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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 3 जुलाई। जिले में कोविड के 10 नए संक्रमित मिले हैं। एक कोरोना संक्रमित मरीज की फिर मौत हुई है। मौत का सिलसिला फिर से शुरू हो गया। हालांकि पहले के मुकाबले जिले में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में चल रही है।
मिले संक्रमितों में से आठ मरीज शहरी क्षेत्र के रहने वाले हैं। कोटा व मस्तूरी से एक-एक संक्रमित मिले हैं। जो मरीज मिल रहे हैं, उनमें ज्यादातर में कोरोना के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं। उनकी स्थिति सामान्य बनी हुई। शुक्रवार को शहरी क्षेत्र के अंतर्गत सरकंडा, मंगला, रेलवे परिक्षेत्र, हेमूनगर आदि क्षेत्र में मामले सामने आए हैं। इधर, संक्रमण काबू में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अपना पूरा ध्यान कोरोना की तीसरी लहर से निपटने पर लगा रहा है। सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन ने बताया कि तीसरी लहर के लिए टीम तैयार है। व्यवस्था भी कर ली गई हैं। उन्होंने तीसरी लहर से सुरक्षित रहने के लिए टीकाकरण पर जोर दिया है।
कोरोना को लेकर एक राहत की खबर यह है कि अब सिम्स में भी भर्ती कोरोना संक्रमितों की संख्या कम हो चुकी है। मौजूदा स्थिति में यहां कोरोना वार्ड में सिर्फ एक मरीज भर्ती है। वहीं संभागीय कोविड अस्पताल में बीते 20 दिनों से खाली चल रहा है। होम आइसोलेशन में उपचार कराने वाले मरीजों की संख्या भी घट गई है। मौजूदा स्थिति में जिले में 42 मरीजों का उपचार घर में किया जा रहा है। सभी की हालत सामान्य चल रही है। आने वाले एक सप्ताह के भीतर सभी के स्वस्थ होने की संभावना है।
फिर टीके की कमी, सिर्फ 842 का वैक्सीनेशन
एक बार फिर टीके की कमी की वजह से टीकाकरण अभियान पटरी से उतर गया है। शुक्रवार को जिले के सिर्फ दो केन्द्रों में टीका लगाया गया, जबकि 382 केन्द्रों को बंद रखा गया। मौजूदा स्थिति में स्वास्थ्य विभाग के पास टीके की 200 डोज ही बची है। यानि टीका आ गया तो ही टीकाकरण संचालित होता रहेगा।
जिस तरह से एक महीने पहले राज्य शासन द्वारा समय पर टीका उपलब्ध नहीं कराने से अभियान ठप पड़ गया था, वही स्थिति अब केन्द्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में हो गया है। केन्द्र सरकार भी समय पर टीका उपलबध नहीं करा पा रही है। ऐसे में एक बार फिर टीकाकरण थमने के कगार पर आकर खड़ा हो गया है। केन्द्र सरकार ने 21 जून से टीकाकरण अभियान को अपने हाथ में लिया है। इस दौरान कहा गया कि अब टीके की कमी नहीं होगी, लगातार टीका की सप्लाई की जाएगी और टीकाकरण होता रहेगा, लेकिन यह दावा अब खोखला साबित होने लगा है।
21 से 30 जून तक टीका का स्टाक रहने पर टीकाकरण ने रफ्तार पकड़ हुई थी, लेकिन इसके बाद 1 व 2 जुलाई को स्टाक की कमी का असर दिखने लगा और टीकाकरण गिरकर हजार से नीचे आ गया। वहीं अब स्वास्थ्य विभाग यह स्पष्ट नहीं कर पा रहा है कि टीके की खेप कब आएगी, लेकिन यह जानकारी दी जा रही है कि दिल्ली से रायपुर टीके की डोज भेजी जा चुकी है। जिले को कुछ टीके मिल सकते हैं। इससे यह साफ है कि यदि टीका मिलता भी है तो ज्यादा मात्रा में नहीं मिलेगा। जिससे दो से तीन दिन तक ही टीकाकरण संचालित हो सकेगा। इसके बाद फिर टीके को लेकर दिक्कत शुरू होगी और टीकाकरण प्रभावित हो जाएगा। फिलहाल अभी की स्थिति तक टीका भेजा नहीं गया हे।
21 जून से टीकाकरण संचालित करने के लिए जिले को कुल एक लाख 15 हजार डोज मिले थे। उनमें से 90 हजार कोविडशील्ड और 25 कोवैक्सीन की डोज रही। लेकिन 25 हजार कोविडशील्ड डोज कोरबा को देनी पड़ी। ऐसे में 90 हजार के साथ उससे पहले बचे टीके के माध्यम से टीकाकरण संचालित किया गया।
एक बार फिर युवाओं को टीकाकरण के लिए शनिवार को केन्द्रों का चक्कर लगाना पड़ रहा है। शहरी क्षेत्र में 31 केन्द्र संचालित हो रहे हैं, लेकिन शुक्रवार को सिर्फ दो केन्द्रों में टीका लगाया गया। ऐसे में युवा वर्ग के साथ 45 साल से उपर आयु हितग्राही जिन्हें दूसरे चरण की डोज लगना थी, वे केन्द्रों में चक्कर काटते नजर आए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 3 जुलाई। जिले में कोविड के 10 नए संक्रमित मिले हैं। एक कोरोना संक्रमित मरीज की फिर मौत हुई है। मौत का सिलसिला फिर से शुरू हो गया। हालांकि पहले के मुकाबले जिले में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में चल रही है।
मिले संक्रमितों में से आठ मरीज शहरी क्षेत्र के रहने वाले हैं। कोटा व मस्तूरी से एक-एक संक्रमित मिले हैं। जो मरीज मिल रहे हैं, उनमें ज्यादातर में कोरोना के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं। उनकी स्थिति सामान्य बनी हुई। शुक्रवार को शहरी क्षेत्र के अंतर्गत सरकंडा, मंगला, रेलवे परिक्षेत्र, हेमूनगर आदि क्षेत्र में मामले सामने आए हैं। इधर, संक्रमण काबू में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अपना पूरा ध्यान कोरोना की तीसरी लहर से निपटने पर लगा रहा है। सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन ने बताया कि तीसरी लहर के लिए टीम तैयार है। व्यवस्था भी कर ली गई हैं। उन्होंने तीसरी लहर से सुरक्षित रहने के लिए टीकाकरण पर जोर दिया है।
कोरोना को लेकर एक राहत की खबर यह है कि अब सिम्स में भी भर्ती कोरोना संक्रमितों की संख्या कम हो चुकी है। मौजूदा स्थिति में यहां कोरोना वार्ड में सिर्फ एक मरीज भर्ती है। वहीं संभागीय कोविड अस्पताल में बीते 20 दिनों से खाली चल रहा है। होम आइसोलेशन में उपचार कराने वाले मरीजों की संख्या भी घट गई है। मौजूदा स्थिति में जिले में 42 मरीजों का उपचार घर में किया जा रहा है। सभी की हालत सामान्य चल रही है। आने वाले एक सप्ताह के भीतर सभी के स्वस्थ होने की संभावना है।
फिर टीके की कमी, सिर्फ 842 का वैक्सीनेशन
एक बार फिर टीके की कमी की वजह से टीकाकरण अभियान पटरी से उतर गया है। शुक्रवार को जिले के सिर्फ दो केन्द्रों में टीका लगाया गया, जबकि 382 केन्द्रों को बंद रखा गया। मौजूदा स्थिति में स्वास्थ्य विभाग के पास टीके की 200 डोज ही बची है। यानि टीका आ गया तो ही टीकाकरण संचालित होता रहेगा।
