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नयी दिल्ली, 23 जनवरी। राम मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि अयोध्या में हमने जो देखा, वह आने वाले कई वर्षों तक हमारी यादों में अंकित रहेगा।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में समारोह का एक वीडियो साझा किया और कहा, ‘‘कल 22 जनवरी को हमने अयोध्या में जो देखा, वह आने वाले वर्षों तक हमारी यादों में अंकित रहेगा।’’
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर मोदी ने सोमवार को भव्य मंदिर के निर्माण से आगे बढ़कर अगले 1,000 वर्षों के ‘‘मजबूत, सक्षम और दिव्य’’ भारत की नींव बनाने का आह्वान किया था।
उन्होंने इस अवसर को एक नए युग का आगमन भी बताया।
लाखों लोगों ने टेलीविजन पर अपने घरों और पड़ोस के मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा समारोह देखा और इस ऐतिहासिक क्षण का आनंद लिया। (भाषा)
आइजोल, 23 जनवरी। भारत ने म्यांमा के 184 सैनिकों को उनके देश वापस भेज दिया है। ये सैनिक बीते सप्ताह एक जातीय विद्रोही समूह के साथ गोलीबारी के बाद भाग कर मिजोरम आ गए थे। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
असम राइफल्स के अधिकारी ने बताया कि बीते सप्ताह म्यांमा के कुल 276 सैनिक मिजोरम में दाखिल हुए थे और उनमें से 184 को सोमवार को वापस भेज दिया गया।
उन्होंने बताया कि सैनिकों को आइजोल के पास लेंगपुई हवाई अड्डे से पड़ोसी देश के राखिन राज्य में सिटवे तक म्यांमा वायु सेना के विमानों से भेजा गया।
अधिकारी के अनुसार, शेष 92 सैनिकों को मंगलवार को वापस उनके देश भेजा जाएगा।
म्यांमा के सैनिक 17 जनवरी को हथियारों एवं गोला-बारूद के साथ दक्षिणी मिजोरम के लॉन्गतलाई जिले में भारत-म्यांमा-बांग्लादेश सीमा पर स्थित बांडुकबंगा गांव में घुस गए और असम राइफल्स के पास पहुंचे थे।
सैनिकों के शिविर पर 'अराकान आर्मी' के लड़ाकों ने कब्जा कर लिया था जिसके बाद ये सैनिक भागकर मिजोरम पहुंचे थे।
अधिकारी ने कहा कि म्यांमा के सैनिकों को पास स्थित पर्व में असम राइफल्स के शिविर में ले जाया गया और बाद में उनमें से अधिकतर को लुंगलेई में स्थानांतरित कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि तब से सैनिक असम राइफल्स की निगरानी में हैं।
इन 276 सैनिकों को लेंगपुई हवाई अड्डे से म्यांमा ले जाने के लिए शनिवार और रविवार को आइजोल लाया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि इस समूह का नेतृत्व एक कर्नल कर रहे हैं। इसमें 36 अधिकारी और 240 निचले स्तर के सैनिक हैं।
उन्होंने बताया कि बीते सप्ताह म्यांमा से आए 276 सैनिकों को मिलाकर अबतक 635 सैनिक भागकर मिजोरम आ चुके हैं। सैनिकों के शिविरों पर जातीय सशस्त्र संगठनों और लोकतंत्र समर्थक बलों के कब्जे के बाद वे देश छोड़कर भागे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि भागकर आए सभी सैनिकों में से 359 सैनिकों को पहले ही उनके देश वापस भेजा जा चुका है।
म्यांमा सेना के 104 जवानों को नवंबर में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के हेलीकॉप्टरों द्वारा मिजोरम के विभिन्न स्थानों से मणिपुर के सीमावर्ती शहर मोरेह भेजा गया और फिर उन्हें वहां से उनके देश भेज दिया गया। वहीं, इस महीने की शुरुआत में 255 सैनिकों को म्यांमा वायु सेना के विमानों द्वारा लेंगपुई हवाई अड्डे से वापस भेजा गया था।
मिजोरम की 510 किलोमीटर लंबी सीमा म्यांमा से लगती है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 23 जनवरी। मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में एक नामीबियाई चीता ने तीन शावकों को जन्म दिया है।
इससे कुछ हफ्तों पहले एक अन्य चीता ने तीन शावकों को जन्म दिया था।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने ‘एक्स’ पर यह खबर साझा करते हुए कहा, ‘‘कूनो के नए शावक! नामीबियाई चीता ज्वाला ने तीन शावकों को जन्म दिया है। इससे कुछ हफ्तों पहले नामीबियाई चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया था।’’
उन्होंने पोस्ट में कहा, ‘‘अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले सभी वन्यजीव योद्धाओं और देशभर के वन्यजीव प्रेमियों को बधाई। भारत का वन्य जीवन समृद्ध हो।’’
कूनो राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारियों ने तीन जनवरी को बताया था कि नामीबियाई चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया है।
