रंप ने अपने आदेश में था कि अगर ऐसा नहीं होता है तो उसे अपने कारोबार को अमेरिका में बंद करना पड़ेगा.
एए/सीके (एपी, एफपी, रॉयटर्स)
नई दिल्ली, 14 सितम्बर (आईएएनएस)| केंद्र सरकार ने कोरोना काल में किसानों के हितों में नीतिगत फैसले लेते हुए अध्यादेश के जरिए कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार की शुरुआत की, लेकिन इससे मंडी कारोबारियों की चिंता बढ़ गई है। इसलिए अध्यादेश को स्थाई तौर पर कानूनी स्वरूप प्रदान करने के लिए जब संसद में विधेयक लाए गए हैं तो एक तरफ सदन में विपक्षी दलों के सदस्य इसका विरोध कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ विभिन्न प्रांतों की मंडियों के कारोबारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि 'कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक 2020' और 'मूल्य आश्वासन पर किसान समझौता (अधिकार प्रदान करना और सुरक्षा) और कृषि सेवा विधेयक 2020' पेश किए, जिसका कांग्रेस सांसदों ने विरोध किया।
वहीं, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, राजस्थान व अन्य प्रांतों में मंडी के कारोबारियों ने विगत दिनों मंडियां बंद कर कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अध्यादेश 2020 का विरोध किया।
कारोबारियों को आशंका है कि राज्य के एपीएमसी (कृषि उपज विपण समिति) एक्ट के तहत संचालित मंडियों से बाहर जब किसान अपने उत्पाद बेचेंगे तो एपीएमसी का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के अध्यक्ष बाबूलाल गुप्ता ने आईएएनएस को फोन पर बताया कि, " इस कानून से एपीएमसी का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा, जिससे सिर्फ राजस्थान में 13,000 मंडी कारोबारियों और मंडी कारोबार से रोजी-रोटी कमाने वाले करीब 3.5 लाख लोगों का रोजगार छिन जाएगा।"
राजस्थान की 247 मंडियों के कारोबारियों के संगठन के अध्यक्ष गुप्ता ने कहा, "सरकार कह रही है कि इस कानून से किसान बंधन मुक्त हो जाएंगे, जबकि हकीकत यह है कि मंडी के बाहर किसान पहले भी अपने उत्पाद बेचते थे और इसके लिए उन पर कोई प्रतिबंध कभी नहीं रहा।"
उन्होंने कहा कि एपीएमसी मंडी पर किसानों का भरोसा होता है क्योंकि वहां लाइसेंसधारी कारोबारी होते हैं और किसानों को उनके उपज की बिक्री के साथ-साथ उनका भुगतान मिलने की गारंटी रहती है।
राजस्थान की बूंदी मंडी के कारोबारी उत्तम जेठवानी ने कहा कि, " राजस्थान की मंडियों में 1.6 फीसदी मंडी शुल्क है, इसके अलावा एक फीसदी कृषि कल्याण उपकर लगता है, फिर 2.25 फीसदी आढ़तियों का कमीशन होता है, लेकिन मंडी के बाहर कोई शुल्क नहीं है। ऐसे में किसानों की उपज का अगर मंडी के बाहर कोई खरीदार होगा तो फिर एपीएमसी मंडियों में किसान क्यों अपनी उपज लेकर आएगा।"
उन्होंने कहा कि ऐसे में मंडी के कारोबारियों को काफी नुकसान हो रहा है। यह भी मांग की कि मंडियों को शुल्क मुक्त कर दिया जाए।
मध्यप्रदेश के भोपाल के कारोबारी अमित खंडेलवाल ने भी कहा कि नये कानून से मंडियों के कारोबारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
लोकसभा में कृषि मंत्री जब कृषि क्षेत्र में सुधार के कार्यक्रमों को अमलीजामा पहनाने वाले ये दोनों विधेयक पेश कर रहे थे, तो कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, शशि थरूर समेत कई अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने इसका विरोध किया। सांसद गौरव गोगई ने विधेयक को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि सरकार किसानों का अधिकार छीनकर कॉरपोरेट को सौंप रही है।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि इससे एपीएमसी एक्ट पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि राज्य अगर चाहेगा तो मंडियां चलेंगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मंडी की परिधि के बाहर जो ट्रेड होगा, उस पर नया कानून लागू होगा।
उन्होंने कहा कि इससे किसानों को उनकी फसल बेचने की आजादी मिलेगी और व्यापारियों को लाइसेंस राज से मुक्ति मिलेगी, इस प्रकार भ्रष्टाचार पर नियंत्रण होगा।
कृषि के क्षेत्र में सुधार और किसानों के हितों की रक्षा के मकसद से कोरोना काल में केंद्र सरकार ने कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अध्यादेश 2020 मूल्य आश्वासन पर किसान समझौता (अधिकार प्रदान करना और सुरक्षा) और कृषि सेवा अध्यादेश 2020 लाए, जिनकी अधिसूचना पांच जून को जारी हुई थी।
-अरिजीत बनर्जी
नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। जापान ने भारत और अन्य क्षेत्रों में अपना आधार स्थानांतरित करने के लिए जापानी कंपनियों के लिए 22.1 डॉलर की चीन निकास सब्सिडी की घोषणा की है।
यानी जापानी सरकार ने चीन से बाहर निकलने के लिए जापानी कंपनियों को 22.1 करोड़ डॉलर की सब्सिडी या इन्सेंटिव देने का फैसला किया है, जिसका भारत को सीधा फायदा पहुंचने की संभावना है।
अप्रैल में कोरोनावायरस महामारी के बीच, निवर्तमान जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने एक ऐसी अर्थव्यवस्था का निर्माण करने का प्रस्ताव रखा था, जो चीन पर कम निर्भर हो, ताकि राष्ट्र आपूर्ति श्रृंखला (सप्लाई चेन) व्यवधानों से बच सके।
जुलाई के मध्य में जापान के अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग मंत्रालय ने अधिक लचीली आपूर्ति श्रृंखला बनाने के लिए जापान की विनिर्माण कंपनियों के पहले समूह को चीन से दक्षिण पूर्व एशिया या जापान में अपना कारोबार स्थापित करने के लिए सब्सिडी देने की योजना का अनावरण किया था।
