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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 23 मई। कोनी पुलिस ने अरपा नदी के रेत घाट में काम करने वाले मुंशी सत्येंद्र सिंह की हत्या के मामले में वारदात के 24 घंटे के भीतर एक नाबालिग सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
शनिवार की सुबह कोनी स्थित अरपा नदी के कोनी घाट में मूलतः यूपी के रहने वाले सतेन्दर सिंह का सिर कुचला हुआ शव मिला था। अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, एएसपी डीएसपी तथा सरकंडा, कोनी और सकरी की पुलिस टीम सक्रिय हुई। रात्रि में रेत घाट की ओर आने जाने वालों के बारे में जानकारी जुटाने के बाद आरोपियों का सुराग पुलिस को मिल गया। पुलिस टीम ने 20 साल के छोटी कोनी निवासी ओम प्रकाश उर्फ प्रकाश पटेल को लोखंडी में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे छिपे हुए रात लगभग 10 बजे गिरफ्तार किया। उसी रात करीब 2 बजे खेत में छिपे दूसरे आरोपी नाबालिग को भी हिरासत में लिया गया।
पुलिस को उन्होंने बताया कि मुंशी के पास रेत पर्ची के काफी पैसे होते थे। मृतक नाबालिग आरोपी के घर किराना सामान लेने के लिए आता था। इसलिये उसे इसकी जानकारी थी। उसने पैसे लूटने के लिए अपने परिचित ओमप्रकाश उर्फ प्रकाश के साथ योजना बनाई। 21-22 फरवरी की रात 12 बजे वे चाकू लेकर रेत घाट पहुंचे। उनसे पैसे लूट नहीं पाने पर नाबालिग ने चाकू से गले में हमला कर दिया और ओमप्रकाश ने सिर पर पत्थर दे मारा। जमीन पर सत्येंद्र गिर गया। इसके बाद मृतक के पास रखे बड़े टॉर्च और मोबाइल फोन को लेकर दोनों नदी की ओर चले गए। नदी किनारे उन्होंने अपने खून से लथपथ कपड़े, मोबाइल का सिम कार्ड और लोडिंग पर्ची जला दी। टॉर्च को लेकर अपने घर चले गए। पुलिस को आरोपियों ने बताया कि वह गिरफ्तारी से बचने के लिए पुणे भागने के फिराक में थे।
करगीरोड (कोटा ), 23 मई। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर वार्ड 14 में राशन सामग्री, मास्क और सेनेटाइजर वितरण किया गया। कार्यक्रम अटल श्रीवास्तव प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी छ: ग., अरुण चौहान जिला पंचायत अध्यक्ष बिलासपुर , संदीप दुबे ,प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस विधि विभाग , प्रमोद नायक जिला अध्यक्ष शहर कांग्रेस कमेटी वार्ड पार्षद गीता गुप्ता , अभय नारायण राय, महेश दुबे, बाटु सिंह ,संतोष गुप्ता, आक्रोश त्रिवेदी महामंत्री प्रदेश कांग्रेस विधि विभाग, कुलवंत सिंह जी, लल्लू तिवारी , शैलेश गुप्ता ,जब्बार खान जी ,पम्मा महराज ,विशेष गुप्ता, अमन गुप्ता, निलेश मिश्रा , सुरेंद्र कोल , दिलीप सिंह ,हरिवंश महराज, रोशन, प्रकाश, अजय, रवि एवं पार्षद गण, जनप्रतिनिधि, नगर कांग्रेस कमेटी की उपस्थिति में आयोजित किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा ), 23 मई। टूलकिट केस के विरोध में कोटा मंडल के सभी बूथों में भाजपा नेताओं ने गिरफ्तारी देने के लिए कल धरने पर बैठे।
भाजपा नेताओं का कहना है कि टूलकिट के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि खराब करने का काम काग्रेस के द्वारा किया जा रहा है। जब इस मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं ने मोर्चा खोला तो अपने सत्ता के दम पर और सत्ता के अहंकार पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं के खिलाफ छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने मुकदमे दर्ज करा दिए। शनिवार को भारतीय जनता पार्टी कोटा मंडल के कार्यकर्ता अपने राष्ट्रीय नेताओं के ऊपर दर्ज हुए मुकदमे के विरोध एवं भूपेश बघेल की सरकार की तानाशाही के विरोध एवं अपने नेताओं के समर्थन में अपनी गिरफ्तारी देने के लिए धरना प्रदर्शन पर बैठे थे।
धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से मोहित जायसवाल जिला के महामंत्री भाजपा जिला बिलासपुर महाराज सिंह नायक वेंकट अग्रवाल साधना दुबे प्रदीप कौशिक नरेंद्र गोस्वामी लखनलाल साहू दुर्गेश साहू टीका साहू कमलजीत आजमानी राजा गुप्ता मुरारी लाल गुप्ता धनंजय साहू प्रांजल चौकसे आशु गुप्ता सूरज साहू राम कुशल साहू रामकुमार साहू संगीता रोहाणी सविता नामदेव एवं भारतीय जनता पार्टी जिला के पदाधिकारी जिला मोर्चा प्रकोष्ठ के सभी पदाधिकारी एवं सभी मोर्चा के मंडल अध्यक्ष बूथ इकाई के अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी के समस्त कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन में उपस्थित थे।
सीएम ने की ऑक्सीजन प्लांट स्थापना की घोषणा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गौरेला पेंड्रा मरवाही, 22 मई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में नवनिर्मित डेडीकेटेड कोविड अस्पताल और कोविड लैब का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने जिले में नई स्वास्थ्य सुविधा के लिए सभी को बधाई दी। उन्होंने इस मौके पर जिले में ऑक्सीजन प्लांट स्थापना की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अब पूरे छत्तीसगढ़ के साथ-साथ गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में भी कम हो रही है। इसका मतलब यह नहीं है कि हम निश्चिंत हो जाएं। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है, जो हो सकता है कि दूसरी लहर से भी ज्यादा चुनौती खड़ी कर दे लेकिन यदि हम सब सावधान रहेंगे तो इस तीसरी लहर को आने ही नहीं देंगे। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही छत्तीसगढ़ का नया जिला है, यहां अलग ही तरह की चुनौतियां हैं, लेकिन इसके बावजूद हम सबने मिलकर कोरोना का मुकाबला सफलता के साथ किया है। शासन ने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में तेजी से संसाधन जुटाए हैं। हमने ज्यादा से ज्यादा लोगों का टेस्ट करके उनका उपचार सुनिश्चित किया है।
बघेल ने कहा कि जिले में 30 लाख रुपए की लागत से 66 बेड डेडीकेटेड कोविड अस्पताल की स्थापना की गई है। इस नये अस्पताल में वेंटिलेटर सहित सभी जरूरी सुविधाएं होंगी। अस्पताल के लिए एक वैंटिलेटर, 4 बाईपेप मशीन, सेंट्रल ऑक्सीजन पाइप लाइन स्थापित की गई है। डेडीकेटेड अस्पताल में 150 आक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था की गई है। अस्पताल में 44 सामान्य आक्सीजन बेड, 6 एचडीयू बेड तथा 6 आईसीयू बेड होंगे। इन्हें मिलाकर कुल 66 बिस्तरों वाला यह अस्पताल होगा। 6 बेड प्रेगनेंट, पोस्ट एवं प्री प्रेगनेंट कोविड मरीज महिलाओं के उपचार के लिए आरक्षित किए गए हैं। इस अस्पताल का संचालन चौबीसों घंटे होगा। 7 डॉक्टरों तथा 6 नर्सों की टीम यहां तैनात की गई है। मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों से मास्क लगाने, हाथों को सेनेटाईज करने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा अपनी पारी आने पर कोरोना का टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि इस अस्पताल के शुरु हो जाने से अब गंभीर कोविड मरीजों का उपचार यहीं पर हो सकेगा। गंभीर मरीजों को दूसरे जिले में रिफर नहीं करना पड़ेगा। प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल सांसद ज्योत्सना महंत ने कोरोना काल की विषम परिस्थिति में कोराना संक्रमण से प्रभावित लोगों के इलाज के लिए कोविड अस्पताल शुरू करने पर मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। मरवाही विधायक डॉ. के.के. ध्रुव ने भी नए जिले में स्वास्थ्य सुविधा के लिए मुख्यमंत्री और जिलेवासियों को बधाई दी। इसके साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद विधायक के.के. ध्रुव, जिला कलेक्टर नम्रता गांधी एवं पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार ने नवनिर्मित डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के आई सी यू कक्ष, प्रसूति कक्ष, कोविड पुरुष कक्ष, महिला कक्ष, चिल्ड्रन कक्ष, एच डी यू कक्ष, स्टोर रूम, साधु हाल परिसर सहित पैथोलैब इत्यादि का निरीक्षण किया।
