खेल
नई दिल्ली, 6 अगस्त। नई दिल्ली। मुंबई के सबसे अच्छे क्रिकेट स्टेडियमों में से एक डीवाई पाटिल स्टेडियम को बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया है। बुधवार को हुई तूफान के साथ हुई बारिश के चलते डीवाई स्टेडियम की छत ही उड़ गई।
नवी मुंबई के पुलिस कमिश्नर ने भी डीवाई पाटिल स्टेडियम को नुकसान पहुंचने की जानकारी दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, प्रतिष्ठित स्टेडियमों में से एक डीवाई पाटिल स्टेडियम को नुकसान पहुंचा है। नवी मुंबई के पुलिस कमिश्नर ने भी डीवाई पाटिल स्टेडियम को नुकसान पहुंचने की जानकारी दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, प्रतिष्ठित स्टेडियमों में से एक डीवाई पाटिल स्टेडियम को नुकसान पहुंचा है।
डीवाई पाटिल स्टेडियम अप्रैल 2008 में बनकर तैयार हुआ था। इसमें 60 हजार लोग लाइव मैच का मजा उठा सकते हैं। ईडन गार्डन्स के बाद ये भारत के सबसे बड़े स्टेडियमों में आता है। बता दें डीवाई पाटिल स्टेडियम अप्रैल 2008 में बनकर तैयार हुआ था। इसमें 60 हजार लोग लाइव मैच का मजा उठा सकते हैं। ईडन गार्डन्स के बाद ये भारत के सबसे बड़े स्टेडियमों में आता है।
इस स्टेडियम में चार फ्लडलाइट टावर लगे हैं, जो दूसरे स्टेडियमों से काफी ऊंचे हैं। भारी तूफान और बारिश की वजह से ये सभी टावर हिल रहे थे। इस स्टेडियम में चार फ्लडलाइट टावर लगे हैं, जो दूसरे स्टेडियमों से काफी ऊंचे हैं। भारी तूफान और बारिश की वजह से ये सभी टावर हिल रहे थे। (न्यूज18)
मैनचेस्टर, 6 अगस्त। लंबे समय से क्रिकेट के दिग्गज और फैंस पाकिस्तान के बाबर आजम की तुलना भारतीय कप्तान विराट कोहली से करते आए हैं। हालांकि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन का मानना है कि पाकिस्तान के टेस्ट के उपकप्तान बाबर आजम के साथ विराट कोहली के कारण नाइंसाफी हो रही है। बाबर को वह तारीफ नहीं मिल रही जिसके वह हकदार हैं। नासिर ने यह बात इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच के दौरान कमेंट्री करते हुए कही।
नासिर हुसैन ने मैच के दौरान कमेंट्री करते हुए कहा, मुझे लगता है कि यह एक शर्म की बात है और यह पाकिस्तान के घर से दूर खेलने का एक रिजल्ट है। पाकिस्तान भारतीय क्रिकेट के साये में छिपा हुआ है। वह इससे बाहर नहीं आ रहा और आईपीएल क्रिकेट नहीं खेल रहा है। वह भारत के साथ नहीं खेल रहा है।
बाबर आजम के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, अगर यहीं बाबर आजम की जगह विराट कोहली होते तो हर कोई बात कर रहा होता। लेकिन भारतीय कप्तान नहीं बाबर आजम हैं तो कोई इस बारे में बात नहीं कर रहा। 2018 से उनका औसत 68 है और व्हाइट बॉल क्रिकेट में 55 का है। वह युवा हैं, वह एलिगेंट हैं। हर कोई फैब फोर (विराट कोहली, स्टीव स्मिथ, केन विलियमस, जो रूट) के बारे में बात करते रहते हैं। यहां फैब फाइव हैं और बाबर आजम बेशक इसका हिस्सा हैं।
पाकिस्तान के टेस्ट कप्तान अजहर अली ने भी सीरीज की शुरुआत से पहले ऐसा ही बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि टेस्ट टीम के उपकप्तान बाबर आजम भारतीय विराट कोहली और स्टीव स्मिथ की श्रेणी के ही बल्लेबाज हैं। अजहर अली ने कहा था कि बाबर ने टेस्ट बल्लेबाज बनने के लिए काफी मेहनत की है।
इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला बुधवार से मैनचेस्टर में शुरू हुआ। पहले दिन बारिश की वजह से केवल 49 ओवर का ही खेल हो पाया लेकिन इस दौरान ही बाबर आजम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए परिचय देते हुए अर्धशतक बनाया। (न्यूज18)
नई दिल्ली, 6 अगस्त। सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर अपने पिता से अलग हटकर अपनी किस्मत भारतीय क्रिकेट में तेज गेंदबाज के तौर पर आजमाना चाहते हैं। अर्जुन अपने पिता से उलट तेज गेंदबाज हैं और अपनी गेंदबाजी के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। अर्जुन भारतीय अंडर 19 टीम का हिस्सा रहे हैं। गेंदबाजी के अलावा अर्जुन बल्लेबाजी करने में भी सक्षम हैं लेकिन उनका पूरा ध्यान तेज गेंदबाजी पर है। अर्जुन सोशल मीडिया पर भी एक्टिव हैं। सोशल मीडिया पर अर्जुन ने अपनी तेज गेंदबाजी की झलक शेयर की है जिसमें वो अपनी तेज गेंदबाजी से बल्लेबाजों को आउट कर रहे हैं। वीडियो शेयर कर अर्जुन ने कैप्शन में लिखा है, 2019-20 में मेरे द्वारा चटकाए हुए विकेट। गौरतलब है कि अर्जुन तेंदुलकर अभी 20 साल के हो चुके हैं।
भारत के तेज गेंदबाज रहे श्रीसंत ने अर्जुन तेंदुलकर की तारीफ में कहा था कि आने वाले समय में अर्जुन यकीनन भारतीय टीम में खेलेगा। श्रीसंत ने ट्विटर पर अर्जुन के बारे में कहा था कि, उसके पास बेहतरीन रिदम के साथ-साथ क्षमता भी है। आपको बता दें कि अर्जुन लोकल क्रिकेट लीग में भी अपनी उस्थिती दर्ज कराते रहते हैं। पिछले साल मुंबई ट्वेंटी-ट्वेंटी लीग में अर्जुन को आकाश टाइगर्स की टीम में 5 लाख रूपये देकर शामिल किया गया था।
अर्जुन अपनी फिटनेस पर भी काफी ध्यान देते हैं। अर्जुन हाल के दिनों में काफी फिट हैं सोशल मी़डिया पर उन्होंने कई फोटो और वीडियो शेयर की है जिसमें वो जिम करते हुए नजर आते हैं। बता दें कि अर्जुन तेंदुलकर ब्रेट ली, वसीम अकरम जैसे पूर्व गेंदबाजों से गेंदबाजी के टिप्स हासिल करते रहते हैं। इतनी ही नहीं जब कभी भी भारतीय टीम का मुंबई में मैच होता है तो अर्जुन भारतीय बल्लेबाजों को नेट पर गेंदबाजी करते हैं। विराट कोहली को भी अर्जुन नेट पर गेंदबाजी कर चुके हैं। (एनडीटीवी)
दिल्ली, 6 अगस्त। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) की बुधवार को फ्रेंचाइजियों को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए सौंपी गई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली आठ टीमों को आठ अलग-अलग होटलों में रखा जाएगा, यूएई के लिए रवाना होने से पहले कोविड-19 परीक्षण में दो बार नेगेटिव आना अनिवार्य होगा और जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण से जुड़े किसी भी नियम का उल्लंघन करने पर सजा दी जाएगी।
इस दस्तावेज की प्रति पीटीआई के पास है जिसके अनुसार प्रत्येक फ्रेंचाइजी की चिकित्सा टीम के पास इस साल मार्च से सभी खिलाडिय़ों और सहयोगी स्टाफ का मेडिकल और यात्रा इतिहास होना चाहिए। इसके अनुसार, फ्रेंचाइजी की पसंद के शहर में एकत्रित होने से पहले सभी भारतीय खिलाडिय़ों और टीम सहयोगी स्टाफ के लिए एक हफ्ते में 24 घंटे के भीतर दो कोविड-19 पीसीआर परीक्षण कराना अनिवार्य होगा।
नियमों के उल्लंघन पर मिलेगी सजा
इसमें कहा गया, इससे यूएई के लिए रवाना होने से पहले समूह के भीतर संक्रमण का खतरा कम करने में मदद मिलेगी।ÓÓ एसओपी दस्तावेज के अनुसार, ''जैविक रूप से सुरक्षित माहौल से जुड़े नियमों के खिलाड़ी या टीम सहयोगी स्टाफ द्वारा किसी भी तरह के उल्लंघन पर आईपीएल आचार संहिता के नियमों के अनुसार सजा दी जाएगी।
कोरोना पॉजिटिव पाए गए तो..
