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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा,23 मार्च। प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार ने कल समय सीमा बैठक में जिले में कोविड संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों और अधीनस्थ कर्मचारियों को कोविड ऐप्रोप्रीएट व्यवहार का अनिवार्य रूप से पालन करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही जिले में चल रही कोविड टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक लोगों को कोविड के संक्रमण से सुरक्षित किया जा सके।
कलेक्टर नंदनवार ने आमजन से कोविड संक्रमण की रोकथाम हेतु शासन के जारी निर्देशों का आवश्यक रूप से पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कोविड की रोकथाम हेतु शासन प्रशासन के साथ आम जन की भी महत्ती जिम्मेदारी है। सार्वजनिक जगहों, बाजार, दुकानों में अनावश्यक भीड़ ना लगाने, फिजिकल दूरी का पालन करने और अनिवार्य रूप से फेस मास्क का उपयोग करने की अपील की। इसके साथ ही राजस्व एवम् पुलिस विभाग के अधिकारियों को संयुक्त टीम का गठन कर जिले में मास्क का प्रयोग ना करने वाले व्यक्तियों पर सख्त कार्यवाही करने निर्देशित किया है। जिले में बिना अनुमति के कोई भी मेला मड़ई या अन्य सार्वजनिक आयोजन नहीं किया जाएगा।
दुकान संचालकों को सख्त हिदायत, अन्यथा 48 घंटे के लिए दुकान होंगे सील
श्री नंदनवार ने आज बैठक में कोविड संक्रमण की रोकथाम को प्राथमिकता देते हुए जिले के सभी दुकान संचालक, व्यवसायियों, ठेला आदि संचालकों को अनावश्यक भीड़ इक_ा ना करने, समस्त कर्मियों एवं ग्राहकों द्वारा मास्क का प्रयोग सुनिश्चित करवाने के लिए एसडीएम एवं सीएमओ को निर्देशित किया है। दुकान संचालकों द्वारा निर्देशों का पालन ना किए जाने के फलस्वरूप 48 घंटे तक दुकान सील कर दी जाएंगी। इसके साथ ही अन्य जिलों तथा सीमावर्ती राज्यों से प्रवेश करने वाले व्यक्तियों का अनिवार्य रूप से कोविड जांच करने के लिए निर्देशित किया।
विभागीय कार्यों की हुई विस्तृत समीक्षा
कलेक्टर नंदनवार ने सोमावार को सभाकक्ष में आयोजित समय सीमा बैठक में समस्त विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, कृषि, शिक्षा, जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, लोक निर्माण, मनरेगा, राजस्व आदि समस्त विभागों की विस्तृत चर्चा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। शासन द्वारा जारी आदेश के अनुरूप तत्काल प्रभाव से जिले में संचालित समस्त छात्रावास, स्कूल, आंगनबाड़ी को आगामी आदेश तक बंद करने के निर्देश दिए। वहीं कक्षा 10 वीं एवम् 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए आवश्यक तैयारियां किए जाने के लिए कहा। उन्होंने धान उठाव की जानकारी लेते हुए कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही समस्त विभागीय कार्यों की जानकारी ली।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 22 मार्च । बठेनाकांड पर विज्ञप्ति जारी करते हुए भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष व अधिवक्ता दीपिका शोरी ने कहा कि जिस क्षेत्र में यह घटना घटी है वह छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का विधानसभा क्षेत्र है। जहां सिलसिलेवार इस प्रकार की कई घटनाएं घट रही है। ग्राम बठेना में एक ही परिवार के 5 लोगों की लाश मिली है तथा पुलिस के अनुसार मृतक के द्वारा लिखित सुसाइट नोट भी पाया गया है जिसे पुलिस सार्वजनिक करने से बच रही है। अत: एक ही परिवार के 5 सदस्यों की लाश मिलने से छत्तीसगढ़ के सतनामी समाज के लोगों में डर व भय का वातावरण व्याप्त हो गया है। आज पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज नहीं रह गई है आज हर वर्ग अपने आप को शोषित महसूस कर रहा है। प्रदेश में अराजकता का माहौल है गुंडों एवं माफियाओं का बोलबाला है। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार में छत्तीसगढ़ अग्रणी हो रहा है मैं इस घटना की कड़ी निंदा करती हूं व महिलाओं में इस घटना से जो असुरक्षा की भावना का जन्म हो रहा इस लिए इस भयावाह घटना की उच्च स्तरीय सीबीआई जांच की मांग करती हूँ जिससे सही न्याय हो सके व अपराधियों को उनके इस घृणित कृत्य हेतु कड़ी सजा मिल सके।
सुकमा, 20 मार्च।शुक्रवार की देर शाम कूकानार पहुंचे सर्व आदिवासी समाज के प्रांताध्यक्ष सोहन पोटाई, प्रदेश अध्यक्ष पद धारण करने के बाद पहली बार सुकमा जिले के कूकानार पहुँचे,जहा पर सर्व आदिवासी समाज के सदस्यों के द्वारा स्वागत कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सोहन पोटाई ने कहा कि हमें किसी भी प्रकार की समस्या में एक दूसरे का साथ देना है,जब तक मुझमें जान है,मैं हमेशा समाज के लिए कार्य करता रहूंगा,मैं कभी भी झुकने वाला नहीं हूं ,समाज के लिए इसी ऊर्जा से हमेशा कार्य करता रहूंगा।
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सुकमा, 19 मार्च। छिन्दगढ़ ब्लाक के ग्राम पंचायत कोडरीपाल के ग्रामीण पेरमा पुजारी, पटेल व गांव के मुखियों के निमंत्रण पर सुकमा के रामराजा मनोज देव कोडरीपाल पहुँचे। कोडरीपाल में साप्ताहिक बाजार के नए स्थान के लोकार्पण पर कूकानार, छिन्दगढ़, पोंन्दूम, डोण्डपाल, तालनार, गुम्मा एवं कोडरीपाल के देवी-देवता भी कोडरीपाल के ग्रामीण, पेरमा, पुजारी मुखियाओं के आमंत्रण पर पहुंचकर विधिविधान से हुए यहां के पूजा पाठ में शामिल हुए।
रामराजा देव के पहुँचते ही ग्राम पंचायत के सभी ग्रामीणों ने फूल मालाओ से भव्य स्वागत कर मंदिर में पूजा-पाठ कर, मंदिर पर कलश जला कर एक जुलूस के रूप में सैकड़ों ग्रामीणों के साथ सप्ताहिक बाजार स्थल पर ले जाकर विधिवत रूप से पूजा पाठ कर बाजार स्थल पर कलश रख कर प्रवेश द्वार पर सरपंच के साथ मनोज देव ने फीता काटकर बाजार का उद्घाटन किया। उद्घाटन कार्यक्रम में प्रमुख रूप से दन्तेवाडा के कुमा सिरहा,पूर्व सरपंच केनिराम,मुखिया आयताराम बघेल,पटेल लैखनराम, पडियार जगनाथ,पेरमा मंगला,पुजारी बोंदुबघेल, ग्राम प्रमुख मंगड़ू,सिरहा कुमार बघेल, उपसरपंच खेमलाल,पंच सोमारुराम, व कुकानार क्षेत्र के मुखिया गण एवं ग्रामीण विशेष रूप से उपस्थित रहे ।
सुकमा जमींदार परिवार से पुराना नाता है कोडरीपाल का
