खेल
दुबई, 10 नवंबर | इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन की दो सबसे मजबूत टीमें - दिल्ली कैपिटल्स और मुंबई इंडियंस मंगलवार को यहां दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खिताब के लिए एक-दूसरे से भिड़ेंगी। मौजूदा विजेता मुंबई अपनी पांचवीं खिताबी जीत के इंतजार में है। लेकिन उसके सामने है दिल्ली, जो पहली बार फाइनल खेल रही है और अपने पहले खिताब के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकने को तैयार है।
दिल्ली ने इससे पहले कभी फाइनल नहीं खेला है। लीग में मौजूदा आठ टीमों में से वह इकलौती टीम थी जो फाइनल नहीं खेली थी। श्रेयर अय्यर की कप्तानी वाली दिल्ली ने 13वें सीजन में इस सूखे को तो खत्म कर ही दिया है, लेकिन क्या वो अनुभवी मुंबई के सामने खिताबी सूखा खत्म कर पाएगी यह देखना दिलचस्प होगा।
खिताबी मुकाबले से पहले इस सीजन में यह दोनों टीमें तीन बार आमने-सामने हो चुकी हैं और तीनों बार मुंबई ने बाजी मारी है। लीग चरण के दोनों मैचों में मुंबई को जीत मिली थी। प्लेऑफ में पहले क्वालीफायर में भी इन दोनों टीमों का सामना हुआ था, जिसमें मुंबई ने फिर दिल्ली को हराया था और सीधे फाइनल में जगह बनाई थी।
दिल्ली ने फिर दूसरे क्वालीफायर में सनराइर्स हैदराबाद को हरा कर फाइनल में अपनी जगह पक्की की। दोनों टीमों की एक अच्छी बात यह रही है कि दोनों टीमें बेहद संतुलित हैं और गेंदबाजी हो या बल्लेबाजी, किसी एक-दो खिलाड़ी के दम पर निर्भर नहीं हैं। सभी खिलाड़ी टीम की जीत में योगदान देते हैं।
दूसरे क्वालीफायर में दिल्ली ने एक बार फिर अपनी सलामी जोड़ी में बदलाव किया। शिखर धवन के साथ मार्कस स्टोयनिस ओपनिंग करने आए और यह प्रयोग सफल रहा। स्टोयनिस ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए हैदराबाद जैसे मजबूत गेंदबाजी आक्रमण पर दबाव बनाया। धवन ने भी स्टोयनिस की तरह की ही आक्रामक बल्लेबाजी की थी।
मुंबई के खिलाफ भी क्या सही सलामी जोड़ी उतरती है, यह अहम सवाल है। वैसे विकल्प अंजिक्य रहाणे भी हैं जो ओपनिंग कर सकते हैं। बाकी बल्लेबाजी क्रम की बात की जाए तो स्टोयनिस अगर ओपनिंग करने आते हैं तो निचले क्रम में फिनिशर की जिम्मेदारी शिमरन हेटमायेर पर रहेगी।
हैदराबाद के खिलाफ उन्होंने इस काम को अच्छे से किया था। ऋषभ पंत भी निचले क्रम में हैं जिनका बल्ला इस पूरे सीजन ज्यादा चला नहीं है।
गेंदबाजी में तो पूरा दारोमदार कैगिसो रबादा और एनरिक नॉर्खिया पर होगा। टीम मैनेजमेंट चाहेगी की यह दोनों पावरप्ले में कुछ विकेट निकाल कर मुंबई को अच्छी शुरूआत से वंचित रख दबाव में ला दें।
शुरू में अगर रबादा और नॉर्खिया मुंबई के कुछ विकेट निकाल लेते हैं तो मध्य के ओवरों में रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल इस दबाव का फायदा उठा सकते हैं और यहां दिल्ली के पास मुंबई को फंसाने का मौका होगा।
मुंबई की बल्लेबाजी से बचना किसी भी गेंदबाजी क्रम के लिए आसान नहीं है। क्विंटन डी कॉक और कप्तान रोहित शर्मा की ओपनिंग जोड़ी मजबूत है। रोहित ने जब से चोट से वापसी की है वह बल्ले से बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। उनके साथी डी कॉक भी अलग अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे हैं और रन बना रहे हैं।
मध्य क्रम में सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन भी बेहतरीन फॉर्म में हैं। इन दोनों के बाद हार्दिक पांड्या, कीरन पोलार्ड और क्रूणाल पांड्या भी हैं। यह सभी निचले क्रम में तूफानी बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं।
मुंबई की गेंदबाजी में दो विश्व स्तर के गेंदबाज हैं। जसप्रीत बुमराह और ट्रेंट बोल्ट। इन दोनों ने ही टीम के गेंदबाजी आक्रमण को लीड किया। तीसरे तेज गेंदबाज के तौर पर जेम्स पैटिनसन और नाथन कुल्टर नाइल में से किसी एक को खेलाया जाएगा।
सबसे अहम रहेगा टॉस। दूसरे हाफ में ओस पड़ने के कारण इस मैच में टॉस की भूमिका अहम हो जाती है। पिछले कुछ मैचों में देखा गया है कि ओस पड़ने से मैच का रूख बदला है। दोनों कप्तान इस चीज को भी ध्यान में रखेंगे।
टीमें (सम्भावित) :
दिल्ली कैपिटल्स : श्रेयस अय्यर (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, एलेक्स कैरी, पृथ्वी शॉ, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शिखर धवन, शिमरन हेटमायेर, अक्षर पटेल, ललित यादव, मार्कस स्टोयनिस, कीमो पॉल, आवेश खान, हर्षल पटेल, कैगिसो रबादा, मोहित शर्मा, रविचंद्रन अश्विन, संदीप लामिछाने, एनरिक नॉर्खिया, तुषार देशपांडे।
मुंबई इंडियंस : रोहित शर्मा (कप्तान), आदित्य तारे (विकेटकीपर), अनमोलप्रीत सिंह, अनुकूल रॉय, क्रिस लिन, धवल कुलकर्णी, दिग्विजय देशमुख, हार्दिक पांड्या, ईशान किशन, जेम्स पैटिनसन, जसप्रीत बुमराह, जयंत यादव, कीरन पोलार्ड, क्रूणाल पांड्या, मिशेल मैक्लेंघन, मोहसिन खान, नाथन कुल्टर नाइल, प्रिंस बलवंत राय, क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), राहुल चहर, सौरभ तिवारी, शेरफाने रदरफोर्ड, सूर्यकुमार यादव, ट्रेंट बोल्ट।(आईएएनएस)
दुबई, 10 नवंबर | मुम्बई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि दिल्ली कैपिटल्स के साथ मंगलवार को होने वाले आईपीएल-13 के फाइनल मुकाबेल में उनकी टीम ऑफ स्पिनर जयंत यादव को मौका दे सकती है। इसका कारण यह है कि दिल्ली के पास शिखर धवन, सिमरोन हिटमायेर, ऋषभ पंत और अक्षर पटेल जैसे बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, और इन सबने इस सीजन में अच्छी बैटिंग की है। इन्हें रोकने की दिशा में जयंत प्रभावशाली हो सकते हैं।
रोहित ने मैच पूर्व संध्या पर कहा, "दिल्ली के पास जितने लेफ्टी हैं, उन्हें देखते हुए जयंत असरकारी साबित हो सकते हैं। दिल्ली के खिलाफ वह एक मैच में खेले थे और अच्छी बॉलिंग की थी। वह दिल्ली की टीम के लिए खेले हैं और उसे अच्छी तरह समझते हैं। हमारे लिए वह अच्छा ऑब्शन हो सकते हैं।"
दिल्ली के खिलाफ हालांकि जयंत को विकेट नहीं मिला था।
आईपीएल 13 का फाइनल दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में होगा। मुम्बई की टीम पांचवीं बार खिताब जीतने का प्रयास करेगी जबकि दिल्ली की टीम पहला खिताब अपनी झोली में डालना चाहेगी। दिल्ली की टीम 13 साल के इतिहास में पहली बार फाइनल में पहुंची है।(आईएएनएस)
दुबई, 9 नवंबर | मुम्बई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने सोमवार को साफ कर दिया कि मंगलवार को यहां होने वाले आईपीएल-13 फाइनल में हार्दिक पांड्या दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ गेंदबाजी नहीं करेंगे क्योंकि वह गेंदबाजी को लेकर सहज नहीं दिखाई दे रहे हैं। रोहित ने मैच पूर्व संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हमने गेंदबाजी करने का पूरा फैसला हार्दिक पर ही छोड़ दिया है। वैसे वह गेंदबाजी को लेकर सहज नहीं हैं लेकिन अगर उन्हें लगता है कि वह कर सकते हैं तो जरूर करेंगे लेकिन जहां तक मुझे पता है कि पैर में कुछ तकलीफ है और इसी कारण वह गेंदबाजी की ओर नहीं जाएंगे।"
आईपीएल 13 का फाइनल दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में होगा। मुम्बई की टीम पांचवीं बार खिताब जीतने का प्रयास करेगी जबकि दिल्ली की टीम पहला खिताब अपनी झोली में डालना चाहेगी। दिल्ली की टीम 13 साल के इतिहास में पहली बार फाइनल में पहुंची है।
रोहित ने कहा कि यह फाइनल है और मुम्बई इंडियंस टीम प्रबंधन कोई काम करने या नहीं करने को लेकर किसी भी खिलाड़ी पर दबाव नहीं बनाना चाहता क्योंकि इसके खिलाड़ी का मनोबल गिरता है और वह मैदान पर अपना स्वाभाविक खेल नहीं दिखा पाता।