जो भी व्यक्ति कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया जाएगा उसे पृथकवास से गुजरना होगा और 14 दिन के बाद उस व्यक्ति को 24 घंटे के अंतर पर दो कोविड-19 परीक्षण कराने होंगे। अगर दोनों परीक्षण के नतीजे नेगेटिव आते हैं तो उस व्यक्ति को यूएई से जाने की स्वीकृति होगी। ये नियम सभी विदेशी खिलाडिय़ों और टीम सहयोगी स्टाफ पर भी लागू होंगे।
यूएई पहुंचने के बाद पहले, तीसरे और छठे दिन परीक्षण होंगे और फिर टूर्नामेंट के दौरान हर पांचवें दिन परीक्षण किया जाएगा। एसओपी के अनुसार, फ्रेंचाइजी टीमों को अलग अलग होटल में रखा जाएगा। टीम के सदस्यों को ऐसे कमरे दिए जाएंगे जिसमें बाकी होटल से अलग सेंट्रल एयरकंडीशन की व्यवस्था होगी।
इसमें कहा गया तीसरा नेगेटिव नतीजा आने के बाद टीम सदस्यों को जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण के बीच एक दूसरे से मिलने की स्वीकृति होगी। हालांकि हर समय चेहरे पर मास्क लगाना होगा और सामाजिक दूरी से जुड़े नियमों का पालन करना होगा। एसओपी के अनुसार लोगों को अपने कमरे में खाना मंगाना होगा और टीमों को खाने के सामूहिक स्थान के इस्तेमाल से बचना होगा।
खाली स्टैंड्स का इस्तेमाल भी ड्रेसिंग रूम के रूप में
इसके अलावा आगामी आईपीएल के दौरान खाली स्टैंडों का इस्तेमाल विस्तारित ड्रेसिंग रूम के रूप में करने की सिफारिश की गई जबकि सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए टीम बैठक का आयोजन आउटडोर में किया जा सकता है। यूएई में 19 सितंबर से होने वाले आईपीएल के दौरान कोई टॉस शुभंकर नहीं होगा जिससे बीसीसीआई को प्रायोजन राशि का नुकसान होगा।
परिवार साथ जा सकेंगे?
खिलाडिय़ों और सहयोगी स्टाफ के सदस्यों का परिवार उनके साथ जा सकता है लेकिन उन्हें टीम बस में यात्रा करने और जैविक रूप से सुरक्षित माहौल से बाहर निकलने की स्वीकृति नहीं होगी। इसके अलावा टीमों को अंतिम एकादश की सूचना कागज पर देने की जगह इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से देने को कहा जाएगा।
फीजियो और मालीशिए के लिए एसओपी
फिजियो और मालीशिए सहित मेडिकल टीम के लिए एसओपी में सिफारिश की गई है कि अगर उन्हें खिलाड़ी के शारीरिक संपर्क में आना है (मालिश सत्र आदि के लिए) तो पीपीई किट पहननी होगी। इसके अलावा अधिकांश सिफारिशें वही हैं जिसके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद अपने एसओपी में प्रकाशित कर चुका है। (भाषा)
दिल्ली, 5 अगस्त । क्रिकेट के मशहूर खिलाडिय़ों के पास दौलत और शौहरत की कोई कमी नहीं होती। वहीं जब बात आती है फैशन और स्टाइल की तो हमारे जहन में सबसे पहले बॉलीवुड स्टार्स का नाम ही आता है, लेकिन हमारे भारतीय क्रिकेटर्स भी स्टाइल के मामले में किसी फिल्मी सुपरस्टार से कम नहीं हैं। विराट कोहली से लेकर सचिन तेंदुलकर तक हर कोई महंगी गाडिय़ों से लेकर मंहगी घडिय़ों के मालिक हैं। यकीन नहीं आता न? इस स्टोरी में हम आपको बताएंगे कि किस भारतीय क्रिकेटर के पास किस ब्रॉन्ड की घड़ी है और कितने की है।
हार्दिक पांड्या
लिस्ट में सबसे पहले बात करते हैं हार्दिक पांड्या की, जो रोलेक्स की घड़ी पहनते हैं। घड़ी में हीरे भी लगे हुए हैं और इस हीरों वाली घड़ी की कीमत 1 करोड़ रुपये है।
रोहित शर्मा
टीम इंडिया के उप-कप्तान रोहित शर्मा भी महंगी घडिय़ों के शौकीन हैं। रोहित हुबलो ब्रॉन्ड की घड़ी पहनते हैं, जिसकी कीमत 16 लाख रुपये है।
विराट कोहली
टीम इंडिया के कैप्टन विराट कोहली का नाम तो इस लिस्ट में शामिल होना ही था। किंग कोहली रोलेक्स की घड़ी पहनते हैं। विराट की इस घड़ी की कीमत 2 करोड़ रुपये है।
सचिन तेंदुलकर
गॉड ऑफ क्रिकेट सचिन तेंदुलकर को ऑडोमाह पिगे की घडिय़ों से बहुत प्यार है। ये घड़ी एक स्विस कंपनी ने सचिन के नाम पर ही निकाली है। तेंदुलकर की इस घड़ी की कीमत 1.3 करोड़ रुपये बताई जाती है।
इस लिस्ट में रैना का नाम भी शामिल हैं, महंगी घडिय़ों के मामले में ये भी किसी से पीछे नहीं हैं। रैना Richard Mile RMv1-03 ब्रॉन्ड की घड़ी पहनती है, जिसकी कीमत 94 लाख रुपये बताई जाती है। (जी न्यूज)
न्यूयॉर्क, 5 अगस्त। भारत के युवा टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल को अमेरिकी ओपन सिंगल्स के मुख्य ड्रॉ में सीधे प्रवेश मिला है। दरअसल, कई शीर्ष खिलाडिय़ों ने 31 अगस्त से शुरू हो रहे इस ग्रैंड स्लैम से नाम वापस ले लिया है।
दुनिया के 127वें नंबर के खिलाड़ी नागल को 128 खिलाडिय़ों की फील्ड में सीधे प्रवेश मिला है। नागल इसमें एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं, जबकि प्रजनेश गुणेश्वरन चूक गए जो रैंकिंग में 132वें स्थान पर हैं।
पिछले साल नागल ने पहली बार यहां खेलते हुए रोजर फेडरर के खिलाफ मुकाबले में एक सेट जीता था। वह हालांकि 6-4, 1-6, 2-6, 4-6 से हार गए थे।
फेडरर और राफेल नडाल इस बार टूर्नामेंट में नहीं खेल रहे हैं। पूर्व चैम्पियन स्टान वावरिंका, निक किर्गियोस, फेबियो फोगनिनी और गाएल मोंफिल्स ने भी नाम वापस ले लिया है। (आजतक)
मैड्रिड, 5 अगस्त। गत चैंपियन स्पेन के दिग्गज राफेल नडाल कोरोना वायरस महामारी के कारण यूएस ओपन में नहीं खेलेंगे। इससे रोजर फेडरर के ग्रैंडस्लैम खिताबों के रेकॉर्ड की बराबरी के लिए उन्हें और इंतजार करना होगा।
34 वर्षीय नडाल ने सिलसिलेवार ट्वीट में मंगलवार को अपने फैसले की जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'हालात काफी पेचीदा हैं और कोविड - 19 के मामले बढते जा रहे हैं। ऐसा लगता है कि हम इस पर काबू नहीं पा सके हैं।' उन्होंने कहा कि यूएस ओपन नहीं खेलने का फैसला वह नहीं लेना चाहते थे लेकिन इन हालात में यात्रा नहीं कर सकते। स्विट्जरलैंड के दिग्गज रोजर फेडरर भी घुटने के आपरेशन के कारण नहीं खेलेंगे। वहीं, महिला वर्ग में नंबर-1 खिलाड़ी एशले बार्टी पहले ही नाम वापिस ले चुकी हैं। (एजेंसी)
आईपीएल
