रायगढ़
रोज हो रही दुर्घटना, पाईप लाईन बिछाने के नाम पर हुआ काम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 1 अप्रैल। यूं तो शहर के हर इलाके में अमृत मिशन योजना के तहत बिछाई जाने वाली पाईप लाईन के चलते सडक़ों को बेहताशा तरीके से खोद कर बर्बाद कर दिया गया है और कुछ जगह पर सुधारा गया है लेकिन आज भी कई इलाकों में मनमाने ढंग से खोदी गई सडक़ शहरवासियों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। जहां दुर्घटनाओं के साथ-साथ उड़ती धूल का शिकार लोग हो रहे हैं। स्थिति यह है कि शहर के प्रथम नागरिक के इलाके में तो हर 10 कदम की दूरी पर खड्डे ही खड्डे सडक़ के किनारे दिख रहे हैं और नई सडक़ के बीचों-बीच घरों में दिए जाने वाले नल कनेक्शन से नई सडक़ पूरी तरह गायब हो गई है।
निगम की महापौर जानकी बाईक काटजू के वार्ड नं. 04 और उसके ठीक बगल में वार्ड नं. 03 में तकरीबन 8 महीने पहले नई सडक़ का निर्माण लाखों रूपए खर्च करके निगम द्वारा बनवाया गया था और इसके बनने के बाद वार्डवासियों ने राहत की सांस ली थी। चूंकि लंबे समय से सडक़ की जर्जर स्थिति के चलते क्षेत्रवासी खासे परेशान थे और वहां आवागमन में भी दिक्कतें हो रही थी।
नई सडक़ का निर्माण कार्य होने के 8 महीने बाद यह सडक़ अब फिर से पुरानी स्थिति में पहुंचने की स्थिति में है चूंकि अमृत मिशन योजना के तहत खोदी गई पाईप लाईन बिछाने के चलते इसके किनारे से लेकर आसपास खोदाई कर दी गई है।
स्थिति यह है कि पाईप लाईन बिछने के बाद कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे बंद नही किए गए हैं इतना ही नहीं सडक़ के दोनों ओर घरों में नल का कनेक्शन देने के लिए नई सडक़ के बीचो बीच खुदाई करके पाईप डाल दिए गए हैं। अचानक हुई इस खुदाई से नई सडक़ तो बर्बाद हो गई वहीं दोनों ओर गड्ढे दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे हैं। इतना ही नही बड़े व छोटे गड्ढो के चलते वार्डवासी भी खासे परेशान हैं। यही स्थिति शहर के कलेक्टे्रट रोड, स्टेडियम रोड, पुराना बस स्टैण्ड, हड़ी चौक सहित शहर के कई इलाकों में है जहां काम आधा अधूरा पड़ा हुआ है और वहां रोजाना छोटी मोटी दुर्घनाएं रोज घट रही है।
निगम के आयुक्त का कहना है कि मोहल्लेवासियों को इससे परेशानी हो रही है, इस बात की जानकारी उन्हें है। लेकिन 15 से 20 दिनों के भीतर पाईप लाईन का काम पूरा कर लिया जाएगा। उसके बाद फिर से सडक़ का निर्माण करके मोहल्लेवासियों को राहत दिलाई जाएगी। उनका यह भी कहना है कि शहर के स्वच्छ व सुघ्घर रखने के लिए वे संकल्पित हैं।