भारत-जापान शिखर सम्मेलन से आगे, जापान सरकार ने घोषणा की थी कि वह भारत और बांग्लादेश को चीन से बाहर जाने वाले जापानी निमार्ताओं के लिए सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आसियान देशों की सूची में शामिल करेगी।
यह कदम भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के व्यापार एवं उद्योगों से जुड़े मंत्रियों के बीच हाल ही में एक वर्चुअल बैठक के बाद सामने आया है। इस बैठक में चीन पर निर्भरता को कम करने के लिए भारत-प्रशांत क्षेत्र में विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला को लचीला बनाने में सहयोग करने पर सहमति बनी थी। दरअसल चीन इन तीनों देशों के साथ एक प्रमुख व्यापारिक भागीदार है। चीन के पास बड़ी विनिर्माण इकाइयां होने के साथ ही वह निर्यात के मामले में भी कहीं बेहतर स्थिति में है। उसके इसी वर्चस्व को खत्म करने के लिए तीनों देश आगे आए हैं। एससीआरआई (सप्लाई चेन्स रेजिलिएशन इनिशिएटिव) का उद्देश्य चीन से दूर एक वैकल्पिक आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण करना है।
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि हम विश्वसनीय, दीर्घकालिक आपूर्ति और उचित क्षमता का एक नेटवर्क बनाकर क्षेत्र में मूल्य श्रृंखलाओं को जोड़ने के लिए मुख्य मार्ग प्रदान कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मई 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोर देकर कहा था कि यह समय की आवश्यकता है कि भारत को आपूर्ति श्रृंखलाओं में एक बड़ी भूमिका निभानी चाहिए।
जापानी सरकार के अनुपूरक (सपलिमेंट्री) बजट ने उन व्यवसायों के लिए 22.1 करोड़ डॉलर की घोषणा की, जो चीन से दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में अपने उत्पादन को स्थानांतरित करना चाहते हैं।
देश के निर्माता अब पायलट कार्यक्रमों और व्यवहार्यता अध्ययन के लिए सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। जापानी सरकार का कार्यक्रम किसी भी आपात स्थिति में चिकित्सा आपूर्ति और बिजली के घटकों जैसे उत्पादों की एक स्थिर आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करना है।
वर्तमान में, जापानी कंपनियों की आपूर्ति श्रृंखला चीन पर बहुत निर्भर करती है। कोविड-19 महामारी के दौरान यह मुद्दा सामने आया, जब चीन से आपूर्ति में कटौती की गई।
अनुप्रयोगों के दूसरे दौर में, परियोजनाएं आसियान-जापान आपूर्ति श्रृंखला में योगदान देंगी, यह मानते हुए कि भारत और बांग्लादेश में पुनर्वास होगा। सुविधाओं के प्रायोगिक परिचय के साथ विकेंद्रीकृत विनिर्माण योजनाओं पर व्यवहार्यता अध्ययन भी किया गया है।
सब्सिडी का पहला दौर, जिसे जुलाई में घोषित किया गया था, उसमें जापान ने अपने उत्पादन स्थलों को दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थानांतरित करने वाली 30 कंपनियों को लगभग 10 अरब येन प्रदान किया। अन्य 57 फर्मो को जापान में विनिर्माण सुविधाओं को स्थानांतरित करने के लिए भी समर्थन मिल रहा है।
इस फैसले का चीन पर काफी बड़ा प्रभाव पड़ने वाला है। चीन से बड़ी औद्योगिक इकाइयां बाहर निकलने से उसकी उत्पादन क्षमता पर असर पड़ेगा ही साथ ही कम्युनिस्ट देश में बेरोजगारी भी बढ़ेगी और बड़े पैमाने पर नौकरियों का संकट खड़ा हो सकता है।
अमेरिका-चीन व्यापार तनाव पहले से ही चीन में लगभग 20 लाख औद्योगिक नौकरियों पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। वहीं भारत के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी गतिरोध के बीच भारत में भी चीन विरोधी भावनाएं चरम पर हैं। चूंकि चीन के भारत से भी बड़े व्यापारिक हित जुड़े हुए हैं, उसे यहां से भी कई व्यापारिक मामलों में गंभीर परिणाम भुगतने पड़ रहे हैं, जो कि आने वाले समय में और भी बढ़ सकते हैं।
दीर्घकालिक से मध्यम अवधि के दौरान चीन के उत्पादकता पर एक बड़ा नकारात्मक प्रभाव देखा जा सकता है।
सैन फ्रांसिस्को, 14 सितम्बर (आईएएनएस)| टेक जाएंट माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि अमेरिका में टिकटॉक आपरेशंस को हासिल करने की उसकी निविदा को नकार दिया गया है। इसके बाद एक अन्य टेक जाएंट ओरेकल को इसके संचालन का अधिकार मिल सकता है। इस सम्बंध में आधिकारिक घोषणा का इंतजार है।
माइक्रोसॉफ्ट ने रविवार को जारी बयान में कहा, "बाइटडान्स ने हमें बताया कि अमेरिका में टिकटॉक के आपरेशंस से जुड़ी हमारी निविदा को अस्वीकार कर दिय गया है। हमें यकीन है कि हमारे प्रस्ताव टिकटॉक यूजर्स के लिए अच्छे थे और हमने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को गम्भीरता से लिया था।"
भारत में जून में टिकटॉक को बैन कर दिया गया था। इसके अलावा 58 अन्य चीनी ऐप्स को बैन किया गया था। इसके बाद डोनाल्ड ट्रम्प सरकार ने बाइटडान्स पर दबाव बनाया था कि वह सितम्बर के मध्य तक अमेरिका में टिकटॉक का आपरेशन किसी अमेरिकी कम्पनी को बेच दे या फिर प्रतिबंध के लिए तैयार रहे।
नई दिल्ली, 14 सितम्बर (आईएएनएस)| सैमसंग ने भारत में नया 'गैलेक्सी एफ' सीरीज स्मार्टफोन लॉन्च करने का फैसल किया है। इस सीरीज के फोन्स की कीमत 20 हजार के करीब होगी और यह खासतौर पर नई पीढ़ी के लिए तैयार होंगे। इस उद्योग से जुड़े विश्वस्त सूत्रों ने आईएएनएस को सोमवार को बताया कि सैमसंग गैलेक्सी एफ सीरीज को सबसे पहले भारत में लॉन्च करेगा और इसके बाद ही दूसरे देशों की बारी आएगी। यह सीरीज उसके लोकप्रिय गैलेक्सी एम सीरीज की लेगेसी को आगे बढ़ाने के लिए तैयार की गई है।