हार्दिक ने इस सीजन में इक्का-दुक्का मैचों में गेंदबाजी की है। बल्लेबाजी में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है और कई मौकों पर मुम्बई के लिए धुआंधार पारियां खेली हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 9 नवंबर | शशि खन्ना को सोमवार को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए)का कोषाध्यक्ष निर्वाचित कर लिया गया। शशि ने इस पद के लिए पवन गुलाटी को 44 मतों से हराया। डीडीसीए के सहायक चुनाव अधिकारी एसके मेंदीरात्ता ने यह घोषणा की।
मेंदीरात्ता ने तमाम उम्मीदवारों के समक्ष घोषणा की कि जिन पांच पदों के लिए चुनाव होने हैं, उनमें से चार के परिणाम सभी पदों के लिए मतदान सम्पन्न होने के बाद घोषित कर दिए जाएंगे।
मेंदीरात्ता ने कहा कि कोषाध्यक्ष पद के लिए शशि खन्ना को 895 मत मिले जबकि गुलाटी को 851 मत मिले। 30 मत अवैध करार दिए गए।
शशि बीसीसीआई के पूर्व एक्टिंग अध्यक्ष सीके खन्ना की पत्नी हैं जबकि गुलाटी भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के मामा हैं। (आईएएनएस)
शारजाह, 9 नवंबर| राधा यादव (16-5) की शानदार स्पिन गेंदबाजी के आगे बेदम टेलब्लेजर्स टीम सोमवार को यहां के शारजाह स्टेडियम में खेले जा रहे विमेंस टी20 चैलेंज के फाइनल मुकाबले में तमाम कोशिशों के बावजूद 118 रन ही बना सकी। टेलब्लेजर्स के लिए सबसे अधिक 68 रन कप्तन स्मृति मंधाना ने बनाए। मंधाना ने 49 गेंदों का सामना कर पांच चौके और तीन छक्के लगाए। दिएंद्रा डॉटिन के बल्ले से 20 रन निकले।
बाकी कोई बल्लेबाज अपनी क्षमता के साथ न्याय नहीं कर सकी और स्पिन की जाल में ऐसी फंसी कि जो टीम एक समय मजबूत स्कोर की ओर जाती दिख रही थी, वह 20 ओवरों की समाप्ति तक 8 विकेट पर 118 रन ही बना सकी।
अंतिम ओवर राधा यादव ने डाला और इस ओवर में सिर्फ एक रन बना जबकि टेलब्लेजर्स ने इस ओवर में चार विकेट गंवाए। तीन बल्लेबाजों को राधा ने चलता किया जबकि एक रन आउट हुई।
आलम यह था कि डॉटिन और मंधाना ने इस टीम के लिए पहले विकेट के लिए 71 रनों की साझेदारी की। डॉटिन 71 और मंधाना 101 के कुल योग पर आउट हुईं। इसके बाद तो आने और जाने का सिलसिला ऐसा शुरू हुआ कि 120 रन भी बनाना भारी पड़ गया।
सुपरनोवाज के लिए पूनम यादव और शशिकला श्रीवर्धने ने भी एक-एक सफलता हासिल की। राधा महिला टी20 चैलेंज में पांच विकेट हासिल करने वाली पहली गेंदबाज बन गई हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 9 नवंबर | दिल्ली कैपिटल्स के आलराउंडर मार्कस स्टॉयनिस ने रविवार को आईपीएल-13 के क्वालीफायर-2 में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ बतौर ओपनर बल्ले से आक्रामक पारी खेलने के बाद गेंदबाजी में भी शानदार प्रदर्शन करके टीम को फाइनल तक पहुंचाया। स्टोयनिस ने बल्लेबाजी में 38 रन की आक्रामक पारी खेलने के अलावा गेंदबाजी में 26 रन देकर तीन विकेट झटके और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
मैच में एक समय ऐसा लग रहा था कि हैदराबाद के बल्लेबाज केन विलियम्सन मैच को दिल्ली से दूर लेकर जा रहे थे, लेकिन तभी स्टॉयनिस ने ऑफ कटर गेंद पर विलियम्सन को कगिसो रबादा के हाथों कैच कराकर मैच को दिल्ली के पक्ष में मोड़ दिया।
आउट होने से पहले कीवी कप्तान ने 44 गेंदों पर 67 रनों की पारी खेली। स्टॉयनिस ने विलियम्सन को आउट करने से पहले वैसी ही गेंद पर मनीष पांडे को भी आउट किया था।
हैदराबाद को हराकर दिल्ली पहली बार आईपीएल के फाइनल में पहुंची है, जहां अब मंगलवार को उसका सामना मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियंस होगा।
मुंबई के पास कीरन पोलार्ड, हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या जैसे विस्फोटक बल्लेबाज मौजूद है और स्टॉयनिस की धीमी तथा विविधता वाली गेंदें एक बार फिर से दिल्ली के लिए अहम हो सकती है।
स्टॉयनिस ने मैच के बाद रविवार को कहा था, " मैं यह देखना चाहता था कि अपने ग्रिप को बदलने के बाद क्या मैं विकेट ले रहा हूं या वाइड यॉर्कर और धीमी गेंदों के साथ अपनी रणनीति बदल रहा हूं। इस प्रारुप में गेंदबाजी करना हमेशा से मुश्किल होता है। मैदान में उतरने से पहले योजना बनाना, अच्छे आइडिया के साथ उतरना और अपने कप्तान और कोच तथा अपनी रणनीति में अलग-अलग बल्लेबाजों से बात करना है।"
स्टॉयनिस इस सीजन में अब तक 352 रन बनाने के अलावा 12 विकेट भी ले चुके हैं।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 9 नवंबर | भारतीय कप्तान विराट कोहली आस्ट्रेलिया दौरे पर खेली जाने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच के बाद स्वदेश लौट आएंगे। कोहली टेस्ट सीरीज के दौरान पिता बनने वाले हैं और बीसीसीआई ने उनकी पितृत्व अवकाश को मंजूरी दे दी है। बीसीसीआई ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि कर दी है।
आस्ट्रेलिया दौरे पर भारत को पहला टेस्ट 17 दिसंबर को एडिलेड में खेलना है और इस दौरान कोहली की अभिनेत्री पत्नी अनुष्का शर्मा मां बनने वाली हैं।
बीसीसीआई ने हालांकि यह नहीं बताया है कि कोहली सीरीज के बाकी बचे मैचों में खेलेंगे या नहीं। दोनों टीमों के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज 17 दिसंबर 2020 से 19 जनवरी 2021 तक खेली जाएगी।
भारतीय बोर्ड ने साथ ही कहा कि सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा को टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है।
कोहली की अनुपस्थिति में टेस्ट टीम की अगुवाई उपकप्तान अजिंक्य रहाणे करेंगे क्योंकि टेस्ट टीम के लिए यही नियम है कि कप्तान की अनुपस्थिति में उपकप्तान को ही कमान सम्भालना होता है।
यह पहला मौका नहीं है जब बीसीसीआई ने किसी खिलाड़ी को शादी और माता-पिता की मौत को लेकर सीरीज बीच में छोड़ने की अनुमति दी है। इससे पहले 1999 विश्व कप में जब सचिन तेंदुलकर के पिता का देहांत हुआ था तब वह विश्व कप बीच में ही छोड़कर स्वदेश आए थे और फिर एक मैच छोड़ने के बाद वापस लौट गए थे।
इस बीच, पहली बार भारतीय टीम में चुने गए लेग स्पिनर वरुण चक्रवर्ती कंधे की चोट के कारण तीन मैचों की टी-20 सीरीज से बाहर हो गए हैं। चयनकर्ताओं ने चक्रवर्ती की जगह टी नटराजन को टी-20 टीम में शामिल किया है।
बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने रोहित की फिटनेस का आंकलन करने के बाद उन्हें सीमित ओवरों की सीरीज से आराम देना का फैसला किया, लेकिन टेस्ट सीरीज के लिए उन्हें टीम में शामिल कर लिया।
उनके अलावा संजू सैमसन को अतिरिक्त विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में वनडे टीम में शामिल किया गया है। तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा को लेकर कहा गया है कि वह अभी बेंगलुरू के एनसीए में रिहेबिलिटेशन में हैं और पूरी तरह से फिट हो जाने के बाद उन्हें टेस्ट में शामिल किया जाएगा।
पेस बॉलर कमलेश नागरटोकी भी आस्ट्रेलिया नहीं जाएंगे क्योंकि अभी वह वर्कलोड मैनेजमेंट पर मेडिकल टीम के साथ काम कर रहे हैं और जहां तक रिद्धिमान साहा की बात है तो उनके दोनों हैमस्ट्रींग्स में चोट है और वह अभी मेडिकल टीम की निगरानी में हैं।
आस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टीम :
टी-20 टीम : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, मयंक अग्रवाल, लोकेश राहुल (उप-कप्तान और विकेटकीपर), श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, हार्दिक पांड्या, संजू सैमसन (विकेटकीपर), रविंद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर,। युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, नवदीप सैनी, दीपक चाहर, टी नटराजन
वनडे टीम : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, शुभमन गिल, लोकेश राहुल (उपकप्तान और विकेटकीपर), श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, हार्दिक पांड्या, मयंक अग्रवाल, रवींद्र जडेजा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, नवदीप सैनी, शार्दुल ठाकुर, संजू सैमसन (विकेट कीपर)।
