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लखनऊ, 23 अगस्त (आईएएनएस)| बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विधानसभा में दिए बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि "भाजपा द्वारा केवल रामराज्य की बात करने से यूपी की गरीब जनता का विकास व उत्थान होने वाला नहीं है।" मायावती ने विधानमंडल का सत्र समाप्त होने के तुरंत बाद चार ट्वीट किए और सरकार पर हमला बोला। बसपा मुखिया ने कहा, "भाजपा द्वारा केवल रामराज्य की बात किए जाने से यूपी की गरीब जनता का विकास व उत्थान आदि होने वाला नहीं है और न ही उन्हें जुल्म-ज्यादती से निजात ही मिलने वाला है, बल्कि श्रीराम के उच्च आदर्शो पर चलकर सरकार चलाने से ही यह सब संभव हो सकता है, जिस पर यह सरकार चलती हुई नजर नहीं आ रही है।"
उन्होंने कहा, "खासकर ब्राह्मण समाज के प्रति भाजपा की जातिवादी कार्यशैली से दुखी होकर अब इस पार्टी से अलग होकर व बसपा में जुड़ते हुए देखकर इन्हें यह कह रहे हैं कि तिलक, तराजू की बात करने वाले अब परशुराम की बात कर रहे हैं। लेकिन यह समाज काफी बुद्धिमान है। इनके बहकावे में नहीं आएगा।"
बसपा मुखिया ने कहा, "जबकि जग-जाहिर तौर पर तिलक, तराजू आदि की बात बसपा ने कभी नहीं कही और ना ही बाबरी मस्जिद के स्थान पर कभी शौचालय बनाने की ही बात कही है। ये सब घृणित आरोप विरोधियों ने केवल बसपा को नुकसान पहुंचाने के लिए इन्हें जबरन हमारी पार्टी से जोड़ दिया है, जो अति-निंदनीय है।"
उन्होंने कहा, "यदि इस आरोप में थोड़ी भी सत्यता होती तो फिर बसपा अपनी पिछली सरकार में खासकर ब्राह्मण समाज के विधायकों को बड़ी संख्या में मंत्री व अन्य उच्च पदों पर क्यों रखती? वैसे यह समाज सब कुछ जानता है। वे बिल्कुल गुमराह नहीं होंगे। पार्टी को इन पर पूरा भरोसा है।"
938 करोड़ रुपये के एसबीआई ऋण धोखाधड़ी मामला
नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में 938 करोड़ रुपये के ऋण धोखाधड़ी मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को दिल्ली और मध्य प्रदेश के पांच स्थानों पर छापेमारी की। छापेमारी मध्य प्रदेश के मुरैना और दिल्ली के बाराखंभा रोड पर केएस ऑयल्स लिमिटेड के कार्यालय परिसर में की गई। केएस ऑयल्स लिमिटेड के कार्यालय के मैनेजिंग डायरेक्टर और प्रमोटर्स के घर पर भी छापेमारी की गई।
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि "छापेमारी मुरैना में चार स्थानों पर की गई, जिसमें मैनेजिंग डायरेक्टर रमेश चंद गर्ग और प्रमोटर सौरभ गर्ग के आवासीय और आधिकारिक परिसर शामिल हैं।"
अधिकारी ने कहा कि " एजेंसी ने एसबीआई से 938.81 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी के आरोप में मुरैना स्थित केएस ऑयल्स और उसके एमडी, प्रमोटर, निदेशक और अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।"
नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)| भारत-बांग्लादेश सीमाओं पर मानव तस्करी दोनों देशों के अधिकारियों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने इस साल अगस्त के मध्य तक दोनों देशों के बीच अवैध रूप से सीमाओं को पार कर रहीं 915 महिलाओं को पकड़ा है।
गिरफ्तार लोगों में वे महिलाएं शामिल हैं, जिन्होंने भारत में प्रवेश करने की कोशिश की और साथ ही वह महिलाएं, जिन्होंने एक जनवरी से 15 अगस्त के बीच दलाल या गुप्त सूचना मुहैया कराने वालों की सहायता से सीमा पार करने की कोशिश की थी। गृह मंत्रालय के आंकड़ों से इसका पता चला है।
यह संख्या महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह 2020 के अंत तक पिछले कुछ वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़ सकती है।
एक अनुमान के अनुसार, अगर तस्करी के दौरान पकड़ी गई महिलाओं की संख्या साढ़े सात महीने में ही 900 को पार कर गई है, तो यह इस साल के अंत तक 1,400 का आंकड़ा पार कर सकती है।
भारत और बांग्लादेश के बीच अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पकड़ी गई महिलाओं की संख्या 2019 में 936, 2018 में रिकॉर्ड 1,107 और 2017 में 572 थी।
इस साल सीमाओं पर पकड़ी गई कुल 915 महिलाओं में से सबसे अधिक 888 दक्षिण बंगाल से पकड़ी गई हैं। इसके बाद त्रिपुरा से 14, असम में गुवाहाटी से छह, उत्तर बंगाल से चार, मिजोरम और कछार से दो और मेघालय से एक महिला पकड़ी गई है।
भारत और बांग्लादेश 4,096.7 किलोमीटर लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा साझा करते हैं। इसमें से पश्चिम बंगाल (2,216.7 किमी), असम (263 किमी), मेघालय (443 किमी), त्रिपुरा (856 किमी) और मिजोरम (318 किमी) शामिल है।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि अधिकतम महिला तस्करी के मामले दक्षिण बंगाल से दर्ज किए गए हैं, जहां से 850 महिलाओं को बांग्लादेश में पार करते समय या भारत में प्रवेश करते समय पकड़ा गया। यह संख्या 2018 में 620 और 2017 में 462 थी।
आंकड़ों से पता चलता है कि महिला तस्करी में 2019 में त्रिपुरा दूसरे स्थान पर रहा है, जहां तस्कीर के 52 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं 2018 में यहां 47 जबकि 2017 में 14 महिलाएं सीमा पार करते हुए पकड़ी गईं हैं।
असम में गुवाहाटी दक्षिण बंगाल के बाद 2018 में दूसरे स्थान पर रहा, जहां सीमा पार करते समय 394 महिलाओं की गिरफ्तारी हुई। वहीं 2019 में यह आंकड़ा आठ जबकि 2017 में छह था।
उत्तर बंगाल सीमा के माध्यम से महिलाओं की तस्करी के मामलों में हालांकि पिछले कुछ वर्षों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। 2017 में यह आंकड़ा 87 था, लेकिन 2018 में 39 हो गया। वहीं 2019 में यह संख्या 12 रही और इस साल 15 अगस्त तक केवल चार महिलाएं सीमा पार करते हुए पकड़ी गईं।
मेघालय सीमांत क्षेत्र से इस वर्ष 15 अगस्त तक केवल एक महिला पकड़ी गईं, जबकि पिछले साल 11 महिलाओं को पकड़ा गया था। 2018 में यहां से छह और 2017 में तीन महिलाओं को सीमा पार करते हुए पकड़ा गया।
मिजोरम और असम के कछार से सबसे कम महिला तस्करी के मामले दर्ज किए गए हैं। इस साल 15 अगस्त तक इन क्षेत्रों से केवल दो महिलाओं को पकड़ा गया है। वहीं 2019 में यहां से तीन, 2018 में एक महिला सीमा पार करते हुए पकड़ी गई थी। इस क्षेत्र से 2017 में ऐसा कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था।