जिस तरह से एक महीने पहले राज्य शासन द्वारा समय पर टीका उपलब्ध नहीं कराने से अभियान ठप पड़ गया था, वही स्थिति अब केन्द्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में हो गया है। केन्द्र सरकार भी समय पर टीका उपलबध नहीं करा पा रही है। ऐसे में एक बार फिर टीकाकरण थमने के कगार पर आकर खड़ा हो गया है। केन्द्र सरकार ने 21 जून से टीकाकरण अभियान को अपने हाथ में लिया है। इस दौरान कहा गया कि अब टीके की कमी नहीं होगी, लगातार टीका की सप्लाई की जाएगी और टीकाकरण होता रहेगा, लेकिन यह दावा अब खोखला साबित होने लगा है। 21 से 30 जून तक टीका का स्टाक रहने पर टीकाकरण ने रफ्तार पकड़ हुई थी, लेकिन इसके बाद 1 व 2 जुलाई को स्टाक की कमी का असर दिखने लगा और टीकाकरण गिरकर हजार से नीचे आ गया। वहीं अब स्वास्थ्य विभाग यह स्पष्ट नहीं कर पा रहा है कि टीके की खेप कब आएगी, लेकिन यह जानकारी दी जा रही है कि दिल्ली से रायपुर टीके की डोज भेजी जा चुकी है। जिले को कुछ टीके मिल सकते हैं। इससे यह साफ है कि यदि टीका मिलता भी है तो ज्यादा मात्रा में नहीं मिलेगा। जिससे दो से तीन दिन तक ही टीकाकरण संचालित हो सकेगा। इसके बाद फिर टीके को लेकर दिक्कत शुरू होगी और टीकाकरण प्रभावित हो जाएगा। फिलहाल अभी की स्थिति तक टीका भेजा नहीं गया हे।
21 जून से टीकाकरण संचालित करने के लिए जिले को कुल एक लाख 15 हजार डोज मिले थे। उनमें से 90 हजार कोविडशील्ड और 25 कोवैक्सीन की डोज रही। लेकिन 25 हजार कोविडशील्ड डोज कोरबा को देनी पड़ी। ऐसे में 90 हजार के साथ उससे पहले बचे टीके के माध्यम से टीकाकरण संचालित किया गया।
एक बार फिर युवाओं को टीकाकरण के लिए शनिवार को केन्द्रों का चक्कर लगाना पड़ रहा है। शहरी क्षेत्र में 31 केन्द्र संचालित हो रहे हैं, लेकिन शुक्रवार को सिर्फ दो केन्द्रों में टीका लगाया गया। ऐसे में युवा वर्ग के साथ 45 साल से उपर आयु हितग्राही जिन्हें दूसरे चरण की डोज लगना थी, वे केन्द्रों में चक्कर काटते नजर आए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 2 जुलाई। जिले में शुक्रवार को गिन-चुने सेंटरों पर ही कोविड के टीके लगाए जाएंगे। क्योंकि कोविडशील्ड और को-वैक्सीन दोनों को मिलाकर कुल 600 से 700 डोज ही बचे हैं। वो भी सेंटरों में है। जिन सेंटरों में डोज हैं वहीं टीके लगाए जाएंगे। टीके कब आएंगे फिलहाल ये तय नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि वैक्सीन आने की कोई सूचना उन्हें अब तक नहीं मिली है। शुक्रवार को टीकों की खेप नहीं आई तो शनिवार टीकाकरण बंद रहेगा। इधर गुरूवार को स्वास्थ्य विभाग के सिर्फ 44 सेंटरों पर टीके लगाए गए। जबकि तीन दिन पहले 343 सेंटरों पर टीकाकरण चल रहा था। गुरूवार को दिनभर में 2635 लोगों ने वैक्सीन लगवाई। 2103 ने पहला, 532 ने दूसरा टीका लगवाया। 18 प्लस से अधिक वाले 1875 ने पहला, 26 ने दूसरा डोज लगवाया। 45 प्लस वाले 222 लोगों ने पहला, 408 ने दूसरा टीका लगवाया। 60 प्लस की बात करें तो 6 ने पहला और 97 ने दूसरी डोज का वैक्सीनेशन कराया है।
टीके की कमी के कारण दो दिन के भीतर स्वास्थ्य विभाग ने 299 सेंटरों को बंद कर दिया। बुधवार को 195 तो गुरूवार को 104 सेंटरों में ताला लगा दिया गया। गुरूवार को 44 में से 9 सेंटरों पर कोविडशील्ड तो 35 सेंटरों में को-वैक्सीन के टीके लगाए गए। यहां 504 लोगों ने कोविडशील्ड और 2131 लोगों ने को-वैक्सीन का टीका लगवाया। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. मनोज सेमुअल का कहना है कि सिर्फ 600 के लगभग डोज बजे हैं। शनिवार को सिम्स और जिला अस्पताल में ही टीकाकरण होगा। जितने डोज बचे होंगे, उतने लोगों को ही टीका लगाया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र के जिन केन्द्रों में वैक्सीन के डोज बचे होंगे, वहीं टीकाकरण होगा।
जानिए किसे, कितने टीके लगे
1. 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले 1, 17, 200 बुजुर्गों ने पहला और 24, 781 ने दूसरा डोज लगवाया।
2. 45 पार बीमार और सामान्य 1,78,383 लोगों ने पहला और 44,048 ने कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाया।
3. हेल्थ वर्कर्स: 16 जनवरी से अब तक 19,013 ने पहला डोज लगवाया है।
4. हेल्थ वर्कर्स: 13 फरवरी से अब तक 18, 054 ने दूसरे डोज की वैक्सीन लगवाई।
5. फ्रंट लाइन वॉरियर्स: 5 फरवरी से वैक्सीनेशन शुरू हुआ। अब तक 12, 324 लोगों को पहला डोज लग पाया।
6. फ्रंट लाइन वॉरियर्स: 6 मार्च से अब तक 8,598 को दूसरा डोज लगवाया।
को-वैक्सीन : किस उम्र वाले को कितने टीके लगे।
1.60 वर्ष से अधिक उम्र वाले 2,765 बुजुर्गों ने पहला और 1,666 ने दूसरा डोज लगवाया।
2. 45 पार बीमार और सामान्य 7139 लोगों ने पहला और 1615 ने दूसरा डोज लगवाया।
3. हेल्थ वर्कर्स: 446 ने पहला, 372 ने दूसरा डोज लगवाया।
4. फ्रंट लाइन वॉरियर्स : 284 ने पहला और 292 ने दूसरा डोज लगवाया।
5.18 से अधिक उम्र वाले: 1,34,072 ने कोविडशील्ड का पहला डोज लगवाया।
बिलासपुर, 2 जुलाई। 16 दिन बाद जिले में कोरोना से एक और व्यक्ति की मौत हो गई। इससे पहले 14 जून को एक मरीज ने दम तोड़ा था। इसके बाद मौतों का सिलसिला थम गया था। गुरूवार को सिंधी कॉलोनी जरहाभाठा में रहने वाले 32 साल के मनीष जेसवानी का इलाज एम्स रायपुर में चल रहा था। गुरूवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। इधर सिम्स में जांजगीर-चांपा निवासी 55 वर्षीय मरीज की मृत्यु हो गई।
जिले के निवासी एक मरीज के दम तोडऩे के बाद अब तक कुल मौतों का आंकड़ा 1547 पर पहुंच गया है। इधर कोरोना की गति भी रोज के मुकाबले बढ़ी है। दिनभर में 2029 लोगों ने अलग-अलग सेंटरों पर कोरोना जांच कराई और 18 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 1812 लोगों की एंटीजन जांच में 10 लोग संक्रमित पाए गए। वहीं आठ की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। नए केस मिले के बाद जिले में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 64613 हो गया है। राहत है कि 13 लोग एक साथ कोरोना से जीते तो ठीक होने वालों के आंकड़े 63058 पर पहुंच गए।