लोकार्पण अवसर पर मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, वन विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी व अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक अरुण कुमार पाण्डेय भी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 22 मई। मुंगेली के विधायक व पूर्व मंत्री पुन्नूलाल मोहले ने आरक्षक पुष्पराज सिंह की संदेहास्पद परिस्थितियों में हुई मौत की सीबीआई जांच की मांग की है और इस आशय का एक पत्र राज्यपाल को भेजा है।
मोहले ने पत्र में कहा है कि मेरे विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मदनपुर निवासी पुष्पराज सिंह परिहार जांजगीर जिले के सक्ती थाने में आरक्षक थे। पुष्पराज के परिजनों को लगता है कि अपने उच्चाधिकारियों के बारे में मुखर रूप से अपनी बात रखने के कारण विभाग के लोग उससे नाराज रहते थे। पुष्पराज सिंह ने कोरोना पीडि़तों की सहायता हेतु मुख्यमंत्री सहायता कोष ने अपने एक वर्ष का वेतन भी दान किया था। ऐसा संवेदनशील युवक जो दूसरों की जिंदगी बचाने के लिए अपना वेतन दान करता हो स्वयं अपने आप को मौत के सामने नहीं लगा सकता। अत: परिजनों के मांग के अनुरूप इस मामले की सीबीआई जांच कराने की कृपा करें।
50 दिनों में पहली बार बिलासपुर शहर में नये संक्रमित 100 से कम मिले, जिले में कुल 162 मिले
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर 22 मई। जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ है, पर ब्लैक फंगस के पांच नये मरीजों को सिम्स में उपचार के लिये लाया गया है।
काफी दिनों के बाद बिलासपुर शहर में संक्रमित मरीजों की संख्या 100 से कम रही। जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 165 नए मरीज मिले इनमें शहर के 93 मरीज हैं। इस दौरान 17 की मौत भी हो गई जिनमें बिलासपुर जिले के 12 मरीज थे।
इस तरह से न केवल नए संक्रमित मरीजों का आंकड़ा नीचे आया है बल्कि मौतों की संख्या भी घटी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में रिकवरी का प्रतिशत 95.47 पहुंच गया है जबकि संक्रमण की दर 7 प्रतिशत रह गई है। अभी तक जिले में 63 हजार 127 कुल संक्रमित मिले हैं इनमें से 60 हजार 276 स्वस्थ हो चुके हैं। खास बात है कि इनमें से 54 हजार 521 लोगों ने होम आइसोलेशन में कोरोना को मात दी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार जिले में अभी सिर्फ 1603 एक्टिव केस हैं। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों के 872 तथा शहरी क्षेत्र के 731 केस शामिल हैं।
विभाग के पोर्टल के मुताबिक इस समय जिले के 2183 कोविड बिस्तरों में से 60 प्रतिशत खाली हैं। कुछ दिन तक वेंटिलेटर बेड की मारामारी चल रही थी लेकिन महादेव हॉस्पिटल, बालाजी हॉस्पिटल और श्री शिशु भवन में अब वेंटिलेटर बेड भी खाली मिल रहे हैं। शहर में स्थित ऑक्सीजन प्लांट में भी अब सिलेंडर रिफिलिंग के लिए कतार खत्म हो चुकी है।
दूसरी तरफ एक बार फिर जिले में कोविड वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो रहा है 18 प्लस वैक्सीनेशन के लिए लोग सीजी टीका ऐप में रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं लेकिन टीकों की कमी के कारण उन्हें अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ मनोज सैमुअल का कहना है कि उपलब्ध टीका शनिवार शाम तक खत्म हो जाएगा। राजधानी में नई खेप आने के बाद इसकी आपूर्ति होने की संभावना है। 18 से 44 साल उम्र के 3838 लोगो को शुक्रवार को टीका लगाया गया जिनमें सबसे ज्यादा एपीएल श्रेणी के 2739 लोग थे।
जिले में ब्लैक फंगस के नए केस लगातार आ रहे हैं। सिम्स मेडिकल कॉलेज के चिकित्सालय में बिलासपुर के अलावा जांजगीर, पेंड्रा, अकलतरा और चिरमिरी के मरीज भी पहुंच रहे हैं। कल 5 नए मरीज मिले जिनमें से दो जांजगीर और तीन बिलासपुर से हैं। इस तरह से सिम्स में भर्ती मरीजों की संख्या 10 हो गई है। 3 मरीज एम्स रायपुर उपचार के लिए भेजे गए हैं। अपोलो में दो संदिग्ध केस है इनकी रिपोर्ट अभी नहीं मिली है।
बिल्हा कोविड केयर सेंटर के डॉक्टरों एवं नर्सों के समर्पण व सेवाभाव को सराहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 मई। बिल्हा कोविड केयर सेंटर में चकरभाठा निवासी 100 वर्षीय आनंद राम गंभीर स्थिति में लाए गए थे। उनका आक्सीजन लेवल 89 तक गिर चुका था। शारीरिक रूप से वे बहुत कमजोर हो गए थे। पांच दिन के बाद ही उनका स्वास्थ्य सुधरने लगा और ऑक्सीजन लेवल 96 तक पहुंच गया।
आनंद कहते है कि सेंटर में सभी लोग उनका पूरा ध्यान रखते थे। खाना भी नर्सों ने ही खिलाया। इस उम्र में कोरोना से बच पाना संभव नहीं था पर सभी की सेवा के कारण ही ठीक हो पाये। आनंद राम स्टाफ के सभी लोगों को आर्शीवाद देते नहीं थक रहे हैं। कोविड केयर सेंटर के डॉक्टर व नर्सों ने कहा कि स्वस्थ होना मरीजों के हौसले पर भी निर्भर करता है। संकल्प शक्ति दृढ़ रखने और उचित इलाज से रिकवरी आसान हो जाती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 मई। मुंगेली जिले में महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने तीन कम उम्र बालिकाओं की शादी परिजनों को समझा-बुझाकर रुकवा दी। इनमें से दो घटनायें लोरमी तथा एक जरहागांव की है।
जरहागांव थाने के अंतर्गत एक ग्राम में 18 वर्ष से कम उम्र की एक लडक़ी की शादी की सूचना मिलने पर विभाग की टीम वहां पहुंची। बालिका की शादी की वहां तैयारी चल रही थी और अगले दिन बारात आने वाली थी। टीम ने परिजनों को समझाया और उनसे बाल विवाह नहीं करने का शपथ-पत्र लिया गया। लोरमी थाने के एक ग्राम में भी नाबालिग लडक़ी के लिये बारात आने वाली थी। टीम ने गांव पहुंचकर परिजनों को समझाकर वहां भी परिजनों से शपथ-पत्र लिया। लोरमी थाने के अंतर्गत एक अन्य ग्राम में भी नाबालिग की शादी रोकी गई।