9 मौतें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अगस्त। छत्तीसगढ़ में आज रात 9 तक 568 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। राज्य शासन के आंकड़ों के मुताबिक सर्वाधिक 165 पॉजिटिव रायपुर जिले से मिले हैं। दुर्ग 64, रायगढ़ 55, बिलासपुर 39, बीजापुर 34, राजनांदगांव व सरगुजा 31-31, गरियाबंद 30, जांजगीर-चांपा 21, नारायणपुर 13, सुकमा 11, सूरजपुर 9, बालोद, कोरबा व कांकेर 8-8, जशपुर व दंतेवाड़ा 7-7, धमतरी 6, मुंगेली 5, कबीरधाम व बलौदाबाजार 4-4, महासमुंद 3, बेमेतरा 2, बस्तर, कोंडागांव व अन्य राज्य 1-1 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
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राज्य में आज 9 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई है।
#HappyGaneshChaturthi . My SandArt at Puri beach in Odisha. pic.twitter.com/iA5u2uv1Gc
— Sudarsan Pattnaik (@sudarsansand) August 22, 2020
नई दिल्ली, 22 अगस्त। दिल्ली विश्वविद्यालय ने मौजूदा शैक्षणिक वर्ष के लिए ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी की प्रवेश परीक्षा की तारीखों का एलान कर दिया है। दिल्ली विश्वविद्यालय में 6 सितंबर से 11 सितंबर तक प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
कोरोना संक्रमण के बावजूद डीयू में इस बार पहले से ज्यादा छात्रों ने अलग-अलग पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन किया है। अभी तक 4 लाख से अधिक छात्रों ने इस प्रक्रिया में हिस्सा लिया है। इनमें से 2 लाख 83 हजार छात्रों ने अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आवेदन किया है। 1 लाख 59 हजार छात्रों ने पोस्टग्रेजुएट से जुड़े कार्यक्रमों में दाखिले के लिए आवेदन किया है।
इस बार पिछले साल के मुकाबले ज्यादा छात्रों ने अपने आवेदन भेजे हैं। पिछले साल अंडर ग्रेजुएट कोर्स के लिए कुल 2 लाख 58 हजार छात्रों ने आवेदन किया था।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी दिल्ली विश्वविद्यालय में 10 अंडरग्रेजुएट, 86 मास्टर्स, एमफिल और पीएचडी की प्रवेश परीक्षाएं आयोजित कराएगी। परीक्षाएं दिल्ली, एनसीआर और देशभर के 24 अन्य शहरों में बनाए गए केंद्रों पर करवाई जाएंगी।
डीयू प्रशासन ने कहा, "परीक्षाएं सुबह 8, दोपहर 12 बजे और शाम 4 बजे से तीन अलग-अलग शिफ्ट में होंगी। सभी श्फ्टिों में परीक्षा दो घंटे की होगी। 6 सितंबर को पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी की परीक्षा होगी। 21,699 एमफिल और पीएचडी कार्यक्रमों के लिए रजिस्ट्रेशन हुआ है। इसी दिन दोपहर 12 बजे से दो बजे तक बीएमएस, बीबीए, बीए ऑनर्स बिजनेस इकोनॉमिक्स की परीक्षा होगी।"
ग्रेजुएट प्रवेश परीक्षा तीन मैनेजमेंट पाठ्यक्रमों, पत्रकारिता, शिक्षा और कुछ विशेष कार्यक्रमों के लिए आयोजित की जा रही हैं। इन कोर्सेज के लिए उन छात्र-छात्राओं ने अप्लाई किया है, जो बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 90 प्रतिशत से कम अंको के साथ पास हुए हैं।
ग्रेजुएशन के अन्य पाठ्यक्रमों के लिए छात्रों के बारहवीं कक्षा में हासिल अंकों की मेरिट तैयार की जाएगी। इसी मेरिट के हिसाब से डीयू के अलग-अलग कॉलेजों में कटऑफ लिस्ट के जरिए छात्रों को दाखिला मिलेगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) ने परीक्षा कार्यक्रम के बीच कॉलेज फीस में रियायत मांगी है। डीयू के कुछ कॉलेजों ने कॉलेज फीस जमा कराने हेतु नोटिस जारी किया है। डूसू ने ऑनलाइन मोड में क्लासेज शुरू होने के चलते संसाधनों का छात्रों के उपयोग न किए जाने पर उनकी फीस नहीं लिए जाने की बात कही है।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू ) के अध्यक्ष अक्षित दहिया ने कहा कि, "डीयू ने पिछले 10 अगस्त से क्लासेज ऑनलाइन मोड में शुरू कर दी हैं। कुछ कॉलेजों ने फीस डिपाजिट करने का नोटिस भी जारी कर दिया है। छात्र बिजली, पानी, स्पोर्ट्स जैसी जिन सुविधाओं का उपयोग नहीं कर रहे हैं, उनका शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए, साथ ही कुल फीस में वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखकर रियायत देने का प्रावधान होना चाहिए।"(IANS)
नई दिल्ली, 22 अगस्त। केंद्र द्वारा शनिवार सभी राज्यों को अनलॉक 3.0 के नियमों का पालन किए जाने का निर्देश दिया गया है, जिसके चलते अंतर्राज्यीय और राज्य के अंदर व्यक्तियों व सामान के आवागमन पर कोई प्रतिबंध नहीं होनी चाहिए और साथ ही यह भी कहा गया कि इन गतिविधियों के लिए अलग से कोई अनुमति लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला द्वारा सभी मुख्य सचिवों का ध्यान अनलॉक 3.0 के दिशानिर्देशों के पैरा 5 पर आकर्षित करने के लिए एक पत्र लिखा गया है, जिसमें कहा गया है कि किसी भी राज्य के भीतर या एक राज्य से दूसरे राज्य में व्यक्तियों व सामानों के आवागमन पर किसी भी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
पत्र में यह भी लिखा गया कि पड़ोसी देशों के साथ समझौते के तहत सीमा पार व्यापार के लिए व्यक्तियों या सामान के आवागमन के लिए अलग से अनुमति, मंजूरी या ई-परमिट की जरूरत नहीं पड़ेगी।
गृह सचिव के पत्र में इस बात का जिक्र किया गया कि ऐसी खबरें मिली हैं कि स्थानीय स्तर पर विभिन्न जिलों व राज्यों द्वारा गतिविधियों पर पांबदियां लगाई जा रही हैं।
पत्र में लिखा गया कि ऐसी पाबंदियों से माल और सेवाओं के अंतर्राज्यीय आवागमन में दिक्कतें आती हैं और इससे आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित होती हैं जिससे आर्थिक गतिविधि व रोजगार में अवरोध पैदा होता है।
पत्र में लिखा गया, "ऐसे प्रतिबंध आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के प्रावधानों के तहत गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के उल्लंघन के समान हैं। कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि मंत्रालय के दिशानिर्देशों का पालन हो।"
केंद्र द्वारा 29 जुलाई को देश में अनलॉक 3.0 की प्रक्रिया जारी की गई है। देशभर में कोरोनोवायरस से चलते लगाए गए प्रतिबंधों में ढील देने के इस तीसरे चरण में अंतर्राज्यीय और राज्य के अंदर व्यक्तियों व सामान के आवागमन में राहत दी गई है। 31 अगस्त तक लागू इस मौजूदा प्रक्रिया में सरकार ने रात के वक्त कर्फ्यू को हटा दिया है और योग संस्थानों को फिर से खोलने की अनुमति दी।
सरकार ने कहा कि इस नई प्रक्रिया में अगस्त महीने के अंत तक मेट्रो रेल संचालन और बड़े समारोहों में प्रतिबंध लगा रहेगा और स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान भी बंद रहेंगे।(IANS)
