खेल
शारजाह, 24 अक्टूबर | चेन्नई सुपर किंग्स को शुक्रवार को आईपीएल-13 में एक और हार का सामना करना पड़ा है। मुंबई इंडियंस ने शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए मैच में चेन्नई को 10 विकेट से हरा दिया। टीम की इस हार से कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बेहद निराश हैं। चेन्नई की टीम सैम कुरैन के 52 रनों के दम पर बमुश्किल नौ विकेट खोकर 114 रन बना सकी। मुंबई ने बिना विकेट खोकर हासिल कर लिया।
सुपर किंग्स को आईपीएल में पहली बार 10 विकेट के अंतर से हार मिली है। इससे पहले 2008 में उसे वानखेड़े स्टेडियम में मुम्बई इंडियंस के हाथों ही नौ विकेट से हार मिली थी।
इस हार के बाद चेन्नई प्लेऑफ की दौड़ से लगभग बाहर हो गई है। मैच के बाद धोनी ने कहा कि उनकी टीम इस सीजन में जिस स्थिति में है उसे देखकर वे काफी निराश हैं।
धोनी ने कहा, "जब आपको यह देखना पड़े कि चीजें कहां गलत हो रही हैं, इससे दुख पहुंचता है। खासकर इस साल, यह हमारा साल नहीं रहा है। आप चाहे आठ विकेट से हारो या 10 विकेट से, इससे फर्क नहीं पड़ता। लेकिन टूर्नामेंट में हम जहां हैं उसे देखकर दुख होता है।"
कप्तान ने कहा, "शुरुआत में अंबाती रायडू चोटिल हो गए। बाकी के बल्लेबाज 200 फीसदी नहीं दे पाए और क्रिकेट में जब आप बुरे दौर से गुजर रहे हो तो आपको कुछ किस्मत की भी जरूरत होती है। हम जिस मैच में बल्लेबाजी करना चाहते थे उसमें हम टॉस नहीं जीते। ओस नहीं होती थी, जब हमने पहले बल्लेबाजी की तो ओस थी।"
उन्होंने कहा, "100 कारण हो सकते हैं लेकिन अहम यह है कि आपको अपने आप से पूछना होता है क्या आप अपनी काबिलियत के हिसाब से खेले, चाहे स्थिति कैसी भी हो।"
सुपर किंग्स 11 में से 8 मैच गंवाकर 8 टीमों की तालिका में 6 अंकों के साथ सबसे नीचे हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 23 अक्टूबर। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता निशानेबाज गगन नारंग ने कहा है कि आईएसएसएफ विश्व कप 2008, उनके लिए वापसी करने वाला टूर्नामेंट था। नारंग ने 2008 की शुरुआत में चीन में हुए विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतकर आईएसएसएफ विश्व कप 2008 फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था।
क्वालीफिकेशन राउंड में उन्होंने 600 का स्कोर किया था। इसके बाद उन्होंने फाइनल में 103.5 का स्कोर करके कुल 703.5 के स्कोर के साथ पदक जीता था। नारंग ने ओलंपिक रजत पदक विजेता भारतीय महिला बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु के शो द-ए गेम में बातचीत के दौरान यह बात कही।
उन्होंने कहा, निशानेबाजी विश्व कप 2008 मेरे लिए एक वापसी करने वाला टूर्नामेंट था क्योंकि मैं कई परेशानियों के बाद वहां तक पहुंचा था। मेरी मां अस्पताल में भर्ती थी और मुझे अपने परिवार तथा घर दोनों का ख्याल रखना था। मेरे लिए यह एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण स्थिति थी और मैं खुश था कि सिस्टम मुझे सपोर्ट कर रहा है, इसलिए मैं इस बाधा से पार पा सकता हूं और विश्व रिकॉर्ड बना सकता हूं। नारंग ने साथ ही इस पर भी बात की कि एक एथलीट किस तरह से सफलताओं से ज्यादा असफलताओं से सीख सकता है।
ओलंपिक पदक विजेता ने कहा, खेल आपको सफलता और असफलता को समान रूप से स्वीकार करना सिखाता है। जब आप जीत रहे हैं तो आपको किसी की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आप बिल्कुल वही कर रहे हैं जो आपको करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, लेकिन जब आप हारते हैं तो आप सबकुछ के बारे में सोचते हैं। दोहराते हैं और फिर गौर करते हैं कि आप उनसे क्या सीख सकते हैं और बेहतर कर सकते हैं। मैंने व्यक्तिगत रूप से सफलता की तुलना में अपनी विफलताओं से बहुत कुछ सीखा है क्योंकि जब आप असफल होते हैं तो आप वास्तव में वापस जा सकते हैं, सोच सकते हैं और बेहतर करने के लिए खुद को बदल सकते हैं। (आईएएनएस)
दुबई, 22 अक्टूबर। 7 अपने लंबे शॉट्स के लिए मशहूर इंग्लैंड के बेन स्टोक्स आईपीएल-13 में अपना पहला छक्का मारने के लिए संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। गुरुवार को भी सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ वह एक भी छक्का नहीं मार सके। राजस्थान रॉयल्स के स्टोक्स ने इस आईपीएल में अभी तक कुल 103 गेंदों का सामना किया है लेकिन एक भी छक्का नहीं मारा है।
वह हालांकि 14 चौके मारे चुके हैं और 22 की औसत से 110 रन बना चुके हैं। इस सीजन उनका अभी तक आईपीएल में सर्वोच्च स्कोर 41 है। हैदराबाद के खिलाफ उन्होंने 30 रन बनाए और फिर राशिद खान की गेंद पर बोल्ड हो गए। पिछले सीजन भी वह नौ मैचों में सिर्फ चार छक्के मार सके थे। (आईएएनएस)
1977 में खेल से रिटायरमेंट लेने वाले पेले, आज भी दुनिया के सबसे मसहूर खिलाड़ियों में से एक हैं.
पेले तीन फ़ुटबॉल विश्व कप जीतने वाली टीमों का हिस्सा रहे हैं. ऐसा करने वाले वो दुनिया के इकलौते खिलाड़ी हैं. अपने करियर में 1363 मैच खेलने वाले पेले ने रिकॉर्ड 1281 गोल किए.
उनके खेल और रिकॉर्ड से जुड़े सैंकड़ों किस्से दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं लेकिन इतिहास के इस सबसे प्रसिद्ध खिलाड़ी से जुड़ी कुछ ऐसी बाते हैं जो कई लोगों को नहीं पता. पढ़िए ऐसे ही कुछ रोचक किस्से.
पेले के कारण रेफ़री को बाहर जाना पड़ा
18 जून 1968 को बोगोटा की बात है. पेले के क्लब सैंटोस और कोलंबियन ओलंपिक स्वॉड के बीच एक फ्रेंडली मैच चल रहा था. इस दौरान रेफ़री गूइलेरमों वेलासक्वेज़ ने पेले को मैदान से बाहर जाने के लिए कहा. (रेड कार्ड का इस्तेमाल 1970 में शुरू हुआ था). उन पर फाउल करने का आरोप था. वेलाक्वेज़ के मुताबिक पेले ने उनके साथ बदतमीज़ी की थी.
लेकिन रेफ़री के इस फ़ैसले पर बहुत बड़ा विवाद हो गया और इसका विरोध शुरू हो गया. सैंटोस के खिलाड़ियों ने रेफ़री को घेर लिया. मैच की तस्वीरों में देखा जा सकता था कि वेलाज़क्वेज़ की आंखे काली हो गईं थीं.
वहां मौजूद दर्शकों ने भी उनका विरोध किया. 2010 में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा. अपनी सीटी उन्होंने एक लाइन्समैन को दे दी और पेले को गेम में वापस बुला लिया गया.
क्या पेले ने वाकई एक युद्ध रोका था?
1960 के दशक में पेले की सैंटोस एफ़सी दुनिया के सबसे मशहूर फ़ुटबॉल क्लबों में से एक थी. इसका फ़ायदा उठाकर ये टीम दुनियाभर में कई फ़्रेंडली मैच खेला करती थी. ऐसा ही एक मैच नाईजीरिया के युद्धग्रस्त क्षेत्र में 4 फ़रवरी 1969 को खेला गया था. इस मैच में सैंटोस क्लब ने बेनिनि सिटी के एक स्थानीय क्लब को 2-1 से मात दी थी.
उस वक्त नाईजीरिया में एक ख़ूनी गृहयुद्ध चल रहा था. इतिहासकार ग्यूहरमें गॉरचे के मुताबिक़ ब्राज़ील के खिलाड़ी और अधिकारी सुरक्षा को लेकर चिंतित थे, इसलिए दोनों पक्षों ने युद्धविराम का फ़ैसला किया.
इस कहानी की सत्यता को लेकर अलग-अलग बातें कही जाती हैं. पेले की पहली आत्मकथा जो कि 1977 में छपी थी, उसमें इस बारे में कुछ नहीं लिखा गया था.