टेस्ट टीम : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ, लोकेश राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), हनुमा विहारी, शुभम गिल, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, नवदीप सैनी, कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद सिराज।(आईएएनएस)
शारजाह, 9 नवंबर | टेलब्लेजर्स ने सोमवार को यहां शारजाह क्रिकेट मैदान पर जारी वुमेंस टी20 चैलेंज 2020 के फाइनल मुकाबसे में सुपरनोवाज को जीत के लिए 119 रनों का लक्ष्य दिया है। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए टेलब्लेजर्स ने कप्तान स्मृति मंधाना के शानदार 68 रनों की बदौलत निर्धारित 20 ओवरों में 8 विकेट पर 118 रन बनाए। टेलब्लेजर्स ने अंतिम ओवर में ही चार विकेट गंवा दिए। इनमें से तीन विकेट राधा यादव की झोली में गए।
मंधाना ने 49 गेंदों का सामना कर पांच चौके और तीन छक्के लगाए जबकि उनके अलावा दिएंद्रा डॉटिन ने 20 रनों का योगदान दिया।
सुपरनोवाज की ओर से राधा यादव ने सबसे अधिक पांच विकेट लिए।
दोनों टीमें इससे पहले, शनिवार को एक-दूसरे से भिड़ी थीं, जहां सुपरनोवाज ने ट्रेलब्लेजर्स को दो रन से हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया था।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 9 नवंबर | सनराइजर्स हैदराबाद बेशक आईपीएल के 13वें सीजन से बाहर हो चुकी है लेकिन उसके अफगानी लेग स्पिन गेंदबाज राशिद खान ने इस सीजन में एक रन से कम देते हुए विकेट हासिल किए हैं। राशिद ने इस सीजन में 20 विकेट लिए हैं और वह उन खास गेंदबाजों की सूची में शामिल हो गए हैं जिन्होंने एक सीजन में 15 या उससे अधिक विकेट लिए हैं और इसके लिए लगभग एक रन ही खर्च किए हैं।
इस सीजन में राशिद का इकोनॉमी रेट 5.37 रहा है और इस मामले में अब तक इस सीजन के सबसे सफल गेंदबाज हैं।
राशिद 2013 के बाद से पहले ऐसे गेंदबादज हैं, जिन्होंने अपना इकोनॉमी रेट 6 रन से कम रखते हुए 15 या उससे अधिक विकेट हासिल किए हैं।
कोलकाता नाइट राइडर्स के कैरेबियाई स्पिनर सुनीन नरेन ने 2013 सीजन में 5.46 के इकोनॉमी रेट के साथ 22 विकेट हासिल किए थे जबकि इसी सीजन में डेस स्टेन ने 5.66 के औसत से 19 विकेट अपनी झोली में डाले थे।
साल 2011 में राहुल शर्मा ने भी 5.46 के इकोनॉमी रेट के साथ 16 विकेट लिए थे और इसी साल लसिथ मलिंगा ने 5.95 के इकोनॉमी रेट से 28 विकेट चटकाए थे।
भारत के पूर्व लेग स्पिनर अनिल कुम्बले जो कि अभी किंग्स इलेवन पंजाब के कोच हैं, ने 2009 में 5.86 के इकोनॉमी रेट से कुल 21 विकेट लिए थे।(आईएएनएस)
दुबई, 9 नवंबर । इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन की दो सबसे मजबूत टीमें-दिल्ली कैपिटल्स और मुंबई इंडियंस मंगलवार को यहां दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खिताब के लिए एक-दूसरे से भिड़ेंगी। मौजूदा विजेता मुंबई अपनी पांचवीं खिताबी जीत के इंतजार में है। लेकिन उसके सामने है दिल्ली, जो पहली बार फाइनल खेल रही है और अपने पहले खिताब के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकने को तैयार है।
दिल्ली ने इससे पहले कभी फाइनल नहीं खेला है। लीग में मौजूदा आठ टीमों में से वह इकलौती टीम थी जो फाइनल नहीं खेली थी। श्रेयर अय्यर की कप्तानी वाली दिल्ली ने 13वें सीजन में इस सूखे को तो खत्म कर ही दिया है, लेकिन क्या वो अनुभवी मुंबई के सामने खिताबी सूखा खत्म कर पाएगी यह देखना दिलचस्प होगा।
खिताबी मुकाबले से पहले इस सीजन में यह दोनों टीमें तीन बार आमने-सामने हो चुकी हैं और तीनों बार मुंबई ने बाजी मारी है। लीग चरण के दोनों मैचों में मुंबई को जीत मिली थी। प्लेऑफ में पहले क्वालीफायर में भी इन दोनों टीमों का सामना हुआ था, जिसमें मुंबई ने फिर दिल्ली को हराया था और सीधे फाइनल में जगह बनाई थी।
दिल्ली ने फिर दूसरे क्वालीफायर में सनराइर्स हैदराबाद को हरा फाइनल में अपनी जगह पक्की की। दोनों टीमों की एक अच्छी बात यह रही है कि दोनों टीमें बेहद संतुलित हैं और गेंदबाजी हो या बल्लेबाजी, किसी एक-दो खिलाड़ी के दम पर निर्भर नहीं हैं। सभी खिलाड़ी टीम की जीत में योगदान देते हैं।
दूसरे क्वालीफायर में दिल्ली ने एक बार फिर अपनी सलामी जोड़ी में बदलाव किया। शिखर धवन के साथ मार्कस स्टोयनिस ओपनिंग करने आए और यह प्रयोग सफल रहा। स्टोयनिस ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए हैदराबाद जैसे मजबूत गेंदबाजी आक्रमण पर दबाव बनाया। धवन ने भी स्टोयनिस की तरह की ही आक्रामक बल्लेबाजी की थी।
मुंबई के खिलाफ भी क्या सही सलामी जोड़ी उतरती है यह अहम सवाल है। वैसे विकल्प अंजिक्य रहाणे भी हैं जो ओपनिंग कर सकते हैं। बाकी बल्लेबाजी क्रम की बात की जाए तो स्टोयनिस अगर ओपनिंग करने आते हैं तो निचले क्रम में फिनिशर की जिम्मेदारी शिमरन हेटमायेर पर रहेगी।
हैदराबाद के खिलाफ उन्होंने इस काम को अच्छे से किया था। ऋषभ पंत भी निचले क्रम में हैं जिनका बल्ला इस पूरे सीजन ज्यादा चला नहीं है।
गेंदबाजी में तो पूरा दारोमदार कैगिसो रबादा और एनरिक नॉर्खिया पर होगा। टीम मैनेजमेंट चाहेगी की यह दोनों पावरप्ले में कुछ विकेट निकाल मुंबई को अच्छी शुरूआत से वंचित रख दबाव में ला दें।
शुरू में अगर रबादा और नॉर्खिया मुंबई के कुछ विकेट निकाल लेते हैं तो मध्य के ओवरों में रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल इस दबाव का फायदा उठा सकते हैं और यहां दिल्ली के पास मुंबई को फंसाने का मौका होगा।
मुंबई की बल्लेबाजी से बचना किसी भी गेंदबाजी क्रम के लिए आसान नहीं है। क्विंटन डी कॉक और कप्तान रोहित शर्मा की ओपनिंग जोड़ी मजबूत है। रोहित ने जब से चोट से वापसी की है वह बल्ले से बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। उनके साथी डी कॉक भी अलग अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे हैं और रन बना रहे हैं।
मध्य क्रम में सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन भी बेहतरीन फॉर्म में हैं। इन दोनों के बाद हार्दिक पांड्या, कीरन पोलार्ड और क्रूणाल पांड्या भी हैं। यह सभी निचले क्रम में तूफानी बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं।
मुंबई की गेंदबाजी में दो विश्व स्तर के गेंदबाज हैं। जसप्रीत बुमराह और ट्रेंट बोल्ट। इन दोनों ने ही टीम के गेंदबाजी आक्रमण को लीड किया। तीसरे तेज गेंदबाज के तौर पर जेम्स पैटिनसन और नाथन कुल्टर नाइल में से किसी एक को खेलाया जाएगा।
सबसे अहम रहेगा टॉस। दूसरे हाफ में ओस पड़ने के कारण इस मैच में टॉस की भूमिका अहम हो जाती है। पिछले कुछ मैचों में देखा गया है कि ओस पड़ने से मैच का रूख बदला है। दोनों कप्तान इस चीज को भी ध्यान में रखेंगे।
टीमें (सम्भावित) :
दिल्ली कैपिटल्स : श्रेयस अय्यर (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, एलेक्स कैरी, पृथ्वी शॉ, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शिखर धवन, शिमरन हेटमायेर, अक्षर पटेल, ललित यादव, मार्कस स्टोयनिस, कीमो पॉल, आवेश खान, हर्षल पटेल, कैगिसो रबादा, मोहित शर्मा, रविचंद्रन अश्विन, संदीप लामिछाने, एनरिक नॉर्खिया, तुषार देशपांडे।
मुंबई इंडियंस : रोहित शर्मा (कप्तान), आदित्य तारे (विकेटकीपर), अनमोलप्रीत सिंह, अनुकूल रॉय, क्रिस लिन, धवल कुलकर्णी, दिग्विजय देशमुख, हार्दिक पांड्या, ईशान किशन, जेम्स पैटिनसन, जसप्रीत बुमराह, जयंत यादव, कीरन पोलार्ड, क्रूणाल पांड्या, मिशेल मैक्लेंघन, मोहसिन खान, नाथन कुल्टर नाइल, प्रिंस बलवंत राय, क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), राहुल चहर, सौरभ तिवारी, शेरफाने रदरफोर्ड, सूर्यकुमार यादव, ट्रेंट बोल्ट।
--आईएएनएस
