ताजा खबर
असम सीएम का आभार माना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 मई। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिश्वा शरमा ने ओडिशा में चुनाव प्रचार के दौरान मंच से विष्णु सरकार की जनहितैषी योजनाओं की जम कर तारीफ की है। शरमा ने ओडिशा में भाजपा सरकार बनने पर इसे लागू करने की भी बात कही है। इस पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हिमंत बिश्वा शरमा का आभार प्रकट किया है।
सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा है- धन्यवाद हिमंताजी।
हमारा यह सौभाग्य है कि ‘मोदी गारंटी’ को अच्छी नीयत के साथ पूरा करते रहने के कारण छत्तीसगढ़ आज भरोसे का पर्याय बन गया है। प्रदेश में पिछली सरकार ने भरोसे का जो संकट पैदा किया था, उससे उबर कर छत्तीसगढ़ ने विश्वास की एक नयी कहानी लिखी है।
निसंदेह आपकी शुभकामना से प्रदेश में विश्वास और विकास की यह डोर और अधिक मजबूत होगी। पुन: धन्यवाद।
गौरतलब है कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिश्वा शरमा ने छत्तीसगढ़ सरकार की योजना की प्रशंसा करते हुए ओडिशा में भाजपा सरकार बनते ही किसानों व तेंदूपत्ता के साथ-साथ अन्य योजना को लागू करने की बात कही। श्री शरमा ने कहा कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार तेंदूपत्ता संग्राहकों का ध्यान रख रही है और सरकार, किसानों से धान लेकर उचित मूल्य दे रही है।
वहीं ओडिशा में बीजेडी सरकार ने सिर्फ और सिर्फ लूटने का कार्य किया है। छत्तीसगढ़ सहित असम में रामभक्तों को अयोध्या में राम मंदिर दर्शन हेतु सरकारी खर्च पर ले जाया जा रहा है। ओडिशा राज्य बड़ा है यहां से भाजपा सरकार बनते ही पांच लाख लोगों को दर्शन कराने ले जाया जाएगा।
मोदी के लिए आरएसएस एक्टिव
लोकसभा चुनावों के बीच छत्तीसगढ़ में आरएसएस कार्यकर्ताओं में यह चर्चा है कि वे भाजपा के लिए नहीं, बल्कि मोदी के लिए एक्टिव हैं। दरअसल, राज्य में भाजपा की सत्ता में वापसी के बाद यह संदेश गया कि भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ आरएसएस ने भी बड़ी मेहनत की। इसके बाद सरकार के निर्णयों और नियुक्तियों में आरएसएस के दखल की बात होने लगी। इसके विपरीत आरएसएस के लोगों का कहना था कि उनकी सिफारिशें सुनी ही नहीं गई। कई कार्यकर्ता, अफसर आरएसएस की सिफारिशें लिए घूमते रहे, लेकिन उन्हें न ओएसडी का पद मिला, न ही ? मनचाही पोस्टिंग मिली। संभव है कि चुनाव के बाद आरएसएस इस मसले पर आंखें तरेरे।
बृजमोहन की डिमांड ओडिशा में
केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान राज्य की सीमा से सटे ओडिशा के संबलपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वो प्रदेश भाजपा के सबसे ज्यादा समय तक प्रभारी रहे हैं। लिहाजा, यहां के छोटे-बड़े नेताओं से उनके व्यक्तिगत संबंध हैं। प्रधान के चुनाव में यहां के नेताओं की भी दिलचस्पी है।
सुनते हैं कि प्रधान ने स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को फोनकर प्रचार के लिए बुलाया है। बृजमोहन चुनाव प्रबंधन में माहिर माने जाते हैं। उनके साथ सीनियर नेताओं की एक टीम दो-तीन दिनों में संबलपुर पहुंचेगी। और प्रधान के चुनाव प्रचार का मोर्चा संभालेगी।
खास बात यह है कि संबलपुर इलाके में छत्तीसगढ़ी लोगों की संख्या अच्छी खासी है। ऐसे में कहा जा रहा है कि यहां के नेताओं के प्रचार से प्रधान को काफी फायदा होगा। अब छत्तीसगढ़ के नेताओं से प्रधान को कितनी मदद मिलती है यह तो चुनाव नतीजे आने के बाद पता चलेगा।
एक अनार, सौ बीमार
चर्चा है कि लोकसभा चुनाव नतीजे आने के बाद सरकार के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल मंत्री पद छोड़ देंगे। राजनीतिक हल्कों में उनका चुनाव जीतना तय माना जा रहा है। खासबात यह है कि बृजमोहन की जगह लेने के लिए पार्टी के कई नेता अभी से जोड़-तोड़ में लग गए हैं।
बताते हैं कि कुछ नेताओं की तो बृजमोहन अग्रवाल से चर्चा भी हुई है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, और धरमजीत सिंह भी बृजमोहन से मिलने उनके घर गए और चुनाव को लेकर चर्चा हुई। धरमलाल कौशिक का नाम मंत्री पद के लिए प्रमुखता से लिया जा रहा था। लेकिन अंतिम समय में वो रह गए।
इसी तरह धरमजीत सिंह का नाम भी चर्चा में है। उनका नाम विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए लिया जा रहा है। इससे परे पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने पहले और दूसरे चरण का चुनाव निपटने के बाद रायपुर लोकसभा में प्रचार की कमान सम्हाली थी।
चंद्राकर भी सीनियर हैं और खुद पीएम नरेन्द्र मोदी ने बस्तर की सभा में उन्हें काफी तवज्जो दिया था। ऐसे मेें उनकी स्वाभाविक दावेदारी है। दौड़ में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल और राजेश मूणत, लता उसेंडी व विक्रम उसेंडी भी पीछे नहीं है। देखना है कि साय कैबिनेट के दो खाली पद पर किसको मौका मिलता है।
लेकिन मंत्री पद के साथ-साथ बृजमोहन अग्रवाल विधायक पद भी ख़ाली कर सकते हैं, अगर वे सांसद बन जाते हैं। इसलिए उनके आसपास वे लोग भी टिकट मिलते ही मंडराने लगे हैं जो रायपुर दक्षिण से चुनाव लडऩा चाहते हैं। बृजमोहन के छोड़े जाने वाले शून्य पर दर्जन-दर्जन भर लोगों की नजऱ है।
अगले साल से पीएमश्री टॉपर?
