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रायपुर, 23 जनवरी। राजधानी में बीती देर रात यह सड़क हादसा हुआ।कोतवाली थाना इलाके में महिला थाने के ठीक सामने कार क्षतिग्रस्त हुई है। कार में कितने लोग सवार रहे ,उनमें से किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं है ।
कार के सामने बोनेट के हिस्से को देखकर समझा जा रहा है कि हादसा तेज रफ्तार और स्पीड पर नियंत्रण न होने की वजह से हुआ। कार चालक,और सवारों का भी पता नहीं चला है। कार सीजी-18 पासिंग है।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में नेपाल के जनकपुर में भी लोगों ने 'दीपोत्सव' मनाया. जनकपुर को सीता का जन्मस्थान माना जाता है.
जनकपुर स्थित मां जानकी मंदिर से आए कई वीडियो में लोग बड़ी संख्या में दीये जलाते दिखे.
ऑल इंडिया रेडियो की ख़बर के अनुसार जानकी मंदिर में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का जश्न मनाने के लिए सवा लाख दीये जलाए गए.
जनकपुर रामायण सर्किट का हिस्सा है. पौराणिक कथाओं के अनुसार त्रेतायुग में राम और सीता का विवाह जनकपुरधाम में हुआ था. (bbc.com/hindi)
अयोध्या के मंदिर में लगी राम की मूर्ति को बनाने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज ने खुद को धरती का सबसे भाग्यशाली शख्स बताया है.
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान अरुण योगीराज ने कहा, "मुझे लगता है कि मैं धरती पर सबसे भाग्यशाली लोगों में से एक हूं. मेरे पूर्वजों और परिवारवालों, रामलला का आशीर्वाद हमेशा साथ रहा है. कभी-कभी मुझे वाक़ई लगता है कि मैं सपनों की दुनिया में हूं."
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की. इस आयोजन में सिनेमा, कारोबार, खेल और अलग-अलग क्षेत्रों की कई हस्तियां शामिल हुईं.
मूर्तिकार अरुण योगीराज कर्नाटक के मैसूर के करहने वाले हैं. उनके पिता भी बेहतरीन मूर्तिकार माने जाते हैं. अरुण योगीराज ने इंडिया गेट के पास स्थापित की गई सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति भी बनाई है. (bbc.com/hindi)
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल जानी-मानी हस्तियों में से एक साउथ के फ़िल्म अभिनेता रजनीकांत ने कहा है कि वह हर साल अयोध्या आएंगे.
मीडिया से बातचीत के दौरान रजनीकांत ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का अनुभव साझा किया.
उन्होंने कहा, "कार्यक्रम ऐतिहासिक था, मैं बहुत भाग्यशाली हूं. राम की मूर्ति बहुत बढ़िया है, मैंने देखा."
दोबारा अयोध्या आने के सवाल पर रजनीकांत ने कहा, "बिलकुल आऊंगा, हर साल आऊंगा."
वहीं, फ़िल्म अभिनेता जैकी श्रॉफ़ ने कहा कि उन्हें राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आना उनका नसीब है. उन्होंने कहा कि जब भी फ़िल्म में उन्हें इंस्पेक्टर का रोल मिला, उनका नाम राम था. (bbc.com/hindi)
पाकिस्तान और ईरान के बीच राजदूतों की बहाली पर सहमति बन गयी है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को इसकी जानकारी दी.
बीते सप्ताह ईरान ने पाकिस्तानी इलाक़े में मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था. इसके बाद पाकिस्तान ने पलटवार करते हुए ईरानी क्षेत्र में मिसाइल हमला किया था.
इससे दोनों देशों के आपसी रिश्तों में तनातनी बढ़ती देखी गयी थी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियां 29 जनवरी को पाकिस्तानी समकक्ष जलील अब्बास जिलानी के न्योते पर पाकिस्तान का दौरा भी करेंगे.
