दुर्ग
घर से रुपए व गहने लेकर निकली थी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 27 जुलाई। दुर्ग जिले के खुर्सीपार क्षेत्र में मोबाइल से कोरियन गेम डाउनलोड कर देखते-देखते ऐसा जुनून चढ़ा कि 13 वर्षीय 9 वीं की छात्रा घर से रुपए और सोना चांदी लेकर विदेश (कोरिया) भाग रही थी। इससे पहले की नाबालिग वहां पहुंच पाती खुर्सीपार पुलिस ने जीआरपी पुलिस की मदद से यूपी के मुरादाबाद रेलवे स्टेशन में सही सलामत बरामद कर लिया है। परिजन खुर्सीपार पुलिस के साथ बच्ची को लेने रवाना हो गए हैं।
खुर्सीपार टीआई वीरेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि परिजनों ने शिकायत दर्ज करायी कि उनकी 13 वर्षीय नाबालिग जो कक्षा 9वीं की छात्रा है। 24 जुलाई को घर से चली गई है और घर से रुपए और सोना चांदी भी साथ लेकर गई है। तत्काल अपराध दर्ज कर लिया गया। बच्ची के पिता बीएसपी कर्मी हैं।
टीआई ने बताया कि इस मामले में बच्ची के सहेलियों से पूछताछ की कि उन्होंने बताया कि बच्ची ने कोरियन गेम मोबाइल में डाउनलोड कर ली थी। उसे डांस का शौक था, और वह उससे ही डांस सीखा करती थी।
उसने गेम का कई पड़ाव पार कर लिया है। सहेलियों को अलग-अलग नंबर से उसे फोन कर रही है और बता रही है कि वह नागपुर की तरफ गई है। उसने बताया कि वह पाप डांस सीखने कोरिया जा रही है। इसके बाद फोन कट हो गया। खुर्सीपार पुलिस ने अज्ञात नंबर से फोन लगाया तो पता चला कि नाबालिग ने मंगाकर फोन किया था।
टीआई ने बताया कि मोबाइल नंबरों का लगातार लोकेशन टे्रस किया गया। पहले लोकेशन नागपुर मिलते ही टीम को भेजा, जहां से बच्ची और दूर जा चुकी थी। इधर दिल्ली और गोवाहाटी जीआरपी के संपर्क में थी। अंतत: बच्ची को सही सलामत मुरादाबाद रेलवे स्टेशन से बरामद कर लिया गया है।
टीआई श्रीवास्तव ने परिजनों से पूछताछ पर बताया कि उनकी बच्ची मोबाइल में कोरियन गेम वीजीवीएस करके खेलती थी। ये गेम ठीक पबजी की तरह ही होता है। इसे जो भी लोग खेलते हैं उनका एक ग्रुप बन जाता है। गेम खेलते-खेलते इतना ब्रेन वॉश कर दिया जाता है कि खिलाड़ी गेम के हर निर्देश को मानने लगता है। ऐसा ही कुछ इस लडक़ी के साथ हुआ है। गेम खेलने के दौरान वो किसी दूसरी लडक़ी से चैट भी करती थी।
बताया जा रहा है कि नाबालिग को मोबाइल गेम खेलने का शौक है। इसी के चलते वह नेपाल के किसी व्यक्ति के संपर्क में थी। वह भिलाई से नेपाल जाने के लिए ही निकली थी। हालांकि पुलिस का कहना है कि नाबालिग से पूछताछ के बाद ही इसका पता चल सकेगा कि वह किसके कहने पर और कहा जाने के लिए निकली थी।