नई दिल्ली, 22 अगस्त। वॉट्सऐप ने अपने ऐंड्रॉयड बीटा यूजर्स के लिए ‘Advanced Search’ फीचर रोल आउट करना शुरू कर दिया है। इस फीचर को पिछले काफी समय से टेस्ट किया जा रहा है। सबसे पहले अडवांस्ड सर्च फीचर को iOS यूजर्स के लिए जारी किया था।
जैसा कि नाम से जाहिर होता है, इस फीचर के जरिए वॉट्सऐप यूजर्स फाइल्स को आसानी से सर्च कर पाएंगे। इस फीचर के जरिए वॉट्सऐप पर मीडिया और फाइल्स के लिए अलग-अलग तरह की कैटिगरी क्रिएट हो जाएंगे। नया अडवांस्ड सर्च फीचर अभी स्टेबल वॉट्सऐप वर्ज़न पर उपलब्ध नहीं है। लेकिन ऐंड्रॉयड बीटा प्रोग्राम यूजर्स इस फीचर को इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप वॉट्सऐप बीटा यूजर नहीं हैं, लेकिन इस फीचर को इस्तेमाल करना चाहते हैं तो वॉट्सऐप के बीटा प्रोग्राम में एनरोल कर सकते हैं।
वॉट्सऐप अडवांस्ड सर्च: कैसे करता है काम
वॉट्सऐप पर बाय डिफॉल्ट नया फीचर टर्न ऑन है। जब आप ऐप पर सबसे ऊपर दिए सर्च टूल को सिलेक्ट करेंगे तो एक ड्रॉप डाउन मेन्यू खुल जाएगा। इसमें फोटोज, विडियोज, लिंक्स, GIFs, ऑडियो और डॉक्युमेंट्स के लिए अलग-अलग ऑप्शन दिखेंगे। आप सर्च करने के लिए इनमें से किसी ऑप्शन पर टैप या फिर सर्च बार में टाइप कर सकते हैं। सर्च बार में टाइप करने पर आपको चैट्स के साथ-साथ फोटोज, विडियोज रिजल्ट भी दिखेंगे।
किसी भी एक ऑप्शन को सिलेक्ट करने पर वॉट्सऐप पर उस फाइल टाइप की सभी जानकारी दिखेगी। उदाहरण के लिए, अगर आप फोटोज सिलेक्ट करते हैं तो आपको वॉट्सऐप पर भेजे और रिसीव हुए सभी फोटो दिखेंगे। आप सर्च बॉक्स में टाइप भी कर सके हैं। इसके अलावा ग्रिड व्यू पर स्विच करने का ऑप्शन भी आ गया है।
वॉट्सऐप पर नया सर्च फीचर काफी काम का है, खासकर तब जबकि आपका ज्यादा डेटा ऐप पर स्टोर है। अभी सभी ऐंड्रॉयड यूजर्स के लिए वॉट्सऐप के इस फीचर को रोल आउट किए जाने के बारे में जानकारी नहीं है। लेकिन जल्द ही आम वॉट्सऐप यूजर्स के लिए इस फीचर को रोल आउट किया जा सकता है।(NAVBHARATTIMES)
नई दिल्ली, 22 अगस्त। नीट और जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में 27 लाख से अधिक छात्रों को अपनी पसंद का परीक्षा केंद्र चुनने का अवसर दिया गया है। इससे कोरोना संक्रमण के इस दौर में कई छात्रों को प्रवेश परीक्षाएं देने के लिए दूसरे शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। हालांकि छात्र इस विकल्प से बहुत ज्यादा संतुष्ट नहीं हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक छात्रों को अपनी पसंद का केंद्र चुनने का विकल्प इसलिए दिया गया, ताकि उन्हें लंबी यात्रा न करनी पड़े और वो अपनी सुविधा के अनुसार परीक्षा केंद्र का चुनाव कर सकें।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के कारण बड़ी संख्या में छात्र इन परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग कर चुके हैं। ऐसे ही एक छात्र देवव्रत चतुर्वेदी ने कहा कोरोना के इस दौर में हमें परीक्षा केंद्रों तक पहुंचकर, प्रवेश परीक्षा में शामिल होना होगा। इस दौरान छात्रों को कोरोना से संक्रमित होने का भय है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानि एनटीए ने इस विषय में एक आधिकारिक सूचना जारी की थी। इस सूचना में एनटीए के महानिदेशक ने कहा नीट परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र परीक्षा केंद्र व परीक्षा के शहर का विकल्प चुन सकते हैं। इस बदलाव के लिए एनटीए ने वेबसाइट पर 15 जुलाई तक का समय दिया था।
नीट प्रतियोगी परीक्षा के लिए 16.84 लाख छात्रों ने फॉर्म भरा है। सभी 16.84 लाख छात्र अपनी सुविधा अनुसार फार्म में बदलाव के पात्र हैं।
इसी तरह जेईई की प्रवेश परीक्षा में भी ये सुविधा प्रदान की गई है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी यानी एनटीए ने इसके लिए जरूरी प्रावधान किए हैं। इसके अंतर्गत लगभग 10 लाख छात्रों को ये सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
एनटीए के मुताबिक छात्रों को परीक्षा केंद्रों की मौजूदगी के आधार पर उनका नजदीकी परीक्षा केंद्र आवंटित किया जाएगा।
कोरोनावायरस के कारण देशभर में जेईई और नीट की परीक्षा देने वाले लाखों छात्रों की अनिश्चितताओं को विराम देते हुए, इन परीक्षाओं की नई तिथियां भी घोषित की गई हैं।
जेईई मेन परीक्षा 1 से 6 सितंबर के बीच होंगी। नीट की परीक्षा 13 सितंबर को होगी। जेईई एडवांस की परीक्षा 27 सितंबर को होगी। पहले जेईई की परीक्षा 18 जुलाई से 23 जुलाई के बीच और नीट की परीक्षा 26 जुलाई को होने वाली थी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कहा, "इस महामारी के दौरान हमारी प्राथमिकता छात्रों के स्वास्थ को सुरक्षित रखना है। हम ये सुनिश्चित करेंगे कि परीक्षा आयोजित करवाते समय, गृह मंत्रालय और स्वास्थ मंत्रालय द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों का पालन सख्ती से किया जाए, ताकि छात्रों को इस महामारी की चपेट से दूर रखा जाये।"
मंत्रालय ने कहा परीक्षा केंद्रों में सोशल डिस्टेसिंग का भी पूरा पालन किया जायेगा और बाकि सभी ऐहतियाती इंतजाम भी किये जायेंगे।(IANS)
मुंबई, 22 अगस्त। सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच कर रही सीबीआई की विशेष जांच दल (एसआईटी) शनिवार को अभिनेता के बांद्रा स्थित फ्लैट पर पहुंची, जहां उन्हें 14 जून को फोरेंसिक टीम, उनके फ्लैटमेट सिद्धार्थ पिठानी और कुक नीरज सहित अन्य लोगों ने मृत पाया था। सूत्रों ने कहा, इससे पहले सीबीआई की एक और टीम ने कूपर हॉस्पिटल व बांद्रा पुलिस स्टेशन का दौरा किया। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विभिन्न टीमें अलग-अलग कोण से मामले की छानबीन कर रही है।
एसपी नुपूर प्रसाद की नेतृत्व वाली सीबीआई की एसआईटी फॉरेंसिक टीम के साथ बांद्रा में स्थित मोंट ब्लैंक अपार्टमेंट पहुंची। यहां क्राइम सीन को रीक्रिएट करने के साथ ही टीम पिठानी, नीरज और सुशांत के स्टाफ दीपेश सावंत से 13 व 14 जून के घटनाओं के संदर्भ में पूछताछ भी करेगी।
फोरेंसिक टीम दिवंगत अभिनेता के बांद्रा वाले फ्लैट से सभी साक्ष्य का संग्रह करेगी। एजेंसी के एक सूत्र ने कहा कि विश्लेषण के लिए फॉरेंसिक टीम के साथ फ्लैट और ऑटोप्सी रिपोर्ट की तस्वीरें साझा की जाएंगी।
