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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 जून। कराटे की नेशनल प्लेयर युवती से छेड़छाड़ करने के आरोपी कराटे प्रशिक्षक को घटना के 20 दिन बाद रतनपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
घटना 7 जून की है। कराटे ख्लिाड़ी युवती ने 15 जून को इसकी रिपोर्ट रतनपुर थाने में दर्ज कराई थी। उसने बताया कि ग्राम सीस में कराटे प्रशिक्षक अशोक वर्मा (34 वर्ष) ने उसके साथ छेड़छाड़ की। छेड़छाड़ के दौरान उसने उसका ब्लैक बेल्ट सर्टिफिकेट और उसकी गाड़ी के कागजात भी छीन लिये और वह फरार हो गया।
पुलिस ने मामले में आईपीसी की धारा 354, 294 और 506 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था। 26 जून की रात को पुलिस ने उसे कोटा के पास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को आज न्यायालय में पेश किया गया है। मालूम हुआ है कि युवती आरोपी अशोक वर्मा को 5 साल से जानती थी। आरोपी अनूपपुर जिले के परसवारा गांव का मूल रूप से रहने वाला है। मगर इस समय बिलासपुर जिले के करगी रोड कोटा के डोंगरीपारा में रहता है।
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बिलासपुर, 27 जून। जिले में वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ते ही टीकाकरण की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। लोग सेंटरों में जाकर पहला व दूसरा डोज लगवाने कतार में खड़े नजर आ रहे हैं। पिछले 6 दिनों में 64 हजार लोगों ने टीका लगवाया। जिसकी संख्या में आने वाले दिनों में और बढ़ेगी।
21 से 26 जून तक 18 प्लस वाले 49 हजार 74 लोगों ने टीका लगवाया। वहीं 45 वालों की संख्या 14 हजार 926 हैं। जितना टीकाकरण छह दिन में हुआ, उतना जून के 20 दिन में नहीं हो पाया। 1 से 20 जून तक जिले में 33 हजार 249 लोगों को टीका लगा था। 24 हजार 574 युवाओं ने वैक्सीन लगवाई थी। 45 से अधिक उम्र वाले 8675 ने टीका लगवाया था। अभी तक कुल 18 से 44 वालों की कुल आबादी के हिसाब से 15.38 फीसदी लोगों को वैक्सीन लगी है। इनमें 15.07 फीसदी को पहला और 0.31 प्रतिशत ने दूसरा डोज लगवाया है। 11 दिन में 7.17 प्रतिशत लोगों को टीका लगा है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर मनोज सैमुअल का कहना है कि कोविन पोर्टल के शुरू होने के साथ टीकाकरण एक समान होने के कारण वैक्सीनेशन की गति बढ़ गई है। पहले बीच-बीच में 18 वालों की वैक्सीन भी खत्म हो जा रही थी।
267 सेंटरों पर 17241 को लगे टीके
जिले में टीकाकरण की गति बढ़ी है। लेकिन लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है। शनिवार को 267 सेंटरों पर 32155 लोगों को टीके लगने थे। दिन भर चले संघर्ष के बाद 53.61 यानी 17241 लोगों को टीका लग पाया। 46.39 प्रतिशत टीकाकराण् कम हुआ। 12049 ने पहला, 5192 ने दूसरा डोज लगवाया। 18 प्लस से अधिक वाले 11087 ने पहला, 50 ने दूसरा डोज लगवाया। 45 प्लस वाले 941 ने पहला, 4796 ने दूसरा डोज लगवाया। 60 प्लस की बात करें तो 21 ने पहला, 325 ने दूसरे डोज लगवाया। अरपा अर्पण महाअभियान ने कोरोना से बचाव के लिए टीकाकारण महायज्ञ कार्यक्रम पाटीदार भवन उसलापुर में आयोजित किया। यहां 180 हितग्राहियों को वैक्सीन लगाई गई।
विधायक शैलेष पांडेय ने एसपी को लिखा पत्र- शहर को वर्दी वाले गुंडों से बचाइये
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बिलासपुर, 27 जून। जिला पुलिस ने जिस ट्रैफिक सिपाही के साथ गाली-गलौच करने पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मोती थावरानी के खिलाफ गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज किया वही एक वीडियो में मोहल्ले के लोगों को धमकाते, गालियां देते और महिलाओं से दुर्व्यवहार करते हुए दिखाई दे रहा है। इस वीडियो को पुलिस अधीक्षक को भेजते हुए विधायक शैलेष पांडेय ने निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है।
विधायक द्वारा भेजी गई लगभग एक मिनट के इस वीडियो में सिपाही राजकुमार रजक किसी घर के सामने खड़ा है और वह गंदी-गंदी गालियां देते हुए घर के लोगों को तेज आवाज में देख लेने की धमकी देते हुए बाहर निकलने के लिये कह रहा है। इसके बाद एक लडक़ी अपनी बुआ को आवाज दे रही है। सिपाही उसकी तरफ घूमता है, एक व्यक्ति घर से बाहर निकलता है जिसके साथ गाली-गलौच करते हुए सिपाही मारपीट करता है और धक्का देता है जिससे वह व्यक्ति गिर जाता है। इसके बाद दो महिलायें सामने आती हैं, जिनके द्वारा धमकाये जाने के बाद सिपाही वहां से लौट जाता है।
वीडियो क्लीपिंग के साथ एसपी प्रशांत अग्रवाल को लिखे पत्र में पांडे ने सवाल किया है कि क्या कानून के रखवाले बेगुनाह गरीबों पर अत्याचार करने के लिये हैं? जिस आरक्षक के बचाव में पूरी पुलिस दिख रही है और उसकी गंदी करतूतों को छिपाने का काम कर रही है उसी ने हमारे साथी मोतीलाल थावरानी को उसकी पत्नी के सामने गालियां दी पर कानून ने केवल मोतीलाल को आरोपी बनाया। पूरा वीडियो जनता के सामने क्यों नहीं लाया गया, केवल वह हिस्सा क्यों लाया गया जिसमें मोती गाली दे रहे हैं। आरक्षक के शराब के नशे में होने की शिकायत थी तो उसका डॉक्टरी मुलाहिजा क्यों नहीं कराया गया? सिविल लाइन थाने में दोनों के बीच जो समझौता हुआ था वह कागज कहां गया? मोतीलाल थावरानी की पत्नी दामिनी की शिकायत क्यों नहीं ली गई और उस पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? दहशत के मारे थावरानी का भाई थाने से चला गया, उनकी बात क्यों नहीं सुनी गई? यह बातें और वीडियो क्लिप पुलिस की कार्रवाई के प्रति अविश्वास पैदा करती है।