नई दिल्ली, 5 अगस्त। इंडियन प्रीमियर लीग के आयोजन की तारीख के एलान के बाद यह सवाल कायम था कि खिलाडिय़ों के परिवार यूएई जा पाएंगे या नहीं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अब इस सवाल का जवाब दे दिया है। बीसीसीआई ने खिलाडिय़ों के साथ उनकी पत्नी और गर्लफ्रेंड को यूएई ले जाने का फैसला फ्रेंचाइजी पर छोड़ा है। हालांकि बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि सभी टीमों के साथ जो परिवार का जो भी सदस्य यूएई जाएगा उसे बायो सिक्योर प्रोटोकॉल का पालन करना ही होगा।
बीसीसीआई का कहना है कि खिलाडिय़ों के परिवार के सदस्य अगर यूएई जाते हैं तो उन पर भी सख्त प्रोटोकॉल लागू होगा। किसी भी सदस्य को बायो सिक्योर वातावरण के बाहर जाने की इजाजत नहीं मिलेगी। सभी लोगों को यूएई में हमेशा मास्क का इस्तेमाल करना होगा और सोशल डिस्टेंस भी बना कर रखा होगा।
इसके अलवा परिवार के सदस्यों को मैदान पर मैच देखने या फिर प्रैक्टिस सेशन में जाने की इजाजत नहीं होगी। अगर कोई भी सदस्य बायो सिक्योर प्रोटोकॉल को तोड़ता है तो उसे सात दिनों तक आइसोलेशन में रखा जाएगा। छठे और सातवें दिन जब उस सदस्य के दो कोरोना वायरस टेस्ट भी होंगे।
हालांकि कोरोना वायरस टेस्ट का नियम खिलाडिय़ों पर भी लागू है। बीसीसीआई ने बताया है कि हर पांचवें दिन क्रिकेटर्स का कोविड 19 टेस्ट होगा। दुबई जाने से पहले इंडिया में प्रैक्टिस के दौरान भी खिलाडिय़ों के कम से कम पांच बार कोरोना वायरस के टेस्ट होंगे।
बता दें कि कोरोना वायरस के कहर की वजह से ही बीसीसीआई ने इस साल इंडिया के बजाए यूएई में आईपीएल करवाने का फैसला किया है। इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन का आयोजन 19 सितंबर से मैदान पर बिना दर्शकों के ही होगा। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं टूर्नामेंट के बीच में मैदान पर कुछ दर्शकों को आने की इजाजत दी जा सकती है। टूर्नामेंट का फाइनल 10 नवंबर को खेला जाएगा। (एनडीटीवी)
साउथैमप्टन, 5 अगस्त। आयरलैंड ने मंगलवार को सीरीज के तीसरे और आखिरी वनडे मैच में बड़ा उलटफेर करते हुए विश्व चैंपियन इंग्लैंड को रोमांचक मुकाबले में 7 विकेट के अंतर से मात दी। 9 साल बाद आयरलैंड की टीम पड़ोसी इंग्लैंड के खिलाफ वनडे मैच में जीत हासिल करने में सफल हुई है। साल 2011 विश्व कप के दौरान बेंगलुरू में आखिरी बार वो इंग्लैंड को मात देने में सफल हुई थी।
इस मैच में आयरलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम को 49.5 ओवर में 328 रन पर ढेर कर दिया। कप्तान इयोन मोर्गन की 84 गेंद पर 106 रन की पारी की बदौलत मेजबान टीम बड़ा स्कोर खड़ा करने में सफल हुई। लेकिन इसके जवाब में खेलने उतरी आयरिश टीम ने पॉल स्टर्लिंग(142) और कप्तान एंडी बलबर्नी(113) के शतकों के दम पर 49.5 ओवर में 3 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।
तोड़ा भारत का 18 साल पुराना रिकॉर्ड
इस जीत के साथ ही आयरलैंड की टीम ने इंग्लैंड में इंग्लैंड के खिलाफ जीत के लिए हासिल किए गए लक्ष्य का नया रिकॉर्ड कायम कर दिया। इससे पहले ये रिकॉर्ड सौरव गांगुली की कप्तानी वाली भारतीय क्रिकेट टीम के नाम दर्ज था। भारत ने साल 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेले गए नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में 326 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। मंगलवार को 18 साल बाद भारतीय टीम के इस रिकॉर्ड को एंड्रर्यू बलबर्नी की टीम ने अपने नाम कर लिया।
इंग्लैंड की धरती पर पहली बार किसी वनडे मैच में दोनों टीमों के कप्तान शतक जडऩे में सफल हुए हैं। पहले इयोन मोर्गन ने 84 गेंद पर 106 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। इसके बाद आयरलैंड के कप्तान एंड्रर्यू बलबर्नी ने भी 113 रन की पारी खेल डाली। उन्होंने पूर्व कप्तान पॉल स्टर्लिंग के साथ दूसरे विकेट के लिए 214 रन की साझेदारी करके अपनी टीम की ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका अदा की। (टाईम्स नाउ)
टोक्यो, 4 अगस्त (आईएएनएस)| टोक्यो 2020 के प्रवक्ता मासा तकाया ने बिना दर्शकों के ओलंपिक खेलों की मेजबानी की संभावना से मंगलवार को इंकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि कोई भी दर्शकों के बिना खेलों को आयोजित होते नहीं देखना चाहते हैं। जापान की जिजि प्रेस ने पिछले सप्ताह ही लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के अज्ञात कार्यकारी व्यक्ति के हवाले से बताया था कि खेलों का आयोजन दर्शकों के बिना भी, निश्चित रूप से होनी चाहिए। यह व्यक्ति जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के करीबी हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, तकाया ने एक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा कि कोविड-19 के प्रतिवाद से संबंधित इस तरह के विषय को प्रमुख पक्षों-राष्ट्रीय सरकार, टोक्यो महानगरीय सरकार और टोक्यो 2020 आयोजन समिति के बीच गहन विचार-विमर्श के बाद संबोधित किया जाना है।
उन्होंने कहा, "इस सीजन के बाद हमारी एक बैठक होगी, जिसमें ये तीनों पक्ष भाग लेंगे, इसलिए हम इस बैठक के परिणाम पर नजर रखेंगे।"
इससे पहले, अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बॉक ने जुलाई में कहा था कि आईओसी दर्शकों के बिना टूर्नामेंट के आयोजन का विरोध करता है।
तकाया ने कहा, "वह (बाक) दर्शकों के बिना खेलों का आयोजन होते नहीं देखना चाहते। टोक्यो 2020 दर्शकों के बिना खेल को देखने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए कोई भी दर्शकों के बिना खेलों को देखने को तैयार नहीं है। इस संबंध में, हम कोविड-19 की स्थिति पर सावधानीपूर्वक निगरानी रखेंगे, तो अगले साल एक सुरक्षित और सुरक्षित खेल देने के लिए हम प्रमुख दलों के बीच गहन विचार-विमर्श करेंगे।"
उन्होंने कहा, " इस बीच, हमारे पास यह तय करने की कोई समय सीमा नहीं है कि खेलों का आयोजन कैसे होगा।"
मुंबई, 4 अगस्त (आईएएनएस)| दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर कोविड-19 महामारी के दौरान झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं। लॉकडाउन में कई गरीब परिवारों को, खासकर झुग्गियों में रहने वाले लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। आवागमन पर लगे प्रतिबंधों के कारण परिवारों में एकमात्र रोटी कमाने वाले लोग अपने काम के लिए एक जगह से दूसरी जगह पर नहीं जा पाए।
