रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 अक्टूबर। प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने चुनौती दी है कि अगर कांग्रेस और सीएम बघेल में दम है तो अपने तीनों राज्यसभा सदस्य को चुनाव में उतार दे। जनता उनके छत्तीसगढिय़ावाद के राजनीतिक पाखंड की हवा निकाल देगी और कांग्रेस को उसकी हैसियत बता देगी।
शुक्रवार को एकात्म परिसर में पत्रकारों से कहा कि छत्तीसगढिय़ावाद का राग अलापने वाले मुख्यमंत्री बघेल को छत्तीसगढ़ में कोई ऐसा योग्य व्यक्ति नहीं मिला जिसको वह राज्यसभा भेज सकें। इसलिए 3 बाहरी लोगों को छत्तीसगढ़ से राज्यसभा भेजा गया, जो चुनाव जीतने के बाद अपना प्रमाण पत्र लेने के लिए भी छत्तीसगढ़ नहीं आए। सभी जानते हैं कि तीनों सांसद 10 जनपद में भू-पे के आधार पर राज्यसभा पहुँचे हैं। श्री सुंदरानी ने मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस को चुनौती दी कि यदि उनमें राजनीतिक साहस है तो शेष 7 विधानसभा क्षेत्रों में से किन्हीं भी तीन क्षेत्रों में इन राज्यसभा सांसदों को चुनाव लड़ा लें। जनता खुद तय कर लेगी कि उन्हें च्भू-पेज् वाले नेता चाहिए या जनता की सेवा करने वाले नेता चाहिए। श्री सुंदरानी ने कहा कि भाजपा ने जीतने योग्य अपने सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ाने का फैसला किया है तो इससे अपने सांसद दीपक बैज को चुनाव लड़ाने वाले मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस के लोगों के पेट में मरोड़ क्यों उठ रहा है?
बगावत फूट चुकी है- मूणत
कांग्रेस में टिकट कटने के बाद विधायकों, दावेदारों और उनके कार्यकर्ताओं में भारी विरोध हो रहा है । प्रवक्ता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने एक ट्वीट में कहा कि टिकट वितरण के बाद कांग्रेस के भीतर बगावत फुट चुकी है ।यह संकेत है कि कांग्रेस की कलह उसे ले डूबेगीजनता का रुझान पहले से ही भाजपा के पक्ष में हैं। मूणत ने लिखा तय भाजपा, जय भाजपा।
पूर्व विधायक श्री सुंदरानी ने कहा कि जबसे कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली और दूसरी सूची आई है, कांग्रेस का अंतर्विरोध और गुटीय द्वंद्व खुलकर दिखाई दे रहा है। कांग्रेस टिकट के दावेदार कन्हैया अग्रवाल राजीव भवन जाकर अपने पदों से इस्तीफा देने की बात कर रहे हैं, महापौर एजाज ढेबर बड़ी संख्या में अपने समर्थकों को बुलाकर दबाव बना रहे हैं। बृहस्पत सिंह के बयान का हवाला देते हुए कहा कि वे अपनी ही सरकार के उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव के छत्तीसगढ़ का शिंदे बनने की बात कह रहे हैं।