विधायक ने कहा कि वे मोतीलाल के कृत्य पर माफी मांगते हैं। वे मानते हैं कि पुलिस का सभी को सम्मान करना चाहिये लेकिन पुलिस ने न्याय नहीं किया। मोती कोई आदतन अपराधी या गुण्डा नहीं है। वह कांग्रेस का एक कार्यकर्ता और समाजसेवी है। इस पहलू को शायद पुलिस भूल गई है या उसे देखना नहीं चाहती।
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बिलासपुर, 26 जून। हाईकोर्ट ने अवमानना मामले पर सुनवाई करते हुए केनरा बैंक के मैनेजर को नोटिस जारी कर जवाब-तबल किया है। मामले की सुनवाई जस्टिस गौतम भादुरी की सिंगल बेंच में हुई।
मेसर्स जय अंबे रोड लाइंस की साख सीमा के विरूद्ध अज्ञेय नगर बिलासपुर निवासी रामजीत सिंह ने सम्पत्ति के मूल दस्तावेज को बतौर गारंटर केनरा बैंक मिड कार्पोरेट शाखा पुजारी चेम्बर, ब्लॉक बी-1 भूतल पचपेड़ी नाका रायपुर में बंधक रखा था। सम्पत्ति की दस्तावेज वापस लेने याचिकाकर्ता ने बैंक में आवेदन दिया था। दस्तावेज वापस नहीं करने पर उन्होंने अधिवक्ता अनिल एस पाण्डेय के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका लगाई। प्रकरण की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने एक माह के भीतर दस्तावेज वापस करने निर्देश बैंक को जारी किए थे। निर्धारित अवधि के भीतर दस्तावेज वापस नहीं करने पर याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट में अवमानना याचिका लगाई। सिंगल बेंच ने प्रकरण की सुनवाई करते हुए अवमानना नोटिस जारी कर केनरा बैंक के मैनेजर से जवाब-तलब किया है।
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बिलासपुर 26 जून। कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिये जिले में लागू संडे लॉकडाउन को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है लेकिन रात्रि 8:00 से सुबह 6:00 बजे तक व्यावसायिक गतिविधियों को बंद रखने का निर्देश जारी किया गया है।
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डॉक्टर सारांश मित्तर द्वारा आज जारी किए गए आदेश में बताया गया है कि सभी प्रकार की स्थायी एवं अस्थायी दुकानें, शॉपिंग मॉल, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, सुपर मार्केट, सुपर बाजार, फल एवं सब्जी मंडी, अनाज मंडी, शोरूम, मदिरा दुकानें, क्लब, ठेला, सैलून, ब्यूटी पार्लर, स्पा, पार्क व जिम रविवार सहित सभी दिनों में रात्रि 8 बजे तक खोले जा सकेंगे।
आदेश में बताया गया है कि रात्रि 8 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक सभी व्यावसायिक गतिविधियां प्रतिदिन बंद रहेंगीं। इस दौरान केवल अस्पताल, क्लीनिक, मेडिकल दुकान, पशु चिकित्सालय, पेट्रोल पंप, होटल, रेस्टोरेंट में डाइनिंग एवं होम डिलीवरी, थोक माल गोदाम, वेयरहाउस, कार्गो, फल सब्जी की लोडिंग-अनलोडिंग की अनुमति रहेगी। आपातकालीन आवागमन को छोड़कर समस्त सार्वजनिक गतिविधियों पर रात्रि 8 बजे से प्रतिबंध रहेगा।
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बिलासपुर, 26 जून। यातायात सिपाही के साथ गाली गलौच करने और धमकी देने के आरोपी रेलवे क्षेत्र के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मोती ठारवानी को पुलिस ने नागपुर के कामठी इलाके से गिरफ्तार किया है।
जिला पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उसको बिलासपुर लाया जा रहा है, पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बीते 19 जून को मोती ठारवानी ने श्रीकांत वर्मा मार्ग चौराहे पर ड्यूटी कर रहे आरक्षक राम कुमार रजक से तब दुर्व्यवहार किया था, जब उसे रॉन्ग साइड में स्कूटर घुसाने के कारण रोका गया। उसने आरक्षक को ना सिर्फ गंदी गालियां दी, बल्कि अपने पद का रौब झाड़ते हुए देख लेने की धमकी दी। आरक्षक के साथ उसने झूमा-झटकी की भी की और मोबाइल भी झपट लिया था। इस पूरी घटना का वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद पुलिस ने मोती ठारवानी के खिलाफ गैर जमानती धाराओं में अपराध दर्ज किया था। अपराध दर्ज होने के बाद ठारवानी फरार हो गया था। उसके ठिकानों पर पुलिस ने छापामारी भी की। शुक्रवार को पुलिस को मालूम हुआ कि वह नागपुर के कामठी इलाके में है। जिला पुलिस की एक टीम ने वहां पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
इस बीच जिला कांग्रेस कमेटी शहर ने मोती ठारवानी से जवाब तलब किया और इसकी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजी। संगठन की ओर से अभी ठारवानी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
खुशबू विश्वकर्मा की मौत में खुदकुशी के अलावा दूसरे एंगल से भी पुलिस कर रही जांच
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बिलासपुर, 26 जून। 'घर की जिम्मेदारी मेरी बहन के कंधे पर था, वह खुदकुशी नहीं कर सकती। मेरी बहन की हत्या की गई है। वह अपार्टमेंट क्यों गई, वहां उसके साथ क्या हुआ, इसकी पुलिस को जांच करनी चाहिए। दुकान संचालक और उसके परिवार की भूमिका संदिग्ध है। पुलिस को उनसे कड़ाई से पूछताछ करनी चाहिए। जिस तरह से खुशबू का शव जमीन पर पड़ा मिला, देखने से बिल्कुल ही खुदकुशी जैसा नहीं लगता। उसकी सैंडिल पैर पर ही थे। यह हत्या का केस है। हमारा परिवार जानना चाहता है कि दुकान संचालक के अपार्टमेंट में उस दिन क्या हुआ था। दुकान संचालक पर हत्या करने का संदेह है। बहन के साथ जो हुआ उसके जिम्मेदार केवल राजेश गुप्ता और उसका परिवार है।'
यह कहना है खुशबू के भाई विवेक श्रीवास का। ज्ञात हो कि 28 वर्षीय खुशबू विश्वकर्मा की ग्रीन गार्डन कॉलोनी स्थित गोल्डन ब्लॉक अपार्टमेन्ट के पांचवे ब्लॉक से गिरने पर मौत हो गई। इस अपार्टमेन्ट में उस राजेश गुप्ता का भी फ्लैट है, जिसके दुकान में वह कोरोना लहर से पहले काम करती थी।