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षाओं में पिछली बार की तरह इस बार भी स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालयों के विद्यार्थियों ने खासी सफलता हासिल की। प्रथम श्रेणी में आने वाले विद्यार्थियों का औसत भी इन स्कूलों में बाकी के मुकाबले अच्छा रहा। शिक्षकों और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी इनमें भी रही, लेकिन दूसरे सरकारी स्कूलों के मुकाबले पढऩे का माहौल छात्र-छात्राओं को बेहतर मिला, जो नतीजों से साफ है। महंगी फीस वाले निजी स्कूलों से अच्छे नंबर लाने वाले छात्रों की संख्या बहुत कम रही।
दूसरी ओर पीएम श्री (पीएम- स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) सन् 2022 में घोषित केंद्र सरकार की योजना है। प्रदेश में अब तक 200 पीएम श्री स्कूल खुल चुके हैं। सन् 2024-25 में 400 और खोलने की तैयारी है। खबर यह है कि सरकार ने 311 पीएम श्री स्कूलों का प्रस्ताव केंद्र को भेजा है और इन स्कूलों को स्वामी आत्मानंद स्कूलों की जगह पर ही खोला जाएगा। कांग्रेस ने इसका विरोध किया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिनकी यह प्राथमिकता वाली योजना थी, ने कहा है कि स्वामी आत्मानंद स्कूलों का नाम बदलना साधु-संतो का अपमान होगा। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने भी विरोध दिया है। एक पैरेंट्स एसोसियेशन की ओर से भी आपत्ति दर्ज कराई गई है।
स्वामी आत्मानंद स्कूलों के लिए शिक्षा विभाग ने पहले अलग से बजट नहीं रखा था। डीएमएफ फंड से इंफ्रास्ट्रक्चर और अस्थायी शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है। इनके टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को सरकारी कर्मचारियों की तरह सुविधा नहीं है। दूसरी ओर पीएम श्री योजना का पूरा फंड फिलहाल केंद्र से मिल रहा है। सन् 2027 तक केंद्र सरकार इसका खर्च उठाएगी, उसके बाद राज्यों को जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी।
इस तरह से पीएमश्री स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों का भविष्य अधिक सुरक्षित दिखाई देता है, मगर सवाल इस बात का है कि क्या नाम बदलेगा? स्वामी आत्मानंद प्रदेश के शीर्ष विभूतियों में से एक हैं। पर यह नामकरण कांग्रेस के कार्यकाल में किया गया है। इन स्कूलों का नाम लेते ही भूपेश सरकार की याद आ जाती है। दूसरी तरफ अब प्रदेश में भाजपा की सरकार है। पीएम श्री से मोदी का नाम जुड़ा लगता है। बच्चों को इस सियासत से ज्यादा मतलब नहीं होगा। स्कूल चाहे स्वामी आत्मानंद नाम पर हो या पीएमश्री पर, पढ़ाई का माहौल ऐसा हो कि उन्हें उड़ान भरने का मौका मिले।
तपेदिक की दवा की दरकार
पिछले साल अक्टूबर में जब अखबारों में टीबी रोधी दवाओ की कमी की खबरें आईं तो केंद्र सरकार ने इसका खंडन कर दिया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सभी राज्यों में इसकी नियमित आपूर्ति की जा रही है और हमारे पास 6 माह का स्टाक है। पिछले महीने अप्रैल में जब राज्यों में संकट गहरा गया तो केंद्र ने हाथ खड़े कर दिये। उन्होंने राज्यों से कहा कि अपने स्तर पर निजी सप्लायरों से खरीदी कर लें। मगर, फार्मेसी वाले यह दवा रखते नहीं है। जिस दवा की मुफ्त में आपूर्ति की जाती हो उसका स्टाक भला वे क्यों रखें। हालत यह है कि देश के तमाम टीबी मरीजों को दवा नहीं मिल रही है। अकेले छत्तीसगढ़ में ऐसे 12 हजार मरीज हैं। विभिन्न रिपोर्ट्स को खंगालने से इतना ही पता चलता है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने दवा खरीद के लिए टेंडर जारी करने में देरी की। मगर इस बीच टीबी मरीजों की हालत बिगड़ रही है। टीबी का उन्मूलन राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में से एक है। दवाओं की किल्लत ने इस लक्ष्य को वर्षों पीछे कर दिया है।
हाईवे के नीचे टाइगर...
मध्यप्रदेश के सिवनी से महाराष्ट्र के नागपुर तक जाने वाली सडक़ नेशनल हाईवे नंबर 44 घने जंगलों से गुजरती है। वन्य जीवों के विचरण वाले इलाकों में इस सडक़ को ऊंचा उठाकर नीचे पुलिया बना दी गई है ताकि बिना सडक़ क्रॉस किये वन्य प्राणी एक ओर से दूसरी ओर जा सकें। एक सैलानी ने इसी हाईवे के नीचे से गुजर रहे एक टाइगर की तस्वीर सोशल मीडिया पर डाली है। ([email protected])
नई दिल्ली, 11 मई । एलन मस्क द्वारा संचालित एक्स कॉर्प ने 26 मार्च से 25 अप्रैल के बीच भारत में 184,241 अकाउंट्स पर बैन लगा दिया। इनमें ज्यादातर अकाउंट बाल यौन शोषण और गैर-सहमति नग्नता को बढ़ावा देने वाले थे।
माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने देश में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए 1,303 अकाउंट्स को भी हटा दिया। कुल मिलाकर एक्स ने इस अवधि में 185,544 अकाउंट्स पर बैन लगाया।
एक्स ने नए आईटी नियम, 2021 के अनुपालन में अपनी मासिक रिपोर्ट में कहा, "उसे अपने शिकायत निवारण तंत्र (ग्रीवेंस रिड्रेसल मैकेनिज्म) के माध्यम से एक ही समय सीमा में भारत में यूजर्स से 18,562 शिकायतें प्राप्त हुईं।"
इसके अलावा, कंपनी ने 118 शिकायतों पर कार्रवाई की जो अकाउंट सस्पेंशन (निलंबन) के खिलाफ अपील कर रही थीं।
कंपनी ने कहा, "स्थिति की बारीकियों की समीक्षा करने के बाद हमने इनमें से चार अकाउंट्स के निलंबन को पलट दिया। शेष रिपोर्ट किए गए अकाउंट निलंबित रहेंगे।"
हमें इस रिपोर्टिंग अवधि के दौरान अकाउंट्स के बारे में सामान्य सवालों से संबंधित 105 अनुरोध मिले।
भारत से अधिकांश शिकायतें प्रतिबंध उल्लंघन (7,555), इसके बाद घृणित आचरण (3,353), संवेदनशील वयस्क सामग्री (3,335) और दुर्व्यवहार/उत्पीड़न (2,402) के बारे में थीं।
(आईएएनएस)
श्रीनगर, 11 मई । जम्मू-कश्मीर की पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (पीसी) ने पार्टी अध्यक्ष सज्जाद लोन द्वारा एक्स पर शेयर एक गाने के संबंध में चुनाव आयोग द्वारा नोटिस जारी करने पर उसकी आलोचना की है।