दिल्ली, 9 नवंबर | भारतीय कप्तान विराट कोहली आस्ट्रेलिया दौरे पर खेली जाने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच के बाद स्वदेश लौट आएंगे। कोहली टेस्ट सीरीज के दौरान पिता बनने वाले हैं और बीसीसीआई ने उनकी पितृत्व अवकाश को मंजूरी दे दी है। आस्ट्रेलिया दौरे पर भारत को पहला टेस्ट 17 दिसंबर को एडिलेड में खेलना है और इस दौरान कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा मां बनने वाली हैं।
बीसीसीआई ने हालांकि यह नहीं बताया है कि कोहली सीरीज के बाकी बचे मैचों में खेलेंगे या नहीं। दोनों टीमों के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज 17 दिसंबर 2020 से 19 जनवरी 2021 तक खेली जाएगी।
भारतीय बोर्ड ने साथ ही कहा कि सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा को टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है।
इस बीच, पहली बार भारतीय टीम में चुने गए लेग स्पिनर वरुण चक्रवर्ती कंधे की चोट के कारण तीन मैचों की टी-20 सीरीज से बाहर हो गए हैं। चयनकर्ताओं ने चक्रवर्ती की जगह टी नटराजन को टी-20 टीम में शामिल किया है।
बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने रोहित की फिटनेस का आंकलन करने के बाद उन्हें सीमित ओवरों की सीरीज से आराम देना का फैसला किया, लेकिन टेस्ट सीरीज के लिए उन्हें टीम में शामिल कर लिया।
उनके अलावा संजू सैमसन को अतिरिक्त विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में वनडे टीम में शामिल किया गया है। तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा को लेकर कहा गया है कि वह अभी बेंगलुरू के एनसीए में रिहेबिलिटेशन में हैं और पूरी तरह से फिट हो जाने के बाद उन्हें टेस्ट में शामिल किया जाएगा।
आस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टीम :
टी-20 टीम : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, मयंक अग्रवाल, लोकेश राहुल (उप-कप्तान और विकेटकीपर), श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, हार्दिक पांड्या, संजू सैमसन (विकेटकीपर), रविंद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर,। युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, नवदीप सैनी, दीपक चाहर, टी नटराजन
वनडे टीम : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, शुभमन गिल, लोकेश राहुल (उपकप्तान और विकेटकीपर), श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, हार्दिक पांड्या, मयंक अग्रवाल, रवींद्र जडेजा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, नवदीप सैनी, शार्दुल ठाकुर, संजू सैमसन (विकेट कीपर)।
टेस्ट टीम : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ, लोकेश राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), हनुमा विहारी, शुभम गिल, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, नवदीप सैनी, कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद सिराज।
--आईएएनएस
पेरिस, 9 नवंबर। रूस के डेनिल मेदवेदेव ने जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव को हराकर पेरिस मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया है। मेदवेदेव ने रविवार को खेले गए पुरुष एकल के फाइनल में ज्वेरेव को 5-7, 6-4, 6-1 से मात दी। मेदवेदेव की 12 मैचों में यह लगातार 12वीं जीत है। इस साल अपना पहला फाइनल खेलने वाले रूसी के खिलाड़ी का करियर का यह तीसरा मास्टर्स 1000 खिताब है।
मेदवेदेव अपने करियर में अब तक आठ खिताब जीत चुके हैं। उन्होंने इस जीत के बाद कहा, यह बहुत अच्छा है, मैं वास्तव में बहुत खुश हूं। जैसा कि मैं हमेशा कहता हूं, मैं मैच के बाद जश्न नहीं मनाता, लेकिन मैं वास्तव में मैच जीतने से खुश हूं।
मेदवेदेव ने कहा, टूर्नामेंट से पहले मैं अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं था। इस साल एक भी फाइनल नहीं खेला था। आखिरकार मैं बर्सी का विजेता हूं, एक टूर्नामेंट जो मुझे बहुत पसंद है। फ्रांस में पहला खिताब तीन फाइनल मास्टर्स खिताब। उम्मीद है कि मैं इस तरह का खेल आगे भी जारी रखूंगा। (आईएएनएस)
अबू धाबी, 9 नवंबर। सनराइजर्स हैदराबाद के बल्लेबाज केन विलियम्सन ने स्वीकार किया है कि उनकी टीम आईपीएल-13 में अपनी सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेल पाई, जहां टीम प्लेऑफ तक तो पहुंची लेकिन वह फाइनल में जगह बनाने से चूक गई। सनराइजर्स हैदराबाद का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन में सफर रविवार को क्वालीफायर-2 में दिल्ली कैपिटल्स के हाथों मिली 17 रनों से हार के बाद खत्म हो गया। (आईएएनएस)
बेंगलुरू, 9 नवंबर । भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मिडफील्डर सुमित का मानना है कि अगले साल होने वाली एशियन चैंपियंस ट्रॉफी टीम के लिए अपनी तैयारियों को परखने का एक अच्छा मंच होगा। भारतीय पुरुष हॉकी टीम अगले साल मार्च की शुरुआत में में ढाका में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेना है। अगर कोविड-19 महामारी के कारण यात्रा प्रतिबंध न नहीं होता है तो टीम इस टूर्नामेंट में भाग लेगी।
सुमित 2016 में विश्व कप जीतने वाली जूनियर भारतीय पुरुष हॉकी टीम का हिस्सा रह चुके हैं।
सुमित ने कहा, हम बेहद भाग्यशाली हैं कि हम फिर से अपनी ट्रेनिंग शुरू करने में सफल रहे हैं। हमें अपने कौशल को सुधारने के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और हॉकी इंडिया द्वारा जैव-सुरक्षित वातावरण प्रदान किया गया है। अगले साल होने वाली एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में हम जिस स्तर पर हैं, उससे पता चलेगा कि ओलंपिक खेलों से पहले हमें और कितना सुधार करने की जरूरत है।
कलाई की चोट के कारण पिछले साल कुछ टूर्नामेंटों से बाहर रहने वाले सुमित का कहना है कि वह फिर से भारत की जर्सी पहनने के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, पिछले जून में भुवनेश्वर में एफआईएच मेन्स सीरीज फाइनल्स के दौरान मेरी कलाई में चोट लग गई थी। चोट से उबरने के लिए मुझे काफी समय लगा। मैं इस साल एफआईएच हॉकी प्रो लीग के लिए टीम में चुना गया था, जहां मुझे शीर्ष टीमों के खिलाफ खेलने का मौका मिला था।
भारतीय मिडफील्डर ने आगे कहा, एक खिलाड़ी को भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए वास्तव में अच्छा होना चाहिए जो हमसे अपेक्षित हो और जिसमें आंतरिक प्रतिस्पर्धा हो। मैं अभी अपना 100 फीसदी प्रशिक्षण ले रहा हूं और मैं उम्मीद करता हूं कि मुझे एशियन चैंपियनशिप ट्रॉफी खेलने का मौका मिलेगा, जहां हमें अपने खिताब का बचाव करना है।
सुमित ने बेंगलुरू के साई सेंटर में चल रहे नेशनल कोचिंग कैम्प को लेकर कहा कि टीम अच्छा कर रही है और सही दिशा में आगे बढ़ रही है।
उन्होंने कहा, महामारी के कारण इस साल हम कोई प्रतिस्पर्धा नहीं करेंगे। सीजन को इस तरह से योजनाबद्ध किया गया है कि हमें एक-दूसरे के खिलाफ मैच खेलना है, जहां हमें अपना सर्वश्रेष्ठ बाहर लाना है।(आईएएनएस)
दुर्ग, 9 नवंबर। दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत खेल ग्राम पुरई में फ्लोटिंग विंग्स क्लब द्वारा 5 दिवसीय दिवाली चैम्पियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें मुख्य रूप से भाजयुमो प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ललित चन्द्राकर, भाजपा उतई मंडल पूर्व अध्यक्ष अनिल साहू, समाज सेवी प्रमोद जैन, ओम कुमार ओझा आदि सहित समस्त खिलाड़ी उपस्थित रहे। इसमें से 12 बच्चों को ओलंपिक तैराकी प्रतियोगिता में केंद्र सरकार द्वारा गुजरात में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
भारत में बेटिंग गैर कानूनी है लेकिन करोड़ों क्रिकेट प्रेमी इसकी कमी आईपीएल पर आधारित फैंटसी खेलों से जुड़ कर पूरी कर रहे हैं. फैंटसी खेल अपने आप में करोड़ों का एक उद्योग बन चुका है.