बांद्रा के पूर्व में स्थित एक गैर सरकारी संगठन, सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ सोशल चेंज (सीएसएससी) ने यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी कि बांद्रा पूर्व में 1,250 परिवारों के 6,300 झुग्गियों में कोई भूखा न रहे।
इस दौरान सचिन की ओर से परिवारों को बॉक्स और प्रत्येक बॉक्स में चावल, गेहूं का आटा, अरहर की दाल, चीनी, चाय पाउडर, मसाले, नमक, नहाने और कपड़े धोने का साबुन मुहैया कराया गया।
इस अवसर पर सीएसएससी टीम के अध्यक्ष एसआई भोजराज ने कहा, " दैनिक वेतन भोगी, घरेलू सहायकों, फेरीवालों और अन्य जरूरतमंद व्यक्तियों के परिवारों के लिए ये पहल की गई थी। वे बिना किसी वेतन के नौकरियों से बाहर थे और इस तनावपूर्ण अवधि में उन्हें छोड़ना नहीं था। हम सचिन तेंदुलकर सहित उन सभी को धन्यवाद देना चाहते हैं जिन्होंने वंचितों और जरूरतमंद परिवारों को उदारता से दान दिया।"
नई दिल्ली, 4 अगस्त। किसी भी खिलाड़ी के लिए वल्र्ड कप में मैच खेलना किसी भी खिलाड़ी के लिए सपने के सच होने जैसा होता है। लेकिन वल्र्ड क्रिकेट के इतिहास में कुछ ऐसे भी क्रिकेटर हुए हैं जिन्हें वल्र्ड कप में मैच खेलने का मौका तो नहीं मिला लेकिन अपने करियर में शानदार परफॉर्मेंस करने में सफल रहे। ऐसा ही एक क्रिकेटर हैं इरफान पठान। इरफान पठान दुनिया के इकलौते ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने वर्ल्डकप में एक भी मैच नहीं खेले लेकिन 150 से ज्यादा विकेट वनडे में लेने में सफल रहे हैं। इरफान ऐसा कमाल करने वाले दुनिया के इकलौते गेंदबाज हैं जिन्होंने बिना वल्र्ड कप का मैच खेले लिए हैं वनडे में सबसे ज्यादा विकेट।
इरफान ने अपने वनडे करियर में 120 मैच खेलकर 173 विकेट लेने में सफल रहे हैं। वनडे करियर में 2007 वर्ल्डकप में इरफान को भारतीय टीम में मौका मिला था। राहुल द्रविड़ की कप्तानी में खेले गए वर्ल्डकप में भारतीय टीम का परफॉर्मेंस बेहद ही खराब रहा था और पहले ही चरण से भारतीय टीम बाहर हो गई थी। भले ही इरफान वर्ल्डकप में भारतीय टीम में शामिल किया गया लेकिन एक भी मैच नहीं खेल पाए थे।
भले ही वनडे वल्र्ड कप में इरफान इरफान पठान को भारतीय टीम की ओर से खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन 2007 टी-20 वर्ल्डकप, 2009 और 2012 में खेले गए टी-20 वल्र्ड कप में भारत की ओर से खेलते हुए आए हैं नजर।
इरफान पठान ने करियर में 120 वनडे, 24 टी-20 इंटरनेशनल और 29 टेस्ट मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने वनडे में 173 विकेट और 1,544 रन बनाए हैं।, टी-20 में 28 विकेट और 172 रन और इसके अलावा टेस्ट में 100 विकेट और 1,105 रन बनाने में सफल रहे हैं। इरफान के नाम टेस्ट क्रिकेट में एक शतक भी दर्ज है। (एनडीटीवी)
नई दिल्ली, 4 अगस्त। पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी शाहिद अफरीदी 37 गेंदों पर शतक जडऩे का कमाल कर चुके हैं। उस समय का यह सबसे तेज वनडे शतक था। करीब 18 साल तक अफरीदी के नाम यह रिकॉर्ड रहा। फिलहाल वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक जडऩे का रिकॉर्ड एबी डिविलियर्स के नाम हैं। उन्होंने 2015 में 31 गेंदों पर शतक जड़ दिया था।
अफरीदी ने श्रीलंका के खिलाफ 40 गेंदों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 104 रनों की पारी खेली थी, मगर कम ही लोगों को पता होगा कि जिस पारी को खेलकर वह दुनियाभर में छा गए थे, उस पारी को उन्होंने महान बल्लेबाज भारत के सचिन तेंदुलकर के बल्ले से खेला था। दरअसल सचिन ने अपना बल्ला वकार यूनिस को गिफ्ट किया था। शाहिद अफरीदी के साथ खेल चुके अजहर महमूद का कहना है कि इस पारी के बाद अफरीदी पूरी तरह से बल्लेबाज बने। इससे पहले उनकी गिनती उन गेंदबाजों में होती थी, जो बल्लेबाजी भी कर सकता है।
महमूद ने एक पॉडकास्ट में बताया कि 1996 में अफरीदी ने नैरोबी में डेब्यू किया था। उसी मैच में मैंने भी डेब्यू किया था। मुश्ताक अहमद उस सीरीज के चोटिल हो गए थे और मुश्ताक को रिप्लेस किया गया।
महमूद ने कहा कि उन दिनों श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज सनथ जयसूर्या और विकेटकीपर कुलविथारण काफी आक्रामक माने जाते थे। इसी वजह से हमें नंबर तीन पर आक्रामक बल्लेबाज की जरूरत थी। वसीम अकरम ने मुझे और अफरीदी को नेट्स पर अभ्यास करने के लिए कहा था। अफरीदी ने नेट्स में स्पिनर्स की जमकर पिटाई की।
इसके अगले दिन श्रीलंका के खिलाफ मैच में सलामी बल्लेबाज सलीम इलाही के आउट होने तक पाकिस्तान का स्कोर 60 रन पर एक विकेट था। इसके बाद नंबर तीन पर अफरीदी को भेजा गया और उन्होंने 11 छक्के, 6 चौके के साथ 37 गेंदों पर ही शतक जड़ दिया। तेंदुलकर के गिफ्ट में दिए बल्ले से अफरीदी की यह खास पारी थी। इसके बाद वो पूर्ण रूप से बल्लेबाज बने। उनका करियर शानदार रहा।
महमूद ने कहा कि खासकर 2011 वल्र्ड कप में शाहिद अफरीदी ने अच्छी कप्तानी की। वह अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे। अफरीदी अच्छी गेंदबाजी भी कर रहे थे। उन्होंने अब्दुल कादिर से एक ऐसी गेंद फेंकनी सीखी थी, जो आपके पैड में घुसती है, जो हिट होती है। अफरीदी के लिए वह शानदार वल्र्ड कप था, मगर दुर्भाग्य से भारत से हार गए। (न्यूज18)
नई दिल्ली, 4 अगस्त। टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी एमएस धोनी में अपनी कप्तानी में भारत को दो वल्र्ड कप और कई ऐतिहासिक जीत दिलाई । धोनी का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। 2007 में अपनी कप्तानी में भारत को पहली बार टी20 वल्र्ड कप विजेता बनाया, फिर 2011 में वनडे वल्र्ड और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी दिलाकर भारत के सबसे सफल कप्तान बने।
भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाने में सौरव गांगुली के अलावा एमएस धोनी का भी अहम रोल है। खासकर खिलाडिय़ों का उत्साह बढ़ाने में। धोनी की कप्तानी में कई खिलाडिय़ों ने अपने चमक बिखेरी, जिसमें तेज गेंदबाज इशांत शर्मा भी एक हैं। दीप दास गुप्ता के बातचीत में इशांत शर्मा ने खुलासा किया कि कैसे धोनी उम्र को लेकर उनकी टांग खिंचाई किया करते हैं।
इशांत ने खुलासा किया कि दरअसल मैं मानसिक रूप से 32 से ज्यादा का हो चुका हूं। मेरी बीवी भी मुझे बूढ़ा बोलती है। माही भाई का भी मुझे मैसेज आता है और वो भी बोलते हैं और बूढ़े, क्या कर रहा है। मैं उन्हें बोलता हूं कि माही भाई, मैं 32 साल का हूं, तो वो कहते हैं कि तेरी उम्र 32 है, मगर तेरा शरीर 52 का है बेटा। 31 साल के इशांत शर्मा ने धोनी की कप्तानी में कई बार कमाल का प्रदर्शन किया। इशांत 2014 में लॉर्ड्स में खेले गए मैच से चर्चा में रहे थे, जहां उनकी गेंदें इंग्लिश बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटी थी। उस मैच में इशांत ने 74 रन देकर 7 विकेट लिए थे।
जल्द ही धोनी और इशांत आईपीएल के 13वें सीजन में नजर आएंगे, जो 19 सितंबर से 10 नवंबर तक यूएई में आयोजित होगा। जहां आईपीएल के सबसे सफल कप्तानों में से एक धोनी चेन्नई सुपर किंग्स की अगुआई करेंगे, वहीं इशांत श्रेयस अय्यर की अगुआई वाली दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से मैदान पर उतरेंगे। (न्यूज18)
नई दिल्ली, 4 जुलाई । आज से करीब 16 साल (26 दिसंबर 2004) पहले भारत में आई सुनामी में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले भी फंसे थे। कुंबले ने इस खौफनाक घटना को याद करते हुए रविचंद्रन अश्विन को यह पूरी कहानी सुनाई है।
इस खतरनाक मंजर ने दुनिया भर में अपना कहर बरपाया था और करीब 2 लाख लोगों की इसमें मौत हुई थी, जबकि कई लाख लोग बेघर हो गए थे। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान भी इस चेन्नै में ही थे और उन्हें उसी दिन अपने घर बेंगलुरु लौटना था। तब प्रशांत महासागर में आए भूंकप के कारण सुनामी की लहरें पैदा हुईं और इसने दक्षिण भारत समेत यहां स्थित पड़ोसी देशों में खूब तबाही मचाई। भारत में भी इस आपदा में 10,136 लोगों ने अपनी जान गंवाई।
अनिल कुंबले ने आर. अश्विन के यूट्यूब चैनल डीआरएस विद अश्विन में इस मंजर को याद किया। कुंबले ने बताया, उस दिन हम चेन्नै में ही थे और यहां के फिशरमैन कोव (रिजॉर्ट) में रुके हुए थे। मेरे साथ मेरी पत्नी और बेटा भी था, जो तब करीब 10 महीने का ही था। हम अपनी छुट्टियां एन्जॉय कर घर लौटने को ही थे और सुनामी आई गई। हमारी 11.30 की फ्लाइट थी और इसलिए हमें सुबह 9.30 बजे ही चैकआउट करना था।
49 वर्षीय कुबंले ने कहा, उस रात मेरी पत्नी की तबियत कुछ ठीक नहीं थी और वह मुझे बार-बार उठा रही थी कि टाइम देखो। मेरी तबियत सही नहीं है मुझे कुछ अच्छा नहीं लग रहा, तो हम जल्दी उठ गए और हमने समंदर को देखते हुए कॉफी पी। सबकुछ शांत दिख रहा था और बादल छाए हुए थे।
कुंबले ने आगे बताया, करीब 8.30 बजे हम नाश्ता करने ब्रैकफास्ट एरिया में गए। और जब सुनामी की पहली लहर टकराई तब हम नाश्ता कर रहे थे। मुझे यह पता भी नहीं था कि सुनामी आ चुकी है। इसके बाद हम चैक आउट कर ही रहे थे कि एक युवा जोड़ा अपने नहाने के कपड़ों में वहां दिखा, वे भीगे हुए थे और कांप रहे थे। मैं तब भी उस चीज (सुनामी) को नहीं समझ पाया।
भारत के लिए सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले इस पूर्व लेग स्पिनर ने कहा, हम कार में बैठकर एयरपोर्ट जा रहे थे कि रास्ते में एक पुल था। वहां पहुंचकर मैं कुछ हैरान हो गया क्योंकि मैं पुल से ही पानी को छू सकता था। पानी का स्तर इतना बढ़ गया था कि वह पुल से सिर्फ 1 फीट ही नीचे होगा। पानी के तेज बहाव के चलते झाग ही झाग दिख रहे थे।
कुंबले ने बताया, अब हम देख रहे थे कि बहुत सारे लोग जो कुछ समेट सकते थे उन्हें लेकर चले जा रहे थे। उनके हाथ में बर्तन पतीले और बैग थे। कंधे पर बैठे हुए छोटे-छोटे बच्चे थे। यह नजारा कुछ ऐसा था जैसा हम फिल्मो में देखते हैं।
इस दिग्गज खिलाड़ी ने कहा, तब हमने कभी सुनामी शब्द नहीं सुना था और हमें समझ नहीं आ रहा था कि आखिर क्या हो रहा है। जब मैं बेंगलुरु अपने घर आ गया तब मैंने टीवी ऑन किया, तब मुझे अहसास हुआ सुनामी आकर जा चुकी है, तो जब यह आ रही थी तब हम बिल्कुल ही जागरूक नहीं थे कि यह क्या था। (नवभारत टाईम्स)
नई दिल्ली, 4 अगस्त । इटली के शीर्ष फुटबॉल क्लब जुवेंटस से खेलने वाले पुर्तगाल व दुनिया के शीर्ष फुटबॉलरों में शुमार क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने एक खास चीज खरीदी है। रोनाल्डो को हमेशा से गाडिय़ों का शौक रहा है और खासतौर पर गाडिय़ों में वो बुगाटी के शौकीन हैं। उन्होंने अपने गाडिय़ों के कलेक्शन में बुगाटी की एक लिमिटेड एडिशन कार शामिल कर ली है। इसकी कीमत चौंकाने वाली है।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने अपनी कारों के कलेक्शन में एक बुगाती सेंटोडिएसी को शामिल कर लिया है। यह सीमित संख्या में ही उपलब्ध है। बताया जा रहा है कि कंपनी ने सिर्फ 10 ऐसी लिमिटेड एडिशन कार बनाई हैं जिसमें से एक रोनाल्डो के गैराज में पहुंच चुकी है।
स्टार फुटबॉलर रोनाल्डो ने इंस्टाग्राम पर अपनी नई कार के साथ एक फोटो पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने लिखा, आप दृश्य चुनें। रोनाल्डो के क्लब जुवेंतस ने हाल ही में अपना लगातार नौवां सेरी-ए लीग खिताब जीता है और ये गाड़ी खरीदना किसी जश्न जैसा ही नजर आ रहा है।
रोनाल्डो की इस लिमिटेड एडिशन बुगाटी सेंटोडिएसी की कीमत 90 लाख डॉलर्स बताई जा रही है। यानी ये गाड़ी तकरीबन 65 करोड़ रुपये की है। ये स्पोर्ट्स कार एक जबरदस्त मशीन है। इंटरनेट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक इस गाड़ी इंजन इतना ताकतवर है कि ये 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार सिर्फ 2.4 सेकेंड में पकड़ लेती है। इसकी अधिकतम रफ्तार 380 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसमें क्वैड टर्बो डब्ल्यू16 इंजन लगा हुआ है।
