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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 20 फरवरी। सुकमा के ग्रामीण अब धान की फसल लेने के अलावा अन्य फसलों के माध्यम से भी आय अर्जित कर आर्थिक समृद्धि की ओर अग्रसर हैं। जिले के कृषकों को मधुमक्खी पालन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
इसी अनुक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र एवं वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा ग्राम पंचायत सोनाकुकानार में एक दिवीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें मधुमक्खी पालन के इच्छुक 27 किसान तथा स्व-सहायता समूह के महिलाओं ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. मनीष चैरसिया, कृषि विज्ञान केन्द्र सुकमा एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. नारायण साहू, दन्तेवाड़ा द्वारा उपस्थित समूह के सदस्यों और किसानों को बताया गया कि मधुमक्खी पालन व्यवसाय बहुत कम लागत में शुरू की जा सकती है। इस व्यवसाय को बहुत कम जमीन पर भी अच्छी तरह पालन कर अधिक मात्रा में शहद प्राप्त किया जा सकता हैं, जिससे अच्छी आमदनी अर्जित होगी।
मधुमक्खी पालन हेतु फूलों की खेती आवश्यक
मधुमक्खी पालन व्यवसाय से मोम, पराग का उत्पादन कर कृषकों द्वारा अतिरिक्त आय भी अर्जित किया जा सकता है। प्रशिक्षण में मधुमक्खी पालन से होने वाले स्वास्थ्य लाभ की जानकारी विस्तृत रूप से दी गई। इस अवसर पर कृषि विज्ञान अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद कश्यप ने किसानों को शहद के विपणन तथा पैकेजिंग के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी। कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि मधुमक्खी पालन के लिए फूलों की खेती करना आवश्यक है जिससे मधुमक्खियों को पर्याप्त मात्रा में पराग उपलब्ध हो और अधिक मात्रा में शहद का उत्पादन किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि मधुमक्खी पालन व्यवसाय को बहुत कम लागत में शुरू किया जा सकता है। वन परिक्षेत्र होने के कारण सुकमा में वृक्षों की बहुतायत है, जो मधुमक्खी पालन के लिए उपयुक्त है। ग्रामीण बड़ी आसानी से कम जमीन पर भी मधुमक्खी पालन का व्यवसाय कर आय का स्त्रोत के रुप में अपना सकते हैं। इस व्यवसाय से कृषकों द्वारा शहद के अलावा भी अतिरिक्त आय अर्जित किया जा सकता है। शहद में खनिज और विटामिन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जिससे यह दवाई के साथ-साथ पोषण का भी काम करता है। कार्यक्रम में वन विभाग के कर्मचारी, कृषक एवं परदेशीन माता स्व-सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित थीं।
3 किमी पगडंडी पर पैदल, खाट पर एंबुलेंस तक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 19 फरवरी। सुकमा जिले के विकासखण्ड कोंटा वन ग्राम मरईगुड़ा में पदस्थ ग्रामीण चिकित्सक डॉ. रुद्रमणि वैष्णव ने प्रसव पीड़ा से तड़प रही गर्भवती की जान बचाने के लिए न सिर्फ पगडंडी रास्ते का सफर किया, बल्कि पहाड़ की चढ़ाई भी की। उन्होंने ड्राइवर के न होने पर खुद एंबुलेंस भी चलाई।
कोंटा ब्लॉक के अतिनक्सल प्रभावित इलाका टेटेबंडा ग्राम की 36 वर्षीय वंजाम कोशी को गुरुवार रात लगभग 11 बजे प्रसव पीड़ा शुरु हुई। परिवार खाट में गर्भवती को बैठाकर स्वास्थ्य केंद्र मरईगुड़ा की तरफ पैदल ही चल पड़े, जो कि टेटेबंडा मरईगुड़ा उप स्वास्थ्य केंद्र से 7 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
इसके पश्चात किसी ग्रामीण ने उप स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. रुद्रमणि वैष्णव को दूरभाष के माध्यम से जानकारी दी। डॉक्टर ने तत्काल रात लगभग 11.30 बजे खुद गर्भवती महिला के पास एंबुलेंस में वाहन चालक नहीं होने के बावजूद खुद एंबुलेंस चलाते हुए टेटेबंडा की ओर निकल पड़े, लेकिन टेटेबंडा पहुंचना आसान नहीं था। एंबुलेंस ग्राम टेटेबंडा तक पहुंचने के लिए सडक़ नहीं होने के कारण मराईगुड़ा से मात्र 2 किलोमीटर का सफर तय की।
डॉक्टर खुद पगडंडी रास्ते से टेटेबंडा तक जाने के लिए निकल पड़े। तीन किलोमीटर का सफर तय कर चुके थे, प्रसूता को टेटेबंडा के जंगलों में डॉक्टर ने देखा। गर्भवती की हालत बिगड़ती देख खुद डॉक्टर ने परिजनों के साथ पगडंडी रास्तों से चारपाई को ढोकर पैदल एंबुलेंस तक पहुंचाया व स्वास्थ्य केंद्र मराईगुड़ा में प्रसूता ने रात्रि 2.45 मिनट पर बच्चे को जन्म दिया। अब जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
प्रसूता वंजाम कोशी ने बताया कि जब प्रसव का समय आया तो ग्राम में ही देशी तरीके से प्रसव करवाने का प्रयास किया गया था । लगभग एक घण्टा प्रयास करने के बाद प्रसव करवाने आयी महिला ने कहा कि यहां ग्राम में प्रसव करवाना सम्भव नहीं है, इन्हें अस्पताल ले जाएं। प्रसूता ने बताया कि उस वक्त हो रहे दर्द से जीने की पूरी उम्मीद छोड़ दी थी, ऐसी परिस्थिति में रात घोर जंगलों से पैदल पहुंचकर डॉक्टर ने प्रसव करवाया है। यह मेरे लिए पुनर्जन्म है।
मरईगुड़ा में पदस्थ डॉक्टर रुद्रमणि वैष्णव ने बताया कि गुरुवार रात्रि करीब 11 बजे टेटेबंडा ग्रामीण ने फोन में बताया कि महिला को प्रसव पीड़ा हुआ है व पूरी जानकारी दी। इसके पश्चात मैंने तत्काल हर हाल में प्रसूता तक पहुंचने की कोशिश की। परिजनों के साथ मिलकर उन्हें चारपाई में ढोकर एंबुलेंस तक पहुंचाया गया व वहां उपस्वास्थ्य केंद्र मरईगुड़ा पहुंचा कर प्रसव करवाया गया। जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ है।
डॉ. वैष्णव के प्रयासों को सराहते हुए हरीश लखमा ने बताया कि कोरोनकाल में भी डॉक्टर वैष्णव ने अतिसंवेदनशील दर्जनों गांवों में अपनी सेवाएं दी। खुद कोरोना से पीडि़त रहे। उबरने के बाद फिर सेवा में लगे। बंडा अस्पताल के शुरू होने में भी उनका योगदान रहा। सच्चे अर्थों में वो डॉक्टर विदाउट बॉर्डर हैं।
