दुर्ग
मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक बुद्धिमत्ता पर सेमिनार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 6 जुलाई। जिले में मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक बुद्धिमत्ता की समझ विषय पर एक सेमिनार का आयोजन लोक निर्माण विभाग के मीटिंग हॉल में किया गया। सेमिनार के मुख्य वक्ता मनोवैज्ञानिक और परामर्शदाता डॉ. नितिन श्रीवास्तव ने मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक बुद्धिमत्ता का महत्व बताया। उन्होंने भावनाओं और गतिविधियों के बीच के संबंध पर प्रकाश डालते हुए डिप्रेशन और उदासी के बीच के अंतर को समझने की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. नितिन ने भय पर विजय प्राप्त करने, अवसाद को परिभाषित करने और उदासी के बारे में विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों में बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक बुद्धिमत्ता के बारे में समझ को बढ़ाना और जागरूक करना था, जिससे बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और बेहतर समझ विकसित होने के साथ सही जानकारी मिल सके।
जिला प्रशासन, डीडीएसयू और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम का स्वागत उद्बोधन डीडीएसयू के यामिनी लहरे और आयाज सिद्दीकी ने दिया। सेमिनार में जिले के 179 शिक्षकों (स्वास्थ्य नोडल अधिकारी) और जिले के अधिकारी कर्मचारीगण मौजूद रहे। इस अवसर पर शिक्षा विभाग दुर्ग से सहायक संचालक गौरा शुक्ला, एपीसी विवेक शर्मा, स्वास्थ्य विभाग से डॉ. दिव्या श्रीवास्तव, डॉ. अर्चना चौहान, डॉ. सीबीएस बंजारे, तुषार और संजय ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम के अंत में विवेक शर्मा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।