तनाव उस समय पैदा हुआ जब ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हमले किए.
ईरान ने कहा कि उसने पाकिस्तान के चरमपंथी संगठन जैश अल-अद्ल के ठिकानों पर ये हमले किए.
इसके बाद पाकिस्तान ने ईरान के सिस्तान बलूचिस्तान इलाक़े में हमला किया. इस हमले में नौ लोगों की मौत हुई.
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, "पाकिस्तान और इस्लामी गणराज्य ईरान के विदेश मंत्रियों के बीच फ़ोन पर हुई बातचीत के बाद, दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से एक-दूसरे के देश में राजदूतों की बहाली का निर्णय लिया. दोनों राजनयिक 26 जनवरी, 2024 से अपना काम संभाल लेंगे."
ये घटनाक्रम ऐसे समय पर हुआ है जब कथित तौर पर चीन के विदेश मंत्री सुन विडोंग ने मध्यस्थता के लिए पाकिस्तान का दौरा किया.
चीन ने सोमवार को कहा कि वह ईरान और पाकिस्तान के साथ संपर्क में है ताकि वे अपने मतभेद दूर कर सकें. (bbc.com/hindi)
अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंगलवार को आम लोगों के लिए मंदिर खोला गया.
सुबह 3 बजे से ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है. जैसे ही मंदिर के द्वार खुले तो लोगों में पहले अंदर जाने के लिए होड़ सी मच गई.
प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज सुबह पहली बार राम मंदिर में आरती की गयी.
दर्शन के लिए लोगों की भीड़ जुटी है और इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं.
बड़ी संख्या में लोग सरयू नदी में डुबकी लगाने भी पहुंचे हैं.
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की.
इस मौके पर देश की कई जानी-मानी हस्तियां अयोध्या पहुंचीं और समारोह में हिस्सा लिया. (bbc.com/hindi)
रायपुर, 23 जनवरी। सीएम विष्णु देव साय आज दिन भर मंत्रालय में शासकीय कार्य में व्यस्त रहेंगे। इस दौरान वे अपने विभागों से संबंधित नए बजट प्रस्तावों को अंतिम रूप देंगे। सीएम 11 बजे मंत्रालय पहुंचने के बाद शाम 5 बजे वापस लौटेंगे। इस दौरान आईपीएस अफसरों बहुप्रतीक्षित तबादला सूची को भी अंतिम रूप दे सकते हैं।
रायपुर, 23 जनवरी। राजधानी के पुलिस परेड मैदान में 26 जनवरी की परेड की तैयारियां जोरों पर है। शुक्रवार को यहां राज्यपाल हरिचंदन सलामी लेंगे।
रायपुर, 23 जनवरी। नेताजी जयंती के मौके पर मंगलवार सुबह जयस्तंभ चौक से स्टेशन चौक तक स्कूली बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली। स्टेशन के सामने लगे सुभाष चंद्र की मूर्ति माल्यार्पण कार्यक्रम में शामिल होंगे।
ऐसे में महापुरुष और आयोजकों का सम्मान कहां रहेगा
रायपुर, 23 जनवरी। हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के बाद भी राजनीतिक कार्यक्रमों में भीड़ जुटाने के नाम पर स्कूली बच्चों को जुटाने की प्रवृत्ति थम नहीं रही।आज स्वातंत्र्य वीर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती है। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सेदारी के लिए सुबह सुबह स्कूली बच्चों को जयस्तंभ चौक पर एकत्रित करा लिया गया और न तो कार्यक्रम कि अता पता न आयोजकों का। कोहरे भरी सुबह बच्चे कड़कड़ाते रहे।