बिलासपुर, 2 जुलाई। आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से से पोषण आहार देने के मामले में राज्य सरकार को नोटिस जारी कर 3 सप्ताह में जवाब देने का निर्देश दिया है। महिला स्व. सहायता जय मां लक्ष्मी, महामाया समूह द्वारा उच्च न्यायालय में याचिका प्रस्तुत की गई थी, जिसमें आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से पूरक पोषण आहार सप्लाई करने के लिए राज्य सरकार द्वारा 3 दिसंबर 2019 को जारी सर्कुलर को चुनौती दी गई है। बताया गया कि सरकार द्वारा समूह चयन की प्रक्रिया गलत, त्रुटिपूर्ण व मनमानी से परिपूर्ण है, जिसमें अंकों का निर्धारण, ग्रेडिंग प्रक्रिया पूरी तरह से दोष पूर्ण है। गुरूवार को इस मामले पर जस्टिस गौतम भादुड़ी की सिंगल बेंच में सुनवाई हुई।
बिलासपुर, 2 जुलाई। 16 दिन बाद जिले में कोरोना से एक और व्यक्ति की मौत हो गई। इससे पहले 14 जून को एक मरीज ने दम तोड़ा था। इसके बाद मौतों का सिलसिला थम गया था। गुरूवार को सिंधी कॉलोनी जरहाभाठा में रहने वाले 32 साल के मनीष जेसवानी का इलाज एम्स रायपुर में चल रहा था। गुरूवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। इधर सिम्स में जांजगीर-चांपा निवासी 55 वर्षीय मरीज की मृत्यु हो गई। जिले के निवासी एक मरीज के दम तोड़ने के बाद अब तक कुल मौतों का आंकड़ा 1547 पर पहुंच गया है। इधर कोरोना की गति भी रोज के मुकाबले बढ़ी है। दिनभर में 2029 लोगों ने अलग-अलग सेंटरों पर कोरोना जांच कराई और 18 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 1812 लोगों की एंटीजन जांच में 10 लोग संक्रमित पाए गए। वहीं आठ की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। नए केस मिले के बाद जिले में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 64613 हो गया है। राहत है कि 13 लोग एक साथ कोरोना से जीते तो ठीक होने वालों के आंकड़े 63058 पर पहुंच गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 जुलाई। जिले में पांच नए संक्रमित मिले है। इसको लेकर सक्रिय मरीजों की संख्या सिर्फ 81 है। इनमें से नौ अस्पताल में भर्ती है। बीते नौ दिनों से जिले में किसी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई है।
जिला स्तर पर कोरोना पूरी तरह से काबू में आ चुका है। संक्रमण के मामले भी बेहद कम हो चुके है। रोजाना औसतन पांच से दस नए मरीजों की पहचान की जा रही है। खास बात यह है कि सिम्स में मौजूदा स्थिति में कोरोना के सिर्फ दो मरीज भर्ती है। वहीं निजी अस्पतालों में सात मरीज का उपचार चल रहा हैं। संभागीय कोविड अस्पताल पिछले 20 दिनों से खाली है।
आंकड़ों के मुताबिक 60 मरीजों का होम आइसोलेट में उपचार हो रहा है। वहीं 12 मरीजों के बारे में स्वास्थ्य विभाग को कुछ भी नहीं मिल पा रही है। जांच कराते समय इनकी स्थिति सामान्य थी, इसलिए विभाग इनको लेकर ज्यादा चिंता नहीं कर रही है। जिला अब कोरोना को लेकर बेहतर स्थिति में आ चुका है। अप्रैल और मई में रोजाना औसतन एक हजार मरीजों की पहचान की जा रही थी। अब रोजाना पांच से 10 मरीज मिल रहे हैं। हालांकि डॉ. महाजन ने तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए अभी भी जिलेवासियों से शतप्रतिशत कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की सलाह दी है। बुधवार को मिले पांच मरीज में से एक शहरी क्षेत्र का रहने वाला है।
कोरोना की दूसरी लहर ने जिले में कहर बरपाया है। ढाई महीने के भीतर जिले में कुल 64.570 कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, इस दौरान जिले के 1,328 संक्रमितों की मौत हुई है। इसके अलावा 412 मौतें दूसरे जिले के रहने वालों की हुई है।
कोरोना के नियंत्रण में होने की वजह से स्वास्थ्य महकमा अब अन्य चिकित्सकीय योजनाओं को संचालित करने में जुट गया है। इसके अलावा कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारी की जा रही है। अभी से जरूरी चिकित्सकीय संसाधन को अपडेट किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 जुलाई। लाठीकांड मामले में दंडाधिकारी जांच के लिए 21 लोगों को नोटिस जारी किया गया है। इसमें 16 जुलाई को कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी, विजय आहूजा, विष्णु यादव, 23 जुलाई को गोपाल दुबे, भरत जुरयानी, दिनेश सीरिया, 30 जुलाई को कप्तान खान, मुकेश साहू, सीमा सोनी, 6 अगस्त को राकेश सोनकर, स्वाती रजक, एडिशनल एसपी नीरज चंद्राकर, 20 अगस्त को एडिशनल एसपी अर्चना झा, एसएस पैकरा, 27 अगस्त को प्रवीण राजपूत, अंजू चेलक, जगदीश मिश्रा, 3 सितंबर को आर. मार्तण्डदेव उपाध्याय, हरनारायण पाठक और संतोष जैन को अतिरिक्त कलेक्टर के कोर्ट में आने कहा गया है।
बता दें कि लॉकडाउन के पहले भी इन सभी को नोटिस जारी किया गया था लेकिन संक्रमण बढऩे की वजह कोर्ट बंद रहा और सुनवाई अटक गई। बता दें कि दो दिन पहले समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित कर बताया था कि लाठीकांड मामला सबसे ज्यादा समय तक चलने वाली दंडाधिकारी जांच है। तीन माह बाद इसे तीन साल पूरे हो जाएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 जुलाई। कोनी-रतनपुर रोड पर बन रहे साइन सिटी में जमीन दिलाने का झांसा देकर उसके व्यवसायी से पैसे ले लिए गए और रजिस्ट्री नहीं की गई। इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई है। मामले की जांच के बाद लखनऊ में बैठे साइन सिटी के डायरेक्टर और एमडी के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।
कार्रवाई सिविल लाइन पुलिस ने की है। सिविल लाइन पुलिस के मुताबिक, उत्तरप्रदेश के लखनऊ के बिपुलखंड गोमती नगर में रियल स्टेट कंपनी साइन सिटी का मुख्य ऑफिस है। कंपनी की ओर से कोनी के गतौरी में कालोनी निर्माण शुरू किया गया था। इसमें आशुतोष तिवारी नाम का एजेंट काम करता था। आशुतोष ने कुदुदंड निवासी व्यवसायी छगनू साहू पिता रथराम को कंपनी के प्रस्तावित प्रोजेक्ट में आवासीय जमीन दिखाया था। जमीन पसंद आने पर छगनु साहू ने अपने और अपनी पत्नी के नाम पर दो प्लाट बुक किया। इसके लिए उन्होंने छह अगस्त 2018 को आशुतोष तिवारी केा 15 हजार रुपए नगद और चार लाख 35 हजार रुपए का चेक के माध्यम से भुगतान किया। चेक मिलने के बाद आशुतोष ने जमीन की रजिस्ट्री नहीं कराई। इस पर व्यवसायी मामले की शिकायत एसपी कार्यालय में की। एसपी प्रशांत कुमार अग्रवाल ने मामले की जांच का जिम्मा सिविल लाइन सीएसपी को सौंपा।