पार्टी प्रवक्ता अदनान अशरफ मीर ने कहा," यह गीत पार्टी ने नहीं, बल्कि कश्मीरी युवाओं ने तैयार किया है। यह कश्मीरियों की भावनाओं का प्रतीक है। यह उनकी पीड़ा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस गाने को चुनावी मानदंडों के उल्लंघन के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।"
उन्होंने चुनाव आयोग से नियमों को समान रूप से लागू करने का आग्रह किया।
प्रवक्ता ने कहा, “यह निराशाजनक है कि चुनाव आयोग दूसरों के प्रति उदारता दिखाते हुए हमारी पार्टी को जांच के लिए चुनता है। उन्होंने कहा, बिना किसी पूर्वाग्रह के सभी राजनीतिक दलों को समान अवसर उपलब्ध कराया जाना चाहिए।''
(आईएएनएस)
कोलकाता, 11 मई । भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए आगामी चार चरणों के लोकसभा चुनावों में 'प्रारंभिक कार्रवाई फॉर्मूला' अपनाएगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के एक सूत्र ने 'प्रारंभिक कार्रवाई फॉर्मूले' को समझाते हुए शनिवार को कहा कि यह रणनीति बहुआयामी होगी।
सबसे पहले, मतदान शुरू होने के पहले घंटे से ही केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान मतदान केंद्रों के आसपास राजनीतिक दलों के समर्थकों को इकट्ठा होने से रोकेंगे।
सूत्र ने कहा, "संभावित उपद्रवियों व अपराधियों के मामले में कठोर कार्रवाई की जाएगी।"
दूसरा, चिन्हित किए गए "प्रभावशाली" स्थानीय नेताओं की लगातार निगरानी की जाएगी। उन्हें मतदान केंद्रों के पास अपने सहयोगियों के साथ लंबे समय तक इकट्ठा होने से रोका जाएगा।
इसे मतदान शुरू होने के पहले घंटे से ही लागू कर दिया जाएगा।
तीसरा, आदतन अपराधियों को दिन भर के लिए हिरासत में लिया जाएगा और मतदान बंद होने के एक घंटे पहले रिहा किया जाएगा, ताकि वे मतदान कर सकें।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि 'प्रारंभिक कार्रवाई फॉर्मूला' को सात मई को चुनाव के तीसरे चरण में एक सीमित सीमा तक लागू किया गया था।
सूत्रों ने कहा, "चौथे चरण से यह फॉर्मूला अधिक विस्तृत और सख्ती से लागू किया जाएगा।"
(आईएएनएस)
उत्तरकाशी, 11 मई । उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2024 का विधिवत शुभारंभ 10 मई से हो गया। अक्षय तृतीया पर तीन धामों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस बीच यात्रा के पहले दिन यमुनोत्री धाम में 2 श्रद्धालुओं की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
यात्रा शुरू हुए अभी एक दिन ही हुआ था कि पहले ही दिन यमुनोत्री धाम में 2 श्रद्धालुओं की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। एक श्रद्धालु की पहचान मध्य प्रदेश के सागर जिले के रामगोपाल और दूसरे की उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की विमला देवी के रूप में हुई है।
पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार की शाम अलग अलग स्थानों पर हार्ट अटैक से श्रद्धालुओं की मौत हो गई।
एसएचओ संतोष सिंह कुंवर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि पंचनामा की कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि 12 मई को सुबह 6 बजे चौथे धाम बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे।
(आईएएनएस)
विधि विभाग से राय मांगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 मई। भारतीय पुलिस सेवा के जबरिया रिटायर किए गए अफसर जी.पी.सिंह की बहाली पर विचार चल रहा है। इस सिलसिले में विधि विभाग से राय मांगी गई है।
कैट ने एडीजी रैंक के अफसर जी.पी.सिंह को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने के आदेश को खारिज कर दिया है। भूपेश सरकार की अनुशंसा पर 94 बैच के आईपीएस जी.पी.सिंह को करीब डेढ़ साल पहले रिटायर कर दिया गया था। उनके खिलाफ राजद्रोह का भी प्रकरण था जिस पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है।
कैट ने जी.पी.सिंह को बहाल करने के आदेश दिए हैं। इसके बाद राज्य सरकार कैट के आदेश का परीक्षण कर रही है। सूत्रों के मुताबिक विधि विभाग से परामर्श लिया जा रहा है।
वैसे तो जबरिया रिटायर किए गए दो आईपीएस अफसर ए.एम.जूरी, और के.सी.अग्रवाल को बहाल किया गया था। मगर जी.पी.सिंह का प्रकरण अलग है। उनके खिलाफ पिछली सरकार में आपराधिक प्रकरण भी दर्ज हुए थे।
सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार इस मामले में केन्द्र से मार्गदर्शन मांगने की तैयार कर रही है। इससे पहले पूर्व प्रमुख सचिव बी.एल.अग्रवाल के प्रकरण में भी कैट ने बहाली के आदेश दिए थे, लेकिन इसको केन्द्र सरकार ने दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी। इसके बाद उनकी बहाली रूक गई थी। मगर जी.पी.सिंह के मामले में राज्य सरकार का रूख सकारात्मक है, और चर्चा है कि सरकार बहाली के लिए केन्द्र को लिख सकती है। बहरहाल, जी.पी.सिंह के प्रकरण पर जल्द फैसला होने के आसार हैं।
रायबरेली, 11 मई । कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी का विरोध करके अपनी पहचान बनाई है लेकिन इस बार वह अमेठी में ऐसा नहीं कर पाएंगी और उन्हें हार का सामना करना पड़ेगा।
बघेल ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में अमेठी और रायबरेली दोनों सीटों पर बड़े अंतर से जीत हासिल करेगी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को इस बार पार्टी ने रायबरेली से चुनाव मैदान में उतारा है और वह भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। गांधी परिवार के सहयोगी किशोरी लाल शर्मा अमेठी में स्मृति ईरानी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
राहुल गांधी 2019 में अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव हार गए थे और ईरानी ने जीत दर्ज की थी। बघेल ने कहा कि दोनों सीटों से गांधी परिवार के घनिष्ठ संबंध रहे हैं पहले इंदिरा गांधी फिर संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी सभी ने इन दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में से किसी एक से चुनाव लड़ा है।