यह कार्रवाई इसी दिन सीबीआई द्वारा पिठानी और नीरज के बयान दर्ज करने के बाद हुई है। नीरज और पिठानी को आईएएफ के गेस्टहाउस में पूछताछ के लिए लाया गया था, जहां संघीय एजेंसी के अधिकारी ठहरे हुए हैं। शुक्रवार को सीबीआई ने नीरज, सुशांत के हाउस मैनेजर सुमैअल मिरांडा और सावंत से भी पूछताछ की थी।
मिरांडा से पांच और नीरज से दस घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई। सूत्र ने कहा कि पिठानी से 13 व 14 जून की घटनाओं को क्रमबद्ध ढंग से बताने से संबंधित सवाल पूछे गए और यह भी पूछा गया कि उस वक्त फ्लैट में किन-किन लोगों की मौजूदगी थी।
बांद्रा फ्लैट में पिठानी से सीबीआई इस बारे में पूछताछ करेगी : सुशांत के कमरे का लॉक खोलने के लिए किसने चाबी वाले को कॉल किया? बॉडी को किसने नीचे उतारा? पुलिस से किसने सबसे पहले बात की? इत्यादि।
इस बीच सीबीआई की एक और टीम बांद्रा पुलिस स्टेशन में उन पुलिस कर्मियों से बात करने के लिए पहुंची, जो 14 जून को ड्यूटी पर थे और कॉल आने के बाद दिवंगत अभिनेता के फ्लैट का दौरा किया था।
एक अलग टीम कूपर हॉस्पिटल पहुंची हुई है, जहां अभिनेता के शव का परीक्षण तीन डॉक्टरों द्वारा किया गया था।(IANS)
नई दिल्ली, 22 अगस्त। मुखौटा कंपनियों के माध्यम से आम आदमी पार्टी(आप) को दो करोड़ रुपये का चंदा देने के मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से दो लोगों की गिरफ्तारी पर भाजपा हमलावर हो गई है। भाजपा ने मुख्यमंत्री केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कालेधन से चलने वाली पार्टी कहा है। पार्टी ने दावा किया है कि आम आदमी पार्टी के कालेधन से रिश्तों को लेकर अभी और खुलासे होंगे। पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को चंदा मामले में गंगा विहार निवासी मुकेश कुमार और लक्ष्मी नगर निवासी सुधांशु बंसल की गिरफ्तारी की थी। सुधांशु बंसल पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट बताए जाते हैं। प्रदेश अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता ने पार्टी कार्यालय पर शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कहा, "जब केजरीवाल ने पार्टी बनाई थी उससे पहले उन्होंने भ्रष्टाचार पर बड़ा जन आंदोलन किया था। लेकिन सत्ता में आने के बाद पता चल रहा है कि वो सिर्फ एक दिखावा था और यह पार्टी काले धन को सफेद करने के लिए बनाई गई थी।"
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि आने वाले दिनों में और ऐसे खुलासे होंगे जिससे आम आदमी पार्टी के और ऐसे काले धन के मामले सामने आएंगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता ने दावा किया, "जिन चार फर्जी कम्पनी के चंदे के 2 करोड़ रुपये केजरीवाल की पार्टी को दिए, उसमें इनके सीए सुधांशु बंसल ने आप के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता, विधायक शिवचरण गोयल की कंपनी में भी पैसे लगाए हैं।"
आदेश गुप्ता ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की इस मामले में खामोशी पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या इसी घोटालों की राजनीति को अलग तरह की वह राजनीति कहते थे।
नेता प्रतिपक्ष रामवीर विधूड़ी ने कहा कि 2015 के बाद जो भी चंदा आम आदमी पार्टी के पास आया है उसके ऊपर टैक्स लगना चाहिए। क्योंकि उस पैसे का दुरुपयोग किया गया है। जो फर्जी कम्पनी से पैसे आए हैं वो ईडी को तुरंत जब्त करने चाहिए और तीन सौ प्रतिशत पेनाल्टी लगनी चाहिए।(IANS)
नई दिल्ली, 22 अगस्त। फेसबुक के स्वामित्व वाले मैसेजिंग एप व्हाट्सएप ने चैट शेयर शीट में एंड्रॉएड के लिए पुराने कैमरा शॉर्टकट को फिर से बहाल कर दिया है। कंपनी की ओर से चैट अटैचमेंट में कैमरा आइकन उपलब्ध कराना यूजर्स के लिए अच्छी खबर है और वह इससे तस्वीरों के लिए उनकी पहुंच और भी आसान हो गई है।
व्हाट्सएप को बीटा में ट्रैक करने वाली वेबसाइट डब्ल्यूए बीटा इंफो के अनुसार, इस विकल्प को तब हटा दिया गया था, जब कुछ हफ्ते पहले ही फेसबुक मैसेंजर रूम शॉर्टकट फीचर को जोड़ा गया था।
उन लोगों के लिए जिन्होंने वीडियो कॉलिंग विकल्प का उपयोग नहीं किया है, यह निस्संदेह निराशा का कारण बना, क्योंकि व्हाट्सएप चैट शेयर शीट के भीतर कैमरा शॉर्टकट अभी काफी समय से है।
कंपनी ने हाल में वर्जन नंबर 2.20.198.9 से एक नया गूगल बीटा प्रोग्राम सबमिट किया है। इसमें एप के अटैचमेंट में लोकेशन आइकन के भी नए डिजाइन को देखा जा सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, यूजर्स (उपयोगकर्ताओं) को गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से व्हाट्सएप बीटा कार्यक्रम पर उपलब्ध नवीनतम अपडेट प्राप्त करने में सक्षम होना चाहिए।
व्हाट्सएप के भीतर चैट शेयर शीट में अभी भी कैमरा, डॉक्यूमेंट, गैलरी, ऑडियो, स्थान और संपर्क शॉर्टकट के साथ फेसबुक मैसेंजर रूम शॉर्टकट हैं।
एप्स के फेसबुक परिवार का एकीकरण अब क्रॉस-चैट सुविधाओं के साथ अधिक दिखाई देता है।
कैमरा शॉर्टकट के वापस आने से उन यूजर्स को काफी सहूलियत होगी, जिन्हें एप के अंदर से ही फोटो क्लिक करके कॉन्टैक्ट्स को सेंड करने की आदत है।
इसी तरह इंस्टाग्राम भी एकीकृत मैसेंजर पर काम कर रहा है।(IANS)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अगस्त। राज्य में आज शाम 7 बजे तक 485 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। ये आंकड़े केन्द्र सरकार के संगठन आईसीएमआर के हैं। इसके मुताबिक सर्वाधिक 167 पॉजिटिव रायपुर जिले में हैं। इसके बाद रायगढ़ 74, बिलासपुर 44, गरियाबंद 30, सरगुजा 24, राजनांदगांव 21, जांजगीर-चांपा 19, दुर्ग और नारायणपुर 16-16, सुकमा और धमतरी 12, बस्तर 11, बालोद 10, कोरबा 8, बलौदाबाजार 7, कांकेर 6, महासमुंद 4, बेमेतरा, दंतेवाड़ा, जशपुर, कोरिया से 1-1 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
शाम 7 बजे ही राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग ने 132 की पुष्टि की है, जिनमें सर्वाधिक 62 रायपुर जिले के हैं, बिलासपुर 30, सरगुजा 23, राजनांदगांव 7, बालोद, गरियाबंद और कांकेर 3-3, दुर्ग 1 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
राज्य शासन के आंकड़े आईसीएमआर के आंकड़ों से पीछे चलते हैं क्योंकि स्वास्थ्य विभाग हर आंकड़े की जांच करता है कि इनमें से कोई किसी पुराने कोरोना मरीज के नए जांच के पॉजिटिव तो नहीं हैं।
अमेरिका, 22 अगस्त। वीडियो शेयरिंग ऐप टिक टॉक ने हेट स्पीच नीति का उल्लंघन करने को लेकर कार्रवाई करते हुए 3,80,000 वीडियो डिलीट किए हैं. ऐप ने 64,000 टिप्पणियां और 1,300 अकाउंट हटा दिए हैं.