लेकिन 30 सालों के बाद छपी एक दूसरी आत्मकथा उन्होंने इसका ज़िक्र ज़रूर किया था. उन्होंने लिखा कि खिलाड़ियों को बताया गया था कि, "गृहयुद्ध एक एक्ज़ीबिशन गेम के लिए ख़त्म हो सकता था. "
पेले ने लिखा, "मुझे नहीं पता कि ये पूरी तरह से सही है या नहीं, लेकिन नाइजीरीया ने ये ज़रूर सुनिश्चित किया कि जिस वक़्त हम वहां मौजूद थे, उस समय वहां किसी तरह की घुसपैठ न हो."
कैसे पेले ने 'बीटल्स को नीचा दिखाया'
1975 में पेले न्यू यॉर्क कॉसमॉस के लिए खेलने अमरीका के न्यू यॉर्क चले गए. उन्होंने वहा अंग्रेज़ी सीखना शुरू किया.
एक बार वो बीटल्स के पूर्व गायक और गिटारिस्ट जॉन लेनन से टकरा गए. उनके बारे में पेले ने 2007 में लिखा, "लेनन उस समय जापानी भाषा सीख रहे थे."
पेले के मुताबिक़ लेनन ने बताया था कि वो और बीटल्स के उनके दूसरे साथियों ने एक बार इंग्लैंड के एक होटल में ब्राज़ील की टीम से मिलने की कोशिश की थी. पेले ने लिखा कि उन लोगों को ब्राज़ील फुटबॉल एसोशिएशन के डायरेक्टर ने मिलने से रोक दिया.
यूरोप के क्लब के लिए क्यों नहीं खेले पेले?
पेले के आलोचकों का कहना है कि उनका यूरोप के किसी क्लब के लिए नहीं खेलना, उनके लिए फ़ायदेमंद साबित हुआ.
दिक्कत ये थी कि ब्राज़ील के कई दूसरे छोटे-बड़े खिलाड़ियों की तरह जब वो अपने करियर के चरम पर थे, तब उन्हें विदेश जाने से रोका गया.
सैंटोस क्लब ने रियल मैड्रिड और एसी मिलान जैसे क्लब के ऑफ़र ठुकरा दिए थे. उस समय खिलाड़ी कहां खेलेंगे, ये फ़ैसला उनके हाथ में नहीं होता था.
उन्हें ब्राज़ील में ही रखने का दबाव सरकार की तरफ़ से भी था. 1961 में तत्कालीन राष्ट्रपति जैनियो क्वॉड्रोस ने ऐलान किया कि पेले एक "राष्ट्रीय संपत्ति हैं" और उन्हें "एक्सपोर्ट" नहीं किया जा सकता.
हालांकि 1975 पेले एक विदेशी क्लब का हिस्सा बने, उन्होंन न्यू यॉर्क कॉसमॉस नाम की टीम के लिए खेला.
50 साल की उम्र में बने ब्राज़ील के कप्तान
पेले सिर्फ़ एक बार ब्राज़ील के कप्तान बने, इससे पहले हर बार क्लब और देश दोनों की ही टीमों के कप्तानी के ऑफ़र उन्होंने ठुकरा दिए.
राष्ट्रीय टीम से रिटायर होने के 19 सालों के बाद, 1990 में उन्होंने बतौर कप्तान एक दोस्ताना मैच में हिस्सा लिया. ब्राज़ील का मुकाबला 'रेस्ट ऑफ़ द वर्ल्ड' टीम से हुआ.
ये मैच पेले के 50वें जन्मदिन पर खेला गया था. पेले मैच के पहले 45 मिनट के लिए मैदान पर उतरे थे.
जब पेले को 'किडनैप' कर लिया गया
सैंटोस क्लब के खिलाड़ी 5 सिंतबर 1972 को त्रिनिदाद और टोबैगो में खेले जाने वाले एक मैच को लेकर नाखुश थे.
टीम के डिफ़ेंडर ओबेरेदान ने ब्राज़ील के एक अख़बार को 2010 में बताया था, "हम लोग इस बात के लिए तैयार थे गेम को तेज़ी से खेलना है ताकि हम हम अपनी प्लेन में वापस जा सकें."
लेकिन पेले के 43वें मिनट में किए गए गोल के बाद पोर्ट ऑफ़ स्पेन स्टेडियम के दर्शक बेकाबू हो गए.
दर्शक मैदान के अंदर घुस गए और थोड़ी ही देर बार पेले को कंधे पर उठा कर सड़कों पर चलने लगे, जश्न के इस माहौल के बीच पेले को वहां से वापस लाना आसान नहीं था, इसमें कई मिनट लग गए.
सिलवेस्टर स्टेलॉन पड़े फ़ीके
1980 तक सिलवेस्टर स्टेलॉन एक मशहूर नाम बन चुके थे. उनकी फ़िल्म 'एस्केप टू विक्टरी' की शूटिंग 1980 में शुरू हुई थी. ये फ़िल्म दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाज़ियों और कैदियों के टीम के बारे में एक काल्पनिक कहानी थी.
कई पूर्व फ़ुटबॉल खिलाड़ी और तब खेलने वाले खिलाड़ियों के साथ पेले भी इसका हिस्सा था. पेले ने एक सीन में एक्रोबैटिक बाइसाइकिल शॉट भी मारा था.
पेले ने ब्राज़ील की वेबसाइट यूओएल को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि शॉट असल में स्टेलॉन को मारना था.
उन्होंने कहा, "स्क्रिप्ट के मुताबिक़ स्टेलॉन को शॉट मारना था और मैं गोलकीपर था."
पेले ने ज़ोर से हंसते हुए कहा, "लेकिन वो बॉल मार ही नहीं पाए."
गोलकीपर की तरह खेलते पेले
अगर पेले गोलकीपर बने होते, तब भी शायद निराश नहीं करते. सैंटोस क्लब के साथ खेलते हुए उन्होंने चार मैचों में ये भूमिका निभाई थी. इसमें 1964 में खेल गया ब्राज़ीलियन कप का सेमीफाइनल भी है. ब्राज़ील ने सारे मैच जीते, पेले ने किसी भी मैच में एक भी गोल नहीं होने दिया.
दुनिया में सिर्फ एक पेले नहीं है
पेले के फैन्स "देयर इज़ ओनली वन पेले" (दुनिया में पेले सिर्फ़ एक है) गाना गाते हैं लेकिन ये सच नहीं है.
पेले नाम के दुनियाभर में कई लोग हैं, फ़ुटबॉल के मैदान पर भी और बाहर भी. अफ़्रीका के मशहूर खिलाड़ी जिनका नाम अबेदी एयू है, वो अबेदी पेले के नाम से मशहूर है, वो घाना और यूरोप के कई क्लबों के लिए खेलते हैं.
इंग्लैंड के केप वर्डे के डिफेंडर पेड्रो मॉन्टेरो, जो 2006 में साउथ हैंप्टन से जुड़ गए थे, पेले नाम से जाते हैं. ये नाम उन्हें बचपन में दिया गया था.
पेले के मशहूर होने का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि एडसन, वो नाम जिससे पेले को बैप्टाइज़ किया गया था वो भी बहुत मशहूर हुआ.
ब्राज़ीलियन इंस्टीट्यूट ऑफ ज्योग्राफ़ी एंड स्टैटिस्टिक के मुताबिक ब्राज़ील में 1950 के दशक में 43,511 लोगो का नाम एडसन था. दो दशक बाद, जब पेले के गोल की संख्या 1000 पार कर चुकी थी, इस नाम की संख्या 1,11,000 हो गई थी.
एक 'राजा' जो राष्ट्रपति बन सकता था?
1990 में पेले ने ऐलान किया था कि वो 1994 के ब्राज़ील के राष्ट्रपति चुनाव में उतरने के बारे में सोच रहे हैं.
ये कभी सच नहीं हो पाया लेकिन पेले ने राजनीति में एंट्री ज़रूरी मारी. 1995 से 1998 तक वो ब्राज़ील के खेल मंत्री रहे.
