खेल
चेतन शर्मा
नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय महिला पहलवान दिव्या काकरान ने बुधवार को कहा कि अर्जुन अवॉर्ड के लिए नामित होने से वह बेहद खुश और सम्मानित महसूस कर रही हैं। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समिति ने अर्जुन अवॉर्ड के लिए दिव्या के नाम की सिफारिश की है।
दिव्या के अलावा तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा, पिस्टल निशानेबाज मनु भाकेर और सौरभ चौधरी तथा रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक सहित 25 खिलाड़ियों के नामों की सिफारिश इस साल के अर्जुन अवॉर्ड के लिए की गई है।
राष्ट्रीय पुरस्कार समिति की मंगलवार को यहां राष्ट्रीय राजधानी में एक बैठक हुई, जिसमें इस पुरस्कार के लिए खिलाड़ियों के नामों की सिफारिश की गई।
दिव्या ने आईएएनएस से कहा, " मैं अपनी भावनाओं को बयां नहीं कर सकती। अर्जुन पुरस्कार पाना हर खिलाड़ी का सपना होता है। मैं अभी चांद के ऊपर हूं। मेरे परिवार और मुझे बहुत संघर्ष का सामना करना पड़ा और यह पुरस्कार हमारी उसी सारी मेहनत का परिणाम है।"
उन्होंने भावुक अंदाज में कहा, "यह अवार्ड खासकर मैं अपने परिवार को समर्पित करना चाहती हूं, अपनी मां को। मैं एक गरीब परिवार से आती हूं। मेरे पिता पुरुषों के लिए कुश्ती जॉकस्ट्रैप बेचते थे, जिसे मेरी मां पूर्वी दिल्ली के गोकुलपुर गांव में हमारे किराए के घर में सिलाई करती थी। सबकुछ अब मेरे दिमाग में वापस आ रहा है।"
दिव्या ने कहा, "मुझे अब भी याद है कि जब एक बार मेरी मां ने मेरी ट्रेनिंग के लिए अपनी शादी की चेन (मंगलसूत्र) तक बेच दी थी। पिछले साल नौकरी मिलने तक जीवन बहुत कठिन था। लेकिन वह अब अतीत है। इस पुरस्कार के साथ, मैं अपनी ओलंपिक तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना चाहती हूं और दुनिया के सामने अपनी योग्यता साबित करना चाहती हूं।"
2017 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली दिव्या ने महिलाओं की 68 किग्रा भार वर्ग में देश में अपना दबदबा कायम कर रखा है।
उन्होंने फरवरी में एशियाई चैंपियनशिप में राउंड रोबिन के आधार पर सभी चार मुकाबले जीते थे।
दिव्या ने आगामी एक सितंबर से शुरू होने वाली नेशनल कैम्प को लेकर कहा, "मैं लंबे समय से इसका इंतजार कर रही थी। नियमित तौर पर अभ्यास पर लौटने का यह एक अच्छा मौका होगा।"
नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)। भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान, राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामांकित की गई एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता पहलवान विनेश फोगाट ने कहा है कि इस पुरस्कार के लिए इंतजार काफी लंबा रहा है। लेकिन उनकी खुशी भी दोगुनी हो गई है और उनके ऊपर अब जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। 25 साल की विनेश उन 5 भारतीय खिलाडिय़ों में शामिल हैं, जिनके नाम की सिफारिश इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए की गई है।
विनेश ने कहा, सर्वाधिक गौरवपूर्ण क्षण। इंतजार लंबा रहा, लेकिन खुशी भी दोगुनी हो गई। भगवान ने चाहा तो इस अवॉर्ड का मान रखूंगी। अब जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। विनेश एकमात्र भारतीय महिला पहलवान हैं, जिन्होंने अब तक तोक्यो ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाइ किया है। विनेश 2019 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी हैं।
विनेश को अगले साल होने वाले तोक्यो ओलिंपिक खेलों में पदक का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है। वह गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल 2018 और 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। 2019 में वह लॉरेस वल्र्ड स्पोर्ट्स अवॉर्ड के लिए नामित होने वाली पहली भारतीय ऐथलीट बनी थीं।
विनेश के अलावा भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा, भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल, टेबल टेनिस चैम्पियन मनिका बत्रा और 2016 रियो पैरालिंपिक स्वर्ण पदक विजेता हाई जम्पर मरियप्पन थांगावेलू के नाम की भी सिफारिश की गई है। राष्ट्रीय पुरस्कार समिति की मंगलवार को यहां राष्ट्रीय राजधानी में एक बैठक हुई, जिसमें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए पांच खिलाडिय़ों के नामों की सिफारिश की गई।
त्रिनिदाद, 19 अगस्त। ऑलराउंडर सुनील नरेन के गेंद और बल्ले से धमाकेदार प्रदर्शन की बदौलत कैरेबियाई प्रीमियर लीग 2020 के पहले मैच में त्रिनबागो नाइट राइट राइडर्स ने गयाना अमेजन वॉरियर्स की टीम को 4 विकेट के अंतर से मात देकर विजयी शुरुआत की।
बारिश से प्रभावित मैच में त्रिनबागो नाइट राइड़र्स के कप्तान किरोन पोलार्ड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। ऐसे में पहले बल्लेबाजी करते हुए गयान की टीम ने शेमरॉन हेटमायर की 44 गेंद में 63 रन की धमाकेदार बल्लेबाजी की बदौलत निर्धारित 17 ओवर में 5 विकेट पर 144 रन का स्कोर खड़ा किया। हेटमायर के अलावा कीवी बल्लेबाज रॉस टेलर ने 21 गेंद में 33 रन की पारी खेली। इसके अलावा और कोई बल्लेबाज कोई बड़ा धमाल नहीं कर पाया। नाइट राइडर्स के लिए सुनील नरेन ने 19 रन देकर सबसे ज्यादा 2 विकेट लिए। वहीं अली खान, जेडन सील्स और ड्वेन ब्रावो ने 1-1 विकेट हासिल किया।
जीत के लिए 145 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी त्रिनबागो की टीम के लिए पारी की शुरुआत करने लिंडल सिमंस और सुनील नरेन की जोड़ी उतरी। सिमंस पांचवें ओवर में 21 गेंद पर 17 रन बनाकर चलते बने। इसके बाद सुनील नरेन ने धमाकेदार अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 27 गेंद में सीपीएल में अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया। इस दौरान उन्होंने गुयाना के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने 2 चौके और 4 छक्के जड़े। इस दौरान उन्हें दूसरे छोर से कीवी बल्लेबाज कोलिन मुनरो और डेरेन ब्रावो का साथ मिला। 56 के स्कोर पर मुनरो 7 गेंद पर 17 रन की पारी खेलकर चलते बने। इसके बाद 11वें ओवर में अपनी टीम को 100 रन के पार पहुंचाने के बाद नरेन इमरान ताहिर की गेंद पर कीमो पॉल के हाथों लपके गए। उन्होंने 28 गेंद में 50 रन की पारी खेली।
नरेन के आउट होने के बाद जीत हासिल करने के लिए त्रिनबागो की टीम को थोड़ा संघर्ष करना पड़ा। उसके विकेट लगातार गिरते रहे। नरेन के आउट होने के बाद कप्तान किरोन पोलार्ड भी सस्ते में पवेलियन लौट गए। उन्होंने 11 गेंद में 10 रन की पारी खेलकर वो ताहिर का दूसरा शिकार बने। इसके बाद टिम सीफर्ट भी 2 रन बनाकर आउट हो गए। ऐसे में अंत में डेवेन ब्रावो ने सिकंदर रजा के साथ मिलकर अपनी टीम को 2 गेंद शेष रहते जीत दिला दी। सुनील नरेन को उनके ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। गयाना के लिए सबसे सफल गेंदबाज इमरान और नवीन उल हक रहे। ताहिर ने 40 रन देकर और नवीन ने 21 रन देकर 2 विकेट हासिल किए। (timesnownews.com)
बेंगलुरू, 19 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय महिला और पुरुष हॉकी टीमों की 14 दिन की सेल्फ आइसोलेशन की अवधि पूरा होने के बाद टीमों ने अब फिर से यहां भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) सेंटर में अपनी ट्रेनिंग शुरू कर दी है। भारतीय महिला हॉकी टीम की गोलकीपर सविता इस बात से बेहद खुश हैं कि ट्रेनिंग अब फिर से शुरू हो चुकी है और खिलाड़ियों ने इसमें भाग लेना शुरू कर दिया है।