इससे पहले सियाया नामक एक चीता ने पिछले साल मार्च में चार शावकों को जन्म दिया था। हालांकि, उनमें से केवल एक शावक जीवित बचा।
ज्वाला, आशा और सियाया वे चीता हैं जन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘प्रोजेक्ट चीता’ के तहत नामीबिया से भारत लाया गया था। इस परियोजना का उद्देश्य स्वतंत्र भारत में विलुप्त हुई एकमात्र बड़ी मांसाहारी प्रजाति में वृद्धि करना है।
भारत में सितंबर 2022 को आठ चीतों का पहला बैच लाया गया था। पिछले साल फरवरी में दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों का दूसरा बैच लाया गया था। (भाषा)
नयी दिल्ली, 23 जनवरी। गणतंत्र दिवस परेड की ‘फुल ड्रेस रिहर्सल’ के दौरान मंगलवार को मध्य दिल्ली में वाहन यातायात प्रभावित होने की आशंका है। पुलिस ने एक परामर्श में यह जानकारी दी।
‘फुल ड्रेस रिहर्सल’ का मार्ग वही होगा जो गणतंत्र दिवस की परेड का होता है।
परामर्श में कहा गया है कि रिहर्सल सुबह साढ़े 10 बजे विजय चौक से शुरू होगी और कर्त्तव्य पथ, सी-हेक्सागन, नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रतिमा चौराहे, तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग और नेताजी सुभाष मार्ग से होते हुए लाल किले पर समाप्त होगी।
परेड के सुचारू संचालन की सुविधा के लिए सोमवार शाम छह बजे से विजय चौक से इंडिया गेट तक कर्तव्य पथ पर यातायात की आवाजाही रोक दी गई है। मंगलवार को रिहर्सल के अंत में यह मार्ग फिर से खुल जाएगा।
परामर्श में कहा गया है कि सी-हेक्सागन-इंडिया गेट सुबह सवा नौ बजे से परेड के तिलक मार्ग पार करने तक यातायात के लिए बंद रहेगा।
सुबह साढ़े 10 बजे से तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग और नेताजी सुभाष मार्ग पर दोनों दिशाओं में यातायात की अनुमति नहीं होगी।
परामर्श के अनुसार यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाएं और सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर एक बजे तक परेड मार्ग के इस्तेमाल से बचें।
फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान सभी स्टेशनों से मेट्रो सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। हालांकि, केंद्रीय सचिवालय और उद्योग भवन स्टेशनों से प्रवेश और निकास की सुविधा सुबह पांच बजे से रोक दी गई है और प्रतिबंध दोपहर 12 बजे तक जारी रहेगा।
उत्तरी दिल्ली से नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन या पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन तक यातायात की आवाजाही पर अब तक कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है, लेकिन परामर्श में लोगों से संभावित देरी से बचने के लिए अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाने का आग्रह किया गया है।
परामर्श के अनुसार, पार्क स्ट्रीट/उद्यान मार्ग, आराम बाग रोड (पहाड़गंज), कमला मार्केट चौराहा, दिल्ली सचिवालय (आईजी स्टेडियम), प्रगति मैदान (भैरों रोड), हनुमान मंदिर (यमुना बाजार), मोरी गेट, आईएसबीटी-कश्मीरी गेट, आईएसबीटी-सराय काले खां और तीस हजारी कोर्ट पर बस सेवा के मार्ग में कटौती की जाएगी।
गाजियाबाद से शिवाजी स्टेडियम जाने वाली बसें राष्ट्रीय राजमार्ग-24, रिंग रोड से होकर भैरों रोड पर समाप्त होंगी। परामर्श में कहा गया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग-24 से आने वाले लोग मार्ग संख्या 56 पर दाहिनी ओर मुड़ेंगे और आईएसबीटी-आनंद विहार तक आएंगे।
गाजियाबाद से वजीराबाद पुल की ओर जाने वाली बसों को मोहन नगर से भोपरा चुंगी की ओर मोड़ दिया जाएगा।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में 15 फरवरी तक पैराग्लाइडर, पैरामोटर्स, हैंग ग्लाइडर, ड्रोन, गर्म हवा के गुब्बारे अथवा विमान से पैरा जंपिंग जैसी गतिविधियां प्रतिबंधित हैं।
परामर्श में मोटर चालकों से यातायात नियमों का पालन करने और चौराहों पर तैनात कर्मियों के निर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया गया है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 23 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को पराक्रम दिवस के अवसर पर महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि देश की स्वतंत्रता के लिए उनका अटूट समर्पण आज भी प्रेरित करता है।
सरकार ने साल 2021 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पराक्रम दिवस पर भारत के लोगों को बधाई। आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर हम उनके जीवन और साहस का सम्मान करते हैं। हमारे देश की स्वतंत्रता के लिए उनका अटूट समर्पण आज भी प्रेरित करता है।’’