कार्यक्रम और उसके आयोजकों के हवाले से जिला शिक्षा अधिकारी डीईओ ने दो दिन पहले 20 जनवरी को सात स्कूलों के छात्र छात्राओं को सुबह जयस्तंभ चौक एकत्रित करने का आदेश प्राचार्यों को लिखित भेजा था। अब डीईओ का आदेश न मानन का प्रश्न ही नहीं था। प्राचार्यों ने क्लास टीचर को निर्देशित कर दिया। और आज ठंड, बारिश और कोहरे से भरी सुबह में छात्र छात्राएं जयस्तंभ चौक पहुंच गए । लेकिन वहां क्या करना है, कहां जाना है? यह बताने या व्यवस्था करने वाले कोई मौजूद नहीं है। बच्चों और शिक्षकों ने बताया कि डीईओ के आदेश में किसी छत्तीसगढ़ युवा संगठन के द्वारा नेताजी जयंती के आयोजन की बात कही गई है। लेकिन घंटों बीतने के बाद भी कोई आयोजक, न विभाग के जिम्मेदार अधिकारी वहां पहुंचे। और बच्चे ठंड में कुकड़ते हुए इंतजार कर रहे थे।
बताया जा रहा है कि मुख्य कार्यक्रम स्टेशन चौक स्थित नेताजी प्रतिमा स्थल पर आयोजित है। बच्चों के जयस्तंभ चौक पर एकत्रित कर प्रभात फेरी के रूप में वहां ले जाने का कार्यक्रम तय किया गया था । लेकिन आयोजक ही नदारद रहे। हमने भी एक आयोजक से फोन पर संपर्क किया लेकिन कॉलिंग रिंग पूरी हो गई उन्होंने फोन नहीं उठाया । वहीं डीईओ ने भी यही किया।
राज्य वीरता पुरस्कार 2023, 4 बच्चों का चयन
रायपुर, 22 जनवरी। छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद की सिफारिश पर राज्य वीरता पुरस्कार 2023 के लिए चार बच्चों चयनित किया गया है । इनमें (1) प्रेमचन्द साहू उम्र 9 वर्ष पिता सुखदेव साहू एवं (2) लोकेश साहू उम्र 13 वर्ष पिता सुखनंदन साहू दोनों निवासी ग्राम रामपुर (चम्पारण) जिला रायपुर ने तालाब में डूबते हुए बालक पुष्पेन्द्र साहू की जान बचाई (3) अरनव सिंह उम्र 16 वर्ष पिता सुरेश कुमार सिंह ग्राम उदयपुर , अम्बिकापुर जिला सरगुजा ने आगजनी होने की सूचना प्रशासन को दिया और चौकीदार राहुल एवं सोते हुए 3 अन्य लोगों की जान बचाई (4) मूक बधिर दिव्यांग बालक ओम उपाध्याय उम्र 16 वर्ष पिता नीरज उपाध्याय ,कोहका भिलाई जिला दुर्ग ने कुत्तों के झुंड से एक बच्चे की जान बचाई । चयनित होने पर राज्य बाल कल्याण परिषद के संयुक्त सचिव राजेंद्र निगम ने सभी को बहुत बहुत बधाई एवँ चयनित बच्चों के उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएं इसी प्रकार निडर होकर दुसरो की मदद करते रहें।
अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक करोड़ घरों में सोलर पैनल लगाने की घोषणा की है.
इस योजना का नाम है- 'प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना.’
एक्स पर इस योजना का एलान करते हुए पीएम मोदी ने कहा- “अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर मेरा ये संकल्प और प्रशस्त हुआ कि भारतवासियों के घर की छत पर उनका अपना सोलर रूफ टॉप सिस्टम हो."
“अयोध्या से लौटने के बाद मैंने अपना पहला निर्णय यह लिया है कि हमारी सरकार एक करोड़ घरों में छतों पर सोलर सिस्टम लगाने के लक्ष्य के साथ 'प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना' शुरू करेगी.”
“इससे गरीब और मध्यम वर्ग का बिजली बिल तो कम होगा ही, साथ ही भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बनेगा.”
ये एलान उन्होंने दिल्ली पहुंच कर किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की, इस अनुष्ठान में उनके साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्य की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने हिस्सा लिया.