इन स्थानों पर टीम ने बालिकाओं के उम्र के सत्यापन के लिये शैक्षणिक प्रमाणपत्र और अन्य दस्तावेजों की जांच की। परिजनों को बताया गया कि यह बाल विवाह सामाजिक बुराई है। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 की जानकारी भी दी गई, जिसके अंतर्गत 18 साल से कम उम्र की बालिका व 21 वर्ष से कम आयु के बालक का विवाह कानूनन जुर्म है। इसके उल्लंघन पर दो साल के कठोर कारावास का प्रावधान है। न केवल बालिका व बालक के माता-पिता बल्कि सगे सम्बन्धियों और बारातियों पर भी बाल विवाह में शामिल होने पर एफआईआर दर्ज हो सकती है। बाल विवाह के कारण बच्चों में कुपोषण, शिशु-मृत्यु दर एवं मातृ-मृत्यु दर के साथ घरेलू हिंसा में भी वृद्धि होती है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेन्द्र कश्यप, जिला बाल संरक्षण अधिकारी अंजूबाला शुक्ला ने जिले के लोगों से बाल विवाह नहीं कराने की अपील की है। बाल विवाह रोकथाम अभियान में संरक्षण अधिकारी छविलाल साहू, सामाजिक कार्यकर्ता अजय कंवर, आउटरीच वर्कर शनिराम पोर्ते, कमल यादव, रंजीता सिंह, चाइल्ड लाइन टीम सदस्य लक्ष्मीनारायण सोनवानी, पुलिस आरक्षक, सरपंच, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किश्त मुख्यमंत्री ने जारी की
270 करोड़ 68 लाख 54 हजार इनपुट सब्सिडी की राशि मिलेगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 मई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि की अवसर पर अपने रायपुर निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत जिले के एक लाख एक हजार 986 किसानों को खरीफ सीजन 2020-21 की पहली किश्त के रूप में 73 करोड़ 49 लाख 11 हजार रूपए की कृषि आदान सहायता राशि (इनपुट सब्सिडी) का उनके खाते में अंतरण किया। जिले के किसानों को कुल 270 करोड़ 68 लाख 54 हजार रुपए का लाभ मिलेगा। आज 27.15 प्रतिशत राशि का भुगतान किया गया।
छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश में फसल उत्पादन को प्रोत्साहित करने और किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलाने के लिए दूरगामी निर्णय लेते हुए राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरूवात पिछले वर्ष की थी। कार्यक्रम में बघेल ने इसके साथ ही गोधन न्याय योजना के तहत जिले के पशु पालकों से गोबर खरीदी के एवज में 99 हजार 340 रूपए राशि गौठान समितियों के खाते में ऑनलाईन अंतरित की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में सांसद सोनिया गांधी के संदेश का वाचन किया। इस अवसर पर आतंकवाद और हिंसा का डटकर विरोध करने की शपथ भी ली गई। राजसभा सांसद पी.एल. पुनिया भी वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े। मंत्रिमण्डल के सभी मंत्री सहित वरिष्ठ अधिकारी इस मौके पर मौजूद थे।
बिलासपुर में राशि अंतरण कार्यक्रम में मंथन सभाकक्ष से संसदीय सचिव एवं तखतपुर विधायक रश्मि आशिष सिंह, महापौर रामशरण यादव, बिलासपुर विधायक शैलेश पाण्डेय, कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हैरीश एस सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा ), 20 मई। भगवान परशुराम जयंती (अक्षय तृतीया )के अवसर पर ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें भगवान परशुराम एवं स्पोकन इंग्लिश से संबंधित 80 प्रश्नों को शामिल किया गया था। साथ ही कोरोना जागरूकता पर स्वरचित काव्य रचना के प्रथम संस्करण का ऑनलाइन विमोचन किया गया ज्ञात हो पढ़ाई तुंहर द्वार कोर कमेटी के द्वारा कोरोना महामारी पर जागरूकता लाने के लिए विद्यार्थियों एवं शिक्षकों से हिंदी ,संस्कृत ,छत्तीसगढ़ी एवम अंग्रेजी भाषा में कोरोना बीमारी से बचाव एवं सुरक्षा पर सकारात्मक काव्य भेजने का आह्वान किया था।
इसी तारतम्य में 28 विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के द्वारा काव्य रचना प्रेषित की गई जिसका विमोचन अक्षय तृतीया के उपलक्ष्य में समारोह में उपस्थित अतिथियों के कर कमलों से किया गया ।कार्यक्रम के अतिथि के रूप में डॉ मुकेश कुमार ओझा महासचिव संस्कृत संजीवन समाज पटना एवं संस्कृत विभागाध्यक्ष फिरोज गांधी महाविद्यालय करबिगहिया पटना (बिहार), सतीश कुमार पांडे जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा, आचार्य सुखेंद्र द्विवेदी व्याख्याता संस्कृत शासकीय हाई स्कूल सोरिदा ,महासमुंद एवं बृजराज किशोर त्रिपाठी अध्यक्ष सर्व ब्राह्मण समाज शामिल हुए।
उक्त प्रतियोगिता के स्पांसर सर्व ब्राह्मण समाज लोरमी ने बच्चों के उत्साह वर्धन के लिए प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय, स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को क्रमश: 1000 रुपये, 600 रुपये एवं 400 रुपये का पुरस्कार दिया।
मुकेश कुमार ओझा ने कहा कि अक्षय तृतीया स्वयंसिद्ध मुहूर्त है अक्षय तृतीया के समान कोई तिथि नहीं है। उन्होंने प्रतियोगिता के आयोजन के लिए आयोजकों को सराहना की। सतीश कुमार पांडे जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा ने कहा कि विकास के तीन आयाम है पहला संस्कारिक विकास दूसरा बच्चों में अंतर्निहित विकास तीसरा ज्ञानात्मक विकास। साथ ही उन्होंने अपने जिला में चल रहे कोरोना जागरूकता अभियान के बारे में विस्तार से चर्चा की।
आचार्य सुखेंद्र द्विवेदी ने कहा कि हमें राम के पद चिन्हों पर चलना चाहिए भगवान परशुराम राम का ही एक रूप है साथ ही उन्होंने कहा कि विद्या ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए। विद्या का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार हो।
पंडित सत्यनारायण तिवारी एवं अध्यक्ष सर्व ब्राह्मण समाज बृज किशोर त्रिपाठी ने आयोजक टीम को शानदार कार्यक्रम के लिए बधाई दी। प्रतियोगिता में प्रथम 10 स्थान पर आने पर आने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों के नाम इस प्रकार है- नवीन किशोर साव (प्रथम स्थान), परमानंद साहू (द्वितीय स्थान), योगेश कुमार साहू (तृतीय स्थान), श्वेता यादव, हर्षिता यादव, प्रज्ञा, ओम शर्मा, गीता से, अंजली राजपूत , श्रुति शर्मा।
कार्यक्रम के संरक्षक- बीइओ डी एस राजपुत लोरमी एवं संयोजक- प्रकाश तिवारी ए बी ई ओ लोरमी शामिल हुए।कार्यक्रम का संचालन अन्नपूर्णा सिंह परिहार एवं कोर कमिटी सदस्य दया साहू के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम का आयोजन पढ़ाई तुंहर द्वार कोर कमेटी मिल्लू राम यादव, युगल राजपूत, दया साहू, सुनील शर्मा एवं अभिजीत तिवारी के द्वारा किया गया
बिलासपुर कलेक्टर भी प्रधानमंत्री से जुड़े वीडियो कांफ्रेंस में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 मई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड प्रबंधन के लिए विभिन्न जिलों में बनाई गई रणनीति की जानकारी लेने के लिए देश के 10 राज्यों के 60 जिलों के कलेक्टरों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से रूबरू हुए। बिलासपुर कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर भी इस बैठक में शामिल हुए।
प्रधानमंत्री ने जिलों में कोविड प्रबंधन की सराहना की, जिसके फलस्वरूप महामारी के संक्रमण के दूसरे लहर पर नियंत्रण पाया गया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की टीम, डॉक्टर्स, फ्रन्टलाईन वर्कर, जो 24 घण्टे कार्य कर रहे हैं, उनके सब के संयुक्त प्रयास से कोविड के दूसरे लहर में नियंत्रण पाया गया। उसके लिए राज्य सरकार को प्रधानमंत्री द्वारा बधाई दी गई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोविड के बेहतर प्रबंधन के लिए विभिन्न जिलों में जो प्रयास किया गया है, नवाचार किये गये है, इन सबका दस्तावेजीकरण करके कॉमन प्लेटफार्म में भी शेयर किया जाये, ताकि बाकी जिलों के काम आ सके।