फैंटसी खेल कानून की कमजोरी का फायदा उठा रहे हैं. बड़ी मात्रा में विदेशी निवेश पा कर भारतीय कंपनियों ने ऐसे खेलों में निवेश किया है जिनमें अंक हासिल कर रुपये कमाए जा सकते हैं. यह अपने आप में एक नया उद्योग है और यह इस डर के बावजूद पनप रहा है कि सरकार कभी भी नए नियम ला सकती है जिससे यह उद्योग जोखिम में पड़ जाएगा. जैसे ड्रीम11 को ले लीजिए, जो अब आईपीएल की मुख्य स्पॉनसर है.
कंपनी का कहना है कि उसके पास उसके क्रिकेट, फुटबॉल और एनबीए प्लेटफॉर्मों पर 10 करोड़ से भी ज्यादा यूजर हैं. ये यूजर एक शुल्क देते हैं जो अक्सर 40 रुपयों से भी कम होता है. इसका भुगतान कर वो एक ऐसी प्रतियोगिता में शामिल हो पाते हैं जो भारत में जुए पर लगे प्रतिबंध से सिर्फ इसलिए बचा हुआ है क्योंकि उसे "कौशल" या "स्किल" का खेल माना जाता है.
शुल्क देकर यूजर अपने पसंदीदा खिलाड़ियों की टीम बनाते हैं और फिर आईपीएल के मैचों में उस टीम के खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर अंक जीतते हैं. उसके बाद जीते हुए अंकों को रुपयों में बदला जा सकता है. इस साल आईपीएल से जुड़े हुए कई फैंटसी खेल बाजार में आ गए हैं और नए नियमों की संभावना के बावजूद काफी पैसा कमा रहे हैं. उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि ये सेक्टर बढ़ कर अरबों रुपए के मूल्य का बन सकता है.
खेल या सट्टा?
सॉफ्टवेयर इंजीनियर अमित भंडारी ने दो साल पहले जब ड्रीम11 के फैंटसी क्रिकेट खेलना शुरू किया था तब उन्होंने यह नहीं सोंचा था कि उन्हें आसानी से पैसा कमाने के उसके वादे की लत लग जाएगी. 38 वर्षीय अमित कहते हैं, "मैं अभी भी उस दिन का इंतजार कर रहा हूं जब मैं कोई बड़ी रकम जीतूंगा." वो अपनी इस आदत को हानिरहित बताते हैं लेकिन फिर भी इसे अपने परिवार से छुपाते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनके परिवार के सदस्यों को यह आदत पसंद नहीं आएगी.
विनीत गोदारा इस भावना से परिचित हैं. विनीत माईटीम11 के सह-संस्थापक हैं जो 2016 में शुरू किया गया एक फैंटसी प्लेटफॉर्म है. अपने शुरूआती दिनों में कंपनी को बेटिंग को लेकर चिंताओं की वजह से ना ही कोई डिजीटल भुगतान का प्लेटफॉर्म मिल रहा था और ना ही एक कॉर्पोरेट बैंक अकाउंट.
क्रिकेट में मैच-फिक्सिंग के घोटाले अक्सर सामने आते रहते थे और गोदारा को लोगों को यह समझाने में बहुत संघर्ष करना पड़ता था कि गैर-कानूनी बेटिंग और फैंटसी खेलों में अंतर है. लेकिन इस साल भारतीय क्रिकेट प्रेमियों ने बड़ी संख्या में फैंटसी खेलों को खेलना शुरू किया है. संभव है उन्होंने ऐसा तालाबंदी की बोरियत से बचने के लिए किया हो. विराट कोहली जैसे चोटी के खिलाड़ियों को लेकर जारी किए गए मार्केटिंग अभियान ने भी मदद की है.
बढ़ रहा है व्यापार
गोदारा ने एएफपी को बताया, "आईपीएल फैंटसी खेलों के उद्योग के लिए एक वरदान बन कर आया है. हमने आईपीएल के दौरान यूजर इंगेजमेंट में काफी बड़ी उछाल देखी है." दूसरे प्लेटफॉर्मों के भी व्यापार में बढ़त हुई है. मोबाइल प्रीमियर लीग ऐप के सह-संस्थापक साईं श्रीनिवास ने एएफपी को बताया, "हमारा अनुमान है कि आईपीएल के अंत तक हम आठ करोड़ यूजर पार कर लेंगे."
इसके अलावा गेम्स24*7 प्लेटफॉर्म के सह-संस्थापक भविन पंड्या ने बताया 2019 से 2020 के बीच पैसे देकर खेलने वाले यूजरों की सांख्य में 900 प्रतिशत की बढ़ोतरी का पूर्वानुमान किया है. विदेशी निवेशक भी जुड़ने को इच्छुक हैं. थिंक टैंक इंडियाटेक.ओआरजी के अनुसार भारतीय फैंटसी प्लैटफॉर्मों को 2018 से अभी तक 14 अरब रुपयों से भी ज्यादा का निवेश मिल चुका है. निवेशकों में टाइगर ग्लोबल जैसे अमेरिकी हेज फंड और चीन की बड़ी ऑनलाइन कंपनी टेनसेंट शामिल हैं.
अनुमान है कि भारत के करीब 10 करोड़ गेमरों में से सिर्फ 20 प्रतिशत फैंटसी प्लैटफॉर्मों पर पैसे दे कर खेलते हैं, जबकि बाकी मुफ्त खेलों तक ही सीमित रहते हैं. कंपनियों को आगे भी काफी बढ़ने की उम्मीद है. डाटा प्लेटफॉर्म स्टैटिस्टा के अनुसार सस्ते फोन और सस्ता डाटा की वजह से 2025 तक भारत में इंटरनेट यूजरों की संख्या 70 करोड़ से बढ़ कर 97.5 करोड़ तक हो जाएगी.
अनिश्चितताएं भी हैं
लेकिन ऐसा नहीं है कि सब खुश ही हैं. एडवरटाइजिंग क्षेत्र में काम करने वाले आदर्श शर्मा का कहना है कि काफी खेलने के बावजूद उनकी तो आज तक कोई भी कमाई नहीं हुई है और उन्हें ऐसे लोगों के बयानों को लेकर संदेह है जो कहते हैं कि उन्होंने बड़ी रकम जीती है. 40-वर्षीय आदर्श शर्मा कहते हैं, "मैं हजारों खेलने वालों की चिंताओं को आवाज दे रहा हूं." उद्योग से जुड़े लोगों को और भी चिंताएं हैं.
इंडियाटेक.ओआरजी के सीईओ रमेश कैलासम ने एएफपी को बताया, "अभी कोई भी नियम नहीं हैं...और पांच या छह राज्यों ने फैंटसी स्पोर्ट्स जैसे ऑनलाइन गेमिंग के अलग अलग रूपों को बैन कर दिया है." अभी के लिए ऐसा लगता है कि भारत सरकार इन खेलों को चलते रहने दे रही है. इस क्षेत्र ने पिछले साल 4.34 अरब रुपयों से भी ज्यादा टैक्स भरा. लेकिन आगे क्या होगा यह अभी भी कहा नहीं जा सकता.
सीके/एए (एएफपी)
शारजाह, 9 नवंबर | सुपरनोवाज आज यहां शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाने वाले विमेंस टी-20 चैलेंज के फाइनल में ट्रेलब्लेजर्स से भिड़ेगी। दोनों टीमें इससे पहले, शनिवार को एक-दूसरे से भिड़ी थी, जहां सुपरनोवाज ने ट्रेलब्लेजर्स को दो रन से हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया। टूर्नामेंट में हरमनप्रीत कौर सुपरनोवाज की जबकि और स्मृति मंधाना ट्रेलब्लेजर्स टीम की कप्तानी कर रही हैं।
टूर्नामेंट की तीसरी टीम वेलोसिटी दो मैचों में एक जीत और एक हार के साथ टूर्नामेंट से बाहर हो गई। मिताली राज की कप्तानी वाली वेलोसिटी टीम का रन रेट भी खराब था। टूर्नामेंट में तीनों टीमों ने दो-दो मैच खेले, जिसमें तीनों को एक में हार और एक में जीत मिली, लेकिन वेलोसिटी की टीम खराब रन रेट के कारण अंकतालिका में तीसरे नंबर पर ही रही और ऊपर की शीर्ष दो टीमों ने फाइनल में जगह बना ली।
सुपरनोवाज ने शनिवार को ट्रेलब्लेजर्स के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए। इसके जवाब में ट्रेलब्लेजर्स की टीम पूरे ओवर खेलने बाद 144 रन ही बना पाई थी।
सुपरनोवाज को एक बार फिर से चमारी अट्टापट्ट से बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद होगी, जिन्होंने पिछले मैच में 48 गेंदों पर पांच चौके और चार छक्के की मदद से सर्वाधिक 67 रन की पारी खेली थी(आईएएनएस)
- वात्सल्य राय
क्रिकेट में किस्मत साथ हो तो कई बार कामयाबी के बंद दरवाज़े खुल जाते हैं.