इसके साथ ही अयोध्या में देशभर की जानी-मानी हस्तियां इस आयोजन में हिस्सा लेने पहुंची थीं. (bbc.com/hindi)
रायपुर, 22 जनवरी। राज्य वीरता पुरस्कार वर्ष 2023-24 के लिए पात्र बालक-बालिकाओं के चयन के लिए गठित जूरी ने 4 बालकों को राज्य वीरता पुरस्कार के लिए चयन किया गया है। आगामी 26 जनवरी को यह पुरस्कार बालक-बालिकाओं को प्रदान किया जाएगा। इनमें सरगुजा जिले के मास्टर अरनव सिंह पिता श्री सुरेश कुमार सिंह, दुर्ग जिले के मास्टर ओम उपाध्याय पिता श्री नीरज उपाध्याय, रायपुर जिले के मास्टर प्रेमचंद साहू पिता श्री सुकदेव साहू और मास्टर लोकेश कुमार साहू पिता श्री सुखनंदन साहू शामिल हैं। राज्य वीरता पुरस्कार के लिए चयनित बालकों को 25 हजार रूपए और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
अयोध्या की तर्ज पर कौशल्या धाम का होगा विकास
कौशल्या धाम चन्दखुरी में रामोत्सव का भव्य आयोजन
रायपुर, 22 जनवरी। संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां कौशल्या माता धाम में पर्यटन मंडल द्वारा आयोजित रामोत्सव के आयोजन में सम्बोधित करते हुए कहा कि नवा रायपुर के पुरखौती मुक्तांगन परिसर में भव्य और दिव्य राम मंदिर प्रतिकृति तैयार की जाएगी। यह अयोध्या में बनाए गए राम मंदिर की हुबहू प्रतिकृति होगी। उन्होंने कहा कि अयोध्या धाम की तर्ज पर कौशल्या माता धाम का भी विकास किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और सांसद सुनील सोनी ने माता कौशल्या पर आधारित विशेष डाक टिकिट विमोचन किया। इस मौके पर विधायक गुरु खुशवंत साहेब भी विशेष तौर पर उपस्थित थे।
रायपुर, 22 जनवरी। भाजपा शहर जिला के कार्यकर्ताओं ने भी दिन भर अपने अपने क्षेत्रों और शाम ढलते ही एकात्म परिसर में विभिन्न आयोजन किए। जिला कार्यालय के मुख्यद्वार पर जिला मीडिया प्रभारी वंदना राठौड ने आकर्षक रंगोली बनाई ।, कार्यालय प्रांगण में 1100 दीयों से श्री राम लिखा गया और ॐ की आकृति बनाई गई ।उसके पश्चात भव्य आतिशबाजी की गई पूरे कार्यालय को सुंदर विद्युत साज सज्जा और भगवा तोरण से सजाया गया । शहर जिला अध्यक्ष जयंती पटेल ने कार्यकर्ताओं के साथ प्रातः प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण जिला पदाधिकारियों संग देखा सभी का मन भाव विभोर हो गया।
इन कार्यक्रमों में विशेष रूप से जिला महामंत्री सत्यम दुआ अकबर अली, मनीषा चंद्राकर, गोपी साहू, राजीव मिश्रा, जितेंद्र गोलछा, संतोष साहू, ऋषभ कुमावत, अवनीश वर्मा, प्रीति प्रघन्या, विशाल शुक्ला, कार्यकर्ता उपस्थित थे।
रायपुर, 22 जनवरी। श्री बालाजी कल्याण मंदिर गुढ़ियारी में सोमवार को सांध्य अराधना के साथ दीपोत्सव का आयोजन किया गया है।
रायपुर, 22 जनवरी। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर राज्यपाल हरिचंदन राजधानी, सीएम विष्णु देव साय जगदलपुर, स्पीकर डॉ रमन सिंह राजनांदगांव में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी लेंगेq। सभी छह सांसद और तीन वरिष्ठ विधायकों भी मुख्य अतिथि होंगे।
सिंगापुर, 22 जनवरी। सिंगापुर में करीब 18 लाख अमेरिकी डॉलर की धोखाधड़ी के दोषी पाए गए भारतीय मूल के व्यक्ति को सात साल और चार महीने की सजा सुनाई गई है।
‘स्ट्रेट टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक, 53 वर्षीय मुरली कृष्णन नायडू ने निवेश घोटाले के तहत 2008-13 के दौरान अपने पारिवारिक मित्रों और परिचितों समेत 20 लोगों के साथ धोखाधड़ी की थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, नायडू ने अधिकांश पीड़ितों को इस आड़ में ठगा कि उनका पैसा उसकी पत्नी द्वारा स्थापित ऋण व्यवसाय में निवेश किया जाएगा।