जांच के दौरान प्रार्थी छगनु साहू और एजेंट आशुतोष तिवारी का बयान लिया गया। इसमें पता चला कि कंपनी के डायरेक्टर राशीद नसीम और एमडी आसिफ नसीम ने एजेंट से पूरी राशि मिलने के बाद यह प्रोजेक्ट ही बंद कर दिया। पुलिस ने जांच के बाद कंपनी के डायरेक्टर और एमडी के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत केस दर्ज कर लिया हैं।
पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई कि, लखनऊ के गोमती नगर पुलिस ने राशीद नसीम और आसिफ नसीम के खिलाफ धारा 420, 409 के तहत वहां भी अपराध दर्ज है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 जुलाई। तोरवा थाने के महमंद में बेल्हा खार के पास दिन दहाड़े एक युवती की हत्या कर दी गई। आरोपी ने लडक़ी को मारने के लिए लोहे के तार का इस्तेमाल किया। उससे उसका गला घोंटा गया, जिससे ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामले में धारा 302 के तहत जुर्म दर्ज किया है। मामले में जांच जारी है।
महमंद में रहने वाली 19 साल की दुर्गा साहू पिता साधु साहू सुबह 10 बजे घर से शौच जाने के नाम पर निकली। उसकी दोपहर दो बजे तक घर वापसी नहीं हुई। घरवालों को किसी अनहोनी का संदेश हुआ तो वे दुर्गाकी तलाश पर निकले। यहां बेल्हा खार के सुनसान जगह पर उसकी लाश मिली। उसके गले में लोहे का तार पाया गया। पैरों में चोट के निशान हैं। चेहरे पर नोंचने की लकीर दिख रही है। घटना की जानकारी पाते ही परिजनों ने तोरवा थाने में सूचित किया।
इसके बाद तोरवा टीआई परिवेश तिवारी और उनकी टीम मौके पर पहुंची। प्रथम दृष्टया उन्हें मामला हत्या का लग रहा है इसलिए ही उन्होंने इसमें जुर्म दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की है। पुलिस का कहना है कि वे हर उस एंगल पर जा रहे हैं, जिससे आरोपी का जल्द से जल्द पता लगाया जा सके।
दुर्गा का कुछ दिन पूर्व एक प्राइवेट दुकान में जॉब लगा था। वे चार बहनें हैं, इनमें छोटी दुर्गा घर परिवार चलाना चाहती थी। माता-पिता मजदूर हैं, इसलिए घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं। यही सोचकर दुर्गा ने अपने लिए काम चुना। हर दिन वह सुबह 10 बजे काम पर चली जाती, लेकिन बुधवार को वह नहीं गई। पुलिस का कहना है कि दुर्गा की एक बहन की शादी तय हुई थी। इसलिए वह घर पर थी और उसके साथ यह घटना घट गई।
पुलिस को संदेह है कि जिस भी शख्स ने ऐसा किया है उसकी नीयत युवती पर बिगड़ गई थी। वह शौच के लिए मैदान आई थी। इस दौरान ही उसके साथ यह घटना हुई। तोरवा टीआई परिवेश तिवारी ने मौके का जायजा लिया है। उनके मुताबिक जिस जगह पर युवती की लाश मिली है, वहां आसपास दूर-दूर तक वीरानी का माहौल है। महमंद में आसपास के लोग शराबखोरी करने के लिए ऐसे सूने जगह का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए हो सकता है कि शराबखोरी के बाद किसी की नीयत बिगड़ी हो उसने युवती के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया हो।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड-कोटा, 30 जून। सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम कोटा प्रेस क्लब के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की उपस्थिति में कोटा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तुलाराम भारद्वाज को ज्ञापन सौंपा गया।
एसडीएम कोटा को सौंपे ज्ञापन में कोटा प्रेस क्लब के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से प्रेस क्लब भवन सहित कोटा प्रेस क्लब के पत्रकारों के लिए आवास हेतु शासकीय-भूमि आवंटित करने की मांग की गई है। एसडीएम कोटा तुलाराम भारद्वाज के द्वारा ज्ञापन लेने के बाद ज्ञापन को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की बात कही है।
मांग पूरी होने व सरकारी आदेश आने तक ज्ञापन सौंपने के दौरान एसडीएम कोटा से प्रेस क्लब के पदाधिकारियों-सदस्यों ने वर्तमान में अस्थाई रूप से प्रेस क्लब भवन उपलब्ध कराने की मांग भी की है, जिसके बाद एसडीएम कोटा के द्वारा प्रेस क्लब भवन उपलब्ध कराने प्रेस क्लब कोटा के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को आश्वस्त किया गया है।
ज्ञापन सांपने के दौरान कोटा प्रेस क्लब के पदाधिकारियों में कोटा प्रेस क्लब अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण सोमवंशी, उपाध्यक्ष मोहम्मद जावेद खान, उपाध्यक्ष अंकित सोनी, सचिव रमेश भट्ट, सहसचिव रोहित साहू , रामनारायण यादव (नंदू), कोषाध्यक्ष प्रेम सोमवंशी, प्रेस क्लब के सदस्यों में सूरज गुप्ता, आनंद अग्रवाल, विकास तिवारी, जितेंद्र भास्कर, पत्रकार साथी उपस्थित रहे। कोटा प्रेस क्लब के संरक्षक राकेश शर्मा, संजीव शुक्ला, आरडी गुप्ता सहित अन्य सदस्य गण मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन को अपना पूर्ण समर्थन दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 जून। आरक्षक के दुर्व्यवहार के मामले में गिरफ्तार कांग्रेस नेता मोती थावरानी के मामले में सिंधी समाज के प्रतिनिधियों ने आज एसपी से मुलाकात की। इस दौरान समाज के प्रतिनिधियों ने एसपी से मामले की जांच की मांग करते हुए प्रकरण का खात्मा भेजने कहा।
सिंधी समाज के हरिकिशन गंववानी ने बताया कि लिंक रोड में आरक्षक से कथित दुर्व्यवहार के मामले में समाज की ओर से कमेटी का गठन किया गया है। सदस्यों ने सोमवार की दोपहर एसपी प्रशांत अग्रवाल से मुलाकात की। इस दौरान समाज के सदस्यों समाज के प्रतिनिधियों ने पूरे मामले की जांच कर प्रकरण का खात्मा भेजने मांग की। वहीं प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर डॉ. सांराश मित्तर से मुलाकात कर घटना के संबंध में अवगत कराया। इस दौरान समाज के सतराम जेठमलानी, जामनदास खेतानी, तर्स्ण शामदासानी, मनीष गुर्स्वाणी, अमर रूपानी, गुलाब धमीजा, मुरली वाधवानी मौजूद रहे।