अम्बिकापुर, 18 फरवरी। संयुक्त संचालक एवं मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक ने बताया है कि कोविड अस्पताल अम्बिकापुर में 18 फरवरी की स्थिति में 6 मरीज भर्ती हैं, जिनका इलाज जारी है। इनमें सरगुजा जिले के 2, सूरजपुर जिले के 1, कोरिया जिले के 2 एवं जशुपर जिले के 1 मरीज शामिल हैं।
पेदाकुर्ती राशन दुकान में मिली गड़बडिय़ां, कोरोना राहत राशन पर उठे सवाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 15 फरवरी। सुकमा जिले के कोंटा विकासखंड अंतर्गत पेदाकुर्ती जहां 437 राशनकार्ड धारी है उस राशन की दुकान में गड़बड़ी का मामला सामने आया है जहां आज भी राशन दुकान में पाषाण काल की तरह जुगाड़ से राशन दिया जाता है।
मामले की जानकारी मिलते ही ‘छत्तीसगढ़’ की टीम राशन दुकान पहुंची जहां तराजू में तौले जा रहे राशन के मापदंड में गड़बड़ी पाया वही इस राशन दुकान में शक्कर को किलो से नहीं बल्कि लीटर के बर्तन से दिया जाता है।
सेल्समैन ने माना कि किलो बाट नहीं होने की वजह से लीटर से शक्कर देते हैं शक्कर लीटर से राशन कार्ड धारियों को दिया जाता है वहीं राशन दुकान में कोरोनाकाल के दौरान मुख्यमंत्री राहत राशन में भी भारी अनियमितता और गड़बडिय़ां पाई।
राशन दुकान में राशन लेने पहुंचे कई राशन कार्ड धारियों के राशन कार्ड को ‘छत्तीसगढ़’ की टीम ने देखा जिसमें केवल दो-तीन माह को छोड़ दिया जाए तो पूरे कोरोनाकाल में उन्हें मुख्यमंत्री राहत राशन 5 किलो चावल की एंट्री राशनकार्ड में नही है । ग्रामीणों ने बताया कि कोरोना राहत राशन 2 से 3 महीने मिला फिर नही दिया गया वहीं कई राशन कार्ड में राशन का मापदंड हर माह अलग पाया गया।
राशन कार्ड धारियों ने बताया कि शक्कर को लीटर से तौलने का काम कोई नया नहीं है। इससे पहले जो सेल्समैन था वह भी इसी तरह चलता था हालांकि राशन कार्ड धारियों को भी अब तक नहीं पता था कि 1 किलो और 1 लीटर में क्या फर्क होता है। इस पूरे मामले पर विभागीय जांच पर मामले में दोषी पाए जाने पर कार्यवाही की बात कह रहे हैं ।
गौरतलब है कि इलाके के रहवासी ज्यादातर अशिक्षित हैं और वनोपज पर आश्रित है और रोजगार के भी अवसर सीमित रहते हैं ऐसे में 90 फीसदी लोग शासन द्वारा आबंटित राशन पर निर्भर होते हैं और राशन लेने कई किलोमीटर नंगे पांव भी राशन दुकान राशन लेने पहुंचते हैं ।
आज भी पाषाण काल में चल रही राशन दुकान
गौरतलब है कि जहां आज दुनिया चांद पर पहुंच गई है हर क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम दौडऩे लगे हैं ऐसे दौर में सुकमा जैसे जिले में आधुनिक दौर के बावजूद राशन दुकान पाषाण काल में चल रहे हैं। यही वजह है कि ग्रामीणों को 1 किलो की जगह 700-800 ग्राम शक्कर ही मिल पाता है ।
राशन कार्ड धारी ने बताया कि उक्त राशन दुकान से वह भी राशन लेते हैं और जब शक्कर तौला जाता है तब 1 लीटर के बर्तन का उपयोग किया जाता है और कार्ड के आधार पर 1 किलो शक्कर को 1 लीटर के बर्तन से केवल एक बार निकाला जाता है। राशन कार्ड धारियों ने बताया कि लीटर से शक्कर देने का काम आज का कोई नया नहीं है शक्कर तोडऩे के लिए पत्थर ना होने का हवाला देकर हमेशा ही लीटर में तौलकर शक्कर दिया जाता रहा है और हमें यही बताया जाता है कि 1 किलो हो या 1 लीटर वजन बराबर ही है।
इधर प्रबंधक प्रसाद का कहना है कि मेरे द्वारा निरीक्षण के दौरान वहां किलो बाट पत्थर पाए जाते हैं वही सेल्समैन ने ‘छत्तीसगढ़’ टीम को बताया कि राशन दुकान में पत्थर ना होने की वजह से लीटर से शक्कर तौला जाता है और यह आज का नहीं है इससे पहले जो सेल्समैन था तब भी ऐसे ही शक्कर दिया जाता था ।
राशन दुकान में गड़बड़ी की शिकायत मीडिया के माध्यम से मिल रही है शक्कर को मापदंड से अलग लीटर से देना गम्भीर मामला है मैं टीम गठित कर पैदाकुर्ती के साथ साथ कोंटा विकासखंड के अन्य दुकानों की भी जांच करवाता हूँ यदि ये शिकायत सही पाई जाती है तो खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत दोषियों के खिलाफ एफआईआर करवाई जाएगी ।
के आर पिस्दा,जिला खाद्य अधिकारी, सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 13 फरवरी। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बंजारा समाज के धर्म गुरु संत सेवालाल महाराज की जयंती धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। अखिल भारतीय बंजारा सेवा संघ जिला सुकमा के निर्णयानुसार इस बार 282वीं सेवालाल जयंती का जिला स्तरीय कार्यक्रम दोरनापाल नगर में आयोजित है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरीश कवासी, अध्यक्ष, जिला पंचायत सुकमा और समाज के पदाधिकारीगण होंगे। सोमवार 15 फरवरी को 11.30 बजे सेवालाल माहराज का भोग लगेगा, 12 बजे से नगर में शोभायात्रा निकाली जाएगी, 2 बजे सभा का आयोजन होगा। इस प्रकार के भव्य आयोजन से बंजारा समाज के सभी वर्गों में उत्साह का माहौल है।
बंजारा समाज युवा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष गोपाल सिंह अजमेरा ने बताया कि आयोजन की पूरी तैयारी अंतिम चरण में है, और आयोजन को लेकर सभी वर्गों में विशेष रूप से युवाओं में भारी उत्साह का माहौल है। 15 फरवरी को पूरे जिले के बंजारा समाज के लोग दोरनापाल में एकत्र होंगे, जिसमें 5000 से अधिक लोगों के जमा होने की उम्मीद है। विदित हो कि बंजारा समाज के धर्म गुरु व समाज सुधारक श्री सेवालाल महाराज के जयंती को प्रदेश सहित पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है एवं अन्य राज्यों में 15 फरवरी को शासकीय अवकाश घोषित किया गया है।