कोडरीपाल के पूर्व सरपँच केनीराम ने बताया कि सुकमा के रामराजा मनोज देव के पूर्वजों ने हमारे पूर्वजों के अनुरोध पर कोडरीपाल में लक्ष्मी देवी के नाम पर गुरुवार के दिन बाजार का आधार शिला रखा था, इसलिए हम समस्त ग्रामवासियों के अनुरोध पर सुकमा के रामराजा ने आकर आज वही पुरानी परंपरा को दोहराकर पुन: कोडरीपाल के नए बाजार स्थल का लोकार्पण किया है। हम समस्त ग्रामवासी सुकमा के रामराजा के सदैव आभारी रहेंगे।
व्यापारिक दृष्टिकोण से भी महत्त्वपूर्ण है यह बाजार
कोडरीपाल के इस बाजार से मलखानगिरी 30 किमी, सुकमा 30 किमी,छिन्दगढ़ 15 किमी,पुसपाल 12 किमी,कूकानार 22 किमी,तोंगपाल 30 किमी की दूरी पर स्थित है जिससे इस बाजार का व्यापारिक दृष्टि से भी महत्व बढ़ जाता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 19 मार्च। कोरोना अवधि में स्कूल बंद रहने के बाद 15 फरवरी से समस्त हाई स्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूल पुन: संचालित हो रहे हंै, वहीं अप्रैल से माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाएं भी प्रारंभ होने जा रही है। ऐसी स्थिति में छात्र-छात्राओं को अध्ययन एवं परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत ही कम समय मिल पाया है। जिले के समस्त स्कूलों के सुचारु संचालन का जायजा लेने के उद्देश्य से जिला शिक्षा अधिकारी सुकमा जे.के.प्रसाद द्वारा स्कूलों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है।
जिले में सभी स्कूलों में छात्र-शिक्षक नियमित उपस्थिति व्यवस्था एवं अध्यापन कार्य के प्रति सजग जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सख्त कदम उठाते हुए 9, 13, 15 एवं 17 फरवरी को हाईस्कूल दुब्बाटोटा, पोलमपल्ली, हायर सेकेण्डरी दोरनापाल तथा कन्या शिक्षा परिसर सुकमा, बुड़दी, झापरा, मुरतोंडा, कुइमेलपरा, नीलावरम, पुसपाल, पाकेला, तोंगपाल, कोकावाड़ा, कोमाकोलेंग आदि स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया।
इस दौरान बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहने वाले 13 प्राचार्य एवं शिक्षकों का अनुपस्थित दिवस का अवैतानिक किया गया। कार्य पर लापरवाही के लिए हाईस्कूल नीलावरम, पोटाकेबिन हाईस्कूल पाकेला, हाईस्कूल कोमाकोलेंग, हायर सेकेण्डरी कोकावाड़ा के प्राचार्य के विरुद्ध कठोर दण्डात्मक कार्रवाई की गई है। कुछ शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
चिउरवाड़ा में पुल और उप स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 18 मार्च। नक्सल प्रभावित ग्राम चिउरवाड़ा कीगर्भवती महिलाओं को प्रसव कराने के लिए अब जगदलपुर, भद्राचलम और मलकानगिरी नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें अब स्थानीय स्तर पर ही उच्च स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होगी। छिंदगढ़ विकासखंड के ग्राम चिउरवाड़ा में उप स्वास्थ्य केंद्र के लोकार्पण अवसर पर उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने ये बातें कही।
इसके साथ ही मंत्री श्री लखमा ने ग्राम चिउरवाड़ा में लेदा चित्तलनार मार्ग पर 25 लाख की लागत से बने पुलिया का लोकार्पण भी किया। इस पुल के निर्माण से क्षेत्र के कई गांव तक आवगमन सुगम हो जाएगा, चिडपाल कुमकोलेंग, सौतनार, धामनकोंटा, कुपिडीह आदि गांव के ग्रामीणों को इस पुल से सुविधा मिलेगी। इस अवसर पर मंत्री श्री लखमा ने कहा कि जिले में जिन संवेदनशील क्षेत्रों में सडक़ नहीं थी, स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं पहुंच रही थी, जहां बिजली नहीं थी, आज वहां ग्रामीण सरलता से आवागमन कर रहे हैं, अपने गांव में ही स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं, गली मोहल्ले बिजली से जगमगा रहे हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि सुकमा जिले का विकास हो रहा है, यहां के ग्रामीणों का विकास हो रहा है।
उन्होंने अपने संबोधन में ग्राम चिउरवाड़ा में देव गुड़ी और रंगमंच बनवाने की घोषणा भी की। इसके साथ ही मंत्री श्री लखमा ने ग्रामीणों की सुविधा हेतु कुमाकोलेंग और चिउरवाड़ा में शीघ्र ही बस परिवहन की शुरुआत करने के बात कही।
तोकापाल, 17 मार्च। तोकापाल ब्लॉक मुख्यालय के शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय तोकापाल में नए बने संकुलों के प्राचार्य एवं संकुल समन्वयकों की आवश्यक बैठक जिला मिशन समन्वयक अशोक पांडे की उपस्थिति में आयोजित की गई। जिसके तहत नई शिक्षा नीति एवं समग्र शिक्षा अभियान के तहत अब संकुलों की जिम्मेदारी सम्बन्धित क्षेत्र के प्राचार्य की होगी। जो न केवल बच्चों की नियमित उपस्थति को देखेंगे,बल्कि बच्चों में गुणवत्तायुक्त शिक्षा लाने की जवाबदारी भी होगी। शालाओं में अब शाला समिति को भी सक्रिय करने एवं संकुल क्षेत्रांतर्गत प्राथमिक से हायर सेकेंडरी स्कूल तक व्यवस्था की जवाबदारी भी होगी।
जिला मिशन समन्वयक अशोक पाण्डे ने बताया कि आने वाले समय में अब संकुल समन्वयक तीन काल खंड लेंगे, उन्हें अनिवार्य रूप से आश्रित शालाओं में अध्यापन करवाना होगा। एपीसी गणेश तिवारी ने शिक्षकों के साथ पीएलसी को सक्रिय रखकर किस प्रकार बेहतर कार्य करना है, इसकी जानकारी विस्तार से दी गई। अब सभी गांव, वार्ड के प्रमुख स्थलों में प्रिंटरिच वातावरण तैयार करना है। बैठक में प्राचार्यों को संकुल हेतु 18 निर्देशों के पालन करने एवं हर माह चर्चा पत्र पर दस एजेंडा का चर्चा शिक्षकों से करते हुए क्रियान्वयन और मानिटरिंग करना है। अब संकुल समन्वयक के साथ संकुल प्राचार्य संकुल की व्यवस्था देखेंगे।बच्चों की गुणवत्ता में सुधार लाने संकुलों को छोटा कर व्यवस्था में कसावट लाने की तैयारी शुरू हो गई है।
इस अवसर पर डीएमसी अशोक पांडे, एपीसी गणेश तिवारी,राजेन्द्र पाण्डे, बीईओ तोकापाल बलीराम बघेल, बीईओं दरभा राजेश उपाध्याय,बीआरसी तोकापाल अजय शर्मा, एबीईओं पूनम सलाम,प्राचार्य सी एम चौधरी सहित तोकापाल व दरभा ब्लॉक के सभी हाई, हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य, संकुल शैक्षिक समन्वयक बैठक में मौजूद रहे।
उद्योग मंत्री ने किया मुख्यमंत्री सुपोषण केंद्र का शुभारंभ'