उन्होंने उस कानून को बनाने में अहम भूमिका निभाई जो ब्राज़ील के फ़ुटब़ॉल खिलाड़ियों को क्लब चुनने की अधिक आज़ादी देता है - ऐसा जब वो खेलते थ, तब मुमकिन नहीं था.(bbc)
शारजाह, 23 अक्टूबर । तीन बार की विजेता चेन्नई सुपर किंग्स इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन के 41वें मैच में आज यहां शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में बेहतरीन फॉर्म में चल रही मुंबई इंडियंस से भिड़ेगी। चेन्नई के लिए यह सीजन अब तक का सबसे बुरा सीजन साबित हुआ है। स्थिति यह है कि टीम प्लेऑफ की रेस से लगभग बाहर है। किस्मत के भरोसे वह दाव खेल सकती है, लेकिन इसके लिए उसे अपने बाकी बचे चारों मैच जीतने होंगे।
पिछले मैच में चेन्नई का जो प्रदर्शन रहा था वो बेहद निराशाजनक रहा। राजस्थान रॉयल्स ने उसे 125 रनों पर ही रोक दिया था और पांच विकेट से मैच अपने नाम कर लिया था।
बल्लेबाजी इस सीजन चेन्नई की सबसे बड़ी समस्या रही है। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने लगातार इस बात को माना है कि उनकी बल्लेबाजी इस सीजन उनकी कमजोरी रही है और फील्डिंग भी।
फाफ डु प्लेसिस इकलौते ऐसे बल्लेबाज हैं जो रन बना रहे हैं और वह इस सीजन टीम के सर्वोच्च स्कोरर भी हैं। लेकिन उनके अलावा और बल्लेबाज कुछ नहीं कर पाए हैं। शेन वाटसन ने कुछ मैचों में जरूर अच्छी बल्लेबाजी की थी, लेकिन उनके प्रदर्शन में वो निरंतरता नहीं दिखा पाए हैं।
महेंद्र सिंह धोनी, रवींद्र जडेजा और अंबाती रायडू भी कुछ मैचों को छोड़कर विफल ही रहे हैं। ड्वेन ब्रावो चोट के कारण आईपीएल से बाहर हो गए हैं। उनके स्थान पर धोनी किसे लेकर आते हैं, यह देखना होगा। पिछले मैच में तो धोनी ने उनकी भरपाई के लिए जोश हेजलवुड को खेलाया था। अगर इस मैच में भी हेजलवुड खेलेंगे तो गेंदबाजी को मजबूती मिलेगी और मुंबई इंडियंस के मजबूत बल्लेबाजी क्रम के सामने वह एक अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं।
मुंबई की टीम संतुलित है। उसके बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों फॉर्म में हैं। रोहित शर्मा, क्विंटन डी कॉक, सूर्यकुमार यादव, ईशान किशन जैसे अनुभवी और युवा बल्लेबाजों से सजा ऊपरी और मध्यक्रम टीम को मजबूती दे रहा है तो निचले क्रम में केरन पोलार्ड, हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या जैसे तूफानी बल्लेबाज मौजूद हैं।
मुंबई को पिछले मैच में हार मिली थी। उसने किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ दो सुपर ओवर खेले थे, लेकिन अंत मे हार गई ।
टीम की गेंदबाजी में भी जसप्रीत बुमराह, ट्रेंट बोल्ट, नाथन कुल्टर नाइल जैसे नाम हैं जो चेन्नई की कमजोर बल्लेबाजी को जल्दी समेटने का दम रखते हैं।
दोनों टीमों के बीच हुए पिछले मैच में चेन्नई को जीत मिली थी। वह सीजन का पहला मैच था, लेकिन उस मैच के बाद से चेन्नई और मुंबई दोनों की स्थिति बदली हैं। एक ने फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है तो दूसरे ने राजा से रंक का।
प्लेऑफ में जाने की हल्की सी संभावना को जिंदा रखने के लिए भी चेन्नई को यह मैच जीतना जरूरी होगा। अब देखना होगा कि चेन्नई किस तरह से इस करो या मोर वाली स्थिति का सामना करती है।
टीमें (संभावित :)
सीएसके : महेंद्र सिंह. धोनी (कप्तान), केदार जाधव, रवींद्र जडेजा, पीयूष चावला, कर्ण शर्मा, शेन वाटसन, शार्दूल ठाकुर, अंबाती रायडू, मुरली विजय, फाफ डु प्लेसिस, इमरान ताहिर, दीपक चहर, लुंगी एनगिडी, मिशेल सैंटनर, केएम. आसिफ, नारायण जगदीशन, मोनू कुमार, रितुराज गायकवाड़, आर. साई किशोर, जोश हेजलवुड, सैम कुरैन।
मुंबई इडियंस : रोहित शर्मा (कप्तान), आदित्य तारे (विकेटकीपर), अनमोलप्रीत सिंह, अनुकूल रॉय, क्रिस लिन, धवल कुलकर्णी, दिग्विजय देशमुख, हार्दिक पांड्या, ईशान किशन, जेम्स पैटिनसन, जसप्रीत बुमराह, जयंत यादव, कीरन पोलार्ड, क्रुणाल पांड्या, मिशेल मैक्लेंघन, मोहसिन खान, नाथन कुल्टर नाइल, प्रिंस बलवंत राय, क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), राहुल चहर, सौरभ तिवारी, शेरफाने रदरफोर्ड, सूर्यकुमार यादव, ट्रेंट बोल्ट।(आईएएनएस/ग्लोफैंस)
राजस्थान की राजधानी जयपुर में आईपीएल क्रिकेट मैच पर सट्टा पकड़ाया। पुलिस ने 4 करोड़ नगदी और नोट गिनने की मशीनों के साथ 19 मोबाइल फ़ोन भी जब्त किये हैं. (ANI)
अबू धाबी, 23 अक्टूबर | रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने कोलकाता के खिलाफ खेले गए मैच में उस समय दो रन भागे जब टीम को जीतने के लिए सिर्फ एक रन की जरूरत थी और इस बात पर कोहली ट्विटर की दुनिया में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। दोनों टीमों के बीच बुधवार को खेले गए मैच में बेंगलोर को जीत के लिए सिर्फ 85 रन बनाने थे।
एक यूजर ने ट्वीट किया, "जब जीत को सिर्फ एक रन की जरूरत थी विराट कोहली ने दो रन भागे। दो रनों के प्रति उनका प्यार शानदार है।"
एक और यूजर ने लिखा, "विराट कोहली को दो रन भागने की आदत है। वो तब भी दो रन चाहते हैं जब जीतने को एक रन चाहिए होता है।"
एक और ट्वीट में लिखा, "विराट कोहली और दो रन की प्रेम कहानी से बेहतर कोई कहानी बताओ।"(आईएएनएस)
दुबई, 23 अक्टूबर | सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों गुरुवार को मिली हार के बाद राजस्थान रॉयल्स के कप्तान स्टीव स्मिथ ने कहा कि उनकी टीम अच्छी शुरुआत को कायम नहीं रख सकी। राजस्थान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए हैदराबाद के सामने 155 रनों का लक्ष्य रखा था। हैदराबाद ने दो विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।
राजस्थान ने शुरुआत में दो विकेट ले हैदराबाद को परेशानी में डाल दिया था, लेकिन मनीष पांडे और विजय शंकर ने शतकीय साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई।
मैच के बाद स्मिथ ने कहा, "मुझे लगता है कि हमने अच्छी शुरुआत की थी। जोफ्रा ने दो विकेट लेकर अच्छा काम किया, लेकिन हम इसे जारी नहीं रख सके। विकेट अच्छी हो गई थी। कुछ ओस थी। आर्चर का तीसरा ओवर मेरे दिमाग में चल रहा था, मैंने चर्चा भी की थी। मुझे लगता है कि आर्चर को लगातार तीसरा ओवर डलवाना चाहिए थे।"
पांडे ने नाबाद 83 और शंकर ने नाबाद 52 रन बनाए और तीसरे विकेट के लिए 140 रनों की साझेदारी कर हैदराबाद को जीत दिलाई।(आईएएनएस)
मुंबई, 22 अक्टूबर | मुंबई सिटी एफसी ने गुरुवार को एहमद जाहोउह के साथ दो साल का करार किया। वह इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के आने वाले सीजन से टीम के साथ जुड़ेंगे। मोरक्को के अल आरउई के रहने वाले 32 साल के इस खिलाड़ी अपने करियर की शुरुआत इतिहाद खेमीस्सेट से की थी।
एहमद ने एक बयान में कहा, "मैंने तीन साल भारत में बिताए हैं और मुझे विश्वास है कि मेरे पास हासिल करने को काफी कुछ है। मैंने जब मुंबई सिटी के मैनेजमेंट से उनके विजन और लक्ष्यों के बारे में बात की थी तो मैं इस बात को लेकर आश्वस्त था कि यह क्लब वही है जो जहां मैं जाना चाहता था और एक बार फिर कोच सर्जियो लोबेरा के साथ काम करने का मौका मिलेगा।"
एहमद पहले भी लोबेरा के साथ काम कर चुके हैं। एहमद 2017 में लोबरे के साथ एफसी गोवा में थे। वह लोबेरा का टीम का अहम हिस्सा थे।