घटना शनिवार 19 जून की है। कांग्रेस नेता अपनी पत्नी के साथ लिंक रोड स्थित श्रीकांत वर्मा मार्ग तिराहे के पास खरीददारी के लिए आए थे। इस दौरान आरक्षक राजकुमार रजक ने उन्हें गलत साइड से वाहन चलाने पर समझाइश दी थी। इसी बात को लेकर कांग्रेस नेता ने आरक्षक से बदसलूकी करते हुए गाली-गलौच की। साथ ही उनकी वर्दी भी फाड़ दी। बीच सडक़ पर हुई इस घटना का लोगों ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया।
इसके बाद आरक्षक की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर लिया। जुर्म दर्ज होने के बाद कांग्रेस नेता फरार हो गए थे। शनिवार को पुलिस ने कांग्रेस नेता को नागपुर से पकड़ लाई। इसके बाद न्यायालय के आदेश पर उन्हें जेल भेज दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 जून। गोवंश की तस्करी में आरक्षक की संलिप्तता को लेकर बिलासपुर पुलिस अधीक्षक ने बड़ी कार्यवाही करने की बात कही है। प्रारंभिक शिकायत के आधार पर उसे सस्पेंड कर दिया गया है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि गोवंश की तस्करी के मामले में आरक्षक के विरुद्ध साक्ष्य मिलने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
दरअसल गौ-सेवकों ने नामजद आरक्षक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की शिकायत की है। बता दें कि बीते 24 जून की रात गौ सेवकों ने बूचडख़ाने ले जा रहे 20 मवेशियों से भरा ट्रक को पकड़ा था, जिसमें गौ सेवक अमनदीप सिंह ने सकरी थाने में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। वहीं मामले में आरोपियों की पतासाजी में सकरी पुलिस जुटी हुई है। इस पर एसपी प्रशांत ने आरक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर विधिवत कार्यवाही करने और गोवंश की तस्करी पर अंकुश लगाने की बात कही है। वहीं इस मामले में अब आरक्षक बबलू बंजारे (हिर्री थाने में पदस्थ) को निलंबित कर दिया गया है। इस पूरे मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर को सौंपी गई है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों सकरी बायपास में बटालियन से आगे संबलपुरी के पास पंजाबी ढाबा के सामने एक मवेशी से भरा ट्रक क्रमांक सीजी-10 सी-7455 को गोसेवकों ने पकडक़र सकरी पुलिस को सूचना दी थी। एफआईआर दर्ज कराते हुए गोसेवकों ने बताया कि विनोद पटेल, बबलू बंजारे ट्रक में 20 मवेशी भरकर सकरी बायपास के रास्ते जबलपुर भेजने की तैयारी में हैं। नांदघाट और नारायणपुर के रहने वाले गोलू अन्ना, अश्वती पटेल और पप्पू साहू मवेशियों से भर ट्रक को बाइपास से लेकर जाएंगे। इस सूचना पर गोसेवक ट्रक का पीछा करने लगे। इन्हें देखकर ट्रक डाइवर ने गाडी की स्पीड बढ़ा दी। इसी वजह से ट्रक सडक़ किनारे मुरूम में फंस गया। ट्रक के फंसते ही डाइवर ट्रक छोडक़र भाग गया। गो सेवकों ने ट्रक में देखा तो उसमें 20 भैसें प्रजाति के मवेशी भरे हुए थे। गो सेवकों ने इसकी सूचना सकरी पुलिस को दी। सकरी प्रभारी सागर पाठक ने अपनी टीम मौके पर भेजी। रात में टक निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 जून। शहर में बीते चार दिनों से वीडियो वायरल की राजनीति हो रही है। यातायात आरक्षक के साथ गाली-गलौच के आरोप में जेल में बंद ब्लाक कांग्रेस कमेटी चार के अध्यक्ष मोती थावरानी का एक साल पुराना वीडियो वायरल हुआ है। हेमूनगर में जमीन के कब्जे को लेकर एक महिला को धमकाते हुए नजर आ रहे है। आरक्षक ब्लाक अध्यक्ष विवाद का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
मंगलवार को इंटरनेट मीडिया में एक वीडियो तेजी के साथ वायरल हुआ। वीडियो में ब्लाक अध्यक्ष थावरानी एक महिला के साथ गाली-गलौच करते नजर आ रहे है। मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि माममला एक साल पुराना है। वर्ष 2020 में हेमूनगर में जमीन पर कब्जे को लेकर विवाद गहराया था। ब्लाक अध्यक्ष जिस महिला को धमका रहे हैं वह पीडि़त पक्ष है। उसकी जमीन पर कब्जा का मामला है। इस घटना के बाद पीडि़ता महिला ने तोरवा थाने में ब्लाक अध्यक्ष थावरानी खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जमीन पर कब्जा करने और गाली-गलौच का आरोप लगाई थी। महिला की शिकायत पर तोरवा पुलिस ने थावरानी के खिलाफ जुर्म दर्ज किया था। यह मामला अब तक लंबित है।
यातायात के आरक्षक और ब्लाक अध्यक्ष के बीच हुए विवाद के बाद से ही इंटरनेट मीडिया के जरिए वीडियो वायरल करने का खेल चल रहा है। तारबाहर थाने में थावरानी के खिलाफ जुर्म दर्ज और उनकी गिरफ्तारी के दूसरे दिन यातायात पुलिस के आरक्षक रजक के खिलाफ इंटरनेट मीडिया के जरिए एक वीडियो तेजी के साथ वायरल हुआ। आरक्षक अपने भाई के साथ मिलकर पड़ोसी को पीट रहे हैं। पीडि़त पड़ोसी की शिकायत पर सिविल लाइन पुलिस ने आरक्षक व उसके भाई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया था। इस वीडियो के वायरल होने के दो दिन बाद मंगलवार को नया वीडियो वायरल हुआ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 जून। जैसे-जैसे संक्रमण कम होते जा रहे हैं। वैसे-वैसे टीका लगवाने वालों की संख्या बढ़ रही है। सोमवार को 365 सेंटरों में 18457 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था। दिन भर में लक्ष्य से 137 अधिक टीका लगवाया। 13922 लोगों ने पहला और 4672 लोगों ने दूसरा टीका लगवाया। टोटल 18594 लोगों ने अपना वैक्सीनेशन करवाया। 18 प्लस से अधिक वाले 12767 ने पहला, 701 ने दूसरा, 45 प्लस वाले 1093 ने पहला, 3550 ने दूसरा, 60 प्लस की बात करें तो 55 ने पहला, 407 ने दूसरे डोज का टीका लगवाया। वहीं मस्तूरी के ग्राम कुली के अलावा तखतपुर के बीजा व चितावर, कोटा ब्लाक के पटैता व सक्तीबहार ने भी टीकाकरण के मामले में बाजी मार ली।
इन गांवों में 18 वर्ष से 44 वर्ष व इससे अधिक उम्र के सभी लोगों ने कोरोना का टीका लगवा लिया। ग्राम कुली की आबादी एक हजार 872 हैं, जिसमें 18 वर्ष से अधिक आयु के एक हजार 148 महिला व पुरूष है। कोविड वैक्सीनेशन के लिए पात्र सभी 904 व्यक्तियों ने वैक्सीन लगवा लिया है।