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 17 मार्च। उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने आज दोरनापाल और कोंटा में सुपोषण केंद्र का शुभारंभ किया। उन्होंने सुपोषण केंद्र का अवलोकन किया और केंद्र में भर्ती महिलाओं और बच्चों से मुलाकात की।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि बस्तर संभाग के कुछ जिलों में मलेरिया और कुपोषण के प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर संभाग से मलेरिया और कुपोषण को दूर करने का जिम्मा लिया है। जिसके लिए सुकमा सहित अन्य जिलों में सुपोषण केंद्र का संचालन किया जा रहा है। अब जिले की महिला और बच्चे कुपोषण को मात देने लगे हंै। शासन और प्रशासन के जरिए कुपोषित बच्चों और एनीमिक महिलाओं को स्वस्थ और पौष्टिक आहार, अंडे, मूंगफली चिक्की, रेडी टू ईट प्रदाय किया जा रहा है, जिसका परिणाम है कि सुकमा में कुपोषण की दर में 12 फीसदी की कमी आई है।
कोंटा और दोरनापाल में 184.00 लाख की लागत से 50 बिस्तर के सुपोषण केंद्र बनाए गए हैं, जिनके संचालन से सुकमा जिले के अंदरूनी क्षेत्रों के बच्चों को भी कुपोषण जैसी गंभीर बीमारी से उबारने के लिए महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग काम कर रही है।
मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि प्रदेश में सुपोषण को बढ़ावा देने और कुपोषण को जड़ से समाप्त करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा सुपोषण अभियान की शुरुआत की गई है। जिसके अन्तर्गत संचालित सुपोषण केंद्रों के माध्यम से कुपोषित बच्चों एवम् एनीमिक महिलाओं का चिन्हांकन कर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के साथ ही गरम और पौष्टिक भोजन प्रदान किया जा रहा है, जिसके सफल परिणाम दिखने लगे है।
कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर क्षेत्र के सुदूर अंचलों में कुपोषण को कम करने में सहायता मिली है। उन्होंने सुपोषण केंद्र के बच्चों को चिक्की वितरण करते हुए कहा कि स्वस्थ और सुपोषित बच्चों से ही देश का भविष्य उज्जवल है, इसलिए बच्चों को शुरुआत से ही पौष्टिक आहार देना आवश्यक है। उन्होंने इस अवसर पर सुपोषण रथ को हरी झंडी भी दिखाई।
इस अवसर पर सुकमा नगरपालिका अध्यक्ष जगन्नाथ साहू, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्रीमती माहेश्वरी बघेल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर विनीत नंदनवार, अधिकारी-कर्मचारी और नगरवासी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 16 मार्च। उद्योग मंत्री कवासी लखमा की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में परियोजना सलाहकार मंडल एकीकृत आदिवासी विकास कोंटा परियोजना की बैठक संपन्न हुई। बैठक में विशेष केन्द्रीय सहायता राजस्व/ पूंजीगत मद एवम् संविधान के अनुच्छेद 275(1) के मद अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2014-2015 से अपूर्ण कार्यों, वित्तीय वर्ष 2020-2021 में पुंराबंटित कार्यों का अनुमोदन एवं वित्तीय वर्ष 2021-2022 में प्रेषित कार्ययोजना पर चर्चा की गई। इसके साथ ही आदिवासी विकास के लिए आवश्यक विषयों पर भी चर्चा की गई।
मंत्री श्री लखमा ने समस्त विभागों से परियोजना संबंधित पूर्ण तथा प्रगतिरत निर्माण कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आदिवासी विकास परियोजना अन्तर्गत प्राप्त विशेष सहायता बजट का पूर्णत: सदुपयोग करें एवं अनावश्यक व्यय ना करते हुए जिलेवासियों को समस्त विभागीय योजनाओं का लाभ पहुंचाएं। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग जिला सुकमा द्वारा बताया गया कि जिले में आदिवासी समुदाय के 2 लाख 84 हजार 100 लोग निवासरत हंै, जिनके विकास हेतु एकीकृत विकास परियोजना के तहत विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं।
श्री लखमा ने बैठक में जिले में समस्त निर्माणाधीन सडक़ और भवन शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश दिए। वहीं गोबर खरीदी और वर्मी खाद उत्पादन में लापरवाही ना करने के सख्त निर्देश दिए। इसके साथ ही नवीन गोठानों का संचालन शीघ्र प्रारंभ करने के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देशित किया। मंत्री कवासी लखमा ने वन विभाग एवं जल संसाधन विभाग द्वारा नरवा विकास के तहत निर्मित किए जा रहे नालों, नहरों को आगामी मानसून के पहले गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए, जिससे जिले के कृषकों को इस योजना का लाभ मिले और सिंचाई हेतु पर्याप्त जल की व्यवस्था की जा सके। बैठक में परियोजना सलाहकार मंडल के सदस्यगण आयती कलमु, दयमती बघेल, देवली बाई नाग, धनसाय नेगी, सीताराम मौर्य, कलेक्टर विनीत नंदनवार, वनमण्डलाधिकारी आर डी तारम, सहित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 15 मार्च। रविवार को उद्योग एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने सुकमा विकासखंड अन्तर्गत बालक आश्रम नीलावरम में मुस्कान पुस्तकालय और सभा कक्ष का लोकार्पण किया। उन्होंने फीता काटकर बालक आश्रम के छात्रों को आश्रम परिसर में नवनिर्मित अतिरिक्त भवन में रीडिंग कार्नर और चर्चा परिचर्चा हेतु सभा कक्ष की सौगात दी। इसके साथ ही उन्होंने नीलावरम ग्राम पंचायत भवन के बाउंड्रीवॉल सहित विभिन्न कार्यों का भी लोकार्पण किया।
इस अवसर पर कवासी लखमा ने नीलावरम में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी क्षेत्र में विकास की पहचान वहां के निर्माण कार्यों, सडक़, तालाब एवं जनता से होती है। ग्रामीण विकास कार्यों में आई तेजी से सुकमा का सर्वांगीण विकास हो रहा है। यहां के नौजवान अब पढ़ाई को लेकर ज्यादा सचेत और संकल्पित है, जिसे पूर्ण करने के लिए मंत्री कवासी लखमा ने आगामी वर्षों में नीलावरम में हाई स्कूल खोलने का आश्वासन दिया।
सडक़, बिजली, पानी ग्रामीण विकास के लिए महत्वपूर्ण
मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सुगम आवागमन के लिए गुणवत्ता पूर्ण सडक़, आम जन जीवन के लिए बिजली, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और पीने के लिए स्वच्छ पेयजल की आवश्यकता होती है। जिसे छत्तीसगढ़ शासन गंभीरता से लेते हुए ग्रामीणों इलाकों में सडक़ निर्माण, पुल पुलिया निर्माण, हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, सुकमा नगरपालिका अध्यक्ष जगन्नाथ साहू, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष माहेश्वरी बघेल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर विनीत नंदनवार, पुलिस अधीक्षक के एल ध्रुव सहित अन्य अधिकारीगण एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