प्रधानमंत्री आज शाम लाल किले में पराक्रम दिवस समारोह में शामिल होंगे। इस अवसर पर पुरालेखों की प्रदर्शनियां, दुर्लभ तस्वीरें और दस्तावेज प्रदर्शित की जायेंगी जिनसे नेताजी और आजाद हिंद फौज की उल्लेखनीय यात्रा का परिचय मिलेगा। ये समारोह 31 जनवरी तक चलेगा।
पराक्रम दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल अण्डमान और निकोबार द्वीप समूह के 21 द्वीपों का नामकरण परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर किया था। (भाषा)
जम्मू, 23 जनवरी। जम्मू-कश्मीर की अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित कर दी गई है जिसमें 2.31 लाख से अधिक मतदाताओं को शामिल किया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) पांडुरंग के. पोल ने सोमवार को कहा कि अंतिम मतदाता सूची में कुल 86.93 लाख मतदाता हैं जिनमें 44.34 लाख पुरुष, 42.58 लाख महिलाएं हैं।
मतदाता सूची जारी होने से केंद्र शासित प्रदेश में विभिन्न चुनाव कराने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘अंतिम मतदाता सूची आज यहां सभी मतदान केंद्रों, चुनावी पंजीकरण अधिकारियों के कार्यालयों, जिला निर्वाचन अधिकारियों के कार्यालयों में प्रकाशित कर दी गई है और 2.31 लाख नए मतदाताओं को शामिल करते हुए सीईओ की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।’’
सीईओ के अनुसार प्रक्रिया के दौरान 1.45 लाख मतदाताओं के विवरण में सुधार के अलावा मृत्यु, स्थानांतरण या अन्य कारणों से 86,000 नाम हटाए गए हैं।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘अब तक 86.93 लाख मतदाता हैं जिनमें 44.35 लाख पुरुष और 42.58 लाख महिला मतदाता शामिल हैं। मतदाता जनसंख्या अनुपात 0.59 से बढ़कर 0.60 हो गया है और लिंग अनुपात 924 से बढ़कर 954 हो गया है।’’
भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के विस्तृत निर्देशों के अनुसार प्रक्रिया के दौरान राजनीतिक दलों के साथ परामर्श के बाद 259 नए मतदान केंद्र बनाए गए।
दूसरे चरण की गतिविधि 17 अक्टूबर, 2023 को मतदाता सूची के प्रारूप के प्रकाशन के साथ शुरू की गई थी।
मान्यता प्राप्त राज्य और राष्ट्रीय दलों सहित हितधारकों को शामिल करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीईओ) ने उनके साथ बैठकें कीं, उन्हें पालन की जाने वाली पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी और उनसे बूथ स्तर के एजेंटों की नियुक्ति करके प्रक्रिया में भाग लेने की अपील की ताकि वे पात्र मतदाताओं के नाम जोड़ने, हटाने, सुधारने, स्थानान्तरण में बूथ स्तर के अधिकारियों की सहायता कर सकें। (भाषा)
रायपुर, 23 जनवरी। राज्य कैडर के एक आईएएस ने छत्तीसगढ़ छोड़ दिया है । 2022 बैच के आईएएस युवराज मरमठ तेलंगाना ज्वाइन कर रहे हैं। उन्होंने विवाहोपरांत, कॉमन कैडर के तहत आप्ट किया है। उनकी पत्नी पी.मौनिका,तेलंगाना की 2022 बैच की आईपीएस है। युवराज जल्द कार्यमुक्त कर दिए जाएंगे।
'इंडिया' गठबंधन में सीट-बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान के बीच, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि कुछ खास इलाकों को क्षेत्रीय पार्टियों के लिए छोड़ देना चाहिए भले ही उसके बाद कांग्रेस 300 सीटों पर चुनाव लड़ ले.
कोलकाता में सोमवार को ‘सर्व-धर्म सद्भाव रैली' में जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “मैं इस बात पर जोर देती हूं कि विशेष क्षेत्रों को क्षेत्रीय दलों के लिए छोड़ दिया जाना चाहिए. वे (कांग्रेस) अकेले 300 (लोकसभा) सीटों पर लड़ सकते हैं और मैं उनकी मदद करूंगी. हम उन सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेंगे. लेकिन, वो जो खुद चाहते हैं उस पर अड़े हुए हैं.”
खबर है कि बीते दिनों ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी की बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि अगर उसे मन मुआफ़िक सीट ना मिली तो टीएमसी सभी 42 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी.
ममता बनर्जी का ये बयान उस बैठक के बाद आया है.
उन्होंने रैली में कहा- “मेरे पास बीजेपी से मुकाबला करने और उसके ख़िलाफ लड़ने की ताकत है. लेकिन, कुछ लोग सीट बंटवारे को लेकर हमारी बात नहीं सुनना चाहते. अगर आप बीजेपी से नहीं लड़ना चाहते तो कम से कम उसे सीटें तो मत दीजिए.”