बघेल ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा, यहां के हर घर से उनके पारिवारिक रिश्ते हैं। रायबरेली से राहुल गांधी को उतारने का फैसला आलाकमान का था और हमारे नेता पहले ही इस बारे में बात कर चुके हैं। हम दोनों सीटों से लड़ रहे हैं। किशोरी लाल शर्मा जी 40 वर्षों से अधिक समय से लोगों की सेवा कर रहे हैं। उनका भी हर घर से नाता रहा है।
बघेल ने कहा, दूसरा पक्ष डरा हुआ है, खासकर स्मृति ईरानी क्योंकि उनकी पहचान राहुल गांधी के विरोध से ही बनी है। अब वह किसका विरोध करेंगी? वह अब जाल में फंस गई हैं और उन्हें हार का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, किशोरी लाल शर्मा उन्हें बड़े अंतर से हराएंगे। हम दोनों सीटें बड़े अंतर से जीतेंगे। (भाषा)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 11 मई। कटनी-गुमला नेशनल हाईवे पर एक प्रेमी जोड़े का बाइक पर स्टंट करते हुए वीडियो सामने आया है। इस वीडियो को पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने अपने कैमरे में कैद किया है।
पुलिस के अनुसार 10 मई को विनय साय (20) गोमाला थाना कुरडेग जिला सिमडेगा एवं उसके साथ रही एक 18 वर्षीय युवती दोनों एक स्पोर्टस बाईक में सवार होकर खतरनाक तरीके से स्टंटबाजी करते हुये नेशनल हाईवे 43 पर कुनकुरी की ओर जा रहे थे।
इसी दौरान वे दोनों पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह की कार को देखकर भाग रहे थे, उनका पीछा कर एवं पकडक़र कुनकुरी पुलिस को वैधानिक कार्रवाई के लिए सौंप दिया गया।
खतरनाक तरीके से वाहन चलाने के लिये मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 179(2) के तहत् कार्यवाही करते हुये 500 रू. का चालान काटा गया। इस दौरान युवक विनय साय तरह-तरह की अर्नगल बातें कर रहा था, जिसे कड़ाई से हिदायत दी गई एवं भविष्य में स्टंटबाजी नहीं करना कहा गया।
पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने कहा कि जशपुर पुलिस के समस्त थाना/चौकी प्रभारी द्वारा बाईक में स्टंटबाजी करने वालों, नशे की हालत में वाहन चलाने, तेज रफ्तार में वाहन चलाने वालों के विरूद्ध महाअभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
श्रीनगर, 11 मई । उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू हो चुकी है। सिर्फ एक दिन बाद ही बारिश के कारण यात्रा प्रभावित हो गई।
शनिवार को भारी बारिश के कारण बद्रीनाथ-ऋषिकेश हाईवे पर सिरोबगड़ के पास मलबा गिरने से मार्ग बंद हो गया। इस वजह से हाईवे के दोनों ओर बड़ी संख्या में वाहन फंस गए। लगातार बारिश के कारण बार-बार मलबा गिरने से हाईवे साफ करने में दिक्कत आ रही है।
वहीं हाईवे पर यात्रियों के वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं। साथ ही मौके पर पुलिस फोर्स भी तैनात है। पीडब्ल्यूडी विभाग हाईवे से मलबा हटाने में जुटा है।
श्रीनगर के कोतवाल प्रभारी होशियार सिंह ने बताया कि रुद्रप्रयाग के बीच सिरोबगड़ के पास भी पहाड़ी से भारी मलबा गिरने से हाईवे बंद हो गया है। लगातार बारिश के कारण पहाड़ी से मलबा गिर रहा है।
उन्होंने आगे बताया कि पीडब्ल्यूडी विभाग को इसकी सूचना दे दी गई। इसके बाद विभाग ने सिरोबगड़ के पास से जेसीबी मशीन से मलबा हटाने का काम शुरू किया।
श्रीनगर की उपजिलाधिकारी नूपुर वर्मा ने बताया कि चारधाम यात्रा और बारिश को लेकर पहले ही सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। यदि हाईवे देर तक बंद होता है तो वाहनों को वैकल्पिक मार्गों की तरफ डायवर्ट किया जाएगा। प्रशासन ने पहले से भी बरसात को लेकर अपनी तैयारी की हुई है।
(आईएएनएस)
तीन दिन बाद मिली लाश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मुंगेली, 11 मई। महिला सरपंच ने पति से हुए विवाद के बाद अपनी 3 वर्षीय मासूम बेटी को अचानकमार के जंगल में छोड़ आई, छोडऩे के वह भूल गई कि बच्चे को कहां छोड़ा है। भूख-प्यास से बच्ची की मौत हो गई और चार दिन बाद लाश मिली। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ज्ञात हो कि मामला मुंगेली जिले के लोरमी क्षेत्र का है। अचानकमार टाइगर रिजर्व के जंगल से लगे पटपरहा पंचायत में संगीता गोंड़ सरपंच है। उसका अपने पति के साथ आए दिन झगड़ा होता था। पिछले दिनों भी किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ।
गुस्से में आकर वह अपने दूधमुंहे बच्चे और 3 साल की बेटी अनुष्का को लेकर अचानकमार के जंगल की ओर चली गई। फिर वह अनुष्का को जंगल में ही छोडक़र वापस आ गई। परिजनों ने उससे पूछताछ की तो बताया कि वह उसे जंगल में छोड़ आई है। ये सुनकर परिजनों के होश उड़ गए।
उन्होंने न सिर्फ खुद जंगल में उसकी तलाश शुरू की, बल्कि पुलिस को भी सूचना दी। बच्ची का कहीं कुछ पता नहीं चल रहा था। आखिरकार 4 दिनों बाद बच्ची की लाश जंगल से बरामद कर ली गई। बहरहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और बच्ची के शव को पीएम के लिए भेजा है। माना जा रहा है कि जल्द ही पुलिस महिला को गिरफ्तार करेगी।
बलांगीर, 11 मई । ओडिशा के बलांगीर में प्रधानमंत्री मोदी ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बीजू जनता दल (बीजेडी) के प्रमुख और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर तीखा हमला बोला। इस दौरान पीएम मोदी ने सीएम पटनायक को मंच से ओडिशा के बिना कागज लिए 10 गांवों के नाम बताने का चैलेंज दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आपके इलाके में मुख्यमंत्री चुनाव लड़ने के लिए आए हैं। गाजे बाजे से उनकी विदाई कर दीजिए। अगर नवीन पटनायक आपके यहां चुनाव प्रचार के लिए आ जाएं और आपके नसीब में उनसे मिलना हो जाए, क्योंकि वह किसी से मिलते नहीं है। लेकिन, आपका उनसे मिलना हो जाए तो उनसे पूछना कि आप जहां से चुनाव लड़ रहे हैं, बिना कागज लिए वहां के 10 गांवों के नाम बोल दीजिए। वे दस गांवों के नाम नहीं बता पाएंगे।