आपत्तिजनक सामग्री में नस्लीय उत्पीड़न, गुलामी और होलोकॉस्ट जैसी हिंसक त्रासदियां शामिल थीं जिसे टिक टॉक ने भड़काऊ भाषण वाली नीति का उल्लंघन मानते हुए अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है. सोशल मीडिया ऐप टिक टॉक ने अमेरिका में 3,80,000 वीडियो के साथ साथ 1,300 टिप्पणियां को भी प्रतिबंधित किया है. ऐप ने साथ ही कहा है कि उसने इसी उल्लंघन के तहत 64,000 कमेंट्स डिलीट कर दिए हैं. चीन की बाइटडांस के पास टिक टॉक का स्वामित्व है. पिछले दिनों भारत में टिक टॉक समेत कई चीनी ऐप्स को सुरक्षा का हवाला देते हुए बैन कर दिया गया था.
टिक टॉक अमेरिका के सुरक्षा प्रमुख एरिक हान ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, "हमारा लक्ष्य टिक टॉक पर नफरत को खत्म करना है. यह संख्या भड़काऊ पोस्ट या नफरत से भरे व्यवहार को पकड़ने में सौ फीसदी सफलता दर को नहीं दर्शाती है लेकिन कार्रवाई के लिए हमारी प्रतिबद्धता का संकेत देती है." चीनी ऐप का कहना है कि उसने ऐसी सामग्री पर कार्रवाई की है जिसमें नस्लीय आधारित उत्पीड़न, "हिंसक त्रासदियों" जैसे कि होलोकॉस्ट और गुलामी प्रथा से इनकार किया गया था.
टिक टॉक पर लोग छोटे अवधि का वीडियो साझा करते हैं और यह अमेरिका में युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है. हालांकि बीते कुछ हफ्तों में यह राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की नजरों पर चढ़ा हुआ है. ट्रंप का कहना है कि यह अमेरका की "राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है." ऐप पर यह भी आरोप लगे कि वह यूजर डाटा चीनी सरकार को देता है लेकिन टिक टॉक इन आरोपों से इनकार करता आया है.
ट्रंप ने टिक टॉक के खिलाफ कार्यकारी आदेश जारी कर समयसीमा दे दी है और बाइटडांस को अमेरिका में कारोबारा बेचने के लिए कहा है. अमेरिकी तकनीकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने टिक टॉक को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है जिस पर ट्रंप ने भी स्वीकृति दे दी है. टेक कंपनी ओरेकल ने भी टिक टॉक खरीदने में दिलचस्पी जाहिर की है.
हाल ही में कंपनी ने एक बयान में कहा था, "टिक टॉक ने कभी अमेरिकी यूजर डाटा को चीनी सरकार को नहीं दिया है और ना ही मांगने पर वह ऐसा करेगी." चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के बीच ट्रंप टिक टॉक पर अमेरिकी अधिकारियों की ट्रैकिंग और कॉरपोरेट जासूसी के भी आरोप लगा चुके हैं. चीनी मैसेजिंग ऐप वीचैट पर प्रतिबंध का आदेश भी अमेरिका जारी कर चुका है.(DW.COM)
एए/सीके (एएफपी, रॉयटर्स)
नई दिल्ली, 22 अगस्त। ब्लूम्सबरी इंडिया ने दिल्ली दंगे से जुड़ी किताब के प्रकाशन से अपने हाथ खींच लिए हैं.
पब्लिशर के मुताबिक़ उनकी जानकारी के बिना किताब के बारे में एक ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें बीजेपी के नेता और दिल्ली दंगे से पहले भड़काऊ भाषण देने के आरोप झेल रहे कपिल मिश्रा को मुख्य अतिथि बनाया गया था.
प्रकाशक ब्लूम्सबरी इंडिया ने एक प्रेस रिलीज़ जारी करके कहा है कि "फरवरी में हुए दिल्ली दंगों के बारे में इस साल सितंबर में वह 'डेल्ही रायट्स 2020: द अनटोल्ड स्टोरी' प्रकाशित करने वाला था लेकिन लेखकों ने ऐसे लोगों को प्री-लॉन्च इवेंट आमंत्रित किया जिन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता."
ब्लूम्सबरी इंडिया ने अपने बयान में कपिल मिश्रा का नाम लिए बग़ैर कहा, "हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पक्के हिमायती हैं लेकिन समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को लेकर भी उतने ही सचेत हैं."
किताब को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव, सांसद और वरिष्ठ नेता भूपेन्द्र यादव ने लाँच किया.
किताब को मोनिका अरोड़ा, सोनाली चितालकर और प्रेरणा मलहोत्रा ने लिखा है.
किताब के लेखकों की प्रतिक्रिया अभी नहीं मिल पाई है.
दिल्ली में 23 से 27 फ़रवरी के बीच दंगे हुए थे जिसमें आधिकारिक तौर पर 53 लोग मारे गए थे.