सूत्र ने कहा, "गैलेक्सी एम सीरीज की तरह गैलेक्सी एफ सीरीज भी ऑनलाइन फोकस्ड होगी और यह सभी चैनल्स पर उपलब्ध होगा।"
इससे पहले की रिपोर्ट में कहा गया था कि सैमसंग गैलेक्सी एफ सीरीज के अंतर्गत अफोर्डेबल फोल्डेबल स्मार्टफोन्स लाने के बारे में विचार कर रहा है।
सूत्रों का कहना है कि गैलेक्सी एफ सीरीज के तहत बनने वाले फोन्स की कीमत 20 हजार से नीचे होगी और इसे पूरी तरह भारतीय बाजार में सैमसंग की उपस्थिति को मजबूत करने के लिए लाया जा रहा है। सैमसंग को गैलेक्सी एम सीरीज की सफलता से अच्छी खासी बाजार हिस्सेदारी मिली है।
इससे पहले सैमसंग ने बीते गुरुवार को अपने मशहूर गैलेक्सी एम सीरीज का विस्तार करते हुए एम51 स्मार्टफोन भारत में लॉन्च किया था। यह फोन स्नैपड्रैगन 730जी प्रोसेसर पर चलता है और इसमें 7000एमएएच की बैटरी लगी है।
गैलेक्सी एम51 की कीमत 6जीबी-128जीबी वेरिएंट के लिए 24,999 रुपये है जबकि इसके 8जीबी-128जीबी वेरिएंट की कीमत 26,999 रुपये है।
यह स्मार्टफोन 18 सितम्बर से बिक्री के लिए एमेजॉन डॉट इन, सैमसंग डॉट कॉम और चुनिंदा रिटेल स्टोर्स पर उपलब्ध होगा।
इस स्मार्टफोन का स्क्रीन 6.7 इंच एसएमोलेड प्लस इंफीनिटी ओ से सुसज्जित है। इसमें स्नैपड्रैगन 730जी मोबाइल प्लेटफार्म उपयोग में लाया गया है।
इस फोन में क्वॉड कोर कैमरा सेटअप है जिसमें मेन सोनी आईएमएक्स 682 सेंसर 64एमपी का है जबकि इसके अलावा 12 एमपी का अल्ट्रा वाइड लेंस, 5एमपी का डेडिकेटेड मैक्रो लेंस और 5एमपी का डेप्थ लेंस है। इसमें 32एमपी का एक फ्रंट कैमरा है।
नई दिल्ली, 13 सितम्बर (आईएएनएस)| भारत का घरेलू व्यापार कोविड-19 के कारण सदी के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। देश की अर्थव्यवस्था पर टिप्पणी करते हुए कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारों से कोविड-19 से राहत पाने के लिए कोई समर्थन पैकेज न मिलने के कारण देश भर में लगभग 25 फीसदी छोटे कारोबारियों की लगभग 1.75 करोड़ दुकानें बंद होने के कगार पर हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए सबसे विनाशकारी होगा। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि कोरोना ने भारतीय घरेलू व्यापार का खून चूस लिया है, जो वर्तमान में अपने अस्तित्व के लिए कड़ा संघर्ष कर रहा है और हर प्रकार के कई हमले झेल रहा है। कोविड-19 से पहले के समय से देश का घरेलू व्यापार बाजार बड़े वित्तीय संकट से गुजर रहा और कोविड-19 के बाद के समय में व्यापार को असामान्य और उच्च स्तर के वित्तीय दबाव में ला दिया है।
केंद्र सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज में छोटे व्यवसायों के लिए एक रुपये का भी प्रावधान नहीं था और न ही देश की किसी राज्य सरकार ने छोटे व्यवसायों के लिए कोई वित्तीय सहायता दी ही नहीं। भारत में 1.75 करोड़ दुकानें यदि बंद होती हैं तो इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों की व्यापारियों जी पूरी तरह से उपेक्षा और उदासीनता जिम्मेदार होगी और निश्चित रूप से भारत में बेरोजगारी की संख्या में इजाफा होगा, जिससे जहां अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगेगा वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'लोकल पर वोकल' और आत्मनिर्भर भारत को बड़ा नुकसान होगा।
उन्होंने आगे कहा कि व्यापारियों पर केंद्र और राज्य सरकार के करों के भुगतान, औपचारिक और अनौपचारिक स्रोतों, ईएमआई, जल और बिजली के बिल, संपत्ति कर, ब्याज के भुगतान, मजदूरी के भुगतान से लिए गए ऋण की मासिक किस्तों के भुगतान को पूरा करने का बहुत बड़ा वित्तीय बोझ है।
कैट ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से व्यापारियों के इस ज्वलंत मुद्दे का तत्काल संज्ञान लेने और व्यापारियों के लिए एक पैकेज नीति की घोषणा करने और उन्हें अपने व्यवसाय के पुनरुद्धार में मदद करने की नीति घोषित करने का आग्रह किया है।
सेंट थामस कॉलेज में ऑनलाइन परिचर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 13 सितंबर। सेंट थॉमस कॉलेज रूआबांधा के पत्रकारिता एवं जन संचार विभाग में कोरोना काल में युवाओं की मानसिकता विषय पर ऑनलाइन परिचर्चा का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एम जी रॉयमन के मार्गदर्शन एवं विभाग प्रमुख डॉ. अपर्णा घोष के नेतृत्व में विभागीय प्राध्यापकगण डॉ. अदिति नामदेव एवं मोहम्मद जाकिर हुसैन सहित सभी स्टूडेंट ने अपनी भागीदारी दी ।
इस दौरान स्टूडेंट ने देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या एवं आम जनता की लापरवाही को लेकर अपने अपने विचार रखें। लॉकडाउन के दौरान आम जनता के सामने आने वाली परेशानियों को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए अन्य राज्यों में भी फंसे हुए प्रवासी मज़दूरों एवं अध्ययन कर रहे छात्र-छात्राओं को उनके घर आने में हो रही समस्या पर भी बात की गई।
छात्रों ने बताया कि प्रवासी मजदूरों की व्यथा को जानना समझना उनके लिए एक दुखद अनुभव रहा। जिसमें कई मजदूर सहायता ना मिलने पर स्वयं ही निकल पड़े, जिससे बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ा। स्टूडेंट ने कहा कि देश में संक्रमितों की संख्या जब कम थी, तब सभी नियमों का पालन बेहद कड़ाई से हो रहा था, लेकिन अनलॉक प्रक्रिया शुरू होते ही ज्यादातर लोग कोरोना को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।