टॉस जीतना किस्मत. कैच छूटना किस्मत. विरोधी टीम के किसी बड़े खिलाड़ी का चोटिल होना भी किस्मत.
किस्मत ने रविवार को दिल्ली कैपिटल्स पर मेहरबानी की ऐसी तमाम सौगात लुटाई और रविवार के पहले तक छह में से पांच मैच गंवाने वाली दिल्ली की टीम सनराइज़र्स हैदराबाद को पीटकर आईपीएल-13 के फ़ाइनल में पहुंच गई.
दिल्ली की टीम ने इस कामयाबी के साथ नया इतिहास बना दिया है. ये टीम पहली बार आईपीएल का फ़ाइनल खेलने जा रही है.
दिल्ली के हाथ आए इस मौके में टीम की 'आक्रामक रणनीति' के साथ किस्मत की मेहरबानी का भी बड़ा रोल है.
आईपीएल-13 के दूसरे क्वालिफ़ायर मुक़ाबले में दिल्ली को चुनौती दे रही हैदराबाद टीम लगातार चार मैच जीत चुकी थी और फ़ेवरेट मानी जा रही थी. हैदराबाद ने दिल्ली को भी दो बार मात दी थी. पिछले दोनों ही मौकों पर दिल्ली ने लक्ष्य का पीछा किया था और जीत हासिल करने में नाकाम रही थी.
किस्मत साथ थी और कप्तान श्रेयस अय्यर ने टॉस जीता और नतीजा बदलने के लिए ओस के बीच गेंदबाज़ी करने का जोखिम उठाने को तैयार हो गए. यानी उन्होंने बल्लेबाज़ी चुनी.
खुला किस्मत का दरवाज़ा
दिल्ली ने 'करो या मरो' के मैच में आक्रामक रणनीति दिखाते हुए शिखर धवन के साथ मार्कस स्टोइनिस को पारी की शुरुआत के लिए भेजा. पहले दो ओवर में ये दांव 'बेमिसाल' नहीं दिख रहा था. लेकिन तीसरे ओवर की तीसरी गेंद पर जेसन होल्डर ने स्टोइनिस का कैच टपकाया और मानो दिल्ली के लिए किस्मत का दरवाज़ा पूरी तरह खुल गया.
कैच छूटने तक स्टोइनिस ने सात गेंद में तीन रन बनाए थे और उसके बाद उन्होंने 20 गेंद में 35 रन बना दिए. इस दौरान उनके बल्ले से पांच चौके और एक छक्का निकला.
स्टोइनिस के आक्रामक अंदाज़ ने शिखर धवन को भी लय हासिल करने का मौका दिया. धवन रविवार के मैच से पहले चार मैचों में तीन बार खाता खोलने में नाकाम रहे थे. हैदराबाद के ख़िलाफ़ वो 78 रन बनाकर मैच के टॉप स्कोरर रहे. उन पर भी हैदराबाद के फील्डर मेहरबान रहे. हैदराबाद के खिलाड़ियों ने दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर को भी मौका दिया.
हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर ने अपने खिलाड़ियों की इस खामी पर निराशा छुपाने की कोशिश नहीं की. मैच के बाद उन्होंने कहा, "आप कैच छोड़ते रहें और मौके गँवाते रहें तो टूर्नामेंट नहीं जीत सकते."
टॉप पर रबाडा
किस्मत की मेहरबानी सिर्फ़ दिल्ली के बल्लेबाज़ों पर नहीं रही. गेंदबाज़ों को भी तकदीर का साथ मिला और उन्होंने इसे बयान भी किया.
मैच में चार विकेट लेने वाले कागिसो रबाडा ने कहा, "आज मेरा दिन था. मुझे नहीं लगता कि मैंने आखिरी ओवर में अच्छी गेंदबाज़ी की. "
दिलचस्प ये है कि रबाडा ने अपने आखिरी ओवर में तीन विकेट लिए थे. इनमें से पहला विकेट जबरदस्त हिटिंग कर रहे अब्दुल समद का था. आउट होने के ठीक पहले समद रबाडा पर भी छक्का जड़ चुके थे. जिस गेंद पर समद आउट हुए वो फुलटॉस थी और रबाडा खुशकिस्मत थे कि गेंद कमर से कुछ इंच नीचे रही. अगर ये गेंद नो बॉल करार दी जाती और बल्लेबाज़ को फ्री हिट मिला होता तो मैच की सूरत बदल भी सकती थी.
अब मुंबई की बारी?
फ़ाइनल का टिकट हासिल करने के बाद रबाडा भी अगर-मगर के समीकरण देख रहे हैं लेकिन हैदराबाद के ख़िलाफ़ मैच के नहीं बल्कि मुंबई इंडियन्स के ख़िलाफ़ मंगलवार को होने वाले फ़ाइनल मुक़ाबले को लेकर. टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा 29 विकेटों के साथ वो पर्पल कैप हासिल कर चुके हैं लेकिन इस 'टोपी' को बचाए रखने से ज़्यादा उनका ध्यान आईपीएल ट्रॉफी हासिल करने पर है
रबाडा ने कहा, "अगर हम टूर्नामेंट जीतते हैं तो पर्पल कैप को लेकर चल रहा मुक़ाबला मायने नहीं रखता. दिल्ली की टीम कभी फ़ाइनल में नहीं पहुंची थी. हमें खुशी है कि हम टीम को वहां लेकर आए हैं.उम्मीद है कि फाइनल में हम इसे और ऐतिहासिक बनाएंगे. मुंबई की टीम अच्छी है. हमारी टीम युवा है और हमारे पास भी बहुत टैलेंट है."
आंकड़ों की बात करें तो मुंबई इंडियन्स का पलड़ा दिल्ली कैपिटल्स के मुक़ाबले काफी भारी है. मुंबई ने आईपीएल-13 में दिल्ली को तीन बार हराया है. आखिरी बार ये टीम पहले क्वॉलिफ़ायर में मुंबई के हाथों पिटी थी. मुंबई ने वो मैच 57 रन जीता था.
लेकिन, उस मैच में दिल्ली कैपिटल्स ने मुंबई टीम की कमजोरियां उजागर की थीं. कप्तान रोहित शर्मा और उप कप्तान केरोन पोलार्ड को खाता भी नहीं खोलने दिया. फिर बिना कोई रन बनाए तीन विकेट गंवाने के बाद संघर्ष का दम दिखाया था.
तक़दीर का साथ!
मुंबई के ख़िलाफ़ 65 रन बनाकर दिल्ली के टॉप स्कोरर रहे स्टोइनिस हैदराबाद के खिलाफ़ मैन ऑफ़ द मैच बने. वो बल्ले के साथ गेंद से भी चमक दिखाने में कामयाब रहे. उन्होंने केन विलियम्स के अहम विकेट समेत कुल तीन विकेट हासिल किए.
स्टोइनिस को लगता है कि जैसे उनकी किस्मत हैदराबाद के ख़िलाफ़ चली वैसा ही कुछ मुंबई के ख़िलाफ़ भी हो सकता है.
स्टोइनिस ने हैदराबाद के ख़िलाफ़ मैच के बाद कहा, "मुंबई एक बहुत अच्छी टीम है लेकिन उनका एक ख़राब दिन आना है. हम अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखा सके तो जीत मिल जाएगी."
किसी वक़्त दिल्ली टीम का हिस्सा रह चुके पूर्व धाकड़ ओपनर वीरेंद्र सहवाग भी दिल्ली कैपिटल्स के पहली बार आईपीएल फ़ाइनल में पहुंचने को 'अजब संयोग' की तरह देख रहे हैं.
हालांकि सहवाग जब दिल्ली टीम के साथ थे तो दिल्ली टीम दिल्ली डेयरडेविल्स नाम से टूर्नामेंट में हिस्सा लेती थी.
जोश में दिल्ली
बहरहाल, हैदराबाद पर मिली जीत के दिल्ली कैपिटल्स के खिलाड़ियों की सोच में आया बदलाव साफ दिख रहा है. दिल्ली के खिलाड़ी मुंबई इंडियन्स के ख़ौफ़ में नहीं बल्कि जोश में दिख रहे हैं. उन्हें फ़ाइनल मैच इतिहास रचने का मौका दिख रहा है. उन्हें किस्मत के साथ कोच रिकी पॉन्टिंग की रणनीति पर भी भरोसा है.
इस रणनीति ने क्वॉलिफ़ायर मैच में हैदराबाद को चित करने में अहम रोल निभाया. दिल्ली के बल्लेबाज़ों ने बताया कि उनकी रणनीति टूर्नामेंट के सबसे किफ़ायती गेंदबाज़ राशिद ख़ान के चार ओवरों की वजह से बनने वाले दबाव को बेअसर करने की थी. यही वजह थी कि स्टोइनिस पारी की शुरुआत करने आए और शुरुआती दस ओवर में टीम ने सौ से ज़्यादा रन जोड़ लिए.