इधर, ब्लैक फंगस का एक और मरीज सिम्स से डिस्चार्ज हुआ है। जिससे ठीक होने वालों की संख्या 19 पर पहुंच गई। दिनभर में कोई नया मरीज नहीं मिला है। ब्लैक फंगस के कुल 38 कन्फर्म मरीज सिम्स में भर्ती हो चुके हैं। 5 का इलाज चल रहा है। गंभीर हालत होने पर 15 मरीजों को सिम्स से रायपुर रिफर किया जा चुका है। सोमवार को जांजगीर निवासी 38 वर्षीय पुरूष स्वस्थ हुआ। सोमवार को जिले में कोरोना पॉजिटिव के 9 केस मिले हैं। जिसमें 7 मरीज शहर के हैं।
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बिलासपुर, 30 जून। गोवंश की तस्करी में आरक्षक की संलिप्तता को लेकर बिलासपुर पुलिस अधीक्षक ने बड़ी कार्यवाही करने की बात कही है। प्रारंभिक शिकायत के आधार पर उसे सस्पेंड कर दिया गया है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि गोवंश की तस्करी के मामले में आरक्षक के विरुद्ध साक्ष्य मिलने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
दरअसल गौ-सेवकों ने नामजद आरक्षक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की शिकायत की है। बता दें कि बीते 24 जून की रात गौ सेवकों ने बूचडख़ाने ले जा रहे 20 मवेशियों से भरा ट्रक को पकड़ा था, जिसमें गौ सेवक अमनदीप सिंह ने सकरी थाने में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। वहीं मामले में आरोपियों की पतासाजी में सकरी पुलिस जुटी हुई है। इस पर एसपी प्रशांत ने आरक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर विधिवत कार्यवाही करने और गोवंश की तस्करी पर अंकुश लगाने की बात कही है। वहीं इस मामले में अब आरक्षक बबलू बंजारे (हिर्री थाने में पदस्थ) को निलंबित कर दिया गया है। इस पूरे मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर को सौंपी गई है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों सकरी बायपास में बटालियन से आगे संबलपुरी के पास पंजाबी ढाबा के सामने एक मवेशी से भरा ट्रक क्रमांक सीजी-10 सी-7455 को गोसेवकों ने पकडक़र सकरी पुलिस को सूचना दी थी। एफआईआर दर्ज कराते हुए गोसेवकों ने बताया कि विनोद पटेल, बबलू बंजारे ट्रक में 20 मवेशी भरकर सकरी बायपास के रास्ते जबलपुर भेजने की तैयारी में हैं। नांदघाट और नारायणपुर के रहने वाले गोलू अन्ना, अश्वती पटेल और पप्पू साहू मवेशियों से भर ट्रक को बाइपास से लेकर जाएंगे। इस सूचना पर गोसेवक ट्रक का पीछा करने लगे। इन्हें देखकर ट्रक डाइवर ने गाडी की स्पीड बढ़ा दी। इसी वजह से ट्रक सडक़ किनारे मुरूम में फंस गया। ट्रक के फंसते ही डाइवर ट्रक छोडक़र भाग गया। गो सेवकों ने ट्रक में देखा तो उसमें 20 भैसें प्रजाति के मवेशी भरे हुए थे। गो सेवकों ने इसकी सूचना सकरी पुलिस को दी। सकरी प्रभारी सागर पाठक ने अपनी टीम मौके पर भेजी। रात में टक निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।
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बिलासपुर, 30 जून। आरक्षक के दुर्व्यवहार के मामले में गिरफ्तार कांग्रेस नेता मोती थावरानी के मामले में सिंधी समाज के प्रतिनिधियों ने आज एसपी से मुलाकात की। इस दौरान समाज के प्रतिनिधियों ने एसपी से मामले की जांच की मांग करते हुए प्रकरण का खात्मा भेजने कहा।
सिंधी समाज के हरिकिशन गंववानी ने बताया कि लिंक रोड में आरक्षक से कथित दुर्व्यवहार के मामले में समाज की ओर से कमेटी का गठन किया गया है। सदस्यों ने सोमवार की दोपहर एसपी प्रशांत अग्रवाल से मुलाकात की। इस दौरान समाज के सदस्यों समाज के प्रतिनिधियों ने पूरे मामले की जांच कर प्रकरण का खात्मा भेजने मांग की। वहीं प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर डॉ. सांराश मित्तर से मुलाकात कर घटना के संबंध में अवगत कराया। इस दौरान समाज के सतराम जेठमलानी, जामनदास खेतानी, तर्स्ण शामदासानी, मनीष गुर्स्वाणी, अमर रूपानी, गुलाब धमीजा, मुरली वाधवानी मौजूद रहे।
घटना शनिवार 19 जून की है। कांग्रेस नेता अपनी पत्नी के साथ लिंक रोड स्थित श्रीकांत वर्मा मार्ग तिराहे के पास खरीददारी के लिए आए थे। इस दौरान आरक्षक राजकुमार रजक ने उन्हें गलत साइड से वाहन चलाने पर समझाइश दी थी। इसी बात को लेकर कांग्रेस नेता ने आरक्षक से बदसलूकी करते हुए गाली-गलौच की। साथ ही उनकी वर्दी भी फाड़ दी। बीच सड़क पर हुई इस घटना का लोगों ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया।
इसके बाद आरक्षक की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर लिया। जुर्म दर्ज होने के बाद कांग्रेस नेता फरार हो गए थे। शनिवार को पुलिस ने कांग्रेस नेता को नागपुर से पकड़ लाई। इसके बाद न्यायालय के आदेश पर उन्हें जेल भेज दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 जून। जैसे-जैसे संक्रमण कम होते जा रहे हैं। वैसे-वैसे टीका लगवाने वालों की संख्या बढ़ रही है। सोमवार को 365 सेंटरों में 18457 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था। दिन भर में लक्ष्य से 137 अधिक टीका लगवाया। 13922 लोगों ने पहला और 4672 लोगों ने दूसरा टीका लगवाया। टोटल 18594 लोगों ने अपना वैक्सीनेशन करवाया। 18 प्लस से अधिक वाले 12767 ने पहला, 701 ने दूसरा, 45 प्लस वाले 1093 ने पहला, 3550 ने दूसरा, 60 प्लस की बात करें तो 55 ने पहला, 407 ने दूसरे डोज का टीका लगवाया। वहीं मस्तूरी के ग्राम कुली के अलावा तखतपुर के बीजा व चितावर, कोटा ब्लाक के पटैता व सक्तीबहार ने भी टीकाकरण के मामले में बाजी मार ली।
इन गांवों में 18 वर्ष से 44 वर्ष व इससे अधिक उम्र के सभी लोगों ने कोरोना का टीका लगवा लिया। ग्राम कुली की आबादी एक हजार 872 हैं, जिसमें 18 वर्ष से अधिक आयु के एक हजार 148 महिला व पुरूष है। कोविड वैक्सीनेशन के लिए पात्र सभी 904 व्यक्तियों ने वैक्सीन लगवा लिया है।