उल्लेखनीय है कि बिलासपुर जिले में भी जिला प्रशासन द्वारा कोविड प्रबंधन के लिए बनाई गई रणनीति के परिणाम स्वरूप जिले में पॉजिटिविटी रेट 47 प्रतिशत से घटकर 15 प्रतिशत हो गई है। जिले में 4 लाख से अधिक लोगों को कोविड टीका का प्रथम डोज और लगभग 70 हजार लोगों को दूसरा डोज लगाया जा चुका है। जिले में कोरोना संक्रमण से प्रभावित 58 हजार से अधिक लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
कोरोना के संभावित तीसरे लहर के मद्देनजर जिले में नियंत्रण का उपाय प्रारंभ कर दिया गया है। हाईफ्लो ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है। बच्चों को भी यह लहर प्रभावित कर सकती है, इसको ध्यान में रखते हुए शासकीय एवं निजी अस्पतालों में शिशु वार्ड में वृद्धि की जा रही है। बिलासपुर जिले के हर जनपद मुख्यालय में कोविड केयर सेंटर की स्थापना की गई है। यह सब स्थायी स्ट्राक्चर हैं। कोविड से लड़ाई लगातार जारी रहेगी। कोरोना का यदि तीसरा लहर आता है तो जितने भी इंफ्रास्ट्राक्चर बढ़ाए गए हैं, उनका इस्तेमाल किया जायेगा। कोविड से सुरक्षा के लिए 45 वर्ष से अधिक और 18 से 44 वर्ष के लोग वेक्सीनेशन कराएं, इसके लिए लगातार प्रयास जारी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 मई। जिले में लगातार कोरोना पॉजिटिव नए मरीजों की संख्या तो घट रही है लेकिन मौत कम नहीं हो रही है। बुधवार को भी 204 नए संक्रमित मिले लेकिन इसी दौरान 24 लोगों की मौत हो गई। इनमें 14 बिलासपुर जिले के हैं जबकि 10 दूसरे जिलों से आकर यहां पर इलाज करा रहे थे।
इधर ब्लैक फंगस के पीड़ित मरीजों का उपचार सिम्स चिकित्सालय में शुरू किया गया है। दो दिन पहले यहां कोरबा, अकलतरा, जांजगीर चांपा और गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के एक-एक मरीज भर्ती कराये गये थे जिनमें से दो मरीजों की स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें एम्स रायपुर में भर्ती के लिए भेजा गया है। इसके अलावा बिलासपुर व चिरमिरी के एक-एक मरीज को कल भर्ती कराया गया है। इस समय सिम्स में चार मरीजों का उपचार हो रहा है।
18 साल से 44 साल के बच्चों का लोगों का टीकाकरण कराने का अभियान अभी भी व्यवस्थित नहीं हो पाया है। सीजी पोर्टल से रजिस्ट्रेशन कराने के बाद पहुंचे लोगों को टीकाकरण केन्द्रों में घंटों इंतजार करना पड़ रहा है क्योंकि सूची अपडेट होकर यहां पहुंच रही है। इसके चलते टीकाकरण केन्द्रों में भीड़ जमा हो रही है और सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हो रहा है। शहर के तीन टीकाकरण केन्द्रों में डोज देने का टारगेट भी 200 से घटाकर बाद में 150 फिर 100 कर दिया गया है। जिले में 18 प्लस 2338 युवाओं का कल वैक्सीनेशन हुए जिनमें 1509 एपीएल श्रेणी के थे। इनमें से अनेक वे लोग थे जिनको पिछले दो दिनों में रजिस्ट्रेशन होने के बावजूद टीका नहीं लग सका था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 18 मई। लॉकडाउन के दौरान नियमों का उल्लंघन करने पर पांच दुकानदारों के पर 10-10 हजार का जुर्माना लगाया गया है। तहसीलदार भरत कौशिक, नोडल अधिकारी अनिश मसीह और मरवाही थाना प्रभारी प्रवीण द्विवेदी की टीम ने पेट्रोलिंग के दौरान पाया कि ग्राम सिवनी में गाइडलाइन के नियमों का उल्लंघन करते हुए 5 दुकानें खुली हैं।
ये दुकानें मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक, ऑटो पार्ट्स, इलेक्ट्रिकल्स और कपड़े की दुकान हैं। लॉकडाउन के दौरान इन दुकानों को बंद रखने का निर्देश है। पुलिस ने दुकानों के मालिक दुर्गेश गुप्ता, नरेंद्र गुप्ता, विनोद गुप्ता, संजू शर्मा और नितेश गुप्ता के विरुद्ध कुल 50 हजार का चालान काटा। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में लॉकडाउन के दौरान अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर,18 मई। यूनिसेफ छत्तीसगढ़ एवं मीडिया कलेक्टिव फ़ॉर चाइल्ड राइट्स के संयुक्त तत्वावधान में बिलासपुर जिला प्रशासन के सहयोग से 18 मई से ‘रोको अउ टोको ' अभियान शुरु किया गया है। कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने आज इस प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर अतिरिक्त जिलाधीश नुपूर राशि पन्ना भी उपस्थित थीं।
मीडिया कलेक्टिव फॉर चाइल्ड राइट्स के जिला समन्वयक अभिषेक चौबे ने बताया कि तीन महीने के लंबे अभियान के दौरान शहर के वार्डों में 100 से अधिक युवा स्वयंसेवक, कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये लोगों को जागरूक करेंगे। वे शहरों में झुग्गियों, अपार्टमेंट, बाजार, होटल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और चौराहों पर जाकर लोगों को कोविड व्यवहारों के बारे में शिक्षित करेंगे तथा उनका पालन करना सुनिश्चित करेंगे। युवा स्वयंसेवक सभी लोगों से कोरोना टीकाकरण करने का आग्रह करेंगे। कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर लोगों को चिकित्सा सहायता लेने का सुझाव देंगे। अभियान के दौरान स्वयंसेवक जिला प्रशासन द्वारा जारी लॉकडाउन और रोकथाम दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करेंगे। स्वयं सेवक लॉकडाउन के दिशा निर्देशों का पालन करने के लिए नागरिकों से भी अपील करेंगे।
प्रभारी मंत्री साहू ने जिले में कोविड संक्रमण बचाव एवं उपचार की समीक्षा की
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर,18 मई। लोक निर्माण, गृह एवं जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज अपने रायपुर निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेस द्वारा जिले में कोरोना 19 संक्रमण, बचाव और उपचार की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए जिले में इससे निपटने के लिए पहले से बेहतर रणनीति बनाकर रखें। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की व्यवस्था एवं मितानिनों को ऑक्सीमीटर देने का सुझाव दिया।
साहू ने कहा कि ब्लैक फंगस (म्यूकर मायकोसिस) के मरीजों की मानिटरिंग करते हुए इनके उपचार की समुचित व्यवस्था की जाए। इस बीमारी के विषय में व्यापक प्रचार-प्रसार करने कहा। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में इसकी एडवायजरी जारी करने कि निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में मितानिनों के माध्यम से लोगों को बीमारी के विषय में जागरूक करने कहा। कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने बताया कि जिले में ब्लैक फंगस के मरीजों का उपचार सिम्स में किया जा रहा है। मरीजों के उपचार के लिए सिम्स में डॉक्टरों की एक समिति गठित की गई है।