अनलॉक के दौरान बढ़ती जा रही लापरवाही पर भी युवाओं ने खुलकर अपनी बात कही। इसके साथ ही कोरोना से बचाव के साधनों एवं नियमों को पालन करने पर विशेष जोर दिया। कार्यक्रम का समापन करते हुए उत्तरा ने अपने विचार रखते हुए सुझाव दिया कि कोरोना जैसे महामारी को हल्के में ना ले और अपनी सुरक्षा का ध्यान स्वयं रखे नियमों का पालन करें घर पर स्वस्थ रहें।
नई दिल्ली, 12 सितम्बर (आईएएनएस)| माइक्रोसॉफ्ट ने अपने वीडियो मीट प्लेटाफॉर्म ऐप 'टीम्स' का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के लिए 'लिस्ट' नामक अपना नया ऐप उपलब्ध कराया है। लिस्ट ऐप का ऐलान सबसे पहले 'बिल्ड 2020' वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में किया गया था और अब इसे आमतौर पर माइक्रोसॉफ्ट टीम्स में उपलब्ध कराया जा रहा है।
कंपनी का दावा है कि लिस्ट की मदद से सूचनाओं पर नजर रखा जा सकेगा और साथ ही काम को व्यवस्थित करने की दिशा में भी यह मददगार साबित होगा।
कंपनी ने इस हफ्ते अपने एक बयान में कहा, "लिस्ट का इस्तेमाल काफी सहज है जिसकी मदद से आप इस विषय पर गौर फरमा सकते हैं कि आपकी टीम के लिए कौन सी बात सबसे ज्यादा मायने रखती है। लोन, संपत्ति, दैनिक गतिविधि, कॉन्टेक्ट जैसी चीजों पर नजर रख सभी में एक संतुलन बनाकर रखा जा सकता है।"
इसमें पहले से तैयार किए गए टेम्प्लेट्स शामिल हैं जिससे कि टीम्स में रहकर ही झटपट लिस्ट बनाया जा सकता है। लिस्ट ऐप का इस्तेमाल करते हुए टीम्स मोबाइल पर इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा, "टीम्स में लिस्ट ऐप का मकसद चीजों को सूचीबद्ध करने के लिए सभी को साथ में लाना है ताकि काम में आसानी हो सकें।"
बीजिंग, 11 सितम्बर (आईएएनएस)| चीनी सूचना व दूरसंचार अनुसंधान प्रतिष्ठान द्वारा 10 सितंबर को जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से अगस्त तक चीन के घरेलू बाजार में कुल 9 करोड़ 36 लाख 79 हजार 5जी मोबाइल फोन की बिक्री हुई। बाजार में मोबाइल फोन के 141 नये मॉडल लॉन्च किये गये हैं। उक्त दो संख्या सभी मोबाइल फोन की अनुपात में 46.3 प्रतिशत और 46.8 प्रतिशत तक पहुंच गयी। अगस्त में चीन के घरेलू बाजार में 1 करोड़ 61 लाख 70 हजार 5जी मोबाइल फोन की बिक्री हुई, जो इस अवधि में सभी मोबाइल फोन की बिक्री की कुल संख्या के 60 प्रतिशत तक पहुंच गयी।
गौरतलब है कि नेटवर्क, एप्लिकेशन, खर्च और अन्य कारक 5जी मोबाइल फोन की बिक्री पर प्रभाव डालेंगे। चीनी उद्योग व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारी ने सितंबर के आरंभ में परिचय देते हुए कहा कि चीन में 5जी नेटवर्क का निर्माण तेजी से हो रहा है। समूचे देश में 5जी के बेस स्टेशनों की संख्या 4.8 लाख तक पहुंच गयी। उधर, 5जी टर्मिनल कनेक्शन की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो 10 करोड़ से अधिक हो गयी।
रायपुर, 11 सितंबर। रियल एस्टेट कंपनी आरसीपी इंफ्राटेक ने रियल बायर्स के लिए अफोर्डेबल प्राइस रेज में प्लाट्स उपलब्ध करा रही है। सड्डू स्थित टाउनशिप वीआईपी सिटी में 999 रूपये प्रति वर्गफीट की दर से प्राइम लोकेशन में प्लाट्स हैं। इस प्राइस रेंज में प्लाट्स को बायर्स का अच्छी रिस्पांस मिल रहा है। आरसीपी इन्फ्राटेक के डायरेक्टर राकेश पांडेय ने बताया कि कंपनी समय-समय पर अपने ग्राहकों के लाभ के लिए नई-नई स्कीम मुहिया कराती आई है। इसी कड़ी में आम लोगों के बजट को ध्यान में रखते हुए बीआईपी सिटी में प्राइम लोकेशन में 2400 एवं 4000 वर्गफीट के 10 प्लाट अफोर्डेबल प्राइस रेंज में वैल्यू फार मनी को ध्यान में रखकर उपलब्ध करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि शहर के प्राइम लोकेशन सड्डू में 250 एकड़ में बनी वीआईपी सिटी में बायर्स के लिए बजट प्लाट उपलब्ध है जिसके लिए अंबिकापुर, बिलासपुर, कोरबा जैसे अलग-अलग शहरों से विजिस्टर पहुंचकर बुकिंग करा रहे हैं। प्रोजेक्ट में तीन एंट्री गेट, ंमंदिर, गार्डन, प्ले एरिया, क्लब हाउस, स्विमिंग पूल, अंडरग्राउंड ड्रेनेज सिस्टम, इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई, ग्राउंड व बेसमेंट पार्किंग जैसी कई सुविधाएं लोगों को यहां पर मिलेगी।
नई दिल्ली, 11 सितम्बर (आईएएनएस)| सैमसंग ने शुक्रवार को कहा कि वह भारत में अपने अत्याधुनिक फोल्डेबल स्मार्टफोन गैलेक्सी फोल्ड2 5जी के लिए प्री-बुकिंग 14 सितम्बर को दोपहर 12 बजे से शुरू कर रहा है। इस फोन की कीमत 149,999 रुपये है। जो लोग इस फोन के मालिक बनना चाहते हैं वे इसे सैमसंग डॉट कॉम और सभी अग्रणी रिटेल स्टोर्स पर जाकर प्री-बुक करा सकते हैं। प्री-बुकिंग के लिए अभी मिस्टिक ब्लैक और मिस्टिक ब्रांज रंग उपलब्ध हैं।
जो लोग इस फोन को प्री-बुक करेंगे, उन्हें 12 महीने के लिए नो कॉस्ट ईएमआई की सुविधा मिलेगी। यह सुविधा सैमसंग एक्सपीरिएंस स्टोर और सैमसंग डॉट कॉम पर मिलेगी। साथ ही इसके अलावा यूट्यूब प्रीमियम चार महीने के लिए फ्री मिलेगा और माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 इनके लिए 22 फीसदी डिस्काउंट पर उपलब्ध होगा।
सैमसंग ने बीते मंगलवार को अपना तीसरा फोल्डेबल डिवाइस-गैलेक्सी जेड फोल्ड2 लॉन्च किया था। इस शानदार फोन में 6.2 इंच का कवर स्क्रीन है। साथ ही इसका मेन स्क्रीन खुलने पर 7.6 इंच का है।