यादगार प्रदर्शन
हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर के पास मैच हारने के बाद भी कहने के लिए बहुत कुछ था. दिल्ली के ख़िलाफ़ वॉर्नर का बल्ला खामोश रहा और उनकी टीम भी चमत्कार नहीं कर सकी लेकिन वॉर्नर ने याद दिलाया कि टूर्नामेंट शुरु हुआ तो उनकी टीम के यहां तक पहुंचने की उम्मीद भी किसी ने नहीं की थी.
केन विलियम्सन दिल्ली के ख़िलाफ़ 67 रन की पारी के जरिए विदाई को यादगार बनाने में कामयाब रहे. सिर्फ़ 16 गेंद में 33 रन बनाने वाले अब्दुल समद ने बल्ले का दम दिखाया और मैच को एकतरफा नहीं होने दिया.(bbc)
अबू धाबी, 9 नवंबर। दिल्ली कैपिटल्स 12 साल के इंतजार के बाद आखिरकार पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फाइनल नें जगह बनाने में सफल रही है जहां उसका सामना 10 नवंबर को मुंबई इंडियंस से होगा। दिल्ली ने रविवार को लीग के 13वें सीजन के दूसरे क्वालीफायर में 2016 की विजेता सनराइजर्स हैदराबाद को 17 रनों से हरा पहली बार लीग के फाइनल में जगह बनाई।
दिल्ली पहले क्वालीफायर में मुंबई से हार कर दूसरे क्वालीफायर में आई थी। अब एक बार फिर उसे मुंबई से भिड़ना होगा।
दिल्ली ने इस मैच में शुरू से अपना दबदबा दिखाया। टॉस जीतकर उसने पहले बल्लेबाजी की और शिखर धवन (78 रन, 50 गेंद, 6 चौके, 2 चौके) की आक्रामक पारी के बलबूते 20 ओवरों में तीन विकेट खोकर 189 रन बनाए। हैदराबाद 190 रनों के लक्ष्य को पार नहीं कर पाई। पूरे ओवर खेलने के बाद भी वह आठ विकेट के नुकसान पर 172 रन ही बना सकी।
धवन के अलावा दिल्ली की जीते के हीरो मार्कस स्टोयनिस रहे, जिन्होंने 38 रन बनाए और अहम समय पर तीन बड़े विकेट निकाले। कैगिसो रबादा ने चार विकेट लिए।
बल्लेबाजी में आक्रामक शुरुआत करने वाली दिल्ली ने गेंदबाजी में भी इसी तरह की शुरुआत की। रबादा ने दूसरे ओवर की पहली ही गेंद पर डेविड वार्नर (2) को बोल्ड कर दिया। वार्नर के साथ पारी की शुरुआत करने आए प्रियम गर्ग (17) ने कुछ अच्छे शॉट्स लगाए। उनकी पारी को स्टोयनिस ने खत्म कर दिया। स्टोयनिस ने भी फिर एक और खतरनाक बल्लेबाज मनीष पांडे (21) को भी पवेलियन की राह दिखाई।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ हैदराबाद को जीत दिलाने वाली केन विलियम्सन (67रन, 45 गेंदें, 5 चौके, 4 छक्के) और जेसन होल्डर (11) की जोड़ी मैदान पर थी। इसी जोड़ी से हैदराबाद की उम्मीदें बंधी थीं। दोनों ने टीम के स्कोरबोर्ड पर 90 रन का स्कोर टांग दिया था। होल्डर 12वें ओवर की चौथी गेंद पर अक्षर पटेल की गेंद पर लंबा शॉट मारने के प्रयास में प्रवीण दुबे के हाथों लपके गए।
दिल्ली के लिए सबसे बड़ी मुसीबत विलियम्सन विकेट पर थे और लगातार रन बना रहे थे। होल्डर के बाद आए युवा बल्लेबाज अब्दुल समद ने भी उनका साथ दिया और आक्रामक बल्लेबाजी की।
चार ओवरों में हैदराबाद को 51 रनों की जरूरत थी। विलियम्सन जिस अंदाज में खेल रहे थे मैच दिल्ली की पकड़े से छूटता दिख रहा था। इसी समय अय्यर ने स्टोयनिस को बुलाया और यह खिलाड़ी एक बार फिर गेम चेंजर साबित हुआ। स्टोयनिस ने विलिम्यसन को रबादा के हाथो कैच कर हैदराबाद को लगभग मैच से बाहर कर दिया।
विलियम्सन के जाने के बाद हैदराबाद को तीन ओवरों में 42 रनों की जरूरत थी। 18वें ओवर से 12 रन आए और अब दो ओवरों में 30 रन चाहिए थे। 19वें ओवर में रबादा ने अब्दुल समद (33 रन, 16 गेंद) और राशिद खान (11) को आउट कर हैदराबाद की बची खुची उम्मीदों को खत्म कर दिया।
इससे पहले, हैदराबाद का मजबूत गेंदबाजी आक्रामण आज खासा प्रभाव नहीं छोड़ सका। स्टोयनिस को धवन के साथ पारी की शुरुआत करने के लिए भेज दिल्ली ने हैदराबाद पर दबाव डालना चाहा। हैदराबाद की यह चाल कामयाब रही। स्टोयनिस ने आक्रामक बल्लेबाजी की और धवन ने भी। स्टोयनिस का जो काम था वो उन्होंने हैदराबाद के गेंदबाजों को दबाव में ला कर दिया था, लेकिन इस बल्लेबाज के पास राशिद खान की फिरकी का कोई जवाब नहीं था।
राशिद ने स्टोयनिस को नौवें ओवर में बोल्ड कर दिया। कप्तान श्रेयस अय्यर (21) ने धवन के साथ दूसरे विकेट के लिए 40 अहम रन जोड़े। स्टोयनिस के विकेट के बाद हैदराबाद की कोशिश दिल्ली को बैकफुट पर भेजने की थी। लेकिन धवन और कप्तान ने उस पर पानी फेर दिया। जेसन होल्डर ने अय्यर को आउट तो किया लेकिन फिर शिमरन हेटमायर ने धवन के साथ काम को आगे बढ़ाया।
इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 52 रनों की साझेदारी निभाई। धवन तो संदीप शर्मा की गेंद पर आउट हो गए। हेटमायर 42 रन बनाकर नाबाद लौटे। उन्होंने 22 गेंदें खेलीं और चार चौके तथा एक छक्का लगाया। (आईएएनएस/ग्लोफैंस)
अबू धाबी, 9 नवंबर | सनराइजर्स हैदराबाद का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन में सफर रविवार को क्वालीफायर-2 में दिल्ली कैपिटल्स के हाथों मिली 17 रनों से हार के बाद खत्म हो गया। हैदराबाद के कप्तान डेविड वार्नर को हालांकि अपनी टीम के प्रदर्शन पर गर्व है। वार्नर ने कहा कि उनकी टीम को शुरुआत में किसी ने भी मजबूत टीम या दावेदार के तौर पर नहीं देखा था, लेकिन फिर भी टीम क्वालीफायर में पहुंची।
मैच के बाद वार्नर ने कहा, "पहली बात, किसी ने भी हमें शुरुआत में दावेदार नहीं माना था हर कोई तीन बड़ी टीमों दिल्ली, मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की बात कर रहा था। इसलिए मुझे अपनी टीम के प्रदर्शन पर गर्व है।"
वार्नर कुछ खिलाड़ियों के प्रदर्शन से बेहद प्रभावित दिखे और उन्होंने कहा कि यह खिलाड़ी टीम के लिए सकारात्मक पहलू रहे।
वार्नर ने कहा, "नटराजन, राशिद खान, मनीष पांडे टीम के लिए सकारात्मक पहलू रहे। हमने दूसरे हाफ में जिस तरह की क्रिकेट खेली हम इसी तरह की क्रिकेट खेलना चाहते थे।"
क्वालीफायर में हालांकि हैदराबाद की फील्डिंग काफी खराब रही। उसने दिल्ली के लिए सबसे ज्यादा 78 रन बनाने वाले शिखर धवन के कुछ कैच छोड़े।
वार्नर ने कहा, "आप अगर कैच छोड़ते रहोगे तो आप टूर्नामेंट नहीं जीत सकते। मुझे लगता है कि हमने बल्ले और गेंद से तो ठीक किया लेकिन हमारी फील्डिंग ने हमें निराश किया।"
खिलाड़ियों की चोटों को लेकर उन्होंने कहा, "हां, चोटें थीं, लेकिन आपके पास जो है आपको उससे ही काम चलाना पड़ता है। हम जहां पहुंचे उस पर मुझे गर्व है, किसी ने हमें यहां नहीं सोचा था।"(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 9 नवंबर | गोल्डन बेबी लीग के 2019-20 सीजन में करीब 350 से अधिक बच्चों ने विभिन्न बाधाओं को पार करके इस फुटबाल टूर्नामेंट में भाग लिया। ये बच्चे पहाड़ी राज्य मेघालय में मैच के दिन करीब 70 किलोमीटर की यात्रा करके मैच खेलने आते थे। अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) की वेबसाइट ने लीग के संचालक गिल्बर्ट जैकसन के हवाले से कहा, " पहली गोल्डन बेबी लीग में हम प्रत्येक मैच के दिन हितधारकों और क्लबों को दूर-दराज के इलाकों से लेकर आए। कई इलाकों के क्लबों और विभिन्न समुदायों के बच्चों ने इसमें हिस्सा लिया। कई बच्चे तो मैच के दिन सुबह छह बजे उठकर 70 किमी का सफर करते थे।"