कई पीड़ितों ने निवेश करने के लिए अपनी सेवानिवृत्ति बचत से पैसा निकाला था। (भाषा)
नयी दिल्ली, 22 जनवरी। दिल्ली उच्च न्यायालय ने आपराधिक मानहानि मामले में समन के खिलाफ राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अपील पर सोमवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को नोटिस जारी किया।
न्यायमूर्ति स्वर्ण कांता शर्मा ने शेखावत को दो सप्ताह के भीतर याचिका पर अपना जवाब दाखिल करने को कहा और अपील को छह मार्च को आगे की सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया।
उच्च न्यायालय ने निचली अदालत को भी यह निर्देश दिया कि वह अपने यहां लंबित मामले को उच्च न्यायालय में तय तिथि से बाद की तारीख के लिए स्थगित कर दे।
गहलोत ने पिछले साल सत्र अदालत के आदेश को चुनौती दी है, जिसने शेखावत द्वारा दायर शिकायत पर समन के खिलाफ उनकी अपील खारिज कर दी थी। सत्र अदालत ने कहा था कि अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट द्वारा जारी किए गए समन में कोई तथ्यात्मक गलती या त्रुटि नहीं थी।
शेखावत ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि गहलोत ने संवाददाता सम्मेलन, खबरों और सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से उन्हें राजस्थान में कथित संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले से जोड़कर सार्वजनिक रूप से बदनाम किया।
यह कथित घोटाला उच्च रिटर्न के वादे के साथ हजारों निवेशकों से अनुमानित रूप से 900 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से संबंधित है।
सत्र अदालत ने शेखावत के वकील की दलील पर गौर किया था कि मजिस्ट्रेट अदालत को किसी आरोपी को बुलाने के समय साक्ष्य के सही-गलत होने या स्वीकार्यता के बारे में कोई विस्तृत टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं थी क्योंकि इस बारे में केवल मुकदमे के अंत में और पेश किए गए सबूतों के आधार पर फैसला सुनाया जा सकता है।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और जोधपुर से सांसद शेखावत ने मजिस्ट्रेट के समक्ष अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि गहलोत कथित घोटाले को लेकर उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां कर रहे हैं और उनकी छवि खराब करने तथा उनके राजनीतिक करियर को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।
मजिस्ट्रेट अदालत ने पूर्व में कहा था कि गहलोत ने ‘‘प्रथम दृष्टया’’ निहितार्थों के बारे में अच्छी तरह से जानते हुए और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के इरादे से शेखावत के खिलाफ अपमानजनक आरोप लगाए। (भाषा)
नयी दिल्ली, 22 जनवरी। दिल्ली उच्च न्यायालय ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत के आधार पर लोकपाल द्वारा झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) प्रमुख शिबू सोरेन के खिलाफ शुरू की गई कार्यवाही में हस्तक्षेप करने से सोमवार को इनकार कर दिया।
न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद ने कहा कि लोकपाल की कार्यवाही के साथ-साथ शिकायत को चुनौती देने वाली झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री की याचिका ‘‘समयपूर्व’’ दाखिल की गई। न्यायाधीश ने सोरेन की याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा कि अभी इसका वक्त नहीं आया है।
