बेमेतरा
कलेक्टर ने किया जलसंग्रहण परियोजनाओं का निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 23 अप्रैल। कलेक्टर विलास संदीपन भोसकर ने जिले के विभिन्न गांवों के जलग्रहण परियोजनाओं का निरीक्षण किया। जिसमें ग्राम देवगांव के नाला चेकडेम निर्माण कार्य के आस-पास के किसानों से चर्चा किया गया। किसानों द्वारा बताया गया कि चेकडेम में बनाने से पूर्व वाटरलेबल नीचे चला गया था, जिसके कारण बोरवेल रूक-रूक कर चलता था जो कि आज की स्थिति में लगातार चल रहा है और नाला चेकडेम में रूके हुए पानी से करीब 20-25 एकड़ में किसान सिंचाई कर रहे हैं। साथ ही कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केन्द्र एवं शासकीय प्राथमिक शाला देवगांव का निरीक्षण किया।
आंगनबाड़ी केन्द्र में 2-3 बच्चे उपस्थित पाया गया एवं शासकीय प्राथमिक शाला में शत्-प्रतिशत् बच्चों की उपस्थिति रही व मध्यान्ह भोजन व्यवस्था का निरीक्षण किया जो कि सही पाया गया। इसी तरह ग्राम घोरेघाट एवं करमतरा का भी निरीक्षण किया गया। इस दौरान अर्जुन कोशले, विजय धृतलहरे, मंगल निषाद, बलराम राजपूत एवं अन्य 15 कृषक उपस्थित थे। कार्तिक निषाद द्वारा बताया गया कि विगत 5 वर्षों से बोरवेल फेल होकर पड़ा हुआ जो नाला चेकडेम बनाने के कारण लेबल ऊपर आ गया और आज की स्थिति में 110 फीट में लगातार चल रहा है और धान फसल के पश्चात् सब्जी-भाजी का भी फसल लेना प्रारंभ कर दिया गया है, जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि हो रही है। ग्राम करमतरा में सिंचाई विभाग द्वारा निर्माण किये गये स्टापडेम के ऊपरी भाग पर जमें हुए गाद की सफाई हेतु निर्देशित किया गया।
तत्पश्चात जिलाधीश द्वारा ग्राम उमरिया के सोसायटी का निरीक्षण किया गया, जिसमें कृषकों को खाद उठाव हेतु परामर्श भी दिया गया एवं समिति के रखे हुए कृष्णा झाईम के डिब्बे को अवैध बताते हुए उसकी जब्ती बनाने एवं समिति प्रबंधक को निलंबित करने का निर्देश दिया गया। ग्राम भुरकी में गलीचेक निर्माण कार्य एवं मनरेगा योजना के अंतर्गत निर्माण कराये गए निजी डबरी का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय उप संचालक कृषि, अनुविभागीय कृषि अधिकारी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, कृषि विकास अधिकारी उपस्थित थे।