सविता ने कहा, " यह हम सभी के लिए एक अच्छा क्षण है क्योंकि हम खेल गतिविधियों को फिर से शुरू करने में सक्षम हैं और आउटडोर दौड़ भी करते हैं।"
उन्होंने कहा, " हमारे कमरों में, हम केवल बॉडी वेट एक्सरसाइज और प्रतिरोध बैंड का उपयोग करने में सक्षम थे। इसलिए यह एक सकारात्मक संकेत है कि हम सभी साई एसओपी के तहत बाहरी गतिविधियों में वापस आ सकते हैं।"
गोलकीपर ने कहा, " जब हम अपने कमरे में थे तब फिट रहना और अपनी देखभाल करने पर अधिक ध्यान देते थे। लेकिन वापस ट्रेनिंग शुरू करके अब अच्छा महसूस हो रहा है।"
सविता ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण ब्रेक ने स्वयं का विश्लेषण और मैदान के अंदर और बाहर जीवन का आकलन करने का शानदार मौका दिया।
उन्होंने कहा, " जब आप पेशेवर खिलाड़ी होते हो तो कभी कभी समय काफी व्यस्त हो जाता है। आपको स्वयं का विश्लेषण करने का मौका नहीं मिलता लेकिन ये कुछ महीने, विशेषकर पिछले 14 दिनों में मुझे चीजों को देखने और अपने आप को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिली।"
उन्होंने आगे कहा, " मैंने महसूस किया कि जीवन में शायद यही समय होगा जहां मैं निजी और पेशेवर चीजों का काफी विश्लेषण कर सकती हूं और उन्हें बेहतर करने की दिशा में काम कर सकती हूं। मेरा मानना है कि यह मेरे जीवन के सबसे महत्वपूर्ण चरण में से एक है।"
चेतन शर्मा
नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) हाल में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए एक फेयरवेल मैच का आयोजन करने के लिए तैयार है।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि बोर्ड आगामी आईपीएल के दौरान इस मामले में धोनी से बात करेगा और फिर उसी के अनुसार आगे का कार्यक्रम तय करेगा।
अधिकारी ने कहा, " फिलहाल कोई अंतर्राष्ट्रीय सीरीज नहीं है। हो सकता है कि आईपीएल के बाद हम देखेंगे कि क्या किया जा सकता है क्योंकि धोनी ने देश के लिए बहुत कुछ किया है और वह इस सम्मान के हकदार हैं। हम हमेशा उनके लिए एक फेयरवेल मैच चाहते थे, लेकिन धोनी एक अलग खिलाड़ी हैं। जब उन्होंने अपने संन्यास की घोषणा की तो किसी ने भी इसके बारे में सोचा नहीं था।"
यह पूछे जाने पर कि धोनी ने अब तक इस बारे में कुछ भी कहा है, अधिकारी ने कहा, "नहीं। लेकिन निश्चित रूप से हम आईपीएल के दौरान उनसे बात करेंगे और मैच या सीरीज के बारे में उनकी राय लेने के लिए यह सही जगह होगी। खैर, उनके लिए एक उचित सम्मान समारोह होगा चाहे वह इस पर सहमत हों या न हों। उन्हें सम्मानित करना हमारे लिए सम्मान की बात होगी।"
पूर्व क्रिकेटर मदन लाल ने भी धोनी के लिए एक फेयरवेल मैच के आयोजन का समर्थन किया है।
मदन लाल ने आईएएनएस से कहा, " मुझे सच में खुशी होगी अगर बीसीसीआई धोनी के लिए मैच का आयोजन करता है। वह एक महान खिलाड़ी हैं और आप उन्हें ऐसे ही नहीं जाने दे सकते। उनके प्रशंसक उन्हें फिर से एक्शन में देखना चाहेंगे।"
उन्होंने कहा, "आईपीएल यूएई में हो रहा है और हर कोई उन्हें खेलते हुए देखने के लिए अपनी स्क्रीन से चिपकेगा। लेकिन बोर्ड, भारत में भी एक सीरीज की मेजबानी कर सकता है, ताकि लोग उन्हें स्टेडियम में लाइव (जाहिर है कि इस महामारी के खत्म होने के बाद) देख सकें।"
39 वर्षीय धोनी ने 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले।
धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 में पहला टी 20 विश्व कप जीता था। इसके बाद 2011 में 50 ओवर विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। भारत ने साथ ही 2010 और 2016 का एशिया कप भी धोनी की कप्तानी में जीता था।
नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर से कमेंटेटर बने, दीप दास गुप्ता ने हाल ही में भारतीय क्रिकेट के सबसे चर्चित विषयों में से एक-विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी में से बेहतर कप्तान कौन है, के बारे में अपने विचार प्रकट किये। गांगुली के नेतृत्व में खेल चुके दीप दासगुप्ता, ने इस अंतहीन चर्चा और सबसे अच्छा कप्तान घोषित करने को लेकर भारतीयों के आकर्षण के बारे में कुछ दिलचस्प बातें कहीं। उनका मानना है, "सौरव टीम को एक निश्चित स्तर तक ले गये, उसके बाद एमएस धोनी ने टीम को आगे के स्तर तक पहुंचाया और अब विराट टीम को उस स्तर से आगे ले जा रहे हैं। उनके अनुसार, यह एक चेन रिएक्शन की तरह है और विभिन्न दौर को देखते हुए सही ठहराना बिल्कुल उचित नहीं है।"
स्पोर्ट्स टाइगर के शो 'ऑफ द फील्ड' में हाल ही में हुई बातचीत में, दास गुप्ता ने यह भी कहा कि, "जब हम कप्तानी के बारे में बात करते हैं, तो हम अजीत वाडेकर जैसे किसी व्यक्ति के बारे में बात नहीं करते हैं। हम यह भूल जाते हैं कि 1971 में, भारत ने घरेलू मैदान से बाहर जाकर इंग्लैंड में इंग्लैंड के खिलाफ और वेस्ट इंडीज में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो बड़ी सीरीज में जीत हासिल की थी। इसलिए, अनौपचारिक रूप से भारत टेस्ट मैच के संदर्भ में 1971 में ही नंबर 1 बन गया था।"
इंटरव्यू के दौरान, उन्होंने कपिल देव, जिन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को 1983 का विश्व कप दिलाया, तथा सुनील गावस्कर और मंसूर अली खान पटौदी जैसे पूर्व कप्तानों और दिग्गजों को सम्मानपूर्वक याद किया। उन्होंने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास इतने महान कप्तानों और खिलाड़ियों की विरासत है, लेकिन कभी-कभी, हम इनकी सराहना नहीं कर पाते हैं।"
दीप दास गुप्ता बहुत ही सफल कमेंटेटर हैं और विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में 8 टेस्ट और 5 वन डे मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। दीप दास गुप्ता का टेस्ट में 28.67 का औसत रहा है तथा उनके नाम पर एक शतक और दो अर्धशतक दर्ज हैं।
मुंबई, 18 अगस्त (आईएएनएस)| दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के पास बीएमडब्ल्यू, फेरारी, निसान जीटी-आर जैसी विश्व की बेहतरीन कारें मौजूद हैं। कारों के प्रति उनका लगाव दुनिया से छिपा नहीं है, लेकिन बहुत कम लोगों को ही यह मालूम है कि वह पेशेवर क्रिकेटर बन जाने के बाद अपने पैसे से खरीदी गई अपनी पहली कार को अभी तक नहीं भूले हैं।
तेंदुलकर ने भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी मुदित दानी के साथ शो इन द स्पोर्टलाइट में अपनी पहली कार के प्रति भावनात्वक लगाव का खुलासा किया। इस दौरान उन्होंने अपील की कि जिन्होंने भी इस कार को खरीदा है वह उनसे संपर्क करें। भावनात्मक कारणों से अपनी कार वापस चाहते हैं।
तेंदुलकर ने कहा, " मेरी पहली कार मारुति-800 थी। दुर्भाज्ञवश यह कार अब मेरे पास नहीं है। मुझे बहुत अच्छा लगेगा अगर यह फिर से मेरे पास आ जाए। जो लोग मुझे सुन रहे हैं वे इसे लेकर मुझसे संपर्क कर सकते हैं।"
दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, ्न्न मेरे घर के पास बड़ा सा ओपन-ड्राइव-इन मूवी हॉल था, जहां लोग अपनी-अपनी कारें पार्क कर मूवी देखा करते थे। उस समय मैं अपने भाई के साथ हमारी बालकनी में घंटों खड़े होकर इन कारों को देखा करता था।"
