दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 28 अप्रैल। मरीज को अस्पताल में जबरन रोकने एवं इलाज में कमी को लेकर मरीज के परिजनों ने आरोग्यम अस्पताल में तोडफ़ोड़, मारपीट एवं गाली गलौज की। वहीं अस्पताल प्रबंधन ने शराब के नशे में बिना किसी कारण के अस्पताल में तोडफ़ोड़ एवं अस्पताल के कर्मियों व इंचार्ज के साथ मारपीट किए जाने की शिकायत मोहन नगर थाना में की है। दोनों ही पक्ष ने आवेदन देकर न्याय की मांग की है। जानकारी के मुताबिक आरोग्यम हॉस्पिटल धमधा नाका थाना मोहन नगर में एक मरीज गणेश यादव को लगभग 10 दिन से भर्ती कर इलाज किया जा रहा था। शनिवार की दोपहर को गणेश यादव के परिजन अचानक हाथ में बैट लेकर पहुंच गए और अस्पताल प्रबंधन द्वारा इलाज की पूरी रकम लेने के बाद भी मरीज को डिस्चार्ज नहीं करने एवं इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए अस्पताल में तोडफ़ोड़ की। वहां पर मौजूद महिला स्टाफ के साथ गाली गलौज किया गया। अस्पताल के इंचार्ज से मारपीट की गई। वहीं आरोग्यम अस्पताल के मैनेजर प्रभाकर सिंह ने मोहन नगर थाना में आवेदन देते हुए बताया कि कई हॉस्पिटल में बिलिंग के समय इस तरह की घटनाएं होने लगी है। गणेश यादव को भर्ती कर उसका अच्छे से इलाज किया जा रहा था। रिकवरी भी होने लगी थी।
शनिवार की दोपहर को अस्पताल में भर्ती गणेश यादव का बेटा व अन्य रिश्तेदार अस्पताल में पहुंचकर बैट से तोडफ़ोड़ करते हुए अस्पताल को नुकसान पहुंचाया। पेसेंट को अगर किसी तरह की परेशानी थी तो वह इंचार्ज से मिलकर समस्या का समाधान कर सकता था परंतु परिजनों ने हंगामा मचा दिया था। अस्पताल में फीमेल स्टाफ भी कार्य करती है, सभी के सामने गाली गलौज की गई एवं इंचार्ज के साथ मारपीट की गई है। दोनों ही पक्ष की शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।