मुंबई सिटी के मुख्य कोच ने कहा, "वह शानदार खिलाड़ी हैं। मैंने उनके साथ पहले भी काम किया है, इसलिए जानता हूं कि वह अंतर पैदा कर सकते हैं। उनके पास हमारी मदद करने का अनुभव है।"
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर | भारत की स्टार एथलीट और वन चैंपियनशिप की फाइटर रितु फोगाट 30 अक्टूबर को सिंगापुर में होने वाले अपने अगले मुकाबले में एक और जीत दर्ज करने उतरेंगी। 25 साल की रितु ने बीते साल वन चैम्पियनशिप में कदम रखा था और यहां वह शानदार चमक दिखाते हुए लगातार दो जीत हासिल कर चुकी हैं और अपने अगले मुकाबले में उन्हें कंबोडिया की नोउ श्रे पोव से भिड़ना है।
रितु ने इस साल फरवरी में एमएमए की अपनी दूसरा फाइट में अनुभवी प्रतिद्वंद्वी चीन की वू चियाओ चेन को हराया था।
रितु ने कोरोना महामारी का अपने ऊपर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर कहा, "हां, इससे मेरी ट्रेनिंग प्रभावित हुई है, विशेष रूप से क्योंकि मेरे लिए एमएमए एक नया खेल है। इसलिए यह एक चुनौतीपूर्ण दौर रहा है। मैं भी एक नए देश-सिंगापुर में रह रही हूं। इसलिए यह निश्चित रूप से कठिन है क्योंकि खेल नया है और देश नया है। इसके अलावा, मुझे सलाह देने के लिए मेरी बहन या मेरे पिता यहां नहीं हैं।"
दिग्गज कुश्ती कोच महावीर सिंह फोगाट की बेटी रितु भारत की पहली मिक्स्ड मार्शल आर्ट विश्व चैम्पियन बनना चाहती हैं और अपने इस सपने को सच करने के लिए वह दिन-रात मेहनत कर रही हैं।
उन्होंने कहा, "मेरी प्रेरणा हमेशा मेरे पिता और उनके शब्द रहे हैं। उन्होंने हमेशा मुझसे कहा है कि कुछ जीतने के लिए आपको बलिदान देना होगा। मेरा मुख्य लक्ष्य मेरे परिवार और मेरे देश को गौरवान्वित करना है। मैं यहां हूं और मैंने अपने देश को पीछे छोड़ा है, अपनी बहनों को पीछे छोड़ दिया है। इसलिए, मेरा एकमात्र ध्यान सबसे अच्छा करने पर है और यही मेरी प्रेरणा है।"
रितु ने अपनी प्रतिद्वंद्वी नोउ श्रे पोव के खिलाफ होने वाले मुकाबले में अपनी रणनीति को लेकर कहा, "वह एक अनुभवी एमएमए चैंपियन है और यह हम दोनों के बीच एक कठिन और रोमांचक मुकाबला होगा। मैं इसके लिए तैयार हूं और इसके लिए मैंने बहुत मेहनत की है। मैं इसमें अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार हूं। जहां तक रणनीतियों का सवाल है तो मैं चाहती हूं कि आप में से हर कोई एक कुछ ऐसी रणनीतियां देखें जिन्हें मैं प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ बनाती हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं एमएमए में विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीतने के सपने को पूरा करने से ज्यादा दूर नहीं हूं, क्योंकि इसके लिए मैं लंबे समय से कड़ी मेहनत कर रही हूं। वन चैम्पियनशिप ने अगले साल एक ग्रैंड प्री टूर्नामेंट की भी घोषणा की है, जिसमें आठ चैंपियन होंगे।
रितु ने कहा, "मेरा लक्ष्य उस टूर्नामेंट में अपनी जगह बनाना है। हालांकि फिलहाल आगामी मैच पर मेरा ध्यान है। मेरी प्रतिद्वंद्वी एक अच्छी फाइटर है और मैंने उनकी ताकत तथा कमजोरियों को अच्छे से परखा है, जिसे आप मेरे मैच में देखेंगे।"
--आईएएनएस
अबू धाबी, 21 अक्टूबर। आईपीएल-13 में बुधवार को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ एकतरफा जीत हासिल करने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि इस मैच में उनके लिए टॉस हारना अच्छा रहा। कोलकाता के कप्तान इयोन मोर्गन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की। मैच के बाद कोहली ने कहा, मैं नई गेंद से वॉशिंगटन सुंदर से गेंदबाजी कराने के बारे में सोच रहा था। टॉस हारना अच्छा था, क्योंकि हम टॉस जीतते तो हम भी बल्लेबाजी चुनते।
उन्होंने कहा, हमारी रणनीति सुंदर और क्रिस मौरिस के साथ गेंदबाजी की शुरुआत कराने की थी, लेकिन फिर हमने मौरिस और मोहम्मद सिराज के साथ जाने का फैसला किया। मैनेजमेंट ने एक सिस्टम बनाया है जिसमें सही तरह से रणनीती बनाई जाती है, कुछ भी ऐसे ही नहीं होता। हमारे पास प्लान-ए, प्लान बी और प्लान-सी रहते हैं। सिराज ने बेंगलोर के लिए तीन विकेट लिए। उन्होंने ने ही टीम को बेहतरीन शुरुआत दिलाई।
सिराज की तारीफ करते हुए कोहली ने कहा, पिछला साल सिराज के लिए मुश्किल रहा था और कई लोग उन पर बरसे थे। इस साल उन्होंने काफी मेहनत की और नेट्स में शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं। वह अब परिणाम देख रहे हैं लेकिन हम चाहते हैं कि वह प्रक्रिया का पालन करें।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ एक तरफा हार झेलने के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान इयोन मोर्गन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले पर अफसोस जताया है और कहा कि उन्हें पहले गेंदबाजी करनी चाहिए थी।
मैच के बाद मोर्गन ने कहा, मुझे लगता है कि इसकी शुरुआत बल्लेबाजी से हुई। हमने जितनी जल्दी अपने चार-पांच विकेट खो दिए थे वो निराशाजनक था। बेंगलोर ने अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन हमें उन्हें अच्छे से खेल सकते थे, और ओस के रहते, हमें पहले गेंदबाजी करनी चाहिए थी। इस मैच में कोलकाता की तरफ से न आंद्रे रसेल दिखे और न ही सुनील नरेन।
इन दोनों के बारे में मोर्गन ने कहा, उम्मीद है कि रसेल और नरेन फिट होंगे और चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे। बेहतरीन काबिलियत के दो शानदार खिलाड़ी, वो भी तब जब वो ऑलराउंडर हों, उनका न होना बहुत बड़ी कमी है। (आईएएनएस)
अबू धाबी, 22 अक्टूबर | दो बार की चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) आईपीएल के मौजूदा 13वें सीजन में अंकतालिका में अब तक एक बार भी शीर्ष-दो में नहीं पहुंच पाई है और इसका सबसे बड़ा कारण उसके बल्लेबाजों की विफलता है।
केकेआर की टीम अंकतालिका में अभी भी चौथे नंबर पर है और बुधवार रात ही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ खेले गए मुकाबले में टीम निर्धारित 20 ओवरों में आठ विकेट पर 84 रन ही बना सकी थी तथा उसे आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
केकेआर की टीम अपने बल्लेबाजों के विफलता के कारण पिछले चार मैचों में केवल एक बार ही 150 रन के आंकड़े को पार कर सकी है।
सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल पर टीम बहुत निर्भर है, लेकिन वह अब तक 10 मैचों में केवल दो ही अर्धशतक लगा पाए हैं। पिछले कुछ मैचों से उनका स्ट्राइक रेट भी 100 से कम रहा है, जिसके कारण उन्हें अपनी विकेट गंवानी पड़ रही है।
कप्तान इयोन मोर्गन ने पिछले 10 मैचों में 40 की औसत से केवल एक ही अर्धशतक बनाया है। दिनेश कार्तिक का औसत 16 से ऊपर है और उन्होंने 10 मैचों में अब तक 145 रन ही बनाए हैं।
सबसे बुरा हाल तो आलराउंडर आंद्रे रसेल का रहा है, जो पिछले साल मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे। उन्होंने पिछले 510 रन बनाए थे और सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में टॉप पांच में शामिल थे। लेकिन केवल 11.5 का औसत है।
कोलकाता नाइट राइडर्स के कोच ब्रैंडन मैकुलम ने बेंगलोर के खिलाफ मैच के बाद माना कि बल्लेबाली उम्मीदों के अनुरूप नहीं रही है।
मैकुलम ने कहा, "मुझे लगता है कि वह (मोहम्मद सिराज) तेज गेंदबाजी करने में सक्षम थे और हमसे कुछ सवाल पूछ रहे थे। ये ऐसे सवाल थे, जिनका कि अतीत में हमने बेहतर तरीके से जवाब दिया है।"