गोल्डन बेबी लीग परियोजना को शुरू करने का मकसद लड़के और लड़कियों की नई पीढ़ी को कम उम्र से ही खेलों के लिए प्रेरित करना है।
एआईएफएफ ने 2018 में 6 से 12 साल तक के बच्चों के लिए इस परियोजना को शुरू किया था। इसका लक्ष्य लिंग, धर्म और आर्थिक हालात के भेदभाव के बिना फुटबॉल की सुविधाएं प्रदान करना है।(आईएएनएस)
अबू धाबी, 9 नवंबर | दिल्ली कैपिटल्स ने आईपीएल-13 के फाइनल में जगह बना ली है। आईपीएल के अब तक के इतिहास में यह पहली बार है कि दिल्ली फाइनल खेलेगी। दिल्ली ने रविवार को क्वालीफायर-2 में सनराइजर्स हैदराबाद को हरा फाइनल में जगह बनाई। खिताबी मुकाबले में उसका सामना 10 नवंबर को मौजूदा विजेता मुंबई इंडियंस से होगा।
मैच के बाद दिल्ली के कप्तान ने कहा कि यह उनकी टीम के लिए बहुत बड़ी बात है और उनके लिए यह अभी तक की सबसे बड़ी खुशी है।
मैच के बाद अय्यर ने कहा, "शानदार, अभी तक का सर्वश्रेष्ठ एहसास। यह काफी उतार-चढ़ाव भरा सफर रहा। हम एक परिवार की तरह खड़े रहे। एक कप्तान के तौर पर काफी सारी जिम्मेदारियां आती हैं। ऊपर से एक बल्लेबाज के तौर पर आपको निरंतरता बनाए रखनी पड़ती है। लेकिन मुझे लगता है कि मुझे अपने सपोर्ट स्टाफ से काफी समर्थन मिल रहा है।"
अय्यर ने कहा, "भाग्यशाली हैं कि इतनी शानदार टीम मिली। भावनाएं ऊपर-नीचे होती रहती थीं। आप हमेशा वही रूटीन नहीं रख सकते। आपको लगातार बदलना होता है। अगले मैच में भी हमें फ्री होकर खेलना होगा।"
अय्यर की कप्तानी में यह लगातार दूसरी बार था कि टीम ने प्लेऑफ में जगह बनाई थी और अब वह इस युवा कप्तान के नेतृत्व में चार बार की विजेता के सामने पहले खिताब के लिए जोर अजमाइश करेगी।(आईएएनएस)
अबू धाबी, 8 नवंबर | सनराइजर्स हैदराबाद को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन के फाइनल में पहुंचने के लिए 190 रन बनाने होंगे। दिल्ली कैपिटल्स ने रविवार को शेख जाएद स्टेडियम में खेले जा रहे क्वालीफायर-2 में हैदराबाद के मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के सामने 20 ओवरों में तीन विकेट खोकर 189 रन बनाए हैं।
इस मैच को जीतने वाली टीम फाइनल में पहुंचेगी और 10 नवंबर को मौजूदा विजेता मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेलेगी।
दिल्ली का यह स्कोर 200 के पार जा सकता, था लेकिन संदीप शर्मा और टी.नटाराजन ने क्रमश: 19वें और 20वें ओवर बिना बाउंड्री दिए क्रमश: छह और सात रन ही दिए।
दिल्ली के लिए शिखर धवन ने 50 गेंदों पर छह चौके और दो चौको की मदद से 78 रन बनाए। उनको कुछ जीवनदान भी मिले जिनका उन्होंने भरपूर फायदा उठाया।
दिल्ली के लिए इस मैच में धवन के साथ पारी की शुरुआत करने आए मार्कस स्टोइनिस ने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी की। धवन ने भी आक्रामक रुख अपनाया। नतीजा यह रहा कि हैदराबाद के मजबूत माने जाने वाले गेंदबाजी आक्रमण पर दबाव आ गया।
पावरप्ले में इन दोनों ने मिलकर टीम के स्कोरबोर्ड पर 65 रन टांग दिए थे। दोनों लय में थे और तेजी से रन बना रहे थे।
हैदराबाद की गेंदबाजी की अगुआई करने वाले राशिद खान ने आखिरकार अपनी फिरकी के दम पर इस साझेदारी को तोड़ दिया। राशिद की गेंद को स्टोइनिस समझ ही नहीं पाए और 86 के कुल स्कोर पर बोल्ड हो गए। स्टोइनिस ने 27 गेंदों पर 38 रन बनाए। उन्होंने पांच चौके और एक छक्का लगाया।
नौवें ओवर की दूसरी गेंद पर धवन ने छक्का मार अपना अर्धशतक पूरा किया। धवन ने स्टोइनिस को कमी को खलने नहीं दिया। दूसरे छोर से कप्तान श्रेयस अय्यर भी उनका साथ देने की कोशिश कर रहे थे जिनकी कोशिश को जेसन होल्डर ने पूरा नहीं होने दिया।
अय्यर 21 रन बनाकर होल्डर की गेंद पर मनीष पांडे के हाथों लपके गए। उनका विकेट 126 के कुल स्कोर पर गिरा। इसके बाद शिमरन हेटमायेर ने धवन के साथ तेजी से रन बनाए। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। 19वें ओवर की तीसरी गेंद पर संदीप शर्मा ने धवन को एलबीडब्ल्यू करा दिया।
हेटमायेर 22 गेंदों पर 42 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने चार चौके और एक छक्का लगाया। ऋषभ पंत दो रन बनाकर नाबाद रहे।
हैदराबाद के लिए होल्डर, राशिद और संदीप ने एक-एक विकेट लिए। (आईएएनएस)
बर्लिन, 8 नवंबर | भारत के पुरुष टेनिस खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन को रविवार को इस्केंटल चैलेंजर के फाइनल में सातवीं सीड सेबास्टियन कोरडा के हाथों 6-4, 6-4 से हार का सामना करना पड़ा है। यह कोरडा का किसी भी स्तर पर पहला पेशेवर खिताब है। इसी के साथ उन्होंने 100 एटीपी अंक हासिल कर लिए हैं। रामनाथन ने 60 अंक अपने खाते में डाले हैं।
अपना 26वां जन्मदिन बना रहे रामनाथन ने छह ऐस, नौ डबल फॉल्ट लगाए। यह मैच एक घंटे 23 मिनट चला।
20 साल के कोरडा ने रामनाथन से नौ अंक ज्यादा लिए और पांच ब्रेकप्वाइंट में से तीन अपने नाम करने में सफल रहे।
हार के बाद भी यह रामनाथन का इस सीजन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 8 नवंबर | पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कहा है कि विराट कोहली को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की कप्तानी से नहीं हटाना चाहिए। बेंगलोर को शुक्रवार को खेले गए लीग के 13वें सीजन के एलिमिनेटर में सनराइजर्स हैदराबाद ने छह विकेट से हरा दिया। बेंगलोर ने 2016 में फाइनल खेला था, लेकिन हैदराबाद ने उसे जीतने नहीं दिया। 2017 में वो आखिरी स्थान पर रही थी और 2018 में वह छठे और 2019 में फिर आखिरी स्थान पर रही थी।
इसके बाद भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा था की टीम को अब कप्तान विराट कोहली का विकल्प तलाशना होगा।
सहवाग ने क्रिकबज से कहा, " कप्तान के लिए एक बेहतर टीम होना बेहद जरूरी है। यही विराट कोहली जब भारतीय टीम के कप्तान होते हैं तो नतीजे अलग होते है। वह टेस्ट, वनडे और टी 20 सीरीज जीतते हैं, लेकिन जब बेंगलोर के लिए खेलते हैं तो इनकी टीम उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं करती है वो जीतते नहीं है।"
उन्होंने कहा, " मेरा मानना है कि कप्तान के पास अच्छी टीम होनी बहुत जरूरी है। मुझे लगता है कि टीम प्रबंधन को कप्तान बदलने के बारे में नहीं सोचना चाहिए। ये सोचना चाहिए ये टीम और कैसे बेहतर कर सकती है।"
कोहली 2013 से टीम के कप्तान हैं और उनकी कप्तानी में टीम ने आठ सीजनों मे से तीन में ही प्लेऑफ में जगह बनाई है।
गंभीर ने वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा था, "आठ साल एक टूर्नामेंट में बिना खिताब जीते। आठ साल लंबा समय होता है। मुझे एक कप्तान बता दीजिए, कप्तान भी छोड़िए मुझे एक खिलाड़ी बता दीजिए जो आठ साल किसी टीम से खेला हो और खिताब न जीतने के बाद भी टीम में रहा हो। कप्तान को जिम्मेदारी लेनी होगी।"
बाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज ने कहा, " यह एक साल की बात नहीं है। यह इस सीजन की ही बात नहीं है। मैं कोहली के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन कहीं न कहीं उन्हें कहना होगा कि इसके लिए वो जिम्मेदार हैं।"
--आईएएनएस