पुलिस ने जिस दुकान में युवती काम करती थी वहां के संचालक और कर्मचारियों के बयान लिए। युवती 24 जून की दोपहर दुकान पहुंची थी। यहां उसका झगड़ा हुआ और दुकानदार ने उसे बाहर जाने के लिए कहा। वह काम करना चाहती थी पर दुकानदार उसे भगा दिया। दुकान से वह गुस्से से निकली थी। इसके कुछ देर बाद ही उसके अपार्टमेंट से गिरने की खबर मिली। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि उसने तैश में आकर खुदकुशी कर ली। पुलिस को युवती का मोबाइल भी मिल गया। इसे वह अपने घर में ही छोड़कर गई थी। मोबाइल बंद होने के कारण का पता नहीं चला पा रहा था। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि छह माह पहले जब खुशबू को नौकरी से छुड़ाया गया तो उसे 10 हजार रुपये वेतन दिया जाता था और वह वहां कम्प्यूटर ऑपरेटर का काम करती थी। उसे छुड़ाने के बाद एक दूसरी युवती को काम पर रखा गया है जिसे 6 हजार रुपये वेतन दिया जाता है।
पुलिस इस मामले में आत्महत्या, दुर्घटना सहित दूसरे एंगल पर भी जांच कर रही है। इस समय परिवार के कुछ सदस्य अंत्येष्टि में लोरमी के पैतृक गांव गये हैं जिनके लौट जाने पर बयान लिये जायेंगे।
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बिलासपुर, 26 जून। आदेश के बाद भी सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक को एक साल की वेतन वृद्धि नहीं दिए जाने पर हाईकोर्ट ने प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा और जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर को अवमानना नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
विनोद कुमार तिवारी हाईस्कूल सकरी से बतौर हेड मास्टर गत 30 जून 2016 को रिटायर्ड हुए। इस दौरान उन्हें एक जुलाई से मिलने वाला सालाना इंक्रीमेंट नहीं दिया गया। मामला दायर होने के बाद 28 अगस्त 2019 को हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग को याचिकाकर्ता को नियमानुसार 90 दिनों में इंक्रीमेंट प्रदान करने का आदेश दिया। 27 सितंबर को याचिकाकर्ता ने विभाग को देकर अभ्यावेदन पेश किया। कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने एडवोकेट अब्दुल वहाब के माध्यम से स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. आलोक शुक्ला व तत्कालीन डीईओ बिलासपुर अशोक भार्गव के खिलाफ अवमानना याचिका पेश की।
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बिलासपुर, 26 जून। जिले में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना के पांच नए संक्रमित मरीज मिले हैं। जिले में बीते पांच दिनों में मौत का सिलसिला थमा हुआ है। मामले कम होने की वजह से स्वास्थ्य विभाग ने अपनी आधी टीम को टीकाकरण में लगा दिया है। विभाग के मुताबिक मौजूदा स्थिति में वायरस के कमजोर होने और ज्यादातर लोगों के जागरूकता होने का फायदा अब नियंत्रण के रूप में मिला है।
अस्पतालों में इनके मरीजों की संख्या कम होकर 26 हो चुकी है। एक-दो निजी अस्पताल में और सिम्स को छोड़ दिया जाए तो मौजूदा स्थिति में अन्य अस्पतालों में कोरोना मरीज नहीं है। लगभग 252 मरीज होम आइसोलेट चल रहे हैं, लेकिन अब डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर अधिकारी चिंतित हैं। हालांकि अब तक इस वैरियंट से संक्रमित मरीज की पहचान नहीं हुई है। पर, पड़ोसी राज्यों में लगातार इस खतरनाक वैरियंट के मरीज मिल रहे है। ऐसे में गाइडलाइन का पालन करते रहने की हिदायत जिलेवासियों को दी गई है। लापरवाही होने पर यह दूसरी लहर की तरह ही जानलेवा साबित हो सकता है।
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद महाजन ने कहा है कि कोरोना नियंत्रण में हैं। बीते 24 घंटे में पांच संक्रमित मिले हैं। अब तीसरी लहर से निपटने की तैयारी तेज कर दी गई है। उस दौरान सभी का बेहतर उपचार होगा।
5 दिनों में 46759 लोग हुए वैक्सीनेशन
जिले में एक समय जहां रोजाना करीब 2 हजार लोगों को वैक्सीन लगाई जाती थी, अब यह आंकड़ा बढ़कर करीब 13 हजार के करीब पहुंच गया।
शुक्रवार को जिले में 12902 लोगों ने कोरोना के टीके लगवाए। इनमें पहला व दूसरा डोज दोनों शामिल हैं। 18 से 44 साल के 8894 लोगों ने कोविशील्ड का पहला व 6 ने दूसरा डोज लगवाया। इसी तरह को वैक्सीन का 209 लोगों को पहला डोज लगा। 110 को दूसरा डोज लगाया गया। दोनों वैक्सीन के 9103 लोगों को पहला व 3 को दूसरा डोज लगा। इसी तरह 45 से 60 वर्ष के 635 लोगों ने पहला डोज तथा 2631 ने दूसरा डोज लगवाया। 60 प्लस वाले 62 लोगों को पहला व 265 दूसरा डोज लगा। सभी को 9591 कोविशील्ड का पहला व 2916 लोगों को दूसरा डोज लगा। सभी को कोविडशील्ड के कुल 12507 डोज लगे। को-वैक्सीन के 395 टीके लगवाए गए।
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बिलासपुर, 25 जून। ढाई साल में कांग्रेस सरकार कर्ज में डूब गई है और दिवालिया होने की ओर बढ़ रही है। किसी भी सरकार के लिए ढाई साल का कार्यकाल स्वर्णिम काल होते हैं, मगर भूपेश बघेल की सरकार ने ढाई साल गंवा दिए हैं। सरकार के पास पैसे नहीं है। उक्त बातें पूर्व मुख्यमंत्री डॉ- रमन सिंह ने करबला स्थित बीजेपी कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही ।
उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल सरकार के ढाई साल पूरे हो चुके हैं और अब उल्टी गिनती शुरू हो गई है। हम लोग गांव-गांव जाकर जनता से सीधा संवाद कर रहे हैं तो उन्हें इस सरकार के प्रति घोर निराशा, आक्रोश और पीड़ा दिखाई देती है और वह अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के साथ ही बिलासपुर के हालात बहुत गंभीर हैं। यहां अवैध प्लाटिंग हो रही है। नगर निगम के अधिकारी चुप बैठे हैं। सत्ता के संरक्षण में भू माफिया सक्रिय है। यहां अमृत मिशन के कार्य, अरपा भैसाझार परियोजना, तिफरा ओवरब्रिज का काम, सब लटके हुए हैं। दरअसल, सरकार की इच्छाशक्ति ही नहीं है कि वह हमारी सरकार के कार्यकाल के दौरान स्वीकृत किए गए कार्यों को पूरा करें।