उन्होंने कहा, "मैच से पहले हमने शीर्षक्रम से बेहतरीन प्रदर्शन दिखाने की इच्छा के बारे में बात की थी और हमारे पास इच्छा की कमी थी। यह कुछ ऐसा है, जिस्का हम हल करने की कोशिश कर रहे हैं। आपको अपने आप को खेल में लाने के लिए रचनात्मक होना होगा। आप 40 रन पर छह विकेट खोकर ज्यादा मैच नहीं जीत सकते।"
--आईएएनएस
दुबई, 22 अक्टूबर| तीन बार की विजेता चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल के मौजूदा 13वें सीजन में खराब दौर से गुजर रही है और टीम के हरफनमनौला खिलाड़ी ड्वायन ब्रावो ने फैन्स से टीम को सपोर्ट करते रहने की अपील की है। ब्रावो ग्रोइन इंजुरी के कारण आईपीएल के मौजूदा सीजन से बाहर हो चुके हैं। सीएसके का इस सीजन में प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। इस टीम ने 10 मैचों से सिर्फ छह अंक जुटाए हैं और अभी आठ टीमों की तालिका में सबसे नीचे है। शारजाह में शुक्रवार को सीएसके का सामना मुंबई इंडियंस से होना है।
ब्रावा ने चेन्नई सुपर किंग्स के वीडियो में कहा, "यह दुखद खबर है, सीएसके टीम को छोड़ना दुखद है। हमारे सभी सच्चे सीएसके प्रशंसकों से मैं चाहता हूं कि आप सभी टीम को प्रोत्साहित करते रहें, समर्थन करते रहें।"
उन्होंने कहा, "यह ऐसा सीजन नहीं था जिसकी हमें उम्मीद थी या हमारे प्रशंसक चाहते थे, लेकिन हमने इसे अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। कभी-कभी हमारा सबसे अच्छा प्रदर्शन भी परिणाम नहीं दिखाते हैं। हमारा समर्थन करते रहें और मैं आपको गारंटी दे सकता हूं कि हम चैंपियन की तरह मजबूत और बेहतरीन वापसी करेंगे। सीएसके के सदस्य और प्रशंसक होने पर मुझे गर्व होना चाहिए।"
सीएसके के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कासी विश्वनाथन ने बताया कि ब्रावो को राइट ग्रोइन में ग्रेड-1 टियर है और वह गुरुवार को अपने देश लौट जाएंगे।
37 साल के ब्रावो को दिल्ली कैपिटल्स के साथ 17 अक्टूबर को हुए मैच के दौरान चोट लगी थी। इस चोट के कारण वह सीएसके के लिए अगले मैच में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ नहीं खेल सके थे। सीएसके वह मैच सात विकेट से हार गई थी।
इस सीजन में ब्रावो ने सीएसके के लिए सिर्फ छह मैच खेले और सात रन बनाने के अलावा छह विकेट हासिल किए। (आईएएनएस)
मेलबर्न, 22 अक्टूबर| भारत का अगले महीने से आस्ट्रेलिया दौरे पर होने वाली आगामी सीमित ओवरों की सीरीज के मैच सिडनी और कैनबरा में खेले जाएंगे। क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) और न्यू साउथ वेल्स राज्य सरकार के बीच गुरुवार को एक समझौता हुआ है।
इस समझौते के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में जारी आईपीएल से लौटने के बाद भारतीय टीम और आस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ी सिडनी में क्वारंटाइन रहेंगे और इस दौरान वहां उन्हें अभ्यास की अनुमति भी दी जाएगी।
आईपीएल-13 का फाइनल 10 नवंबर को खेला जाएगा। हालांकि अभी इसके आयोजन स्थल की घोषणा नहीं की गई है।
गुरुवार को एनएसडब्ल्यू सरकार की ओर से मिली मंजूरी के बाद क्वारंटाइन प्रोटोकॉल की पुष्टि होने के बाद अभी भी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से अंतिम मंजूरी मिलना बाकी है।
भारत का आस्ट्रेलिया दौरे पर होने वाले मैचों के अस्थाई कार्यक्रम के अनुसार, पहले दो वनडे 27 और 29 नवंबर को जबकि तीसरा वनडे एक दिसंबर को सिडनी में खेला जाएगा। वहीं, पहला टी20 कैनबरा में चार दिसंबर को खेला जाएगा।
इसके बाद दोनों टीमें छह और आठ दिसंबर को होने वाले अंतिम दो टी20 मैचों के लिए सिडनी लौट आएगी।
सीमित ओवरों की सीरीज के बाद दोनों टीमें 17 से 21 दिसंबर तक एडिलेड में पहला टेस्ट मैच खेलेगी। (आईएएनएस)
आईपीएल में बुधवार को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच मुक़ाबला था. कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम इस मैच में बुरी फँसी. इस आईपीएल में टीम की ये सबसे बुरी हार थी. और उनकी ज़ख़्मों पर सबसे ज़्यादा नमक लगाया मोहम्मद सिराज ने.
आईपीएल के सबसे महंगे गेंदबाज़ों में से एक रहे सिराज के लिए ये मैच एक सपने की तरह था. किसी भी गेंदबाज़ के लिए ये सपना ही हो सकता है, जब वो दो ओवर में बिना कोई रन दिए तीन विकेट झटक ले.
सिराज एक के बाद एक रिकॉर्ड बना रहे थे और उनके कप्तान विराट कोहली की ख़ुशी देखते ही बन रही थी. दूसरी ओर कोलकाता नाइट राइडर्स के कैंप में हाहाकार मचा हुआ है. एक एक विकेट बचाने को तरस रही टीम ने इस आईपीएल के पॉवर प्ले में सबसे कम स्कोर किया.
तीन ओवर में दो रन, दो मेडन, तीन विकेट
पॉवर प्ले जब ख़त्म हुआ तो कोलकाता का स्कोर था चार विकेट पर 17 रन. इनमें से तीन विकेट सिराज ने चटकाए थे. आईपीएल के इतिहास में अभी तक किसी गेंदबाज़ ने एक मैच के दौरान दो मेडन ओवर नहीं फेंके थे. सिराज ने जब अपना पहला स्पेल ख़त्म किया था, तो उन्होंने तीन ओवर में दो रन देकर तीन विकेट झटके थे.
कप्तान विराट कोहली के लिए इससे बड़ी बात क्या हो सकती थी. इस आईपीएल में दिल्ली के साथ ख़िताब की तगड़ी दावेदार विराट की टीम के लिए ये मैच बहुत ही आसान साबित हुआ. विराट कोहली ने आबूधाबी की विकेट को देखते हुए गुरकीरत मान सिंह की जगह सिराज को मौक़ा दिया.
क्रिस मॉरिस के साथ उन्होंने गेंदबाज़ी का मोर्चा संभाला. नई गेंद से बॉलिंग करने की उनकी उम्मीद कप्तान कोहली ने पूरी की, जब उन्होंने मैच का दूसरा ओवर उन्हें थमाया. हालाँकि विराट कोहली ने स्वीकार किया कि वे दूसरा ओवर वॉशिंगटन सुंदर को देना चाहते थे, लेकिन आख़िरी समय में उन्होंने अपना फ़ैसला बदला और सिराज को गेंद थमाई. शायद कोहली का ये फ़ैसला विकेट में स्विंग को देखते हुए था.
"मियाँ रेडी हो जाओ"
मैच के बाद सिराज ने कप्तान कोहली का शुक्रिया अदा किया और कहा कि नई गेंद से काफ़ी प्रैक्टिस कर रहे थे. दूसरे ओवर के लिए गेंद थमाते हुए कप्तान कोहली ने उनसे कहा- मियाँ रेडी हो जाओ.
और सिराज ने अपने कप्तान को निराश नहीं किया. सिराज ने अपने पहले ओवर की तीसरी गेंद पर राहुल त्रिपाठी को आउट किया और अगली ही गेंद पर नीतीश राणा को बोल्ड कर दिया. सिराज का ये ओवर डबल विकेट मेडन रहा और उस समय कोलकाता का स्कोर था दो विकेट पर तीन रन.
अपने अगले ओवर में सिराज ने टॉम बैंटन को चलता किया और कोलकाता के बल्लेबाज़ों को एक रन भी नहीं लेने दिया. यानी दो ओवर के बाद वे बिना कोई रन दिए तीन विकेट ले चुके थे.
मैच के शुरू में ही बैक फ़ुट पर आ चुकी कोलकाता की टीम संकट से उबर नहीं पाई और 20 ओवर में आठ विकेट पर 84 रन ही बना पाई. बैंगलौर ने ये मैच आसानी से आठ विकेट से जीत लिया. पिछले सप्ताह भी बैंगलौर ने कोलकाता को 82 रनों के बड़े अंतर से मात दी थी.
सिराज का करियर
मोहम्मद सिराज ने अपने इस प्रदर्शन से राष्ट्रीय टीम के चयनकर्ताओं के सामने अपनी दावेदारी मज़बूती से पेश की है. भारत को अगले महीने ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाना है. मोहम्मद सिराज आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर के सबसे महंगे गेंदबाज़ों में से एक रहे हैं.
इस मैच से पहले आईपीएल में सिराज की इकॉनोमी रेट 9.29 थी. लेकिन कोलकाता के ख़िलाफ़ मैच ने सब धो दिया. 26 साल के हैदराबाद के रहने वाले मोहम्मद सिराज अब चयनकर्ताओं का दरवाज़ा खटखटा रहे हैं.