ब्राजील के महान फुटबाल खिलाड़ी पेले ने लगातार नौवां सेरी-ए लीग खिताब जीतने पर इटालियन क्लब जुवेंतस को बधाई दी थी। उन्होंने साथ ही जुवेंतस के स्टार फुटबालर क्रिस्टियानो रोनाल्डो को आधुनिक एथलीट बताया। 35 वर्षीय रोनाल्डो इस सीजन में 32 मैचों में 31 गोलों के साथ जुवेंतस के टॉप स्कोरर रहे हैं। (टाईम्स नाउ)
आईपीएल में चाइनीज मोबाइल कंपनी की स्पांसरशिप जारी रखने के फैसले पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने नाराजगी जाहिर की है। उसने कहा है कि अगर चीनी मोबाइल कंपनी से आईपीएल का नाता नहीं टूटा तो फिर संगठन आयोजन के बहिष्कार की अपील जारी करेगा और देशभक्त नागरिकों के जरिए देश में आईपीएल के खिलाफ अभियान चलेगा।
स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक अश्विनी महाजन ने कहा, "चीन के हमले में 20 भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद से देश में चीन के सामानों और कंपनियों के बहिष्कार का अभियान चल रहा है। पूरे देश की भावनाएं चीन के खिलाफ हैं। ऐसी दशा में आईपीएल के आयोजकों ने चीनी मोबाइल कंपनी को प्रायोजक बनाए रखने का फैसला किया है। यह आईपीएल का बिजनेस चलाने वालों की असंवेदनशीलता को दर्शाता है। अगर फैसले पर विचार नहीं हुआ तो फिर हमारे पास आईपीएल का बहिष्कार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।"
अश्विनी महाजन ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) एक व्यवसाय है। इस व्यवसाय को चलाने वाले लोग देश और इसकी सुरक्षा चिंताओं के प्रति असंवेदनशील हैं। जब पूरी दुनिया चाइनीज कंपनियों का बहिष्कार कर रही है, तब आईपीएल उन्हें पनाह दे रहा है। उन्हें समझना चाहिए कि कुछ भी राष्ट्र से ऊपर नहीं है, यहां तक कि क्रिकेट भी नहीं।
स्वदेशी जागरण मंच ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, "यह जानकर हैरानी हुई है कि इंडियन प्रीमियर लीग ने चाइनीज मोबाइल कंपनी की स्पांसरशिप में आयोजन जारी रखने का फैसला किया है। आईपीएल गवर्निग काउंसिल ने चीन के सबसे जघन्य कृत्य से शहीद हुए सैनिकों के प्रति अपमान प्रकट किया है।"
अश्विनी महाजन ने कहा कि ऐसे समय जब अपने बाजार को चीनी प्रभुत्व से मुक्त करने के लिए समूचा देश कड़ी मेहनत कर रहा है, सरकार भी चीनी कंपनियों को बाहर करने के लिए हर कदम उठा रही है, चाहे चीनी निवेश को रोकने की बात हो या फिर चीनी कंपनियों को इंफ्रास्ट्रक्चर और टेलीकॉम सेक्टर के टेंडर से दूर रखने की कोशिशें हों। ऐसे में आईपीएल का यह कृत्य न केवल देश की मनोदशा पर चोट है, बल्कि यह देश की सुरक्षा और आर्थिक चिंताओं का पूरी तरह से अनादर दिखाता है।
अश्विनी महाजन ने कहा, "हम आईपीएल आयोजकों से आग्रह करते हैं कि वे चीनी कंपनी को अपने प्रायोजक के रूप में अनुमति देने के फैसले पर पुनर्विचार करें। ऐसा न होने पर हम देशभक्त नागरिकों को आईपीएल का बहिष्कार करने के लिए प्रेरित करेंगे। याद रखें कि राष्ट्र की सुरक्षा और गरिमा से ऊपर कुछ भी नहीं है, क्रिकेट भी नहीं।"(IANS)
रिजिजू की प्रतिभा स्काउटिंग योजना
नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)| खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है कि देश भर से अंडर-12 खेल प्रतिभाओं की पहचान करने के लिए वह जोनल-स्तरीय स्काउटिंग समितियों का गठन करेंगे। रिजिजू ने भारतीय कप्तान सुनील छेत्री के 36वें जन्मदिन के मौके पर फुटबॉल दिल्ली द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम में यह बात कही। रिजिजू और छेत्री के अलावा, अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल, फुटबाल दिल्ली के अध्यक्ष शाजी प्रभाकरण और एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) के महासचिव दातो विंडसर जॉन ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।
रिजिजू ने कहा, "एआईएफएफ के साथ साझेदारी में साई के खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत अगले कुछ महीनों में पांच प्रतिभा खोज समितियों का गठन करने की मेरी योजना है। हमें देश के हर कोने से 12 साल से कम उम्र के प्रतिभाशाली बच्चों का पता लगाना है, चाहे वह पूर्वोत्तर हो, मध्य भारत का आदिवासी इलाका हो, तटीय क्षेत्र हो, दक्षिण हो या उत्तर हो।"
उन्होंने कहा, "इस योजना को एआईएफएफ के साथ मिलकर लागू किया जाएगा और हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि कैसे हम देश भर में लीग आयोजित करके जमीनी स्तर पर फुटबॉल को मजबूत कर सकते हैं।"
छेत्री ने रिजिजू के प्रतिभा स्काउटिंग योजना की तारीफ करते हुए कहा, " मैं दिल्ली के फुटबॉल दिवस के साथ अपने जन्मदिन को साझा करने के लिए सम्मानित महसूस करता हूं और देश भर से प्रतिभाओं की पहचान करने के लिए खेल मंत्री की योजना को सुनना सबसे बड़ा जन्मदिन उपहार है। राजधानी में क्लबों को खेल को चलाना चाहिए। दिल्ली में कोई बड़ा क्लब नहीं है, इसलिए सभी हितधारकों के लिए साथ आना और इस बारे में बात करना महत्वपूर्ण है।"
एआईएफएफ के अध्यक्ष पटेल ने कहा, " पिछले एक दशक में भारतीय फुटबॉल में काफी सुधार हुआ है। हालांकि हम और भी बेहतर कर सकते हैं। जब तक भारत और चीन जैसे बड़े देश अच्छा प्रदर्शन नहीं करेंगे, फुटबॉल के लिए पैसा नहीं आएगा। हमें फुटबॉल को और अधिक पेशेवर बनाने की जरूरत है।"
नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)| अखिल भारतीय व्यापारी संघ (सीएआईटी) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से अनुरोध किया है कि वे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें संस्करण को दुबई में आयोजित कराने की अनुमति न दें। बीसीसीआई ने रविवार को हुई अपनी आईपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक में फैसला किया है कि लीग की टाइटल स्पॉन्सर वीवो ही रहेगी। भारत और चीन के बीच इस समय विवाद चल रहा है लेकिन यह फैसला कानूनी टीम से सलाह के बाद और प्रायोजक करार को ध्यान में रखकर लिया गया है।
सीएआईटी ने कहा, "हमने शाह और जयशंकर को एक पत्र भेजा है, जिसमें दुबई में आईपीएल को आयोजित करने के लिए बीसीसीआई को मंजूरी नहीं देने की मांग की गई है। यह सरकार की नीति का विरोधाभासी होगा।"