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छिदंगढ़, 15 मार्च। छिदंगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत कोकावाडा़ में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक हुई, जिसमें सीपीआई के नेता व जिपं सदस्य रामा सोढ़ी ने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में पेशा कानून को सख्ती से लागू करना, पार्टी को मजबूत करना, आगे की रणनीति बनाना है। गांवों की समस्याओं से भी आज रूबरू हुए।
उन्होंने आरोप लगाते कहा कि वर्तमान सरकार व जिला प्रशासन के द्वारा पंचायत के 14वें वित्त आयोग, 15वें वित्त आयोग के पैसे जो गांव के सरपंच व पंच के द्वारा गांव के ही विकास कार्य में खर्च करना था, लेकिन सरकार में बैठे लोगों के द्वारा इस पैसे का बंदरबाट किया जा रहा है और वहीं अब तक लगभग जिले भर में मनरेगा योजना के तहत जो कार्य किया गया, उसका भुगतान नहीं किया गया है, इसका तत्काल भुगतान करना चाहिए। दिव्यांग तुलाराम नाग को बेदखल किया गया, तकनीकी सहायक शायद नेगी, संगीता मिडियम को प्राथमिकता नहीं दिया गया। लगातार डेलीविजेस कर्मचारी, संविदा कर्मचारी को बेदखल किया जा रहा है अधिकारियों से मिलीभगत करके मनमानी कर रहे हैं. लाखों रुपयों का बंदरबांट किया जा रहा है। सभी आरोप सीपीआई के नेताओं ने मौजूदा सरकार के प्रतिनिधियों पर लगाया।
बैठक में जिला पंचायत सदस्य रामा सोड़ी , राजेश नाग महेंद्र करतम पहुंचे। इस दौरान जागंरपाल, कोडरीपाल, सौतनार, टहकवाडा़, इडज़ेपाल के जनप्रतिनिधि व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।
सूचना का अधिकार के तहत भी नहीं मिली जानकारी-दीपिका
सुकमा, 13 मार्च। भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता दीपिका शोरी ने विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि सुकमा जिले में सूचना के अधिकार अधिनियम को अधिकारियों ने मजाक बना कर रख दिया है।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मुझे विकासखंड छिन्दगढ़ के नक्सल प्रभावित ग्रापं पालेंम के ग्रामीणों ने अपने गाँव में मनरेगा के तहत लगभग 4 वर्षों पूर्व स्वीकृत डबरियों का निर्माण सही मापदंड में नहीं होने व कुछ डबरियों का निर्माण नहीं होने के सम्बन्ध में शिकायत की थी, जिसकी वास्तविकता जानने हेतु मैंने स्वयं पालेंम में जाकर हितग्राहियों से मुलाकात कर वास्तविक स्थिति का अवलोकन किया, वहां जाने पर ज्ञात हुआ कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत अपर मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के पत्र क्रमांक 1002 25 मार्च 2016 के निर्देशानुसार उप संचालक कृषि विभाग सुकमा के द्वारा प्राप्त पत्र के अनुसार जनपद पंचायत छिन्दगढ़ के ग्राम पंचायत पालेम में 94 हितग्राहियों के डबरी निर्माण हेतु प्रस्तुत प्राक्कलन के आधार पर प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई थी, परन्तु आज चार वर्षों के पश्चात भी इनमें से कई हितग्राहियों की डबरी का निर्माण नहीं किया गया है, कुछ डबरी आज भी अधूरे निर्माण की स्थिति में है व कुछ डबरी में कार्यरत मजदूरो को मजदूरी का भुगतान भी नहीं किया गया है।
तब शासन के द्वारा इस विषय पर अब तक क्या कार्यवाही की गई, इस विषय पर जानकारी प्राप्त करने हेतु 13 जनवरी को जन सूचना अधिकारी कृषि विभाग सुकमा को सूचना के अधिकार के तहत पत्र लिखा। जिस पर नियम के तहत 30 दिनों के भीतर मुझे जानकारी मिलनी थी, परन्तु न ही मुझे जानकारी दी गई व न ही किसी प्रकार का पत्र मुझे प्राप्त हुआ।
कृषि विभाग के सुकमा कार्यालय में सम्पर्क करने पर मुझे उप संचालक कृषि जिला सुकमा से चाही गई जानकारी के सम्बन्ध में अपने अधीनस्थ सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी को लिखे गए 14/01/2021 को प्रथम पत्र, 02/02/2021 को द्वितीय पत्र एवं 08/02/2021 को तृतीय स्मरण पत्र की कापी दी गई, जिसमें मुझे उक्त कार्य के विषय में कोई भी जानकारी नहीं दी गई व सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी ने न ही अपने उच्चाधिकारी के पत्र को संज्ञान में लिया व न ही किसी भी प्रकार की जानकारी दी। इससे साफ जाहिर होता है कि चार वर्षों पूर्व पालेंम में किये गए 1 करोड़ 50 लाख 40 हजार रु की प्रशासकीय स्वीकृति वाले 94 डबरियों के निर्माण में भारी अनियमितता की गई है, जिसकी जांच कर प्रशासन को दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए।
तोंगपाल , 12 मार्च। सीआरपीएफ की जी/227 बटालियन एवं थाना तोंगपाल के अधिकारियों, अधिनस्थ अधिकारियों एवं जवानों ने 11 मार्च 2014 को टहकवाडा मे माओवादियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट एवं फायरिंग में शहीद हुये सीआरपीएफ के एफ/ 80 बटालियन के 11 जवान व पुलिस बल के 4 जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की एवं वीर जवानों की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन धारण किया ।
इस मौके पर सीआरपीएफ के 227 वीं बटालियन के कमाडेंट मनोज कुमार गौतम के मार्गदर्शन एवं दिशानिर्देश अनुसार जी / 227 बटालियन के सहायक कमांडेंट राम चन्द्र राम एवं थाना तोंगपाल के अधिकारी मौजूद रहे।
रामचन्द राम ने वीर शहीदों के बलिदान को याद करते हुये उनके परिवार के साथ सदैव खड़े रहने का संकल्प किया एवं अपनी संवेदना व्यक्त की । माओवादियों से निर्णायक लड़ाई में लगातार अपनी सेवा दे रहे सीआरपीएफ एवं पुलिस बल के अधिकारियों एवं जवानों की प्रशंसा की एवं क्षेत्र से जल्द ही माओवादियों के दहशत से मुक्ति की घोषणा की।
ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्र से हजारों पहुंचे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 11 मार्च। छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर पर बसा कोंटा के समीप आंध्र के चट्टी ग्राम के वीरापुरम गांव का शिवलिंग प्राचीन से ही आस्था और विश्वास का प्रतीक रहा है। ढाई सौ से अधिक वर्ष पुराना यह शिवलिंग प्राचीन व स्वयंभू है। महाशिवरात्रि के दिन यहां तीन राज्य ओडिशा, छत्तीसगढ़ , आंध्र से लगभग दस हजार से भी अधिक भक्त शिव का दर्शन करने आकर मन्नते मांगते हैं व आदिवासी रीतिरिवाज अनुसार विशेष पूजा महा शिवरात्रि के दिन किया जाता है।
