बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 21 जुलाई। जिले में इस मानसून में बारिश की स्थिति को देखकर यह अनुमान लगाना मुश्किल हो रहा है की फसल कैसे होगी। नवागढ़ ब्लाक में नांदघाट तहसील में बारिश धान के अनुकूल है, जबकि नवागढ़ तहसील में बारिश कम है। यदि जल संसाधन का रिकार्ड देखा जाए तो गत वर्ष 20 जुलाई को जो स्थिति थी उसके मुकाबले इस वर्ष प्रदर्शन कमजोर है।
तीन जलाशय ही हुए हैं लबालब
गत वर्ष बेमेतरा ब्लाक में तीन जलाशय डोकला, मूनरबोड एवं नरी, नवागढ़ ब्लाक में गोढ़ीकला तालाब, साजा में चारभठा जलाशय में शत प्रतिशत भराव, भंसूली एवं जामगांव में 75 फीसदी से अधिक जल भराव, बेमेतरा ब्लाक के 9, नवागढ़ के 5 साजा के तीन जलाशय में 50 फीसदी से अधिक, बेमेतरा ब्लाक के 13, नवागढ़ ब्लाक के 8, साजा ब्लाक के 3, बेरला ब्लाक में 5 जलाशय 25 फीसदी से अधिक जलभराव में थे। बेमेतरा के 10, नवागढ़ के 10, साजा के 14 एवं बेरला के 16 जलाशय में जलभराव 25 फीसदी से कम था। 110 योजना (तालाब एवं जलाशय) में केवल 50 ही 25 फीसदी से कम थे। इस बार स्थिति कमजोर है 69 योजनाओं में जलभराव 25 फीसदी से कम है।
अब तक के बारिश में जलाशयों की स्थिति
शत प्रतिशत जलभराव जलाशय में है इसमें बेमेतरा ब्लाक धनेली, नवागढ़ ब्लाक में गिधवा रेनो, साजा में चरभाठा जलाशय। 75 फीसदी से अधिक जलभराव में नवागढ़ ब्लाक का बेलदहरा, बेरला ब्लाक के करेली तालाब का नाम दर्ज है। 50 फीसदी से अधिक जलभराव में बेमेतरा ब्लाक के तेंदू भ_ा, सांडी तालाब, नवागढ़ ब्लाक में गनियारी, एरमसही तालाब, साजा में मोहभ_ा जलाशय बेरला में बहेरा, खरगा, पुरान, भांड,नेवनरा, तारकोरी, एवं बोरिया जलाशय का नाम है। 25 फीसदी से अधिक में बेमेतरा ब्लाक के खिलोरा, भीमपुरी, पंडर भ_ा, धारा, नवागढ़ ब्लाक के मोहलाइन, पुटपुरा, सलहेघोरी, अमोरा एवं खैरा, साजा में बेतर, कोड़ा पूरी, घोटवानी, पदम सरा, सहसपुर, कोचरी, परसबोड, जगन्नाथपुर, नारधी, बोडगा एवं जामगांव बेरला ब्लाक में टकसिवा, बड़ा बेरला, सिलघट, तरकोरी, हरदी, एवं भिभौरी का नाम अंकित है। 24 फीसदी से कम है या पूरी तरह सूखे मेंबेमेतरा ब्लाक के 28 ,नवागढ़ ब्लाक के 15 ,साजा ब्लाक के 18 एवं बेरला ब्लाक के 8 जलाशय।
जिले में दो तरह की तस्वीर
रोपा कार्य में लगे ग्राम मजगांव के किसान संतोष साहू ने कहा कि हम तो रोपा लगा रहे है पर पांच किलोमीटर दूर ग्राम नेवासा बघूली में किसान आसमान ताक रहे हैं। पूरे जिले में दो तरह की तस्वीर है जो किसानों के लिए चिंताजनक है, सकरी में बाढ़ का इंतजार ईई जल संसाधन सीएस शिवहरे ने बताया कि अभी केवल नर्मदा डायवर्सन से साजा ब्लाक के किसानों को केनाल से पानी दिया जा रहा है। बाकी जगह कोई मांग नही आई है। सकरी नदी में बाढ़ का इंतजार है। एक बार बहाव होने से स्थिति में सुधार हो जाएगा। शिवहरे ने कहा कि फिलहाल बारिश का इंतजार है।