कांग्रेस का नाम लिए बिना ही ममता बनर्जी ने सीटों का बंटवारा ना करने को लेकर उसकी आलोचना की. (bbc.com/hindi)
रायपुर, 23 जनवरी। मंगलवार सुबह टाटीबंध स्थित रायपुर एम्स की स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतर गईं। एम्स के आउटसोर्सिंग को सैकड़ों कर्मचारी हड़ताल पर बैठ गए हैं। अकारण नौकरी से हटाए जाने को लेकर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स में काम करने वाले आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। प्रबंधन को सौंपे गए लिखित ज्ञापन में उनका आरोप है कि आउटसोर्सिंग कंपनी के माध्यम से पिछले दस साल से सेवा दे रहे हैं। समस्या का किसी तरह का हल नहीं किया गया। सभी कर्मियों ने अपने अपने काम और कक्ष छोड़ दिया है । इससे ओपीडी और आईपीडी की सेवाएं ठप्प हो गई हैं।
अयोध्या के राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइज़ेशन के चीफ़ इमाम उमर अहमद इलियासी ने कहा है कि ये बदलते भारत की तस्वीर है.
इमाम उमर अहमद इलियासी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में शामिल हुए.
इस दौरान उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "ये बदलते भारत की तस्वीर है. आज का भारत नवीन भारत, आज का भारत उत्तम भारत."
उन्होंने कहा, "मेरे साथ स्वामी जी खड़े हैं. इसी का नाम भारत है. हमारी इबादत करने के तरीके, पूजा पद्धति अलग हो सकती है. हमारी आस्थाएं ज़रूर अलग हो सकती हैं, लेकिन हमारा जो सबसे बड़ा धर्म है वह इंसान और इंसानियत का है. हम सब भारतीय हैं."
"हमारे लिए राष्ट्र सर्वोपरि है. आज का जो संदेश है, वह नफ़रत को ख़त्म करने के लिए है. बहुत रंजिशें हो गईं, बहुत दुश्मनी हो गईं, बहुत लोग मारे गए, बहुत राजनीति हुई. अब हम सबको मिलकर, एक होकर भारत को मज़बूत करना है." (bbc.com/hindi)
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने एक लेख के ज़रिए अपने पुराने दिनों को याद किया, जब वह इस मंदिर के आंदोलन की अगुवाई कर रहे थे.
आडवाणी ने लिखा है, "श्रीराम भारत की आत्मा का प्रतीक हैं. वह भारतीयों के उच्च मूल्यों का जीवन जीने की आकांक्षा के एक आदर्श हैं."
वह लिखते हैं, "मैंने सदैव कहा है कि मेरी राजनीतिक यात्रा में अयोध्या आंदोलन सबसे निर्णायक परिवर्तनकारी घटना थी, जिसने मुझे भारत को पुनः जानने और इस प्रक्रिया में अपने आप को भी फिर से समझने का अवसर दिया. नियति ने मुझे 1990 में सोमनाथ से अयोध्या तक श्रीराम रथयात्रा के रूप में एक महत्वपूर्ण कर्तव्य निभाने का अवसर दिया."
आडवाणी ने बताया कि कैसे सोमनाथ से अयोध्या के लिए निकली उनकी रथयात्रा को जनता का समर्थन मिला और लोगों ने पुष्पवर्षा करते हुए उनके रथ का स्वागत किया.
उन्होंने लिखा, "मेरे लिए सबसे आश्चर्यजनक दृश्य वह था, जिसमें लोग विशेष रूप से महिलाएं, रथ के आगे आकर आरती करती थीं और सिक्के चढ़ाती थीं, जैसे कि वे किसी मंदिर में प्रार्थना कर रही हों."
वह लिखते हैं, "मेरी यात्रा 24 अक्तूबर, 1990 को उत्तर प्रदेश के देवरिया में प्रवेश करने वाली थी. हालांकि, जैसा कि मैंने अनुमान लगाया था, इसे 23 अक्तूबर को बिहार के समस्तीपुर में रोक दिया गया और लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाली जनता दल सरकार ने मुझे गिरफ़्तार कर लिया."
...जब हुए गिरफ़्तार
"उस समय मोबाइल फ़ोन नहीं थे. मेरी गिरफ़्तारी की ख़बर मेरी बेटी प्रतिभा तक बड़े दिलचस्प ढंग से पहुँची, जो उस समय कोलकाता में थी. वह अपने घर वापस जाने के लिए टैक्सी की प्रतीक्षा में थी, तभी एक टैक्सी ड्राइवर ने उनसे कहा कि वह झटपट सवार हो जाएं. जब प्रतिभा ने उनसे पूछा कि वह ऐसा क्यों कह रहे हैं, तो टैक्सी ड्राइवर ने उन्हें बताया कि आडवाणी 'बाबा' को गिरफ़्तार कर लिया गया है और लोगों को डर था कि शहर में दंगे हो सकते हैं. दो दिन बाद प्रतिभा ने लालू प्रसाद यादव से बात की, जिन्होंने मेरी हिरासत के दौरान उन्हें मसानजोर में मुझसे मिलने आने में सहायता की. पाँच सप्ताह हिरासत में बिताने के बाद मुझे रिहा कर दिया गया."