यहां पहुंचे भक्त मानते हैं कि महाशिवरात्रि के दिन शिव पूजा करने से महादेव जल्द प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। जिन लोगों का विवाह नहीं हो रहा होता है या किसी कारण उसमें देरी हो रही हो तो महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग की पूजा करने से मनोकामना पूर्ण होती है व महाशिवरात्रि के दिन सन्तान प्राप्ति के लिए भी दंपत्तियों के द्वारा विशेष पूजा कर मन्नत मांगते हैं।
250 वर्ष पहले स्वयंभू प्रकट हुए शिवलिंग
कोंटा से 9 किमी दूर चट्टी ग्राम 250 वर्ष पूर्व बसा था। शिव मंदिर के श्री गादे रामलिंगेश्वर ट्रस्ट के उदय कुमार पुसम रवि, रव्वा प्रसाद ने बताया कि 250 पहले इनके पूर्वजों के द्वारा वीरापुरम के पहाड़ी पर यह शिवलिंग को देखा गया था, उस दिन से ही वीरापुरम में स्थित पहाड़ी पर आदिवासी रीति रिवाजों के साथ पूजा-अर्चना करना प्रारम्भ कर दिया गया। अब स्वयंभू शिवलिंग इस क्षेत्र के आदिवासियों की आस्था का केंद्र बना हुआ हैं, इसे पूजते 250 वर्ष पूर्ण हो गए हैं ।
वीरापुरम में ही पंद्रह वर्ष पूर्व खुदाई के दौरान मिला एक और शिवलिंग
वीरापुरम पहाड़ी इलाके में शिव दर्शन करने आ रहे भक्तों को पहाड़ चढऩे में आ रही दिक्कतों को देखते हुए श्री रामलिंगेश्वर देवस्थानम के द्वारा मिट्टी खुदाई कर रास्ता बनाते वक्त पंद्रह वर्ष पहले खुदाई के दौरान शिवलिंग मिला, जिससे आस-पास की इलाके में इस क्षेत्र के प्रति श्रद्धालुओं का आस्था और बढ़ गयी हैं। यहां दर्शन करने आये भक्त बताते हैं कि स्वयंभू शिवलिंग में मांगी गई मन्नत पूरी होती हैं।
तोंगपाल बाजार में पुलिस ने दी विधिक जानकारी
तोंगपाल,11 मार्च। गुरुवार को तोंगपाल के साप्ताहिक बाजार में पहुंचकर महिला सुरक्षा एवं जागरूकता अभियान के तहत छेडख़ानी, मानव तस्करी, स्वच्छता एवं साइबर सुरक्षा, लैंगिक उत्पीडऩ, आत्म रक्षार्थ की विधिक जानकारी थाना तोंगपाल पुलिस स्टाफ द्वारा दी गयी। इसी दौरान एमएससी में अध्ययनरत छात्रा रेशमा परवीन द्वारा थाना प्रभारी बनने की इच्छा जाहिर करने पर तत्काल सम्मान पूर्वक उन्हें थाना में आमंत्रित कर 1 दिन के थाना प्रभारी का दायित्व देते हुए थाना में महिला संबंधी अपराध के त्वरित निराकरण के संबंध में जानकारी से अवगत कराया गया। अपने आप को थाना प्रभारी के रूप में पाकर छात्रा बहुत खुश हुई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
तोंगपाल, 10 मार्च। सुकमा जिले के तोंगपाल में आयोजित प्रतिभा खोज क्रिकेट प्रतियोगिता का आज समापन हुआ। अण्डर 14 में लीजेण्डस ने पुसपाल को 5 विकेट से हराकर प्रथम पुरस्कार 1400 रूपये के साथ कप वहीं अण्डर 17 में सनराईजर्स ने लेदा को 96 रनों से हराकर प्रथम पुरूस्कार 1700 रूपये व ट्रॉफी अपने नाम की। तीन मार्च से शुरू हुए इस प्रतियोगिता का उद्देश्य नन्हें बच्चों की प्रतिभा की खोज करना था।
ज्ञात हो कि अण्डर 17 में 7 टीमों ने हिस्सा लिया था, वहीं अण्डर 14 में केवल 5 टीमें थीं। प्रत्येक टीम में केवल 5 खिलाड़ी ही शामिल थे। 5-5 ओवरों के इस मैच में तीसरा ओवर मैजिक ओवर रखा गया था,जिसमें बनने वाले रनों की गिनती दुगुनी होती है।
कार्यक्रम के आयोजक वेद प्रकाश शुक्ला ने बताया कि नन्हें बच्चों की खेल करवाने के पीछे मुख्य वजह यह है कि छोटे बच्चे अधिकांश मैंचों में केवल फिल्डिन्ग करते नजर आते है। सीनियर खिलाडिय़ों के सामने इन्हें अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौका नहीं मिलता था। इस वजह से इनकी प्रतिभा निखारने के उद्देश्य से क्रिकेट का आयोजन किया गया। वही अण्डर 11 व गल्र्स की टीमों के सेमीफाइनल व फाइनल मैच कुछ खिलाडिय़ों की अनुपस्थिति के कारण स्थगित कर दिया गया। जिसे भविष्य में आयोजित की जाएगी। मैच में मुख्य अतिथि के रूप में बस्तर किकेट के मशहूर खिलाड़ी कौशलेन्द्र राठौर उर्फ रोशन साथ ही कुकानार के पत्रकार संजय सिहं भदौरिया की अध्यक्ष के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रवीण चॉण्डक , सृजन सिंह , ऋषभ तोमर , कपिल शर्मा, तुषार दयाल , वेदान्त शुक्ला , आर्यन नायक , पीयुष बैस , सागर सन्त , अंश चॉण्डक , चिराग चॉण्डक , सोनू चॉण्डक , रोहित गोल्छा करण सिन्हा ने सहयोग प्रदान किया ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
तोंगपाल, 10 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जी / 227 बटालियन के रि पु.बल ने तोंगपाल, जिला- सुकमा में महिला सशक्तिकरण को नमन करते हुये अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया। इस मौके पर सीआरपीएफ के अधिकारी राम चन्द्र राम ( सहायक कमांडेट ) एवं अधिनस्थ अधिकारी एवं जवानों ने आस-पास की ग्रामीण महिलाओं एवं बच्चों का स्वागत किया। सहा.कमा. राम चन्द्र राम ने महिलाओं एवं बच्चों को सम्मान स्वरुप साड़ी, बर्तन, मच्छरदानी , स्कूल, बैग, किताबे, पेन, पेंसिल, सेनेटाईजर, मास्क आदि भेंट किया व कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बहुत ही प्रशंसनीय है व आश्वस्त किया कि पूर्व की भांति यदि किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता होती है तो बिना संकोच के बताएं।
सीआरपीएफ हमेशा महिलाओं एवं बच्चों के कल्याण हेतु तत्पर है। उन्होंने कोरोना महामारी से बचाव एवं टीकाकरण पर भी अपने विचार साझा किए। इस मौके पर जलपान की व्यवस्था भी की गई थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोन्टा, 9 मार्च। सुकमा जिले से लगातार गांजा तस्करी की खबरों के बीच सोमवार को कोन्टा पुलिस मुखबिरी के सूचना पर बड़ी मात्रा में गांजा तस्करों को धर दबोचने में कामयाब रही।
प्राप्त जानकारी अनुसार सोमवार के सुबह करीब 8 बजे एक चारपहिया वाहन क्रमांक क्रछ्व 19 द्दद्द 6312 में सवार दो युवकों द्वारा भारी मात्रा में गांजा तस्करी की खबर मुखबिर द्वारा कोन्टा पुलिस को मिली। जिसके बाद थाना प्रभारी शिवनंद सिंह ने जवानों को रोड पर लगाया। उसी समय उक्त वाहन ओडिशा के कालीमेला से दोरनापाल होते हुए कोन्टा पहुँची।