अगस्त 2020 में की गई शिकायत में झारखंड की गोड्डा सीट से भाजपा के लोकसभा सदस्य दुबे ने दावा किया, ‘‘शिबू सोरेन और उनके परिवार के सदस्यों ने सरकारी खजाने का दुरुपयोग करके भारी संपत्ति अर्जित की और घोर भ्रष्टाचार में लिप्त रहे हैं।’’
उच्च न्यायालय ने 12 सितंबर, 2022 को लोकपाल कार्यवाही पर रोक लगा दी थी और कहा था कि मामले पर विचार की आवश्यकता है। शिकायत के साथ-साथ लोकपाल कार्यवाही पर सवाल उठाते हुए सोरेन ने उच्च न्यायालय के समक्ष दलील दी कि उनके खिलाफ मामला ‘‘पूरी तरह से दुर्भावनापूर्ण’’ और ‘‘राजनीति से प्रेरित’’ है।
उन्होंने दलील दी कि शिकायत पर भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल द्वारा विचार नहीं किया जा सकता क्योंकि आरोप शिकायत प्रस्तुत करने की तारीख से सात साल पहले के समय से संबंधित थे।
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम, 2013 की धारा 53 के तहत प्रावधानों के अनुसार, शिकायत में उल्लिखित अपराध किए जाने की तारीख से सात साल गुजरने के बाद शिकायत नहीं की जा सकती है।
जवाब में, लोकपाल ने कहा कि कार्यवाही कानून के अनुसार की जा रही है और शिकायत अभी भी ‘‘निर्णय के लिए खुली’’ है क्योंकि ‘‘कोई अंतिम दृष्टिकोण नहीं बनाया गया है’’ और वह ‘‘इस स्तर पर शिकायत के गुण-दोष पर टिप्पणी नहीं कर सकता।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 22 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को पराक्रम दिवस के अवसर पर लाल किले में आयोजित एक समारोह का उद्घाटन करेंगे। यह समारोह 31 जनवरी तक जारी रहेगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सम्मान में साल 2021 से हर साल ‘पराक्रम दिवस’ मनाया जाता है।
पीएमओ ने कहा कि इस समारोह के दौरान प्रधानमंत्री गणतंत्र दिवस की झांकियों और सांस्कृतिक प्रदर्शनों के साथ देश की विविधता को प्रदर्शित करने के लिए पर्यटन मंत्रालय की ओर से आयोजित किए जा रहे ‘भारत पर्व’ की डिजिटल रूप से शुरुआत भी करेंगे।
इसने कहा कि लाल किले में इस साल आयोजित समारोह के दौरान ऐतिहासिक प्रतिबिंबों और जीवंत सांस्कृतिक अभिव्यक्ति को एक साथ जोड़ते हुए एक बहुआयामी उत्सव मनाया जाएगा। पीएमओ ने कहा कि ये गतिविधियां नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिंद फौज की गहन विरासत पर आधारित होंगी।
इस दौरान आगंतुकों को नेताजी और आजाद हिंद फौज की उल्लेखनीय यात्रा को दर्शाने वाली दुर्लभ तस्वीरों तथा दस्तावेजों को प्रदर्शित करने वाले अभिलेखागारों की प्रदर्शनियों के माध्यम से एक शानदार अनुभव के साथ जुड़ने का अवसर मिलेगा।
आगामी 31 जनवरी तक जारी रहने वाले नौ दिवसीय कार्यक्रम में 26 मंत्रालय और विभाग नागरिक केंद्रित पहल, ‘वोकल फॉर लोकल’ और विविध पर्यटन आकर्षणों को रेखांकित करेंगे। यह पूरे विश्व के लोगों को शामिल करने और राष्ट्र की पुनरुत्थान की भावना को प्रतिबिंबित करने व उत्सव मनाने के लिए एक मंच होगा।
पीएमओ ने कहा कि इसका आयोजन लाल किले के सामने राम लीला मैदान और माधव दास पार्क में होगा।