सुकमा , 13 फरवरी। जिला कार्यालय परिसर में स्थित जिला रोजगार कार्यालय में तिरूपति इन्सोरेन्स सर्विस (भारतीय जीवन बीमा नगम) के लिए यूनिट सुपरवाईजर के 5 पदों एवं इन्सोरेन्स एडवाइजर के 100 पदों पर भर्ती 17 फरवरी को प्रात: 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक प्लेसमेन्ट कैम्प के माध्यम किया जाएगा। जिसमें यूनिट सुपरवाईजर के लिए शैक्षणिक योग्यता स्नातक उत्तीर्ण और इन्सोरेन्स एडवाईजर के लिए शैक्षणिक योग्यता 10वीं एवं 12वीं उत्तीर्ण रखी गई है।
नीजि क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करने के इच्छुक पात्र आवेदक समस्त शैक्षणिक योग्यताओं एवं अन्य दस्तावेजों के मूल प्रमाण पत्र एवं छायाप्रति सहित पासपोर्ट साईज फोटो के साथ प्लेसमेन्ट कैम्प में उपस्थित होकर रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं। भारतीय जीवन बीमा निगम में भर्ती के लिए उम्मीदवार के पास स्वयं का दो पहिया वाहन, बैंक खाता एवं पैन कार्ड का होना अनिवार्य है। अधिक जानकारी के लिए कार्यालय जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र सुकमा में संपर्क किया जा सकता है।
तोंगपाल, 12 फरवरी। तोंगपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा दिल्ली में आंदोलन के दौरान मृत अन्नदाताओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए किसानों के समर्थन में एक दिवसीय सम्मेलन एवं पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। जिसमें ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मण कश्यप के नेतृत्व में पत्रकार वार्ता एवं सभा को संबोधित करते हुए ब्लॉक अध्यक्ष लक्ष्मण कश्यप ने केंद्र सरकार द्वारा लागू कृषि कानून को काला कानून कहते हुए केंद्र सरकार से इसे वापस लेने किसानों का समर्थन किया। यह एक दिवसीय सभा मुख्य प्रभारी कपिल सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में संपन्न हुई।
इस कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य शशि ठाकुर, जनपद सदस्य मानक देवी, नेशनल कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष उपेंद्र कुमार, समारू मंडावी, जयदीप सिंह भदोरिया, उपेंद्र कुमार, परेश पोटला, समर बहादुर सिंह, कमलेश, विजय सिंह, हिरमा कवासी, नकुल बघेल, समारो मंडावी, हरि कवासी एवं कांग्रेस के सदस्य उपस्थित थे।
सुकमा, 11 फरवरी। कार्यालय आदिवासी विकास विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विद्यार्थी उत्कर्ष योजना अन्तर्गत सत्र 2021-21 में अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति वर्ग के विद्यार्थियों के लिए कक्षा छटवीं में प्रवेश के लिए चयन परीक्षा 7 मार्च 2021 को दोपहर 12 बजे से शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुम्हाररास सुकमा में आयोजित होगी।
जिलेवार निर्धारित सीट अनुसार ही मेरिट सूची के आधार पर चयनित विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ राज्य के अन्तर्गत चयनित उत्कृष्ट प्राईवेट स्कूलों के कक्षा छठवीं में प्रवेश कराया जाएगा। योजनान्तर्गत शाला का सम्पूर्ण शुल्क विभाग द्वारा वहन किया जाएगा। चयन परीक्षा के लिए 19 फरवरी तक विद्यार्थियों से अध्ययनरत शालाओं में आवेदन मंगाए गए हैं। आवेदन के लिए निम्न आर्हताएं रखी गई है जिसमें विद्यार्थी को छत्तीसगढ़ का मूल निवासी और सक्षम अधिकारी द्वारा जारी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग का स्थायी जाति प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है। इसके साथ ही पालक की आय 250000 रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए।
क्रेडा ने नक्सल प्रभावित गांवों में पहुंचाया सौभाग्य का उजाला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 9 फरवरी। घने वन और दुर्गम रास्तों के चलते पिछले कई वर्षों से सुकमा जिले के दूर दराज पहुंचविहीन क्षेत्रों में रोशनी का इंतजार कर रहे ग्रामीणों की इच्छा क्रेडा विभाग के प्रयासों से पूर्ण हो रही है।
घने जंगलों और पहाड़ों के कारण जिन गांवों में परम्परागत बिजली पहुंचाने में बहुत अधिक कठिनाई आ रही है, वहां क्रेडा द्वारा घरों को रोशन करने का कार्य किया जा रहा है। दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना एवं सौभाग्य योजना से जिले में ग्रामीण विद्युतीकरण को गति मिली है।
जिले के कुल 200 ग्रामों/मजराटोला में लगभग 21 हजार परिवारों को सोलर होमलाईट क्षमता 150 वाट तथा 200 वाट के संयंत्र सह 05 नग एलईडी लाईट 01 नग डीसी पंखा तथा यीएसबी केबल प्रदाय किया गया है जिससे ग्रामीणों की दिनचर्या एवं रात्रिकालीन प्रकाश व्यवस्था में सहयोग हो रहा है। जिन क्षेत्रों में ग्रामीण बच्चे अंधेरे में पढ़ाई करने के लिए मजबूर थे अब सोलर होमलाईट की स्थापना से रात्रि में पढाई करने में मदद मिल रही है।
सुकमा जिले के अतिसंवेदनशील विकासखंड कोन्टा के लगभग सभी अविद्युतीकृत ग्रामों में सोलर होमलाईट स्थापना कार्य पूर्ण किया गया है जिसमें पामलूर, गोरगुन्डा, सुरपनगुड़ा, इतमपाड, भीमापुरम, गच्चनपल्ली, मैलासुर, दंतेषपुरम, बुर्कलंका, पेन्टापाड, पालाचलमा, निमलगुड़ा, पोटकपल्ली, कोसमपाड, पुवर्ती, तोलेवर्ती, मिसीगुड़ा, कोन्डासावली, कमरगुड़ा, पैसलपाड, कंगालतोंग, बेदरे, सिलगेर, दुरनदरभा, बडेकेडवाड ,छोटेकेडवाड जैसे ग्राम सम्मिलित हंै। कोरोनाकाल में भी विभाग के कर्मचारियों के द्वारा दुर्गम एवं पहाड़ी रास्तों तथा अन्य विषम परिस्थितियों में युद्व स्तर पर विद्युतीकरण कार्य किया गया जिसके फलस्वरुप आज ग्रामीणों की जीवन में खुशहाली आई है।
सोलर स्ट्रीट लाईट से सडक़ें भी हुई रोशन
क्रेडा विभाग द्वारा स्थापित सोलर स्ट्रीट लाईट से अब जिलेवासियों को रात्रि में भी सडक़ो पर आवागमन में सुविधा हुई है। जिला मुख्यालय के मुख्य मार्गो में एवं ग्राम छिन्दगढ़ मुरतोन्डा, कोर्रा, पाकेला कुकानार, तोंगपाल, केरलापाल, झापरा, भेज्जी, कांकेरलंका, मरईगुड़ा में सौर संयंत्र सह स्ट्रीट लाईट स्थापित किये गये हैं। जिससे रात में मुख्य मार्गो में रोशनी से साइकल चालकों, वाहन चालकों के साथ ही राहगीरों को भी मदद मिल रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 8 फरवरी। रविवार को सिटी कोतवाली सुकमा में मंदिर बनाकर शिव-पार्वती की पूजा-अर्चना के साथ प्रतिमा की स्थापना की गई।