मुंबई, 18 अगस्त (आईएएनएस)| दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के पास बीएमडब्ल्यू, फेरारी, निसान जीटी-आर जैसी विश्व की बेहतरीन कारें मौजूद हैं। कारों के प्रति उनका लगाव दुनिया से छिपा नहीं है, लेकिन बहुत कम लोगों को ही यह मालूम है कि वह पेशेवर क्रिकेटर बन जाने के बाद अपने पैसे से खरीदी गई अपनी पहली कार को अभी तक नहीं भूले हैं।
तेंदुलकर ने भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी मुदित दानी के साथ शो इन द स्पोर्टलाइट में अपनी पहली कार के प्रति भावनात्वक लगाव का खुलासा किया। इस दौरान उन्होंने अपील की कि जिन्होंने भी इस कार को खरीदा है वह उनसे संपर्क करें। भावनात्मक कारणों से अपनी कार वापस चाहते हैं।
तेंदुलकर ने कहा, " मेरी पहली कार मारुति-800 थी। दुर्भाज्ञवश यह कार अब मेरे पास नहीं है। मुझे बहुत अच्छा लगेगा अगर यह फिर से मेरे पास आ जाए। जो लोग मुझे सुन रहे हैं वे इसे लेकर मुझसे संपर्क कर सकते हैं।"
दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, ्न्न मेरे घर के पास बड़ा सा ओपन-ड्राइव-इन मूवी हॉल था, जहां लोग अपनी-अपनी कारें पार्क कर मूवी देखा करते थे। उस समय मैं अपने भाई के साथ हमारी बालकनी में घंटों खड़े होकर इन कारों को देखा करता था।"
साउथैम्पटन, 18 अगस्त (आईएएनएस)| इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज रोबर्ट की का मानना है कि तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर को पाकिस्तान के खिलाफ 21 अगस्त से शुरू होने वाले तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में खेलना चाहिए। आर्चर को वर्षा और खराब रोशनी से प्रभावित दूसरे टेस्ट से आराम दिया गया था। उनकी जगह आलराउंडर सैम कुरेन को टीम में शामिल किया गया था। दूसरा टेस्ट ड्रॉ रहा था।
की ने स्काई स्पोटर्स से कहा, " मैं आर्चर को चुनूंगा। अगर आप उन सभी पाकिस्तान के बल्लेबाजों से पूछे तो मुझे लगता है कि जब उन्होंने सुना तो वह (आर्चर) दूसरे टेस्ट में नहीं खेल रहे हैं तो वे इसका जश्न मनाने लगे होंगे। मैं कुरैन और आर्चर के बीच एक सीधा मुकाबला करता। यह समस्या है जब आपके पास स्टोक्स नहीं हैं।"
इंग्लैंड की टीम तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना रखी है। पाकिस्तान की टीम इससे पहले 2016 और 2018 में इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज ड्रॉ करा चुकी है और की का मानना है कि मेहमान टीम इस बार भी ऐसा कर सकती है।
उन्होंने कहा, " पाकिस्तान ने 230 रन बनाए थे और मुझे लगता है कि इस तरह की खराब परिस्थितियों में यह एक अच्छा स्कोर था। यह पाकिस्तान की बहुत ही अच्छी टीम है और उनके पास सीरीज को बराबर करने का बहुत अच्छा मौका हैं।"
मुंबई, 18 अगस्त। विश्व कप 2011 के फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी द्वारा लगाया गया वह आखिरी सिक्स जिस सीट पर गेंद गिरी थी वानखेड़े स्टेडियम में वह सीट पूरी तरह से धोनी के नाम हो सकती है। मुंबई क्रिकेट असोसिएशन को मिले प्रस्ताव के अनुसार उस सीट को धोनी के नाम पर रखने का प्रस्ताव है। शनिवार को धोनी ने अपने लगभग 16 साल लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर से संन्यास लेने का फैसला किया है।
धोनी ने इस मैच में श्रीलंका के तेज गेंदबाज नुआन कुलासेकरा के खिलाफ 2011 वल्र्ड कप फाइनल में छक्का लगाकर भारत को 28 साल बाद वल्र्ड चैंपियन बनाया था।
मुंबई क्रिकेट असोसिएशन के सदस्य अजिंक्य नाइक ने उस सीट का नाम धोनी के नाम पर रखने का प्रस्ताव दिया है। उनका कहना है कि इस सीट को सजाया जाएगा। सीट को ऐसे सजाया जाएगा कि यह भारतीय क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी के योगदान और वानखेड़े स्टेडियम से उनके जुड़ाव के प्रति सम्मान और शुक्रिया का भाव प्रदर्शित करे।
भारतीय क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी के बड़े योगदान को देखते हुए एमसीए उस स्टैंड में जहां उन्होंने 2011 के वल्र्ड कप वह मशहूर सिक्स जड़ा था, एक स्थायी सीट उनके नाम रख सकता है। हम देख सकते हैं कि गेंद कहां गिरी थी- और किस सीट की ओर वह जा रही थी।
इस अनुरोध में कह गया है, हम इस सीट को इस तरह पेंट कर सकते हैं ताकि धोनी का भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐतिहासिक वानखेड़े स्टेडियम के साथ संबंध दिखा सकें।
यह भी सुझाव दिया गया है कि जल्द ही बनने वाले एमसीए के क्रिकेट म्यूजियम में वल्र्ड कप बॉल को रखा जाएगा। इस खत में लिखा गया है, यह भी अच्छा होगा अगर हम यह पता लगा सकें कि वह वर्ल्ड कप बॉल कहां है। यह बनने वाले क्रिकेट म्यूजियम में आकर्षण का केंद्र हो सकती है। यह भी महान महेंद्र सिंह धोनी को सम्मान देने का एक छोटा सा सुझाव है।
(navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा)। भारत की महिला एकदिवसीय टीम की कप्तान मिताली राज और स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने सोमवार को हाल में संन्यास लेने वाले महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ करते हुए दो बार विश्व कप जीतने वाले भारतीय टीम के इस कप्तान को प्रेरणा और स्वयं में संस्थान करार दिया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद सभी ट्रॉफियां जीतने वाले एकमात्र कप्तान धोनी ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर डाले वीडियो में मिताली ने कहा, धोनी एक प्रेरणा और अपने आप में एक संस्थान हैं। वह हर उस छोटे शहर के लडक़े का सपना हैं जो देश के लिए खेलना और सब कुछ हासिल करना चाहता है। उन्होंने कहा सम्मान, शोहरत और लोगों का प्यार, मैं विशेष रूप से मुश्किल परिस्थितियों में भी शांतचित्त रहने और उनके धैर्य की कायल हूं। और बेशक उसकी अनोखी शैली, फिर यह बल्लेबाजी हो या विकेटकीपिंग। वर्ष 2004 में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले धोनी ने भारत के लिए 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। धोनी की ही कप्तानी में भारत ने टेस्ट क्रिकेट में पहली बार दुनिया की नंबर एक टीम की रैंकिंग हासिल की।
मंधाना ने भी धोनी की सराहना की। बीसीसीआई द्वारा डाले एक अन्य वीडियो में मंधाना ने कहा धोनी जिस तरह 2011 विश्व कप के फाइनल में बल्लेबाजी के लिए आए थे, वह मुझे अब भी याद है। उनके चेहरे पर जो आत्मविश्वास था उससे मैं प्रेरणा लेती हूं। उन्होंने मुझे यकीन है कि उन्होंने अपने आस-पास के लोगों को बेहतर क्रिकेटर, नेतृत्वकर्ता और सबसे महत्वपूर्ण बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित किया। आपके योगदान के लिए शुक्रिया धोनी सर।
नई दिल्ली, 18 अगस्त (आईएएनएस)| भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान-राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के नाम की सिफारिश की गई है। रोहित के अलावा एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगाट, टेबल टेनिस चैम्पियन मानिका बत्रा और 2016 रियो पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थांगावेलू के नाम की भी सिफारिश की गई है। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय पुरस्कार समिति की मंगलवार को यहां राष्ट्रीय राजधानी में एक बैठक हुई, जिसमें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चार खिलाड़ियों के नामों की सिफारिश की गई। विस्तृत रिपोर्ट की प्रतीक्षा है।