सैमसंग के मुताबिक गैलेक्सी फोल्ड में 4.6 इंच का कवर स्क्रीन और 7.3 इंच का मुख्य स्क्रीन है और इस आधार पर गैलेक्सी जेड फोल्ड2 काफी उन्नत है। यह फोन 12जीबी रैम व 512जीबी मेमोरी और 12जीबी रैम व 256जीबी मेमोरी के साथ उपलब्ध है।
गैलेक्सी जेड फोल्ड2 में 4500एमएएच की बैटरी है, जो गैलेक्सी फोल्ड (4380एमएएच) तुलना में शक्तिशाली है। गैलेक्सी जेड फोल्ड2 सैमसंग का तीसरा फोल्डेबल स्मार्टफोन है। इससे पहले कम्पनी गैलेक्सी फोल्ड और गैलेक्सी जेड फ्लिप लॉन्च कर चुकी है।
गैलेक्सी जेड फोल्ड2 मिस्टिक ब्लैक और मिस्टिक ब्रांज रंगों में उपलब्ध है। यह फोन दुनिया भर के 40 बाजारों में उपलब्ध होगा, जिसमें अमेरिका और दक्षिण कोरिया प्रमुख है।
फोन को अमेरिका और दक्षिण कोरिया में 18 सितम्बर से हासिल किया जा सकता है, जबकि इसकी प्री बुकिंग एक सितम्बर से शुरू हो गई है।
नए डिवाइस में 10 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा है और रियर कैमरे में तीन सेंसर लगे हैं। रियर कैमरों में 12एमपी अल्ट्रा वाइड, 12एमपी वाइड एंगल और 12एमपी टेलीफोटो कैमरा है, जिसके साथ 10एक्स जूम उपलब्ध है।
नई दिल्ली, 11 सितम्बर (आईएएनएस)| चीनी टेक जाएंट हुवेई ने शुक्रवार को चीन में आयोजित एक इवेंट के दौरान छह नए उत्पादों के लॉन्च की घोषणा की। इनमें नोटबुक, स्मार्टवॉच और ऑडियो एक्सेसरीज शामिल हैं। नए उत्पादों में हुवेई मेटबुक एक्स, मेटबुक 14, दो नए लाइटवेट नोटबुक और प्रीबड्स प्रो, फ्रीलेस प्रो और ऑडियो प्रॉडक्ट्स के नए प्रो वेरिएंट्स शामिल हैं। ये ऑडियो प्रॉडक्ट्स एक्टिव नॉइज केंसीलेशन (एएनसी) फीचर से लैस हैं।
कम्पनी ने इन सबके अलावा वॉच जीटी प्रो और लवॉच फिट भी लॉन्च किया। ये हुवेई के वीयरेबल प्रॉडक्ट्स परिवार के नए सदस्य हैं। इन वीयरेबल्स में नया फिटनेस डाटा ट्रैकिंग फीचर्स हैं और वर्कआउट मोड्स भी हैं।
वॉचफिट हुवेई का पहला राउंडेड रेक्टेंगुलर वॉच फेस डिजाइन वाला स्मार्टवॉच है। इसमें 1.64 इंच का एमोलेड एचडी डिस्प्ले है और यह टिपिकल सिनेरियो में 10 दिनों तक बिना चार्ज किए काम कर सकता है।
इसी तरह नया वॉच जीटी 2 प्रो दो सप्ताह की बैटरी लाइफ का दावा करता है। इसमें 100 से अधिक वर्कआउट मोड्स हैं और प्रो ग्रेड फिटनेस डाटा ट्रैकिंग फीचर्स हैं।
नई दिल्ली, 10 सितम्बर (आईएएनएस)| चीनी स्मार्टफोन निर्माता ओप्पो ने गुरुवार को अपने सबसे ताजातरीन स्मार्टफोन एफ17 की भारत में कीमत और उपलब्धता घोषित कर दी। एफ17 दो वेरिएंट : 6जीबी-128जीबी और 8जीबी-128जीबी में उपलब्ध होगा और इसकी कीमत क्रमश: 17,990 और 19,990 रुपये होगी।
इस डिवाइस की बिक्री 21 सितम्बर से शुरू होगी। यह सभी ऑफलाइन और लीडिंग ई-कॉमर्स प्लेटफार्म्स पर बिक्री के लिए उपलब्ध होगा।
इस फोन में 7.45एमएम का स्लीक बॉडी है और इसका वजन सिर्फ 163 ग्राम है। इसमें लेजर कार्विग टेक्नोलॉजी से तैयार 1.67एमएम अल्ट्रा थिन बेजेल्स हैं।
डिवाइस क्वॉलकॉम स्नैपड्रैगन 662 प्रोसेसर से संचालित होगा और इसमें 8जीबी तथा 128जीबी इंटरनल स्टोरेज की क्षमता है।
इसमें 16एमपी का मेन कैमरा है तथा 119 डिग्री वाइड एंगल 8एपी कैमरा, 2 एमपी मोनोक्रोम कैमरा और एक 2एमपी का रेट्रो कैमरा है। साथ ही इस फोन में 16एमपी का फ्रंट कैमरा है।
30वॉट वूक 4.0 तकनीक से लैस होने के कारण यह फोन सिर्फ पांच मिनट की चार्जिग में चार घंटे तक बातचीत करने लायक हो जाता है।
नई दिल्ली, 10 सितम्बर (आईएएनएस)| सैमसंग ने गुरुवार को अपने मशहूर गैलेक्सी एम सीरीज का विस्तार करते हुए एम51 स्मार्टफोन भारत में लॉन्च किया। यह फोन स्नैपड्रैगन 730जी प्रोसेसर पर चलता है और इसमें 7000एमएएच की बैटरी लगी है। गैलेक्सी एम51 की कीमत 6जीबी-128जीबी वेरिएंट के लिए 24,999 रुपये है जबकि इसके 8जीबी-128जीबी वेरिएंट की कीमत 26,999 रुपये है।
यह स्मार्टफोन 18 सितम्बर से बिक्री के लिए एमेजॉन डॉट इन, सैमसंग डॉट कॉम और चुनिंदा रिटेल स्टोर्स पर उपलब्ध होगा।
इस स्मार्टफोन का स्क्रीन 6.7 इंच एसएमोलेड प्लस इंफीनिटी ओ से सुसज्जित है। इसमें स्नैपड्रैगन 730जी मोबाइल प्लेटफार्म उपयोग में लाया गया है।
इस फोन में क्वॉड कोर कैमरा सेटअप है जिसमें मेन सोनी आईएमएक्स 682 सेंसर 64एमपी का है जबकि इसके अलावा 12 एमपी का अल्ट्रा वाइड लेंस, 5एमपी का डेडिकेटेड मैक्रो लेंस और 5एमपी का डेप्थ लेंस है। इसमें 32एमपी का एक फ्रंट कैमरा है।
न्यूयॉर्क, 10 सितंबर (आईएएनएस)| नेटफ्लिक्स ने भारतीय-अमेरिकी मीडिया लीडर बेला बजरिया को ग्लोबल टेलीविजन के अंतर्राष्ट्रीय टीवी ऑपरेशंस का वाइस प्रेसिडेंट नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति की घोषणा करते हुए नेटफ्लिक्स के को-सीईओ टेड सेरानडोस ने मंगलवार को कहा, "2016 में नेटफ्लिक्स में शामिल होने के बाद से बेला ने लगातार अपनी बहुमुखी प्रतिभा और रचनात्मकता का प्रदर्शन किया है। अब समय उनके अगले स्तर पर जाने का है।"
इससे पहले बजरिया लोकल लैंग्वेज ओरिजनल्स की इन-चार्ज वाइस प्रेसीडेंट थीं। इस दौरान कई लोकप्रिय नेटफ्लिक्स रियलिटी शो जैसे 'इंडियन मैचमेकिंग', ड्रामा सीरीज 'सेक्रेड गेम्स' और कॉमेडी सीरियल 'नेवर हैव एवर' के पीछे उनकी भूमिका रही।
अब प्रमोशन के बाद वह अंग्रेजी समेत सभी नेटफ्लिक्स टीवी प्रोग्रामिंग को संभालेंगी। द लॉस एंजिल्स टाइम्स के अनुसार, बजरिया पूर्व मिस इंडिया यूनिवर्स हैं।