पूरे प्रदेश में रेत माफिया सक्रिय हैं और उन्हें सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। कानून व्यवस्था की स्थिति भी गंभीर है। जिस तरह प्रदेश में अराजकता का माहौल है उसे आम आदमी भी महसूस कर रहा है। बेरोजगारों को रोजगार तथा बेरोजगारी भत्ता के सवाल पर यह सरकार जवाब नहीं दे रही है। किसानों का रकबा कम क्यों किया जा रहा है? किसानों को 2 साल का बोनस भी नहीं मिला है। महिलाओं से शराबबंदी का वादा किया गया था वह भी पूरा नहीं हुआ। वृद्धावस्था पेंशन भी नहीं मिल रही है। इसका जवाब सरकार के पास नहीं है। सरकार पूरी तरह संवेदनहीन हो चुकी है। यहां के विधायक पुलिस विभाग में कमीशन की बात उठाते हैं। ढाई साल में छत्तीसगढ़ अपराध गढ़ बन चुका है। इस अवसर पर मस्तूरी विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, पूर्व सांसद लखनलाल साहू, बेलतरा विधायक रजनीश सिंह, भूपेंद्र सवन्नी आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 जून। जिले के प्रभारी मंत्री बनने के बाद पहली बार बिलासपुर पहुंचे राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि यह जिला मेरे लिए कोई नया जिला नहीं है। मैं अविभाजित बिलासपुर का ही रहने वाला हूं। यहां के एक-एक कार्यकर्ता हमारे साथी हैं। सबके साथ मिलकर जिले में विकास की गति बढ़ाएंगे।
मंत्री जयसिंह ने ढाई साल में दो प्रभारी बदले के सवाल पर कहा कि प्रभारी मंत्री बनाने का निर्णय मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है। पिछले प्रभारियों ने भी बेहतर काम किया है, हम भी करेंगे।
एक सवाल पर अग्रवाल ने कहा कि अभी कांग्रेस चुनाव की तैयारी नहीं कर रही है। प्रभारी बनने के साथ ही संगठन के पदाधिकारियों के निर्देश पर ये सम्मेलन का आयोजन हुआ है। अब शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र पार्टी और संगठन के पदाधिकारियों के साथ मिलकर विकास कार्यों को आगे बढ़ाएंगे। हमारे विधायक और महापौर लगातार बेहतर काम कर रहें है।
प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल से हाल ही में कांग्रेस पदाधिकारियों के निलम्बन और उनके द्वारा किये अभद्र व्यवहार के बारे में सवाल किया गया। अग्रवाल ने कहा कि इन मामलों में केवल कांग्रेसी ही नहीं, भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता भी सुर्खियों पर हैं। हमारे ऊपर भी आरोप लगते रहते हैं। कांग्रेस की सरकार है, तो कांग्रेसियों को सुर्खियों में बने ही रहना चाहिए। हालांकि उन्होंने माना कि मकान दुकान खाली कराने में हाथ डालना गलत है। किसी का जबरन मकान दुकान खाली नहीं कराना चाहिए। इस पर जांच और कार्रवाई होगी। उन्होंने गुटबाजी के सवाल पर कहा कि यह पार्टियों में रहती है। विकास कार्य में सबका साथ होना चाहिए।
प्रभारी मंत्री बनाने के बाद बिलासपुर जिले के जनता की समस्याओं को किस तरह दूर करेंगे इस सवाल पर मंत्री जयसिंह ने कहा कि मेरे प्रभार में तीन जिले हैं। सभी जिलों के लिए अलग-अगल प्रतिनिधि नियुक्त करेंगे। इससे संपर्क कर अपनी समस्या बता सकते हैं। वे इनका निवारण कराएंगे। रायपुर के मेरे निवास में अलग से कार्यालय भी होगा जहां पहुंचने पर शिकायतों का समाधान किया जाएगा। रायपुर और कोबरा के बीच में बिलासपुर जिला है। तो आते जाते यहां रुकूंगा और हुए और अधिकारियों की बैठक लेते रहूंगा।
सम्मान समारोह में कहा- विकास कांग्रेस के दौरान ही हुआ
जिले के प्रभारी मंत्री बनाए जाने के बाद पहली बार कांग्रेस भवन पहुंचे जयसिंह अग्रवाल का कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी है उस पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे।
अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में जब भी कांग्रेस सरकार रही है बिलासपुर जिले का सर्वाधिक विकास हुआ है। अभी इसी के चलते जिले का तेजी से विकास हो रहा है। पिछली भाजपा सरकार में विकास कार्य रुक गए थे लेकिन कांग्रेस के आते ही वे फिर से शुरू हो गए हैं। शहर में स्मार्ट सिटी, अरपा एनीकट जैसे महत्वपूर्ण कार्य कराए जा रहे हैं। आने वाले ढाई साल के दौरानि विकास में और तेजी आएगी। अग्रवाल ने कहा कि अविभाजित मध्यप्रदेश के समय कांग्रेस का बिलासपुर जिले में दबदबा रहा करता था। 19 विधानसभाओं में से 13 सीटें कांग्रेस की झोली में आती रही हैं लेकिन बाद में इसमें कुछ कमी आई। हम सब कार्यकर्ताओं की मेहनत से इस कमी को दूर करेंगे।
अग्रवाल ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार के 15 साल में भाजपा ने अपने वायदों को पूरा करने में सफल रही। वहीं कांग्रेस अपने घोषणापत्र की 70 फ़ीसदी वादों को पूरी कर चुकी है। अभी ढाई साल बचे हैं। कर्ज माफी, बिजली बिल हाफ और ढाई हजार रुपये समर्थन में जैसे महत्वपूर्ण वादे पूरे किए जा चुके हैं। अभी ढाई साल बचे हैं शेष वादे भी पूरे किए जाएंगे।
शासन की योजनाओं को अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचाना सर्वोच्च प्राथमिकता-जयसिंह अग्रवाल
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बिलासपुर, 25 जून। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, पुनर्वास तथा वाणिज्यिक कर एवं जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने आज मंथन सभाकक्ष में विभागीय कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शासकीय योजनाओं को अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचाना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बिलासपुर पेण्ड्रीडीह बायपास, तिफरा फ्लाईओवर, शिवघाट, पचरीघाट बैराज एवं अरपा नदी के दोनों ओर सड़क निर्माण एवं सौंदर्यीकरण कार्य सहित अन्य विकास कार्यों को द्रुत गति से पूरा करने के निर्देश दिए।