लालकृष्ण आडवाणी ने आख़िर में लिखा है कि उन्हें इस वक्त दो व्यक्तियों की बहुत याद आ रही है. पहले व्यक्ति हैं स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी, जो उनके जीवन का एक अभिन्न हिस्सा रहे हैं. दूसरी उनकी दिवंगत पत्नी कमला की, जो उनके जीवन के लिए स्थिरता का मुख्य आधार रहीं. (bbc.com/hindi)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के मौके को 'अलौकिक' बताया है. उन्होंने कहा कि न्याय के पर्याय प्रभु राम का मंदिर भी न्यायबद्ध तरीके से बना.
उन्होंने कोर्ट के फै़सले का ज़िक्र किए बना न्यायपालिका का आभार किया और कहा, "मैं आभार व्यक्त करूंगा भारत की न्यायपालिका का, जिसने न्याय की लाज रख ली."
राम मंदिर से जुड़े विवाद की ओर संकेत करते हुए पीएम मोदी ने कहा,"कुछ लोग कहते थे कि राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी. ऐसे लोग भारत की सामाजिक विवेक को नहीं जान पाए."
उन्होंने कहा, " राम आग नहीं है, राम ऊर्जा है. राम विवाद नहीं, राम समाधान है."
प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने कहा, "सदियों की प्रतीक्षा के बाद हमारे राम आ गए हैं. त्याग, तपस्या और बलिदान के बाद हमारे प्रभु राम आ गए हैं."
'कितना कुछ कहने को है, लेकिन कंठ अवरुद्ध है. मेरा शरीर अभी भी स्पंदित है. चित्त अभी भी उस पल में लीन है.'
उन्होंने कहा, "हमारे रामलला अब टैंट में नहीं रहेंगे. अब दिव्य मंदिर में रहेंगे. मेरा पक्का विश्वास है, जो घटित हुआ है उसकी अनुभूति देश के विश्व के कोने कोने में रामभक्तों को हो रही होगी. ये क्षण अलौकिक है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की प्रमुख बातें
- 22 जनवरी 2024 का ये सूरज एक अद्भूत आभा लेकर आया है. ये तारीख कैलेंडर पर लिखी एक तारीख नहीं, ये एक नए कालचक्र का उद्गम है.
- आज हमें सदियों के धैर्य की धरोहर मिली है,आज हमें मंदिर मिला है.
- आज से हज़ार साल बाद भी लोग,आज की इस तारीख की. आज के इस पल की चर्चा करेंगे.
- ये कितनी बड़ी राम कृपा है कि हम सब इस पल को जी रहे हैं, इसे साक्षात घटित होते देख रहे हैं.
- ये काल के चक्र पर सर्वकालिक स्याही से अंकित हो रही अमिट स्मृति रेखाएं हैं.
- आज प्रभु श्री राम से क्षमायाचना भी करता हूं. हमारे पुरुषार्थ, हमारे त्यार और तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक ये कार्य कर नहीं पाए. आज वो कमी पूरी हुई है.
- मुझे विश्वास है कि प्रभु श्रीराम आज हमें अवश्य माफ़ करेंगे.
- इस युग में अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों का वियोग सहा है.
- भारत के संविधान में, उसकी पहली प्रति में भगवान राम विराजमान है. संविधान के अस्तित्व में आने के बाद भी दशकों तक प्रभु श्रीराम के अस्तित्व को लेकर कानूनी लड़ाई चली.
- मैं आभार व्यक्त करूंगा भारत की न्यायपालिका का, जिसने न्याय की लाज रख ली.
- न्याय के पर्याय प्रभु राम का मंदिर भी न्यायबद्ध तरीके से ही बना.
- अपने ग्यारह दिन के व्रत अनुष्ठान के दौरान मैंने उन स्थानों का चरणस्पर्श करने का प्रयास किया जहाँ प्रभु श्रीराम के चरण पड़े थे.
- दुनिया का इतिहास साक्षी है कि कई राष्ट्र अपने ही देश के इतिहास में उलझ जाते हैं. ऐसे देशों ने अपने इतिहास की गांठे खोलने का प्रयास किया तो उन्हें कई असफलता हाथ लगी. लेकिन हमारे देश ने इतिहास के इस गंभीर गांठ को जिस भावुकता और गंभीरता से खोला है, वो बताता है कि हमारा भविष्य बहुत सुंदर होने जा रहा है.
- कुछ लोग कहते थे कि राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी. ऐसे लोग भारत की सामाजिक विवेक को नहीं जान पाए.
- हम देख रहे हैं कि ये निर्माण किसी आग को नहीं बल्कि ऊर्जा को जन्म दे रहा है. राम मंदिर समाज के हर वर्ग को एक उज्ज्वल पथ पर चलने की प्रेरणा लेकर आया है.