बजरिया लंदन में पैदा हुईं हैं। वे भारतीय अभिभावकों की संतान हैं, जो जाम्बिया से ब्रिटेन होते हुए अमेरिका पहुंचे थे।
बजरिया ने लॉस एंजेलिस टाइम्स को बताया कि वह सबसे पहले मिस लॉस एंजेलिस इंडिया यूएसए में आईं क्योंकि "मुझे लगा कि अपनी कंडीशंस पर भारत की संस्कृति की खोज करना मजेदार होगा।"
1991 में मिस इंडिया यूनिवर्स का खिताब जीतने से पहले वे मिस इंडिया यूएसए बनी थीं।
रायपुर, 9 सितंबर। छत्तीसगढ़ के एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेकनोलॉजी की चीफ प्रॉक्टर एंड अस्स्टिेंट रजिस्ट्रार कोपल दुबे ने बताया कि शिक्षक दिवस पर विद्यार्थियों के लिए 'द नीड फॉर ई-लर्निंग अंब्रेलाÓ का आयोजन किया गया। कोरोना में ऑनलाइन अध्ययन के साथ और भी नवाचार के बारे में उन्हें सीख मिली। कार्यक्रम का कोपल दुबे ने किया।
सुश्री दुबे ने बताया कि इस वेबिनार में राज्य के 1500 से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए जिन्होंने ये सीखा की कैसे वे ग्रामीण परिवेश में रहते हुए भी नवाचार और उद्यमिता में नए मुकाम हासिल कर सकते हैं। मुख्य अतिथि इंदू साहू, डायरेक्टर/सेक्रेटरी, चेतना चाइल्ड एंड वीमेन वेलफेयर सोसाइटी ने बताया कि ई-लर्निंग से विद्यार्थी सुविधानुसार कहीं भी, किसी भी विषय में पढ़ाई कर सकते हैं। शिक्षा में कोई रुकावट नहीं आ रही है, वे अपने गावों में रहकर भी बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
श्रीमती साहू ने यह भी बताया कि इसमें सबसे महत्वपूर्ण कई माध्यम ऐसे भी हैं जिनमें इंटरनेट का न होना बाधक नहीं है। ई-लर्निंग से बिना रुकावट के शिक्षा प्राप्त की जा सकती है और ये बहुत ही बड़ा प्लेटफार्म हैं जहां एक विषय को सीखने के हज़ारों विकल्प मौजूद हैं।
यूनिसेफ के एजुकेशन स्पेशलिस्ट शेशागिरी के. एम. राव ने कोरोना में जीवनशैली में बदलाव एवं दृष्टिकोण में परिवर्तन के बारे ने बताया। नकारात्मक एवं सकारात्मक प्रभावों पर प्रकाश डाला। जनपद पंचायत सीईओ स्वेच्छा सिंह ने ई-लर्निंग के महत्व बताते हुए कहा कि समाज के लिए यह सहायक है। ऑनलाइन पढ़ाई से संसार की दूरी सिमट गयी है। पहले जो विद्यार्थी बड़ी संस्थाओं या बड़े स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे थे, वे ही बेहतर शिक्षा के पात्र थे। ई-लर्निंग से सभी को समान अवसर है। एम/एस बीआर सिंह भदौरिया के मैनेजिंग पार्टनर गौरव सिंह भदौरिया ने बताया कि कैसे पहले गेट एवम् अन्य कॉम्पटेटिव एग्जाम के लिए दिल्ली जाना पड़ता था पर अब हम ये सब अपने शहर में रहकर भी पढ़ सकते हैं।
पाईटेक सीईओ मौलश्री दुबे ने बताया की इंजीनियरिंग की पढ़ाई को हम विभाजित कर सकते हैं कि क्या पढऩा है और किस की आवश्यकता है जिससे हम रोजगार उत्पन्न कर सकते हैं। ये समय विद्यार्थियों को नीर शीर विवेक दिखाने का है तथा ई-लर्निंग से हम उन्हें एक सही मार्ग दिखा सकते हैं।
रायपुर, 9 सितंबर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि देश में सभी सावधानियों के बावजूद कोरोना बढ़ रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को बताया गया है कि कई रिपोर्टों के अनुसार करेंसी नोट्स कोरोना सहित अन्य अनेक संक्रामक रोगों के वाहक हैं और यह बेहद चिंता का विषय है। क्या नोटों के जरिये कोरोना फैल सकता है? नोट एक अनजान श्रंखला के माध्यम से बड़ी संख्या में विभिन्न लोगों तक पहुंचते हैं, ऐसे में क्या इनके जरिये भी कोरोना फैल सकता है? इस पर सरकार को एक प्रामाणिक स्पष्टीकरण जारी करना चाहिए।
कैट राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि यह इसलिए भी आवश्यक है की देश में नकद का प्रचलन खास तौर पर छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रो में बहुत ज्यादा है। संक्रामक रोगों को फैलाने में सक्षम करेंसी नोटों का मुद्दा कुछ वर्षों से देश भर के व्यापारियों के लिए बेहद चिंता का कारण बना हुआ है।
श्री पारवानी ने बताया कि डॉ. हर्षवर्धन का ध्यान सार्वजनिक रूप से उपलब्ध तीन रिपोर्टों की ओर दिलाया है जो करेंसी नोटों को वायरस के वाहक के रूप में साबित करती हैं। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ द्वारा 2015 के एक अध्ययन से पता चला है कि 96 बैंक नोटों और 48 सिक्कों का लगभग पूरा नमूना वायरस, फंगस और बैक्टीरिया से दूषित था जबकि 2016 में तमिलनाडु में किए गए एक अध्ययन में 120 से अधिक नोट डॉक्टरों, गृहिणियों, बाजारों, कसाई, क्षेत्रों से एकत्र किये गए जिसमें से 86.4 प्रतिशत नोट संक्रमण से ग्रस्त थे। वहीं वर्ष 2016 में कर्नाटक में हुए एक अध्ययन की रिपोर्ट में 100 रुपये, 50 रुपये, 20 और 10 रुपये के नोटों में से 58 नोट दूषित थे।
नई दिल्ली, 9 सितंबर। रिलायंस रिटेल में सिल्वर लेक 1.75 फीसदी इक्विटी के लिए 7 हजार 500 करोड़ रू का निवेश करेगा। इस सौदे में रिलायंस रिटेल की प्री-मनी इक्विटी मूल्य 4.21 लाख करोड़ रू आंका गया है।
जियो प्लेटफॉम्र्स में निवेश के बाद सिल्वर लेक अब रिलायंस रिटेल में भी निवेश कर रहा है। सिल्वर लेक को दुनिया में टेक्नॉलोजी सेक्टर के सबसे बड़े निवेशकों में माना जाता है। सिल्वर लेक का रिलायंस रिटेल में निवेश करना इस बात का साफ संकेत है कि रिलायंस रिटेल भारतीय रिटेल सेक्टर में बड़े खिलाड़ी के रूप में उभरा है। हाल ही में रिलायंस रिटेल ने फ्यूचर ग्रुप का अधिग्रहण किया था।
सिल्वर लेक इससे पहले, 1.35 बिलियन डॉलर यानी करीब 10,200 करोड़ रू से अधिक का निवेश जियो प्लेटफॉम्र्स में कर चुका है। रिलायंस रिटेल और जियो प्लेटफॉम्र्स का कुल वैल्यूएशन 9 लाख करोड़ रू पार कर गया है।