सिराज का जन्म हैदराबाद में हुआ था और उनके पिता एक ऑटोरिक्शा ड्राइवर थे. 2015 में उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट से अपने करियर की शुरुआत की थी. उस साल वे हैदराबाद की ओर से रणजी ट्रॉफ़ी मैच में खेले थे.
रणजी ट्रॉफ़ी के 2016-17 के सीज़न में वे हैदराबाद की ओर से सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे. उन्होंने उस सीज़न में 41 विकेट लिए थे.
वर्ष 2017 में उनकी एंट्री आईपीएल में हुई, जब सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें 2.6 करोड़ में ख़रीदा. लेकिन 2018 में वे रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर की टीम में आ गए और तब से वे बैंगलौर टीम का हिस्सा हैं.
अक्तूबर 2017 में उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह मिली. उन्हें न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ टी-20 मैचों की सिरीज़ के लिए टीम में जगह दी गई. उन्होंने अपना पहला टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ खेला और उस मैच में उन्होंने केन विलियम्सन का विकेट लिया. लेकिन मैच में वे काफ़ी महंगे साबित हुए और चार ओवर में कुल 53 रन देकर एक विकेट लिया.
2018 में उन्हें वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ टेस्ट टीम में जगह मिली, लेकिन टेस्ट खेलने का मौक़ा नहीं मिला. इसी साल उन्हें ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ वनडे सिरीज़ में टीम में जगह मिली. उन्होंने एक मैच भी खेला.
ये उनका एकमात्र एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच है. एडिलेड में हुए इस मैच में कप्तान विराट कोहली के शतक की बदौलत भारत ये मैच जीत तो गया, लेकिन सिराज काफ़ी महंगे साबित हुए और उन्हें कोई विकेट भी नहीं मिल पाया. उन्होंने 10 ओवर में 76 रन दिए. वे उस मैच में भारतीय गेंदबाज़ों में सबसे महंगे साबित हुए थे.
सराहना और उम्मीद
अब आईपीएल में कोलकाता के ख़िलाफ़ मैच में बेहतरीन प्रदर्शन करके सिराज ने भारतीय टीम में जगह बनाने की उम्मीद बढ़ाई है. इस मैच के बाद सोशल मीडिया पर उनकी जम कर सराहना हो रही है.
जानकार बता रहे हैं कि सिराज अपने पुराने प्रदर्शन की नाकामी को भुला कर भारतीय टीम में ज़रूर जगह बनाना चाहेंगे.
सिराज की ख़ासियत है उनकी स्विंग बॉलिंग. ऑस्ट्रेलिया की तेज़ पिच पर सिराज भारतीय टीम के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं. (bbc.com/hindi)
कुआलालम्पुर, 22 अक्टूबर| कोविड-19 के कारण न्यूजीलैंड में होने वाली विश्व बैडमिंटन जूनियर चैंपियनशिप2020 को रद्द कर दिया गया है। विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने गुरुवार को इसकी घोषणा की। बीडब्ल्यूएफ ने एक बयान में कहा कि कोविड-19 प्रतिबंधों के जारी रहने और अनिश्चितताओं के कारण बीडब्ल्यूएफ, बैडमिंटन न्यूजीलैंड और टूर्नामेंट के आयोजकों के पास इसे रद्द करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था।
बीडब्ल्यूएफ के महासचिव थॉमस लुंड ने कहा, "हम निश्चित रूप से बीडब्ल्यूएफ विश्व जूनियर चैंपियनशिप के 2020 संस्करण को पूरा करने में सक्षम नहीं होने के कारण निराश हैं, लेकिन कोविड-19 के कारण आयोजन स्थल पर प्रतिबंध, इस टूर्नामेंट को आयोजित करने के लिए असंभव बनाता है। इसलिए मौजूदा कार्यक्रम के अनुसार, जनवरी 2021 में न्यूजीलैंड में इसका आयोजन किया जाएगा।"
बीडब्ल्यूएफ ने आगे कहा कि बैडमिंटन न्यूजीलैंड अभी भी विश्व जूनियर चैंपियनशिप की मेजबानी के लिए प्रतिबद्ध है और बीडब्ल्यूएफ ने 2024 संस्करण के लिए उनके प्रस्ताव को स्वीकार किया है।
बैडमिंटन न्यूजीलैंड के मुख्य कार्यकारी जो हिचकॉक ने कहा, "हालांकि हम इस खबर से काफी निराश हैं, लेकिन मौजूदा स्थिति के कारण यह सही निर्णय है।" (आईएएनएस)
बेंगलुरू, 22 अक्टूबर| भारतीय पुरुष हॉकी टीम के डिफेंडर कोथाजीत सिंह का मानना है कि कोविड-19 महामारी के बीच अगस्त में खेल गतिविधियों को फिर से शुरू करने के बाद से टोक्यो ओलंपिक के लिए टीम अच्छी स्थिति में है। भारत के लिए 200 से अधिक मैच खेल चुके कोथाजीत ने आगे कहा कि भारतीय टीम सही समय पर मैदान पर लौटी है और प्रत्येक खेल गतिविधियों के सत्र के साथ आगे बढ़ रही है।
कोथाजीत ने कहा, "पिच पर वापस आना शानदार रहा। हमने पिछले दो महीनों में काफी सुधार देखा है और हम ओलंपिक के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हम सही समय पर पिच पर लौटे हैं और इसलिए पूरी तरह से अपने फॉर्म में लौटने के लिए हमारे पास पर्याप्त समय है। हम वास्तव में हॉकी इंडिया और साई का शुक्रगुजार हैं जिन्होंने त्वरित समय में सभी सुरक्षा उपाय किए ताकि हम ओलंपिक पर ध्यान केंद्रित कर सकें।"
ओलंपिक क्वालीफायर मैच से बाहर रहने के बाद प्रो लीग 2020 से राष्ट्रीय टीम में वापसी करने वाले डिफेंडर ने कहा कि वह उन पहलुओं को जानते हैं, जिन पर उन्हें लगातार काम करने की जरुरत है ताकि भारतीय टीम में जगह बनाई जा सके ।
उन्होंने कहा, "टीम से बाहर होना कभी भी आसान नहीं होता है और इसलिए मैं भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए जितना संभव हो उतना कठिन काम करने के लिए ²ढ़ हूं। मैंने लॉकडाउन के दौरान अपने खेल का अच्छी तरह से विश्लेषण किया और मुझे अपने खेल के पहलुओं के बारे में पता है कि मुझे कहां काम करने की आवश्यकता है।"
28 वर्षीय ने कोथाजीत ने कहा, "अगले कुछ महीने हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और ओलंपिक स्थगित होने के साथ ही हमारे पास अपने व्यक्तिगत और टीम के खेल को मजबूत करने का एक बड़ा अवसर है।" (आईएएनएस)
जोहान्सबर्ग, 22 अक्टूबर| दक्षिण अफ्रीका अगले महीने तीन टी-20 और इतने ही मैचों की वनडे सीरीज के लिए इंग्लैंड की मेजबानी करेगा। टी-20 मैच 27, 29 नवंबर और एक दिसंबर को खेले जाएंगे। वनडे सीरीज की शुरुआत चार दिसंबर से होगी। दूसरा मैच छह और तीसरा नौ दिसंबर को खेला जाएगा।
दो टी-20 और दो वनडे न्यूलैंड्स स्टेडियम में खेले जाएंगे। एक वनडे और एक टी-20 मैच यूरोलक्स बोलैंड पार्क में खेला जाएगा।
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद इस दौरे की योजना बनाई।
इयोन मोर्गन की कप्तानी वाली इंग्लैंड 16 नवंबर को चार्टड फ्लाइट से लंदन से रवाना होगी। टीम केपटाउन में रहेगी। टी-20 सीरीज से पहले टीम वेस्टर्न प्रोविंस क्रिकेट क्लब में ट्रेनिंग करेगी। वह तीन इंट्रा-स्कायड मैच खेलेगी।
सीएसए के कार्यकारी मुख्य अधिकारी कुगैंड्रीग गोवेंडर ने कहा, "यह क्रिकेट के लिए बहुत अच्छी बात होगी।"
उन्होंने कहा, "इंग्लैंड विश्व विजेता है और इससे हमारे खिलाड़ियों को अपना सर्वश्रेष्ठ देने की प्ररेणा मिलेगी।"
इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के सीईओ टॉम हैरिसन ने कहा, "हम इस खेल के कर्जदार हैं और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को बचाए रखने के लिए हम सब कुछ करेंगे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली सीरीज हमेशा रोमांचक होती है।" (आईएएनएस)