13 जुलाई को दिल्ली हाईकोर्ट में दिल्ली पुलिस के हलफ़नामे के मुताबिक मरने वालों में से 40 मुसलमान और 13 हिंदू हैं. पुलिस ने दंगों की 751 एफआईआर दर्ज की हैं.(BBCNEWS)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 22 अगस्त। मोबाइल न देने के कारण बड़ी बहन ने अपनी छोटी बहन की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। कोटवार की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पहुँचकर विवेचना में जुटी है।
घटना कटघोरा थाना अंतर्गत मल्दा की है। 13 वर्षीय सुनैना महंत की हत्या हुई है, जबकि बड़ी बहन भी उसी के साथ सोई हुई थी। माता-पिता परिवारिक कार्यक्रम से ग्राम पुटूवा गए हुए थे। मृतका सुनैना महंत के गले और सिर पर चोट के निशान है। जब मामले की जानकारी कोटवार को हुई तो घटना की सूचना कटघोरा पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच कार्रवाई शुरू कर दी है।
जानकारी मुताबिक आज सुबह घर के ही एक बुजुर्ग सदस्य ने जब कमरे में जाकर मृतिका सुनैना महंत को उठाने की कोशिश की तो वह नहीं उठी और देखा कि उसके गले व सिर पर चोट के निशान देख वह डर गया तथा इसकी सूचना गाँव में अन्य लोगों को दी। गाँव के ही कोटवार द्वारा पुलिस को सूचना दी गई।
बताया जाता है कि दोनों बहनों के बीच अक्सर मोबाइल को लेकर झगड़ा होते रहता था। कल शाम को भी उसी को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ और सुबह बड़ी बहन ने ही कुल्हाड़ी से अपनी छोटी बहन को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है।
ढाका, 22 अगस्त। बांग्लादेश में झोपड़पट्टियों (मलिन बस्ती) में रहने वाले लोगों में कोरोनावायरस संक्रमण की दर केवल छह प्रतिशत पाई गई है।
इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी डिजीज कंट्रोल एंड रिसर्च एंड इंटरनेशनल सेंटर फॉर डायरियाल डिजीज रिसर्च में पाया गया कि मलिन बस्तियों में संक्रमण की दर अपेक्षाकृत कम है, क्योंकि अधिकांश निवासी जो परिधान श्रमिक (गारमेंट वर्कर) हैं, वह नियमित रूप से बीमारी की निगरानी कर रहे हैं और संक्रमण को लेकर काफी सचेत हैं।
जब मार्च में पहली बार देश में महामारी ने दस्तक दी तो सबसे बड़ा खतरा ढाका में लाखों रेडीमेड गारमेंट (आरएमजी) श्रमिकों और झुग्गियों में रहने वालों को लेकर था।
अकेले ढाका की कोरेल बस्ती (स्लम) में लगभग 3.5 लाख लोग रहते हैं और यहां सैकड़ों लोगों के लिए केवल दो शौचालय हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ और शोधकर्ता लेलिन चौधरी ने शनिवार को आईएएनएस को बताया, "उनमें से कोई भी (झुग्गी में रहने वाले) मास्क नहीं पहनते हैं। लेकिन वे कम प्रभावित हुए हैं। इसीलिए ढाका में कोविड-19 को 'अमीर लोगों की बीमारी' का नाम दिया गया है।"
उन्होंने कहा, "जो लोग शर्ट और जूते नहीं पहनते हैं और धूप में अधिक समय बिताते हैं, वे प्रकृति के करीब हैं और उच्च प्रतिरक्षा (इम्युनिटी) रखते हैं। जो लोग वातानुकूलित कमरों में रहते हैं और धूप में नहीं रहते तथा अधिक संरक्षित खाद्य पदार्थ खाते हैं, उनकी प्रतिरोधक क्षमता कम होती है।"
आईईडीसीआर के सलाहकार मुश्ताक हुसैन ने कहा, "जो लोग रोजाना कमाकर खाते हैं और आरएमजी क्षेत्र के श्रमिक बड़े पैमाने पर कोविड-19 से प्रभावित नहीं हुए हैं। यह अभी तक मालिकों व परिधान क्षेत्र प्रशासन द्वारा उठाए गए प्रभावी रोकथाम उपायों के कारण संभव हुआ है।"
गाजीपुर के सिविल सर्जन एम. डी. खैरुज्जमान ने आईएएनएस को बताया, "हम झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों और आरएमजी श्रमिकों के बारे में बहुत चिंतित थे। इसके आधार पर, यह सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए कि कारखाने थोड़े समय के भीतर स्वच्छता मानदंडों के अनुपालन में चलें।"
उन्होंने कहा, "अधिकांश आरएमजी कारखानों ने उचित स्वच्छता मानदंडों का पालन किया है। यही कारण है कि इस क्षेत्र में श्रमिकों के बीच संक्रमण को थोड़े समय में नियंत्रण में लाया गया है। यदि ऐसा नहीं किया गया होता, तो शायद सभी की आशंकाएं सच हो जातीं।"
आईईडीसीआर की नवनियुक्त निदेशक, प्रोफेसर तहमीना शिरीन ने कहा, "आंकड़ों से, हम कह सकते हैं कि परिधान श्रमिकों और झुग्गी निवासियों के बीच संक्रमण दर अपेक्षाकृत कम है।"
विशेषज्ञों का कहना है कि दक्षिण एशियाई पृष्ठभूमि के लोगों में गोरे लोगों की तुलना में एंटी-बॉडी की प्रतिशतता अधिक होती है।(IANS)
नई दिल्ली, 22 अगस्त। भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) के महासचिव गुरशरण सिंह का मानना है कि टोक्यो में अगले साल होने वाले पैरालंपिक खेलों में भारत अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा और पांच स्वर्ण सहित 15 से अधिक पदक जीतेगा।
सिंह ने आईएएनएस से कहा, " अगर हमारे 50 से अधिक पैरा-स्पोर्ट्स एथलीट पैरा एथलेटिक्स, पैरा शूटिंग, पैरा बैडमिंटन और पैरा तीरंदाजी जैसे खेलों में टोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहते हैं, तो मुझे हैरानी नहीं होगी। मुझे यकीन है कि हम पांच स्वर्ण सहित कम से कम 15 पदक जीतेंगे।"
राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए इस साल आठ पैरा स्पोटर्स एथलीट चुने गए हैं।
इसमें 2016 रियो पैरालंपिक खेलों के स्वर्ण पदक विजेता हाई जम्पर मरियप्पन थांगावेलू भी शामिल हैं, जिन्हें राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर 29 अगस्त को भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान-राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
पैरालंपिक खिलाड़ी मरियप्पन ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर अगले साल होने वाले टोक्यो पैरालंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई किया है।
भारतीय पैरा स्पोटर्स एथलीटों का पिछले कुछ समय से बेहतरीन प्रदर्शन रहा हैं। पैरा एथलीटों ने 2018 एशियाई पैरा खेलों में 15 स्वर्ण सहित 72 पदक जीते थे।
पैरा-खेल एथलीटों की तारीफ करते हुए सिंह ने उनकी उपलब्धियों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया।
उन्हांने कहा, " हम अच्छे परिणाम दे रहे हैं और यह हमें भविष्य में नई प्रतिभाओं की खोज करने में मदद कर रहे हैं। जमीनी स्तर पर काम जारी है। हमें पूरे भारत से सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। अच्छी संख्या में एथलीट आगे आ रहे हैं।"
महासचिव ने कहा, " खेल अगले साल हैं और उम्मीद है कि अगर सब कुछ ठीक रहा (कोविड-19 खत्म हो गया या टीका आ गया), तो हम इन खेलों में भारत को फिर से गौरवान्वित करेंगे।"(IANS)
