दुर्ग
शोधार्थी को प्लेगरिज्म से बचना चाहिए-डॉ. शिखा पाण्डेय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 6 जुलाई । भारती विश्वविद्यालय, दुर्ग के कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विभाग के तत्वावधान में ऑनलाइन विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान का विषय ‘प्लेगरिज्म: एन अवेरनेस एण्ड गाइडेंस इन रिसर्च’ था।
इस विशेष व्याख्यान में डॉ. शिखा पाण्डेय, असिस्टेंट प्रोफेसर, भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दुर्ग ने मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में प्लेगरिज्म से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि शोध में नैतिकता बहुत जरूरी है। शोधार्थी को प्लेगरिज्म से बचना चाहिए।
उन्होंने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली द्वारा जारी प्लेगरिज्म से संबंधी दिशा-निर्देशों की भी चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन एवं विषय प्रवर्तन श्री हुलाश चंद्रा, असिस्टेंट प्रोफेसर, कम्प्यूटर साइंस ने किया।
स्वागत भाषण डॉ. एस.के. ताम्रकार, डीन इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी और धन्यवाद ज्ञापन विभा चन्द्राकर, विभागाध्यक्ष कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विभाग ने किया।
इस अवसर पर आकांशा साहू, शानू गौर, आकांक्षा अग्रवाल सहित विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण, शोधार्थी, प्रतिभागी छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।