अबू धाबी, 22 अक्टूबर| कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को आसान जीत दिलाने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज का कहना है कि वह अपनी टीम के लिए जादुई प्रदर्शन करना चाहते हैं। सिराज आईपीएल के इतिहास में एकमात्र ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्होंने किसी एक मैच में दो मेडन ओवर डाला हैं। सिराज ने चार ओवरों में आठ रन दिए और तीन विकेट निकाले। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
सिराज ने मैच के बाद कहा, "आरसीबी में मुझे हर कोई बहुत सपोर्ट करते हैं, यहां तक कि फैन भी। मैं टीम के लिए जादुई प्रद्र्शन करना चाहता हूं और यह वैसा ही प्रदर्शन था।"
कप्तान विराट कोहली ने मैच के दौरान सिराज को नई गेंद थमाई थी।
उन्होंने कहा, "मैं नई गेंद से काफी अभ्यास कर रहा था। हमने इस बात की योजना नहीं बनाई थी की मैं नईं गेंद डालूंगा, लेकिन जब हम मैदान पर गए तो विराट भाई ने कहा 'मियां रेडी हो जाओ'।"
सिराज ने पहले राहुल त्रिपाठी (1) को आउट किया और फिर अगली गेंद पर नीतीश राणा को बोल्ड कर दिया।
राणा को जिस गेंद पर सिराज ने आउट किया वो उनकी पंसदीदा गेंद रही। त्रिपाठी और राणा के अलावा सिराज ने टॉम बेंटन का विकेट लिया।
सिराज इस सीजन में चार मैचों में छह विकेट ले चुके हैं। (आईएएनएस)
दुबई, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)| राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद की टीमें इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन के 40वें मैच में आज आमने-सामने होंगी। दोनों टीमों के लिए अगर प्लेऑफ की दौड़ में बने रहना है तो यह मैच हर हाल में जीतना होगा। यह मैच दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा। इसी मैदान पर दोनों टीमों के बीच पहला मैच खेला गया था, जहां राहुल तेवतिया और रियान पराग ने मिलकर राजस्थान को हार के रास्ते से बाहर निकाल जीत दिलाई थी। अब एक बार फिर राजस्थान अपने पुराने प्रदर्शन को जारी रखने की कोशिश करेगी।
पिछले मैच में टीम ने जिस तरह का प्रदर्शन किया था उससे वह आत्मविश्वास से लबरेज होगी। गेंदबाजी में खासकर, क्योंकि टीम ने चन्नई को बड़ा स्कोर खड़ा करने नहीं दिया था। चेन्नई 20 ओवरों में सिर्फ 125 रन ही बना सकी थी।
जोफ्रा आर्चर, कार्तिक त्यागी ने अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन सबसे ज्यादा असरदार श्रेयस गोपाल और तेवतिया रहे थे। गोपाल ने चार ओवरों में 14 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया था जबकि तेवतिया ने चार ओवरों में 18 रन ही खर्च किए और एक विकेट लिया था।
हैदराबाद के खिलाफ टीम इन दोनों से इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद करेगी।
आईपीएल में अब स्पिनरों के हिसाब की पिचें देखी जा सकती हैं और इसलिए राजस्थान के कप्तान स्टीव स्मिथ के लिए गोपाल-तेवतिया की जोड़ी एक बड़ा हथियार होगी।
वहीं बल्लेबाजी में जोस बटलर को मध्य क्रम में लाना टीम के लिए पिछले मैच में तो काम कर गया था। बटलर ने नाबाद अर्धशतकीय पारी खेली थी और टीम को जीत दिलाई थी। स्मिथ ने भी उनका बखूबी साथ दिया था।
रॉबिन उथप्पा और संजू सैमसन विफल रहे थे। बेन स्टोक्स भी कुछ खास नहीं कर पाए थे। बतौर सलामी बल्लेबाज उथप्पा खतरनाक बल्लेबाज हैं और टीम उन्हें इसी तरह इस्तेमाल करती है तो यह टीम और उथप्पा दोनों के लिए अच्छा होगा। बीते दो मैचों में तो टीम ने उन्हें सलामी बल्लेबाज के तौर पर ही भेजा है और उम्मीद की जा सकती है कि यह क्रम लीग के आने वाले मैचों में भी जारी रहेगा। बेन स्टोक्स से हालांकि अभी तक बड़ी पारी देखने को नहीं मिली है।
स्टोक्स खुद भी बड़ी पारी खेलने को लेकर उत्सुक होंगे। संजू सैमसन को अपनी फॉर्म में लौटना होगा। वह ऐसे खिलाड़ी हैं जिनपर टीम काफी हद तक टिकी हुई है और वह टीम की बल्लेबाजी की अहम कड़ी हैं।
जहां तक हैदराबाद की बात है तो यह देखना होगा कि डेविड वार्नर इस मैच में कहां बल्लेबाजी करने आते हैं। पिछले मैच में वह सलामी बल्लेबाजी करने नहीं आए थे। जॉनी बेयरस्टो के साथ केन विलियम्सन उतरे थे और वार्नर नंबर-4 पर उतरे थे।
उनका नीचे आना टीम के लिए अच्छा रहा था। हैदराबाद हारती दिख रही थी, लेकिन वार्नर ने आखिरी ओवर में बाजी पलट मैच को सुपर ओवर में पहुंचा दिया था। सुपर ओवर में हालांकि हैदराबाद को हार ही मिली थी।
मनीष पांडे और केन विलियम्सन, दो ऐसे बल्लेबाज हैं जो टीम की बल्लेबाजी की धुरी हैं। इन दोनों का चलना टीम के लिए जरूरी है।
निचले क्रम में टीम के पास कोई बड़ा नाम नहीं है इसलिए जरूरी है कि शीर्ष-4 में से कोई न कोई अंत तक टिका रहे ताकि वह युवा खिलाड़ियों के साथ मिलकर अंत में तेजी से रन बना सके। हैदराबाद अधिकतर मैचों में ऐसा कर पाने में असफल रही है, लेकिन टीम की बेहतरी के लिए यह जरूरी है।
गेंदबाजी में टीम की अगुआई राशिद खान कर रहे हैं। भुवनेश्वर कुमार के चोटिल हो जाने के बाद संदीप शर्मा, टी. नटराजन ने टीम को उनकी कमी ज्यादा खलने नहीं दी है।
दोनों टीमों के लिए प्लेऑफ की रेस में बने रहने के लिए इस मैच में जीत जरूरी है। दोनों टीमें इस बात को बखूबी जानती हैं और इसलिए एक और रोमांचक मैच की उम्मीद की जा सकती है।
हैदराबाद नौ मैचों में तीन जीत, छह हार के साथ छह अंक लेकर सातवें स्थान पर है। राजस्थान 10 मैचों में चार जीत, छह हार के साथ आठ अंक लेकर छठे स्थान पर बनी हुई है।
टीमें (सम्भावित) :
राजस्थान रॉयल्स : स्टीव स्मिथ (कप्तान), अंकित राजपूत, बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर, जोस बटलर, महिपाल लोमरोर, मनन वोहरा, मयंक माकंर्डे, राहुल तेवतिया, रियान पराग, संजू सैमसन, शशांक सिंह, श्रेयस गोपाल, वरुण एरॉन, रॉबिन उथप्पा, जयदेव उनादकट, यशस्वी जायसवाल, अनुज रावत, आकाश सिंह, कार्तिक त्यागी, डेविड मिलर, ओशाने थॉमस, अनिरुद्ध जोशी, एंड्रयू टाई, टॉम कुरैन, बेन स्टोक्स।
सनराइजर्स हैदराबाद : डेविड वार्नर (कप्तान), अभिषेक शर्मा, बैसिल थम्पी, भुवनेश्वर कुमार, बिली स्टानलेक, जॉनी बेयरस्टो, केन विलियम्सन, मनीष पांडे, मोहम्मद नबी, राशिद खान, संदीप शर्मा, शहबाज नदीम, श्रीवत्स गोस्वामी, सिद्धार्थ कौल, खलील अहमद, टी. नटराजन, विजय शंकर, रिद्धिमान साहा, विराट सिंह, प्रीयम गर्ग, जेसन होल्डर, संदीप बवांका, फाबियान ऐलेन, अब्दुल समद, संजय यादव।
अबू धाबी, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)| आईपीएल-13 में बुधवार को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ एकतरफा जीत हासिल करने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि इस मैच में उनके लिए टॉस हारना अच्छा रहा। कोलकाता के कप्तान इयोन मोर्गन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की। कोलकाता 20 ओवरों में सिर्फ आठ विकेट खोकर 84 रन ही बना सकी। बेंगलोर ने आठ विकेट से यह मैच जीत लिया।
मैच के बाद कोहली ने कहा, "मैं नई गेंद से वॉशिंगटन सुंदर से गेंदबाजी कराने के बारे में सोच रहा था। टॉस हारना अच्छा था, क्योंकि हम टॉस जीतते तो हम भी बल्लेबाजी चुनते।"
उन्होंने कहा, "हमारी रणनीति सुंदर और क्रिस मौरिस के साथ गेंदबाजी की शुरुआत कराने की थी, लेकिन फिर हमने मौरिस और मोहम्मद सिराज के साथ जाने का फैसला किया। मैनेजमेंट ने एक सिस्टम बनाया है जिसमें सही तरह से रणनीती बनाई जाती है, कुछ भी ऐसे ही नहीं होता। हमारे पास प्लान-ए, प्लान बी और प्लान-सी रहते हैं।"