अग्रवाल ने बिलासपुर स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत 93 करोड़ 70 लाख रुपए की लागत से प्रस्तावित अरपा नदी के दोनों ओर सड़क निर्माण एवं सौंदर्यीकरण योजना की प्रगति की जानकारी ली। नगर निगम कमिश्नर ने बताया कि योजना के अंतर्गत नदी के दोनों किनारों पर इंदिरा सेतु से शनिचरी रपटा तक 1.80 किलोमीटर की आधुनिक फोरलेन सड़क बनाई जाएगी। वर्तमान में डि सिल्टिंग का कार्य किया जा रहा है। अब तक 1 लाख 20 हजार क्यूबिक मीटर सिल्ट निकाला जा चुका है। इस सिल्ट का उपयोग सड़क बनाने में फिलर के रूप में किया जाएगा। उन्होंने शिवघाट, पचरीघाट बैराज की भी जानकारी ली। जल संसाधन विभाग के अधिकारी ने बताया कि शिवघाट का कार्य 25 प्रतिशत एवं पचरीघाट बैराज का कार्य 15 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। अग्रवाल ने शिवघाट एवं पचरीघाट बैराज के कार्य को जून 2022 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए।
अग्रवाल ने कहा कि विशेषज्ञों द्वारा आशंका जताई जा रही है कि कोविड की तीसरी लहर भी आ सकती है। उन्होंने इससे निपटने के लिए ठोस रणनीति बनाते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने तीसरी लहर के मद्देनजर की जा रही तैयारियों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। प्रभारी मंत्री ने कोविड वैक्सीनेशन कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए पात्र सभी लोगों का टीकाकरण करने का निर्देश दिया। बैठक में उन्होंने स्वामी आत्मानंद स्कूल, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, गोधन न्याय योजना, लोक सेवा गारंटी, महात्मा गांधी नरेगा सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की। कलेक्टर ने जिले में संचालित सभी योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी।
बैठक में संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह, बिलासपुर विधायक शैलेश पाण्डेय, महापौर रामशरण यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चैहान, अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर, पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, वनमण्डलाधिकारी कुमार निशांत, एडीएम बी.एस.उइके, नगर निगम कमिश्नर अजय त्रिपाठी, सभी एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर और जिले के सभी विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
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बिलासपुर, 25 जून। मस्तूरी से यूपी ले जा रहे मवेशियों से भरे ट्रक को पुलिस ने पकड़ा हैं। ट्रक में 42 जीवित और 3 मृत मवेशी मिले। पुलिस ने ट्रक सहित एक कार जब्त कर 5 तस्करों को गिरफ्तार किया है।
बुधवार की रात पचपेड़ी पुलिस को सूचना मिली कि मस्तूरी की ओर से बड़ी संख्या में मवेशियों को ट्रक में भरकर जोंधरा की ओर ले जाया जा रहा है। पुलिस ने थाना के सामने घेराबंदी की। इसी दौरान मस्तूरी की ओर आ रही कार क्रमांक सीजी 10 एडी-0267 व उसके पीछे चल रहे ट्रक क्रमांक एचआर 38 क्यू-3253 को रोका गया। कार सवार व ट्रक में सवार में पांच लोगों को पकड़कर ट्रक की तलाशी ली गई। ट्रक में मवेशी भरे थे। पुलिस ने ट्रक से 42 जिंदा व 3 मृत मवेशी बरामद किया है। मवेशी तस्कर मस्तूरी पेण्ड्री से मवेशी लेकर उत्तरप्रदेश जा रहे थे। पुलिस ने 4, 6, 10 छग कृषक पशु क्रूरता अधिनियम 11, 2 पशु क्रूरता अधिनियम धारा 3 पशु के प्रति क्रूरता की रोकथाम के तहत मवेशी सहित ट्रक व कार जब्त कर तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है।
टीआई प्रवीण राजपूत ने बताया कि उत्तर प्रदेश से आए मवेशी तस्करों को मवेशी खरीदी बिक्री कराने में सहयोग करने वाले इमरान कुरैशी, साहेब खान, वारिश कुरैशी फरार हो गए है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं-
1. सलाउद्दीन फकीर पिता सफीक फकीर 55 साल कोषीकला मथुरा, उत्तर प्रदेश।
2. अजहर फकीर पिता जफर फकीर 55 साल रूनकोटा आगरा, उत्तर प्रदेश।
3. जुबे खान पिता जमाल खान 35 साल समरामपुर अमेठी, उत्तर प्रदेश।
4.शेख सहजादा पिता शेख रज्जब 36 साल मगरपारा।
5. मलकित सिंह पंजाब।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 जून। मंगला स्थित एक अपार्टमेंट में एक 26 वर्षीय युवती ने चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। इस अपार्टमेंट में उस दुकानदार का फ्लैट है, जिसके यहां वह काम करती थी। कोरोना लॉकडाउन के दौरान उसकी नौकरी छिन गई थी। घटना से पहले उसका दुकान के मालिक से विवाद होने की बात भी सामने आई है।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ग्रीनपार्क स्थित गोल्डन ओक अपार्टमेंट में जूना बिलासपुर निवासी खुशबू विश्वकर्मा पिता स्व. घनश्याम विश्वकर्मा 26 वर्ष ने शाम करीब 7.30 बजे आत्महत्या कर ली। दोपहर को वह अपने घर पर थी। इसके बाद कुछ लोगों ने ग्रीन पार्क स्थित गोल्डन ओक अपार्टमेंट की छत से गिरते हुए देखा। जहां पर गिरी वहां बड़ी संख्या में बच्चे खेल रहे थे। सभी डरकर अपने-अपने घर चले गए। अपार्टमेंट व आसपास के लोगों ने सिविल लाइन पुलिस को सूचना दी। घटनास्थल पर पहुंचते ही पुलिस ने खुश्बू के परिजनेां को बुलाया। उनके आने के बाद शव का पंचनामा हुआ। पंचनामा के बाद युवती की जेब से स्कूटी की चाबी मिली। परिजनों की मौजूदगी में स्कूटी की डिक्की खोली गयी पर उसमें कुछ नहीं मिला। जहां से वह नीचे गिरी वहां पर भी उसका मोबाइल नहीं मिला।