जिला मुख्यालय के सिटी कोतवाली में जन सहयोग से कोतवाली प्रभारी एकेश्वर नाग ने चंद माह में भोलेनाथ का मंदिर निर्माण कर भगवान शिव-मां पार्वती, नंदी, शिवलिंग के साथ स्थापना की गई। इस मौके पर सुकमा के प्रतिष्ठित जनों के समक्ष विधि-विधान के साथ हवन, पूजा-अर्चना कर मंदिर में भगवान की स्थापना की गई। पुलिस विभाग के आला अधिकारी, जनप्रतिनिधि कपिल सिंह ठाकुर, राजेश नारा, विनोद राठौर, अशोक त्रिपाठी, समाज सेवक फारूक उपस्थित रहे।
सुकमा, 8 फरवरी। अनुविभागीय अधिकारी (रा.) कोण्टा द्वारा ग्राम एर्राबोर के मुख्य सडक़ पर वाहन पिकअप की ठोकर से मृत सोयम वेंकटेश के संबंधित परिवारजनों को आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है। मृतक की माता सोयम सुब्बी ग्राम एर्राबोर को 25 हजार की आर्थिक सहायता राशि जारी की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 7 फरवरी । शनिवार पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में यातायात पुलिस सुकमा द्वारा चलाये जा रहे राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह 2021 के तहत् यातायात पुलिस/जिला पुलिस सुकमा द्वारा सुकमा के प्रमुख चौक-चौराहा क्रमश: बस स्टैंड चौक, मलकानगिरी चौक में यातायात जागरूकता का आयोजन कर आने जाने वाले वाहन चालकों को यातायात जागरूकता पाम्प्लेट वितरण कर यातायात के नियमों का पालन करने समझाईश दी गई, यातायात जागरूकता रथ के माध्यम से नगर में वाहन चालकों को लाउड स्पीकर के माध्यम से यातायात के नियमों की जानकारी दी गई, तथा आम नागरिकों एवं वाहन चालकों को दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट लगाकर वाहन चलाने एवं चारपहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट धारण कर वाहन चलाने, वाहनों में ओव्हर लोडिंग नही करने, तेजगति वाहन नही चलाने, नशे की हालत में वाहन नही चलाने आदि यातायात नियमों का पालन करने संबंधी जानकारी दी जाकर समझाईश दी गई एवं यातायात जागरूकता पाम्प्लेट्स वितरण किया गया। तथा स्थानीय बस स्टेण्ड परिसर सुकमा में प्रोजेक्टर के माध्यम से यातायात जागरूकता विडियो दिखाकर जागरूक किया गया।
तोंगपाल, 5 फरवरी। सुकमा जिले के भारतीय जनता पार्टी के जिले के प्रभारी जगदीश रामू रोहरा जिले के तोंगपाल मण्डल में कार्यकताओं के बीच जोश भरने प्रवास पर पहुंचे।
रात 8 बजे कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे रामू रोहरा को अपने बीच पाकर कार्यकर्ताओं में भरपूर जोश भर दिया। कार्यकर्ताओं ने अपने पार्टी के नेताओं के जमकर नारे लगाए, वहीं रामू रोहरा ने भी भाजपा के कार्यकर्ताओं पर आधारित पार्टी कहते हुए कहा कि आज भारत वर्ष में जितने भी राज्यों में भाजपा की सरकार है, वह आप जैसे ही कार्यकर्ताओं के कारण है आगामी दिनों में छत्तीसगढ़ में पुन: भाजपा की सरकार आप जैसे कार्यकर्ताओं के कारण ही आएगी।
कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष हूँगाराम, जिला उपाध्यक्ष व तोंगपाल मण्डल प्रभारी विश्वराज चौहान, पूर्व जिला अध्यक्ष अरुण सिंह भदौरिया, महामंत्री महेंद्र भदौरिया भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता संजय भदौरिया के साथ अन्य भाजपा के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सुकमा, 5 फरवरी। ऑरोबिंदो सोसाइटी द्वारा आयोजित इनोवेटिव पाठशाला / अल्टरनेटिव एकेडेमिक कैलेंडर पर गत दिनों स्वामी विवेकानंद सभागार सुकमा में शिक्षक सम्मान समारोह एवं इन्नोवेटिव पाठशाला कार्यक्रम प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें जिला सुकमा के 25 उत्कृष्ट शिक्षक सम्मानित किए गए।जिला शिक्षा अधिकारी जे के प्रसाद की अध्यक्षता में इनोवेटिव पाठशाला कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना के साथ की गई। प्रशिक्षण की शुरुआत ऑरोबिंदो सोसाइटी के प्रशिक्षक राजेश साहू के द्वारा किया गया।
श्री ऑरोबिंदो सोसाइटी के छात्रवृत्ति कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी गई। जिसमें कक्षा 1 से कक्षा बारहवीं तक के विद्यार्थी क्विज के द्वारा प्रतिमाह 1000 रुपये तक प्राप्त किया जा सकता है तथा शिक्षक बच्चों के अधिगम स्तर को भी देख सकते है। साथ ही छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले बच्चों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाता है।
इस अवसर पर जिला मिशन समन्वयक श्याम सुंदर चौहान,एपीसी सीताराम राणा ,बीईओ छिंदगढ़ के.के.श्रीवास्तव, बीआरसी वसीम खान, एबीईओ चन्द्रशेखर सोरी भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में अरविन्दो सोसाइटी के प्रतिनिधि ने जिला शिक्षा अधिकारी जे के प्रसाद को सर्टिफिकेट आफ हॉनर से सम्मानित किया। जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षकों द्वारा किये गए नवाचारों की सराहना किये और साथ ही अपने विद्यालय को रोल मॉडल बनाने के लिए प्रेरित भी किये।
इस अवसर पर श्री ऑरोबिंदो सोसाइटी के कार्यक्रम में सुकमा जिले के जो शिक्षक प्रशिक्षण ले रहे है। उनमे से छिंदगढ़ ब्लॉक के उत्कृष्ट कार्य करने वाले 25 शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किए। सम्मानित हुए शिक्षकों में चूमेश्वर काशी, तोषिका कुमेटी, डोमन लाल साहू, गौतम साहू,नसरीन सिद्दीकी , परमानंद नेताम, ताराचंद ठाकुर, जयंती उसेंडी, हेमशंकर नेताम, धीनेन्द्र कुमार, सुनीता पवार,उमेश नेताम ,भारती नागवंशी, लोमन टेकाम,चंद्रिका कोठारी, रेखा साहू,, निर्मल कोडोपी, रमेश नाग,त्रिलोक ठाकुर, डिलेश्वरी कंवर, थामेश्वरी चौहान, लक्ष्मी नाग, लोकेश कुमार यादव ,रेशमी बाला विश्वकर्मा, आदि सभी शिक्षक सम्मानित हुए।