नई दिल्ली, 22 अगस्त। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के लखनऊ केंद्र में एक सितंबर से शुरू होने वाला महिला कुश्ती शिविर स्थगित कर दिया गया है। साई ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी। साई ने बताया कि शिविर की नई तारीखों का ऐलान आने वाले समय में किया जाएगा।
शिविर के स्थगन के पीछे कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है, लेकिन शिविर को लेकर सवाल उठ रहे थे कि क्या यह हो पाएगा या नहीं क्योंकि कई महिला खिलाड़ियों ने इसमें हिस्सा लेने से मना कर दिया था।
एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता वीनेश फोगाट ने कोरोनावायरस के कारण शिविर में हिस्सा लेने से मना कर दिया था। वीनेश ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया था कि उन्होंने महासंघ से अकेले ट्रेनिंग करने और शिविर में भाग न लेने की अनुमति मांगी है।
वहीं रियो ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने कहा था कि वह तब तक शिविर में हिस्सा नहीं लेंगी जब तक बाकी की खिलाड़ी शिविर में हिस्सा लेने की पुष्टि न कर दें।
साक्षी ने आईएएनएस से कहा था, "अगर प्रतिस्पर्धा ही नहीं होगी तो शिविर में जाने का क्या मतलब? मुझे पता चला है कि कई लड़कियों ने शिविर में जाने से मना कर दिया है तो मैं वहां क्या करूंगी, किसके साथ ट्रेनिंग करूंगी? राष्ट्रीय शिविर में 10 दिन बचे हैं इसलिए मैं इंतजार करूंगी और देखूंगी कि कौन आ रहा है और कौन नहीं।"(IANS)
नई दिल्ली, 22 अगस्त। साल 2020 की शुरुआत में सुर्खियां बटोरनी वाली भारत की महिला मुक्केबाज निकहत जरीन टोक्यो ओलम्पिक में क्वालीफाई न करने पाने की निराशा से आगे बढ़ चुकी हैं और अब उनका ध्यान 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों पर है।
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) द्वारा इस बात के संकेत दिए जाने के बाद कि ओलम्पिक क्वालीफायर्स के लिए ट्रायल्स नहीं होगी और मैरी कॉम सीधे क्वालीफायर्स खेलेंगी, तब से निकहत और मैरी कॉम के बीच विवाद गहरा गया था।
निकहत ने इसके खिलाफ आवाज उठाई थी और महासंघ को ट्रायल्स करानी पड़ी थी जिसमें मैरी कॉम ने निकहत को 9-1 से हरा दिया था।
निकहत ने आईएएनएस से कहा, "हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह ओलम्पिक में अपने देश का प्रतिनिधित्व करे। इसलिए जब मैं टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी तो मैं निराश हो गई।"
उन्होंने कहा, "लेकिन मैंने अपने कदम उठाए और विश्वास किया कि जो कुछ होता है किसी कारण से होता है और इस बारे में सोचने के बजाए हमें उसे कबूल करना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए। मैंने आगे देखने का फैसला किया। मेरा ध्यान भविष्य के टूर्नामेंट्स पर है मैं उनके लिए तैयारी कर रही हूं।"
कोविड-19 के कारण हालांकि टोक्यो ओलम्पिक खेलों को एक साल के लिए टाल दिया गया और अब यह खेल 2021 में होंगे।
कोविड-19 के कारण देश में लॉकडाउन लगा था और इसी कारण मुक्केबाज ट्रेनिंग नहीं कर पाई थीं। उन्होंने इस दौरान अपने घर पर अपनी फिटनेस पर काम किया और यह सुनिश्चित किया कि वह सकारात्मक मानसिकता में रहें।
निकहत ने कहा, "आमतौर पर मेरा रूटीन कड़ी ट्रेनिंग से भरा होता है और मैं रोज बॉक्सिंग हॉल जाती हूं। लेकिन जब से लॉकडाउन शुरू हुआ तो मुझे अपना कार्यक्रम बनाए रखने में परेशानी आई क्योंकि मेरे घर में कोई उपकरण नहीं थे और यह मेरे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ पर असर डाल रहा था।"
इस मुक्केबाज ने कहा, "स्थिति के साथ तालमेल बिठाने और सीमित संसाधनों के साथ ट्रेनिंग करने के लिए मैंने कुछ उपकरण खरीदे और घर में ट्रेनिंग शुरू की। इसने आश्वस्त किया कि मैं अपनी फिटनेस बनाए रख सकूं और अपना खेल सुधार सकूं ताकि जब हालात सामान्य हो सकें तो मैं रिंग में उतरने को तैयार रहूं।"
उन्होंने कहा, "एक बार जब स्थिति सामान्य हो जाएगी तो मुझे पूरा भरोसा है कि मैं कुछ ही महीनों में अपनी फिटनेस के शीर्ष स्तर पर होउंगी।"
24 साल की इस खिलाड़ी ने कहा कि इस साल कोई टूर्नामेंट्स नहीं होना है इसलिए वे 2021 में होने वाले टूर्नामेंट्स के लिए अपनी फिटनेस और फुर्ती पर काम करेंगी।
उन्होंने कहा, "अब मैंने 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों को अपना लक्ष्य बनाया है। इन टूर्नामेंट्स में शानदार प्रदर्शन करने के लिए मैं तैयारी कर रही हूं।
निकहत ने कहा, "इस साल कोई टूर्नामेंट्स नहीं होने हैं इसलिए मैं अपने आप को 2021 में होने वाले टूर्नामेंट्स के लिए फिटनेस सुधारने और फुर्ती लाने की चुनौती दे रही हूं।"
निकहत ने वेल्सपन के साथ किए करार को लेकर भी अपनी बात रखी और कहा, "इस सफर में वेल्सपन ने मेरा काफी साथ दिया है। मैं उनके लगातार समर्थन और मार्गदर्शन के लिए शुक्रिया अदा करती हूं। वेल्सपन मेरे खेल के कई पहलूओं का ध्यान रख रहा है जिससे मैं पूरी तरह से अपनी ट्रेनिंग पर फोकस कर पा रही हूं।"(IANS)
नई दिल्ली, 22 अगस्त। दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको भारत में अपने निवेश की योजना पर कायम है, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ 15 अरब डॉलर का सौदा भी शामिल है। भले ही कोविड-19 महामारी के कारण मांग में कमी और तेल के गिरते भाव के चलते तेल कंपनियों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं, मगर सऊदी अरामको की भारत में निवेश को लेकर रुचि अभी भी बनी हुई है।
अरामको ने आईएएनएस से एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि वो अपनी सभी भारतीय निवेश योजना में रुचि रखे हुए हैं और जल्द ही इस बारे में आगे की जानकारी (अपडेट) देंगे। इसमें आरआईएल की रिफाइनरी और रसायन व्यवसाय में 15 अरब डॉलर का प्रस्तावित निवेश शामिल है।
तेल की दिग्गज कंपनी ने अपने वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में शुद्ध आय में 50 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है, जिसके बाद सऊदी अरामको की निवेश योजना के बारे में संदेह जताया जा रहा था। कोरोनावायरस महामारी की वजह से ये साल तेल के बाजारों के लिए विनाशकारी साबित हुआ है और बड़े पैमाने पर वैश्विक अर्थव्यवस्था भी चरमराई हुई है।
कंपनी ने एक ई-मेल के जरिए पूछे गए सवाल पर कहा, "अरामको की भारत सहित एशिया में संभावित विकास के अवसरों का पता लगाने के लिए योजनाएं जारी हैं।"
कंपनी ने कहा, "हम अभी भी रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं और जब जरूरी होगा, इस संबंध में जरूरी अपडेट करेंगे।"