इधर, ब्लैक फंगस का एक और मरीज सिम्स से डिस्चार्ज हुआ है। जिससे ठीक होने वालों की संख्या 19 पर पहंुच गई। दिनभर में कोई नया मरीज नहीं मिला है। ब्लैक फंगस के कुल 38 कन्फर्म मरीज सिम्स में भर्ती हो चुके हैं। 5 का इलाज चल रहा है। गंभीर हालत होने पर 15 मरीजों को सिम्स से रायपुर रिफर किया जा चुका है। सोमवार को जांजगीर निवासी 38 वर्षीय पुरूष स्वस्थ हुआ। सोमवार को जिले में कोरोना पॉजिटिव के 9 केस मिले हैं। जिसमें 7 मरीज शहर के हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 29 जून। जनपद पंचायत कोटा के एक सौ तीन ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिये गांव के घर -घर जाकर कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण वैक्सीन लगाना जरूरी हैं और उसका महत्व भी ग्रामीणों को समझाया जा रहा है। गांव महिलाओं और नवयुवकों को अधिक संख्या में जो टीकाकरण नहीं करा पाये वे अपने ग्राम पंचायत के टीकाकरण सेंटर पहुंचकर पहले आओ पहले पाओ का जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा ह। कोटा जनपद पंचायत के सुदूर ग्रामीण अंचलों में ग्रामीणों के मन भय को दूर किया जा रहा हैं ताकि शत प्रतिशत गांवों में टीकाकरण वैक्सीन लगाये।
जनपद पंचायत के पटैता ग्राम पंचायत के कोरी पारा एक शादी घर में जाकर सभी को महिलाओं, पुरूषों और नवयुवकों को सीईओ ललिता भगत ने सभी अनिवार्य रूप से कोरोना से बचने के लिए टीकाकरण लगाने के लोगों के घर-घर जा कर जन जागरूकता अभियान चलाया। सभी महिलाओं को भी मन में भय को दूर कर टीकाकरण करने को कहा और सभी को दो गज की दूसरी और मास्क, सैनेटाइज करने कहा और भीड़ भाड़ जगहों में दूरी भी बनाने को कहा गया। इस अभियान में जनपद पंचायत सीईओ ललिता भगत, कोटा तहसीलदार रिचा सिंह, और कर्मचारी भी उपस्थित थे।
कोटा जनपद पंचायत सीईओ ललिता भगत ने बताया कि हमने सभी गांवों में जाकर लोगों मन में भय को दूर करके जो लोगों अभी कोविड टीका नहीं लगायें उनको टीकाकरण के का महत्व समझाकर टीकाकरण कराने को कहा। पटैता पंचायत के कोरी पारा में एक शादी घर में जाकर सभी को कोविड नियमों का पालन करने और टीकाकरण कराने को भी कहा।
करगीरोड (कोटा), 29 जून। जनपद पंचायत कोटा के करगी खुर्द ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय निर्माण होने के बाद भी इसका उपयोग ग्राम पंचायत वासी नहीं कर पा रहे हैं। पंचायत सामुदायिक शौचालय के बाहर मुख्य गेट पर दिनभर ताला लगा रहता हैं। ऐसे में समुदायिक शौचालय बनाने का क्या फायदा?
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 28 जून। मुंगेली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने 2 कार में 80 किलो गंजे के साथ 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इस 2 कार भी जब्त किए गए। कुल जप्त सामग्रियों की कीमत 19 लाख 42 हजार 900 रु है। इस मामले का खुलासा करते हुए अति.पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी ने बताया कि आरोपी कार की डिक्की में छिपाकर गांजा की तस्करी कर रहे थे। इसी दौरान रायपुर रोड से बाईपास होते हुए एक स्विफ्ट कार क्रमांक सीजी 10 एवी 8173 आती हुई दिखी,जिसे रोका गया। कार में ड्राइवर डेविड और राजू राठौर बैठे थे। तलाशी लेने पर कार की डिक्की में 8 पैकेट में 40 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ। इसके बाद पुलिस ने पेंड्री कला कुंडा कबीरधाम निवासी डेविड भास्कर और गौरेला पेंड्रा जिले के मधुपुर निवासी राजू राठौर को गिरफ्तार कर लिया।लेकिन पुलिस की कामयाबी अभी बाकी थी। थोड़ी ही देर बाद रायपुर रोड से बाईपास होते हुए बिलासपुर रोड की ओर आती हुई एक ब्रेज़ा कार भी नजर आई। कार क्रमांक सीजी 10 ए वाई 9204 को रोका गया तो कार में ड्राइवर दुर्गेश राठोर और रवि कुमार बैठे हुए थे। तलाशी लेने पर कार की डिक्की में 40 किलो गांजा बरामद हुआ। इस मामले में गिरवर थाना गौरेला निवासी रवि कुमार राठौर और कोट कला थाना गौरेला निवासी दुर्गेश राठौर को हिरासत में ले लिया गया। इन सभी आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही की गयी है। आरोपियों के पास से 80 किलो गांजा के अलावा उनकी स्विफ्ट और ब्रेजा कार, 4 मोबाइल भी जप्त किया गया है। इस कार्यवाही में सिटी कोतवाली प्रभारी विश्वजीत सिंह, निरीक्षक कलीम खान,उप निरीक्षक वीरेंद्र सिंह,उप निरीक्षक प्रसाद सिन्हा,उप निरीक्षक प्रभाकर तिवारी, सहा. उप.निरीक्षक बी.पी.जांगड़े, सहा.उप.निरीक्षक चितगोविंद दुबे,प्र. आर.मनीष सिंह, महिला प्र.आर. रामकुमारी यादव, आरक्षक दयाल गावस्कर, दिलीप साहू, गिरिराज सिंह परिहार, संजय यादव, अतुल सिंह,संजय यादव, मुकेश ठाकुर का सराहनीय योगदान रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 28 जून। पढ़ाई के दौरान स्कूल में एक लड़के और लड़की में प्यार हो गया। लड़की बालिग हुई तो 8 साल से शादी का झांसा देकर युवक शारीरिक संबंध बनाता रहा। फिर 4 माह पहले खुद ही युवती से रिश्ता भी तय कर लिया। अब युवक ने अपनी और युवती की जाति को अलग-अलग बताते हुए शादी से इनकार कर दिया। तंग आकर युवती ने सिरगिट्टी थाने में एफआईआर दर्ज करा दी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक, क्षेत्र में रहने वाली 28 साल की युवती शनिवार को थाने में शिकायत की थी। इसमें बताया कि स्कूल स्कूल में पढ़ाई के दौरान उसकी दोस्ती कोटा क्षेत्र के खैरझिटी के साजापाली निवासी राजेन्द्र साहू से हुई थी। धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। आरोपी युवक ने ही उसे प्रपोज किया था। इसके बाद से ही दोनों का अफेयर चल रहा था। स्कूल खत्म होने के बाद भी दोनों एक-दूसरे से अक्सर मिलते रहे और उनमें बातें भी होती रहती थीं।
आरोप है कि बालिग होने के बाद साल 2011 में धनतेरस के दिन राजेन्द्र साहू ने युवती को तिफरा स्थित अपने एक अन्य घर पर मिलने के लिए बुलाया। जब वह पहुंची तो घर में युवक के अलावा कोई नहीं था। वहां शादी का झांसा देकर आरोपी ने युवती से दुष्कर्म किया। इसके बाद से लगातार शोषण कर रहा था। इस बीच जब भी युवती उससे शादी की बात कहती तो बहाना बनाकर टाल जाता। इसके बाद भी युवती उस पर भरोसा करती रही।
फिर साल 2019 में आरोपी युवक ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला दिया और काम-धंधा लगने के नाम पर दो साल बाद शादी करने की बात कही। इसके बाद वेलेंटाइन डे के दिन 14 फरवरी 2021 को आरोपी ने युवती को झांसा दिया। कुछ समय तक ऐसा ही झांसा देता रहा, फिर आरोपी ने अपनी और युवती की जाति अलग-अलग होने की बात कहकर शादी से इनकार कर दिया। इस पर शनिवार को युवती ने मामला दर्ज कराया था।