खुशबू जूना बिलासपुर स्थित अभिषेक इलेक्ट्रॉनिक में काम करती थी। इसके संचालक राजेश गुप्ता है और वे इसी गोल्डन ओक अपार्टमेंट में रहते हैं। खुशबू के भाई विवेक ने बताया कि करीब 6 साल तक खुशबू ने उस दुकान में काम किया। लॉकडाउन के ठीक पहले उसे निकाल दिया। तब से बेरोजगार थी और काम की तलाश कर रही थी। वह अपने भाई विवेक और मां द्रौपदी के साथ घर में रहती थी। विवेक भी एक प्राइवेट दुकान में काम करता है। विवेक के अनुसार गुरुवार की सुबह जब वह काम पर निकला तो खुशबू घर में सो रही थी। दोपहर को लंच के लिए आया तब भी वह घर में मौजूद थी। उसी ने विवेक को खाना निकालकर दिया। विवेक को 7.30 बजे राजेश ने फोन कर जल्दी आने के लिए कहा। वह भागते हुए वहां पहुंचा तो अपार्टमेंट के बाहर लोगों की भीड़ थी।
इलेक्ट्रॉनिक दुकान संचालक राजेश ने बताया कि घटना के समय वह घर पर नहीं था। वह दुकान में था। उसकी पत्नी व बच्चे घर पर थे।
इधर पुलिस पूछताछ में अभिलाष इंलेक्ट्रॉनिक के पास वाले दुकानदारों ने बताया कि शाम करीब 5 बजे युवती दुकान पहुंची थी। उसका मालिक से विवाद भी हुआ। विवाद इतना बढ़ा कि उसे दुकान से बाहर निकाल दिया गया। इसके बाद युवती ने दुकान में पत्थर फेकें थे। इसके बाद वहां से चली गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 जून। बीते आठ दिन के अंदर बिलासपुर में ब्लैक फंगस के एक मरीज मिला है। गुरुवार को एक और मरीज डिस्चार्ज हुआ है। इस तरह स्वस्थ होने वालों की संख्या 13 पर पहुंच गई है। ब्लैक फंगस के अब तक 37 मरीज सिम्स में भर्ती हो चुके हैं। इनमें से 8 का इलाज चल रहा है। गंभीर हालत होने पर 11 मरीजों को सिम्स से रायपुर रेफर किया जा चुका है। दो मरीज खुद सिम्स छोड़कर चले गए।
गुरुवार को गिरधोना का एक 45 वर्षीय व्यक्ति इस बीमारी से स्वस्थ हुआ। पिछले आठ दिन में जिले में ब्लैक फंगस का सिर्फ एक मरीज मिला हैं। बिलासपुर के रहने वाले 52 साल के एक व्यक्ति को बुधवार को इस बीमारी की पुष्टि हुई है। इसके अलावा अन्य कोई पीडि़त सामने नहीं आया है। नोडल अधिकारी डॉ. आशुतोष कोरी का कहना है कि एक-दो मरीज पहले रोज आ रहे थे लेकिन अब संख्या शून्य है। वर्तमान में 8 मरीज भर्ती हैं। इनमें दो का ऑपरेशन किया जाना है। शनिवार को एक मरीज का ऑपरेशन करेंगे। इसके बाद सोमवार को दूसरे मरीज का ऑपरेशन किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 जून। जिले में चार दिन बाद कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 10 के पार पहुंची। गुरुवार को 17 नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई है। इनमें शहरी क्षेत्र में 11 व ग्रामीण क्षेत्रों में छह लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
तिफरा, कुदुदण्ड, सिरगिट्टी, विद्या नगर, करगी कला, दगौरी, बजरंग चौक और सरकंडा में रहने वाले लोग कोविड की चपेट में आए है। संक्रमितों की उम्र 18 से 50 वर्ष तक हैं। इन्हें मिलाकर कुल रोगियों की संख्या 64548 हो गई है। जून के 24 दिन में 12709 संक्रमित मिले थे। पिछले महीने के मुकाबले इस माह 97 फीसदी कोरोना के केस कम मिले। जिले में कोरोना जांच रोज 2000 के करीब हो रही है। गुरुवार को दिनभर में 12 सेंटरों पर 1834 लोगों ने कोरोना जांच कराई। इनमें 1686 ने एंटीजन जांच कराई। पांच लोगों की रिपोर्ट तत्काल पॉजिटिव आई। 12 मरीज आरटीपीसीआर और ट्रू नेट जांच में संक्रमित मिले।
अब कोरोना से राहत है। पिछले 15 दिन से संभागीय कोविड अस्पताल के दरवाजे बंद हैं। एक भी मरीज यहां इलाज के लिए भर्ती नहीं हुआ है। इसके बावजूद जिले में अभी मरीजों के मिलने का दौर जारी है। कोरोना के गंभीर लक्षण नहीं होने के कारण वे डॉक्टरों की सलाह लेकर मरीज घर पर ही इलाज करा रहे हैं। संभागीय कोविड अस्पताल में अब तक 2390 मरीजों का इलाज किया गया है। 2057 स्वस्थ होकर गए।
सेंटरों में बढ़ी वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या
गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग ने 260 सेंटरों पर 27534 लोगों का टीका लगाने का लक्ष्य रखा था। दिन भर में 11,666 ने अलग-अलग सेंटरों पर टीका लगवाया। लक्ष्य के 42 प्रतिशत लोगों ने वैक्सीनेशन कराया। बुधवार के मुकाबले गुरुवार को 2284 लोगों ने ज्यादा टीका लगवाया।
बिलासपुर, 24 जून। हाईकोर्ट ने अरपा अर्पण महाअभियान समिति की जनहित याचिका पर स्टेटस रिपोर्ट तलब की हैं। मामले की सुनवाई 5 जुलाई को होगी।अरपा अर्पण महाअभियान समिति ने हाईकोर्ट के समक्ष प्रस्तुत अपनी जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद भी अरपा नदी में की जा रही रेत की अवैध खुदाई नहीं रुक रही है। साथ ही नदी से जलकुंभी भी नहीं निकाली जा रही है। इससे नदी का पानी प्रदूषित हो रहा है। एक्टिंग चीफ जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा व जस्टिस पार्थ प्रतिम साहू की डिवीजन बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए राज्य सरकार व बिलासपुर नगर निगम से स्टेटस रिपोर्ट पेश करने कहा है। मामले की सुनवाई 5 जुलाई को होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 जून। एक्टिंग चीफ जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा एवं जस्टिस पार्थ प्रतीम साहू की डिवीजन बेंच में छत्तीसगढ़ आटो चालक संघ की जनहित याचिका की सुनवाई हुई। बेंच ने केन्द्र व राज्य सरकार सहित राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण से चार सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है।
