बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 अप्रैल। कोई भी देश यश के शिखर पर तब तक नही पहुंच सकता जब तक उस देश की महिलाएं कंधे से कंधा मिला कर ना चले हम बात कर रहे हैं, घरेलू काम में व्यस्त रहने वाली साजा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत राखी की महिलाओं की, जो चार दीवारी से बाहर निकलकर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) अंतर्गत समूह से जुडक़र प्रगति महिला ग्राम संगठन द्वारा छत्तीसगढ़ शासन की सुराजी गांव योजना नरवा, गरवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना अंतर्गत केले के तने का रेशा, केले के तने के रेशे से सजावटी समान (टोपी, चप्पल, बैंग, टोकरी एवं अन्य), दाल मिल, गोबर के दिये, गोबर से बिजली, आटा चक्की, वर्मी खाद, बाड़ी विकास, मूर्ति बनाकर आजीविका कर नित्य नई सफलता की कहानी लिखकर देश को आगे बढ़ाने में कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है और 5 हजार से 10 हजार रू. प्रतिमाह लाभ कमा रही है। इन महिलाओं के सपनों को पंख देने में लगे है जिला के कलेक्टर विलास भोसकर संदीपान, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत लीना कमलेश मंडावी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत साजा क्रांति ध्रुव जिनके सफल मार्गदर्शन से समूह की महिलाएं लाभ कमा रही है।
प्रगति महिला ग्राम संगठन से जुड़ी हुई 17 समूह की महिलाओं द्वारा अब तक गोबर के दिया से एक लाख 40 हजार रुपए, आटा चक्की से 5 हजार रुपए, बाडी विकास से 11 हजार रुपए, वर्मी खाद से 5 हजार रुपए, केले के रेशे से उत्पादन से हजारो रूपये लाभ कमा चुका है एवं दाल मिल से लाभ कमाने की ओर अग्रसर है।