मंत्री साहू ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की व्यवस्था करने कहा। उन्होंने मितानिनों को मितानिन किट में ऑक्सीमीटर देने का भी सुझाव दिया। विकासखण्ड स्तर पर एम्बुलेंस की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कोविड इलाज कर रहे निजी अस्पतालों की समय-समय पर बैठक लेकर इन पर नियंत्रण रखने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सक एवं दक्ष स्टाफ की संख्या बढ़ाने के लिये भी कहा। साहू ने पात्रता अनुसार लोगों के टीकाकरण में तेजी लाने कहा। जरूरतमंद व्यक्तियों का आयुष्मान एवं डॉ. खूबचंद बघेल योजना के तहत इलाज कराने के निर्देश दिए।
बैठक में डॉ. मित्तर ने बताया कि जिला अस्पताल एवं सिम्स में ऑक्सीजन बेड बढ़ाने के साथ-साथ चित्रकूट, प्रयास आवासीय विद्यालय, आयुर्वेदिक कॉलेज, बिल्हा, तखतपुर, कोटा रतनपुर एवं मस्तूरी में कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं। इससे स्थानीय स्तर पर लोगों को कोविड उपचार की सुविधा मिल रही है। कोविड केयर सेंटर में मरीजों की देखभाल में कमी न हो इसलिए डीएमएफ एवं एसडीआरएफ मद से मानव संसाधन की व्यवस्था की गई है। जिले में 40 शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों के माध्यम से कोविड मरीजों का उपचार किया जा रहा है। मंत्री साहू ने बेहतर रणनीति एवं उपचार के द्वारा कोविड संक्रमण पर काबू पाने के लिए जिला प्रशासन की पूरी टीम को बधाई दी।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हैरीश एस, एडीएम नुपूर राशि पन्ना, एसडीएम देवेन्द्र पटेल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद महाजन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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बिलासपुर 18 मई। जांजगीर जिले के आरक्षक पुष्पराज सिंह की मौत की सीबीआई जांच कराने की मांग तूल पकड़ रही है। इसके लिए सोशल मीडिया पर पर चलाये जा रहे अभियान में पुलिस जवान भी उतर गए हैं। परिवार के लोगों ने कहा कि मजिस्ट्रेरियल जांच पर उन्हें भरोसा नहीं है वे कम से कम सीबीआई जांच चाहते हैं।
ज्ञात हो कि बीते गुरुवार की रात जांजगीर में पदस्थ आरक्षक पुष्पेंद्र सिंह की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। पुलिस जांच के अनुसार देर रात तेज गति से स्कूटी में चल रहे आरक्षक की स्कूटी आंधी पानी के बीच सड़क पर गिर गई। सड़क पर एक तार टूटकर गिरा हुआ था, जिसमें उसकी गर्दन फंस गई, जिसके चलते उसकी मौत हो गई।
संयोग से एक दिन पहले ही आरक्षक ने सक्ती के थाना प्रभारी के खिलाफ फेसबुक पर पोस्ट डाली थी कि वह एक लाख रुपये की घूस लेकर जुआ का फड़ चलाने वालों का संरक्षण दे रहा है। पहले के पोस्ट में आरक्षक ने अपनी बर्खास्ती और सस्पेंड करने की धमकी मिलने की बात कही है। बीते साल एक पोस्ट उसने यह भी डाली थी कि यदि कभी भी उसकी जान जाती है तो इसके लिये एसपी जिम्मेदार होंगीं।
मृतक के भाई जगदीश सिंह ने एक वीडियो जारी करके कहा है कि घटना के दिन शाम के समय पुष्पेंद्र ने उसे फोन करके अपनी जान का खतरा बताया था। उसने कहा था कि सक्ती थानेदार के खिलाफ उसके पास वीडियो में स्टिंग ऑपरेशन के सबूत हैं। रात में समिति वाले जुआ के अड्डे पर छापा भी मारने वाले हैं। उक्त परिस्थितियों को देखकर यह दुर्घटना प्रतीत नहीं होती बल्कि गहरी साजिश रचकर उसकी हत्या की गई है। पुष्पेन्द्र ने बीते दो तीन के भीतर पुलिस विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार और गड़बडिय़ों को लेकर कई पोस्ट की थी। इसके चलते उसे अपने सेवाकाल में 6 बार निलम्बित फिर बहाल भी किया गया है। यह भी जानकारी मिली है कि मई के पहले हफ्ते में एडिशनल एसपी ने पुष्पेन्द्र के खिलाफ जांच शुरू की है। जिसमे एक शिकायत यह भी है कि उसने मुलमुला थानेदार को थप्पड़ मारने वाले सिपाही की तारीफ की थी। दूसरी जांच उसके बिना विधिवत अवकाश लिये ड्यूटी में नहीं पहुंचने की शुरू की गई।
कुछ समय पहले पुष्पेंद्र सिंह ने फेसबुक में पोस्ट डाली थी जिसमें कहा था कि अगर मेरी जान जाती है तो इसके लिए जांजगीर की एसपी जिम्मेदार होंगी। परिजनों का कहना है कि लगातार पुलिस विभाग में व्याप्त गड़बडिय़ों को लेकर आवाज उठाने के कारण यह हादसा हुआ है और इसकी जांच एसडीएम से कराया जाना उन्हें मंजूर नहीं है। सीबीआई जांच से कम में वे नहीं मानेंगे। ज्ञात हो कि पुष्पेंद्र सिंह ने अपने एक साल का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में पिछले दिनों दान किया था जिसकी तारीफ मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने की थी। पुष्पेंद्र सिंह के समर्थन में उनके साथी के जवान सामने आए हैं और उन्होंने अपने हाथों में पोस्टर लेकर तस्वीरें फेसबुक पर पोस्ट की है जिसमें मांग की गई है कि आरक्षक पुष्पराज सिंह के आकस्मिक मृत्यु की सीबीआई जांच की जाए, ईमानदार आरक्षक पुष्पेंद्र सिंह को न्याय मिले। पुष्पेंद्र सिंह के परिजनों ने भी इसी तरह का अभियान चलाया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 18 मई। बीते 24 घंटे के भीतर जिले में 224 नए संक्रमित मिले लेकिन मौतों का आंकड़ा बढ़ गया। इस दौरान 35 लोगों की मौत हो गई।
महामारी को लेकर बीते एक माह से अधिक समय से जारी लॉक डाउन का सकारात्मक परिणाम जिले में देखा जा रहा है। दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन मौतों का आंकड़ा कम नहीं होने को लेकर चिंतित है। डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादातर मौतें वेंटिलेटर सपोर्ट नहीं मिल पाने के कारण हो रही है। ऑक्सीजन बेड और सामान्य बेड जिले में पर्याप्त संख्या में हैं। सरकारी गोविंद केयर सेंटर और निजी अस्पतालों में यह बिस्तर खाली भी चल रहे हैं। बीते एक हफ्ते से मौतों का आंकड़ा 30 के नीचे चल रहा था, लेकिन सोमवार को फिर 35 मरीज मिले। मई महीने में इन्हें मिलाकर कोविड संक्रमण से 586 मरीजों की मौत हो चुकी है।
जिले में वैक्सीन लगाने की सरकारी इंतजाम पर्याप्त नहीं होने के कारण विशेषकर एपीएल श्रेणी के लोगों में नाराजगी दिखाई दे रही है। सीजी टीका ऐप में कल 600 लोगों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हुआ था, लेकिन शहर के तीन केंद्रों में केवल 120 युवाओं को वैक्सीन लगाने का मौका मिल सका।हालांकि बीपीएल और अंत्योदय श्रेणी के लोगों को केंद्रों में पहुंचे सभी लोगों को टीके लगे। 45 प्लस वर्ग के 497 और 18 से 44 साल आयु वर्ग के 6022 लोगों को टीका लगाया गया। इस समय कोविशील्ड टीका तीन-चार दिनों के लिए उपलब्ध है इसके बाद नहीं खेप आने का अनुमान है।
जिले में ब्लैक फंगस की दस्तक ने जहां कोरोना से ठीक हुए मरीजों की चिंता बढ़ा दी है वहीं स्वास्थ्य विभाग को भी इसे लेकर अलर्ट हुआ है। कल शाम तक तीन मरीज सिम्स हॉस्पिटल में दाखिल कराए गए थे। रात में दो मरीज फिर भर्ती कराए गए। प्रशासन के निर्देश पर सिम्स प्रबंधन ने ब्लैक फंगस के उपचार के लिए डॉक्टरों की एक टीम मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ पंकज टेंभुर्णीकर के नेतृत्व में बनाई हैं।