इस आयोजन के लिए ऑरोबिंदो सोसाइटी के मास्टर ट्रेनर राजेश साहू एवं संस्था को सधन्यवाद ज्ञापित किये। अंत मे जिला मिशन समन्वयक श्याम सुंदर चौहान ने ऑरोबिंदो सोसाइटी द्वारा चलाये जा रहे इनोवेटिव पाठशाला कार्यक्रम को पूरे जिले में लागू करने के लिए जोर दी गई। साथ ही इस कार्यक्रम के माध्यम से कार्य कर रहे सभी शिक्षकों को बीआरसी वसीम खान द्वारा बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए भविष्य में भी शिक्षा में नवाचार जारी रखते हुए उत्कृष्ट कार्य करने की बात कही तथा ऑरोबिंदो सोसाइटी का आभार व्यक्त किया गया।
सुकमा, 3 फरवरी। सड़क़ सुरक्षा यातायात जागरूकता कार्यक्रम में कल बस स्टैंड परिसर सुकमा में ड्रायविंग लायसेंस शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में लोगों ने ड्रायविंग लायसेंस शिविर में आवेदन दिया। 32वां सडक़ सुरक्षा माह के तहत लोगों को सडक सुरक्षा नियमों का पालन करना जैसे दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने, सडक़ पर वाहन चलाते समय शराब पीकर वाहन को न चलायें, सडक़ क्रासिंग करते वक्त वाहन का इंडीग्रेटर का प्रोयोग जरूर करें एवं ड्रायविंग लायसेंस अन्य यातायात नियमों की जरूरी कागजात को रखने की सलाह दी गई। पुलिस द्वारा लगातार वाहन में लोगों को यातायात नियमों की जरूरी जानकारी दी जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छिंदगढ़, 3 फरवरी। देवा मंडावी प्रदेश सचिव अखिल भारतीय नौजवान सभा छत्तीसगढ़ ने राज्य शासन पर रोजगार मुहैया न करवा पाने का आरोप लगाते हुए मीडिया को कुछ तस्वीरें शेयर की है।
उनके अनुसार ग्राम पंचायत कुन्ना ग्रामीण बहुतायत की संख्या में आन्ध्र प्रदेश की ओर रोजगार हेतु पलायन कर रहें हैं। मनरेगा योजना के अंतर्गत कुन्ना पंचायत के किसी भी आश्रित ग्राम में कोई भी काम नहीं होने के कारण महिलाएं और पुरुष अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ आंध्र प्रदेश की मजबूर होकर काम की तलाश मे निकल रहे है।
ग्राम पंचायत कुन्ना में करीब 10 आश्रित ग्राम है किसी भी ग्राम में निर्माण कार्य नहीं किया जा रहा है, कोरोना वायरस की वजह से युवा कहीं नहीं जा पा रहें थे। पंचायत के द्वारा जिला प्रशासन को रोजगार मुहैया कराने के सम्बन्ध में ज्ञापन भी सौंपा गया परन्तु किसी प्रकार का कोई भी काम नहीं मिला जिला प्रशासन और शासन की लापरवाही के कारण इन ग्रामीणों को अपने राज्य से दूसरे राज्य की ओर पलायन करना पड़ रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 3 फरवरी। विगत दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तर संभाग के दौरे पर थे। वे सुकमा जिले में विभिन्न लोकार्पण एवं भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए। सुकमा के हाईस्कूल मैदान में एक विशाल आमसभा को भी संबोधित किया। उसके पश्चात स्थानीय सर्किट हाउस में सुकमा जिले के विभिन्न सामाजिक संगठनों से संवाद कर उनकी समस्याओं को सुनकर तत्काल समाधान भी किया।
इस अवसर पर जिला साहू संघ सुकमा एवं नगर पालिका अध्यक्ष राजू जगन्नाथ साहू व साहू समाज के लोगों की मांग पर जिला साहू संघ सुकमा के भवन हेतु 20 लाख देने की तात्कालिक घोषणा की।
मुख्यमंत्री की इस घोषणा पर जिला साहू संघ सुकमा के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, केबिनेट मंत्री कवासी लखमा एवं सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष कवासी हरीश के प्रति आभार व्यक्त किया है।
श्री साहू ने मुख्यमंत्री से संवाद कर बताया कि जब से छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की सरकार बनी है, तब से साहू समाज एवं सभी वर्ग के लोगों को एक छत्तीसगढिय़ा होने का अहसास हुआ है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल/सुकमा, 2 फरवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा में एक दिवसीय प्रवास के दौरान सुकमावासियों को करोड़ों की सौगात दी। उन्होंने मिनी स्टेडियम में आयोजित आमसभा के दौरान वहां लगे विभागीय स्टालों का अवलोकन भी किया। इन स्टाल के माध्यम से विभागों द्वारा जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं एवं उनकी प्रगति दर्शायी गई थी। मुख्यमंत्री ने सभी स्टालों का अवलोकन किया। इसके साथ ही उन्होंने 54 हितग्राहियों को सामग्री और उपकरण प्रदान कर शासन की योजनाओं का भरपूर लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
मिनी स्टेडियम में पशुधन विकास विभाग जिला सुकमा द्वारा वर्ष 2020-21 में किये गये विभागीय उपलब्धि का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा रामपुरम के गायत्री महिला स्व-सहायता समूह को शबरी लेयर फार्मिंग यूनिट प्रदाय किया गया। जिससे समूह की महिलाओं को अत्यन्त खुशी हुई। इसके साथ ही राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजनांतर्गत 6 हितग्राहियों को अनुदान राशि प्रति हितग्राही 93200 रु. दी गई। 25 हितग्राहियों को कडक़नाथ मुर्गी प्रदाय किया गया। मादा वत्सपालन योजनांतर्गत 02 हितग्राहियों को वत्सपालन भरण पोषण हेतु प्रति हितग्राहियों को राशि 15000 रु. अनुदान राशि प्रदाय की गई।
इस अवसर पर प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज, बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी, कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद, कलेक्टर विनीत नंदनवार, पुलिस अधीक्षक केएल ध्रुव उपस्थित थे।