रिलायंस सौदे के अलावा, सऊदी अरामको ने दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल उपभोक्ता भारत में कई अन्य उपक्रमों में भी हिस्सा बनने की इच्छा जाहिर की है।
अरामको के लिए सरकारी रिफाइनरी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड में पूरी सरकार की हिस्सेदारी लेने के लिए विचार-विमर्श हुआ है। इससे सऊदी कंपनी को विशाल भारतीय खुदरा बाजार में वृद्धि के लिए बड़ी संभावनाएं मिलेंगी।
भारत सरकार महाराष्ट्र में प्रस्तावित 60 अरब डॉलर की तेल रिफाइनरी में भी अरामको के निवेश पर भी नजर बनाए हुए है। इसके साथ ही सरकार देश में इसके तेल विपणन और खुदरा बिक्री में भी निवेश को देख रही है। तेल की दिग्गज कंपनी भारत के रणनीतिक तेल भंडार में अपना कुछ तेल डालने के विकल्प भी तलाश रही है।
तेल बाजार के लिए चिंताओं के बावजूद, विश्लेषकों ने कहा है कि अरामको बाजार की परिस्थितियों को देखते हुए बेहतर रूप से तैयार है। एशिया के लिए निवेश योजनाओं को देखते हुए यह अच्छी खबर है।(IANS)
लखनऊ, 22 अगस्त। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने शनिवार को सदन में विपक्षियों पर निशाना साधा और कहा कि रामसेतु का विरोध करने वाले रामनाम का जाप करने लगे हैं। इन्हें पता चल गया है कि भारत में राम के बिना वैतरणी पार नहीं होगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि, " विभाजनकारी लोग भी राम-राम बोल रहे हैं। हालांकि राम का नाम किसी भी नाम से लें उद्धार होगा, फिर वो परशुराम के नाम पर ही क्यों न हो। परशुराम के नाम में भी राम का नाम आता है।" इसके बाद मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि, "आज जो लोग जाति की राजनीति कर रहे हैं, वो जातिवाद का झंडा ऊंचा कर रहे हैं। यही लोग एक समय में तिलक-तराजू के नाम पर जहर घोलते थे।"
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, " राम परशुराम में तात्विक रूप से कोई भेद नहीं है। दोनों विष्णु के अवतार हैं। शास्त्र में कोई भेद नहीं है।"
योगी बोले कि, "कुछ लोग राम और परशुराम में भेद बताकर गंदी सियासत करते हैं। जातिवादी, विभाजनकारी, कुत्सित मानसिकता रखते हैं। इसी वजह से देश की खुशी के साथ खुश नहीं हो सकते हैं। देश की खुशी के साथ वही लोग खुश हो सकते हैं जिनमें मर्यादा और धैर्य हो। लोकतंत्र बगैर लोकलाज के नहीं चलता। झूठ का सहारा लेकर कुछ समय के लिए लोगों की आंखों में धूल झोंकी जा सकती है। लेकिन विधाता सब देख रहा है। समय आने पर देश जवाब देगा। जनता जवाब देगी। "
उन्होंने कहा , " सभी को 492 वर्षों से इस क्षण की प्रतीक्षा थी। हम सब बहुत सौभाग्यशाली हैं कि हम इस पल के गवाह बन पाए हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को ह्रदय से बधाई।"
योगी ने कहा कि, " राम मंदिर का प्रसाद हर राज्य पहुंचेगा। कुम्भ की तरह ही हमारे ब्रांड एम्बेस्डर इसे पहुंचाने का काम करेंगे। इसके लिए हमारे प्रतिनिधि पूरे देश में प्रसाद लेकर जाएंगे। "
मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि, " कोरोना संक्रमण के काल में हम इस महामारी पर अंकुश लगाने के प्रयास के साथ ही प्रदेश में विकास कार्य को भी गति देते रहे। प्रदेश की कानून-व्यवस्था हमारी प्राथमिकता थी और रहेगी। हमें जिनके साथ जैसा व्यवहार करना चाहिए था, वैसा ही किया है।"
मुख्यमंत्री कहा कि, " हमने यूपी के लोगों को कोरोना से बचाने में महत्वपूर्ण काम किया है। दिल्ली के कुछ नमूने यहां आकर पूछते हैं, कि आपने लोगों के लिए क्या किया। अब हम उन्हें क्या बताएं हमने क्या-क्या किया।"
मुख्यमंत्री ने दिल्ली और यूपी के आंकड़ों के साथ उदाहरण पेश किया।
बताया जा रहा है मुख्यमंत्री ने इशारे ही इशारे में आप सांसद संजय सिंह पर निशाना साधा है। कुछ दिन से संजय सिंह लखनऊ में योगी सरकार पर लगातार हमला बोल रहे थे।
आदित्यनाथ ने कहा कि, "हमने प्रदेश की कानून-व्यवस्था दुरुस्त रखने की खातिर काफी जगह पर सख्ती भी की है। उपद्रव करने वालों को नहीं छोड़ा है।"(IANS)
नई दिल्ली, 22 अगस्त। कोविड-19 महामारी के बीच दिल्ली के एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने 52 साल की एक महिला के शरीर से 50 किलोग्राम वजनी ओवेरियन ट्यूमर निकालने में कामयाब हुए। इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स ने कहा कि स्थानीय निवासी एक महिला लक्ष्मी (बदला हुआ नाम) को हाल ही में सांस लेने में कठिनाई, पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द और चलने-फिरने और सोने में दिक्कत होने लगी थी।
जांच करने पर पता चला कि महिला के अंडाशय (ओवरी) में एक बड़ा और विस्तारित हो रहा ट्यूमर था। ट्यूमर बढ़ने के कारण महिला की आंतों पर दबाव बढ़ रहा था, जिससे महिला को पेट में दर्द और भोजन को पचाने में समस्या पैदा हो रही थी।
सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड बेरिएट्रिक सर्जरी के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. अरुण प्रसाद ने कहा, "एक सर्जन के रूप में मेरे अनुभव के 30 से अधिक सालों में मैंने कभी भी ऐसा मामला नहीं देखा था, जहां ट्यूमर का वजन व्यक्ति के वजन का लगभग आधा हो।"
बीते कुछ महीनों से महिला का वजन बढ़ रहा था। उसका वजन कुल 106 किलोग्राम था। इसके अलावा, रोगी के शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर गिरकर छह तक पहुंच गया था, जिससे गंभीर एनीमिया की समस्या हो गई। सर्जनों की एक टीम ने इस सप्ताह 50 किलो के ट्यूमर को निकालने के लिए साढ़े तीन घंटे की सर्जरी की।
प्रसाद ने कहा, "लेप्रोस्कॉपी या रोबोट-सहायक विधियों के माध्यम से उपकरण को शरीर के अंदर भेजने के लिए पेट में जगह ही नहीं थी, इसलिए हमें सर्जरी के पारंपरिक तरीकों का सहारा लेना पड़ा।"
उन्होंने आगे कहा, "गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, स्त्री रोग विशेषज्ञ और एनेस्थिसियोलॉजी टीमों के विशेषज्ञों के संयुक्त प्रयास से ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया।"
इस मामले के एक प्रमुख सर्जन, डॉ. अभिषेक तिवारी ने कहा, "सौभाग्य से ट्यूमर नर्म था और रोगी को कोई और बीमारी नहीं थी, जिस वजह से वह तेजी से रिकवर कर गई। सर्जरी के बाद उनका वजन 56 किलोग्राम तक गिर गया।"(IANS)
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रहे, और हिंदुस्तानी क्रिकेट सितारे चेतन चौहान के आखिरी घंटे सरकार के अपने अस्पताल में किस बेइज्जती में गुजरे, इसे सुनाया उनके बगल में भर्ती रहे विधायक सुनील सिंह साजन ने, और सुनाया यूपी की विधान सभा में.