रोहित ने 2019 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए 648 रन बनाए थे। वहीं, विनेश, एकमात्र भारतीय महिला पहलवान हैं, जिन्होंने अब तक टोक्यो ओलंपिक 2021 के लिए क्वालीफाई किया है। विनेश 2019 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक जीत चुकी हैं।
महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी मानिका ने 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में दो स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा वह 2018 एशियाई खेलों में भी कांस्य पदक अपने नाम कर चुकी हैं। हालांकि उन्हें अभी टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना बाकी है।
पैरालंपिक खिलाड़ी मरियप्पन ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर अगले साल होने वाले टोक्यो पैरालंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई किया है।
खेल रत्न के अलावा समिति द्रोणाचार्य पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार,ध्यानचंद पुरस्कार और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार तथा मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी के नामों की भी घोषणा करेगी।
ये पुरस्कार हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति देते हैं।
चेतन शर्मा
नई दिल्ली, 18 अगस्त (आईएएनएस)| टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल कर चुकी महिला पहलवान विनेश फोगाट हरियाणा के भिवानी स्थित अपने घर पर ही ट्रेनिंग करना जारी रखेंगी क्योंकि उन्होंने एक सितंबर से लखनऊ में शुरू हो रही राष्ट्रीय कुश्ती कैम्प में भाग लेने से मना कर दिया है।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) को अगले महीने से राष्ट्रीय कुश्ती कैम्प आयोजित करने को अपनी झंडी दे दी है जबके कई पहलवान इस फैसले के खिलाफ हैं।
एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता महिला पहलवान विनेश ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि उन्होंने महासंघ से अनुरोध किया है कि वे उन्हें अकेले ही ट्रेनिंग करने की अनुमति दे।
विनेश ने कहा," हां, मैं कैम्प में भाग लेने नहीं जा रही हूं। मैंने इसके बारे में महासंघ को सूचित कर दिया है और उन्होंने मुझे अब तक (हंसते हुए) को इसकी अनुमति दे दी है।"
उन्होंने कहा, " कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं और मैं कोई भी खतरा नहीं लेना चाहती हूं। इसलिए मैंने इस समय कैम्प से हटने का सोचा है।"
इस बीच, टोक्यो ओलंपिक का कोटा हासिल कर चुके बजरंग पूनिया और महिला पहलवान पूजा ढांढा ने कैम्प में भाग लेने की पुष्टि कर दी है।
आठ भार वर्गों में कुल 26 पुरुष पहलवान सोनीपत में कैम्प में भाग लेंगे। इनमें पांच फ्रीस्टाइल वर्ग (57, 65, 74, 86, 125 किग्रा) और तीन ग्रीको रोमन (60, 77, 87 किग्रा) शामिल हैं। साथ ही इनके साथ छह स्पोर्ट स्टाफ भी हैं।
वहीं, महिला वर्ग में कुल 15 महिला पहलवान शिविर का हिस्सा होंगी। इनमें पांच (50, 53, 57, 62, 68 किग्रा) में और चार स्पोर्ट स्टाफ होंगे, जो कि लखनऊ में कैम्प में रिपोर्ट करेंगी।
पुरुष वर्ग में रवि कुमार, बजरंग कुमार, नरसिंह यादव, दीपक पूनिया, सुमित ज्ञानेंद्र, साजन, सुनील कुमार हैं जबकि महिला वर्ग में निर्मला देवी, विनेश फोगाट, पूजा ढांढा, साक्षी मलिक और दिव्या काकराण हैं।
एक सितंबर से शुरू होने वाली कुश्ती कैम्प 30 सितंबर तक चलेगी। पुरुष पहलवानों का कैम्प हरियाणा के सोनीपत स्थित साई सेंटर में जबकि महिलाओं का कैम्प लखनऊ में लगाई जाएगी।
साउथम्पटन, 17 अगस्त (भाषा)। पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के बीच ब्रिटेन आने के लिए इंग्लैंड को अजहर अली और उनकी टीम का आभारी होना चाहिए और उन्हें इसके बदले 2022 में पाकिस्तान का दौरा करना चाहिए।
वैश्विक स्वास्थ्य संकट के बावजूद वेस्टइंडीज और पाकिस्तान ने इंग्लैंड का दौरा करने का फैसला किया जिससे इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) भारी वित्तीय नुकसान से बच गया। इंग्लैंड ने 2005-06 से पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। टीम 2009 में श्रीलंकाई टीम बस पर आतंकी हमले के बाद सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान नहीं आई है। जो रूट और उनकी टीम को हालांकि 2022 में तीन टेस्ट और पांच एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए पाकिस्तान का दौरा करना है। वसीम ने स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट से कहा, ‘टीम के यहां आने के कारण आप लोगों को पाकिस्तान क्रिकेट का आभारी होना चाहिए और देश का उससे भी अधिक।
वे यहां ढाई महीने से अधिक समय तक जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण में रहेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘इसलिए अगर सब कुछ सही रहा तो इंग्लैंड को पाकिस्तान का दौरा करना चाहिए। मैं वादा करता हूं कि मैदान के अंदर और बाहर उनका पूरा ख्याल रखा जाएगा और प्रत्येक मैच के स्टेडियम खचाखच भरा होगा।’
इंग्लैंड के खिलाडिय़ों ने पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में हिस्सा लिया है और अकरम को उम्मीद है कि इससे सुरक्षा चिंताओं को दूर करने में मदद मिलेगी। इस महीने की शुरुआत में इंग्लैंड के कोच क्रिस सिल्वरवुड ने भी कहा था कि उन्हें पाकिस्तान दौरे पर टीम ले जाने में कोई समस्या नहीं है।
चेन्नै, 17 अगस्त। महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर भले ही कई लोगों को हैरान कर दिया हो लेकिन चेन्नै सुपर किंग्स को टीम के साथ अपने कप्तान के भविष्य को लेकर कोई चिंता नहीं है। फ्रैंचाइजी चाहते हैं कि धोनी जब तक चाहें टीम के साथ खेलते रहें।
सीएसके के सीईओ काशी विश्वनाथन ने रविवार को हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, उन्होंने सिर्फ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ा है। वह चेन्नै सुपर किंग्स के लिए खेलते रहेंगे। हमारी ख्वाहिश है कि वह तब तक खेलते रहें जब तक उनका दिल करे। दरअसल, हम तो उन्हें 2021 के आईपीएल के बाद भी अपनी टीम में बतौर खिलाड़ी देखना चाहेंगे।
चेन्नै सुपर किंग्स ने शनिवार से अपना ट्रेनिंग कैंप शुरू किया है। रविवार को टीम ने शहर में लॉकडाउन की वजह से प्रैक्टिस नहीं की। धोनी ने पिछले साल जुलाई के बाद से कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला था, आईपीएल में वापसी के लिए तैयार हैं। इंडियन प्रीमियर लीग का 13वां सीजन 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच यूएई में खेला जाएगा। इस बीच यह भी खबर है कि अगर चेन्नै सुपर किंग्स इस साल आईपीएल का खिताब जीत जाती है तो धोनी क्रिकेट को पूरी तरह अलविदा कह सकते हैं।
विश्वनाथन ने कहा, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला बिलकुल धोनी के अंदाज में था। लेकिन बात जब क्रिकेटीय फैसलों की हो तो हम उसमें दखल नहीं देते। हालांकि हम बेशक ऐसी उम्मीद करते हैं कि वह चेन्नै सुपर किंग्स को छोडऩे को लेकर ऐसा कोई फैसला नहीं करें।
साक्षी सिंह धोनी ने बेहद खास संदेश के साथ धोनी के इस फैसले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर धोनी की एक तस्वीर पोस्ट की और लिखा- आपने जो कुछ भी हासिल किया, उस पर आपको गर्व होना चाहिए। खेल को अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए आपको बधाई। मुझे आपकी उपलब्धियों पर और बतौर इंसान आप जैसे हैं उस पर गर्व है। मुझे यकीन है कि अपने जुनून को अलविदा कहने के लिए आपने अपने आंसुओं को रोके रखा होगा। आपको अच्छा स्वास्थ्य, खुशियां और आने वाले वक्त में शानदार चीजों के लिए शुभकामनाएं।