कोरोना काल के दौरान आटो बंद होने पर छत्तीसगढ़ आटो चालक संघ ने हाईकोर्ट के समक्ष जनहित याचिका में मांग की है कि कोविड संक्रमण की वजह से पूरे प्रदेश में आटो नहीं चल रहे हैं। आटो चालकों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में शामिल नहीं किया गया है। इससे उनके व परिवार के सामने भरण-पोषण की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। दिहाड़ी मजदूरों व हमालों को भी राहत पहुंचाई गई है, लेकिन आटो चालकों को अब तक कोई राहत प्रदान नहीं की गई है। डिवीजन बेंच ने बुधवार को मामले की सुनवाई करते हुए नोटिस जारी कर केन्द्र व राज्य सरकार सहित राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण से चार सप्ताह के भीतर जवाब मांगा हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 जून। किशोरी का अपहरण व उसके साथ रेप करने के आरोपी को जिला कोर्ट ने 20 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है तथा 500 रुपए का जुर्माना लगाया गया है। आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धाराएं लगाई गई थी।
घटना हिर्री थाना क्षेत्र हुई थी। यहां रोजी-मजदूरी करने वाले एक परिवार की 15 साल की बच्ची का 2019 में अनिल कुमार साहू ने अपहरण कर लिया और उसे अपने कब्जे में रखकर लगातार बलात्कार किया। 3 नवंबर 2019 को किशोरी के माता-पिता सुबह मजदूरी करने चले गए थे। शाम को लौटे तब किशोरी गायब मिली। उन्होंने दो दिन तक उसकी खोजबीन की पर कोई जानकारी नहीं मिली। इस पर उन्होंने हिर्री थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने तलाश शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि अनिल कुमार साहू ने उसका अपहरण किया है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी युवक पर किशोरी ने अपहरण व दुष्कर्म का आरोप लगाया। मामले की सुनवाई करते हुए अपर सत्र न्यायाधीश विवेक कुमार तिवारी ने आरोपी को 20 साल सश्रम कारावास व 500 रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। जुर्माना नहीं देने पर आरोपी को तीन साल अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 जून। लगातार तीसरे दिन जिले में कोरोना से मृत्यु का आंकड़ा शून्य पर रहा। शहर के अस्पतालों में भी दूसरे जिले के किसी भी मरीज की मृत्यु नहीं हुई। रोज मिलने वाली मरीजों की संख्या भी कम है। बुधवार को 7 नए कोरोना के मरीज मिलने के बाद रोगियों की संख्या 64531 पर पहुंच गई। चार मरीज शहर में तो तीन ग्रामीण क्षेत्र में मिले हैं। अभिषेक विहार, तेलीपारा, नारियल कोठी, 27 खोली, टिकरापारा और तखतपुर में मरीजों की पहचान हुई। इधर, दिनभर में 2051 लोगों ने अलग-अलग सेंटरों में कोरोना जांच कराई। अच्छी खबर है कि 24 घंटे में 14 लोग कोरोना से जीतकर डिस्चार्ज भी हुए।
सिम्स में ब्लैक फंगस क एक नया मरीज भर्ती हुआ हैं। बिलासपुर के रहने वाले 52 साल के मरीज मिलने के बाद कुल मरीजों की संख्या 37 पर पहुंच गई। वर्तमान में 9 मरीजों का इलाज चल रहा है। 11 को रेफर किया जा चुका हैं। तो 9 लोग ठीक होकर भी गए है। कुछ अपनी मर्जी से सिम्स छोडक़र चले गए। तीन लोगों की मृत्यु हुई है। इनमें जिले के निवासी दोनों मरीजों ने एक्स रायपुर में दम तोड़ा हैं। सिम्स में सिर्फ एक मरीज ने दम तोड़ा है।
वैक्सीन की कमी दूर होते ही टीकाकरण की गति बढ़ी है। बुधवार को सभी वर्ग मिलाकर कुल 9382 ने टीका लगवाया। हालांकि यह लक्ष्य से 65 फीसदी कम टीकाकरण है। स्वास्थ्य विभाग ने 261 सेंटरों पर 27 हजार 150 लोगों को टीका लगाना तय किया था। लेकिन टारगेट के मुकाबले सिर्फ 35 फीसदी लोग ही टीका लगवाने पहुंचे। सबसे अधिक 7 हजार 964 युवा वर्ग को टीका लगाया गया। टीका लगवाने में किसी को भी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा। लोगों को एक सुविधा यह भी मिली कि जिनका पोर्टल मे माध्यम पंजीयन नहीं हो सका था, उनका पंजीयन ऑन द स्पॉट किया गया और टीके लगाए गए।
जांजगीर जिला न्यायालय में गांधी के जीवन दर्शन पर विचार गोष्ठी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 जून। जिला न्यायालय जांजगीर के सभाकक्ष में महात्मा गांधी के जीवन दर्शन पर केंद्रित विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य वक्ता के रुप में विचार रखते हुए छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता संदीप दुबे ने कहा कि उनके जीवन में वकालत के 22 वर्ष बहुत महत्वपूर्ण थे।
1891 में गांधीजी ने बाम्बे से अपनी प्रैक्टिस शुरू की। वकालत के प्रारंभिक दिनों में उन्हें बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने करीब 22 सालों तक दक्षिण अफ्रीका में वकालत की। यह वही समय था जब उन्होंने देखा कि अंग्रेज प्रवासी भारतीयों सहित अन्य समुदायों पर किस तरह अत्याचार कर रहे हैं। कैसे वहां की सरकार ने अप्रवासी भारतीयों को मताधिकार से वंचित रखने की कोशिश की। हिंदू विवाह को अवैध घोषित किया गया। इन सब कृत्यों के विरुद्ध गांधीजी ने एक वकील की हैसियत से ही अंग्रेजों से कानूनी लड़ाई लड़ी और मजदूरों को जुल्मों से बचाया।
दुबे ने अधिवक्ताओं से अपील की कि वे महात्मा गांधी के संघर्षों को अपने जीवन में स्थान दें और उनका अनुसरण करें। कार्यक्रम जिला अधिवक्ता संघ की ओर से आयोजित किया गया था। बार के अध्यक्ष नरेश शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में जांजगीर जिला न्यायालय के न्यायाधीश के आर रिंगरी सुरेश जून, जेएस पटेल, अपर सत्र न्यायाधीश, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संतोष महोबिया न्यायिक मजिस्ट्रेट तथा अधिवक्ता गण उपस्थित थे। जांजगीर अधिवक्ता संघ को आज सांसद विवेक तनखा की ओर से कंप्यूटर और प्रिंटर का नया सेट प्रदान किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 जून। लगातार तीसरे दिन जिले में कोरोना से मृत्यु का आंकड़ा शून्य पर रहा। शहर के अस्पतालों में भी दूसरे जिले के किसी भी मरीज की मृत्यु नहीं हुई। रोज मिलने वाली मरीजों की संख्या भी कम है। बुधवार को 7 नए कोरोना के मरीज मिलने के बाद रोगियों की संख्या 64531 पर पहंुच गई। चार मरीज शहर में तो तीन ग्रामीण क्षेत्र में मिले हैं। अभिषेक विहार, तेलीपारा,नारियल कोठी, 27 खोली, टिकरापारा और तखतपुर में मरीजों की पहचान हुई। इधर, दिनभर में 2051 लोगों ने अलग-अलग सेंटरों में कोरोना जांच कराई। अच्छी खबर है कि 24 घंटे में 14 लोग कोरोना से जीतकर डिस्चार्ज भी हुए।