पीएम मोदी ने कहा, इतने साल मुख्यमंत्री रहे और जहां चुनाव लड़ने आए हैं, वहां के 10 गांवों के नाम बिना कागज के बोल दें, वे यहां की जमीन से कटे हुए हैं, वे आपसे कटे हुए हैं, वो आपके दुख नहीं जानते। वो आपके सपने को नहीं समझते, वो आपके सामर्थ्य को नहीं जानते हैं।
रैली में मौजूद लोगों से पीएम मोदी ने सवाल किया कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद क्या ओडिशा का जन्म हुआ। ओडिशा की धरती, ओडिशा की संस्कृति हज़ारों साल पुरानी है। लेकिन कांग्रेस ने सिर्फ यहां की गरीबी की तस्वीरें ही दुनिया को दिखाई। बीजेडी ने भी न गरीबी दूर करने के लिए कुछ किया और न कांग्रेस के प्रयासों को रोकने की हिम्मत दिखाई। लेकिन आपका ये बेटा ओडिशा की गौरवमयी धरोहर को मां भारती का सर्वश्रेष्ठ आभूषण मानता है।
पीएम मोदी ने कहा कि जब दिल्ली में जी-20 सम्मेलन हुआ था, पूरी दुनिया के बड़े-बड़े नेता आए, तो मैंने वहां कोणार्क सूर्य मंदिर के चक्र के सामने उनकी तस्वीरें खिंचवाई। दुनिया के बड़े-बड़े नेताओं के घर में कोणार्क सूर्य मंदिर के चक्र वाली तस्वीर है। हमारी सरकार ने ही ओड़िया वीरता के प्रतीक पाइका संग्राम के मेमोरियल को स्वीकृति दी। हमारी सरकार ने पाइका संग्राम के सम्मान में एक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया। और सबसे बड़ी बात, ये भाजपा सरकार ही है, जिसने पहली बार एक आदिवासी बेटी को देश का राष्ट्रपति बनाया। आज ओडिशा की बेटी देश की तीनों सेनाओं को कमांड करती है। आज ओडिशा की बेटी राष्ट्र का गौरव है। आज ओडिशा की बेटी राष्ट्र को दिशा दे रही है।
(आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 11 मई। आज सुबह बलौदाबाजार के आदिवासी विभाग में डाटा एंट्री ऑपरेटर की लाश उसके ही कार में मिली। सुबह-सुबह घूमने निकले लोगों ने उसकी हालत को देखकर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंचकर कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू की।
मृतक के पर्स से मिले लायसेंस व जिला निर्वाचन अधिकारी के ड्यूटी आदेश से उसकी पहचान हुई। इसके बाद उनके अधिकारियों व परिजनों को सूचना दी और परिजनों के पहुंचने पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया।
फिलहाल, मौत कैसे हुई इसका पता नहीं चला है। मृतक की कार में शराब के बोतल, डिस्पोजल गिलास, मोबाइल, बैग मिले हैं। मृतक के साथ और कौन था, इसका पता नहीं चला है। कोतवाली पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
जांच अधिकारी सहायक उपनिरीक्षक राजेन्द्र पाटिल ने बताया कि आज सुबह राहगीरों ने सूचना दी कि कार में चालक अपने सीट पर बैठा है। हील-डुल नहीं रहा, जिसके बाद मौके पर पहुंचकर तलाश की गई।
पर्स में मिले लायसेंस व जिला निर्वाचन अधिकारी का ड्यूटी आदेश से उसकी पहचान बसंत कोसले डाटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में हुई। परिजनों को सूचना देकर बुलाया गया है। कार में शराब की बॉटल, मोबाइल और बैग मिला है। मौत कैसे हुई, यह पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 11 मई। जगदलपुर से भुनेश्वर की जा रही हीराखंड एक्सप्रेस में चढऩे के दौरान एक यात्री का पैर फिसल गया। हादसे में घायल यात्री को आरपीएफ के जवानों के द्वारा महारानी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आरपीएफ के जवानों ने बताया कि भुनेश्वर निवासी गिरीश सेंड्रे 45 वर्षीय किसी काम से जगदलपुर आये हुए थे, जहाँ काम खत्म होने के बाद शुक्रवार की शाम को हीराखंड एक्सप्रेस की मदद से वापस अपने घर जाने के लिए ट्रेन में चढ़ रहे थे, कि तभी पैर फिसलने से गिर पड़े। इस घटना के बाद 15 मिनट की देरी से ट्रेन भुवनेश्वर रवाना हुई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर,11 मई। नाना के घर 10 दिनों से आया 14 वर्षीय बालक बीती रात को घर से लापता हो गया। शनिवार की सुबह बच्चे का शव इंद्रानती नदी के नए पुल के पास तैरता हुआ पाया गया। इसके अलावा घर में एक आत्महत्या नोट भी बरामद किया गया है, जिसमें परिजनों के द्वारा पबजी खेलने नहीं देने का जिक्र किया गया है।
कोतवाली थाना प्रभारी सुरेश जांगड़े ने बताया कि बनारस के मुगलसराय में रहने वाले सुनील गुप्ता का छोटा बेटा अभिनव गुप्ता अपनी माँ सुसुम के साथ नाना रामदुलारे के लालबाग निवास में रहने के लिए आया हुआ था। बेटे के द्वारा लगातार पबजी खेलने को लेकर परिजनों के द्वारा काफी बार मना किया गया, लेकिन उसने खेलना नहीं छोड़ा, जिसके कारण माँ बेटे को लेकर अपने नाना के घर आ गई, जहाँ इस लत को देखते हुए बेटे को दिए गए फोन को छीन लिया गया।
गुस्से में अभिनव शुक्रवार की शाम को पैदल घर से निकल गया, जिसके बाद परिजनों ने काफी खोजबीन किया, लेकिन कहीं नहीं मिलने पर थाना कोतवाली में शिकायत दी गई।
रात भर बच्चे की परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ भी पता नहीं चला। सुबह डोंगाघाट के बच्चे जब नदी में नहाने के लिये आये तो एक शव को पानी में तैरता देख पुलिस को सूचना दी।
सूचना पर मौके पर पहुँची पुलिस ने शव को बाहर निकाला। परिजनों को भी बुलाया गया, जहां परिजनों ने शव अभिनव का होना बताया। शव को पीएम के लिए मेकाज भेजा गया है, वहीं बच्चे के इस तरह से आत्महत्या करने से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है, वहीं पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
कंधमाल, 11 मई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार 11 मई को ओडिशा के कंधमाल में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करने पहुंचे। यहां उन्होंने मंच पर पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित ओडिशा की आदिवासी कवयित्री पूर्णमासी जानी को नमन किया और उनके पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया।