उपसंचालक, पशुधन विकास विभाग जिला सुकमा डॉ. एस. जहीरुद्दीन ने बताया कि जिले में व्यक्तिमूलक योजनाओं का सफल रूप से संचालन कर स्थानीय लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। शबरी लेयर फार्मिंग यूनिट में हर मुर्गी से प्रतिदिन 01 अण्डा प्राप्त होता है। इसकी ब्रीड बीवी-380 है। जिले में 34 ग्राम पंचायतों में 50 स्वसहायता समूहों में शबरी लेयर फार्मिंग की स्थापना की गई है, जिसमें 16566 अण्डे का उत्पादन किया जा रहा है। इन अण्डों को मुख्य रुप से 177 आंगनबाड़ी केन्द्रों में 5522 कुपोषित बच्चों को पौष्टिक आहार के रूप में प्रदाय किया जा रहा है। स्वसहायता समूह द्वारा कडक़नाथ मुर्गीपालन हेतु 100 केन्द्र बनाए गये हैं। कडक़नाथ मुर्गीपालन एवं शबरी लेयर फार्मिंग से स्वसहायता समूह की महिलाएं तो आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हंै ही, साथ ही बच्चे भी कुपोषण से मुक्त हो रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा , 2 फरवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार अनुसूचित जनजातियों के आर्थिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास के लिए प्रतिबद्धता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासियों की सांस्कृतिक धरोहरों को संवर्धन के लिए समुचित कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने आज यहां सुकमा जिला मुख्यालय में एक करोड़ 99 लाख की लागत से बने सर्व आदिवासी समाज के समाजिक भवन के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने भवन परिसर में पांच लाख रुपए की लागत से बुढ़ा देव मंदिर बनाए जाने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुकमा में उद्योग मंत्री कवासी लखमा के प्रयासों से यह सर्व सुविधायुक्त सामाजिक भवन बनाया गया है, जो समाज के लिए काफी महत्वपूर्ण है। यह समाज के लिए शादी विवाह सहित अन्य सामाजिक कार्यक्रमों के लिए समाज को सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आदिवासी संस्कृति संवर्धन के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने सुकमा जिले के लिए घोषित किया कि जिले के सभी ग्राम पंचायतों में देवगुड़ी और घोटुल बनाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सल के नाम पर निर्दोष आदिवासी जो जेल में बन्द है उनकी रिहाई के लिए विधिसंवत कार्यवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिटफण्ड कम्पनियों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है, इन कम्पनियों में निवेश करने वाले लोगों को उनकी निवेश की गई राशि लौटाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमिहीन परिवारों को जमीन दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने सर्व आदिवासी समाज सुकमा द्वारा प्रस्तुत किए गए मांग पत्रों को गम्भीरता से लेकर कार्य करने के लिए आवश्वत किया। गौरतलब है कि इस भवन में आठ वीआईपी कक्ष सहित स्टोर रूम, बैठक कक्ष का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही परिसर में 06 दुकानों का निर्माण भी किया गया है, जिनके संचालन से होने वाली आय से भवन का संधारण किया जाएगा।
उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आदिवासियों के प्रमुख हितेषी हैं। मुख्यमंत्री द्वारा आदिवासी संस्कृति के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं। श्री लखमा ने कहा कि अनुसूचित क्षेत्र में रहने वाले सभी वनवासियों जिनके पास जमीन नहीं है उन्हें भूमि दिया जाएगा।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, सांसद दीपक बैज, जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष पोज्जा राम मरकाम सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री स्टडी सर्किल सुकमा के छात्रों से हुए रूबरू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा 2 फरवरी। सुकमा में अब शिक्षा गुणवत्ता और भी बेहतर हो चली है। कक्षा दसवीं में प्रथम स्थान और कक्षा 12वीं में छटवां स्थान लाकर प्रदेश भर में जिले का नाम रोशन कर जिले के छात्रों ने इस बात का प्रमाण दिया। अब प्रशासनिक पदों पर भी सुकमा जिले के युवा झंडे गाडऩे की तयारी कर रहे हैं। अपने एक दिवसीय सुकमा जिले प्रवास में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिला मुख्यालय स्थित विवेकानंद युवा शक्ति केंद्र में संचालित स्टडी सर्किल में पीएससी, यूपीएससी आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों से चर्चा की।
उन्होंने युवाओं से जिला प्रशासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं का भरपूर लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
गौरतलब है कि सुकमा जिला प्रशासन द्वारा युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन माध्यम से नि:शुल्क कोचिंग प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री ने धुर नक्सल प्रभावित जिले के छात्रों को प्रशासनिक परीक्षाओं की तैयारी करवाने हेतु जिला प्रशासन की इस अभिनव प्रयास की खूब सराहना की और छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्होंने शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज, कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम, बस्तर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार,जिला पंचायत के अध्यक्ष हरीश कवासी, नक्सल ऑपरेशन के अतिरिक्त महानिरीक्षक अशोक जुनेजा, कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र, पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदरराज, मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद, कलेक्टर विनीत नंदनवार, पुलिस अधीक्षक केएल धु्रव, सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
दुरमा जलप्रपात का होगा सौन्दर्यीकरण,सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल बनेगा जिला अस्पताल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 2 फरवरी। सुखद, समृद्ध, सुंदर और स्वस्थ सुकमा के सपने को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कई घोषणाएं की। आज सुकमा हाईस्कूल मैदान में आयोजित आमसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि नवा छत्तीसगढ़ की तरह नवा सुकमा बनाना है। उन्होंने कहा कि नवा सुकमा का सपना बच्चों को शिक्षा, युवाओं को रोजगार, खेतों को सिंचाई के लिए पानी और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर पूरा होगा।