जिले में लॉकडाउन के दौरान व्यापारियों की मांग और लोगों की सुविधाओं को देखते हुए कुछ छूट बढ़ा दी गई है अब गोल बाजार शनिचरी बाजार सदर बाजार बुधवारी बाजार की किराना दुकानों में भी होम डिलीवरी की छूट शाम 4 बजे तक दी गई है और यही सुविधा शॉपिंग मॉल में स्थित किराना दुकानों को दी गई है।
जिले के मस्तूरी विकासखंड में जन सहयोग से कोविड केयर सेंटर प्रारंभ किया गया है। इसमें 15 ऑक्सीजन तथा 19 सामान्य बेड हैं। इसके साथ ही बिलासपुर प्रदेश का एक ऐसा जिला हो गया है जिसके सभी तहसीलों में कोविड केयर सेंटर चालू हो गए हैं।
बिलासपुर, जांजगीर-चांपा और जीपीएम जिले से एक-एक मरीज कोरोना से स्वस्थ होने के बाद पीड़ित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 17 मई। सिम्स चिकित्सालय में ब्लैक फंगस, म्यूकर माइकोसिस के एक साथ तीन मामले सामने आने से हड़कम्प मच गया है। इनमें 35 और 40 दो महिलायें हैं, जो रतनपुर व जीपीएम जिले से हैं तथा एक जांजगीर जिले का पुरुष है। तीनों का इलाज आईसीयू में भर्ती कर शुरू किया गया है।
इसके पहले तखतपुर के भी एक युवक को बीते अप्रैल माह से ब्लैक फंगस की शिकायत आई थी। परिजन उसे सीधे रायपुर ले लगे थे। वहां से लौटने के बाद दुबार उसे फिर रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां भी उसका आईसीयू में उसका इलाज चल रहा है। उल्लेखनीय है कि ब्लैक फंगस की छत्तीसगढ़ में इस समय दर्जनों मरीज सामने आ चुके हैं। इसके इलाज के लिये प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में व्यवस्था करने का निर्देश राज्य सरकार की ओर से दिया गया गया है। कोरोना संक्रमित कुछ मरीजों में यह रोग उनके ठीक होने के बाद दिखाई दे रहा है। इस बीमारी से सिर, दांत व नाक में तेज दर्ज होता है तथा आंखों पर बुरा असर पड़ता है। कुछ मरीजों की एक आंख को ऑपरेशन कर निकाला भी गया है।
इस बीमारी में पोसाकोनाजोल और एंप्रो टेरिसिन बी की जरूरत पड़ती है जिसकी अभी सप्लाई नहीं है। इसके 50 से अधिक डोज मरीजों को लगाने की स्थिति बन सकती है। एक इंजेक्शन की कीमत 3500 रुपये से 5000 रुपये के बीच आती है। यहां के निजी मेडिकल स्टोर्स में भी यह उपलब्ध नहीं है क्योंकि पहले इसकी मांग नहीं रही है। औषधि निरीक्षक डॉ रवि गेंदले ने बताया कि दवा आने पर इसकी सप्लाई सिर्फ अस्पतालों में होगी यह मेडिकल स्टोर में सीधे खरीदी के लिए उपलब्ध नहीं होगा। सिम्स चिकित्सालय में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिये अलग वार्ड बनाया जा रहा है जिसे तीन दिन में तैयार कर लेने की बात कही गई है। सिम्स चिकित्सालय में एक अलग वार्ड तैयार किया जा रहा है जिसमें ब्लैक फंगस के मरीजों ही ही का ही उपचार होगा। इसके दो तीन में तैयार हो जाने की बात कही जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 16 मई। गौरेला पुलिस ने एक निर्माणाधीन कोल्ड स्टोरेज के मैनेजर और चौकीदार के खिलाफ एक बेकसूर युवक की पिटाई कर बंधक बनाने के आरोप में अपराध दर्ज किया है।
अंजनी इंडस्ट्रियल एरिया में गोपाल अग्रवाल के निर्माणाधीन कोल्ड स्टोरेज के पास सांवतपुर का मोना उर्फ राजेश ठाकुर 15 मई को घूम रहा था। उसे संदेहास्पद स्थिति में देखकर गोदाम के चौकीदार अविनाश बघेल और मैनेजर तीरथ प्रसाद सोनवानी ने पकड़ लिया। दोनों ने इस पर चोरी का आरोप लगाया और मुक्के और डंडे से उसके साथ मारपीट की। राजेश ठाकुर को कई जगह चोट पहुंची। आरोपियों ने उसे बांधकर झोपड़ीनुमा एक मकान में बैठा कर रख दिया। सूचना मिली तो वहां पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी पहुंची। युवक को तुरंत छुड़ाया गया। वह घायल हो चुका था। उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।
जांच पर पुलिस ने पाया कि युवक राजेश ठाकुर घर पर अकेले था। उसकी मां अस्पताल गई हुई थी और रात में घूमते-फिरते वह निर्माणाधीन अनाज भंडार गोदाम की तरफ चला गया था। पीड़ित की मां सीता बाई की रिपोर्ट पर आरोपी अविनाश बघेल व तीरथ कुमार सोनवानी के खिलाफ धारा 342, 323, 34 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार ने कहा कि कानून की नजर में सब बराबर हैं। किसी भी व्यक्ति को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। यदि ऐसा कोई करता पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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बिलासपुर 16 मई। सरकंडा पुलिस ने गौ हत्या प्रतिषेध नियम और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 15 मई को पुलिस को शिकायत मिली कि मुरूम खदान अटल आवास के पास कासिम खान और उसके साथी ने मिलकर एक बछड़े की हत्या कर दी है।
थाना प्रभारी जयप्रकाश गुप्ता के नेतृत्व में टीम ने आरोपियों की तलाश शुरू कीय़ एक आरोपी कासिम खान को मसानगंज क्षेत्र से उसके रिश्तेदार के यहां से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके दूसरे साथी सोनू केवट को भी चांटीडीह से गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों ने बताया कि 14 मई की रात उन लोगों ने एक बछड़े की गला रेत कर हत्या कर दी। पकड़े जाने के डर से शव को एक स्कूटी में लोड करके ले गये और अलग-अलग स्थानों में छुपा कर भाग गए। पुलिस ने क्षत-विक्षत शव भी बरामद किया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
मुख्यमंत्री ने 93 करोड़ 70 लाख की लागत से अरपा के दोनों और सड़क निर्माण एवं सौंदर्यीकरण कार्य का वर्चुअल शिलान्यास किया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 16 मई। अरपा नदी बिलासपुर का गौरव होने के साथ साथ छत्तीसगढ़ का भी गौरव है। यह प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान है। छत्तीसगढ़ का राज्य गीत अरपा के उल्लेख से शुरू होता है। नदी को फिर से प्रवाहमयी बनाने के लिए जरूरी कदम उठाये गए है और आगे भी लगातार काम करते रहेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 93 करोड़ 70 लाख की लागत से आज अरपा उत्थान एवं तट संवर्धन कार्य का शिलान्यास करते हुए बात कही।
शिलान्यास कार्यक्रम वर्चुअली रूप से आयोजित किया गया । बिलासपुर के सिंचाई कार्यालय परिसर स्थित प्रार्थना सभा भवन में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बघेल, लोक निर्माण, गृह, जेल, धर्मस्व एवं पर्यटन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया वर्चुअली शामिल हुए।
बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि कोरोना काल ने हमारे समक्ष गंभीर चुनौतियां खड़ी की। हम सबने इसका सफलतापूर्वक सामना किया और नियंत्रित करने में सफल रहे। उम्मीद है कि जल्द ही सब कुछ सामान्य होगा। बिलासपुर में भी तेजी से सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को हम सबको गंभीरता से लेकर सावधान रहना है। प्रदेश में कोविड टीकाकरण तेजी से हो रहा है। लेकिन इसके बाद भी हमें मास्क पहनना है और सोशल डिस्टेंस रखना है। महामारी के दौरान भी आर्थिक चुनौतियों से निपटने में भी हम सक्षम रहे है। सरकार ने शुरू से ही ऐसी योजनाएं बनाई जिससे जीवन बेहतर हो। कोरोना काल में गैर जरूरी खर्चों पर लगाम लगाने के लिए मितव्ययता बरती जा रही है किन्तु विकास कार्य नहीं रुकेंगे। नागरिक जरूरतों पर खर्च प्राथमिकता से किए जाएंगे। बिलासपुर में लंबे समय से अरपा को लेकर जो मांग थी और यहां के जनता से जो वादे किये गये थे वह पूरा किया जा रहा है। बघेल ने कहा कि अरपा के साथ-साथ नदी के दोनों और बनाये जा रहे सड़क भी बिलासपुर के गौरव में शामिल हो ऐसा यह सड़क बनाया जाएगा।
जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बिलासपुर में अरपा नदी के विकास के लिए जो परिकल्पना की थी उसका शुभांरभ आज हो रहा है। अरपा शब्द हमारी संस्कृति एवं सम्मान से जुड़ा है। बघेल के नेतृत्व में कोरेाना काल में सभी योजनाओं का संचालन करते हुए कोरोना प्रबंधन सफलतापूर्वक किया गया। उन्होंने अरपा नदी के दोनों और सड़क निर्माण को गुणवत्तापूर्ण और निर्धारित समय में पूर्ण करने के निर्देश बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों को दिए।
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल की सोच है कि राज्य की नदियों का विकास हो। इसी का परिणाम है कि अरपा नदी को पुनर्जीवित करने के लिए योजना बनाई गई, जिससे बिलासपुर का जल स्तर बढे़गा। उन्होंने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था के लिए 20 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए है। पुरानी परियोजनाओं का कार्य भी शीघ्र पूर्ण हो जिससे बिलासपुर के निवासियों का इसका लाभ मिले।
प्रार्थना सभा भवन में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित संसदीय सचिव रश्मि सिंह ने कहा कि अरपा के सूखने से शहर का जल स्तर नीचे चला जाता था लेकिन अरपा विकास परियोजना के तहत शिवघाट और पचरीघाट में बैराज निर्माण से जल स्तर सुधरेगा। बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय ने कहा कि बिलासपुर के लोगों की बरसों पुरानी मांग पूरी हुई है। कोरोना काल में भी मुख्यमंत्री बघेल ने छत्तीसगढ़ में विकास का पहिया रुकने नहीं दिया। महापौर रामशरण यादव ने कहा कि नदी के दोनों और सड़क बनने से यातायात का दबाव कम होगा और नेहरू चौक से दोमुहाने तक सुगम यातायात होगा।
कार्यक्रम के प्रारंभ में कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने स्वागत उद्बोधन दिया और अरपा विकास परियोजना की विस्तृत जानकारी दी। मुख्यमंत्री बघेल ने रिमोट के माध्यम से शिलान्यास के शिलालेख का अनावरण किया। आभार प्रदर्शन नगर निगम आयुक्त अजय त्रिपाठी ने किया।
इस अवसर पर संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग, आईजी रतनलाल डांगी, पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, नगर निगम के सभापति शेख नजरूद्दीन, अटल श्रीवास्तव, प्रमोद नायक, जिला प्रशासन एवं नगर निगम के अधिकारी तथा अन्य उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 मई। जिला प्रशासन द्वारा कोविड मरीजों में ब्लैक फंगस की बीमारी को लेकर सावधानी बरतने की अपील की गई है। कलेक्टर द्वारा होम आईसोलशन में रहकर आक्सीजन सिंलेडर, वेनटिलेटर का उपयोग करने वाले मरीजों को इसका ध्यान रखते हुए किसी भी प्रकार की समस्या होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में तत्काल संपर्क करने की अपील की गई है। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में इसके इलाज की व्यवस्था की गई है।
प्रदेश के कुछ जिलों में यह बीमारी देखी जा रही है जो काफी लम्बे समय से ऑक्सीजन सिंलेडर उपयोग करते हैं। जिले के कोविड केयर सेंटर और होम आईसोलेशन में रहने वाले ऐसे कोरोना संक्रमित मरीज जिनके द्वारा आक्सीजन सिंलेडर, वेन्टिलेटर का उपयोग किया जा रहा है उनके लिए पानी की मात्रा का नियमित निगरानी करते हुए प्रतिदिन पानी बदलना आवश्यक है।
स्वास्थ्य विभाग ने पीड़ित मरीजों के उपचार हेतु राज्य के तकनीकी समिति के विशेषज्ञों द्वारा अनुशंसित स्टैन्डर्ड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों को जारी किया है।
ब्लैक फंगस (म्युकरमाइकोसिस) एक फंगल संक्रमण है। यह उन लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है जो दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित है और दवाईयां ले रहे हैं। इससे उनकी प्रतिरोधात्मक क्षमता प्रभावित होती है। यदि व्यक्ति के शरीर में यह फंगस सूक्ष्म रूप में शरीर के अन्दर चला जाता है तो उसके साइनस या फेफड़े प्रभावित होंगे जिससे गम्भीर बीमारी हो सकती है। यदि इस बीमारी का इलाज समय पर नहीं किया गया तो यह घातक हो सकती है।
यह बीमारी कोविड-19 मरीजों में जो डायबीटिक मरीज हैं या अनियंत्रित डायबीटिज वाले व्यक्ति को, स्टेरोईड दवाईयां ले रहे व्यक्ति को या आई.सी.यू. में अधिक समय तक भर्ती रहने से यह बीमारी हो सकती है।
बीमारी के लक्षणों में आंख, नाक में दर्द और आंख के चारों ओर लालिमा, नाक का बंद होना, नाक से काला या तरल द्रव्य निकलना, जबड़े की हड्डी में दर्द होना, चेहरे में एक तरफ सूजन होना, नाक/तालु काले रंग का होना, दांत में दर्द, दांतों का ढ़िला होना, धुंधला दिखाई देना, शरीर में दर्द होना, त्वचा में चकते आना, छाती में दर्द, बुखार आना, सांस की तकलीफ होना, खून की उल्टी, मानसिक स्थिति में परिवर्तन आना है।
धूल भरे स्थानों में मास्क पहनकर, शरीर को पूरे वस्त्रों से ढंक कर, बागवानी करते समय हाथों में दस्ताने पहन कर और व्यक्तिगत साफ-सफाई रख कर ब्लैक फंगस से बचा जा सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 14 मई। 18 प्लस एपीएल श्रेणी के लिये कोविड टीका उपलब्ध नहीं होने से लोगों को निराश होना पड़ रहा है। गुरुवार रात को सूचना निकाली गई कि पहले आओ पहले पाओ आधार पर शुक्रवार को उपलब्ध वैक्सीन एपीएल श्रेणी को लगाई जाएगी। सुबह से निर्धारित टीम टीकाकरण केंद्रों में लोगों की भीड़ जमा होने लग गई। सुबह 5-6 बजे तक टोकन बंट गये पर लोगों का दोपहर तक जारी रहा। गेट पर तैनात पुलिस उन्हें अगले दिन का आश्वासन देकर लौटाने में लगी हुई थी पर नगर-निगम की ओर से कल 15 मई को टीके लगाने के लिये कोई आदेश जारी नहीं किया गया।
बिलासपुर शहर में टीकाकरण का दायित्व नगर-निगम को सौंपा गया है। शहर के शासकीय हायर सेकेन्डरी स्कूल शंकर नगर, तिफरा और बर्जेश स्कूल स्कूल में एपीएल टीकाकरण केंद्र तीन दिन बंद रखने के बाद आज फिर खोले गये। टीका लगवाने के लिये इन केन्द्रों में लोगों ने सुबह 4 बजे से लाइन लगा ली थी। जो व्यवस्था नगर निगम ने की उसके चलते उन लोगों की भीड़ भी यहां इकट्ठी हुई जिनकी बारी नहीं आनी थी। सुबह 5 बजे से टोकन बांटना शुरू किया गया। 150 टोकन बांटने के बाद कर्मचारियों ने कह दिया कि आज इतने ही टीके लगेंगे। बाकी को कहा गया कि कल आयें। मगर कल टीका लगेगा या नहीं इस बारे में नगर निगम ने आज रात 8 बजे तक कोई घोषणा नहीं की थी।
ज्ञात हो 9 मई से 2 दिन के लिए एपीएल श्रेणी के टीके के लिए नगर निगम के पास वैक्सीन पहुंची थी। उसके बाद 3 दिन टीकाकरण बंद रहा। आज फिर टीके लगाए गए लेकिन टीकों की संख्या बहुत कम थी। दूसरी ओर बीपीएल और अंत्योदय के लिए आरक्षित पीके इन श्रेणियों के लिए निर्धारित किया गया अलग-अलग केंद्रों में लगाए गए।