मुखबिर की सूचना के आधार पर जब जवानों द्वारा उक्त वाहन को रोककर पूछताछ किया गया व वाहन की तलासी ली गई तो भारी मात्रा में गांजा देखकर सबके होश उड़ गए। आरोपियों द्वारा बड़ी ही शातिराना अन्दाज में 280 किलो गांजा को 5 किलो व 20 किलो के 18 बॉक्स में पैक कर उक्त ऑटो जो कि विशेष तरीके से डाला को बनवा कर उसमें एक नजर बंद जगह में इन सभी बक्सों को छिपाकर ले जाया जा रहा था।आरोपी राकेश विश्नोई एवं विकास विश्नोई दोनों ने बताया कि वे राजस्थान से आये थे।
उक्त गांजा की जानकारी पूछने पर दोनों ने ही उन्हें नही ंपता होने की बात कहते रहे। उनको फोन के माध्यम से बोला गया था कि ओडिशा के कालीमेला से वाहन को राजस्थान ले आना है जिसमे सामान लेकर वापस जाएंगे, इसमें गांजा होने की जानकारी नही पता होने की बात करते रहे।
कोन्टा पुलिस के अनुविभागीय अधिकारी कृष्णा पटेल,नगर निरीक्षक शिवनंद सिंह व उप निरीक्षक आशीष कंसारी ने पुलिस कार्यवाही करते हुए उक्त दोनों आरोपियों के विरुद्ध 20 बी एन डी पी एस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
आरोपियों से पूछताछ जारी है, अभी तक मिली जानकारी अनुसार आरोपियों द्वारा भारी मात्रा में गंजा को खुले मार्केट में खपाने के लिए राजस्थान के अजमेर ले जाया जा रहा था।पुलिस के अनुसार उक्त 280 किलो गांजा की कीमत सरकारी आकड़ो के अनुसार 14 लाख आंकी गयी है। वहीं इसकी खुले बाजार में तीन गुना होने की संभावना है।
भारी मात्रा में गांजा तस्करी करते हुए पकड़े दोनों आरोपियों को 10 साल तक कि सजा होने का प्रावधान है।वही कोन्टा व पड़ोसी राज्य आंध्रप्रदेश के चिंतुर व मोतुगूडम थाना क्षेत्रों से जो कि ओडिसा के तटीय प्रान्त से लगा हु है यहां आए दिन गांजा तस्करी की खबरे आती ही रही है। ज्यादातर आंध्रप्रदेश के चिंतुर व मोतुगडम थाना क्षेत्र में गांजा तस्करों पर पुलिस भारी पड़ती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छिंदगढ़, 8 मार्च। आज महिला दिवस के अवसर पर बालाटिकरा मामले पर छिन्दगढ़ में भारी मात्रा में महिलाओं ने पहुंचकर प्रशासन के खिलाफ भरी हुंकार। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम तहसीलदार छिन्दगढ़ को ज्ञापन सौंपते हुए अवगत कराया कि पाकेला गांव के बालाटिकरा पारा की 17 एकड़ जमीन पर ग्रामवासियों की सहमति के खिलाफ प्रशासन के द्वारा पुलिस की मदद से शासकीय भवनों का निर्माण किया जा रहा है, साथ ही इसका विरोध करने वाली दो महिलाओं को जेल में डाल दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि इन मुद्दों को लेकर 17 फऱवरी से छिंदगढ़ में ग्रामीणों के साथ भारतीय महिला फेडरेशन व अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के द्वारा क्रमिक धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। बालाटिकरा के ग्रामवासी एकमत होकर 17 एकड़ जमीन नहीं देना चाहते हैं। उक्त जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया में सभी ग्रामीण तहसीलदार कार्यालय छिन्दगढ़ में आपत्ति दर्ज कराए थे। आपत्ति को एकतरफा दरकिनार कर पुलिस के मदद से भवनों का निर्माण कराया जा रहा है। जिसका विरोध करने पर 12फरवरी को मडक़म लखमें एवं कोयनी को जेल भेज दिया गया था, इन्हें एक सप्ताह के बाद छोड़ दिया गया। उसके बाद से आज तक भारतीय महिला फेडरेशन व अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के द्वारा क्रमिक धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, परन्तु प्रशासन के द्वारा किसी भी प्रकार की संज्ञान नहीं ली जा रही है।
आज महिला दिवस के अवसर पर छिन्दगढ़ मुख्यालय में जिला भर से सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने उपस्थित होकर बालाटिकरा मामले में पीडि़तों का समर्थन किया। पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने सुकमा जिले में महिलाओं की हालत पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सुकमा जिले में महिलाओं की हालत बहुत ही चिंताजनक है। बेकसूर महिलाओं को जेल भेजा जा रहा है, लगातार आंदोलन करने के बाद भी कोई उचित कार्रवाई नहीं हो रही है, उधर बुर्कापाल में सैकड़ों आदिवासी महिलाएं विधवा के जैसे जीवन जी रही हैं। कांग्रेस ने शासन में आने से पहले इन जेल में बंद निर्दोष आदिवासियों को छुड़ाने की बात की थी, पर आज मौन साधे हुए हैं। इन सभी मामलों को लेकर हम जल्द ही राज्यपाल से मिल कर यहाँ की स्थिति से उन्हें अवगत कराएंगे ।
कुसुम नाग अध्यक्ष,भारतीय महिला फेडरेशन सुकमा ने कहा कि जबसे यह घटना हुई है तबसे आज तक हम लोगों से शान्तिपूर्ण तरीके से धरना देकर प्रशासन से न्याय की अपेक्षा की, परन्तु आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। आने वाले दिनों में हम चुप नहीं बैठेंगे जोर-शोर से इसका विरोध जारी रखेंगे। वहीं महिला दिवस के अवसर पर कुसुम नाग, आराधना मरकाम ने मडकम लखमे ,सोडी कोयनी को शाल देकर सम्मानित किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुकानार, 8 मार्च । सुदरी ने दूसरों के घरों में बर्तन मांज कर बच्चों को काबिल बनाया। आज उनके 2 बेटे सरकारी नौकरी व बहू नर्स है। कूकानार की सुदरी बाई ने बताया कि छोटी उम्र में शादी करके मानसिंग मौर्य के साथ उनके घर आ गई पति का 15 वर्ष पहले निधन हो गया उसके बाद तीन लडक़े एवं एक लडक़ी के भरण पोषण की पूरी जिम्मेदारी सुदरी पर आ गई।
पढ़ी लिखी न होने के कारण कोई काम भी नहीं मिल रहा था ऐसे बुरे समय मे परिवार वालों ने भी कुछ खास सहयोग नहीं किया तब बच्चों का पेट पालने हेतु सुदरी ने आसपास के घरों में बर्तन मांजने,कपड़े धोने का निर्णय लिया ।उसके बाद उनका बड़ा लडक़ा तुलसी आठवीं उत्तीर्ण होने के बाद अपनी माँ का हाथ बंटाने पढ़ाई बीच मे ही छोड़ दी उसके बाद किसी तरह अपने बच्चों की पढ़ाई करवाई। आज उनका दूसरा पुत्र छोटू जिला पुलिस बल में सिपाही के पद पर व बहू दयावती कोलेंग में नर्स एवं छोटा पुत्र सीएसईबी में आपरेटर के पद पर नियुक्त है व पुत्री का विवाह हो चुका है। सुदरी कहती हंै कि आज मैं बहुत खुश हूं मेरे बच्चों ने मेरा बाहर काम करना बंद करवा दिया है आज मैं घर के काम मे हाथ बंटाती हूँ मैंने शुरू से ही अपने बच्चों को शासकीय नौकरी पर देखना चाहती थी मेरा यह सपना पूर्ण हो गया है। उन्होंने कहा कि कभी भी हिम्मत नहीं हारना चाहिए काम कोई भी बड़ा या छोटा नहीं होता है बस अपना सम्मान नहीं खोना चाहिए।