छत्तीसगढ़ सरकार इस दिशा में कदम उठा रही है। उन्होंने सुखद, समृद्ध, सुंदर और स्वस्थ नवा सुकमा के सपने को साकार करने के लिए दुरमा जलप्रपात के सौन्दर्यीकरण के लिए 5 करोड़, सुकमा जिला अस्पताल को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के रूप में विकास करने, स्वामी विवेकानन्द परिसर के विस्तार के लिए एक करोड़ की स्वीकृति दी। उन्होंने जिले के समस्त देवगुड़ी के निर्माण के लिए 5-5 लाख रुपए, छिन्दगढ़ विकासखण्ड मुख्यालय में तीन किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग-30 को चार लेन सडक़ चैड़ीकरण के लिए छ: करोड़ की स्वीकृति दी। भेज्जी में प्री मैट्रिक बालक छात्रावास, गोलापाल्ली में कन्या आश्रम भवन, प्री मैट्रिक बालक आश्रम और पालाचलमा में पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास की घोषणा की। साथ ही सोलर ड्यूल पम्प ग्रामीणों क्षेत्रों के लिए चार सौ नग बोर खनन, गोंगला के लिए बीटी सडक़ की स्वीकृति, कुकानार से सरईपारा के बीच तीन किलोमीटर सडक़ का निर्माण, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के समीप कर्मचारियों के लिए आवासीय भवन निर्माण की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि आगे बढऩे के लिए शिक्षा बहुत जरुरी है और छत्तीसगढ़ सरकार चाहती है कि कोई भी व्यक्ति शिक्षा से वंचित न रहे, इसलिए वर्षों से बंद पड़े स्कूलों को खोलने का कार्य वर्तमान सरकार द्वारा किया गया। दो वर्षों के भीतर बंद पड़े 123 स्कूलों में से 90 स्कूलों का संचालन पुन: प्रारंभ कर दिया गया है। आज इसी का परिणाम है, कि जिस जिले की पहचान लाल आतंक से होती थी, अब उसी जिले के बच्चे बोर्ड परीक्षाओं में टॉप कर रहे हैं। यह इस जिले में हो रहे बदलाव की पहचान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहे और गांव-गांव तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचे, इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। आज इसी कड़ी में यहां 50 स्कूटियां भी मेडिकल किट के साथ स्वास्थ्यकर्मियों को उपलब्ध कराई गई है। लोगों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराने के लिए दो एंबुलेंस भी प्रदाय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मलेरियामुक्त बस्तर अभियान का सपना साकार करने के लिए घर-घर जाकर लोगों की जांच और उपचार किया गया। आज इसी का परिणाम है कि मलेरिया के एपीआई में 65 फीसदी की गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि बच्चे स्वस्थ और सुपोषित हों, इसके लिए बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। शासन द्वारा बच्चों को गर्म भोजन और अंडा उपलब्ध कराया जा रहा है। अंडों की आपूर्ति के लिए भी स्थानीय स्वसहायता समूह की महिलाओं को मुर्गीपालन और अंडा उत्पादन के लिए भी प्रोत्साहित किया गया है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो।
इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज, कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम, बस्तर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार,जिला पंचायत के अध्यक्ष हरीश कवासी, नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ साहू, जगदलपुर नगर निगम की अध्यक्ष कविता साहू कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र, पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदरराज, मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद, कलेक्टर विनीत नंदनवार, पुलिस अधीक्षक केएल ध्रुव सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
हितग्राहियों को 65 लाख 74 हजार की राशि वितरित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 1 फरवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज सुकमावासियों को 225 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात दी। जिला मुख्यालय सुकमा में आयोजित आमसभा में उन्होंने 149.45 करोड़ रुपए के 62 विकास कार्यों का भूमिपूजन और लगभग 75 करोड़ रुपए के 59 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने समाज कल्याण विभाग, पशुधन विकास विभाग एवं मत्स्य विभाग, कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 214 हितग्राहियों को 65 लाख 74 हजार 930 रूपए का चेक व 54 हितग्राहियों को सामग्री और उपकरण प्रदान किया। उन्होंने इस मौके पर सहजता से स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए 50 स्कूटी और दो एंबुलेंस भी प्रदान की।
मुख्यमंत्री ने जिन कार्यों का लोकार्पण किया, उनमें मुख्य रूप से तालनार-कोडरीपाल मार्ग के शबरी नदी पर 10.96 करोड रूपए की लागत से उच्च स्तरीय पुल, 1 करोड़ 10 लाख रुपए की लागत से स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल भवन का उन्नयन कार्य, 16 करोड़ रूपये की लागत से एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय, 6 करोड़ रुपए की लागत से कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुकमा, 5 करोड़ 52 लाख रूपए की लागत से छिन्दगढ़, दोरनापाल और कोन्टा के तीन मुख्यमंत्री सुपोषण केन्द्र, डेढ़ करोड़ रूपए की लागत से मेडिकल ड्रग्स गोदाम, एक करोड़ 99 लाख रूपए कंी लागत सेे सर्व आदिवासी सामुदायिक भवन, एक करोड़ रूपए की लागत सेे केन्द्रीय पुस्तकालय, 9 करोड़ 72 लाख रूपए की लागत से विभिन्न बालक एवं बालिका छात्रावास, वनबंधु आश्रम, कन्या हाई स्कूल भवन, किस्टाराम, बाडनपाल, पोगाभेज्जी, आरगट्टा, कांजीपानी, गंजेनार, गोंडेरास, 