- राम आग नहीं है, राम ऊर्जा है. राम विवाद नहीं, राम समाधान है. राम सिर्फ़ हमारे नहीं है, राम तो सबके हैं. राम सिर्फ़ वर्तमान नहीं, राम अनंतकाल हैं.
- ये मंदिर मात्र एक देव मंदिर नहीं है, ये भारत की दृष्टि का, भरत के दर्शन का मंदिर है. राम भारत की आस्था है, राम भारत का आधार है. राम भारत का विचार है, राम भारत का विधान है. राम भारत की चेतना और चिंतन है.
- श्रीराम का भव्य मंदिर बन गया, तो आगे क्या. सदियों का इंतज़ार तो ख़त्म हो गया, तो आगे क्या. आज के इस अवसर पर जो दैवीय आत्माएं हमें देख रही हैं, आशीर्वाद देने के लिए उपस्थित हुई हैं, उन्हें क्या हम ऐसे ही विदा करेंगे? नहीं, कदापि नहीं. आज मैं महसूस कर रहा हूं कि कालचक्र बदल रहा है.
- इसलिए मैं कहता हूं. यही समय है, सही समय है. हमें आज से, इस पवित्र समय से अगले एक हज़ार साल के भारत की नींव रखनी है. मंदिर निर्माण के कार्य से आगे बढ़कर हमें समर्थ, सक्षम, दिव्य भारत के निर्माण की सौगंध लेते हैं. राम के विचार, मानस के साथ ही जनमानस में भी हो, यही राष्ट्रनिर्माण की सीढ़ी है.
- मेरी आदिवासी मां शबरी तो कबसे कहती थी, राम आएंगे.
- ये भारत का समय है और भारत अब आगे बढ़ने वाला है. शताब्दियों के इंतज़ार के बाद ये पल आया है. अब हम रुकेंगे नहीं. इसी भाव के साथ रामलला के चरणों में प्रणाम करते हुए आप सभी को बहुत बहुत धन्यवाद. (bbc.com/hindi)
रायपुर, 23 जनवरी। राजधानी में बीती देर रात यह सड़क हादसा हुआ।कोतवाली थाना इलाके में महिला थाने के ठीक सामने कार क्षतिग्रस्त हुई है। कार में कितने लोग सवार रहे ,उनमें से किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं है ।
कार के सामने बोनेट के हिस्से को देखकर समझा जा रहा है कि हादसा तेज रफ्तार और स्पीड पर नियंत्रण न होने की वजह से हुआ। कार चालक,और सवारों का भी पता नहीं चला है। कार सीजी-18 पासिंग है।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में नेपाल के जनकपुर में भी लोगों ने 'दीपोत्सव' मनाया. जनकपुर को सीता का जन्मस्थान माना जाता है.
जनकपुर स्थित मां जानकी मंदिर से आए कई वीडियो में लोग बड़ी संख्या में दीये जलाते दिखे.
ऑल इंडिया रेडियो की ख़बर के अनुसार जानकी मंदिर में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का जश्न मनाने के लिए सवा लाख दीये जलाए गए.
जनकपुर रामायण सर्किट का हिस्सा है. पौराणिक कथाओं के अनुसार त्रेतायुग में राम और सीता का विवाह जनकपुरधाम में हुआ था. (bbc.com/hindi)
अयोध्या के मंदिर में लगी राम की मूर्ति को बनाने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज ने खुद को धरती का सबसे भाग्यशाली शख्स बताया है.
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान अरुण योगीराज ने कहा, "मुझे लगता है कि मैं धरती पर सबसे भाग्यशाली लोगों में से एक हूं. मेरे पूर्वजों और परिवारवालों, रामलला का आशीर्वाद हमेशा साथ रहा है. कभी-कभी मुझे वाक़ई लगता है कि मैं सपनों की दुनिया में हूं."
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की. इस आयोजन में सिनेमा, कारोबार, खेल और अलग-अलग क्षेत्रों की कई हस्तियां शामिल हुईं.
मूर्तिकार अरुण योगीराज कर्नाटक के मैसूर के करहने वाले हैं. उनके पिता भी बेहतरीन मूर्तिकार माने जाते हैं. अरुण योगीराज ने इंडिया गेट के पास स्थापित की गई सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति भी बनाई है. (bbc.com/hindi)
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल जानी-मानी हस्तियों में से एक साउथ के फ़िल्म अभिनेता रजनीकांत ने कहा है कि वह हर साल अयोध्या आएंगे.
मीडिया से बातचीत के दौरान रजनीकांत ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का अनुभव साझा किया.
उन्होंने कहा, "कार्यक्रम ऐतिहासिक था, मैं बहुत भाग्यशाली हूं. राम की मूर्ति बहुत बढ़िया है, मैंने देखा."
दोबारा अयोध्या आने के सवाल पर रजनीकांत ने कहा, "बिलकुल आऊंगा, हर साल आऊंगा."