देश के अनेकों शहरों में फैले रिलायंस रिटेल के 12 हजार से अधिक स्टोर्स में करीब 64 करोड़ का फुटफॉल प्रतिवर्ष हैं। रिलायंस के मालिक मुकेश अंबानी ने इस नेटवर्क से 3 करोड़ किराना स्टोर्स और 12 करोड़ किसानों को जोडऩे का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने हाल ही में जियोमार्ट को भी लांॅच किया है जो ग्रोसरी
सेक्टर का ऑनलाइन स्टोर है। जियोमार्ट पर हर दिन करीब 4 लाख ऑर्डर बुक हो रहे हैं।
सिल्वर लेक डील पर खुशी जाहिर करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, ‘हमें खुशी है कि लाखों छोटे व्यापारियों के साथ साझेदारी करने के हमारे परिवर्तनकारी विचार से सिल्वर लेक अपने निवेश के माध्यम से जुड़ा है। भारतीय रिटेल सेक्टर में भारतीय उपभोक्ताओं को मूल्य आधारित सर्विस मिले यही हमारा प्रयास है। हमारा मानना है कि प्रौद्योगिकी रिटेल क्षेत्र में जरूरी बदलाव लाने में महत्वपूर्ण साबित होगी और रिटेल इको सिस्टम से जुड़े सभी घटक एक बेहतर विकास प्लेटफार्मों का निर्माण कर सकेंगे। भारतीय रिटेल सेक्टर में हमारे विजन को आगे बढ़ाने में सिल्वर लेक महत्वपूर्ण भागीदार होगा।’
निवेश पर टिप्पणी करते हुए, सिल्वर लेक के सह-सीईओ और प्रबंध साझेदार, श्री एगॉन डरबन ने कहा, ‘मुकेश अंबानी और रिलायंस की टीम ने अपने प्रयासों से रिटेल और टेकनॉलोजी सेक्टर में लीडरशिप हासिल की है। इतने कम समय में जियोमार्ट की सफलता, विशेषकर तब जबकि भारत बाकी दुनिया के साथ कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है, वास्तव में अभूतपूर्व है।’
रायपुर, 8 सितंबर। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाईल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) भारत में खुदरा ऑटोमोबाईल व्यापार को बचाने और बढ़ावा देने के लिए है । फाडा देश में फैले 15,000 ऑटोमोबाईल डीलरों का प्रतिनिधित्व करती है और भारत में 90 प्रतिशत से अधिक खुदरा वाहन व्यापार का प्रतिनिधित्व करता है । फाडा ऑटोमोबाईल क्षेत्र में 2/3-व्हीलर्स, चार पहिया वाहन, यात्री कारों, कमर्सियल वाहन और टैऊक्टर डीलरों का षीर्श निकाय है ।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाईल डीलर्स एसोसियेषन (फाडा) कें 56वॉं ए.जी.एम. का आयोजन डीजिटल ऑनलाईन प्लेटफार्म में 5 सितंबर को किया गया जिसमें उदय कोटक अध्यक्ष सी.आई.आई. और कोटक महिन्द्रा बैंक, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। डॉ. पवन कोइंनका एम.डी. एवं सी.ई.ओ. (महिन्द्रा एंड महिन्द्रा) निर्देशक इम्तियाज अली विशेष अतिथि थे। सभी अतिथियों ने फाडा को सराहा एवं उचित मार्गदर्शन और सहयोग देने का वादा किया।
फाडा की नई कार्यकारिणी गठित हुई जिसमें सर्वसम्मिति से मनीष राज सिंघानिया को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया एवं विकेंस गुलाटी को अध्यक्ष के रूप में चुना गया इनका कार्यकाल 2 वर्ष का होगा। मनीष राज सिंघानया वर्र्ष 2018-2020 फाडा के सचिव के रूप में तथा 2017-2018 के दौरान कोषाध्यक्ष रह चुके हैं एवं पिछले 10 वर्षों से फाडा के काउंसिल सदस्य है एवं एसोसिएशन के सभी कार्यों में और उसके विजन को बढ़ाने में लगातार प्रयासरथ रहते है और उसमें अग्रणी रूप से योगदान देते है ।
मनीष राज सिंघानिया रायपुर में आधारित रालास मोटर्स के मैनेजिंग पार्टनर है, जो महिन्द्रा एंड महिन्द्रा के द्वारा निर्मित सभी वाहनों की बिक्री, सेवा में लगे रायपुर एवं धमतरी में डीलरशिप है और मनीष राज सिंघानिया ने एम.बी.ए. डिग्री प्राप्त है व रियल एस्टेट कारोबार और सामाजिक वानिकी में व्यस्त है। वर्ष 2012 के बाद से राज्य अध्यक्ष - छत्तीसगढ़ और फाडा के काउंसिल सदस्य रहे है और सक्रिय रूप से विभिन्न समितियों से जुड़े है, जैसे:- अध्यक्ष-रायपुर ऑटोमोबाईल डीलर्स एसोसिएशन (राडा), राज्य सचिव (छ.ग.) ईस्टर्न इंडिया चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इण्डस्ट्रीज, अध्यक्ष-सीजी क्षत्रिय सहकारी ग्रामीण निर्माण समिति और सदस्य-राज्य सडक़ सुरक्षा परिषद, महिन्द्रा फाईनेंस डीलर काउंसिल और महिन्द्रा एंड महिन्द्रा डीलर काउंसिल में समय-समय पर अपना योगदान दिये हैं ।
श्री सिंघानिया पिछले आठ सालों से राडा के अध्यक्ष है और छत्तीसगढ़ के पहले ऑटोमोबाईल व्यवसायी है जो कि फाडा में सर्वोच्च पद पर आसीन हुए है। गत कई वर्षों से भव्य ऑटो एक्सपों का आयोजन अपने मार्गदर्र्शन पर सफलता पूर्वक करते आये हैं, और सडक़ सुरक्षा सप्ताह के दौरान यातायात विभाग को विस्तारित सहयोग प्रदान किया एवं सी.एस.आर. गतिविधियों के तहत रायपुर कैंसर वार्ड को सहायता एवं कोरोना काल में राज्य सरकार को 10 लाख प्रदान किये हैं इसी तरह सिंघानिया के मार्गदर्शन पर राडा एवं फाडा नीत नई ऊचाईयों को प्राप्त कर रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ न्यूज डेस्क
अमरीका के कैलिफोर्निया की एक कंपनी एनडीबी ने खुद चार्ज होने वाली एक ऐसी बैटरी बनाई है जो एक बार चार्ज होकर 28 हजार साल तक चल सकती है। इसके लिए इस बैटरी में कार्बन-14 (सी14) को परमाणु कचरे में से निकालकर एक कृत्रिम हीरे में कैद किया जाता है। कंपनी का कहना है कि इस बैटरी को इलेक्ट्रिक गाडिय़ों, मोबाइल फोन-लैपटाप, घड़ी कैमरा, टैबलेट, ड्रोन, मेडिकल मशीनों सबमें इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे किसी तरह की रेडियोधर्मिता भी नहीं फैलेगी।