8 धुर नक्सल-प्रभावित स्थानों में 2 करोड़ 82 लाख रूपए की लागत से उप-स्वास्थ्य केन्द्र, 8 करोड़ 67 लाख रूपए के विभिन्न स्थानों पर सडक़ एवं 05 स्थानों पर पुल-पुलिया, जनपद पंचायत सुकमा क्षेत्रातंर्गत 16 स्थानों पर एक करोड़ 3 लाख रूपए की लागत सेे आंगनबाड़ी भवन, महिला स्वसहायता समूह हेतु एक करोड़ 30 लाख रूपए की लागत से 25 नग आजीविका कार्य हेतु शेड, पाकेला, चिपुरपाल, पुसपाल, रामाराम, केरलापाल, बुडदी व ढोंढरा में निर्मित एक करोड़ 5 लाख रूपए की लागत से ठोस तरल प्रबंधन हेतु शेड, 2 करोड़ 8 लाख रूपए लागत के 7 हाट बाजार शेड शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने जिन नये स्वीकृत कार्यों का भूमिपूजन किया, उनमें मुख्य रूप से 4 करोड़ 65 लाख रूपये की लागत से शासकीय महाविद्यालय भवन तोंगपाल, 4 करोड़ 75 लाख रूपए की लागत से डोलेरास छिन्दगढ़ सुकमा में 100-100 सीटर बालक आश्रम भवन, 3 करोड़ 73 लाख रुपए की लागत से छिन्दगढ़, तोंगपाल, मारेंगा, नेतानार, लेदा आदि 25 स्थानों ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्य, 102 करोड़ 39 लाख रुपए की लागत से लगभग 158 किलोमीटर के नए सडक़, रामपुरम, चिंगावरम, नीलावरम, झापरा आदि कुल 11 स्थलों पर 6 करोड़ 65 लाख रूपए की लागत सेे ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्य, 23 स्वास्थ्य सुविधा केन्द्रों पर 4.5 करोड़ रूपए की लागत से सौर-विद्युतीकरण संयंत्र की स्थापना कार्य शामिल हंै।
विद्यार्थियों और शिक्षकों से की चर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 1 फरवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा जिले के कुम्हाररास स्थित स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों, पालकों तथा शिक्षकों से चर्चा की और विद्यालय में अध्ययन- अध्यापन और सुविधाओं की जानकारी ली ।
श्री बघेल ने स्कूल के क्लासरूम, वाचनालय, स्मार्ट क्लास, प्रयोगशाला सहित खेलकूद जोन, कला एवं संस्कृति सहित अलग-अलग कक्षों में जाकर विद्यार्थियों व शिक्षकों से चर्चा की। उन्होंने ऐसे उत्कृष्ट विद्यालयों की वर्तमान समय में जरूरत को प्रासंगिक और अनुकूल बताया। मुख्यमंत्री ने स्कूल की दीवारों पर की गई रचनात्मक तथा आकर्षक चित्रकारी की सराहना की। विद्यालय की नवमीं कक्षा के छात्र मयंक शाह और दसवीं कक्षा की छात्रा प्रीति सेठिया ने मुख्यमंत्री को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल भवन सहित यहां उपलब्ध सुविधाओं का अवलोकन कराया।
इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज, कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम, बस्तर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार,जिला पंचायत के अध्यक्ष हरीश कवासी, नक्सल ऑपरेशन के अतिरिक्त महानिरीक्षक अशोक जुनेजा, कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र, पुलिस महानिरीक्षक पी. सुंदरराज, मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद, कलेक्टर विनीत नंदनवार, पुलिस अधीक्षक सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि छात्र-छात्राएं, अभिभावक और शिक्षक उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 1 फरवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज सुकमा के कुम्हाररास स्थित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल के लोकार्पण के दौरान वहां परंपरागत खेल पिट्टूल खेल रहे बच्चों को देखकर खुद को रोक नहीं सके और बच्चों के हाथों से गेंद लेकर पिट्टूल खेलने लगे। मुख्यमंत्री ने अपनी अचूक निशानेबाजी का जौहर दिखाते हुए एकदम सटीक निशाना साधा।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के लोकार्पण के बाद विद्यालय परिसर का अवलोकन किया और वहां विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई सुंदर कलाकृतियां भी देखीं। इस दौरान कक्षा नवमीं की छात्रा प्रीति सेठिया ने मुख्यमंत्री को अपने हाथों से बनाई उनकी सुंदर पेंटिंग भेंट की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 1 फरवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज सुकमा जिला में 60.41 लाख की लागत से नव निर्मित जिला ग्रंथालय का लोकार्पण कर जिले के छात्र-छात्राओं को अमूल्य उपहार दिया। स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति केंद्र परिसर में 56 सीटर जिला ग्रन्थालय का शुभारम्भ से जिले के युवा अपनी जिज्ञासा और समस्याओं का समाधान पुस्तकों के माध्यम से पा सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने ग्रन्थालय में उपस्थित प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं से बातचीत की और पुस्तकालय में उपलब्ध किताबों की जानकारी ली। श्री बघेल ने बच्चों संग सेल्फी लेकर उन्हें शुभाशीष दिया।
ग्रन्थालय में उपलब्ध लगभग 3000 पुस्तकों में एनसीईआरटी, प्रतियोगी परीक्षाओं, उपन्यास, व्याकरण एवं अंकगणित सहित बहुत सी किताबों का अध्ययन जिले के युवा कर सकेंगे। इसके साथ ही विभिन्न अख़बार एवं पत्रिकाओं जैसे योजना, कुरुक्षेत्र, द हिंदू, दैनिक जागरण के पठन से प्रतियोगी परीक्षाओं की तयारी कर रहे युवाओं को सफलता हासिल करने में सहायता मिलेगी।
इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज, कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम, बस्तर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार,जिला पंचायत के अध्यक्ष हरीश कवासी, नक्सल ऑपरेशन के अतिरिक्त महानिरीक्षक अशोक जुनेजा, कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र, पुलिस महानिरीक्षक पी. सुंदरराज, मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद, कलेक्टर विनीत नंदनवार, पुलिस अधीक्षक केएल ध्रुव, सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।