साल 2021 में पराक्रम दिवस का उद्घाटन समारोह कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में हुआ था। साल 2022 में इंडिया गेट पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया गया था। वहीं, 2023 में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के 21 सबसे बड़े अनाम द्वीपों का नाम 21 परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं के नाम पर रखा गया था। (भाषा)
जयपुर, 22 जनवरी। राजस्थान के बाड़मेर जिले के बाखासर थाना क्षेत्र में सरकारी स्कूल के एक अध्यापक द्वारा घर में घुसकर एक नाबालिग छात्रा के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म कर उसकी हत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, अध्यापक ने हत्या के बाद शव को पानी की टंकी में फेंक दिया।
थानाधिकारी सुरभान सिंह ने बताया कि 17 वर्षीय नाबालिग सरकारी विद्यालय की 11वीं कक्षा की छात्रा थी।
उन्होंने कहा कि परिजनों का आरोप है कि विद्यालय के एक शिक्षक ने रविवार सुबह छात्रा के साथ दुष्कर्म किया व उसकी हत्या कर शव पानी की टंकी में फेंक दिया।
उनके मुताबिक, अध्यापक फिलहाल फरार है।
सिंह ने बताया कि आरोपी शिक्षक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और पोक्सो कानून की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिये पुलिस दल भेजा गया है।
थानाधिकारी ने बताया कि सोमवार को मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया।
उन्होंने बताया कि शनिवार को परिवार के सदस्य शादी में बाहर गए हुए थे और नाबालिग लड़की अपनी मां के साथ घर में अकेली थी तथा रात को सरकारी शिक्षक प्रहलादराम (30) घर में घुसा और नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया।
अधिकारी ने बताया कि फिर लड़की की हत्या कर शव खेत में बनी टंकी में डाल दिया।
पुलिस मामले की जांच कर रही है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 22 जनवरी। उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को केंद्र सरकार से कहा कि वह एक कांग्रेस नेता की उस याचिका पर दो सप्ताह के भीतर जवाब दे, जिसमें नारी शक्ति वंदन अधिनियम-2023 को तत्काल लागू करने का अनुरोध किया गया है, ताकि इस साल होने वाले आम चुनाव से पहले लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में एक तिहाई सीट महिलाओं के लिए आरक्षित की जा सकें।
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता की पीठ ने केंद्र सरकार को यह समय उसके वकील कनु अग्रवाल के यह कहने पर दिया कि सरकार को व्यापक जवाब दाखिल करने के लिए कुछ समय चाहिए।
याचिकाकर्ता जया ठाकुर की ओर से पेश वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने कहा कि अदालत को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी करना चाहिए कि कानून को आम चुनाव से पहले लागू किया जा सके।
न्यायमूर्ति खन्ना ने कहा कि अदालत इस स्तर पर कोई निर्देश पारित नहीं कर सकती और सिंह से केंद्र के जवाब का इंतजार करने के लिए कहा।
जब वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि वह इस मुद्दे पर एक याचिका दायर करना चाहते हैं, तो पीठ ने उनसे कहा कि उनकी याचिका, एक नया मामला होने के कारण, केवल प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की पीठ को ही सौंपी जा सकती है।
अदालत इस मामले की सुनवाई अब तीन सप्ताह बाद करेगी।
उच्चतम न्यायालय ने तीन नवंबर, 2023 को कहा था कि महिला आरक्षण कानून के उस हिस्से को रद्द करना अदालत के लिए ‘बहुत मुश्किल’ होगा, जो कहता है कि इसे जनगणना के बाद लागू किया जाएगा। (भाषा)