पीएम मोदी ने आदिवासी कवयित्री पूर्णमासी जानी के पैर छुए तो उनको उन्होंने आशीर्वाद भी दिया। वह भी पीएम मोदी के पैर छूने के लिए झुकी लेकिन उन्होंने उनके हाथ पकड़ लिए और जानी से कहा कि आपने बहुत काम किया है।
80 वर्षीय आदिवासी कवयित्री पूर्णमासी जानी राज्य के एक कवि होने के साथ ही एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं, जिन्होंने उड़िया, कुई और संस्कृत में 50,000 से अधिक भक्ति गीतों की रचना की है।
उन्हें 2021 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। जानी को आदिवासी संस्कृति और कला में उनके योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। उन्हें आदिवासी आध्यात्मिक गतिविधियों के गहन ज्ञान के लिए 'तदिसोरु बाई' के नाम से जाना जाता है।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने ओडिशा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के लिए जनता से आशीर्वाद मांगा और भरोसा जताया कि राज्य में पहली बार डबल इंजन की सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा, ''भारत ने मन बना लिया है कि एनडीए (लोकसभा में) 400 के पार जाएगा। कांग्रेस के लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि देश ने अब तय कर लिया है कि 4 जून को उन्हें विपक्ष में बैठने के लिए भी जरूरी सीटें नहीं मिलेंगी।''
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 मई । पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राजभवन की एक महिला कर्मचारी द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए छेड़छाड़ के आरोपों के बाद गुरुवार (9 मई) को लगभग 50 से अधिक लोगों को 2 मई के परिसर के सीसीटीवी फुटेज दिखाए.हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक असामान्य स्क्रीनिंग के लिए कोलकाता में राजभवन के प्रतिष्ठित हॉल में एक अंधेरे कमरे में 50 से अधिक लोगों की भीड़ एकत्र हुई.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्यपाल सीवी आनंद बोस अपने ऊपर लगे आरोपों से खुद को बेदाग साबित करने की कोशिश में 2 मई की फुटेज प्रसारित करने वाले थे, जिस दिन उनके कार्यालय में एक अस्थायी कर्मचारी ने उन पर यौनउत्पीड़न का आरोप लगाया था. स्क्रीनिंग के समय बोस हॉल में मौजूद नहीं थे लेकिन वह राजभवन के परिसर में मौजूद थे.
दर्शकों को राजभवन के उत्तरी गेट पर लगे दो सीसीटीवी कैमरों की 69 मिनट की फुटेज दिखाई गई. फ़ुटेज में बहुत कम गतिविधि थी, जिसमें मुख्य रूप से सफेद वर्दी में लगभग 30 से 40 पुलिस कर्मियों को परिसर के विशाल लोहे के गेटों के आसपास घूमते हुए दिखाया गया है.
हालांकि, कुछ सेकंड के लिए वीडियो में शिकायतकर्ता को – उनका चेहरा ब्लर किए बिना राजभवन की मुख्य इमारत से बाहर निकलते हुए और उत्तरी गेट के पास परिसर के अंदर तैनात पुलिसकर्मियों से बात करते हुए दिखाया गया.
उनका खुद को बेदाग साबित करने के लिए की गई स्क्रीनिंग ने अब बोस को एक नए विवाद में डाल दिया है, जहां शिकायतकर्ता महिला ने उन पर पहचान उजागर करने का आरोप लगाया है. उन्होंने मीडिया से कहा, ‘ऐसा करके उन्होंने न सिर्फ मेरा बल्कि मेरे परिवार का अपमान किया है.’
महिला ने बोस पर दो बार उसके साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है क्योंकि उनका कहना है कि यह उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है. आरोप लगाए जाने के कुछ घंटों बाद राज्यपाल ने 2 मई को रात 9.20 बजे एक बयान जारी कर आरोपों से इनकार किया था और राजभवन में पुलिस के प्रवेश पर रोक लगा दी थी.
बोस ने बुधवार को घोषणा की थी कि वह 2 मई की फुटेज जारी करेंगे और गुरुवार को इसे राजभवन परिसर के अंदर उन पहले 100 लोगों के लिए प्रसारित करेंगे जिन्होंने इसे देखने के लिए ईमेल के जरिये अनुरोध किया था. बताया गया है कि लगभग 50 लोग, जिनमें से अधिकांश मीडिया कर्मी और राजभवन कर्मचारी थे, जल्दबाजी में आयोजित इस स्क्रीनिंग के लिए पहुंचे थे.
हालांकि, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि उन्हें कोई फुटेज नहीं मिला है, लेकिन पीड़िता ने इसे प्रसारित करने के लिए राज्यपाल की आलोचना की है.
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला ने गुरुवार को कहा, ‘मेरी अनुमति के बिना मेरे चेहरे को बिना ब्लर किए लोगों को दिखाया गया और ऐसा करना एक अपराध है. कार्यक्रम में शामिल एक व्यक्ति से मुझे मेरा वीडियो मिला, जिसमें मुझे ब्लर नहीं किया गया था. इसका मतलब है कि मुझे बदनाम करने के लिए ये वीडियो फैलाए जा रहे हैं.’ भारतीय कानून के मुताबिक कोई भी व्यक्ति यौन उत्पीड़न की शिकायत करने वाले की पहचान को उजागर नहीं कर सकता है.
शिकायतकर्ता ने कहा, ‘सीसीटीवी वीडियो से पता चलता है कि मैंने उत्तरी गेट पर पुलिस से संपर्क किया. ये हास्यास्पद है. अगर ग्राउंड फ्लोर की सीसीटीवी इमेज भी जारी की जाए तो उसमें दिखेगा कि मैं रो रही हूं. मैं एक आम नागरिक हूं और वे राज्यपाल हैं. उन्हें पुलिस को जांच करने की अनुमति देनी चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘अगर वह निर्दोष थे, तो उन्होंने पुलिस जांच की अनुमति दी होती. मैं लाई-डिटेक्टर जैसे किसी भी तरह के परीक्षण का सामना करने के लिए तैयार हूं.’
राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि राज्यपाल ने ‘अप्रासंगिक फुटेज’ साझा किया है.
राज्य की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल की आबादी 10 करोड़ से अधिक है. फुटेज को केवल 100 लोगों के साथ साझा किया गया था. लेकिन उन्होंने इसे पुलिस के साथ साझा करने से इनकार कर दिया है. सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि महिला उत्तरी गेट पर पुलिस के पास पहुंची. यह कितना प्रासंगिक है? वह पहले ही कह चुकी है कि उसने पुलिस से संपर्क किया जिसने शिकायत दर्ज करने में उसकी मदद की.’ (thewirehindi.)