वहीं, फ़िल्म अभिनेता जैकी श्रॉफ़ ने कहा कि उन्हें राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आना उनका नसीब है. उन्होंने कहा कि जब भी फ़िल्म में उन्हें इंस्पेक्टर का रोल मिला, उनका नाम राम था. (bbc.com/hindi)
पाकिस्तान और ईरान के बीच राजदूतों की बहाली पर सहमति बन गयी है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को इसकी जानकारी दी.
बीते सप्ताह ईरान ने पाकिस्तानी इलाक़े में मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था. इसके बाद पाकिस्तान ने पलटवार करते हुए ईरानी क्षेत्र में मिसाइल हमला किया था.
इससे दोनों देशों के आपसी रिश्तों में तनातनी बढ़ती देखी गयी थी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियां 29 जनवरी को पाकिस्तानी समकक्ष जलील अब्बास जिलानी के न्योते पर पाकिस्तान का दौरा भी करेंगे.
तनाव उस समय पैदा हुआ जब ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हमले किए.
ईरान ने कहा कि उसने पाकिस्तान के चरमपंथी संगठन जैश अल-अद्ल के ठिकानों पर ये हमले किए.
इसके बाद पाकिस्तान ने ईरान के सिस्तान बलूचिस्तान इलाक़े में हमला किया. इस हमले में नौ लोगों की मौत हुई.
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, "पाकिस्तान और इस्लामी गणराज्य ईरान के विदेश मंत्रियों के बीच फ़ोन पर हुई बातचीत के बाद, दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से एक-दूसरे के देश में राजदूतों की बहाली का निर्णय लिया. दोनों राजनयिक 26 जनवरी, 2024 से अपना काम संभाल लेंगे."
ये घटनाक्रम ऐसे समय पर हुआ है जब कथित तौर पर चीन के विदेश मंत्री सुन विडोंग ने मध्यस्थता के लिए पाकिस्तान का दौरा किया.
चीन ने सोमवार को कहा कि वह ईरान और पाकिस्तान के साथ संपर्क में है ताकि वे अपने मतभेद दूर कर सकें. (bbc.com/hindi)
अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंगलवार को आम लोगों के लिए मंदिर खोला गया.
सुबह 3 बजे से ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है. जैसे ही मंदिर के द्वार खुले तो लोगों में पहले अंदर जाने के लिए होड़ सी मच गई.
प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज सुबह पहली बार राम मंदिर में आरती की गयी.
दर्शन के लिए लोगों की भीड़ जुटी है और इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं.
बड़ी संख्या में लोग सरयू नदी में डुबकी लगाने भी पहुंचे हैं.
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की.
इस मौके पर देश की कई जानी-मानी हस्तियां अयोध्या पहुंचीं और समारोह में हिस्सा लिया. (bbc.com/hindi)
रायपुर, 23 जनवरी। सीएम विष्णु देव साय आज दिन भर मंत्रालय में शासकीय कार्य में व्यस्त रहेंगे। इस दौरान वे अपने विभागों से संबंधित नए बजट प्रस्तावों को अंतिम रूप देंगे। सीएम 11 बजे मंत्रालय पहुंचने के बाद शाम 5 बजे वापस लौटेंगे। इस दौरान आईपीएस अफसरों बहुप्रतीक्षित तबादला सूची को भी अंतिम रूप दे सकते हैं।
रायपुर, 23 जनवरी। राजधानी के पुलिस परेड मैदान में 26 जनवरी की परेड की तैयारियां जोरों पर है। शुक्रवार को यहां राज्यपाल हरिचंदन सलामी लेंगे।
रायपुर, 23 जनवरी। नेताजी जयंती के मौके पर मंगलवार सुबह जयस्तंभ चौक से स्टेशन चौक तक स्कूली बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली। स्टेशन के सामने लगे सुभाष चंद्र की मूर्ति माल्यार्पण कार्यक्रम में शामिल होंगे।
ऐसे में महापुरुष और आयोजकों का सम्मान कहां रहेगा
रायपुर, 23 जनवरी। हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के बाद भी राजनीतिक कार्यक्रमों में भीड़ जुटाने के नाम पर स्कूली बच्चों को जुटाने की प्रवृत्ति थम नहीं रही।आज स्वातंत्र्य वीर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती है। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सेदारी के लिए सुबह सुबह स्कूली बच्चों को जयस्तंभ चौक पर एकत्रित करा लिया गया और न तो कार्यक्रम कि अता पता न आयोजकों का। कोहरे भरी सुबह बच्चे कड़कड़ाते रहे।