बिलासपुर, 28 जून। लगातार 6 वें दिन रविवार को जिले में कोरोना से कोई मृत्यु नहीं हुई। दिनभर में 12 सेंटरों पर 1705 लोगों की जांच हुई। इधर छह लोग संक्रमित पाए गए। चार एंटीजन टेस्ट में तो दो की आरटीपीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बिल्हा के मूरतीपारा में 50, 53, बरतोरी में 26, 28, सिरगिट्टी में 35 और गोधी में 26 वर्षीय मरीजों की पहचान की गई। नए संक्रमितों के मिलते ही कुल मरीजों की संख्या 64572 पर हो गई। जून में 426 लोग पॉजिटिव हुए है। रविवार को पांच मरीज कोरोना से ठीक भी हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 28 जून। जिले में केंद्र सरकार द्वारा टीका उपलब्ध कराने के बाद हर दिन 15 हजार से ज्यादा टीकाकरण हो रहा है। टीके को लेकर युवाओं का उत्साह देखते ही बन रहा है। वे बड़ी संख्या में टीका लगवाने केन्द्र पहुंच रहे है। रविवार को जिले के कुल 16,168 को टीका लगाया गया है।
जिले में रविवार को 372 केन्द्रों में टीकाकरण संचालित किया गया। वहीं रविवार की छुट्टी होने की वजह से लोग परिवार समेत टीका लगाने के लिए केन्द्र पहुंचे। पंजीयन की प्रक्रिया भी सरल हो चुकी हैं। ऐसे में ज्यादातर मोबाइल में कोविन एप के माध्यम से पंजीयन करा रहे है। इससे तत्काल ही केन्द्र की स्थिति की जानकारी देकर टीका के लिए चयनित कर लिया जा रहा है। ऐसे में शहरी क्षेत्र के केन्द्रों में भीड़ होने के बाद भी आसानी से टीका लग जा रहा है। रविवार को सबसे ज्यादा टीका युवाओं को लगा है। वहीं 45 साल के उपर वालों का दूसरे चरण का टीकाकरण चल रहा है। ऐसे में इस वर्ग के लोग भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. मनोज सैमुअल ने जानकारी दी है कि टीका पर्याप्त मात्रा में है। ऐसे में ज्याद से ज्यादा लोगों को टीका लगाने में ध्यान दिया जा रहा हैं। इसीलिए व्यापारिक, सामाजिक व अन्य संगठनों व संस्थाओं को एक साथ टीका लगवाने की सुविधा दी गई है। संगठनों को इसका फायदा उठाकर शिविर लगाकर अपने सभी सदस्यों व उनके स्वजन को टीका लगवाना चाहिए। अभी तक तकरीबन आधा दर्जन संगठनों के माध्यम से टीकाकरण किया जा चुका है।
युवाओं को लगा 9,982 टीका
रविवार को 18 प्लस में 9,982 को टीका लगाया गया हैं। वहीं 45 प्लस में 4,766 को दूसरे चरण की डोज लगाई गई है। 810 लोगों को पहले चरण का टीका लगाया। 60 प्लस में 35 को पहले और 316 को दूसरे चरण का टीका लगाया गया है।
620 औषधि विक्रेताओं को लगी वैक्सीन
कोरोना वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रशासन अब व्यापारिक व सामाजिक संगठनों के लिए एक ही छत के नीचे टीका लगाने की व्यवस्था कर रही है। इसी कड़ी में औषधी विक्रेता संघ के लिए भी वैक्सीन शिविर लगाया। इसके अंतर्गत संघ के 620 सदस्यों और स्वजन को टीका लगाया गया।
कोरोना से बचाव के लिए जिला औषधी विक्रेता संघ का दो दिवसीय टीकाकरण शिविर शिवांगी हास्पिटल मेेडिकल काम्पलेक्स में आयोजित किया गया। इसके पहले दिन 300 और रविवार दूसरे दिन 320 को टीका लगाया गया है। इस दौरान संघ के अध्यक्ष शेखर मुदलियार ने कहा कि अध्यक्ष होने के नाते सभी पदाधिकारियों, सदस्यों व उनके परिवार को कोरोना वायरस से बचाव के टीका लगवाना उनकी जिम्मेदारी बनती है। तीसरी लहर की बचाव के लिए टीकाकरण जरूरी है। मेडिकल दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों, संचालक और उनके स्वजन को टीका लगवा कर कोरोना से सुरक्षित किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि वैक्सीन लगाने से वंचित लोगों शिविर में जाकर टीकाकरण जरूर कराएं। टीकाकरण शिविर को सफल बनाने में संघ के सचिव प्रभात साहू, सुभाष अग्रवाल, कपिल हरि रमानी, राजीव अग्रवाल, पंकज सचदेव, हीरानंद राघवेन्द्र गुप्ता आदि का विशेष सहयोग रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 जून। ट्रैफिक पुलिस से बदसलूकी के मामले में घटना के एक सप्ताह बाद कल नागपुर से गिरफ्तार कर लाये गये रेलवे क्षेत्र के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मोतीलाल थावरानी को पुलिस ने आज कोर्ट में पेश किया। मजिस्ट्रेट अभिनव डहरिया की कोर्ट ने पुलिस व आरोपी के पक्ष की दलील सुनने के बाद उसकी जमानत अर्जी खारिज कर दी।
ज्ञात हो कि 19 जून को एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें मोतीलाल थावरानी को श्रीकांत वर्मा मार्ग के चौराहे पर एक ट्रैफिक सिपाही रामकुमार रजक के साथ गाली गलौच और छीना झपटी करते हुए देखा गया। इसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ गैर जमानती धाराओं में अपराध दर्ज किया था। अपराध दर्ज होने के बाद से थावरानी फरार था, जिसे कामठी नागपुर से गिरफ्तार कर पुलिस बिलासपुर लेकर कल आई थी। आज कोर्ट में उसे पेश किया गया। पुलिस की ओर से वीडियो फुटेज भी कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। मजिस्ट्रेट ने उसकी जमानत अर्जी खारिज कर दी।
कल विधायक शैलेष पांडे तारबाहर थाने में पहुंचे थे। उनकी मांग थी कि जिस तरह से ट्रैफिक पुलिस की शिकायत पर थावरानी पर कार्रवाई की गई है, उसी तरह थावरानी की पत्नी और भाई की शिकायत पर ट्रैफिक पुलिस के खिलाफ भी पुलिस एक्शन ले। पर, पुलिस का कहना है कि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रैफिक पुलिस ने कोई दुर्व्यवहार उनके साथ नहीं किया है।
विधायक शैलेष पांडे ने आज सुबह एक वीडियो जारी किया था और इसके साथ एसपी को पत्र लिखा था। इसमें आरक्षक रामकुमार रजक को अपने पड़ोसियों के साथ गाली-गलौच व मारपीट करते देखा गया है। इस बारे में पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया है कि उक्त घटना 30 जून 2019 को हुई थी, जिसमें आरक्षक व उसके भाई ने बाउन्ड्री वाल बनाने के विवाद में पड़ोसियों के साथ मारपीट व गाली गलौच की थी। कोतवाली थाने में इस पर आईपीसी की धारा 294, 323, 34 तथा 427 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। उक्त मामले में आरक्षक पर कार्रवाई की जा चुकी है। यदि अभी भी आरक्षक के खिलाफ कोई शिकायत मिलती है तो विधिवत कार्रवाई की जायेगी।