छिंदगढ़, 6 मार्च। भारतीय जनता युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष व अधिवक्ता दीपिका शोरी को गुरुवार को वनवासी विकास समिति बिलासपुर छत्तीसगढ़ के द्वारा 4 मार्च को मातृशक्ति सम्मान कार्यक्रम में पद्मश्री फूलबासन के द्वारा सम्मानित किया गया।
विदित हो कि दीपिका बस्तर संभाग के सुकमा जैसे नक्सल प्रभावित जिले में लगातार समाजसेवा की दिशा में कार्य कर रही हैं व महिलाओं को उनके कानूनी जानकारी देने व अन्य समाज से जुड़े कार्य करने व ग्रामीणों की आवाज बनकर शासन प्रशासन को जगाने का कार्य कर रही हैं।
दीपिका शोरी के सुकमा जैसे नक्सल प्रभावित जिले में समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु गुरुवार को वनवासी विकास समिति बिलासपुर छत्तीसगढ़ के द्वारा आयोजित इस मातृशक्ति सम्मान कार्यक्रम में पद्मश्री एवं समाज सेविका फूलबासन के द्वारा स्मृति चिन्ह, शॉल, श्रीफल से सम्मान किया गया। दीपिका ने भी पद्मश्री फूलबासन को सुकमा आकर यहाँ की महिलाओं के बीच अपने साथ कार्य कर उन्हें जागरूकता की ओर अग्रसर करने में सहयोग करने का न्योता दिया, तो पद्मश्री फूलबासन ने भी बहुत जल्द सुकमा आने का वादा किया है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 6 मार्च। सुकमा जिले के दुब्बाटोटा में कलेक्टर विनीत नंदनवार ने आज औचक निरीक्षण किया, जिसमें कलेक्टर मत्स्य बीज केंद्र का निरीक्षण करने मोटरसाइकिल से पहुंचे।
कई वर्षों से मत्स्य बीज केंद्र को लेकर आ रही समस्या को लेकर ग्रामीणों से वार्ता कर समस्याएं जानी और जल्द इस समस्या को सुलझाने की अपील की। इसके साथ ही कलेक्टर विनीत नंदनवार ने गांव के बीच शिविर लगाकर ग्रामीणों से बात की और उनकी समस्याएं जानी। ग्रामीणों ने भी एक-एक कर गांव की प्रमुख समस्याओं से कलेक्टर को अवगत कराया, इतना ही नहीं लिखित आवेदन देकर भी ग्रामीणों ने अपनी मांगें कलेक्टर के समक्ष रखी।
कलेक्टर विनीत नंदनवार ने कई समस्याओं का निदान मौके पर ही किया और कई समस्याओं को जल्द दूर करने का आश्वासन भी दिया। कलेक्टर ने ग्रामीणों से अपील की कि जिले में सबसे बड़ा मत्स्य बीज केंद्र दुब्बाटोटा है। इस केंद्र के चालू होने से ग्रामीणों का ही विकास होगा और दुब्बाटोटा जिले के सबसे बड़े मत्स्य केंद्र के तौर पर भी जाना जाएगा। इस दौरान जिला सीईओ नूतन कंवर,एसडीएम कोंटा नेताम ,जनपद सीईओ रूपेंद्र पटेल, उपसंचालक मत्स्य विभाग, बीआरसी महेंद्र बहादुर सिंह समेत प्रशासनिक अमला मौजूद रहा ।
शिविर में कलेक्टर को ग्रामीणों ने बताई समस्याएं
निरीक्षण के बाद दुब्बाटोटा गांव के बीच कलेक्टर समेत प्रशासनिक अमला मौजूद रहा। इस दौरान कलेक्टर विनीत नंदनवार ने शिविर में ग्रामीणों की समस्याएं जानी। ग्रामीणों ने प्रमुख रूप से जल, शिक्षक, बैंक संबंधी समस्याएं रखी। इसके साथ ही बोर्डिंग पारा में आंगनबाड़ी की मांग, तालाब गहरीकरण की मांग, साथ ही पशु चिकित्सक की मांग भी कलेक्टर से ग्रामीणों ने की। कलेक्टर ने कई मांगों का निदान मौके पर किया और कई मांगों को जल्द ही पूरा करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया।
महुआ देख रुके कलेक्टर
सुकमा कलेक्टर विनीत नन्दनवार की बस्तरिया सादगी उस वक्त नजर आई, जब दुब्बाटोटा पंचायत के अंदरूनी इलाके में सालों से बन्द पड़े मत्स्य बीज केंद्र का निरीक्षण करने प्रशासनिक अमले के साथ विनीत नन्दनवार पहुंचे। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर जब रास्ते से गुजर रहे थे तो सामने पड़े महुए को देख वहीं रुक गए और झुककर जमीन से कुछ महुओं को उठाकर देखने लगे और महुए को पीला सोना बताया।
ग्रामीणों से बातचीत के दौरान कलेक्टर श्री नन्दनवार ने कहा कि ये महुआ इलाके के ग्रामीणों की रोजी रोटी का जरिया है, मगर ये पूरा जंगल आपका घर है। महुए के संग्रहण के लिए जंगल मत जला देना, इस बात का ध्यान रखते हुए महुए का संग्रहण करें। विरासत में पुर्वजो ने हमे ये जंगल दिया है जिसको सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है ।
सुकमा कलेक्टर विनीत नन्दनवार ने कहा कि ग्रामीणों की मांग थी कि मत्स्य केंद्र सालों से बंद रहा है, उसे चालू किया जाए। जिसके बाद हम मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचे। इस पर विस्तृत कार्ययोजना बनाने के बाद हम मत्स्य केंद्र को विकसित करने का प्रयास करेंगे। इसके साथ ही ग्रामीणों के साथ गांव के मूलभूत सुविधाओं पर सघन चर्चा हुई। जिस पर ग्रामीणों की कुछ समस्याएं भी सामने आई है, उसका निश्चित रूप से निराकरण किया जाएगा।
जनप्रतिनिधि, ग्रामीणों और स्कूली छात्रों को वितरित की गई प्रचार सामग्री
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छिंदगढ़, 6 मार्च । राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं उपलब्धियों पर आधारित विकास फोटो प्रदर्शनी सह-सूचना शिविर का आयोजन सुकमा जिले में शुक्रवार से शुरू हो गया है। जनसम्पर्क विभाग द्वारा शासकीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं लाभकारी योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से विभिन्न ग्रामों में शिविर आयोजित किया जा रहा है।
विकासखण्ड छिंदगढ़ के ग्राम पंचायत कुकानार में साप्ताहिक हाट-बाजार के अवसर पर शिविर आयोजित किया गया। हाट बाजार में ग्राम कुकानार एवं आसपास के गांव बोदारास, कुंदनपाल, डब्बा, पेदारास, टांगारास, कुन्ना, डोलेरास, पुसगुन्ना से बड़ी संख्या में ग्रामीण बाज़ार आते हैं। जनप्रतिनिधि, ग्रामीणों सहित स्कूली छात्रों ने भी शिविर स्थल तक आकर विभिन्न शासकीय योजनाओं की जानकारी ली और जनसंपर्क विभाग के प्रचार सामग्रियों का अवलोकन किया।
स्कूली छात्रों को खूब पसंद आयी जनमन और संबल
ग्राम कुकानार में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के समीप आयोजित विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर में शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं को विभिन्न छायाचित्र के माध्यम से प्रदर्शित की गई। आयोजित शिविर में शासकीय योजनाओं से संबंधित प्रचार पुस्तिका जनमन, संबल एवं किसान गाईड का नि:शुल्क वितरण भी किया गया। जिसे स्कूली छात्रों ने खूब पसंद किया।
