बेमेतरा
बेमेतरा, 11 मई। शुक्रवार को अक्ती तिहार एवं माटी पूजन किया गया। किसानों ने पंरपरा के तहत पूजा-अर्चना करने के बाद खरीफ फसल की पहली बीज को खेतों में डाला साथ ही गोबर खाद भी खेतों में डाला गया। ढोलिया के अनुसंधान केन्द्र में भी अक्ति तिहार में बीज रोपण किया गया है। जनकारी हो कि पंरपरा के अनुसार किसान अलसुबह ही खेत पहुंचकर देव अर्चना करने के बाद खेतों में बीज व गोबर खाद डाला। दूसरी तरफ खेत सुधार व अन्य कार्य भी प्रारंभ किया है। बेमेतरा, मानपुर, पिकरी, मुरपार, लोलेसरा, नवागांव समेत अनेक गांव में अक्ति त्यौहार में मिटटी पूजा किया गया।
आरएसव्ही कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, ढोलिया में अक्ती तिहार एवं माटी पूजन दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय के प्रक्षेत्र पर परंपरागत विधि से पूजा-अर्चना और माटी पूजन करके, अक्ती तिहार की शुरुआत की गई।
माटी पूजन एवं बीज संस्कार का कार्य डॉ. संदीप भंडारकर अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय द्वारा किया गया। जिसकी शुरुआत उन्होंने खेत में रागी, धान, बरसिंम बीज की बुवाई करके किया। माटी पूजन कार्यक्रम में कृषि महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. यू.के.ध्रुव एवं डॉ. असित कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
महाविद्यालय के अधिष्ठाता ने कहा कि अक्ती तिहार छत्तीसगढ़ का प्रमुख त्यौहार है। अंचल में अक्ती तिहार से खेती किसानी शुरू होता है एवं किसान बीज अंकुरण की शुरूआत भी इसी दिन से करते हैं। उन्होंने सामूहिक बीज बैंक का महत्व बताया एवं छात्र-छात्राओं को पारंपरिक बीज संग्रहण के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं द्वारा क्षेत्र के धान्य एवं लघु धान्य फसलों एवं अक्ती तिहार में बीजों के महत्व जैसे विभिन्न विषयों पर व्यायान प्रस्तुत किया गया। साथ-साथ कृषि महाविद्यालय के छात्राओं द्वारा अनाज, फल, सब्जी एवं रंगों का उपयोग करके रंगोली भी बनाया गया।
कार्यक्रम में कृषि महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. उमेश कुमार ध्रुव, डॉ. असित कुमार, डॉ. भारती बघेल, डॉ. प्रीति पैंकरा, डॉ. साबजाज, प्रतिभा सिंह एवं अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।