कार्यक्रम और उसके आयोजकों के हवाले से जिला शिक्षा अधिकारी डीईओ ने दो दिन पहले 20 जनवरी को सात स्कूलों के छात्र छात्राओं को सुबह जयस्तंभ चौक एकत्रित करने का आदेश प्राचार्यों को लिखित भेजा था। अब डीईओ का आदेश न मानन का प्रश्न ही नहीं था। प्राचार्यों ने क्लास टीचर को निर्देशित कर दिया। और आज ठंड, बारिश और कोहरे से भरी सुबह में छात्र छात्राएं जयस्तंभ चौक पहुंच गए । लेकिन वहां क्या करना है, कहां जाना है? यह बताने या व्यवस्था करने वाले कोई मौजूद नहीं है। बच्चों और शिक्षकों ने बताया कि डीईओ के आदेश में किसी छत्तीसगढ़ युवा संगठन के द्वारा नेताजी जयंती के आयोजन की बात कही गई है। लेकिन घंटों बीतने के बाद भी कोई आयोजक, न विभाग के जिम्मेदार अधिकारी वहां पहुंचे। और बच्चे ठंड में कुकड़ते हुए इंतजार कर रहे थे।
बताया जा रहा है कि मुख्य कार्यक्रम स्टेशन चौक स्थित नेताजी प्रतिमा स्थल पर आयोजित है। बच्चों के जयस्तंभ चौक पर एकत्रित कर प्रभात फेरी के रूप में वहां ले जाने का कार्यक्रम तय किया गया था । लेकिन आयोजक ही नदारद रहे। हमने भी एक आयोजक से फोन पर संपर्क किया लेकिन कॉलिंग रिंग पूरी हो गई उन्होंने फोन नहीं उठाया । वहीं डीईओ ने भी यही किया।
राज्य वीरता पुरस्कार 2023, 4 बच्चों का चयन
रायपुर, 22 जनवरी। छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद की सिफारिश पर राज्य वीरता पुरस्कार 2023 के लिए चार बच्चों चयनित किया गया है । इनमें (1) प्रेमचन्द साहू उम्र 9 वर्ष पिता सुखदेव साहू एवं (2) लोकेश साहू उम्र 13 वर्ष पिता सुखनंदन साहू दोनों निवासी ग्राम रामपुर (चम्पारण) जिला रायपुर ने तालाब में डूबते हुए बालक पुष्पेन्द्र साहू की जान बचाई (3) अरनव सिंह उम्र 16 वर्ष पिता सुरेश कुमार सिंह ग्राम उदयपुर , अम्बिकापुर जिला सरगुजा ने आगजनी होने की सूचना प्रशासन को दिया और चौकीदार राहुल एवं सोते हुए 3 अन्य लोगों की जान बचाई (4) मूक बधिर दिव्यांग बालक ओम उपाध्याय उम्र 16 वर्ष पिता नीरज उपाध्याय ,कोहका भिलाई जिला दुर्ग ने कुत्तों के झुंड से एक बच्चे की जान बचाई । चयनित होने पर राज्य बाल कल्याण परिषद के संयुक्त सचिव राजेंद्र निगम ने सभी को बहुत बहुत बधाई एवँ चयनित बच्चों के उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएं इसी प्रकार निडर होकर दुसरो की मदद करते रहें।
अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक करोड़ घरों में सोलर पैनल लगाने की घोषणा की है.
इस योजना का नाम है- 'प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना.’
एक्स पर इस योजना का एलान करते हुए पीएम मोदी ने कहा- “अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर मेरा ये संकल्प और प्रशस्त हुआ कि भारतवासियों के घर की छत पर उनका अपना सोलर रूफ टॉप सिस्टम हो."
“अयोध्या से लौटने के बाद मैंने अपना पहला निर्णय यह लिया है कि हमारी सरकार एक करोड़ घरों में छतों पर सोलर सिस्टम लगाने के लक्ष्य के साथ 'प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना' शुरू करेगी.”
“इससे गरीब और मध्यम वर्ग का बिजली बिल तो कम होगा ही, साथ ही भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बनेगा.”
ये एलान उन्होंने दिल्ली पहुंच कर किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की, इस अनुष्ठान में उनके साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्य की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने हिस्सा लिया.
इसके साथ ही अयोध्या में देशभर की जानी-मानी हस्तियां इस आयोजन में हिस्सा लेने पहुंची थीं. (bbc.com/hindi)
रायपुर, 22 जनवरी। राज्य वीरता पुरस्कार वर्ष 2023-24 के लिए पात्र बालक-बालिकाओं के चयन के लिए गठित जूरी ने 4 बालकों को राज्य वीरता पुरस्कार के लिए चयन किया गया है। आगामी 26 जनवरी को यह पुरस्कार बालक-बालिकाओं को प्रदान किया जाएगा। इनमें सरगुजा जिले के मास्टर अरनव सिंह पिता श्री सुरेश कुमार सिंह, दुर्ग जिले के मास्टर ओम उपाध्याय पिता श्री नीरज उपाध्याय, रायपुर जिले के मास्टर प्रेमचंद साहू पिता श्री सुकदेव साहू और मास्टर लोकेश कुमार साहू पिता श्री सुखनंदन साहू शामिल हैं। राज्य वीरता पुरस्कार के लिए चयनित बालकों को 25 हजार रूपए और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।