कक्षा दसवीं में अध्ययनरत कामदेव नाग को मासिक पत्रिका जनमन बहुत पसंद आई और कक्षा 11वीं के छात्र अजय सोढ़ी ने संबल पुस्तिका को परीक्षा की तैयारियों के लिए बहुत सहयोगी बताया। ग्राम पंचायत कुकानार की सरपंच मंगलदई नाग ने जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर की सराहना करते हुए कहा कि इस शिविर के माध्यम से समस्त ग्रामीणों को शासन के द्वारा क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिल रही है। वहीं उपसरपंच मुकुंददास मानिकपुरी ने कहा कि इस शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को शिक्षा, पेयजल, स्वास्थ्य और कृषि से संबंधित विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदान की जा रही है जो कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए लाभकारी है।
शिविर में छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बारी के क्रियान्वयन, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, आदर्श गौठान, बिजली बिल हाफ योजना, मनरेगा, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, राम वन गमन पथ, अल्पकालीन कृषि ऋण माफ, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, पीडीएस, कृषि विभाग के विभिन्न जनकल्याकारी योजनाओं को छायाचित्र के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। जनसंपर्क विभाग द्वारा आगामी दिवसों में भी जिले के विभिन्न ग्राम में छायाचित्र प्रदर्शनी सह सूचना शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पाकेला, गुम्मा, दोरनापाल, पोलमपल्ली, छिंदगढ़, कोंटा, केरलापाल, लेदा और गादीरास में शिविर का आयोजन होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 5 मार्च। जिले के चहुंमुखी विकास और ग्रामीणों को शासन की योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए जिला प्रशासन सुकमा हर संभव प्रयास कर रही है। कलेक्टर विनीत नंदनवार जिले के अंदरुनी और दूरस्थ क्षेत्रों का दौरा कर ग्रामीणों की समस्याओं का निवारण कर रहे हैं। इसी अनुक्रम में कल श्री नंदनवार ने कोंटा विकासखंड अन्तर्गत ग्राम मुरलीगुड़ा और मरईगुड़ा का दौरा किया और पेड़ की छांव में जनचौपाल लगाकर ग्रामीणों से चर्चा की। चर्चा के दौरान ग्रामीणों ने मुख्य रूप से खेती बाड़ी से संबंधित बिंदुओं पर कलेक्टर के समक्ष अपनी जरूरतें और समस्याएं बताई।
श्री नंदनवार ने मुरलीगुड़ा में कृषक कट्टाम वेंकटेश के द्वारा बाड़ी में लगाई गई सब्जी भाजी का भी अवलोकन किया और कृषक के प्रति प्रसन्नता व्यक्त की। कृषकों द्वारा बताया गया कि क्रेडा विभाग द्वारा स्थापित सोलर पंप से उन्हे सिंचाई में सुविधा होती है किन्तु कुछ पंप अभी खराब हैं, जिससे उन्हें सिंचाई में परेशानी आ रही है। जिसपर त्वरित प्रतिक्रिया लेते हुए कलेक्टर ने तत्काल खराब सोलर पंप के मरम्मत किए जाने हेतु संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया। इसके साथ ही मुरलीगुड़ा डैम से कृषकों को खेत में सिंचाई के लिए व्यवस्था सुचारू करने के लिए नाली मरम्मत कार्य के लिए कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग श्री लकड़ा को निर्देश दिए।
आंगनबाड़ी और स्कूल का निरीक्षण
कलेक्टर ने मरईगुड़ा और मुरलीगुड़ा के आंगनबाड़ी और स्कूल का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्कूल में पढ़ रहे छात्रों से बातचीत कर पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि विश्वव्यापी कोरोना महामारी के चलते सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहे जो अब शासन के आदेश पर पुन: संचालित किए जा रहे है। कलेक्टर नंदनवार ने स्कूली छात्रों को पढ़ाई में कोई असुविधा ना हो इसलिए शीघ्र ही क्षेत्र के सभी आश्रम शालाओं के संचालन के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं। वहीं मुरलीगुड़ा के आंगनबाड़ी के निरीक्षण के दौरान 2 गंभीर कुपोषित एवं 3 माध्यम कुपोषित बच्चों को त्वरित सवास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने और पोषण केंद्र के माध्यम से संतुलित आहर और आवश्यक चिकित्सकीय सेवा प्रदान करने के लिए निर्देशित किया।
सिंचाई से किसानों को मिलेगा लाभ
कलेक्टर नंदनवार ने मरईगुड़ा में जनचौपाल के माध्यम से कृषकों की समस्याओं का समाधान किया। उन्होंने क्षेत्र में कृषि कार्यों को बढ़ावा देने के साथ ही कृषकों को सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से तालाब गहरीकरण और नवीन तालाब निर्माण की बात कही। इसके साथ ही कृषकों के खेतों तक पानी की व्यवस्था उपलब्ध करने के लिए तालाबों से लिफ्ट सिंचाई हेतु आवश्यक तैयारियां करने के लिए जल संसाधन विभाग को निर्देशित किया। इस दौरान एसडीएम कोण्टा बनसिंह नेताम, कोण्टा तहसीलदार देवेन्द्र सिरमौर, जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा एसएस चैहान, कोण्टा जनपद पंचायत सीईओ रुपेन्द्र पटेल सहित अन्स अधिकारीगण उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 2 मार्च। सुकमा जिले के दोरनापाल थाना अंतर्गत नागल गुंडा एनएच-30 पर नक्सलियों द्वारा मालवाहक ट्रक पर तीर बम से हमला करने का मामला सामने आया है। जिससे हेल्पर घायल हो गया। घटनास्थल पर सीआरपीएफ एवं पुलिस के जवानों ने पहुंच कर हेल्पर को दोरनापाल अस्पताल में भर्ती कराया। नक्सलियों द्वारा मालवाहक वाहन पर तीर बम से हमला करने की यह पहली घटना है।
नक्सलियों ने पहली बार मालवाहक वाहन को निशाना बनाया है। तीर बम हमले में वाहन क्रमांक टीएस 28 टी 6219 का हेल्पर साम्भर शिवा (22)भद्राचलम घायल हो गया। यह घटना कल रात 7.45 बजे दोरनापाल थाना क्षेत्र से 2 किमी दूर हुई, जिसकी सूचना मिलते ही सीआरपीएफ व पुलिस के जवान व अफसर मौके पर पहुंचे। कुछ वक्त के लिए वाहनों की आवाजाही रोकते हुए इलाके का मुआयना किया गया, जिसके बाद आवागमन बहाल की गई। घायल का दोरनापाल अस्पताल में ही उपचार किया गया।
बस्तर के आईजी पी. सुंदरराज ने बताया कि ग्रामीण वेशभूषा में 4 से 5 लोगों ने रात 7.30 के लगभग मालवाहक वाहन पर तीर बम से हमला किया, जिसमें वाहन का हेल्पर घायल हो गया, वहीं मौके पर सीआरपीएफ एवं जिला पुलिस बल के जवानों ने घटनास्थल पहुंचे और घायल को तत्काल दोरनापाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ घायल की खतरे बाहर बताया गया हैं।