कंधमाल, 11 मई । ओडिशा के कंधमाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के 'पाकिस्तान को सम्मान देना चाहिए, क्योंकि उनके पास परमाणु बम है' वाले बयान पर पलटवार किया। पीएम मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस बार-बार अपने ही देश को डराने की कोशिश करती है। वह कहते हैं संभल कर चलो पाकिस्तान के पास एटम बम है। ये मरे पड़े लोग देश के मन को भी मार रहे हैं।
उन्होंने कहा, कांग्रेस का हमेशा ऐसा ही रवैया रहा है, ये पाकिस्तान की बम-बम करते हैं, आज पाकिस्तान की हालत यह है कि अब वह बम बेचने के लिए निकले हैं। कोई खरीदने वाला मिल जाए। लेकिन, लोगों को उनकी बम की क्वालिटी का भी पता है वो माल भी बिकता नहीं है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस के इसी कमजोर रवैये के कारण जम्मू-कश्मीर के लोगों ने 60 साल तक आतंक भुगता है। देश ने इतने आतंकी हमले झेले हैं जो देश भूल नहीं सकता। आतंकियों को सबक सिखाने के बजाए ये लोग आतंकियों के साथ बैठक करते थे। 26/11 के मुंबई के भयंकर आतंकी हमले के बाद इनकी हिम्मत नहीं हुई कि वे आतंकवाद के सरपरस्त पर कार्रवाई करें, क्योंकि कांग्रेस-इंडी गठबंधन को लगता था अगर हम कार्रवाई करेंगे, तो हमारा वोट बैंक नाराज हो जाएगा।
उन्होंने आगे कहा, "26 साल पहले आज के दिन अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था और हमने यह दिखा दिया था कि देशभक्ति से ओतप्रोत सरकार, देश हित के लिए, देश की सुरक्षा के लिए, देश के लोगों की अपेक्षा के लिए कैसे काम करती है। मुझे याद है कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने जब पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था। दुनिया भर में जितना भारतीय समुदाय रहता था, वो गर्भ अनुभूति करता था और आजादी के बाद पहली बार विदेशी धरती पर भारतीय लोगों की तरफ सम्मान की नजर से देखा जाता है। एक वह दिन था जब भारत ने दुनिया को अपने सामर्थ्य का परिचय करवाया था और दूसरी तरफ कांग्रेस की सोच, कांग्रेस बार-बार लोगों को डराने की कोशिश करती है।"
बता दें कि कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने एक इंटरव्यू में कहा था कि भारत को पाकिस्तान को सम्मान देना चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है। वहीं, कांग्रेस पार्टी ने मणिशंकर अय्यर के पाकिस्तान को लेकर दिए गए बयान से किनारा कर लिया है।
(आईएएनएस)
सीतापुर, 11 मई । उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत से हड़कंप मच गया। नशेड़ी युवक ने अपनी मां-पत्नी और तीन बच्चों की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्याओं के बाद खुद को भी गोली मार ली।
युवक ने शनिवार तड़के वारदात को अंजाम दिया। घटना सीतापुर के रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र के पल्हापुर गांव की है। मामले की जानकारी मिलने पर सीओ, इंस्पेक्टर सहित तमाम पुलिस बल मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रिपोर्ट के अनुसार, बताया जा रहा है कि युवक नशे का आदी था। परिवार के लोग उसे नशा मुक्त केंद्र ले जाना चाहते थे। इसकी को लेकर रात में विवाद हुआ था।
(आईएएनएस)
मधुबनी, 11 मई । बिहार में मधुबनी जिले के झंझारपुर थाना क्षेत्र में एक सनकी युवक ने अपनी ससुराल में सास, पत्नी और दो मासूमों की पीट-पीटकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि दरभंगा के सदतपुर निवासी पवन कुमार शुक्रवार को अपनी ससुराल सूखेत गांव आया था।
इसी दौरान रात को किसी बात को लेकर उसकी पत्नी और सास से बहस हुई। इसके बाद सभी लोग सो गए थे। इसी दौरान पवन ने अपनी पत्नी सहित चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी। मृतकों में आरोपी की सास प्रमिला देवी, पत्नी पिंकी देवी का अलावा उसकी दो बेटियां शामिल हैं।
मृतक बच्चियों की उम्र चार साल और एक साल बताई जा रही है। आरोपी ने हत्या करने में पत्थर और जांता का उपयोग किया है।
झंझारपुर के थाना प्रभारी रंजीत कुमार ने बताया, "घटना की सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया है।"
उन्होंने बताया कि आरोपी पैसे की मांग कर रहा था, जिसे लेकर विवाद की बात बताई जा रही है। घटना के बाद आरोपी फरार बताया जा रहा है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
(आईएएनएस)
सुल्तानपुर, 11 मई । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता और गांधी परिवार की बहू मेनका गांधी अभी सुल्तानपुर से सांसद हैं। भाजपा ने उन्हें फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है। वह, प्रचार में नुक्कड़ सभाएं तो कर ही रहीं हैं, दरवाजे-दरवाजे जाकर लोगों से व्यक्तिगत रूप से भी मिल रही हैं। वह कहती हैं कि लोगों से सीधा संवाद ही जीत पक्की करती है। अपने बेटे वरुण गांधी के बारे में मेनका गांधी ने कहा कि उनका कद बड़ा है। उनके भविष्य की कोई चिंता नहीं है।
उन्होंने आईएएनएस से विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बातचीत की। पेश है बातचीत के कुछ अंश :
सवाल : वरुण गांधी इस चुनाव में आपकी कैसे मदद कर रहे हैं?
जवाब : वरुण इस चुनाव में आना चाहते हैं, लेकिन अभी मौसम के कारण उन्हें परेशान नहीं करना चाहती हूं। फिलहाल, प्रचार अच्छा चल रहा है। अगर जरूरत पड़ेगी तो देखेंगे।
सवाल : वरुण गांधी के राजनीतिक भविष्य को लेकर आप कितनी चिंतित है?
जवाब : उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर बिल्कुल भी चिंतित नहीं हूं। वरुण का कद बड़ा है। उनमें अक्ल और धैर्य भी है। वह देश से प्यार भी करते हैं। जो भी करेंगे, अच्छा करेंगे।
सवाल : भारतीय जनता पार्टी को इस चुनाव में आप कितनी सीटों पर विजयी होते देख रही हैं?
जवाब : पार्टी ने 400 पार का लक्ष्य रखा है। अच्छा होगा अगर लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं। यदि मैं ज्योतिषी होती तो कितना मजा आता। नहीं! (हंसते हुए)
सवाल : रायबरेली और अमेठी को गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है, लेकिन कांग्रेस सिर्फ एक सीट पर सीमित है, इसे कैसे देखती हैं?
जवाब : एक सीट से चुनाव लड़ तो रहे हैं न। अमेठी के बारे मैं कौन होती हूं कुछ कहने वाली। मैं तो अपने तक ही सीमित हूं।
सवाल : विपक्ष बार-बार आरोप लगा रहा है कि आपके पास कोई मुद्दा नहीं है। भाजपा, ध्रुवीकरण की कोशिश कर रही है?