सिराज ने बेंगलोर के लिए तीन विकेट लिए। उन्होंने ने ही टीम को बेहतरीन शुरुआत दिलाई।
सिराज की तारीफ करते हुए कोहली ने कहा, "पिछला साल सिराज के लिए मुश्किल रहा था और कई लोग उन पर बरसे थे। इस साल उन्होंने काफी मेहनत की और नेट्स में शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं। वह अब परिणाम देख रहे हैं लेकिन हम चाहते हैं कि वह प्रक्रिया का पालन करें।"
अबू धाबी, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)| रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ एक तरफा हार झेलने के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान इयोन मोर्गन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले पर अफसोस जताया है और कहा कि उन्हें पहले गेंदबाजी करनी चाहिए थी। मोर्गन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की, लेकिन टीम 20 ओवरों में आठ विकेट खोकर 84 रन बना सकी। बेंगलोर ने 13.3 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल किया।
मैच के बाद मोर्गन ने कहा, "मुझे लगता है कि इसकी शुरुआत बल्लेबाजी से हुई। हमने जितनी जल्दी अपने चार-पांच विकेट खो दिए थे वो निराशाजनक था। बेंगलोर ने अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन हमें उन्हें अच्छे से खेल सकते थे, और ओस के रहते, हमें पहले गेंदबाजी करनी चाहिए थी।"
इस मैच में कोलकाता की तरफ से न आंद्रे रसेल दिखे और न ही सुनील नरेन।
इन दोनों के बारे में मोर्गन ने कहा, "उम्मीद है कि रसेल और नरेन फिट होंगे और चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे। बेहतरीन काबिलियत के दो शानदार खिलाड़ी, वो भी तब जब वो ऑलराउंडर हों, उनका न होना बहुत बड़ी कमी है।"
अबू धाबी, 21 अक्टूबर| रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने बुधवार को अपनी शानदार गेंदबाजी के दम पर शेख जाएद स्टेडियम में खेले जा रहे आईपीएल-13 के 39वें मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स को इस सीजन के सबसे कम स्कोर पर रोक दिया। कोलकाता 20 ओवर खेलने के बाद आठ विकेट खोकर 84 रन ही बना सकी। उसके सिर्फ चार बल्लेबाजी ही बमुश्किल दहाई के आंकड़े को छू सके।
इस मैच में शाहबाज अहमद के स्थान पर आए मोहम्मद सिराज ने बेंगलोर को इस सीजन की अभी तक की सबसे अच्छी शुरुआत दिलाई। दूसरा ओवर लेकर आए सिराज ने राहुल त्रिपाठी (1) और नीतीश राणा (0) को दो लगातार गेंदों पर आउट कर आउट कर कोलकाता को दबाव में ला दिया।
अगले ओवर में नवदीप सैनी ने शुभमन गिल (1) को क्रिस मौरिस के हाथों कैच कराया। फिर अपना अगला ओवर लेकर आए सिराज ने इस मैच में टीम में आए टॉम बेंटन (10) को आउट कर कोलकाता का स्कोर 15/4 कर दिया।
पवार प्ले में कोलकाता ने सिर्फ 17 रन बनाए। कप्तान इयोन मोर्गन और दिनेश कार्तिक (4) पर ही अब टीम का भार था, लेकिन कोहली के सबसे बड़ी हथियार युजवेंद्र चहल ने पहले कार्तिक को अपना शिकार बनाया फिर अंपायर ने पैट कमिंस को उनकी गेंद पर एलबीडब्ल्यू दे दिया था, लेकिन कमिंस ने रिव्यू लिया इसलिए बच गए। कमिंस यहां तो बच गए लेकिन चहल ने आखिरकार 13वें ओवर में तीसरी गेंद पर कमिंस को अपने चाल में फंसा लिया। कमिंस सिर्फ चार रन ही बना सके।
चहल के जोड़ीदार ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर ने फिर मोर्गन को आउट कर कोलकाता की कमर तोड़ी दी। मोर्गन ने 30 रन बनाए।
कुलदीप यादव (12) और लॉकी फग्र्यूसन (नाबाद19) ने टीम को 100 के पार ले जाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सके।
कोलकाता के लिए सिराज ने तीन, चहल ने दो, सैनी और सुंदर ने एक-एक विकेट लिए। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर | किंग्स इलेवन पंजाब ने दिल्ली कैपिटल्स को आईपीएल-13 मुकाबले में क्या हराया, खिलाड़ियों की भावनाएं सामने आने लगी हैं। इसी तरह की एक भावना दिल्ली के गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने व्यक्त की है। मंगलवार को हुए मैच में अश्विन एक पल गेल के जूतों का फीता बांधते नजर आए थे। इस फोटो को अश्विन ने ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा कि मैं तो गेल के जूतों के फीते बांध रहा था लेकिन ऐसे बल्लेबाज के दोनों पैर बांधकर उसे गेंदबाजी करनी चाहिए।
अश्विन ने लिखा, "गेल के तो दोनों पैर बांधकर गेंदबाजी करनी चाहिए। हमारे लिए कठिन दिन था लेकिन हम वापसी करेंगे।"
इस मैच में दिल्ली के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने शानदार नाबाद 106 रन बनाए। वह आईपीएल में लगातार दो शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं।
धवन ने भी स्वीकार किया है कि यह उनकी टीम के लिए कठिन मैच था लेकिन इस मैच से काफी कुछ सीखते हुए आगे बढ़ेगी। धवन इस मैच में शतक लगाने के साथ धवन ने आईपीएल में 5000 रन पूरे किए थे। वह ऐसा करने वाले पांचवें बल्लेबाज बन गए हैं।
इस जीत के बाद पंजाब की टीम आठ अंकों के साथ पांचवें स्थान पर पहुंच गई है। दिल्ली के खाते में 14 अंक हैं और वह अभी भी टॉप पर है। यह मैच जीतने की स्थिति में दिल्ली की टीम प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर गई होती। इधर, पंजाब ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है। (आईएएनएस)
दुबई, 20 अक्टूबर। दिल्ली कैपिटल्स पर किंग्स इलेवन पंजाब की पांच विकेट की शानदार जीत के हीरो रहे निकोलस पूरन ने कहा है कि वह टीम को जीत दिलाकर लौटना चाहते थे लेकिन उन्हें इस बात का अफसोस है कि वह समय से पहले आउट हो गए। पंजाब ने शिखर धवन (नाबाद 106) के शतक के बावजूद दिल्ली को पांच विकेट से हराकर खुद को प्लेऑफ की दौड़ में बनाए रखा है। पूरन ने इस मैच में 53 रन बनाए। पूरन ने 28 गेंदों का सामना कर छह चौके और तीन छक्के लगाए।
पूरन की बेहतरीन बल्लेबाजी का ही नतीजा था कि दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए आईपीएल के इस सीजन के इस 38वें मैच में दिल्ली ने टॉस जीतकर पहले खेलते हुए 164 रन बनाए थे, जबकि पंजाब ने 19 ओवरों में 5 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।
मैच के बाद पूरन ने कहा, शानदार मैच। हमने कई तरह से सुधार की बात की थी। मैंने अच्छी शुरुआत की लेकिन फिनिश नहीं कर सका। यह मेरे लिए निराशाजनक है। हमें अब हर हाल में मैच जीतने होंगे। हमारी टीम अच्छी बॉलिंग कर रही है। आशा है कि हम आगे भी अच्छा करेंगे।
पंजाब के लिए पूरन के अलावा ग्लेन मैक्सवेल ने 24 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 32 रन बनाए जबकि क्रिस गेल ने 13 गेंदों पर दो छक्कों और तीन चौकों की मदद से 29 रनों की पारी खेली। कप्तान लोकेश राहुल के बल्ले से 15 रन निकले। दीपक हुड्डा 15 और जेम्स नीशम 10 रनों पर नाबाद लौटे। दिल्ली की ओर से कगीसो रबाडा ने दो विकेट लिए जबकि अक्षर पटेल और रविचंद्रन अश्विन को एक-एक सफलता मिली।
इस जीत के बाद पंजाब की टीम आठ अंकों के साथ पांचवें स्थान पर पहुंच गई है। दिल्ली के खाते में 14 अंक हैं और वह अभी भी टॉप पर है। यह मैच जीतने की स्थिति में दिल्ली की टीम प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर गई होती। इधर, पंजाब ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है।(आईएएनएस)