एमएस धोनी आखिरी बार 2019 वल्र्ड कप सेमीफाइनल में टीम इंडिया की नीली जर्सी में नजर आए थे। उसके बाद से कई बार उनके संन्यास को लेकर अफवाहें उड़ी, लेकिन 15 अगस्त शाम 7.29 बजे धोनी ने ये बड़ा फैसला ले लिया। उनके रिटायरमेंट के ऐलान के साथ ही भारतीय क्रिकेट में उनके एक शानदार दौर का अंत हो गया। भारत के साथ-साथ दुनियाभर में धोनी के फैन और विदेशी क्रिकेटरों ने भी धोनी के योगदान को याद किया।
भारत के लिए 500 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले एमएस धोनी ने अपनी मैच फिनिशिंग और कप्तानी से लोगों को फैन बनाया था। दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में उनकी गिनती होती है। धोनी ने भारत को न सिर्फ पहला टी-20 वल्र्ड कप जिताया, बल्कि 28 साल बाद भारत को वर्ल्ड चैंपियन भी बनाया। साथ ही टेस्ट क्रिकेट में भी टीम इंडिया को पहली बार नंबर-1 बनाने का श्रेय धोनी को ही जाता है।
धोनी इकलौते ऐसे कप्तान हैं, जिनके नेतृत्व में भारत आईसीसी की तीनों बड़ी ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। धोनी की कप्तानी में भारत ने आईसीसी की वर्ल्ड-टी20 (2007 में), क्रिकेट वर्ल्ड कप (2011 में) और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी (2013 में) का खिताब जीता। क्रिकेट के मैदान में महेंद्र सिंह धोनी को करिश्माई खिलाड़ी के साथ धीर-गंभीर भी माना जाता रहा है। धोनी ने भारत की ओर से 350 वनडे मैच खेले, जिनमें उन्होंने 50 से ज़्यादा की औसत से 10,773 रन बनाए।
धोनी ने वनडे क्रिकेट में 10 शतक और 73 अर्धशतक बनाए। इसके साथ ही उन्होंने विकेटकीपर के तौर पर 321 कैच लपके और 123 खिलाडिय़ों को स्टंप आउट किया। वहीं टी-20 क्रिकेट में धोनी ने भारत की ओर से 98 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 37 से ज़्यादा की औसत से 1617 रन बनाए। टेस्ट क्रिकेट से एमएस धोनी ने 2014 में ही संन्यास ले लिया था। 90 टेस्ट मैचों में धोनी ने 38 से ज़्यादा की औसत से 4876 रन बनाए। टेस्ट मैचों में धोनी ने विकेट के पीछे 256 कैच लपके और 38 स्टंप किए। बल्लेबाज़ के तौर पर उन्होंने छह शतक और 33 अर्धशतक जमाए।
सीएसके का यह अधिकारी शनिवार को उस समय इनचार्ज था जब टीम एमए चिदंबरम स्टेडियम में प्रैक्टिस कर रही थी। इसी प्रैक्टिस सेशन के बाद धोनी ने रिटायरमेंट का ऐलान किया। विश्वनाथन ने कहा कि धोनी जब प्रैक्टिस में बैटिंग कर रहे थे तो उनकी बॉडी लैंग्वेज से इस फैसले का कोई अंदाजा नहीं मिल रहा था। उन्होंने कहा, प्रैक्टिस शाम को 4.30 पर शुरू हुई और सात बजे तक चली। इसके बाद धोनी ड्रेसिंग रूम में वापस चले गए। आधे घंटे बाद, मुझे टीम के मालिक एन. श्रीनिवासन का संदेश मिला कि मैं चेक करूं कि क्या यह खबर सही है। धोनी जब ड्रेसिंग रूम से लौटे तो मैं उनसे बात की और उन्होंने इसकी पुष्टि कर दी। (navbharattimes.indiatimes.com)
चेन्नई, 17 अगस्त। भारतीय टीम में एकसाथ होने के अलावा एमएस धोनी और सुरेश रैना ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) में काफी समय एक साथ गुजारा है। रैना ने धोनी के नेतृत्व में खेलते हुए सीएसके में अपनी शैली पर काम किया और सीनियर टीम का अभिन्न अंग बने। फिर जब एमएस धोनी ने शनिवार को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की तो रैना ने उनके पीछे-पीछे वही घोषणा कर डाली।
रैना ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर सीएसके के टीम साथियों के साथ फोटो पोस्ट की और एमएस धोनी के साथ रिटायरमेंट लेने वाले खिलाडिय़ों की लिस्ट में शामिल हो गए। जहां किसी को धोनी के संन्यास की जानकारी नहीं थी, रैना ने अब खुलासा किया कि उन्हें पूर्व भारतीय कप्तान के चेन्नई पहुंचकर संन्यास लेने की जानकारी थी।
रैना ने कहा मुझे पता था कि चेन्नई पहुंचने के बाद एमएस धोनी संन्यास की घोषणा करेंगे। मैं, पीयूष चावला, दीपक चाहर और कर्ण शर्मा 14 अगस्त को चार्टर्ड प्लेन से रांची पहुंचे, जहां से माही भाई और मोनू सिंह को अपने साथ लिया।
जब धोनी ने टेस्ट संन्यास लिया था तो एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी कि धोनी उत्तर प्रदेश के बल्लेबाज के पास खड़े हुए नजर आए। धोनी के सीमित ओवर संन्यास की कहानी भी अलग नहीं है और रैना ने कहा कि संन्यास की घोषणा के बाद उन्होंने और एमएस धोनी ने एक-दूसरे को गले लगाया और खूब रोए।
33 साल के सुरेश रैना ने कहा, अपने संन्यास की घोषणा के बाद हमने एक-दूसरे को गले लगाया और खूब रोए। मैं, पीयूष चावला, अंबाती रायुडू, केदार जाधव और कर्ण शर्मा इसके बाद एक साथ बैठे। हमने अपने करियर और रिश्ते के बारे में बातें की। हमने उस रात पार्टी की। रैना ने कहा कि दोनों क्रिकेटरों ने पहले ही 15 अगस्त को संन्यास की घोषणा करने की योजना बना ली थी।
जहां भारत को आजादी मिले 73 साल हो गए थे तो धोनी का जर्सी नंबर 7 जबकि रैना का जर्सी नंबर 3 था। तो दोनों ने फैसला किया कि संन्यास लेने का यह बिलकुल आदर्श समय है।
नई दिल्ली, 16 अगस्त (आईएएनएस)| अपनी कप्तानी में भारत को दो बार विश्व क्रिकेट का ताज दिलाने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को बेहद साधारण अंदाज में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। धोनी के साथ हालांकि एक अजीब इत्तेफाक जुड़ा है। वह अपने करियर के पहले मैच में भी रन आउट हुए और अंतिम मैच में भी। धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को चटगांव में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे मैच से अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरूआत की थी और अपने पहले मैच में पहली ही गेंद पर ही वह रन आउट हो गए थे। इस करीबी मुकाबले में भारत को 11 रन से जीत मिली थी।
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इत्तेफाक से धोनी अपने करियर के आखिरी मैच में भी रन आउट हुए। विश्व कप 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में भी धोनी रन आउट हुए। मार्टिन गप्टिल के थ्रो ने धोनी को रन आउट कर भारत की विश्व कप जीतने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था और इस मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा।
यह मैच धोनी के करियर का अंतिम अंतर्राष्ट्रीय मैच साबित हुआ। इसके ठीक एक साल बाद उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय किकेट को अलविदा कह दिया।
जूनियर क्रिकेट से बिहार क्रिकेट टीम, झारखंड क्रिकेट टीम से इंडिया ए टीम तक और वहां से भारतीय टीम तक का धोनी का सफर महज पांच-छह साल में पूरा हो गया।
धोनी की कप्तानी में भारत ने आईसीसी टी-20 विश्व कप (2007), क्रिकेट विश्व कप (2011) और आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी (2013) का खिताब जीता। इसके अलावा भारत 2009 में पहली बार टेस्ट में नंबर एक बना था। दिसंबर 2014 में धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास की घोषणा कर दी थी।
धोनी ने साल 2017 की शुरूआत में ही वनडे और टी20 कप्तानी को भी उसी अंदाज में अलविदा कहा, जिसके लिए वो जाने जाते हैं और इसके तीन साल बाद उन्होंने अपने पुराने अंदाज में ही अंतर्राष्ट्रीय से संन्यास लेने की घोषणा कर दी।