जवाब : सुल्तानपुर में विकास के बारे में बोलकर चुनाव लड़ रहे हैं। कोई ध्रुवीकरण जैसी बात नहीं है।
सवाल : यहां पर उद्योग विकसित करने के बारे में आप क्या सोच रही हैं?
जवाब : इस इलाके को इंडस्ट्रियल बेस बनाने का कोई फायदा नहीं है। अमेठी में ऐसा करके हम देख चुके है। वहां फेल हो चुके हैं। इसकी जगह जयसिंह पुर में छोटे उद्योग को विकसित कर रहे हैं। हालांकि इसकी जगह कृषि विज्ञान केंद्र विकसित करने की भी सोच रही हूं। मेंहदी और बांस के काम को बढ़ावा देकर हम करोड़ों रुपए कमा सकते हैं। लोगों को अच्छा रोजगार भी मिल जायेगा।
सवाल : 2019 के बाद इस चुनाव को कैसे देख रही हैं?
जवाब : जब मैं यहां चुनाव लड़ने आई थी तो मुझे कोई जानता नहीं था। समय बहुत कठिन था। प्रतिद्वंदी दो दल, एक साथ मिलकर लड़ रहे थे। इस बार मुझे लोग अच्छे से जानते हैं। यहां लगातार मैं लोगों के बीच रही हूं। अब सुल्तानपुर में कानून व्यवस्था और अन्य बिगड़ी चीजें काबू में है। यह पीलीभीत की तरह शांत है।
सवाल : 2019 की अपेक्षा इस बार कितने मार्जिन से जीतने की संभावना है?
जवाब : इस चीज पर मेरा विश्वास नहीं है। जीत, जीत होती है। अगर मौसम ठीक रहा तो लोग ज्यादा निकलते हैं। खराब रहा तो कम।
सवाल : पहले और दूसरे चरण में चुनाव का प्रतिशत घटने के बारे में क्या कहना है?
जवाब : आमतौर पर हर चुनाव में मतदान प्रतिशत 60 से 70 फीसदी के बीच रहता है। यह चुनाव भी अलग नहीं है। कुछ जगह यह 48-50 प्रतिशत मतदान हुआ है, यह आमतौर पर शहरों में हुआ है; क्योंकि लोग यहां बाहर आना ही नहीं चाहते।
सवाल : अभी तक कितना प्रचार हो चुका है?
जवाब : 35 दिन में 500 से ज्यादा गांवों में जाकर लोगों से सीधा संवाद कर चुकी हूं। हम विकास व सुशासन के मुद्दे पर चुनाव मैदान में हैं।
सवाल : सुल्तानपुर में काम करने की रणनीति कैसे है, कितने काम हुए ?
जवाब : यहां बहुत सारे काम हो चुके हैं। जो शेष हैं, इस बार पूरे होंगे। 60 कामों की लिस्ट मैंने बनाई थी। उन्हें अधिकारियों को दिया था। उनमें से कुछ काम घटते बढ़ते हैं। अलग अलग विभागों में हम संपर्क करते हैं और फिर उस पर काम होता है। इनमें सड़क चौड़ीकरण से लेकर नई सड़क बनाने तक के काम शामिल हैं।
(आईएएनएस)
श्रीनगर, 11 मई । जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में बीती रात नेशनल हाईवे पर एक तेज रफ्तार वाहन ने भेड़ों के झुंड को टक्कर मार दी। इस हादसे में 60 भेड़ों की मौत हो गई और 40 अन्य घायल हो गईं।
अधिकारियों ने कहा, "कुलगाम जिले के खुदवानी इलाके में देर रात एक तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आने से 60 भेड़ें मारी गईं और 40 अन्य घायल हो गईं।"
इस घटना में भेड़ों की देखभाल करने वाले दो लोग भी घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अधिकारियों ने कहा, "वाहन के चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।"
(आईएएनएस)
कोलकाता, 11 मई । पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में शनिवार को एक ट्रक ने स्टेट हाईवे पर कई वाहनों को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुरुलिया के एसपी अविजीत बनर्जी के अनुसार प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि सड़क निर्माण के लिए कंक्रीट ले जा रहे ट्रक ने पहले एक मोटरसाइकिल को टक्कर मारी, जिससे बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया कि जब स्थानीय लोग चालक को पकड़ने के लिए ट्रक की ओर दौड़ने लगे, तो चालक ने घटनास्थल से भागने का प्रयास किया। इस अफरातफरी में उसने पहले एक तिपहिया वाहन, जो यात्रियों से भरा हुआ था और फिर कुछ राहगीरों को टक्कर मार दी। बाद में, वह घटनास्थल से भाग गया।
पुलिस ने बताया कि ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है, साथ ही उसका वाहन भी जब्त कर लिया गया है।
हादसे के चलते गुस्साए स्थानीय लोगों ने स्टेट हाईवे को जाम कर दिया, जिससे यातायात बाधित हो गया। उन्होंने दावा किया कि अपर्याप्त यातायात प्रबंधन के चलते क्षेत्र में अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
बाद में, स्थानीय पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को समझा-बुझाकर वहां से हटाया।
(आईएएनएस)
चंडीगढ़, 11 मई । प्रसिद्ध पंजाबी लेखक और कवि सुरजीत पातर का शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उन्होंने 79 साल की उम्र में आखिरी सांस ली।
लोकप्रिय कविता 'लफ्जन दी दरगाह' लिखने वाले पातर को 2012 में साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। उन्होंने 60 के दशक के मध्य में कविता लिखना शुरू किया।
उनके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए, दो बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे अमरिंदर सिंह ने कहा, "आज एक युग का अंत हो गया... प्रसिद्ध पंजाबी लेखक और कवि पद्मश्री सुरजीत पातर साहब का आज निधन हो गया। उनके परिवार और दुनिया भर में लाखों प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। पंजाब ने आज एक महान शख्सियत को खो दिया है।''
साहित्य अकादमी ने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, "यह जानना बेहद दुखद और चौंकाने वाला है कि एक प्रतिष्ठित पंजाबी कवि, अनुवादक और विद्वान सुरजीत पातर का निधन हो गया है। उनकी कविताओं ने पंजाबी साहित्य को समृद्ध किया और कवियों की आने वाली पीढ़ियों को प्रभावित किया।"
उन्होंने पंजाबी साहित्य अकादमी के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। जालंधर के पातर कलां गांव के रहने वाले पातर लुधियाना में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय से पंजाबी के प्रोफेसर के रूप में सेवानिवृत्त हुए।
(आईएएनएस)