सिम्स में ब्लैक फंगस क एक नया मरीज भर्ती हुआ हैं। बिलासपुर के रहने वाले 52 साल के मरीज मिलने के बाद कुल मरीजों की संख्या 37 पर पहंुच गई। वर्तमान में 9 मरीजों का इलाज चल रहा है। 11 को रेफर किया जा चुका हैं। तो 9 लोग ठीक होकर भी गए है। कुछ अपनी मर्जी से सिम्स छोड़कर चले गए। तीन लोगों की मृत्यु हुई है। इनमें जिले के निवासी दोनों मरीजों ने एक्स रायपुर में दम तोड़ा हैं। सिम्स में सिर्फ एक मरीज ने दम तोड़ा है।
वैक्सीन की कमी दूर होते ही टीकाकरण की गति बढ़ी है। बुधवार को सभी वर्ग मिलाकर कुल 9382 ने टीका लगवाया। हालांकि यह लक्ष्य से 65 फीसदी कम टीकाकरण है। स्वास्थ्य विभाग ने 261 सेंटरों पर 27 हजार 150 लोगों को टीका लगाना तय किया था। लेकिन टारगेट के मुकाबले सिर्फ 35 फीसदी लोग ही टीका लगवाने पहुंचे। सबसे अधिक 7 हजार 964 युवा वर्ग को टीका लगाया गया। टीका लगवाने में किसी को भी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा। लोगों को एक सुविधा यह भी मिली कि जिनका पोर्टल मे माध्यम पंजीयन नहीं हो सका था, उनका पंजीयन ऑन द स्पॉट किया गया और टीके लगाए गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 जून। हाईकोर्ट ने अरपा अर्पण महाअभियान समिति की जनहित याचिका पर स्टेटस रिपोर्ट तलब की हैं। मामले की सुनवाई 5 जुलाई को होगी।
अरपा अर्पण महाअभियान समिति ने हाईकोर्ट के समक्ष प्रस्तुत अपनी जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद भी अरपा नदी में की जा रही रेत की अवैध खुदाई नहीं रुक रही है। साथ ही नदी से जलकुंभी भी नहीं निकाली जा रही है। इससे नदी का पानी प्रदूषित हो रहा है। एक्टिंग चीफ जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा व जस्टिस पार्थ प्रतिम साहू की डिवीजन बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए राज्य सरकार व बिलासपुर नगर निगम से स्टेटस रिपोर्ट पेश करने कहा है। मामले की सुनवाई 5 जुलाई को होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 जून। किशोरी का अपहरण व उसके साथ रेप करने के आरोपी को जिला कोर्ट ने 20 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है तथा 500 रुपए का जुर्माना लगाया गया है। आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धाराएं लगाई गई थी।
घटना हिर्री थाना क्षेत्र हुई थी। यहां रोजी-मजदूरी करने वाले एक परिवार की 15 साल की बच्ची का 2019 में अनिल कुमार साहू ने अपहरण कर लिया और उसे अपने कब्जे में रखकर लगातार बलात्कार किया। 3 नवंबर 2019 को किशोरी के माता-पिता सुबह मजदूरी करने चले गए थे। शाम को लौटे तब किशोरी गायब मिली। उन्होंने दो दिन तक उसकी खोजबीन की पर कोई जानकारी नहीं मिली। इस पर उन्होंने हिर्री थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने तलाश शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि अनिल कुमार साहू ने उसका अपहरण किया है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी युवक पर किशोरी ने अपहरण व दुष्कर्म का आरोप लगाया। मामले की सुनवाई करते हुए अपर सत्र न्यायाधीश विवेक कुमार तिवारी ने आरोपी को 20 साल सश्रम कारावास व 500 रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। जुर्माना नहीं देने पर आरोपी को तीन साल अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 जून। जमीन नामांतरण के लिए पैसे मांगने वाले पटवारी को कोटा एसडीएम ने सस्पेंड कर दिया है। बिलासपुर-जबलपुर नेशनल हाइवे में आ रही जमीन के नामांतरण के लिए किसान से उक्त पटवारी ने 50 प्रतिशत हिस्सेदारी मांगी थी, जिसका आडियो वायरल हुआ था।
जानकारी के अनुसार आरोपी पटवारी ने किसानों की जमीन के नामांतरण और फौती की एवज में रुपए मांगे थे। रुपए देने के बाद पटवारी किसानों से उनकी जमीन में भी 50 प्रतिशत हिस्सेदारी मांग रहा था। मामला बेलगहना तहसील के हल्का नंबर 8 का है। दरअसल, बिलासपुर से जबलपुर नेशनल हाइवे का निर्माण हो रहा है। इस प्रस्तावित हाइवे के लिए किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। इसके एवज में किसानों को मोटी रकम मिलेगी। आरोप है कि कोटा विकासखंड के छतौना गांव के पटवारी अनिकेत साव ने इस लालच में किसानों से सौदेबाजी शुरू कर दी। मुआवजे की रकम की लालच इतनी बढ़ गई कि पटवारी ने किसानों से उनकी जमीन में आधी हिस्सेदारी मांग ली।
जानकारी के मुताबिक एक किसान ने पटवारी अनिकेत साव को कॉल किया। उनसे कहा कि जमीन के हस्तांतरण और फौती के लिए दिए 13 हजार रुपए उसे वापस चाहिए। इस पर पटवारी ने कहा कि पूरा मामला उनके हाथ में है। मुआवजा राशि तभी मिलेगी, जब केस बनेगा। जब तक केस नहीं बनाउंगा तो मुआवजा भी नहीं मिलेगा। इसलिए जमीन की आधे-आधे हिस्सेदारी कर लेते हैं। किसान ने मोबाइल पर हुई इस बातचीत को रिकार्ड कर लिया।
आडियो वायरल होने के बाद मामले की शुरूआती जांच के बाद कोटा एसडीएम तुलाराम भारद्वाज ने पटवारी अनिकेत साव को सस्पेंड कर दिया है। अपने आदेश में एसडीएम ने कहा है कि ग्रामीणों और जन प्रतिनिधियों से शिकायत मिली थी। ऑडियो क्लिप भी उनकी ओर से सौंपा गया। इसमें फौती, नामांतरण, भूमि के बंटवारे, क्रय-विक्रय के लिए पार्टनशिप की बात कही जा रही है। निलंबन के दौरान पटवारी को रतनपुर मुख्यालय भेज दिया गया है, जांच की जा रही है।
पटवारी को किया गया है सस्पेंड- एसडीएम
कोटा एसडीएम तुलाराम भारद्वाज ने बताया कि पटवारी के खिलाफ लगातार शिकायत मिल रही थी। ऑडियो क्लिप में भी शिकायतों की पुष्टि होती हैं। पटवारी को सस्पेंड कर दिया गया है। विभागीय जांच भी की जाएगी।