दिसंबर 2005 में चेन्नई में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट करियर की शुरूआत करने वाले धोनी ने भारत के लिए 90 टेस्ट मैचों की 144 पारियों में 38.09 की औसत से 4876 रन बनाए।
टेस्ट में उनके नाम छह शतक और 33 अर्धशतक दर्ज है और उनका सर्वोच्च स्कोर 224 है।
वहीं, 23 दिसंबर 2004 को चटगांव में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे मैच में पदार्पण करने वाले धोनी ने 350 वनडे मैचों की 297 पारियों में 50.57 की औसत से 10773 रन बनाए हैं। इसमें उनके नाम 10 शतक और 73 अर्धशतक दर्ज हैं। वनडे में उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 183 हैं।
दुनिया के सबसे सर्वश्रेष्ठ फिनिशर माने जाने वाले धोनी ने एक दिसंबर 2006 को जोहान्सबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी 20 करियर की शुरूआत की थी।
उन्होंने 98 टी 20 मैचों में 37.60 की औसत से 1617 रन बनाए हैं। इसमें उनके नाम दो अर्धशतक हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 56 हैं।
नई दिल्ली, 16 अगस्त (आईएएनएस)| भारत को दो विश्व कप दिलाने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद धोनी की पत्नी साक्षी ने उनके लिए एक खास और भावुक मैसेज लिखा है। साक्षी ने इंस्टाग्राम पर धोनी की फोटो शेयर करते हुए लिखा, " आपने जो कुछ भी हासिल किया उस पर आपको गर्व होना चाहिए। खेल को अपना बेस्ट देने के लिए आपको बधाई। मुझे आपकी उपलब्धियों पर और आप जिस तरह के इंसान हैं, उस पर गर्व है। मुझे पता है कि आपने अपने पैशन को गुडबाय कहते समय आंसुओं को रोका होगा। भविष्य के लिए शुभकामनाएं।"
साक्षी ने साथ ही अमेरिकी पोएट माया एंजेलो का एक कोट भी धोनी के लिए शेयर किया है। उन्होंने लिखा, " लोग भूल जाएंगे कि आपने क्या कहा, लोग भूल जाएंगे आपने क्या किया, लेकिन लोग कभी नहीं भूलेंगे कि आपने उन्हें कैसा अहसास कराया।-माय एंजेलो।"
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39 साल के धोनी ने शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। शांत स्वाभाव के लिए मशहूर धोनी ने अपनी अंदाज के मुताबिक ही इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के जरिए शांति से अपने संन्यास का ऐलान कर दिया।
धोनी ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए लिखा, " आप सभी के प्यार और समर्थन के लिए बहुत शुक्रिया। आज शाम 7.29 बजे के बाद से मुझे रिटायर समझिए।"
धोनी की कप्तानी में भारत ने आईसीसी टी-20 विश्व कप (2007), क्रिकेट विश्व कप (2011) और आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी (2013) का खिताब जीता।
इसके अलावा भारत 2009 में पहली बार टेस्ट में नंबर एक बना था। दिसंबर 2014 में धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास की घोषणा कर दी थी।
देबायन मुखर्जी
कोलकाता, , 16 अगस्त (आईएएनएस)| इस साल अगर टी 20 विश्व कप होता, तो महेंद्र सिंह धोनी जरूर उसमें खेलते। यह मानना है कि धोनी के बचपन के कोच केशव बनर्जी का। धोनी ने शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले धोनी ने पिछले साल जुलाई में विश्व कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मुकाबले के बाद से एक भी मैच नहीं खेला था।
स्कूल के दिनों से ही धोनी को जानने वाले बनर्जी ने धोनी के गृहनगर रांची से फोन पर आईएएनएस से कहा, " अगर इस साल यह (टी 20 विश्व कप) होता, तो वह इसमें खेलते। ऐसा मेरा मानना है।"
उन्होंने कहा, " वह विश्व कप के बाद अपना फैसला लेते। देखिए उनके दिमाग को पढ़ना मुश्किल है, लेकिन अगर आप मुझसे पूछें तो वह खेलते।"
टी 20 विश्व कप का आयोजन इस साल अक्टूबर-नवंबर में आस्ट्रेलिया में होना था, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण इसे 2021 तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
धोनी ने आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के अपने टीम साथियों के साथ जुड़ने के एक दिन बाद ही संन्यास की घोषणा की।
धोनी के फैसले के बारे में पूछे जाने पर बनर्जी ने कहा, " कोई भी उनके दिमाग को नहीं जानता है। वह हमेशा एक अंतमुर्खी रहे हैं। जब वे रांची में थे, तो मैंने उनसे कई बार बात की, लेकिन हमने कभी क्रिकेट पर बात नहीं की। जब माही घर पर होते हैं, तो वह क्रिकेट पर बात नहीं करना चाहते हैं। "
उन्होंने कहा, " इस समय भारतीय क्रिकेट के लिए यह एक नुकसान है। जब तक भारत को विश्वसनीय विकेटकीपर नहीं मिल जाता, तब तक यह मुश्किल होगा। इस जगह को भरना होगा।"
बनर्जी ने कहा, " मैं उन्हें 28 साल से जानता हूं। मैं उन्हें स्कूल की शुरूआती दिनों से ही जानता हूं, जब उन्होंने विकेटकीपिंग करना शुरू किया था। मेरे लिए, निश्चित रूप से यह एक भावुक समय है। वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की कठोरता को जानता है और उनका निर्णय हमेशा बुद्धिमान होता है। इसमें एक आश्चर्य भी है, उनका निर्णय और वह सबसे अच्छा जज हैं।"
बनर्जी ने साथ ही कहा कि अब धोनी खुले दिमाग से आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स टीम का नेतृत्व कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, " अब वह आईपीएल पर अधिक ध्यान लगा सकते हैं और खुल कर खेल सकते हैं। यह एक ऐसी चीज है, जिसके बारे में हमेशा बात हो रही थी कि आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करके वह भारतीय टीम में लौट सकते हैं।"
धोनी ने भारत के लिए 90 टेस्ट मैचों की 144 पारियों में 38.09 की औसत से 4876 रन बनाए। टेस्ट में उनके नाम छह शतक और 33 अर्धशतक दर्ज है और उनका सर्वोच्च स्कोर 224 है।
वहीं, 350 वनडे मैचों की 297 पारियों में उन्होंने 50.57 की औसत से 10773 रन बनाए हैं। इसमें उनके नाम 10 शतक और 73 अर्धशतक दर्ज हैं। वनडे में उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 183 हैं।
दुनिया के सबसे सर्वश्रेष्ठ फिनिशर माने जाने वाले धोनी ने 98 टी 20 मैचों में 37.60 की औसत से 1617 रन बनाए हैं। इसमें उनके नाम दो अर्धशतक हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 56 हैं।
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क्रिकेट में ऐसी कोई ट्रॉफ़ी नहीं हैं जिस पर महेंद्र सिंह धोनी ने कब्ज़ा न किया हो.
50 ओवरों के मुक़ाबले में धोनी वर्ल्ड कप और चैंपियन्स ट्रॉफ़ी जीत चुके हैं.
20 ओवरों के खेल में वो वर्ल्ड टी-20, आईपीएल और चैंपियन्स लीग जीत चुके हैं.
टेस्ट मैच में वो टीम इंडिया को नंबर वन का ताज दिला चुके हैं.
एक नज़र डालते हैं धोनी के उन 10 अहम फ़ैसलों पर जिन्होंने भारतीय क्रिकेट में नया इतिहास रचा.
1- जोगिंदर को बनाया हीरो
2007 वर्ल्ड टी-20 के फ़ाइनल में अगर महेंद्र सिंह धोनी ने जोगिंदर शर्मा से आख़िरी ओवर न कराया होता, तो दुनिया को शायद ये भी याद न रहता कि वो वर्ल्ड चैंपियन टीम का हिस्सा थे.
फ़ाइनल मैच के आख़िरी ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रन की ज़रुरत थी. भारत को सिर्फ एक विकेट चाहिए था, लेकिन, क्रीज़ पर इन फ़ॉर्म मिस्बाह उल हक़ मौजूद थे.
ऐसे अहम मौके पर धोनी ने अनुभवी हरभजन सिंह की जगह जोगिंदर शर्मा को गेंद थमाई. जोगिंदर ने ओवर की तीसरी गेंद पर मिस्बाह का विकेट लेकर धोनी के दांव को हमेशा के लिए यादगार बना दिया.
2- बॉल आउट में बल्ले-बल्ले
2007 वर्ल्ड टी-20 के लीग राउंड में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भारत का मैच टाई हुआ.