मुंगेली जिले में बिलासपुर से ज्यादा नये संक्रमित मिले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 मई। जिले में गुरुवार को 432 में नये संक्रमितों का पता चला और 27 मरीजों की मौत हो गई। संक्रमण का यह आंकड़ा लॉकडाउन के बाद सबसे कम है। वहीं मौतों की संख्या भी बीते पांच दिनों से 30 के आसपास चल रही है।
अलबत्ता बुधवार को सिर्फ 2140 लोगों की टेस्टिंग हुई। अप्रैल के आखिरी सप्ताह और मई के पहले हफ्ते में तीन हजार से 35 सौ जांच हो रही थी। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि लक्षण नहीं दिखने के कारण कम लोग टेस्ट के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। इस बीच ग्रामीण इलाकों में कोरोना के मामले अधिक आ रहे हैं। बिल्हा से 41, कोटा से 87 और तखतपुर से 39 संक्रमित मिले हैं। मस्तूरी से अपेक्षाकृत कम 13 नए केस मिले।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़े में बताया गया है कि जिले में 12 मई तक 60 हजार 943 संक्रमित मिले हैं जिनमें से 54 हजार 101 स्वस्थ हो चुके हैं। इनमें 48 हजार 565 लोगों ने होम आइसोलेशन पर इलाज कराया। दी इस तरह से जिले में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या 89 प्रतिशत है। 12 मई को की स्थिति में यहां 5719 सकरी मरीज दर्ज किए गए, जो अप्रैल माह में इसके दुगुने से भी ज्यादा थी।
अपेक्षाकृत आबादी वाले संभाग के मुंगेली जिले में कोरोना संक्रमण कम नहीं हो रहा है। बुधवार को यहां 445 मामले सामने आये जो बिलासपुर से अधिक है। इनमें सर्वाधिक केस 172 मुंगेली तहसील से हैं। जिले में संक्रमण का यह आंकड़ा पिछले दिनों से कम है, जब 500 से 600 के बीच केस आ रहे थे। तीन और मौतों के साथ अब तक मुंगेली जिले में कोरोना से 133 की मौत हो चुकी है।
23 अप्रैल तक जारी रहेगा लॉकडाउन
घटते हुए प्रकरणों के बावजूद कोरोना पर काबू पाने के लिये 14 अप्रैल से जारी लॉकडाउन में और विस्तार किया जाएगा। यह अभी 16 मई की रात्रि तक लागू है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक लॉकडाउन 23 मई तक लागू रहेगा और इस दौरान अत्यावश्यक सेवा की दुकानों को दोपहर 2 बजे की जगह शाम 4 बजे तक खोलने का फैसला लिया जा सकता है। इसके अलावा बारी-बारी जरूरत की अन्य दुकानों को भी खोला जायेगा।
रतनपुर में कोविड केयर सेंटर शुरू
जिले के रतनपुर स्थित महामाया मंदिर में 30 बिस्तर ऑक्सीजन सपोर्ट बिस्तर को भी अस्पताल आज प्रारंभ हो गया। इसकी स्थापना मंदिर ट्रस्ट ने की है तथा जन सहयोग से इसका संचालन किया जायेगा। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले मरीजों को इस सेंटर से लाभ होगा। प्रशासन की ओर से चिकित्सक और स्टाफ भी उपलब्ध कराए जाएंगे। कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर, ट्रस्ट के अध्यक्ष आशीष सिंह ठाकुर, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान व अन्य जनप्रतिनिधियों ने इस सेंटर का कल उद्घाटन किया।
कार्रवाई के खिलाफ उतरा आईएमए
जिले की आईएमए इकाई ने कृष्णा और स्टार चिल्ड्रन अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई कार्रवाई का विरोध करते हुए सीएमएचओ डॉ प्रमोद महाजन से उनके ऑफिस में मुलाकात की। डॉक्टरों का कहना था कि कोई भी चिकित्सक मरीज की जानबूझकर जान नहीं लेता। शवों को बंधक बनाने की बात गलत है। जो कोविड मरीज आते हैं वे हार्ट, शुगर आदि दूसरी बीमारियों से भी पीडि़त रहते हैं। इसके इलाज में खर्च बढ़ जाता है। इसलिए बिलिंग में गड़बड़ी करने का आरोप भी गलत है। ज्ञात हो कि स्टार हॉस्पिटल में एक परिजन ने शव को ढाई लाख रुपए का भुगतान नहीं होने के कारण रोकने की शिकायत की थी, जिसके बाद नोडल अधिकारियों की टीम ने वहां पहुंच कर शव को परिजनों के सुपुर्द कराया था। इसके अलावा अपोलो में भी एक परिजन का आरोप था कि बच्चेदानी के ऑपरेशन के लिए गई महिला का 11 लाख रुपए बिल बना दिया गया। उसकी मौत हो गई और अस्पताल प्रबंधन ने कोरोना मरीज होने की बात छिपाई। मुंगेली रोड स्थित कृष्णा हॉस्पिटल में भाटापारा के एक मरीज की मौत हो गई थी जिस पर परिजनों का आरोप था कि ऑक्सीजन सप्लाई बंद कर देने के कारण जान गई है। कृष्णा हॉस्पिटल को कोविड का इलाज करने से रोक दिया गया है।
एक दिन पहले ही टीआई पर लगाया था घूस लेकर फड़ चलाने का आरोप, सीएम फंड में एक साल का वेतन डालकर आया था चर्चा में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 मई। जांजगीर-चांपा जिले में बीती रात एक आरक्षक पुष्पराज सिंह की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों ने उसकी हत्या का आरोप लगाया है। आरक्षक पहली बार तब चर्चा में आया था जब उसने अपने अधिकारियों पर अंडरवियर धुलवाने का आरोप लगाया था। हाल ही में मुख्यमंत्री सहायता कोष में अपने एक साल वेतन का दान कर दिया था। जिसकी मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर प्रशंसा भी की थी।
उसने अधिकारियों के भ्रष्टाचार को कई बार उजागर किया। सस्पेंड करने और बर्खास्त करने की धमकी मिलने की जानकारी भी सोशल मीडिया पर दी थी। एसपी से अपनी जान को खतरा भी बताया था।
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक मूलत: मुंगेली के पास ग्राम मदनपुर के रहने वाले कांस्टेबल पुष्पराज सिंह की तैनाती इस समय सक्ती में थी। बीती रात करीब 12.30 बजे अपनी स्कूटी सहित सडक़ पर गिरा हुआ मिला उसके शरीर पर बिजली के तार लिपटे हुए थे और गले में भीतर भी तार उलझा हुआ था। घटना देसी शराब दुकान के पास की है और इसकी सूचना पुलिस के मुताबिक दुकान के गार्ड से उन्हें मिली। पुलिस की जांच के अनुसार तेज रफ्तार स्कूटी से पुष्पराज गिरा और उसके गले में सडक़ पर बिखरे तार से फंस गया। दम घुटने से उसकी मौत हो गई।
दूसरी तरफ इनके परिवार वालों का कहना है कि उसकी हत्या की गई है। उसके भाई गुड्डू सिंह ने कहा है कि पुष्पराज पुलिस विभाग के अधिकारियों और गृह मंत्री तक के खिलाफ कई पोस्ट किए हैं। सक्ती थाना प्रभारी के खिलाफ उसने आरोप लगाया था कि लॉकडाउन के दौरान सिलनी गांव में जुए का फड़ चलवाने के लिये 1 लाख रुपये महीने घूस ले रहे हैं। यह पोस्ट अब डिलीट हो गया है।
पुष्पराज के परिवार वालों का कहना है कि इसी तरह की विवाद के चलते उसकी हत्या की गई है। एक ही दिन पहले पुष्पराज साहू ने फेसबुक पर पोस्ट लिखा था कि उसे बर्खास्त या सस्पेंड कर देने की धमकी मिल रही है। पुष्पराज ने एक साल पहले पोस्ट डाला था की अगर उसकी मृत्यु होती है तो इसके लिए एसपी जिम्मेदार होंगे। कल की पोस्ट में उसने लिखा था की ताकत है तो सस्पेंड बर्खास्त करके बताओ, पहले भी छह बार सस्पेंड और बर्खास्त हो चुके हैं।
सबसे पहले पुष्पराज सिंह की चर्चा तब हुई थी जब तीन साल पहले उसने पुलिस अधिकारियों पर अंडरवियर धुलवाने का आरोप लगाते हुए यह काम करने से मना कर दिया था। उसे अब तक 6 बार सस्पेंड किया जा चुका है। एक बार बर्खास्त करने की कार्रवाई भी शुरू की गई थी, जिस पर उसे कोर्ट से स्थगन मिल गया था। एक एसपी ने उसकी तलाशी के लिये थानों को नोटिस भी जारी किया था।