पत्र में, सीएआईटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया और महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि ऐसे में जबकि भारतीय सीमाओं पर चीनी आक्रमण ने भारत में चीन विरोधी भावनाओं को जन्म दिया, तो बीसीसीआई का निर्णय सरकार के फैसलों के विपरीत है।
कोविड-19 महामारी के कारण ओलंपिक और विंबलडन जैसे टूर्नामेंटों को रद्द करने का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि बीसीसीआई के फैसले की कड़ी निंदा की जानी चाहिए। बीसीसीआई का यह कदम पैसों के प्रति उसकी लालच को दर्शाता है।
नई दिल्ली, 3 अगस्त । भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और टीम के मुख्य कोच के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। कोहली और शास्त्री अकसर प्रेस कॉन्फ्रेंस स मं एक-दूसरे की तारीफ करते हुए नजर आते हैं।
ंपिछले साल वल्र्ड कप के बाद, जब भारतीय टीम सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों हार गई, तब ये कयास लगाए जाने लगे कि शायद बतौर कोच शास्त्री का कार्यकाल समाप्त हो सकता है। और भारतीय टीम शायद अन्य विकल्पों को तलाश करने लगे। तब कोहली ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में शास्त्री के बचाव मे आगे आए थे। उन्होंने कोच के रूप में शास्त्री की भूमिका की तारीफ करते हुए उन्हें एक और बार मौका दिए जाने की वकालत की थी। और कुछ सप्ताह बाद शास्त्री एक बार फिर भारतीय टीम के कोच थे।
शास्त्री और कोहली की जोड़ी ने भारतीय टीम को बीते कुछ अर्से में काफी जीत दिलाई हैं। इसमें ऑस्ट्रेलिया में 2018-19 में टेस्ट सीरीज जीतना सबसे ऊपर रखा जा सकता है। इन जोड़ी ने तेज गेंदबाजी को भी काफी अहमियत दी है और अब भारतीय टीम का तेज गेंदबाजी आक्रमण दुनिया में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने बताया है कि आखिर क्यों शास्त्री और कोहली की जोड़ी इतनी कामयाब हुई है। नेहरा ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम क्रिकेट कनेक्टेड में कहा, शास्त्री कोहली को उनका स्पेस देते हैं। कोहली को भी पता है कि शास्त्री किस तरह के इनसान हैं और उनके साथ काम कैसे करना है।
नेहरा ने कहा, रवि शास्त्री बहुत अच्छे मोटिवेटर हैं। यह उनकी खूबी है। वह आपको काफी विश्वास जगा देते हैं। आप कितनी भी मुश्किल में क्यों न हों वह आपको उससे लडऩे और जीतने का हौसला देते हैं। विराट कोहली को भी नेतृत्व करना पसंद है। वह उदाहरण बनाते हैं। दोनों का व्यक्तित्व काफी मिलता-जुलता है। इस वजह से दोनों मिलकर बेहतरीन काम कर पा रहे हैं।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के पूर्व गेंदबाजी कोच रहे नेहरा ने कहा कि कोहली और शास्त्री के बीच कई बातों को लेकर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन वे हमेशा एक दूसरे की सुनते हैं और मिलकर फैसला लेने की कोशिश करते हैं। (नवभारत टाईम्स)
नई दिल्ली, 3 अगस्त। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को भी भारतीय क्रिकेट ही नहीं बल्कि समूचे क्रिकेट जगत में भगवान का दर्जा दिया जाता है। सचिन के करीब 24 साल लंबे करियर में दर्जनों घटनाएं ऐसी रही हैं, जो उनके प्रशंसकों को चौंकने के लिए मजबूर कर सकती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्हें एक बार अपने हाथ की चोट का स्कैन कराने के दौरान फैंस से बचने के लिए बुर्के का भी सहारा लेना पड़ा था। इस घटना का जिक्र खुद सचिन ने ही अपनी आत्मकथा सरीखी एक किताब में किया था, जिसमें मास्टर ब्लास्टर के हवाले से उनके जीवन की अहम घटनाक्रमों को संजोया गया है।
दरअसल यह पूरा मामला उस दौर का है जब सचिन अपने करियर में बाएं हाथ की कोहनी की चोट यानी टेनिस एल्बो से जूझ रहे थे। इसी दौरान सचिन की कोहनी की सर्जरी की गई थी, लेकिन उसके बाद जब वे 5 महीने रिहेबिलेशन से गुजरकर क्रिकेट के मैदान पर लौटे तो उन्हें बाएं हाथ की कोहनी के अलावा दाएं हाथ के कंधे में भी दर्द महसूस होने लगा था। इसी दौरान उनकी कोहनी का ऑपरेशन करने वाले दक्षिण अफ्रीकी सर्जन डॉ.एंड्रयू वॉलेस किसी काम से दिल्ली आए हुए थे।
सचिन ने वॉलेस से मिलने की उस घटना का जिक्र करते हुए बताया कि मैं तब वडोदरा में था। मुझे वॉलेस के दिल्ली पहुंचने की जानकारी मिली। समस्या ये थी कि मैं वॉलेस से मिलने के बारे में किसी को भी बताना नहीं चाहता था और किसी भी हवाई जहाज से दिल्ली पहुंचने पर यह जानकारी सार्वजनिक हो जानी थी। इस मौके पर मेरे एक दोस्त अमित भाटिया काम आए, जो जबरदस्त क्रिकेट फैन हैं। अमित के पास अपना निजी जेट विमान था, जिसमें वे मुझे लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो गए। दिल्ली पहुंचने पर वॉलेस ने मेरे कंधे की जांच की और मुझे कुछ खास तरह के स्कैन कराने की सलाह दी।
सचिन ने बताया कि जब मुझे स्कैन के लिए अस्पताल जाने की जरूरत पता चली तो फिर वही समस्या थी कि मेरे दिल्ली आने की बात फैंस और मीडिया से कैसे छिपाई जाए। इसका तरीका यह निकाला गया कि मैंने एक बुर्का मंगाया और उसे पहनकर मैं कार में सवार होकर अस्पताल पहुंचा। वहां डॉक्टरों को पहले ही सारी जानकारी दे दी गई थी। इसके चलते मेरे स्कैन कराने की बात पूरी तरह गोपनीय रही। स्कैन में मेरे कंधे की नर्व के पास एक गांठ हो जाने की जानकारी सामने आई, जिसे वॉलेस ने ऑपरेशन के जरिये निकलवा लेने की सलाह दी। हालांकि मैं यह ऑपरेशन कई महीने बाद करा सका। (जी न्यूज)
नई दिल्ली, 3 अगस्त। इस साल 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच आईपीएल के 13वें सीजन का आयोजन यूएई में होगा। बीसीसीआई को इसके लिए भारत सरकार की भी मजूंरी मिल चुकी है। आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की रविवार को हुई मीटिंग में आईपीएल से संबंधित कई मुद्दों पर अहम फैसले लिए गए।