मैच का फ़ैसला बॉल आउट के जरिए होना था. बॉल आउट में गेंदबाज़ को एक ही बार में गेंद डालकर गिल्ली उड़ानी होती है.
पाकिस्तान ने रेगुलर गेंदबाज़ों को चुना जबकि धोनी ने हरभजन सिंह के अलावा वीरेंद्र सहवाग और रॉबिन उथप्पा जैसे पार्ट टाइम गेंदबाज़़ों पर दांव खेला और मैच जीता.
3- धोनी का छक्का और इंडिया चैंपियन
2011 वर्ल्ड कप फ़ाइनल में कुलशेखरा की गेंद पर धोनी का जीत दिलाने वाला छक्का कौन भूल सकता है?
भारत को 28 साल बाद वर्ल्ड कप दिलाने वाले धोनी ने फ़ाइनल में नाबाद 91 रन बनाए. उस मैच में अगर धोनी का बल्ला न चलता तो वो आलोचकों के निशाने पर होते.
इसकी वजह ये है कि फ़ाइनल के पहले धोनी का बल्ला खामोश था. वो हाफ़ सेंचुरी तक नहीं बना सके थे.
फ़ाइनल में धोनी इन फ़ॉर्म युवराज की जगह खुद को प्रमोट करते हुए पांचवें नंबर बल्लेबाज़ी के लिए आ गए.
कारण ये था कि एक तो क्रीज पर बाएं हाथ के बल्लेबाज़ गौतम गंभीर मौजूद थे और वो बाएं और दाएं हाथ के खिलाड़ियों का तालमेल बरकरार रखना चाहते थे.
दूसरी वजह ये थी कि धोनी मानते थे कि वो श्रीलंका के स्पिनरों के ख़िलाफ़ आसानी से रन जुटा सकते हैं. धोनी ने जो सोचा वही हुआ.
4- गेंदबाज़ युवराज पर दांव
युवराज सिंह की पहचान उनकी बल्लेबाज़ी से है. लेकिन, धोनी ने 2011 वर्ल्ड कप में युवराज को रेगुलर गेंदबाज़ की तरह इस्तेमाल किया और इस दांव से विरोधियों को घेरने में कामयाब रहे.
युवराज ने 9 मैचों में 75 ओवर डाले और 15 विकेट लिए. उन्होंने क्वार्टर फ़ाइनल, सेमीफाइऩल और फ़ाइनल में दो-दो विकेट हासिल किए.
5- 'छुपे रुस्तम' अश्विन-रैना
2011 वर्ल्ड कप में धोनी ने सुरेश रैना और आर अश्विन को शुरुआती मैचों में 'छुपाए' रखा और नॉकआउट दौर में 'सरप्राइज़ पैकेज' की तरह इस्तेमाल किया.
अश्विन ने 2011 वर्ल्ड कप में सिर्फ दो मैच खेले. इनमें से एक मैच ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ क्वार्टर फ़ाइनल था. इस मैच में धोनी ने अश्विन से गेंदबाज़ी की शुरुआती कराई.
दो विकेट लेने वाले अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया की लय बिगाड़ दी. सुरेश रैना ने भी ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ नाबाद 34 रन बनाकर जीत में योगदान दिया.
रैना ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ सेमीफ़ाइनल में भी नाबाद 36 रन बनाए.
6- निशाने पर नेहरा
2011 वर्ल्ड कप के शुरुआती मैचों में तेज़ गेंदबाज़ आशीष नेहरा प्रभावी साबित नहीं हुए. लेकिन, पाकिस्तान के ख़िलाफ़ सेमीफ़ाइनल मुक़ाबले में धोनी ने उन्हें मौका दिया.
वो भी ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ असरदार रहे अश्विन की जगह. धोनी का ये दांव भी हिट रहा.
10 ओवर में सिर्फ 33 रन देकर दो विकेट हासिल करने वाले नेहरा फ़ाइनल का टिकट दिलाने में मददगार रहे.
7- रंग लाया यंगिस्तान पर भरोसा
ऑस्ट्रेलिया में 2008 में हुई ट्राई सीरीज के लिए धोनी ने चयनकर्ताओं के सामने मांग रखी कि वो युवा टीम चुनें.
धोनी का मानना था कि ऑस्ट्रेलिया के बड़े मैदानों में उम्रदराज खिलाड़ी रन रोकने में नाकाम रहेंगे.
धोनी की आलोचना तो ख़ूब हुई लेकिन इस फ़ैसले के दम पर वो भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में पहली बार ट्राई सीरीज़ ट्रॉफ़ी जिता पाए.
इस जीत में गौतम गंभीर, रोहित शर्मा और प्रवीण कुमार जैसे युवा खिलाड़ियों का रोल अहम रहा.
8- ईशांत बने शान
2013 में इंग्लैंड में खेले गए आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफ़ी में बारिश के बाद फ़ाइनल मैच को 20-20 ओवरों का मुक़ाबला बना दिया गया. भारत ने इंग्लैंड को जीत के लिए 130 रन की चुनौती दी.
मोर्गन और बोपारा की शानदार बल्लेबाज़ी के दम पर इंग्लैंड की टीम जीत की तरफ़ बढ़ रही थी.
मेजबानों को आख़िरी तीन ओवरों में सिर्फ 28 रन बनाने थे. ऐसे में धोनी ने अपने सबसे खर्चीले गेंदबाज़ ईशांत शर्मा को गेंद थमाई.
फ़ैसला अटपटा था लेकिन ईशांत ने एक ही ओवर में मोर्गन और बोपारा को आउट कर इंग्लैंड की जीत की उम्मीद तोड़ दी.
9- रोहित की बदली किस्मत
मिडिल ऑर्डर में खेलने वाले रोहित लंबे वक्त तक अपनी प्रतिभा के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे.
धोनी ने वनडे में रोहित को ओपनर के रोल में प्रमोट किया और वो चमक उठे. बतौर ओपनर रोहित शर्मा इंटरनेशनल क्रिकेट के सबसे धाकड़ बल्लेबाज़ के तौर पर उभरे.