भोपाल, 7 सितंबर। मध्य प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने के प्रयास जारी हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में प्रापर्टी की खरीद-बिक्री पर स्टाम्प ड्यूटी में कमी करने का निर्णय लिया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री चौहान ने सोमवार को मंत्रालय में अधिकारियों की बैठक में कहा कि रियल स्टेट सेक्टर पर भी कोरोना का प्रभाव पड़ा है, जिससे प्रॉपर्टी खरीदने, बेचने के इच्छुक लोग भी विपरीत स्थितियों का सामना कर रहे हैं। राज्य सरकार ने प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री पर स्टाम्प ड्यूटी पर तीन प्रतिशत के स्थान पर एक प्रतिशत सेस देने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि, "हर शख्स का एक सपना होता है कि उसका अपना एक घर हो, जहां वो अपने परिवार के साथ सुखी से रह सके। कोरोना काल में आर्थिक गतिविधियां लगभग समाप्त हो गई थीं। रियल स्टेट व्यवसाय पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा था। लोगों की वित्तीय क्षमताएं सीमित हो जाने के कारण संपत्तियों का क्रय-विक्रय भी प्रभावित हुआ है। अब यह जरूरी हो गया है कि आर्थिक गतिविधियां बढ़ें और रियल स्टेट क्षेत्र में भी कैसे बूम आए, इसकी चिंता करनी होगी। इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए नगरीय क्षेत्रों में प्रॉपर्टी की खरीद-ब्रिकी पर स्टाम्प ड्यूटी में दो प्रतिशत की छूट सेस में मिलेगी। छूट 31 दिसम्बर 2020 तक लागू रहेगी।"
मुख्यमंत्री चौहान ने विश्वास व्यक्त किया कि इस निर्णय से लोग अपना मकान आसानी से खरीद सकेंगे, कारोबार में तेजी आएगी और रियल स्टेट में कामकाज को गति मिलेगी। इसी सिलसिले में अन्य जरूरी कदम भी उठाए जाएंगे।(IANS)
रायपुर, 7 सितंबर। अविनाश गु्रप के प्रबंध संचालक आनंद सिंघानिया नें बताया कि छत्तीसगढ़ की विश्वसनीय रियल स्टेट कम्पनी अविनाश ग्रुप के बहुचर्चित प्रोजेक्ट अविनाश एलाईट होम्स विधानसभा रोड, में रेसिडेंसियल प्लॉट्स, सिंग्लेक्स और डुपलेक्स का शानदार विकल्प है। जिसमे अविनाश गु्रप के द्वारा सिंगलेक्स की बुकिंग पर प्रतिमाह 7000 का सुनिश्चित रेटंल ऑफर दिया जा रहा है। अविनाश एलीट होम्स अच्छी बसाहट के बीच खूबसूरत बनावट के साथ लगभग 5 एकड़ पर फैली है जिसमे 2 सिंग्लेक्स 26.50 लाख, 3डुपलेक्स 31 लाख व रेसिडेेसियल प्लॉट है। यह प्रोजेक्ट बजट होम्स में क्वलिटी ऐमेनिटीज एवं फैस्लीटी का बेजोड़ उदाहरण है जो कि आराम एवं सुकून का संपूर्ण आयाम शहर की हर कनेक्टविटी के पास होने का अहसास दिलाती है।
श्री सिंघानिया नें बताया कि अविनाश एलीट होम्स प्रोजेक्ट अफोर्डेबल बजट में उत्कृष्ठ क्वालिटी के साथ बेहतर जीवन शैली के निमार्ण मे अविनाश गु्रप का एक और कदम है जोकि रायपुर के लोगो के लिये एक सौगात है। अच्छी बसाहट के बीच परफेक्ट प्लांनिग के साथ महालेखाकर भवन से कुछ मिनटों की दूरी पर इस लिमीटेड एडीसन प्रोजेक्ट को ग्राहकों का रिस्पान्स मिल रहा है और अच्छी बुकिंग हो रही हैं। अविनाश एलीट होम्स रायपुर की प्राईम लोकेशन विधानसभा रोड, महालेखाकर भवन के पीछे सकरी में स्थित है, जो कि रायपुर के अच्छे रिहायशी क्ष़ेत्र के रुप मे जाना जाता है। यहॉ से अम्बुजा मॉल, डीपीएस ब्राइटन एवं ज्ञान गंगा स्कूल, प्रोमिनेन्ट कॉलेज्स, हॉस्पिटल जैसी सभी प्रमुख सुविधायें पास ही उपलब्ध है तथा इसकी कनेक्टवीटी रायपुर -शहर में -शंकर नगर, पंडरी, जयस्तंभ चौक, रेल्वे स्टे-शन, नया रायपुर, बिलासपुर सभी से बहुत सुविधाजनक है।
सियोल, 7 सितम्बर। एलजी रोटेटिंग फार्म फैक्टर के साथ नया स्मार्टफोन लॉन्च करने को तैयार है। इस फोन को उसने विंग नाम दिया है। इसकी कीमत 840 डॉलर के करीब रहने की उम्मीद है। एलजी ने कहा है कि उसका यह नया स्मार्टफोन 14 सितम्बर को लॉन्च किया जाएगा।
एलजी के मुताबिक उसका यह नया डुअल स्क्रीन स्मार्टफोन अपने प्रोजेक्ट नाम पर ही जाना जाएगा।
इससे पहले कम्पनी ने कई नामों पर विचार किया, जिसमें स्विंग भी था, लेकिन अंतत: कम्पनी ने विंग नाम के साथ जाने का फैसला किया।
कम्पनी ने इस फोन के लॉन्च के लिए वीडियो इन्वीटेशन भेज दिया है लेकिन अब तक इसकी विशेषताओं का खुलासा नहीं किया है।
सूत्रों का कहना है कि इस फोन का मेन स्क्रीन 6.8 इंच का होगा जबकि इसका सेकेंड्री स्क्रीन चार इंच का हो सकता है।
साथ ही कम्पनी ने इस फोन में ट्रिपल कैमरा सेटअप लगाने का फैसला किया है, जिसमें मेन सेंसर 64 मेगा पिक्सल का होगा।(IANS)
सियोल, 7 सितम्बर (आईएएनएस)| सैमसंग अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन गैलेक्सी एस20 के बजट मॉडल को इस साल की चौथी तिमाही में लॉन्च कर सकता है। कम्पनी ने कहा है कि कोरोना महामारी के दौरान वह अपने मोबाइल फोन्स की बिक्री में तेजी लाना चाहता है और अपने फ्लैगशिप फोन का बजट मॉडल उसकी इसी रणनीति का हिस्सा है।
इस नए मॉडल को गैलेक्सी एस20 एफई नाम दिया गया है। सैमसंग ने गैलेक्सी एस20 को इस साल फरवरी में लॉन्च किया था।
सूत्रों का कहना है कि गैलेक्सी एस20 एफई की कीमत तकरीबन 670 डॉलर हो सकती है। गैलेक्सी एस20 को 1000 डॉलर से कुछ अधिक कीमत के साथ लॉन्च किया गया था।
गैलेक्सी एस20 एफई के माध्यम से सैमसंग वैश्विक बाजार में एप्पल के साथ अपनी प्रतिस्पर्धा को नया रंग देगा क्योंकि एप्पल इसी साल नया आईफोन 12 सीरीज लॉन्च करने वाला है।