आईपीएल के इस सीजन में 10 डबल हेडर्स खेले जाएंगे और पूरी लीग 53 दिन चलेगी। इसके साथ ही बीसीसीआई ने आईपीएल की मुख्य प्रायोजक चीनी कंपनी के साथ अपने करार को भी बरकरार रखा है। हालांकि मीटिंग में एक ऐसा भी फैसला लिया गया, जिससे एमएस धोनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपर किंग्स को बड़ा झटका लगा है।
दरअसल चेन्नई सुपर किंग्स में ज्यादातर खिलाड़ी 30 से अधिक हैं और उन्हें निश्चित रूप से बाकी टीमों की तुलना में मैच फिटनेस हासिल करने के लिए अधिक समय की जरूरत है। सीएसके के तीन खिलाड़ी एमएस धोनी, सुरेश रैना और हरभजन सिंह करीब सालभर से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से दूर हैं। इसीलिए धोनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपर किंग्स बाकी टीमों से पहले यूएई पहुंचकर ट्रेनिंग शुरू करना चाहती थी और ऐसी भी खबर आई थी कि टीम दुबई के लिए 10 से 11 अगस्त तक रवाना होगी और 15 अगस्त से पहले अपना कैंप शुरू कर देगी।
20 अगस्त के बाद होगी टीमें रवाना
मीटिंग में सभी फ्रेंचाइजी और स्टैक होल्डर्स को एक सप्ताह की देरी से यूएई के लिए रवाना होने को कहा गया है। अधिकतर टीमों ने अगस्त के दूसरे या तीसरे सप्ताह में यूएई रवाना होने की योजना बनाई थी। मगर अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने आईपीएल फ्रेंचाइजियों को साफ स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी टीम 20 अगस्त से पहले यूएई रवाना नहीं हो सकती।
लंदन, 3 अगस्त। इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा है कि जब उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच से बाहर किया गया था, तब वह संन्यास के बारे में सोच रहे थे। इस मैच के बाद हालांकि ब्रॉड ने दोनों टेस्ट मैच खेले और तीसरे मैच में तो उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपने 500 विकेट भी पूरे किए। ऐसा करने वाले वह अपने देश के दूसरे गेंदबाज और विश्व के सातवें गेंदबाज बने।
ब्रॉड ने रविवार को डेली मेल के हवाले से लिखा, 'संन्यास की बातें मेरे दिमाग में 100 फीसदी चल रही थीं, क्योंकि मैं काफी निराश था। उन्होंने कहा, मैं खेलने की उम्मीद कर रहा था जो खेल जगत में काफी खतरनाक चीज है, लेकिन मुझे लगा था कि मैं खेलने का हकदार था।
स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा, जब बेन स्टोक्स ने मुझसे कहा कि मैं नहीं खेल रहा हूं तो मुझे लगा कि मेरे शरीर में झटके लग रहे हैं। मुझे बोलने में मुश्किल हो रही थी।'
स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा, मैंने यह किसी को नहीं बताया, लेकिन उस पहले टेस्ट मैच के सप्ताह काफी निराश था, मैं काफी हताश महूसस कर रहा था। मैं होटल में फंस गया था, कहीं और जा नहीं सकता था। ऐसा नहीं था कि मैं मौली (प्रेमिका) के पास जा सकता था और बारबेक्यू जा सकता था, मस्ती कर सकता था।
दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने कहा, मैं दो दिन तक नहीं सोया था। मैं कहीं नहीं था। मैं जिस तरह से महसूस कर रहा था उसे देखते हुए एक अलग तरह का फैसला लिया जा सकता था।
अब 600 विकटों पर नजरें जमाए बैठे ब्रॉड कहना है कि उस समय स्टोक्स ने अहम रोल निभाया जो रूट की गैरमौजूदगी में पहले टेस्ट में टीम की कप्तानी कर रहे थे। ब्रॉड ने कहा, स्टोक्स मेरे कमरे में आए और कॉरीडोर में मुझसे बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि यह क्रिकेट की बात नहीं है दोस्त बल्कि तुम कैसे हो यह बात है। उनका ऐसा करना काफी प्रभावी था। (आजतक)
नई दिल्ली, 3 अगस्त। आईपीएल का बिगुल एक बार फिर से बज गया है। इस बीच कोविड- 19 के चलते खिलाडिय़ों का ऑफ सेशन अभी भी जारी है और वह फैन्स से सोशल मीडिया के माध्यम से रू-ब-रू हो रहे हैं। रविवार को फ्रेंडशिप डे के मौके पर रोहित शर्मा ने भी ट्विटर पर अपने फैन्स के साथ एक खास अंदाज में फ्रेंडशिप डे सेलिब्रेट किया।
रोहित ने फैन्स के साथ सवाल जवाब का सेशन किया। इसमें वह फैन्स के सवाल चुनकर अपने ट्विटर अकाउंट पर वीडियो के द्वारा जवाब दे रहे थे। इस बीच रोहित से एक सवाल धोनी की तुलना पर भी किया गया था, जिस पर रोहित ने कहा कि एमएस धोनी जैसा बनना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
थोड़े दिनों पहले टीम इंडिया के सीनियर बल्लेबाज सुरेश रैना ने रोहित की कप्तानी की तुलना धोनी से की थी। इस पर एक फैन ने सवाल पूछा था कि क्या आप बता सकते हैं कि आपके कप्तानी स्टाइल में खास क्या है और आप अन्य कप्तानों से अलग कैसे हैं?
इसके जवाब में रोहित ने कहा, इस पर रोहित ने जवाब में कहा, हां, मैंने सुरेश (रैना) के इस कमेंट के बारे में सुना है। एमएस धोनी एक अलग ही खिलाड़ी हैं, उनके जैसा दूसरा कोई नहीं हो सकता। मैं मानता हूं कि इस तरह की तुलना नहीं होनी चाहिए। हर एक व्यक्ति अलग है और उसकी मजबूती और कमजोरी अलग-अलग होती है।
रोहित शर्मा आईपीएल के सबसे सफल कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने 4 खिताब अपने नाम किए हैं। कप्तानी में रोहित के कूल स्टाइल की तुलना अक्सर एमएस धोनी से होती है। (नवभारत टाईम्स)
नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने सोमवार को कहा कि वह पूरे विश्व की टी-20 लीगों में खेलना चाहते हैं लेकिन अभी तक उन्होंने किसी में भी अपनी उपलब्धता की पुष्टि नहीं की है। पठान ने ट्वीट किया, "मैं भविष्य में पूरे विश्व की टी-20 लीग में खेलना चाहता हूं, लेकिन इस समय मैंने किसी भी लीग में अपनी उपलब्धता की पुष्टि नहीं की है।"
पठान का यह ट्वीट उन खबरों के बाद आया जिसमें कहा जा रहा था कि वह उन 70 खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने लंका प्रीमियर लीग (एलपीएल) में खेलने को लेकर दिलचस्पी जताई है।
वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई ने पठान की दूसरी लीगों में खेलने की अपील को मंजूर कर लिया है और पांच फ्रेंचाइजियों में से कोई उन्हें मार्की खिलाड़ी नहीं चुनता है तो वह प्लेयर ड्रॉफ्ट में जा सकते हैं।
एलपीएल का पहला सीजन 28 अगस्त से 20 सितंबर के बीच खेला जा सकता है। पांच टीमों के नाम कोलंबो, कैंडी, गॉल, डाम्बुला और जाफाना शहरों के नाम पर रखे गए हैं।