10- हर दांव हिट
भारतीय क्रिकेट टीम के अलावा धोनी ने आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स को भी सबसे कायमाब टीम बनाया. पिछले दिनों ही उन्होंने ये जानकारी सार्वजनिक की थी कि टीम प्रमोटर एन श्रीनिवासन के चाहने के बाद भी टीम की ओर से एक खिलाड़ी को अनुबंधित करने से इनकार कर दिया था.(bbc)
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)| दुनिया के महानतम कप्तानों में गिने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। सचिन ने इस मौके पर धोनी को याद किया और दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं दीं। सचिन का विश्व कप जीतने का सपना धोनी की कप्तानी में ही 2011 में पूरा हुआ था और सचिन ने इसलिए इस पल को अपना सबसे अच्छा पल बताया है।
सचिन ने धोनी के संन्यास पर ट्वीट करते हुए लिखा, "भारतीय क्रिकेट में आपका योगदान बहुत बड़ा है धोनी। आपके साथ 2011 विश्व कप जीतना मेरे जीवन का सबसे अच्छा पल है। आपको और आपके परिवार को दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं।"
हालांकि धोनी आईपीएल खेलते रहेंगे, लेकिन अब धोनी को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं देख पाएंगे।
धोनी ने आखिरी बार पिछले साल इंग्लैंड में खेले गए विश्व कप में सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना आखिरी मैच खेला था।
वहीं भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने ट्वीट किया, "इतनी सारी ट्रॉफी और यादों के लिए शुक्रिया धोनी। जब तक क्रिकेट जिंदा रहेगा आपकी विरासत जिंदा रहेंगी।"
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। धोनी के साथ ही बाएं हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना ने भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। दोनों खिलाड़ियों ने इंस्टाग्राम के माध्यम से इस बात की जानकारी दी।
रैना ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर चेन्नई सुपर किंग्स के कपड़े पहने हुए केदार जाधव, धोनी, मोनू सिंह, अंबाती रायडू, और कर्ण शर्मा के साथ एक तस्वीर शेयर करते हुए संन्यास की जानकारी दी।
रैना ने इस तस्वीर के साथ पोस्ट में लिखा, "आपके साथ खेलना काफी शानदार रहा माही (धोनी)। पूरे दिल से गर्व के साथ, मैं आपके इस सफर में शामिल होना चाहता हूं। शुक्रिया भारत। जय हिंद।"
रैना, धोनी की कप्तानी में टी-20 विश्व कप-2007 और वनडे विश्व कप-2011 जीतने वाली भारतीय टीम के हिस्सा रहे हैं।
वह आईपीएल में धोनी की ही कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स के साथ खेलते आए हैं।
लंदन, 14 अगस्त (आईएएनएस)| एनबीए दिग्गज माइकल जॉर्डन ने जिस जूते को पहनकर मैच खेले थे, वह ऑनलाइन नीलामी में 61,5000 अमेरिकी डॉलर (चार करोड़ 60 लाख रुपये) में बिकी है। स्टेडियम गुड्स के साथ साझेदारी में क्रिस्टी आकशन ने ओरिजिनल एयर के नाम से इसकी नीलामी की।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, ये स्नीकर्स एयर जॉर्डन 1 के हैं, जिसे शिकागो बुल्स के स्टार जॉर्डन ने 1985 में एक प्रदर्शनी मैच में पहने थे।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि जॉर्डन ने अपने 14 साल के करियर के दौरान, जितने भी जूते थे, उन सभी नौ जोड़ी जूतों की नीलामी हो चुकी है और क्रिस्टी ने ही उनकी नीलामी की है।
क्रिस्टी ने कहा, "जूते एक समय पेश किए गए ऐतिहासिक माइकल जॉर्डन के जूते का सबसे बड़ा कलेक्शन था।"
जून में, जॉर्डन और नाइकी के स्वामित्व वाले जॉर्डन ब्रांड ने घोषणा की थी कि वे नस्लीय समानता और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के लिए समर्पित संगठनों को 10 करोड़ का दान देंगे।
मुंबई, 14 अगस्त (आईएएनएस)| अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सौ शतक लगाने वाले भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अपना पहला शतक आज ही के दिन यानी 14 अगस्त 1990 को बनाया था। सचिन ने इंग्लैंड के खिलाफ ओल्ड ट्रेफर्ड में खेले गए टेस्ट मैच में 119 रनों की पारी खेली थी और यहीं से शुरुआत हुई थी सचिन युग की।
सचिन द्वारा इस मैच की दूसरी पारी में बनाया गया शतक पूरे क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बना। इसके बाद सचिन ने शतकों की झड़ी लगा दी और 100 शतक लगाए।
भारत को 408 रनों का लक्ष्य मिला था और उसने अपने छह विकेट 183 रनों पर ही खो दिए थे। एक युवा बल्लेबाज के तौर पर उतरे सचिन ने शानदार धैर्य दिखाया और बेहतरीन पारी खेली।
उन्होंने मनोज प्रभाकर के साथ 160 रनों की साझेदारी की। सचिन 119 रनों पर नाबाद लौटे और मैच ड्रॉ करा भारत को हार से बचा लिया। सचिन उस समय सिर्फ 17 साल के थे और वह टेस्ट में शतक जमाने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने।
सचिन ने इस शतक के बाद जो किया, उसका गवाह पूरा इतिहास है।
लिस्बन, 14 अगस्त (आईएएनएस)| यूईएफए चैम्पियंस लीग में दूसरी बार खेल रहे आरबी लेइपजिग फुटबाल क्लब ने स्पेन के दिग्गज क्लब एटलेटिको मेड्रिड को 2-1 से हरा पहली बार लीग के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, गुरुवार को खेले गए मैच में पहले हाफ में दोनों टीमों ने बेहतरीन खेल खेला, लेकिन एक भी टीम खाता नहीं खोल पाई।
दूसरे हाफ में हालांकि सब कुछ बदल गया। इस हाफ में जर्मनी के फुटबाल क्लब ने बेहतरीन ऊर्जा के साथ वापसी की और गोल की तलाश जारी रखी।
50वें मिनट में डानी ओल्मो ने लेइपजिग के लिए गोल कर उसे 1-0 से आगे कर दिया। इस गोल में मार्सल सैबइटजर ने उनकी मदद की।
ड्रॉ की ख्वाहिश में एटलेटिको के कोच डिएगो सिमोन ने पुर्तगाल के जाआओ फेलिक्स को मैदान पर उतारा और 71वें मिनट में पेनाल्टी पर गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया।
लग रहा था कि दोनों टीमें पेनाल्टी शूटआउट में जाएंगी, लेकिन टेलर एडम्स ने 88वें मिनट मे गोल कर लेइपजिग को एक गोल से आगे कर दिया। एडम्स का यह गोल जर्मन क्लब के लिए विजयी गोल साबित हुआ।
सेमीफाइनल में लेइपजिग का सामना पेरिस सेंट जर्मेन से होगा जिसने एटलांटा को मात दे सेमीफाइनल में जगह बनाई है। सेमीफाइनल मैच 18 अगस्त को खेला जाएगा।
चेन्नई, 13 अगस्त । 19 सितंबर से यूएई में शुरू होने जा रहे आईपीएल 2020 की तैयारी में सभी टीमें जुट गई हैं। सभी टीमों ने यूएई रवाना होने की अपनी योजनाओं को भी अंतिम रूप दे दिया है। 20 अगस्त के बाद टीमों को यूएई रवाना होने की अनुमति बीसीसीआई ने दी है। कुछ टीमें यूएई रवाना होने से पहले भारत में कंडिशनिंग कैंप आयोजित कर रही हैं। ऐसा करने वाली टीमों में से एक है चेन्नई सुपर किंग्स। इसमें कप्तान एमएस धोनी सहित सभी खिलाडिय़ों के शामिल होने की संभावना थी लेकिन अब खबर आ रही है कि धोनी के चहेते खिलाड़ी रवींद्र जडेजा इस कैंप का हिस्सा नहीं होंगे।
सीएसके के 15 से 20 अगस्त के बीच चेन्नई में आयोजित होने वाले छह दिन के कंडिशनिंग कैंप में कप्तान एमएस धोनी, हरभजन सिंह, सुरेश रैना, अंबाती रायुडू कैंप का हिस्सा होंगे। इस कैंप का मकसद प्राथमिक रूस से फिटनेस और थोड़ी बहुत क्रिकेट ट्रेनिंग है। लेकिन रवींद जड़ेजा छह दिवसीय कैंप का हिस्सा नहीं होंगे।सीएसके के सीईओ कासी विश्वनाथन ने जडेजा की गैरमौजूदगी के बारे में कहा, उनके कैंप में शामिल नहीं होने के व्यक्तिगत कारण हैं। लेकिन वो 21 अगस्त को चेन्नई से दुबई रवाना होने से पहले चेन्नई पहुंच जाएंगे।
विश्वनाथन ने यह भी बताया है कि तमिलनाडु सरकार ने टीम मैनेजमेंट को एमए चिदंबरम स्टेडियम में 6 दिन के कैंप के आयोजन की लिखित अनुमति दे दी है। कैंप का आयोजन बंद दरवाजों के बीच किया जाएगा। गेंदबाजी कोच लक्ष्मीपति बालाजी खिलाडिय़ों के अलावा टीम के साथ कैंप में शामिल होने वाले सपोर्ट स्टाफ के अकेले सदस्य होंगे।
विश्वनाथन के मुताबिक, टीम के कोच स्टीफन फ्लेमिंग और माइकल हसी टीम से 22 अगस्त को दुबई में जुड़ेंगे। सीएके को भरोसा है कि दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी लुंगी नगिडि और फॉफ डुप्लेसी टीम से 1 सितंबर को जुड़ सकते हैं। जब इस बारे में डुप्लेसी और नगिडि ने पुष्टि की है कि वो आईपीएल में हिस्सा लेने आ रहे हैं और 1 सितंबर के बाद टीम से जुड़ जाएंगे। एक और दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी इमरान ताहिर टीम से कैरेबियन प्रीमियर लीग के समाप्त होने के बाद जुड़ेंगे। विश्वनाथन ने ये भी बताया कि सपोर्ट स्टाफ में शामिल गेंदबाजी सलाहकार एरिक सिम्सन और फिजिकल ट्रेनर ग्रेग किंग टीम से 21 अगस्त को दुबई में जुड़ेंगे।
आईपीएल 2020 का यूएई में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक आयोजन होगा। 53 दिन तक चलने वाले इस टूर्नामेंट के मैच यूएई के तीन वेन्यू दुबई, अबुधाबी और शारजाह में खेले जाएंगे। अमीरात क्रिकेट बोर्ड ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि उसे आईपीएल 2020 के आयोजन के लिए यूएई की सरकार से आधिकारिक तौर पर अनुमति मिल गई है।(timesnownews.com)